[संगीत] हेलो एवरीवन तू डी पॉइंट सीरीज में आप लोगों का स्वागत है मैं हूं पूजा और अभी तक हमने क्या-क्या शिखा है अभी हमने शिखा है की किस तरीके से यूरोपियन कंपनी भारत में आई और भारत में अपनी फैक्टरीज कोटिया बनाना शुरू कर दी केले बनाना शुरू कर दिए किलो का फोर्टिफिकेशन करना के लिए बैंड ही करना शुरू कर दिया और एक-एक करके कई सारे बॉटल्स इन यूरोपीय कंपनी के बीच में हुए जैसे की हमने देखा की सावली का बैटल हुआ बैदरा की लड़ाई हुई इसके अलावा चिनसुरा की लड़ाई हुई और आपका बैटल 76 में हुआ इस तरीके से ये यूरोपियन कंपनी जो भारत आई हुई थी व्यापार करने के लिए वो लोग आपस में ही लड़ाई करती रही और फिर फाइनली जो सक्सेसफुल कंपनी रही वो रही ब्रिटेन की कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी बाकी सारे कंपनियां को चाहे वो टच हो फ्रांसिस हो या पुर्तगाल सो उनको हारने का कम ब्रिटिश ने किया अब ब्रिटिशर्स यहां पे काफी पावरफुल हो चुके हैं और अब उनके पॉलिसी ये भारत में एक्सपेंशन करने की भारत के एरिया को अब कब्जा करने की उनकी पॉलिसी बन रही है वो भारत में दीवानी राइट चाहते हैं वो भारत में पॉलीटिकल सेंट फिर भी चाहते हैं अब वह केवल एक ट्रेडिंग कंपनी बनकर नहीं रहना चाहते इसलिए वह लोग भारत में एक्सपेंशन करना शुरू करते हैं सबसे पहले मैंने आप लोगों को बताया किस तरीके से इन्होंने बंगाल की जो टेरिटरी थी उसमें अपना एक्सपेंशन किया उसके लिए उन्होंने दो बॉटल्स भी लड़े जहां पर मैंने आपको बैटल ऑफ प्लासी और बैटल ऑफ बक्सर के बड़े में बताया था बैटल ऑफ प्लासी और बैटल ऑफ बक्सर के बाद जब इलाहाबाद के संधि होती है तो अंग्रेज जो चाहते थे अंग्रेजन को मिल जाता है अंग्रेजन को बंगाल उड़ीसा और बिहार में दीवानी राइट्स मिल जाते हैं दीवानी राइट्स का मतलब यह होता है की उनको वहां पर टैक्स वसूल करने का अधिकार मिल जाता है तो ये कहानी हमने अच्छी थी उसके बाद वो लोग मराठा पावर जो थी उसको भी दबाना चाहते थे इसलिए कई सारे कनफ्लिक्ट जो है वो मराठस और ब्रिटिशर्स के बीच में आपको देखने को मिलते हैं जिन्हें हम एंग्लो मराठा वार के नाम से जानते हैं फर्स्ट सेकंड और थर्ड एंग्लो मराठा वार के बड़े में मैंने आपको बताया है मैंने आपको सूरत की संधि पूना की संधि सालबाई की संधि ये सभी संधिया के बड़े में भी डिस्कस किया है ये सारे वीडियो हम ऑलरेडी डिस्कस कर चुके हैं प्लेलिस्ट तैयार है आप वहां पर जाकर सकते हैं क्योंकि हमने जो भी डिस्कशन किया है वह तू डी पॉइंट किया है और एग्जाम ओरिएंटेड डिस्कशन ही है जो आने वाला एग्जाम आपका एसएससी एमटीएस का है या गल का है या कोई भी आपके वन दे एग्जाम है या फिर आपका पीएससी एग्जाम है जो ऑब्जेक्टिव टाइप का होता है उन सबके लिए ये वीडियो आपको काफी लाभदायक होगा काफी बेनिफिशियल होगा साथ ही साथ मैंने प्रीवियस एयर में आए हुए क्वेश्चंस के कई जगह पे स्क्रीनशॉट ली है और कई जगह पर मैंने उन क्वेश्चंस को यहां पे टाइप भी कर दिया क्योंकि स्क्रीनशॉट में कई बार जो राइटिंग होती वो ब्लर हो जाति है वो उतना क्लियर या एक्यूरेट दिखाई नहीं देता और फोंट साइज में इंक्रीस नहीं होती थॉट्स वही मैं टाइप करना ज्यादा प्रेफर करती हूं ओके सो आज हम इस एक्सपेंशन की पॉलिसी में बात करने वाले हैं मैसूर के बड़े में मैसूर मतलब हम हैदर अली और टीपू सुल्तान के ऊपर चर्चा करेंगे और मैसूर से काफी लोग यहां पर चाहे वो मराठा हो निजाम हो या फिर ब्रिटिशर्स हो काफी लोग उनसे जलन करते थे क्यों करते थे क्योंकि मैसूर की जो टेरिटरी थी वो काफी पावरफुल थी काफी रिच थी उनके पास फर्टाइल लैंड था उनके पास डायमंड भी थे उनके पास खेती के लिए सिल्क भी था कॉटन भी थे इसके अलावा वो काफी फर्टाइल थे और नेवी भी उनके पास काफी अच्छी स्ट्रांग थी तो काफी वो रिच थे मैसूर तो मैसूर की टेरिटरी पे कैसे अंग्रेजन ने कब्जा किया तो आज हमारा डिस्कशन होने वाला है वो एंग्लो मैसूर वॉलपेपर होने वाला है यहां पर हम एक-एक करके चारों एंग्लो मैसूर वार के ऊपर डिस्कशन करेंगे कौन-कौन सी क्रिटिसिन हुए हैं किन-किन के बीच में बटर लड़ी गई है कौन-कौन उसे समय जो है वो हमारे गवर्नर थे वो सर कुछ हम यहां पर सीखेंगे फिर वीडियो के लास्ट में आपको प्रीवियस एयर में आए हुए क्वेश्चन देखने को मिलेंगे और एक क्वेश्चन ऑफ डी दे भी मिलेगा जिसका आंसर आप हमें कमेंट क्षेत्र में देंगे मैं आप लोग सेकंड रिक्वेस्ट करूंगी कॉपी पेन लेकर बैठी हूं जो इंपॉर्टेंट प्वाइंट्स होंगे वो आप नोट डॉ करते जाएगा जिससे आपको रिवीजन करने में आसानी हो अदर वाइस आप इसकी पीएफ भी ले सकते हैं पीएफ जो है हमारी वेबसाइट पे अवेलेबल होगी पीएफ को आप वेबसाइट से ले सकते हैं ठीक है और अगर सेशन पसंद आता है बेनिफिशियल लगता है तो अपने फ्रेंड्स के साथ शेर करना नहीं भूलेंगे क्योंकि आप लोगों के शेर करने से हमें बहुत इंक्रीमेंट मिलता है और इससे हमें एक सपोर्ट भी देखने को मिलता है ओके और पढ़ना में भी मजा आता है सो स्टार्ट करते हैं एंग्लो मैसूर वार तो एंग्लो मैसूर वार के पहले हम जानते हैं की मैसूर आया कहां से कैसे राइस हुआ मैसूर किंगडम का सो राइस ऑफ मैसूर जो है वह 1565 में देखने को मिलता है ठीक है 1565 में हम मैसूर किंगडम के बड़े में बात करते हैं हम विजयनगर अंपायर के बड़े में बात करते हैं और फिर एक बटर लड़ी जाति है वो होती है बैटल ऑफ कालिकोट ये बैटल कई बार एग्जाम में पूछी गई है मैं जब विजयनगर अंपायर को बताऊंगी ना तब हम इसको डिटेल में डिस्कस करेंगे अभी हम मैसूर पे ही केवल डिस्कशन चाहते हैं इसलिए इस पॉइंट को मैं बिल्कुल ब्रीफ में ही बता रही हूं ठीक है सो बैटल ऑफ तालीकोटा होती है बैटल ऑफ तालीकोटा जो होती है वो विजयनगर अंपायर और ढक्कन यूनियन के बीच में होती है ढक्कन यूनियन का क्या मतलब होता है ढक्कन यूनियन का मतलब होता है की इसमें अहमदनगर गोलकुंडा बीजापुर और बर का क्षेत्र शामिल है तो दक्कन यूनियन और विजयनगर अंपायर के बीच में बैटल ऑफ तालीकोटा होती है इस बैटल ऑफ तालीकोटा में जो विजयनगर अंपायर है उसको काफी नुकसान होता है वो बहुत डिस्क इंट्रीकेट हो जाता है उनको काफी छाती पहुंचती है ठीक है और ये पूरा का पूरा विजय नगर अंपायर जो है वह छोटे-छोटे इंडिपेंडेंस स्टेट में बाढ़ जाता है जैसे हम लोग मुगल अंपायर की बात करते हैं की औरंगज़ेब के बाद क्या होता है 70 07 के बाद पूरा का पूरा मुगल अंपायर छोटे-छोटे स्टेट में डिवाइड हो जाता है वैसे की तालीकोटा के बैटल के बाद पूरा विजन अगर अंपायर जो है वो स्मॉल इंडिपेंडेंस स्टेटस में डिवाइड हो जाता है ठीक है उनमें से ये एक होती है मैसूर की वाद्यार्ड डायनेस्टी तो मैसूर के इस तरीके से