डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का परिचय
डेटा और सूचना
- डेटा: रॉ फैक्ट्स और फिगर्स जिनका अपने आप में कोई मीनिंग नहीं होता।
- उदाहरण: 25, 45, आयुष, जनवरी, 85
- सूचना: प्रोसेस किया हुआ डेटा जो मीनिंगफुल होता है।
- उदाहरण: आयुष का स्कोर 85 जनवरी में और एवरेज स्कोर 45 है।
डेटाबेस और डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
- डेटाबेस: डेटा का ऑर्गेनाइज्ड कलेक्शन जिसे इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर और मैनेज करते हैं।
- उदाहरण: स्कूल लाइब्रेरी का डेटाबेस
- डीबीएमएस: डेटाबेस को मैनेज करने का सिस्टम।
- उदाहरण: MySQL, LibreOffice Base
डीबीएमएस के फायदे
- डेटा ऑर्गेनाइज होने के कारण सर्च और रिट्रीवल फास्ट होता है।
- मल्टीपल एप्लिकेशन्स के लिए डेटा शेयर कर सकते हैं।
- डेटा डुप्लीकेशन नहीं होता, जिससे मेमोरी सेव होती है।
- डेटा की कंसिस्टेंसी और एक्यूरेसी बढ़ती है।
- डेटा वैलिडिटी इंश्योर होती है।
- एक्सेस कंट्रोल और डेटा इंक्रिप्शन के जरिए सुरक्षा बढ़ती है।
डेटा मॉडल्स
- हायरा किकल डेटा मॉडल: डेटा को ट्री-स्ट्रक्चर में स्टोर किया जाता है।
- नेटवर्क डेटा मॉडल: डेटा ग्राफ या नेटवर्क के रूप में स्टोर होता है, अधिक फ्लेक्सिबल।
- रिलेशनल डेटा मॉडल: डेटा को टेबल्स में स्टोर किया जाता है।
रिलेशनल डेटाबेस की टर्म्स
- एंटिटी: रियल वर्ल्ड ऑब्जेक्ट की जानकारी।
- एट्रिब्यूट्स: एंटिटी की प्रॉपर्टीज।
- कीज:
- प्राइमरी की: यूनिक आइडेंटिफिकेशन के लिए उपयोग होती है।
- फॉरेन की: दूसरे टेबल की प्राइमरी की को रेफर करती है।
- कैंडिडेट की: संभाव्य प्राइमरी कीज।
- अल्टरनेट की: प्राइमरी की नहीं बनने वाली कैंडिडेट कीज ।
- कंपोजिट की: मिलकर बनने वाली प्राइमरी की।
डीबीएमएस के ऑब्जेक्ट्स
- टेबल्स: डेटा स्टोरेज के लिए।
- क्वेरीज: डेटा रिट्रीवल और अपडेट के लिए।
- फॉर्म्स: डेटा एंट्री के लिए।
- रिपोर्ट्स: डेटा प्रेजेंटेशन के लिए।
अध्ययन सुझाव
- प्रीवियस ईयर क्वेश्चंस की प्रैक्टिस करें।
- आईटी की ईबुक का उपयोग करें।
यह नोट्स डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की यूनिट की पढ़ाई में सहायक होंगे। प्रत्येक टॉपिक को ध्यान से पढ़ें और समझें। अधिक जानकारी के ल िए दिए गए लिंक और प्रैक्टिस मटेरियल का उपयोग करें।