हेलो एवरीवन वेलकम टू मैंग्नेट ब्रेंज दिस इंद्र विख्रम और आज के वीडियो में मैं आपसे डिस्कुस करने जा रहा हूं चाप्टर 8 आपको यूरोप के एक नए एरा पर लेकर जा रहा है एक नए समय पर लेकर जा रहा है यह समय पिछले में से बहुत कुछ रिलेटेड है तो इस नए समय में जाने के पहले एक बार जो हमारा पिछला टाइम है यूरोप का उसको देखो जो पुराना टाइम है जिसके बारे में हमने अभी तक डिस्केशन किया है वो पुराना टाइम जो है वो यह कह रहा था कि यूरोप जो है उसमें फ्रूडलिजम की विवस्था थी फ्रूडलिजम यानि सामन्तवादी विवस्था अब सामन्तवादी विवस्था क् बटा हुआ था ठीक है एक लर्जी यानि जो रिलीजियस लीडर्स का ग्रुप है पोप लर्जी बिशप और दूसरा हमारा नोबल स्किंग्स और तीसरा हमारा ग्रुप था जिसको हम कह रहे थे थर्ड वर्ग थर्ड स्टेट यानि आम लोगों का ग्रुप कि ऊपर की जो दो ग्रुप थे प्रिविलेज थे सारे राइट्स उनके पास थे लायबिलिटीज नाम की थी तीसरा जो वर्ग था उसके पास बिल्कुल राइट्स नहीं थे लायबिलिटीज सबसे ज्यादा थी यानि वह एक ऐसा वर्ग था जिसको दोनों वर्गों की सबसे ज्यादा करना है सेवा सबसे ज्यादा देनी है लेकिन बदले में उसको मिलता क्या था सिर्फ उसका जीवन यापन करने के लायक रोटी ब्रेड ठीक है कि यह पूरी कहानी जो हो रही है वह हो रही है मिडेवियल टाइम पर कहां हो रही है मिडेवियल टाइम पर यानि यूरोप का वह समय जिसे हम कहते हैं मध्यकाल और ज्यादातर इस मध्यकाल को इस मिडेवियल टाइम को डार्क पीरियट के नाम से जाना जाता है अ क्यों dark period के नाम से जाना जाता है क्या कुछ ऐसा था इस काल में जो कि लोगों को नजर नहीं आया या फिर कुछ ऐसा था जिसने इनके vision को restrict कर दिया हो dark का मतलब अंधेरा अंधेरे का मतलब है कि हम कुछ देख नहीं पाते हैं बहुत आम भाषा में अगर उसको कहें तो यहां पर डार्क का मतलब क्या है यहां पर डार्क का मतलब है कि लोगों का जो इंटेलेक्शन लेवल था वह इंटेलेक्शन लेवल रिलीजियन और रिलीजियस डिनोमिनेशन से वाहर जाता ही नहीं था धर्व धर्म ने लोगों के लॉजिक रीजन्स पर एक तरीके से पट्टी बांधी थी ठीक है क्यों रियल सिटी खत्म हो गई थी क्यों कैसे कहां इस तरीके के प्रश्न समाज से लगभग खत्म से हो गए थे लोग क्वेश्चन नहीं करते थे और इसका रीजन खत्मा की मेडिवियल सोसाइटी में यह जो फ्यूडल कल्चर था इस फ्यूडल कल्चर में हमारा एक जो वर्ग है कौन सा वर्ग जो हमारा जो धार्मिक क्लर्जी पोप विशब यानि जो धार्मिक नेतृत्व करने वाला वर्ग है इसने कहा कि चीजों को स्वीकार करो क्योंकि वह इश्वर के दौरा दी गई है चीजों को इसलिए शुकार करो क्योंकि वह लिखी गई है और आपके कुछ बड़े रिलीजियस लीडर्स जैसे जीजस क्राइस्ट इन्होंने कहा है ठीक है अगर आप क्वेश्चन करेंगे इसका मतलब आप उनकी बातों को उनकी ऑथोरिटी को चैलेंज करेंगे और यह चीज धीरे-धीरे प्रैक्टिस होती हुई इतनी डिप रूटेड हो गई है इसलिए इस समय को हम क्या कहते हैं डार्क पीरिड कहते हैं मिडीविल यौरप का दार्क पीरियट जो है अंदियुग जो है वो युग है जिसमें किसी भी तरीके से पॉजिटिव या कंस्ट्रक्टिव डेवलपमेंट हमें नहीं देखने