वायनाड डायनेस्टी का उदय होता है मतलब मैसूर किंगडम की शुरुआत यहां से आपको देखने को मिलेगी और इसकी शुरुआत है इसकी स्थापना करने का क्रेडिट कैसे जाता है तो यहां पर आप देखेंगे यदि राय वाडियार यदि राय वाडियार ने 39 में बेसिकली की शुरुआत की थी और उन्होंने फिर मैसूर पे कब्ज किया इस तरीके से एक हिंदू वादिया डायनेस्टी की शुरुआत यहां पर होती है और इसके बाद आप देखते हैं जो कृष्णा राय सेकंड होते हैं और कृष्णा सेकंड जब कृष्णा राज सेकंड जब डिजाइन कर देते तो उनके दो कमांडर होते हैं उनके तो सेनापति होते हैं एक होते हैं देवराज और एक होते हैं नंदराज तो देवराज और नंदराज पूरे डायनेस्टी पूरे कमान अपने हाथों में संभल कर रखते और पूरा प्रतिनिधित्व उनके हाथों में ही होता है लेकिन उनकी ही सी में एक और सोल्जर होते हैं वो होते हैं हैदर अली और हैदर अली की पावर धीरे-धीरे वो बढ़ते जाति है और वो देवराज और नंदराज को हटाकर जो है वो खुद मैसूर की गाड़ी पर बैठ जाते हैं तो 7061 में हैदर अली जो है वो मैसूर की गाड़ी पर बैठने हैं और कंट्रोल अपने हाथों में ले लेते हैं इस तरीके से 1761 से हैदर अली अस्तित्व में आते हैं मतलब अस्तित्व में आने का मतलब एक किंगडम को हॉल करने का कम संभालने का कम करते हैं और मैसूर स्टेट के सारे पावर जो है वो हैदर अली के पास रहती है ठीक है उन्होंने वादिया डायनेस्टी के दो भाई देवराज और नंदराज को पावर में से हटाकर जो है खुद सत्ता संभालने का कम किया और हैदर अली की जो कई साड़ी बैटल है वो मराठाओं के साथ और निजाम के साथ होती रहती हैं ये हो गया कुछ बैकग्राउंड के मराठस और निजाम के साथ में छोटे-छोटे मोती जो है वो बैटल अभी होती ही रहती है टेरिटरी को लेकर टैक्सेशन को लेकर है ना तो ये सब बैटल तो ऑलरेडी बैकग्राउंड में चली रहे हैं हमें बात करने की ब्रिटिशर्स के साथ इनका पंगा कैसे हुआ तो आई पहले हम थोड़ा सा यहां पर मैप समझना की कोशिश करेंगे हम यहां पे डिस्कस करने वाले हैं एंग्लो मैसूर वार या एंग्लो मैसूर वार की शुरुआत 1767 से होती है और यह 1799 तक चलते जब तक टीपू सुल्तान की डेथ नहीं हो जाति तब तक ये बैटल चलती है 1767 से 79 तक टोटल कर यहां पर बॉटल्स होती हैं टोटल कर एंग्लो मैसूर वार होती है ठीक है जिम से पहले बैटल जो होती है वो यहां पर मैसूर जीता है मतलब आपके हैदर अली जिटेट हैं सेकंड बैटल जो होती है वो ताई हो जाति है मतलब कोई नहीं जीता कोई नहीं आज तक पॉजिटिव यहां पर आप देखेंगे बैटल होता है और फिर लास्ट में एक टूटी साइन हो जाति है बट थर्ड बैटल ऑफ फोर्थ बटर जो होता है उसमें मैसूर बहुत बुरी तरीके से हारता है मतलब टीपू सुल्तान इसमें हर जाते हैं और ब्रिटिशर्स की जीत जो होती है वो आपकी थर्ड और फोर्थ बैटल में होते हैं और उसके बाद मैसूर किंगडम को पूरे तरीके से एक्वायर करने का कम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी कर लेती है ठीक है उसमें आपको जो जो एंट्री देखने को मिलेगी वह एंट्री कौन-कौन होंगे निजाम और हैदराबाद होंगे नवाब ऑफ कर्नाटक होंगे मराठस होंगे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया होंगे और मैसूर होगा तो बेसिकली पांच यहां पर आपको लोग देखने को मिलेंगे जो लोग आपस में लड़ना है निजाम ऑफ हैदराबाद नवाफ ऑफ कर्नाटक कार्नेटिक रीजन आपका मराठाज ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मैसूर ठीक है इतनी चीज और बीच में प्रवाह कर के राजा भी बीच में आएंगे अच्छा आप लोग dream11 पर टीम भी बनाते हो क्या आईपीएल चल रहा है शायद आप लोग कोई टीम वगैरा बनाते होंगे तो आप लोग हर एक मैच शुरू होने से पहले क्या होता है टीम अप करते हो टीम बनाते हो की आज हम रोहित शर्मा को टीम में लेंगे आज हम इसको टीम में लेंगे और उसको टीम में मिलेंगे इस तरीके से होता है ना वैसे ही कुछ कहानी एंग्लो मैसूर वार की है हर एक वार के पहले हर एक लड़ाई के पहले यहां पे टीम बंटी थी की मराठा किसकी तरफ है टीपू सुल्तान की तरफ है निजाम किसकी तरफ है मतलब हर एक आईपीएल जैसे की टीम बंटी है ना वैसे ही हर एक एंग्लो मैसूर वार के पहले टीम होती थी जो जिसको खरीद ले जो जिसको जितना लालच दे दे वो उसकी टीम में पार्टिसिपेट करेगा और दूसरी तरफ से लड़ाई लड़ेगा तो हर बार यह जो कंडीशन है जो आपको इक्वेशन दिखाई दे रही ना हर बार हर बैटल के पहले ये इक्वेशन आपको चेंज होते हुए दिखाई देगी ठीक है बिल्कुल जस्ट लाइक का आईपीएस ओके है तो आई पहले हम पहले जो बैटल हुई थी उसके पहले की कुछ कंडीशंस को समझते हैं बैकग्राउंड को समझते हैं और उसके बाद हम स्टीम को भी समझेंगे की ये टीम कैसे बनी और कैसे क्या हुआ ओके इतनी चीज है चलो सबसे पहले हम फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार के बैकग्राउंड को समझते हैं तो बैटल ऑफ बक्सर खत्म हो चुकी है 1764 में और बैटल ऑफ बक्सर के बाद जब 1765 में इलाहाबाद की संधि हो रही है इलाहाबाद की संधि कर रहा है रॉबर्ट क्लाइव तो इलाहाबाद की जब संधि हो रही है तो वो लोग उन्हें क्या किया है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने जो कोलकाता उड़ीसा और बिहार के दीवाने राइट्स अपने नाम कर लिए हैं ठीक है ना इसके अलावा यह जो कार्नेटिक रीजन है यह आपको मैंने शिखा के रखा है ये पूरा आपका कार्डिक रीजन है जो आपको जहां पर आपको मद्रास देखने को मिलेगा है ना जहां पे आपको सेंट जॉन जॉर्ज जो है वो फोर्थ देखने को मिलेगा सेंड डेबिट जो है वो पोर्ट देखने को मिले फोर्ट देखने को मिलेगा तो ये पूरा आपका कार्नेटिक रीजन है और मैंने आप लोगों को तीन कार्नेटिक वार के बड़े में बताया है जो की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रांसिस कंपनी के बीच में हुई थी जिसमें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जीत जाति है और इस पुरी एरिया पे कब्जा किसका होता है आपका आ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का होता है अब एक क्वाड्रेटिक रीजन में जो नवाब होते हैं वो होते हैं और बालाजी जो है वो नवाब किसकी मदद से बनी है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की मदद से बने हैं तो ऑब्वियस सी बात है वो ब्रिटिशर्स का ही साथ देंगे तो इन पुरी की पुरी बैटल में जो कार्नेटिक रिजर्व का नवाब होता है बोल्या वो पुरी तरीके से किसके फीवर में होता है ब्रिटिशर्स के फीवर में होता है चारों लड़ाइयां में ब्रिटिशर्स का ही साथ देगा काइनेटिक रीजन की जो आपको कैपिटल मैंने सिखाई थी वो क्या सिखाई थी आपको आर्कोट इनकी कैपिटल होती है ठीक है अब यहां पर बंगाल जो है इस पर कब्ज किसका है ब्रिटिशर्स का एक कार्नेटिक रीजन है इस पे भी कब्ज किसका है ब्रिटिश