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सबस्पेस का बीजगणित
Aug 3, 2024
Algebra of Subspace
परिचय
आज हम Algebra of Subspace सीखेंगे।
दो सबस्पेस को जोड़ने, घटाने, यूनियन और इंटरसेक्शन करने पर नया सबस्पेस कैसे बनेगा यह समझेंगे।
जीरो वैक्टर स्पेस
जीरो वैक्टर स्पेस में केवल एक वैक्टर होता है, जो जीरो होता है।
जीरो वैक्टर स्पेस और स्वयं वेक्टर स्पेस हमेशा सबस्पेस होते हैं।
इन्हें
Trivial Subspace
कहा जाता है।
अन्य सबस्पेस को
Non-Trivial Subspace
कहा जाता है।
सबस्पेस के गुण
यदि V1 और V2 दो सबस्पेस हैं, तो उनका इंटरसेक्शन V1 ∩ V2 भी सबस्पेस होगा।
इंटरसेक्शन V1 और V2 का सबसे बड़ा सबस्पेस होगा।
उदाहरण: R^2 में, यदि एक सबस्पेस X-Axis और दूसरा Y-Axis हो, तो उनका इंटरसेक्शन केवल जीरो वेक्टर होगा।
इंटरसेक्शन का सिद्धांत
V1 ∩ V2 सबसे बड़ा सामान्य सबस्पेस है।
यदि W एक सबस्पेस है जो V1 और V2 में है, तो W भी V1 ∩ V2 में होगा।
यूनियन का सिद्धांत
V1 और V2 का यूनियन V1 ∪ V2 सबस्पेस नहीं है।
यूनियन केवल तब सबस्पेस बनेगा जब V1 किसी भी तरीके से V2 को समाहित करता हो या इसके विपरीत।
उदाहरण: यदि V1 = X-Axis और V2 = Y-Axis हैं, तो V1 ∪ V2 सबस्पेस नहीं बनेगा।
यूनियन की शर्त
यदि V1 ∪ V2 सबस्पेस है, तो एक सबस्पेस दूसरे को समाहित कर रहा होगा।
V1 ⊆ V2 या V2 ⊆ V1 होना चाहिए।
n सबस्पेस का इंटरसेक्शन
n स बस्पेस का इंटरसेक्शन भी सबस्पेस होगा।
यह गुण तब भी लागू होता है जब n की संख्या सीमित हो।
निष्कर्ष
यूनियन और इंटरसेक्शन के बीच संबंध समझना महत्वपूर्ण है।
केवल तभी यूनियन सबस्पेस बनेगा जब उसमें से कोई एक सबस्पेस दूसरे को समाहित कर रहा हो।
अंत
इस विषय पर और विस्तार से चर्चा करेंगे।
कृपया ध्यान रखना कि यदि किसी को कोई दिक्कत है तो पूछ सकते हैं।
अगले पाठ में लिनियर कॉम्बिनेशंस पर चर्चा करेंगे।
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