को मिलेगा जो भी डेवलपमेंट है वह सारा का सारा डेवलपमेंट जो है वह सोसाइटी को और पीछे लेकर जा रहा था प्रोग्रेसिव नहीं था किसी भी टर्म में ठीक है इसी तरीके यानि प्रोग्रेसिव का मतलब है कि यूरोप में चेंजेस हो रहे हैं ऐसी बात नहीं है लेकिन वह चेंजेस जो है वह एक नए सिस्टम को इस तरीके के नए सिस्टम को डेवलप नहीं कर रहे थे जिससे आगे जाकर आज हम यूरोप को जानते हैं अगर हम आज यूरोप को जानते हैं अगर यूरोप को हम साइंटिफिक तो अगर आप एडवांस कंट्रीज डिवलॉप कंट्रीज के तौर पर जानते हैं यह हम यूरोप को जानते हैं भी हां विकसित हैं तो इसके पीछे इस नए युग का हाथ है ठीक है इसमें उस युग का हाथ नहीं है जो हम पढ़ चुके ऐसा नहीं था कि वह परिवर्तन नहीं हुए थे परिवर्तन उस जमाने में भी हुए थे लेकिन वह परिवर्तन आज के परिवर्तन को मैच नहीं करते अगर वहीं परिवर्तन कंस्टेंट रहते तो शायद आज यूरोप इतना आगे नहीं बढ़ता तो चेंजिंग कल्चनल ट्रेडीशन आपको जो बैकग्राउंड मैंने बाधने की की कोशिश की बताने की कोशिश की वह लिंक हो गया होगा पिछले चैप्टर से आपकी कहानी जो है वह लिंक हो गई है और यहां भी शुरुआत वहीं से होने वाली है पिछले चैप्टर के एंडिंग से आपका नया चैप्टर शुरू होने वाला है तो चेंजिंग ट्रेडिशन यानि कि सांस्कृतिक परिवर्तन जो हो रहे हैं इन सांस्कृतिक परिवर्तनों में कौन-कौन सी नई परंपराय आगे की कहानी क्या कह रही है चेंजिंग कल्चर ट्रेडिशन में फोर्टींथ सेंचुरी के एंड में ठीक है और सेवनटींथ सेंचुरी की बिग निकलि�� ठीक है 14th सेंचुरी के एंड से लेकर या मैं कहतूं 14th सेंचुरी के एंड से लेकर सेवन्टीन सेंचुरी के एंड तक ठीक है एक ऐसा समय आ रहा है यूरोप में जो ऐसे परिवर्तनों को लेकर आएगा ऐसे चेंजेस को लेकर आएगा जिन चेंजेस की बदावलत आज यूरोप डेवलप्ड है जिन चेंजेस की बदावलत यूरोप ने दुनिया के बाकी हिस्सों में भी हुकूमत करी जिन परिवर्तनों की बदावलत यूरोप अपने आपक ट्रेडिशन के नाम से पढ़ रहे हैं यानि सांस्कृतिक परिवर्तन हो रहे हैं उनकी विरास्तों में परिवर्तन हो रहे हैं अभी तक जो ट्रेडिशन चले आ रहे थे उन ट्रेडिशन को चेंज करके कुछ नए ट्रेडिशन को डेवलप किया गया एक नए कल्चर को डेवलप किया गया और वह शुरुआत का हुआ फर्टीन सेंचुरी से ही अब याद करो लिंक कर लो यहां से मैंने कहा आपका जो लास्ट चैप्टर है सेवन चैप्टर जहां पर वह खत्म होता है वहीं आपका एक चैप्टर जो शुरू हो रहा है अच्छा ठीक है अजय को 17 चैप्टर ओके सिक्स एंड सिक्स चैप्टर हमने पहले खत्म किया तो जहां आपका सिक्स चैप्टर खत्म हो रहा वहीं आपका चैप्टर शुरू हो रहा है तो आपको मैंने कहा था कि जो फ्यूडल सोसाइटी थी उस फ्यूडल सोसाइटी में यूरोप में टाइम्स में जो फ्यूडल सोसाइटी थी इस फ्यूडल सोसाइटी में सामंतवादी विवस्था में कुछ परिवर्तन आए जो चौदावी शताब्दी 14th सेंचुरी के आसपास देखने को मिले इस टाइम पर रिफलेक्ट होते रहे और उसकी वदावलत यरोप में फ्रांस और इंग्लैंड में दोनों तरफ एक नया जो वर्ग है ठीक है एक न्यू जो सेक्शन है जिसे आप मिडल क्लास कह रहे थे जो ट्रेडर्स