का अब रॉबर्ट क्लाइव क्या सोचता है रॉबर्ट क्लाइव सोचता है की अभी जो बंगाल का रीजन है और कार्नेटिक का रीजन है इन दोनों के बीच में ट्रेडिंग बढ़ाने के लिए कम्युनिकेशन बढ़ाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन के लिए हमको ये पूरा रास्ता चाहिए ये पूरा ट्रांसपोर्टेशन के लिए और कम्युनिकेशन के लिए पाक तैयार करना चाहता है रॉबर्ट क्लाइव बट सर कुछ तो ठीक है बीच में नादान सरकार आता है बीच में क्या आता है नादान सरकार के टेरिटरी आई है अब रॉबर्ट क्लाइव सोच रहा है कहानी से नजर सरकार के जो टेरिटरी है उसमें परमिशन हमको मिल जाए तो इससे हम पूरा एक रूट तैयार कर सकते हैं पूरा हम एक रूट तैयार कर सकते हैं बंगाल को हम कार्नेटिक रीजन से जोड़ सकते हैं ओके अब होता क्या है यह बात यहां पर उठकर आई है अब कहानी बचती है की जो कार्नेटिक सरकार का रीजन है वो किसके हिस आता है तो देखिएगा ये जो कार्नेटिक सरकार का रीजन है वो हैदराबाद के निजाम के अंदर है और हैदराबाद निजाम जो है वो मुगलो के अंदर कम करते हैं जैसे की मैंने बताया था ना की जो स्वागत है 1707 तो औरंगज़ेब की डेथ के बाद अलग-अलग इंडिपेंडेंस स्टेट बन गए थे जिम से एक हैदराबाद भी था तो हैदराबाद के जो निजाम थे वो किसके अंदर कम करते थे मुगलो के अंदर कम करते थे और आपका जो बैटल ऑफ बक्सर हुआ था उसमें शाह आलम उसमें शाह आलम सेकंड के साथ शाह आलम सेकंड के साथ ऑलरेडी रॉबर्ट क्लाइव की टूटी हो चुकी है और शाह आलम सेकंड है कौन है मुगल रोलर है तो रॉबर्ट क्लाइव कहता है शाह आलम सेकंड को की तुम मुगल रोलर हो और निजाम तो तुम्हारे अंदर ही कम करते हैं तो तुम निजाम को बोलो की नादान सरकार का रीजन वो हमको दे दे निधन सरकार का रीजन हमको वह दे दे ऐसा रॉबर्ट क्लाइव ने शाह आलम को कहा तो शाह आलम ने एक डिग्री शाह आलम ने एक डिग्री या एक नोटिफिकेशन जारी किया की आज से नादान सरकार का जो रीजन है वो ब्रिटिशर्स के पास में है वो किसके हाथ में आएगा ब्रिटिश के हाथ में आएगा ऐसा एक डिग्री शाह आलम सेकंड इशू करते हैं अब यह बात तो वही हो गई की मेरे पास एक कर थी ठीक है मेरे पास एक कार्ड थी और मेरी चोरी कर ली किसने निजाम ने ठीक है और मैंने अपनी वो कर जो है वो रेंट पे दे दी है ब्रिटिश को ठीक है मैंने अपनी कर जो है वो रेंट पे दे दिए ब्रिटिशर्स को और वही कर मेरे चोरी हो चुकी निजाम के ऊपर मतलब अब ब्रिटिशर्स और निजाम आपस में निपट लेने की वो कर किसके पास रहेगी बिल्कुल वही कंडीशन हुई की निधन सरकार का जो रीजन था वो शाह आलम द्वितीय के अंतर्गत आता था मगर मतलब मुगल टेरिटरी के अंदर आता था लेकिन उसपे कब्ज किसका था निजाम का तो यहां पे डिग्री जारी की गई की हम जो नादान सरकार का रीजन है वो ब्रिटिशर्स को देते हैं अब ब्रिटिशर्स तो निजाम निपट लेने तो जो रॉबर्ट क्लाइव निजाम के पास जाकर का रीजन हमको दे दो तो यहां पर रतन सरकार का रीजन देने से निजाम माना कर देते हैं तो रॉबर्ट क्लाइव जो है वो बैटल के लिए तैयार हो जाता है वो तो लड़ने के लिए वैसे ही बड़ा ही तैयार टाइप का व्यक्ति राहत है ना की भाई हम तो लाड लेंगे हमें तो पता है की हमारी टेरिटरी तो काफी स्ट्रांग है और हम तो बच्चा ही लेंगे अपनी टेरिटरी को लेकिन निजाम जानता है की हमारी हालात थोड़ी सी तंगी है हमारी अर्थ अवस्था भी थोड़ी सी कमजोर है और हम ब्रिटिशर्स को सामना तो नहीं कर का सकते अगर हम लड़ाई लड़ेंगे तो बिल्कुल पक्की सी बात है हम हर जाएंगे हमारी काफी ज्यादा नुकसान भी होगा खर्चा भी होगा और उसके अलावा निधन सरकार का रीजन भी चला जाएगा तो इसलिए निजाम कहता है की ठीक है हम आपको नजर सरकार के रीजन से आपकी रोड बनाने की आपकी जो रूट बनाने की परमिशन देते हैं ठीक है ऐसा बोलना है निजाम उसे समय हैदराबाद का कौन होता है वो भी आप देख लीजिए आशाब जहां सेकंड ठीक है आशाब जहां सेकंड इस समय है निजाम ऑफ हैदराबाद ठीक है और रॉबर्ट क्लाइव उसने परमिशन दे दी है की ठीक है अपना धन सरकार से आप टेरिटरी बना लीजिए अब मतलब उससे रूट बना लीजिए लेकिन बदले में कुछ पैसा दे दो थोड़ा बहुत रेंट पे कर दो तो कहता है ठीक है 700000 ले लो ठीक है 7 लाख रुपए आप ले लो नजर सरकार का रीजन हमारा और हम यहां से अपना रूट बना लेंगे तो इस तरीके से यहां पर निजाम और ऑफ निजाम ऑफ हैदराबाद और रॉबर्ट क्लाइव के बीच में एक समझौता यहां पर हो जाता है तो एक तरीके से आप का सकते हैं की जो निजाम है और आपका ब्रिटिश है वो एक एलॉयज में एक ग्रुप में शामिल हो चुके हैं तो एक ग्रुप बन चुका है निजाम है और जिसमें और एक ब्रिटिशर्स हैं निजाम में और ब्रिटिशर्स हैं एक ग्रुप में शामिल हैं ठीक है अगली बात देखते हैं मराठा उसके बड़े में तो मराठा जो है वो समय-समय पर मैसूर पे अटैक करते रहते हैं मराठस जो है वो समय-समय पर अटैक करते रहते हैं और मराठस जो है वो मैसूर के खिलाफ है तो मराठस भी इन्हीं एलियंस में शामिल है मराठा निजाम और ब्रिटिशर्स की एलियंस है मराठा निजाम और ब्रिटिशर्स की एलियंस और ना चाहते हुए भी जो कर्नाटक नवाब है वो तो इसका साथ देंगे क्योंकि बाला झा को नवाब बनाया किसने है तो देखो एक ग्रुप बन गया है मराठस नवाब ऑफ कर्नाटक और निजाम ऑफ हैदराबाद और ब्रिटिशर्स अगेंस्ट डी मैसूर रोलर मतलब हैदर अली हैदर अली अगेंस्ट उन्होंने टीम अप कर लिया है अब हैदर अली जो हम हैं तो हैदर अली भी काफी स्ट्रांग व्यक्ति है काफी दूरदर्शी है बहुत दूर का सोचता है तो यहां पर हैदर अली जो है वो मराठाओं से बात करता है हैदर अली जो है मराठाओं से बात करता है की देखो यार मराठस देखो यार मराठा तुम लोग तो जब चाहे जो है वो हम लोग पे हमला करते रहते हो टैक्स के लिए हमारी टेरिटरी को कब्ज करते हो है ना और ये सब तो हमारा चला ही राहत है तो एक कम करो तो हमारा जो नादान पोर्शन है हमारा जो मैसूर का थोड़ा सा नादान पोर्शन है हमारी टेरिटरी का वो थोड़ा सा तुम ले लो और 30 लाख रुपए ले लो तुम 30 लाख रुपए ले लो मराठा तो थोड़ा सा हमारी टेरिटरी ले लो लेकिन ये लड़ाई झगड़ा बैंड करो ये गौरव बैंड करो ठीक है हम तुमसे लड़ना नहीं चाहते हमारे पास इतना समय नहीं है की हम बार-बार तुमसे लड़ाई करें ऐसा हैदर अली जो है वो मराठा से बोलना है ठीक है हैदर अली ने यह बात मराठा से बोली तो मराठा किसने बोला ठीक है तुम 30 लाख रुपए दे दो थोड़ी सी डायरेक्टर ही दे दो हम लड़ाई नहीं करते और तुम्हारे ग्रुप में शामिल हो जाते हैं तो यहां पर देखो ग्रुपिंग चेंज हो गई है यहां पर जो है वो ग्रुपिंग थोड़ी सी चेंज हो गई अब मराठस जो हैं ठीक है क्योंकि मराठाज ने मराठस को हैदर अली ने 30 लाख का ऑफर और नॉर्दर्न मैसूर कुछ कुछ रीजन मराठस को देने के लिए वो एग्री