मंगोल साम्राज्य का उत्थान और पतन
परिचय
- मंगोल साम्राज्य इतिहास के सबसे शक्तिशाली सा म्राज्यों में से एक था।
- लगभग आधी सदी में यह साम्राज्य पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के बड़े हिस्से पर फैल गया।
- चंगेज खान ने 13वीं सदी की शुरुआत में मंगोल जनजातियों का एकीकरण किया।
चंगेज खान का उदय
- चंगेज खान, जिनका वास्तविक नाम तेमुजिन था, का जन्म 1162 में बैकाल झील के पास हुआ था।
- चंगेज खान ने मंगोल जनजातियों को एकजुट किया और 1207 में अपनी सैन्य मुहीम शुरू की।
- मंगोल साम्राज्य ने शी जिया, तांगुत साम्राज्य, और जिन राजवंश पर हमला किया।
साम्राज्य का विस्तार
- 1218 में मध्य एशिया में विस्तार की शुरुआत हुई।
- मंगोल सेनाएँ पश्चिम की ओर बढ़ीं और रूस एवं क्राइमियन पेनिनसुला तक पहुंच गईं।
- 1240 में कीव (यूक्रेन) शहर को जला दिया गया।
कुबलाई खान और चरम शक्ति
- कुबलाई खान के अधीन, मंगोल साम्राज्य अपने चरम पर था।
- 24 मिलियन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर शासन।
स ाम्राज्य के पतन के कारण
- सत्ता का विभाजन पाँच अर्ध स्वतंत्र खान्टों में हुआ।
- कुबलाई खान के बाद साम्राज्य विभाजित हो गया।
- मंगोलों की सेना की क्रूरता और प्रभावशाली विस्तार नीति।
मंगोल साम्राज्य की विरासत
- यूरोप और एशिया में मंगोलों की विजय का प्रभाव।
- आज मंगोलिया का महत्व इतिहास में स्थायी है।
निष्कर्ष
- चंगेज खान की दृढ़ संकल्पना से मंगोल साम्राज्य का विकास हुआ।
- मंगोल साम्राज्य का इतिहास में अभूतपूर्व स्थान है।
Question: Discuss the Indo-Iranian relation followed by the Iranian invasion in the first half of the 6th century BC.