का था जो मर्चेंट्स का था अ कि वह डेवलप हो रहा था और यह इक्वली पावरफुल था नोबल्स के जो है वह इक्वली पावरफुल था यह आपने पढ़ाकर बहुत अच्छे से क्लियर है क्योंकि 14 शताबदी से सत्राविश शताबदी के बीच में यूरोप में यह जो नया वर्ग उदय हुआ इस नए वर्ग के उदय होने के साथ एक नया परिवर्तन आया कि यह लोग अब विलेज बेस्ट सिस्टम में नहीं रहते वह ग्रामीन व्यवस्था जो फ्यूडलिजम का बेस बनती थी वह अब नहीं रही और यूरोप में नए शहरों का नए टाउंस का कस्मों का विकास होने लगे ठीक है तो यह जो नए टाउंस थे यह बेसिकली यूरोप में ज्यादातर इस नए सेक्शंस के एमरजेंस की वजह से आ रहे थे यह जो नया वर्ग था व्यापारियों का वर्ग था ठीक है कि मिडिल क्लास का वर्ग था इसकी वजह से आ रहे थे इसलिए यूरोप में कल्चर डेवलप होता है समय जिससे हम कहते हैं अर्बन कल्चर यह अर्बन कल्चर पुराने कल्चर से कैसे डिफरेंट है यहां पर वह लोग रहते हैं जो लोग समाज में थोड़ा सा पीछा चाहते हैं शांति चाहते हैं जो फाइड्स को ज्यादा प्रमोट नहीं करना चाहते हैं यहां पर वह लोग रहते हैं जो ट्रेड एंड कॉमर्स करना चाहते हैं जो प्रॉस्पर होना चाहते हैं फ्लॉरिश होना चाहते हैं ठीक है यहां पर वह लोग रहते हैं जो व एक सेक्शन की तरफ अक्यूमिलेट करके रखें यहां पर वह लोग हैं जो थोड़ा सा चाहते हैं कि बाकी लोगों का विड्यॉल अपने टो ठीक है तो यूरोप में एक नया पैटर्न डेवलप हो रहा है जिस पैटर्न में राइड और रिस्पॉन्सबिलिटी इस लायबिलिटी इस क्लियर डिफाइन हो जाएं ऐसा ना हो कि एक सेक्शन के पास सारे पावर लाइबिलिटीज हो जाएं सारे पावर रिस्पॉन्सबिलिटी हो जाएं ठीक है या आप कह दो कि एक के पास सिर्फ पावर सो जाएं एक के पास सिर्फ रिस्पॉन्सबिलिटी हो जाएं मतलब एक सेक्शन ही नहीं सारी चीजें इंजॉय कर ले दूसरा सेक्शन जो है उसको कुछ मिले ही ना तो वह इनिक्वालिटी वाली सोसाइटी जो है उसको यह प्रोमोट नहीं कर रहा है तो यह जो डिस्टिंक्ट अर्बन कल्चर है शहरी व्यवस्था है शहरी शंस्कृति है यह संस्कृति इन्हीं व्यापार आधारित समाज या व्यापार आधारित शहरों और कस्बों में फैल रही थी क्लियर अब याद होगा आपको पिछली बार या पिछले क्लासेस में जो वीडियोस हम कर रहे थे उनमें हमने पढ़ा था कि कुछ ऐसे शहर हैं जैसे इटली शहर हो गया वैनिस शहर हो गया ठीक है जेनुवा हो गया ये वो सिटीज हैं ये वो शहर हैं जो नए ट्रेडिंग सेंटर्स के ने एमपायर से जुड़ी हुई थी रोमन एमपायर से जुड़ी हुई थी ठीक है तो अभी डिस्क्रेशन करेंगे चुकी सिर्फ इंट्रोडक्शन पार्ट है इस इंट्रोडक्शन पार्ट मैं आपको क्या-क्या हम इस पूरे चैप्टर में कवर करने वाले उसको पूरा समराइज कर दूंगा और फिर एक-एक करके कैसे रेनेशंस यानि पुनर जागरण रिबर्थ और कैसे कल्चरल चेंजिंग जो है वह शुरू ही वह हम सब कुछ डेटेल में समझेंगे तो कि उस नए शहरों का डेवलपमेंट हुआ ठीक है फ्लॉरेंस वेनिस ठीक है और यह जो शहर थे वह रोम के महत्वपूर्ण सेंटर्स थे यहां पर ट्रेड भी होता था ठीक है यह वह एरिया से यहां पर ट्रेड भी होगा यह वह एरिया से जहां पर कॉमर्स भी होगा यह वह एरिया से जहां