हो गया है तैयार है और मराठा को बोल रहा है की तुम ब्रिटिशर्स का साथ मत दो हम कोई लड़ाई लड़ाई नहीं करते हैं अपन सब सेटल कर लेते हैं तो बिल्कुल मराठा उसने बोला ओके तो आप मराठस और हैदर अली साथ में है और दूसरी तरफ कौन है तो दूसरी तरफ आपको अभी कर्नाटक के नवाब देखने को मिल रहा है निजाम ऑफ हैदराबाद देखने को मिल रहा है और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मिल रही है यह दो ग्रुप आपको देखने को मिल रहा है अब हैदर अली जो है स्मार्ट है वो व्यक्ति तो भाई हैदर अली अब निजाम के पास जाता है हैदराबाद के निजाम और हैदराबाद के निजाम से बोलना है की यार तुम आर को को चाहते हो ना तुम यहां पर तुम्हारी तो दुश्मनी चल रही है ऑलरेडी जो आपकी कर्नाटक का नवाब है क्योंकि आप लोग को जब पता होगा जब सेकंड नंबर का आपका यहां पे कार्नेटिक वार होता तो सेकंड नंबर के कार्नेटिक वार का रीजन ही क्या होता है सेकंड नंबर के कार्डियक वार का रीजन होता है की हैदराबाद का निजाम कौन बनेगा और कर्नाटक का नवाब कौन बनेगा यह बात मैंने आपको पहले ही बताई थी तो इन लोगों की दुश्मनी पहले से ही है इन लोगों की दुश्मनी तो पहले से ही है हैदराबाद के निजाम और कर्नाटक के नवाब की तो यहां पे निजाम को ऑफर दिया गया निजाम को ऑफर किसने दिया हैदर अली ने दिया की हम तुम्हारा सहयोग करेंगे हम तुम्हारी हेल्प करेंगे और आर को का जो टेरिटरी है जो कार्नेटिक का रीजन है कर्नाटक के नवाब को हराकर वो रीजन वो टेरिटरी तुमको लाकर देंगे तो निजाम खुश ओके ओके बिल्कुल वेरी गुड वेरी गुड हमको तो वो टेरिटरी चाहिए ही है तो हम यहां से अब इनका ब्रिटिशर्स का साथ नहीं देंगे हम तो तुम्हारा साथ देंगे तो निजाम ऑफ हैदराबाद अब इसने कहा की हम तुम्हारा साथ देंगे तो देखो एलियंस में थोड़ा सा चेंज हुआ है अब एलियंस कौन बन गई है हैदराबाद सॉरी हैदर अली ठीक है मैसूर वाले निजाम ऑफ हैदराबाद और मराठस इन लोगों ने हाथ मिला लिया है अगेन डी ब्रिटिशर्स अगेंस्ट डी ब्रिटिशर्स अब यहां पे लड़ाई शुरू हो रही है और जो लड़ाई शुरू हो रही है तो इन लोगों की जो कंबाइन आर्मी हैं ये लोग मद्रास तक पहुंच जाते हैं और मद्रास को कैप्चर कर लेती है लोगों की जो कंबाइन आर्मी है वो मद्रास तक पहुंच जाति बहुत क्लोज पहुंच जाति है मद्रास को कैप्चर करने वाली ही होती है और ब्रिटिशर्स डर जाते हैं की यार मद्रास की टेरिटरी तो गई मद्रास तो हाथों से गया तो यहां पर हैदर अली को बुलेट हैं की देखो हम लोग त्रुटि कर लेते हैं पीस एग्रीमेंट कर लेते हम लोगों को लड़ाई झगड़ा नहीं चाहिए तो यहां पे जो फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार है उसका और होता है विद डी त्रुटि ऑफ मद्रास बात समझ में आई तो हमने क्या कहानी समझी की जो फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार है फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार इसकी शुरुआत 176 से होती है और 1769 में ये खत्म होता है विद डी और ऑफ किस ऑफ मद्रास हैदर अली और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में साइन होती है कब होती है 4 अप्रैल को फोर्थ ऑफ अप्रैल 1769 में और इसमें दोनों के बीच में क्या टूटी साइन होती की दोनों के पास जो भी एक दूसरे के कैदी हैं जो प्रिजनर्स हैं हम एक दूसरे को वापस कर देंगे और जो भी एरिया हमने एक दूसरे का कैप्चर किया है वो भी हम यहां पर रिटर्न कर देंगे इस तरीके से ये ट्रीटी ऑफ मद्रास होती है और इससे पूरे बैटल में आप देखेंगे फर्स्ट एंगल मैसूर बैटल में एक तरीके से जीत किसकी होती है हैदर अली की यहां पर जीत होती है तो पहले बैटल यहां पे खत्म होती है आई अब हम बात करते हैं यहां पर अगली बैटल के बड़े में सेकंड एंग्लो मैसूर वार के बड़े में अच्छा ये जो फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार हुआ जिसमें मद्रास की टूटी हुई उसे टूटी में ये बात भी कहीं गई थी की अगर कोई भी इनवेडर आता है कोई भी आपकी टेरिटरी या हमारी टेरिटरी में हमला करता तो हम एक दूसरे की मदद करेंगे हम एक दूसरे के क्या करेंगे फॉरेन अटैक के समय एक दूसरे की मदद करेंगे मतलब मैसूर के रीजन में अगर कोई हमला करेगा तो ब्रिटिशर्स मदद करेंगे और ब्रिटिशर्स के टेरिटरी में कोई हमला करेगा तो मैसूर हैदर अली जो है वो संभालेगा इस तरीके से मद्रास की टूटी साइन हुई थी बट सेकंड एंग्लो मैसूर वॉकम एन बैकग्राउंड आपको समझते हुए क्या वजह थी की जो सेकंड एंग्लो मैसूर वार हो गया तो बैकग्राउंड यहां समझते हैं तो पहले रीजन ये होता है की पहले होता यह है की मैसूर पे हमला कर देते हैं मराठा क्योंकि मराठस को समय-समय पर हमला करते ही रहते हैं कोई नया बात नहीं था तो मराठाज ने हमला कर दिया किस पे मैसूर में 1771 में 1771 में और मैसूर के जो सुल्तान के हैदर अली हैदर अली ने हेल्प मांगी हैदर अली ने हेल्प इस्तेमाल की ब्रिटिशर्स ने और ब्रिटिशर्स ने जो है वो ट्रीटी का मद्रास को तोड़ दिया सिटी ऑफ मद्रास का वायलेशन किया और अपनी फोर्सेस को नहीं भेजो मैसूर के पास पहले रीजन आपको समझ में आया की इन्होंने ट्रीटी ऑफ मद्रास जो साइन हुई थी तो ट्रीटी का मद्रास में ये बात की गई थी की कोई भी व्यक्ति हम पर अटैक करता तो आप हमारी मदद करोगे तो ब्रिटिशर्स ने मदद नहीं भेजी जब मराठा उसने मैसूर पे हमला किया तो मैसूर की सुल्तान ने सोचा ओके तुमने मदद नहीं की है तुमने त्रुटि को ब्रिज किया है हम तो तुमसे बाद में निपटेंगे फिलहाल हम मराठा से निपटते तो मराठा से बोला यार तुम फिर ए गए हम पर हमला करने चलो एक कम करो ये लोग 36 लाख रुपए रखो 36 लाख है वो चुप हो जाते हो लड़ाई बैंड हो जाति है लेकिन हैदर अली तो गुस्सा आया हुआ है की भाई हम पर जब मराठा ने हमला किया तुमने तो हमारी मदद नहीं कारी ऊपर से क्या होता है ऊपर से देखिए ऊपर से जो ब्रिटिशर्स होते हैं वह माहे को कैप्चर कर लेते हैं माहे माहे आप सभी को पता है की पांडिचेरी पांडिचेरी का वर्तमान में हिस्सा है बट ये फ्रांसीसीज ने कब्जाया हुआ था और महेन जो था वो हैदर अली की तेरटे का हिस्सा था भले ही माहे जो था एक को था वहां से फ्रांसिस जो थे वो ट्रेडिंग किया करते थे फ्रांसीसी जो है वो माहे से क्या करते थे ट्रेडिंग करते थे तो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1779 में 1779 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने कब्जा कर लिया किस पे कैप्चर कर लिया माहे को माहे किसकी टेरिटरी थी हैदर अली की टेरिटरी थी तो ये दो रीजन होते हैं जिसके करण सेकंड एंग्लो मैसूर वार शुरू होता है तो मैंने आपको दोनों रीजन बता दिए हैं एक तो त्रुटि ऑफ मद्रास का ब्रीच किया गया और दूसरा मां