पर कल्चरल चेंजेस भी होंगे यह वह एरिया जहां पर आर्किटेक्ट्रल स्किल्स भी नई डेवलप होंगी यानि कुल मिलाकर यह सेंटर्स बनेंगे नए-नए एक्सपरिमेंट्स के ठीक है ट्रेड भी डेवलप हो रहा है आर्ट्स लर्निंग कल्चर अच्छी बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटीज जहां पर लोग आएंगे पढ़ेंगे डिफरेंट रियल सिटी के लिए सोचने के लिए ठीक है और साथ-साथ एक्सपेरिमेंटिव जो एक नॉलेज है उसकी तरफ पढ़ने के लिए मोटिवेट किया गया लोग प्रयोग करने लगे लोग धर्म को अब एक बैरियर बनने लगे अपने प्रोग्रेस में धर्म को चैलेंज करने लगे ठीक है आप जो कह रहे हैं वह सही है लेकिन कम से कम उसको लॉजिकली एक बार डिफेंड किया जाए यानि ऑर्ग्यूमेंट्स और काउंटर ऑर्ग्यूमेंट्स की कसौटी पर कहीं न कहीं उसको खरब उतरना जरूरी है ठीक है एट लिस्ट एक हेल्दी लेवल पर डिस्कशन और ऑर्ग्यूमेंट्स तो होने ही चाहिए क्योंकि जो रिलीजियस उसमें लॉज है रेगुलेशन से प्रिंसिपल्स है वह बिल्कुल शर्म है यहां पर चेंज हो रहा है इन नए शहरों में चेंज हो रहा है नए-नए कलाकार नए लेखकर ठीक है आप विलियम शेक्सपियर के बारे में जानते हैं ठीक है आप लियोनाडर अविंशी के बारे में जानते हैं यह वही समय के अ कुछ बड़े आप मैं कहतूं कि पर्सनालिटीज है ठीक है जैसे लियोनाडर अविंशी हो गए ठीक है तो हर चीज में उनके कंट्रेबूशन से आप लोगे ठीक है आर्ट्स में पेंटिंग्स में ठीक है साइंस के फील्ड में है और आप शेक्सपियर को देखोगा वर्ल्ड क्लास लिटरेचर लिखा है नोने इस जमाने में जो कि आज के रेट में भी एक कहीं न कहीं समझ रहे हो एक बहुत बेस्ट एग्जांपल लिटरेचर का प्रोपोस करता है हमारे सामने ठीक है प्रस्तुत करता है प्रस्तावित करता है हमारे सामने तो यह जो नए परिवर्तन रहते इन नए परिवर्तनों में हमें कुछ देखने को मिला क्या परिवर्तन देखने को मिला परिवर्तन देखने को यह मिला कि नॉलेज का जो डेवलपमेंट है नॉलेज जो है वह बहुत तेजी से स्प्रेड हो रहा है और नॉलेज के स्प्रेड होने आपको पता है कि बहुत सारे इंटिलेक्शन डेवलपमेंट प्रिंटिंग प्रेस का डेवलपमेंट है वह बेसिकली मेकनाइज फॉर्म में तो यह आप से हुआ यानी मेकनाइज का मतलब जब मैं कहता हूं ठीक है यानी मशीन अगर बनी तो मशीन तो यह पर बनी लेकिन प्रिंटिंग और यह सारा काम पेपर का यूज आपको पता है चाइनल में पहले होता था और चाइनल से फिर जो हमारा इस्लामिक जगत है इस्लामिक अटैक और इस्लामिक इन्वेजन के थ्रू यह आपके सेंट्रल एशिया और मिडल एशिया के तरफ आया और बाद में फिर यूरोपियंस के कॉंटैक्ट टैक्ट में भी आया ज्ञान तो अब वहीं प्रिंटिंग प्रेस का जो नॉलेज है उसको मिकनाइज किया जा चुका था यानी कि मशीन वगैरह के इस्तेमाल के दौरा प्रिंटिंग प्रेस का और यह आप कहते हैं कि प्रिंटिंग का डेवलपमेंट वहीं नॉलेज जो बाइबल में लिखा हुआ है चर्च में अभी तक मिलता था पोप्स के थ्रू बिशॉप्स के थ्रू क्लर्जी हुआ जो रिजर्व था किसी के हाथ में वह चीज क्या हुआ दुनिया में फैली उसके बेसिस पर लोगों ने क्या किया एक्सपेरिमेंट करें इन बातों में कई जगहों पर लोग क्या करने लग गए