है जो की हैदर अली की टेरिटरी थी उसे पे को कैप्चर करने का कम ब्रिटिशर्स ने किया इस तरीके से आपका सेकंड एंग्लो मैसूर वार की शुरुआत होती है ठीक है सेकंड एंग्लो मैसूर वार की शुरुआत होती है और यह बैटल जो है वो 1780 से लेकर 1784 तक चला है 1780 से 1784 तक सेकंड नंबर का एंग्लो मशहूर वत चला है क्लियर इतनी चीज चलो अब कंडीशन देखते हैं अब टीम कैसे बनेगी चलो आईपीएल की तरह अब हम अपनी भी टीम बनाना शुरू करते हैं ओके है सो स्टार्ट करते हैं टी बैकग्राउंड आपको क्लियर हो चुका है की क्या-क्या कहानी यहां पर हो चुकी है तो ये बैकग्राउंड बेसिकली यहां पर लिखा हुआ है जो मैंने अभी आपको कहानी सुने है इंग्लिश कैप्चर ऑफ मां है इसलिए इमीडिएट रीजंस होते हैं सेकंड एंग्लो मैसूर वार के 1780 से 1784 के बीच में आपकी बड़े में तो एलियंस में क्या होता है हैदर अली जो है वो एलियंस बनाते हैं मराठस के साथ देखो मराठा ने हमला किया था और इन्होंने 36 लाख रुपए मराठा को दिए थे ठीक है ना तो यहां पे मराठा के साथ हैदर अली एलाइंस बनाते हैं और निजाम निजाम को तो लालच डीके रखा है ये हुआ है की भाई तो हमारे साथ लाडो तुम हमारे साथ लाडो और हम बदले जो आर्कोट की टेरिटरी वह तुमको दिलाएंगे है ना ये बात यहां पे ऑलरेडी डिसाइड करके राखी हुई है इसके अलावा यहां पे देखो 1775 के आसपास आप देखते हैं की एंग्लो मराठा वार में शुरू हो जाते हैं और एंग्लो मराठा बॉर्डर जब शुरू हो जाएंगे तो ऑब्वियस सी बात है जो मराठाज है वो ब्रिटिशर्स का साथ तो नहीं देंगे ये दो रीजन होते जिसके करण मराठा जो है वो हैदर अली का सहयोग करते तो यहां पर एक टीम बन चुकी है हैदर अली है मराठा है और निजाम है अगेंस्ट ब्रिटिश अगेंस्ट डी ब्रिटिशर्स ये फाइट होती है अब इन तीनों की जो कंबाइन आर्मी होती है ना वो अटैक कर देती है कार्नेटिक रीजन पे क्योंकि ये लोग कैप्चर करना चाहते हैं कार्नेटिक रीजन की कैपिटल आर को को ठीक है तो यहां पर इन तीनों की जो कंबाइन आर्मी है वह हमला करती है आर्कोट पर आर को का कैप्चर कर लेती है और जो वहां पर इंग्लिश आर्मी का कमांडर होता है करनाल वाली उसे डिफीट कर देते हैं यह लोग 1781 में बात समझ में आई मराठा निजाम और हैदर अली ने अटैक किया किस पे आर कोर्ट पे और रिकोड को कैप्चर किया और उन्होंने ब्रिटिश कमांडर कॉर्नर वाली को 1781 में हराया ठीक है अब इसके बाद यहां पर जब ये खबर बंगाल तक पहुंचे तो बंगाल तक ये इनफॉरमेशन जब पहुंचे की देखो यहां पर पावर बाढ़ रही है और इन तीनों ने एलियंस बनाई है इन लोगों की एलियंस को तोड़ना बड़ा जरूरी है हमें निजाम हैदराबाद और मैसूर जो हैदर अली है उन तीनों को अलग करना पड़ेगा इन लोगों को कमजोर करना पड़ेगा तभी हम अग्नि अगली बटर जो है वो जो जीत सकते हैं तो इसलिए अब यहां पर अगले कमांडर सर को भेजो जाता है और सर कम क्या होता है सर निजाम को अपने फीवर में करना डिच करना हैदर अली से तो वह बिल्कुल मराठस को निजाम को लालच देते हैं और लालच देने के बाद सर रिको जो है वह हैदर अली और निजाम हैदर अली सॉरी मराठस और निजाम को अपने फीवर में कर लेते हैं हैदर अली से अलग कर देते हैं तो यही चीज लिखिए इन डी मीन टाइम डी इंग्लिश अंदर साइड बर्ड अंडर्टर्ड हैदर फेस डी इंग्लिश बॉली ओनली तू सपोर्ट एन डिफीट आते पोर्टोनोवा तो यहां पे पोर्टोनोवा का युद्ध होता है 1781 में पुर्तगाल जो है वो वर्तमान में तमिलनाडु में है और पुर्तनोवा का युद्ध जो होता है वो हैदर अली हर जाता है हैदर अली यहां पर फोटो नोवा का युद्ध हो जाता है हर जाता है और फिर बाद में क्या होता है 1782 में हैदर अली की कैंसर के करण डेथ हो जाति है तो पूरा ये जो सेकंड एंग्लो मराठा वार है इसका अब रिप्रेजेंट कौन करेगा तो इसको रिप्रेजेंट अप करेंगे टीपू सुल्तान अब टीपू टीपू ने रहे हैं टीपू सुल्तान बन गए हैं और वो सेकंड एंग्लो मराठा एंग्लो मैसूर वार को जो है वो लीड कर रहे हैं और लगातार एक साल तक जो है कई साड़ी बटर जो है वह टीपू सुल्तान और ब्रिटिशर्स के बीच में लड़ी जाति है लेकिन उसका कोई भी रिजल्ट नहीं निकलता और जब कोई भी रिजल्ट नहीं निकलता तो फाइनली 1784 में एक कृति साइन होती विच इस त्रुटि ऑफ मंगलूर त्रुटि ऑफ मंगलौर यहां पर साइन की जाति है और ट ऑफ मंगलूर के अकॉर्डिंग के लिए दोनों जो हैं टीपू सुल्तान भी ब्रिटिशर्स भी एक दूसरे की टेरिटरी को वापस लोटा देते हैं एक दूसरे की जो भी टेरिटरी हमने कैप्चर की है वो हम आपको क्या करते हैं वापस लोट आते हैं तो इस तरीके से आपकी सेकंड एंग्लो मैसूर वार भी खत्म होती है तो समझ आया फर्स्ट एंग्लो मे और और जो थी वो कैसे खत्म हुई थी तो फर्स्ट एंग्लो मैसूर वार जो है वो ट्रीटी ऑफ मद्रास से खत्म हुई थी और जब त्रुटि ऑफ मद्रास को ही ब्रिज कर दिया गया तो सेकंड एंग्लो मैसूर वार शुरू हुई और सेकंड एंग्लो व्हाट जो है वो ट्रीटी का मंगलौर से खत्म हुए तो ट्रीटी ऑफ मंगलूर से खत्म हुई 1784 में ठीक है ओके अब अगला कहानी समझना से पहले थोड़ा सा कहानी आप यहां पर देखिए थोड़ा सा आपको मैप में जाना पड़ेगा मैं आप एक गंदा सा मैं बनाने की कोशिश करती हूं क्योंकि मेरी ड्राइंग भगवान भरोसे भरोसे हैं बिल्कुल ठीक है ये हमारा साउथ इंडिया या पैनल सोलर इंडिया का हिस्सा है ठीक है इसमें ये पुरी टेरिटरी जो है वो मैसूर की है ये पुरी टेरिटरी मैंने बना दी है मैसूर की है इसमें से ये जो है छोटा सा ये कोचीन है और कोचीन पे भी कब्ज किसका है मैसूर का है मतलब मैसूर की टेरिटरी कोचीन भी है ठीक है अब ये जो नीचे का रीजन है ये वाला ये जो रीजन है ये मैंने शेड कर दिया ये जो रीजन है कौन सा रीजन है ये आपका आता है ठीक है तो मैसूर के जो हैदर अली टीपू सुल्तान है हैदर अली तो 1782 में मारे गए हैं मतलब कैंसर के करण मा गए ठीक है तो अब टीपू सुल्तान जो है वो अगले सुल्तान है आपके मैसूर किंगडम के तो मैसूर तो ऑलरेडी कोचिंग का ही हिस्सा है मतलब सॉरी का हिस्सा है अब मैसूर सुल्तान मतलब टीपू सुल्तान है वो त्रवंकोर पे भी कब्ज करना चाहते अब अपनी एलियंस को ये बढ़ाना चाहते हैं तो इस बार का डर जो है वो के राजा को है और के उसे समय जो राजा होते हैं उनका नाम होता है धर्मराज क्या समझा आपने त्रवंकोर के राजा का नाम क्या है धर्मराज है और ये काफी डेयर हुए हैं की कहानी टीपू सुल्तान जो है हमारे टेरिटरी पे कब्जाना कर ले तो जैसे की ग्रेट वॉल ऑफ चीन है ना वैसे ही द्रव्यमान कर के राजा यहां परफोर्टिफिकेशन करने का कम मतलब एक ग्रेट वॉल बनाने का कम करते हैं क्या करते हैं एक ग्रेट वॉल बनाने का कम करते हैं जिसको हम लाइन के नाम से जानते हैं जिसको हम क्या कहते हैं त्रवंकोर लाइंस के नाम से जानते हैं और अगर हम तमिल