अब सोचने भी लग गए विचारने भी लग दें कि जो बातें लिखी हुई है कितना ही सही है किस हद तक सही है ठीक है साइंस के बारे में जो चीज लिखी हुई है बाबल में कल्चर के बारे में ट्रेडिशन के बारे में हिस्ट्री के बारे में उन सब में कहीं न कहीं कि क्वेश्चन यह हुए कि कितना सही है किस लेवल पर सही है अगर सही सही है तो उसकी ऑथेंटिसिटी क्या है यानि कि क्या और कोई दूसरी जगह पर भी सिमिलर एविडेंसेस है मींस क्योंकि जगनी शुरू हुई और लोगों के मन में यूरोप में इतिहास के प्रति एक रुझान विक्सित होना शुरू हो गया इतिहास के प्रति जो रुझान विक्सित होना शुरू हो गया वह इनको कनेक्ट करने लगा किसके साथ अ कि यह रोम के साथ कनेक्ट करने लग गया ठीक है जो पुराना रोम था इसके साथ कनेक्ट करने लग गया क्योंकि माना यह गया कि पुराना रोम है बेसिकल एट वॉइस डेवलप्ड और कल्चरली एथिकली ठीक है टेखनोलॉजिकली वह डेवलप था और उसमें युरोप में जो है वह एक लिबरल कल्चर था लेकिन उसके बाद जैसे ही रोमन एंपायर का डिसिंटिग्रेशन हुआ रोमन एंपायर के डिसिंटिग्रेशन के साथ वह कल्चर वह ट्रेडिशन वह ओपन नेस्ट जो थी वह जो इंटेलेक्शनल अबिलिटीज लोगों की वह भी जाती रही धर्म जो है क च��नल के उद्भव के साथ इमर्जन्स के साथ धर्म हावी होने लग गया लोगों के ऊपर और मेडिवियल सोसाइटी में चुकी फर्स्ट ऑडर और सिकंड ऑडर जो थे वहीं डॉमिनेटर थे इस वजह से लोगों ने रिलीजियन जो है वो सिर्फ उसी को अपने आंखो रिलीजियन के इंटू वी सीन आफ समथिंग विच इच इंडिविजुअल शुट चूज यानी कि अब धर्म जो है पहले धर्म आपके ऊपर फोर्स कर दिया जाता था ठीक है और धर्म को आप बिल्कुल भी चैलेंज नहीं कर सकते थे ठीक है आपके पास ऑप्शन ही नहीं है लेकिन अब क्या है धर्म क्या हो गया इट बिकेम नाओ अमेटेड ऑफ परसनल फेथ अब धर्म जो है वह आप अपने लिए व्यक्तिकत तौर पर चुन सकते हैं चूज कर सकते हैं अ कि धर्म व्यक्तिगत आस्था का ए शब्द बन गया विषय बन गया ना कि एक ऑब्लिगेंस ठीक है कि आपके पास ऑब्लिगेशन है धर्म को माना ही है धर्म के अगेंस्ट आप जाए नहीं सकते हैं ठीक है तो यह चीज जो है यूरोप में नए पैटर्न को लेकर आएगी और यह पैटर्न जो है वह मटीरियलिस्टिक व्यू को डेवलप करेगा पहले क्या था वह एक स्पिरिचुअल व्यू और स्पिरिचुअल व्यू के साथ-साथ ज्यादा तर ज्यादा लोगों को कितने लेकर जाता था उनकी आफ्टर लाइफ की तरफ लेकर जाता था इस दुनिया से रिलेट रहे हैं उनके तरफ वह कमी ध्यान आकर्षित करता था जबकि चर्च और बाकी जो मोनास्ट्री और कैथेड्रेल जिनके बारे में आपने पढ़ा आप देख रहे हो खूब मटेरियल वेल्थ जो वह इकठी कर रहे थे वह खूब प्रॉपर्टीज बना रहे थे खूब प थर्ड स्टेट को जो है वह प्रवचन यहीं देंगे कि बातिक संसार में कुछ नहीं रखा है इस मटेरियल वर्ल्ड में कुछ नहीं रखा है धार्मिक बनो ठीक है बाकी सारी चीजें छोड़ो अटैचमेंट खत्म करो यही जो है वह आपके तो यही रीजन होगा कि अब इस समय देवा वास्ट अमाउंट ऑफ मटेरियलिजम ऑन यूरोप ठीक है अब इस दौरान यूरोप में बहुत सारा ऐसा मचेरियल है बहुत सारा ऐसा सामान है बहुत सारे ऐसे वस्तु है और सब्जेक्ट है ठीक है जो यूरोप के इतिहास की जो है वह उनको जानकारी उपलब्ध कर आएंगे प्लीज है यूरोप के इतिहास की जानकारी उपलब्ध कराएंगे मैंने कहा यह यूरोप का इतिहास जो कहां से लिंक होता था वह सीधे के सीधे रोम से लिंक होता था क्लियर न रोम के जमाने से लिंक हो जाता था वह तो अपने आपको यही कहते थे कि रोम का जो समय वह एंशियन टाइम था जब रोम जो है वह फ्लॉरिश था प्रॉस्पर्ट था और उस जमाने में यूरोप जो है वह बहुत एनलाइटेंट है तरीके से लेकिन बाद में जैसे ही रोमन एंपायर का डिसिंटेग्रेशन हुआ उसके बाद से रोम जो है वह ह� वह तो गया ही उसके साथ यूरोप का जो लॉजिक था कल्चर था ट्रेडीशन था वह साइंस का डेवलपमेंट था वह भी जाता रहा ठीक है तो यह नया इतिहास जो है यह इतिहास को नए तरीके से देखने का पैटर्न जो है वह इस समय डेवलप होगा तो आज पास का जो समय यूरोप में एक बड़े आप देख रहे हो परिवर्तन को लेकर आगे बढ़ रहा चलो कि यह जो क्यों सिटी डेवलप हुई लोगों के अंदर यह जो जिगासा डेवलप हुई यह जो क्वेश्चन करने की टेंडेंसी हुई ठीक है कि जो कुछ भी हो रहा है वह कैसे हो रहा है क्यों हो रहा है ठीक है अ कब हुआ वह ठीक है तो यह चीजें जब है लोग क्वेश्चन करना शुरू करेंगे तो इससे क्या होगा इससे नए-नए प्रश्न आएंगे कुछ चर्च की और रिलीजियस जो लीडर्स है उनकी वीकनेस से सामने आएंगी ठीक है इसके साथ अब लोग वीडियोस को ध्यान करोगे जब कैथेड्रल वगैरह पढ़ रहे थे तो उसमें याद आपको करो आपको याद होगा कि हमने क्या बातें बिस्कस करी थी अब जो आपके मॉंग्स थे शुरू में तो बहुत अच्छी लाइफ जीते थे बहुत पायस लाइफ जीते थे लेकिन एक समय बाद ऐसा आएगा जब वो मॉंग्स का जो मॉरल लेवल है कैरेक्टर है वो थोड़ा सा कॉम्प्रमाइजिंग हो जाएगा डाउनफॉल हो जाएगा अगर आप मुरालिटी एथिक्स और वैल्यूज की बात कर रहे हैं तो वह मुरालिटी एथिक्स और वैल्यूज आपके लाइफ से रिफलेक्ट होनी चाहिए तो इस तरीके के क्वेश्चन करना शुरू करेंगे लोग कुल मिला के धर्म जो है उस धर्म को अब क्वेश्चन क जाएं कि हम रिलीजिस लाइफ की तरफ जाएं तो इस तरह का जो सिचुएशन है इस तरह के जो सरकंस्टैंसेंस हैं वह यूरोप कि यह चीज रिफ्लेक्ट होगी सिर्फ पर्सनल लाइफ में नहीं यह चीज रिफ्लेक्ट होगी अब लिटरेचर में पहले जो लिटरेचर लिखा जाता था दाट वॉस टोटली डेडिकेटेड और रिवॉल्विंग एरांड रिलीजियन पहले पूरी तरीके से आहित धर्म के चारों तरफ घूमता था अगर आपको लिटरेचर लिखेंगे भी तो उसमें ग कि उसके अलावा किसी का ग्लोरिफिकेशन आप करें नहीं सकते हैं नॉर्मल ह्यूमन बींग्स के लिए लिटरेचर नहीं था और ना ही नॉर्मल ह्यूमन बींग्स के चार्टर आफ लिटरेचर घूमता था यानि अगर कोई बुक लिखी भी गई है तो उसमें ह्यू उसके गुणों का जो गुणगान है प्रकृति के सुंदर्ता है भातिक एसपेक्ट है मटेरियल एसपेक्ट उसको रिफ्लेक्ट नहीं ज्यादा था उतना ज्यादा लिटरेचर के साथ आप आर्ट्स एंड कल्चर देखोगे तो उसमें आपको क्या मिलेगा उसमें रि आप देखेंगे साइंस के फिल्ड में आपको रिलीजिस डॉमिनेंस मिलेगा चर्च क्या कहता था पृत्वी गोल नहीं पृत्वी चप्ती है अर्थ इस फ्लाट है ना और ये चीज प्रूफ करते आप देखोगे कि यही हम देखेंगे कुपरनिकस जिसने हेलिय उसके सेंटर में प्रथ्वी नहीं है जबकि सूरज जो है सूरज के चारों तरफ बाकी ऑब्जेक्ट और सेलेक्शन ऑब्जेक्ट चक्कर लगाने प्रथ्वी के चारों तरफ नहीं लगा रहे हैं ठीक है और उसी तरीके से अर्थ जो है वह स्पैरिकल है फ्लैट नहीं है त प्रयोगिक प्रेक्षणों के ऊपर बेस्ट था तब एक नया युग आया जिसे हम क्या कहते हैं 19th सेंचुरी के आसपास 14th सेंचुरी में जो परिवर्तन शुरू हुए थे ध्यान रखना वो 14th सेंचुरी में चेंज ऐसा नहीं हुआ कि एक साथ हो गए ठीक है उनको आगे रिफ्लेक्ट होने में सोसाइटी को चेंज होने में पूरी तरीके से एक लंबा वक्त लगा और 19th सेंचुरी के आसपास आते बहुत बड़े लेवल पर ये परिवर्तन आपको देखने को मिल जाएंगे ठीक है एवं उसके पहले आपको देखने को मि सेंचुरी में भी जो है वह इसके इंडिकेशन देखने को मिल जाएंगे और समाज परिवर्तन शुरू हो जाएंगे तो 18 सेंचुरी के आसपास 19 सेंचुरी तक तो आंगे जाकर बहुत पीक तक पहुंच चुका था ठीक है इसी को हम कहते हैं रिनेसांस का इसलिए होता है रिवर्त यानि कि पुनर जन्म किस चीज का पुनर जन्म थॉट्स का विचारों का ठीक है पुनर जन्म किसका पुनर जन्म धर्म का रिलीजिन का पुनर जन्म किस चीज चीज का पुनरजन्म फेद का आस्था का पुनरजन्म साइंस का ठीक है आर्ट्स का कल्चर का लिविंग पैटर्न का है एवरीवेर यू विल परसीव सम चेंजेस हर जगह पर आप कुछ परिवर्तनों को देखेंगे क्लियर है चाहे वह विचार हो चाहे वह धर्म हो चाहे वास्ता हो चाहे वह विज्ञान हो चाहे वह कला संस्कृति हो ठीक है चाहे वह जीवन जीने का तरीका और लाइफ पैटर हो हर जगह आप कुछ नए परिवर्तन देखेंगे ये परिवर्तन जो कंस्ट्रॉक्टिव थे लेकर जाएगी तो आप कह सकते हैं कि फिर तो ठीक है एक ही तरह के पैटर्न में चल रहे हैं लेकिन अचानक से चेंज और एक ऐसा चेंज आया जो हर फिल्ड में हर डोमेन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आएगा तो उस बुलाते हैं फ्लिड है तो इस दौरान जो है वह बहुत बड़े-बड़े लावल पर हमारे पास स्कॉलर्स हैं जो अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में है और यह सब लोग इसमें कंट्रब्यूशन दे रहे हैं है ठीक है जैसे जैकॉब बर्ड़ खार्ड तो यह जो है वह आपके यूनिवर्सिटी ऑफ बैसिल स्विजिलेंड के प्रोफेसर है इन्होंने आगे जाकर इस चीज को स्टडी करा ठीक है और इन्होंने इंफेसाइज करा कि यह जो रिनेशा है वह रिनेशा यूरोप में एक ऐसे काल को कहा जाता है जब मेडिवियल से यूरोप का सोसाइटी यूरोप का रिलीजिन यूरोप का कल्चर यूरोप के लोग मॉडर्न टाइम में आएंगे यानि रिनेशा के बाद से आपका जो इतिहास का समय है वह वह कौन सा समय कहलाएगा वह समय कहलाएगा आधिनिक युग का समय मॉर्डर हिस्ट्री का टाइम पीरियों ठीक है ना एक मॉर्डर हिस्ट्री का टाइम पीरियों का मतलब है कि एक नए युग की शुरुआत जिस युग में व्यक्ति तरके के साथ रीजन के साथ लॉजिक के साथ जीएगा ना कि धर्म के थोपे हुए स्वरूप के साथ जो इंपोज किया गया है उस स्वरूप के साथ तो हुफली आपको इंट्रोडक्शन समझ में आ गया