भाषा में बात करें तो जिसको हम ने डन दे डन नायडू कोटा निगम कोटा के नाम से जानते हैं तो यहां पे जो जवान कर के राजा है एक बार फिर से मैं बना डन क्या यहां पर ये मैसूर है ये कोच्चि है और है यहां पे फोर्टिफिकेशन करना चाहते हैं एक बाल बनाना चाहते हैं जिससे अपनी टेरिटरी को ये टीपू सुल्तान से प्रोटेस्ट कर सके जिससे हम प्रवाह को लाइन कहते हैं जिसको हम तमिल भाषा में दूसरी भाषा में कोटा के नाम से जानते हैं तो यहां पे जो धर्मराज है धर्मराज है धर्मराज वह निदु कोटा बनाना चाहते हैं तो यहां पर कोचीन के पास यहां पर कोचीन के पास दो फोर्थ आते हैं दो केले आते हैं ठीक है जिसके करण अब वो सोचते हैं की अगर ये दोनों केले में खरीद लेट हूं तो मेरा जो किलाबंदी है जो मेरा फोर्टिफिकेशन है वो बहुत स्ट्रांग हो जाएगा और मैं बहुत स्ट्रांग वॉल्यूम को लाइन या निधन कोटा को क्रिएट कर सकता हूं और अपनी टेरिटरी को टीपू सुल्तान से बच्चा सकता हूं तो वो पता करता है की यार ये फोर्थ कौन-कौन से हैं और किसके अंदर आते हैं तो उसको पता चला है की ये दोनों जो वोट है दोनों फोर्थ का नाम है एक तो एक कन्नौज फोर्ट एक फोर्ट का नाम क्या है कन्नौज फोर्ट है ना फोर्ट एक फोर्ट का नाम है कन्नौज फोर्ट और दूसरे फोर्ट का नाम है जल दाल कोटल को और दाल पोर्टल को ये खरीदना चाहता और पता चला है की ये जो लोग रिपोर्ट है वो दुष्ट टेरिटरी के अंदर है किसके हैं ये डक के हैं तो डक के पास है और कहता है की कमांडर तो ऑलरेडी कोड की सी में थे और उनको बोलना है की मैं ये दोनों रिपोर्ट को वोट को खरीदना चाहता हूं तो वह खरीद लो यह पैसा दो और इतना पैसा दो और खरीद लो तो ये खरीद लेते हैं और यहां पे फोर्टिफिकेशन करना शुरू करते हैं और जब फोर्टिफिकेशन कर रहे होते हैं ना जब किलाबंदी कर रहे हैं जब किलाबंदी कर रहे हैं तो गलती से क्या होता है कुछ टेरिटरी अब ऐसा तो है नहीं किला है और केले से जब बाउंड्री आप बना रहे हो इस तरीके से तो कुछ टेरिटरी कोचीन की भी ए रही है कोचीन जो है वो टीपू सुल्तान का है तो यहां पर टीपू सुल्तान कहते हैं की त्रवंकोर के राजा ने गलत तरीके से मेरी टेरिटरी में घुसने की कोशिश की है मेरी टेरिटरी में घुसने की कोशिश की है और हमारे जो सावरेन राइट है उसको वायलेट करने का कम किया है और ये हमला करने की पॉलिसी बना लेते हैं कौन टीपू सुल्तान ठीक है इतनी चीज ठीक है एक ग्रुप में हो गए हैं तो अब यहां पर आईपीएल की टीम वापस से बन रही है तो त्रिवेंद्र के राजा और ब्रिटिशर्स एक ग्रुप में है और दूसरी तरफ है टीपू सुल्तान और यहां से शुरू होती है थर्ड एंग्लो मैसूर वार क्लियर हो गया थर्ड एंग्लो मैसूर वार की शुरुआत कैसे हुई ठीक है अब देखिएगा निजाम और मराठा तो ऑलरेडी जल रहे हैं एकदम जल्द के रख हो रहे हैं की यार ये टीपू सुल्तान तो बहुत अच्छा कम कर रहा है इसकी तो जो मतलब टेरिटरी है वो लगातार ग्रोथ कर रही है काफी रिच है ये लोग तो यहां पर देखिएगा अब ये जो त्रवंकोर के राजा है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी है हैदराबाद के निजाम है और मराठस है ये सभी लोग एक आईपीएल की टीम बना लेते हैं अगेंस्ट डी टीपू सुल्तान अगेंस डी टीपू सुल्तान और यहां पर तीसरी नंबर के एंग्लो मराठा वार की शुरुआत होती है ठीक है 1790 में टीपू सुल्तान डिफीटेड डी ब्रिटिश आर्मी अंदर जनरल मीडोज तो यहां पे जनरल मिडल्स जो की ब्रिटिश आर्मी को लीड कर रहा होता है तो टीपू सुल्तान उसको 1790 में हटा देता है हर देता है तो यहां पर अब भेजो जाता है लॉर्ड कार्नवालिस को तो लॉर्ड कार्नवालिस एक पॉलिसी बनाता है और लॉर्ड कार्नवालिस छोड़ना है की हम वेल्लोर से होते हुए हम वेल्लोर से होते हुए बेंगलुरु पे कब्ज करेंगे ठीक है ना हम पहले अंबर में जाएंगे अंबर से हम बेल और मैं एंट्री लेंगे और बेलूर से हम सीधे बेंगलुरु पे कब्ज करेंगे इस तरीके से पॉलिसी लोट कार्नवालिस बनाता है 791 में और फिर धीरे से हम जो मैसूर की कैपिटल हिस्ट्री रंगपत नाम उसको भी चारों तरफ से घर लेंगे इस तरीके से पुरी पॉलिसी थी मतलब अंबर में जाएंगे अंबर को कब्ज किया फिर वेल्लोर में कब्जा करेंगे फिर बैंक बेंगलुरु को कैप्चर करेंगे बेंगलुरु को कैप्चर करने के बाद जो श्री रंग पटना में जो की टेरिटरी है उसको हम धीरे से क्या करेंगे पुरी तरीके से घर लेंगे मतलब टीपू सुल्तान को गर्ने का प्लेन जो है वो लॉर्ड कार्नवालिस ने बना लिया ओके बढ़िया अच्छा किया और बिल्कुल ऐसा ही किया एम बोर्ड पे गए बेंगलुरु पे गए और बेंगलुरु को भी कैप्चर कर लिया 791 में ठीक है ना और कैप्चर करने को और इसमें जो है वो टीपू सुल्तान की हर हुई इसमें टीपू सुल्तान की क्या हर हुई क्योंकि जो अपोजिशन था उसमें प्रवंकोर भी है निजाम भी है मराठस भी है और बिचर्स की बहुत बड़ी आर्मी भी है तो टीपू सुल्तान की हर होती है यहां पर थर्ड बैटल ऑफ एंग्लो मराठा बैटल में थर्ड एंग्लो मराठा विटल में क्या होता है मैं सुर के जो सुल्तान है टीपू सुल्तान उनकी हर होती है इसलिए टीपू सुल्तान को एक त्रुटि साइन करनी होती है वेरी इंपॉर्टेंट ट्रीटी ऑफ श्री राम पटनम त्रुटि ऑफ श्री रंगपत्तिनम यहां पे साइन होती है 792 में याद रखेंगे वेरी इंपॉर्टेंट है 1792 में ट्रीटी का श्री डक पटनम साइन होती है अब स्थिति में देखो क्या-क्या होता है बड़ा ही मजेदार यहां पे सीन देखने को मिलेगा जैसे की कॉफी टेबल होती है ना बीच में हमने यहां पे टेबल और कॉफी टेबल और चारों तरफ हमने बिठा दिया है अलग-अलग लोगों को एक तरफ है मराठा एक तरफ है यहां पे ब्रिटिशर्स और एक तरफ है ये निजाम ठीक है बिठा दिया और बीच में रख दिया है मैसूर जिसको जो लेना है समझ लो तो ये जो टेरिटरी दिखे रही है ये वाली ये मराठा ले लेते हैं ये टेरिटरी किसने ले ली है ठीक है ब्लू कलर की दिखाई दे रही थी ये टेरिटरी निजाम ने ले ली है निजाम ले लिया और यह वाले जो टेरिटरी आपको दिखाई दे रही है ना यह किसने ले ली है ब्रिटिशर्स ने ले ली है इस तरीके से मैसूर की कुछ-कुछ हिस जो है टेरिटरी के वो श्रीरंगपट्टनम की त्रुटि में ले लिया गया मतलब आधा मैसूर जो है वो निजाम मराठा और निजाम मराठा और ब्रिटिशर्स ने आपस में बांट लिया ठीक है 1792 पटनम कौन-कौन से रीजन अगर लिए हैं वो भी देख लेते हैं तो 12 में है डिंडीगुल और मालाबार 12 में है डिंडीगुल मालाबार बैंड तू डी ब्रिटिशर्स यह जो टेरिटरी है 12 में है डिंडीगुल और मालाबार का रीजन है वो ब्रिटिशर्स के पास गया मराठस तो मराठा सर तुंगभद्र और उसके लिए ट्रिब्यूटरी के आसपास नदियों के आसपास के टेरिटरी है वो मराठस ने ले ली ठीक है इसके अलावा कृष्णा नदी और पनियार रिवर के बीच का जो रीजन था ये यहां पर किसने ले लिया निजाम ने ले लिया ठीक है इतना हुआ उसके बाद ब्रिटिशर्स ने बोला तुमने हमसे लड़ाई कारी हमसे फाइट करें हमको इस फाइट में इस लड़ाई में काफी नुकसान हुआ है तो इस वार का आपको कंपनसेशन तो देना पड़ेगा इस जो लाभ पर लड़ाई की है उसे वार का कंपनसेशन आपको देना पड़ेगा तो टीपू सुल्तान को टीपू सुल्तान ने कहा बताओ क्या देना है कितना पैसा देना है तो इसने कहा की आप ₹3 करोड़ दे दो ब्रिटिशर्स ने कितने रुपए मांगे हैं टीपू सुल्तान से 3 करोड़ और 3 करोड़ रुपए उसे समय टीपू सुल्तान के पास नहीं थे तो टीपू सुल्तान ने कहा की सुनो आप ये 1.5 करोड़ मतलब डेड करोड़ रख लो मैं डर करूं रुपए आपको कुछ समय में दे दूंगा ऐसा ब्रिटिशर्स को बोला तो ब्रिटिशर्स ने बोला ठीक है मैं डेड करोड़ रुपए रख लेट हूं लेकिन अब ये बच्चा हुआ डेड करोड़ 1.5 करोड़ कर आप कब देंगे इसके लिए कम करो आपके जो दोनों बेटे हैं ना उनको भी मेरे साथ भेज दो आप मुझे 1.5 करोड़ दे देना बदले में अपने बेटे वापस ले जाना तो टीपू सुल्तान के दोनों बेटों को होस्टेड बना लिया था ब्रिटिशर्स ने और इस तरीके से त्रुटि ऑफ श्री रंगपत्तिनम साइन हुई थी ड्यूटी ऑफ श्रीलंकानम आपको समझ में आई 792 में क्या-क्या कंडीशन थे कुछ समय बाद हैदर सॉरी हां टीपू सुल्तान ने कुछ समय बाद जैसे तैसे पैसे को कलेक्ट किया और 1.5 करोड़ जो बच्चे हुए थे वो ब्रिटिशर्स को दिए और अपने बेटों को वापस लेकर आए लेकिन ये जो टूटी हुई थी श्रीरंगपट्टनम की बहुत ही ज्यादा हमिलिटी थी बहुत ही ज्यादा अपमानजनक थी एक तो आपने टेरिटरी भी ले ली बच्चों को भी होस्ट बना लिया पैसे भी ले लिए तो बहुत अपमानजनक थी तो अब टीपू सुल्तान ने सोचा की मैं अपनी पावर को और भी ज्यादा बढ़ाऊंगा अपनी आर्मी को बढ़ाऊंगा और एकदम तैयार होके वापस से ब्रिटिशर्स के खिलाफ लड़ाई करूंगा मतलब मैं वापस से लड़ाई करूंगा ब्यूटीशंस के साथ क्लियर है तो थर्ड एंग्लो मैसूर वार आपको समझ में ए गई होगी ठीक है टीपू सुल्तान और लॉर्ड कार्नवालिस के बीच में हो रही है श्री रंग पटनम 792 में साइन हो रही है आई चौथ एंग्लो मैसूर वार के ऊपर हम थोड़ी सी चर्चा कर लेते हैं ठीक है अब यहां पे 92 से लेकर 99 तक 7990 792 से 79 तक यहां पे कुछ समय तक कुछ समय यहां पे टीपू सुल्तान को मिलता है अपनी आर्मी को ट्रेन करने के लिए अपनी आर्मी को और ज्यादा पावरफुल करने के लिए और अपनी एक एलियंस बनाने के लिए अब देखिएगा टीपू सुल्तान जो है ना वो अब इंटरनेशनल एलियंस बनाता है मतलब मैं आईपीएल की टीम बना रही हूं लेकिन अब उसमें सारे के सारे विदेशी प्लेयर्स को लेकर आऊंगी इंडियन प्लेयर्स है यही नहीं है विदेशी प्लेयर लेकर मैं अपनी टीम बनाऊंगी ठीक है तो यहां पर मैसूर यहां पर टीपू सुल्तान क्या करता है तो टीपू सुल्तान जानता है की फ्रांसीसी तो उसके साथ हमेशा थे फ्रांसीसी इसको बोला की आप हमारे सी को ट्रेनिंग करो गोला बारूद दो नई-नई गर्ल्स दो नए टेक्नोलॉजी दो है ना जो की हमें लड़ाई में मदद करें इसके अलावा जो टीपू सुल्तान था वो जानता था की नेपोलियन क्या कर रहा है ये बात भी उससे छुपी नहीं थी नेपोलियन क्या कर रहा था तो नेपोलियन उसे समय तक आप देखेंगे टीपू सुल्तान ने क्या किया था यहां पे सॉरी नेपोलियन ने अपना कैंपियन जो है वो स्टार्ट किया था ऑस्ट्रिया के अगेंस्ट और ऑस्ट्रिया को कैप्चर कर लिया था उसके बाद वो हीरो बन चुका था फ्रांस का नेपोलियन हीरो बन चुका था फ्रांस का इसके बाद नेपोलियन ने अपनी 38000 की सी को लेकर कैंपेन स्टार्ट किया था इजिप्ट में और इजिप्ट के जारी कैंपेन करने के बाद इजिप्ट को जीत तो इजिप्ट के बाद वो भारत में एंट्री करता और भारत में ब्रिटिश को यहां पे हर था तो यहां पर बिल्कुल एलियंस बनाई थी नेपोलियन के साथ फ्रांसिस के साथ है ना अफगानिस्तान अरब के साथ इस तरीके से टीपू सुल्तान ने पूरे फॉरेन प्लेयर्स को कर अपनी एक एलाइंस बनाई थी अगेन डी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो है वो धीरे-धीरे ए रहा है ना एकदम सीधे हमको भारत एंट्री लेना है उसका कैंपेन इजिप्ट में चल रहा है इजिप्ट को हराएगा और उसके बाद सिर्फ भारत में एंट्री लगा ठीक है और इन सारे कारनामा की जो भक थीम किसको ग रही थी लॉर्ड वेलेजली को ग रही थी मतलब ब्रिटिशर्स को इस बात की टीपू सुल्तान कोई ना कोई एलियंस हो फ्रांसिस के साथ बना ही रहा है इसके अलावा देखिएगा यहां पर जो फ्रांस था फ्रांस में रिवॉल्यूशन भी चल रहा था फ्रांसिस रिवॉल्यूशन जो समय चल रहा था और फ्रांस में चल रहा था की जो मोनार्की है जो राजशाही है ना उसको खत्म करना है और क्या लेकर आएंगे गणतंत्र लेकर आएंगे रिपब्लिक बनाएंगे रिपब्लिक बनाएंगे हम फ्रांस को तो इस तरीके से फ्रेंच रिवॉल्यूशन तो चल ही रहा है तो टीपू सुल्तान भी जैकोबिन क्लब बनाया उसने और जैक को बिन क्लब का मेंबर बन गया और अपने आपको यहां पे टीपू सुल्तान ने नागरिक टीपू डिक्लेअर किया अपने आप को क्या बोला सिटिजन टीपू नागरिक टीपू भी इसने अपने आप को कहा यह सब कम को क्यों कर रहा है इसलिए कर रहा है की वह फ्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी नेपोलियन क्योंकि नेपोलियन भी जैकोबिन क्लब का मेंबर था तो वो सबको ये बताना चाहता था की मैं भी गणतंत्र चाहता हूं मैं भी रिपब्लिक चाहता हूं मैं भी चाहता हूं की मोनार की खाता हूं आप लोग मेरा सपोर्ट करो हम वीडियो शेयर्स को हराएंगे और रिपब्लिक लेकर आएंगे ठीक है तो इस तरीके से वो जैकोबिन क्लब उसने बनवाया जैकोबिन क्लब का मेंबर बना फ्रेंच रिवॉल्यूशन को वो सपोर्ट कर रहा था उसने एक ट्री ऑफ लिबर्टी स्वतंत्रता का पेड़ ट्री ऑफ लिबर्टी मतलब स्वतंत्रता का पेड़ स्वतंत्रता का पेड़ भी उसने लगवाया श्रीरंगपट्टनम में और अपने आप को नागरिक टीपू सृजन टीपू कहा और इस सारे बटन के भक ग गई थी लॉर्ड वेलेजली को 798 में ठीक है लॉर्ड वेलेजली जो है वो 798 में आता है और इस सकसीड करता है किस सर्च ऑन सौर को ठीक है और उसको भक तो है तो ये टीपू सुल्तान को आके बोलना है क्योंकि ये लॉर्ड वेलेजली क्या लेकर आया था सब्सिडियरी एलाइंस लेकर आया था सहायक संधि लेकर आया था सहायक संधि लेकर आया था और इसने अपना पहले विक्टिम किस बनाया था हैदराबाद के निजाम को इतना अपना पहले व्यक्तिम हैदराबाद के निजाम को बनाया था और हैदराबाद का निजाम ने सब्सिडी एयरलाइंस 798 में ही जॉइन कर ली थी अब यहां पर टीपू सुल्तान के पास जाता है और कहता है की तुम सब्सिडियरी एलाइंस को जॉइन कर लो और टीपू सुल्तान साफा माना कर देता है की नहीं हमें कोई सब्सिडी एलाइंस जॉइन नहीं करनी और इस तरीके से चौथ नंबर का एंग्लो मैसूर वार शुरू होता है ठीक है इस तरीके से चौथ नंबर का एंग्लो मैसूर वार शुरू होता है और ये ज्यादा दिन नहीं लगभग 17 से 20 दिन के बीच में ये आपका चौथ नंबर का एंग्लो मैसूर अवार्ड चला है इसकी शुरुआत जो है 17th ऑफ अप्रैल है तो आपका एंग्लो मैसूर वार है वह खत्म हो जाता है इस चौथ नंबर के एंग्लो मैसूर वार में श्रीनगर श्रीरंगापटना जो मैसूर की कैपिटल थी उसको पुरी तरीके से कैप्चर कर लिया जाता है और टीपू सुल्तान यहां पे मारा जाता है टीपू सुल्तान यहां पे मारा जाता है ठीक है इस तरीके से चौथ नंबर का इंगेजमेंट का अंत होता है अब चौथ नंबर के एंग्लो मैसूर वार के बाद क्या अब यहां पे ग्रुपिंग के बड़े में बात कर लेते हैं अगेन आईपीएल की टीम के बड़े में तो चौथ एंग्लो मैसूर वार में एक तरफ तो टीपू सुल्तान है दूसरी टीपू सुल्तान के साथ फॉरेन एलियंस है जिसमें आपको फ्रांसिस देखने को मिलेंगे नेपोलियन अभी पहुंच नहीं है लेकिन इतनी कम समय में ये लड़ाई हुई की पुरी सी भी जो है वो टीपू सुल्तान की मदद के लिए नहीं पहुंच पे एक तरफ कौन है ब्रिटिशर्स हैं सॉरी एक तरफ कौन है ब्रिटिशर्स हैं हैदराबाद के निजाम है क्योंकि हैदराबाद के साथ सब्सिडी एलियंस तो कर ही ली है और एक तरफ है आपके मराठा ठीक है तो ब्रिटिशर्स निजाम मराठा एक तरफ फिर दूसरी तरफ टीपू सुल्तान है इन लोगों के कंबाइन आर्मी ने क्या कर इन दोनों इन लोगों की कंबाइन आर्मी ने श्रीरंगपट्टनम को कैप्चर कर ली और टीपू सुल्तान को मार दिया इस तरीके से चौथ नंबर का एंग्लो मैसूर वार खत्म हुआ अच्छा आप लोग के मां में डाउट आना चाहिए की ब्रिटिशर्स का सहयोग हैदराबाद के निजाम कर रहे हैं क्योंकि सब्सिडियरी एलाइंस जॉइन कर लिया है मराठस क्यों कर रहे हैं क्योंकि मराठस ने कहा ब्रिटिशर्स को की ठीक है हम तुम्हारा सहयोग करेंगे बदले में मद्रास की सॉरी आपका जो मैसूर की टेरिटरी है मैसूर की जो टेरिटरी है वो आप हमें देना इस तरीके से इन्होंने कहा था और एलियंस को साइन किया था क्लियर हो गई थी और इस तरीके से यहां पर चौथ नंबर का बैटल मैसूर को बीच में रखा जाता है और एक तरफ निजाम को बिठला जाता है एक तरफ मराठस को बनाया जाता है और एक तरफ ब्रिटिश होते हैं और अपने अपने टेरिटरी को वो कैप्चर करना शुरू करते हैं ठीक है ना यहां पर मराठस जो है देखो लॉर्ड वाली जाली ऑफर सुंडा और डी हर पानी जिला ऑफ मैसूर किंगडम तू डी मराठस तो यह सुना और हर पानी जिला जो है हमारा मैसूर किंगडम के वो मराठस को देते हैं मराठस माना करते हैं की हमको ये सब नहीं चाहिए निजाम को जो है वो गुड्डी और गम कुंदन देते हैं यह गुड्डी और गम कुंदन का जो एरिया है वो निजाम को बादल जाता है और ब्रिटिशर्स जो होते हैं वो बाई आर्ट कोयंबटूर द्वारा फोरम और श्रीलंका पटनम के टेरिटरी को कब्ज कर लेते हैं ठीक है इस तरीके से मैसूर जो है केवल इतना सा ही र गया है बाकी सर आप देखिएगा निजाम मराठा और ब्रिटिशर्स के कंट्रोल में ए चुका है अब मैसूर में इसके पहले कौन था हैदर अली के पहले मैंने आपको सिखाया था की हिंदू डायनेस्टी वार्ड डायनेस्टी के जो उसे समय छोटा एक मीनार रोलर था एक माइनर रोलर थे जिनका नाम तक कृष्णराज थर्ड जो की माइनर थे इनके साथ सब्सिडियरी एलाइंस जो है वो वेलाचेरी साइन कर लेट है और वो अब छोटे से रोलर है उनको ज्यादा समझ अभी है नहीं है तो कृष्णराज थर्ड जो है वो सब्सिडियरी एलाइंस जॉइन कर लेते हैं और मैसूर जो है वो भी सब्सिडियरी एलाइंस का हिस्सा 1799 में हो जाता है इस तरीके से चौथ नंबर के एंग्लो मैसूर वार भी खत्म होती है बिटवीन डी टीपू सुल्तान और लॉर्ड वेलेजली टीपू सुल्तान मैन जाते हैं कैपिटल श्री डक पटना को कैप्चर कर लेते हैं लॉर्ड वेलेजली और ये जो है वो वाडियार डायनेस्टी के राजा कृष्णा के साथ सब्सिडियरी एलाइंस को भी जॉइन कर लेते हैं तो यह आप लोगों ने देखा किस तरीके से अपने टेरिटरी को बढ़ाने का कम यहां पर किया गया तो चारों के चारों बैटरियों को एक साथ देख लेते हैं पहले बार जो है उसमें ब्रिटिश लड़ाई कर रहे हैं यहां पर साइन होती है और दोनों टेरिटरी दोनों कब्ज हुए टेरिटरी को वापस कर देते हैं अगली जो सेकंड बैटल होती है उसमें जो गवर्नर होता है वो वारेन हेस्टिंग होता है हैदर अली और टीपू सुल्तान दोनों लड़ाई करते हैं यहां पे ठीक है सुल्तान और वारेन हेस्टिंग के बीच में साइन होती है मतलब बेसिकली सर गुड और टीपू सुल्तान के बीच में साइन होती है जो टीपू सुल्तान है और कार्नवालिस है थर्ड बटर हो रही है थर्ड बैटल में होती है और चौथी बोतल जो होती है और टीपू सुल्तान की डेथ हो जाति है इसमें और उसके बाद मैसूर श्रीराम पटनम पे जो है वो वैली जेली का कब्जा हो जाता है और सब्सिडियरी एलाइंस का हिस्सा मैसूर हो जाता है तो इस तरीके से आपको ये संध्या याद रखती है किसके बीच में बैटल हो रही है कौन गवर्नमेंट है बस इतनी ही बातें आपको याद रखती है आई क्वेश्चंस देख लेते हैं और कैसे क्वेश्चन एग्जाम में बने हुए हैं पहले क्वेश्चन है हैदर अली मैसूर की गाड़ी पर कब बैठा व्हेन डिड हैदर अली सीट ऑन डी थ्रोन ऑफ मैसूर तो आंसर हो जाएगा 1761 में ठीक है ऑप्शन बी इसे डी राइट आंसर हूं वास डी ब्रिटिश गवर्नर जनरल ड्यूरिंग थर्ड एंग्लो मैसूर वार थर्ड एंग्लो मैसूर वार के समय कौन होता है गवर्नर तो कार्नवालिस होता है मतलब ऑप्शन ए सही हो जाएगा ठीक है ऑप्शन ए राइट आंसर यहां पर प्रिंट हो गया होगा गलत मैंने लिख लिया होगा बी कर लेना ठीक है राइट आंसर कैपिटल यहां पर खत्म हुआ आंसर हो जाएगा थर्ड बैटल ठीक है ना फर्स्ट बैटल में तो आपका ट्रीटी का मद्रास हुआ था सेकंड बैटल में ट्रीटी का मंगलौर हुआ था थर्ड बैटल जो था उसमें ट्रीटी ऑफ श्रीरंगापटना हुआ था और चौथ बैटल में तो टीपू सुल्तान की डेथ हो गई थी तो कोई भी ट्रीटी यहां पर साइन नहीं की गई थी ऑप्शन सी बिल्कुल करेक्ट हो जाएगा नेक्स्ट है ब्रिटिश गवर्नर जनरल ड्यूरिंग डी फोर्थ एंग्लो मैसूर वार चौथ नंबर का जब एंग्लो मैसूर वार हो रहा है तो उसे समय गवर्नर कौन है तो आंसर हो जाएगा और वेलेजली ने ही मैसूर के साथ जो है वो सब्सिडियरी एलाइंस या सहायक संधि को जॉइन किया था ठीक है ना ऑप्शन दी बिल्कुल करेक्ट हो जाएगा ठीक है दिस इस डी क्वेश्चन ऑफ डी दे की टीपू सुल्तान की टॉम मतलब समाधि कहां पर लोकेटेड है कहां पर है कोयंबटूर में है जो भी आंसर होगा वो आप हमें कमेंट क्षेत्र में बताएंगे ठीक है जो भी आंसर होगा आप हमें कमेंट में दीजिएगा सही आंसर भी मैं आपको वहीं पर प्रोवाइड कर दूंगी अगर आंसर नहीं पता है तो आप गूगल कर लीजिए गूगल में तो आपको सारे जानकारी मिल जाएगी ओके है सो मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में ऐसे ही हम तू डी पॉइंट दूसरा टॉपिक पर डिस्कशन करेंगे तब तक