होगा पूरे वीडियो में अब इस चाप्टर के हम रनेसालंस के बारे में यूर चेंजेस के बारे में डिस्कुशन करने वाले हैं किस तरीके से वह परिवर्तन होंगे ठीक है एडुकेशन से लेकर सोसाइटी से लेकर पॉलिटिक से लेकर आर्ट्स से लेकर कल्चर से लेकर हर स्पेर में हर डोमेन में तो बने रहे मैं ग्रेट के साथ थैंक यू हेलो एवरीवन वेलकम टो मैं गुड़े इस इंदर विक्रम और इस वीडियो में हम पढ़ने जा रहे हैं रिवाइवल जो मैं इस वीडियो के पहले किया चेंजिंग कल्चरल ट्रेडीशन का जो चैप्टर है तो चेंजिंग कल्चरल ट्रेडीशन जो चैप्टर है आपका उसको आप एक तरीके से समझ चुके हो कि उसमें आपको पढ़ना क्या है और अब इस चैप्टर वीडियो से हम डिटेल्ड डिस्क्रेशन शुरू करेंगे चैप्टर नहीं वीडियो से और डिटेल्ड डिस्क्रेशन उस हर एक एस्पेक्ट पर होगा जिसकी वजह से क्या हुआ ड्रास्टिक चेंजेस आए सोसाइटी में थॉट्स में बिहेवियर में और एक जुनर जागरण का रेनेसांस का बैकग्राउंड बना फिर हम रेनेसांस भी पढ़ेंगे तो चलिए शुरू करते हैं दर रिवाइवल आफ इटालियन सिटीज यानि इटली के शहरों का रिवाइवल का मतलब क्या होता है रिवाइवल का मतलब होता है है कि कोई भी जगह कोई भी व्यक्ति कोई भी चीज जो अपना रिलेवेंस खो चुकी है जो अपने महत्व को खो चुकी है ठीक है उसको फिर से स्थापित करना उसको फिर से स्टैबलेश करना उसका रिवाइवल करना एक तरीका उसको पुनर रिविट करना रिवाइव करना यानि उसको एक नया जीवन देना तो अब इटली के शहरों को नया जीवन मिल रहा है नया जीवन को पुराना जीवन क्या था भी तो पुराना जीवन रोम से लिंक है इस पूरे रेनेसा को आपको लिंक करके देखना है रोमन सिटीज से ठीक है तो समझ लो बहुत अच्छे से यह है आपका इटालियन सिटीज का वो एरिया यह इटालियन स्टेट्स हो गए आपके है ना और इन इटालियन स्टेट्स में जिन शहरों की हम बात कर रहे हैं और जो शहर बहुत इंपोर्टेंट है वो शहर पहचार लो रूम रोम को आप बहुत अच्छे से जान रहे हो क्योंकि रोम आपका an empire across three continents से connected है और रोम में आपने पढ़ा था ये रोम शहर हो गया छोटा सा लेकिन एक जमाने में यही से जब Roman Empire की शुरुवात हुई थी तो इतना बड़ा Empire established हुआ था जिस Empire ने तीन महादीपों को touch किया था ठीक है तो एन एमपायर एक रॉस थ्री कॉंटिनेंट्स की जो कहानी थी वह पूरी इसी रोम के चारों तरफ घूम रही थी यह रोमन एमपायर अपने पीक में जब पहुंचा तब रोम दो हिस्सों में बट गया वेस्टर रोमन एमपायर और इस्टर रोमन रोमन एंपायर जो वेस्टर रोमन एंपायर है ठीक है उसके बारे में आप समझोगे क्या चेंजेस है इस टेंड रोमन एंपायर जो है जिसको आप बैजेंटाइन एंपायर कहते थे उसमें क्या चेंजेस है वह सब कुछ हम इस वीडियो में डिस्कशन करते हैं तो मैं कह रहा था कि इटालियन शहरों को आप देखो क्यों क्योंकि जो महत्वपूर्ण शहर है वह कहां उनकी लोकेशन है तो एक तो रोम यह हो गया दूसरा जनवा तीसरा वैनिस ठीक है फ्लॉरेंस इन विशेष यह जितने भी शहर है वह सारे के सारे कॉस्टल एरियाज है है ठीक है तो कॉस्टल एरियाज है इसका कुछ ना कुछ फायदा मिलेगा क्या फायदा मिल रहा था ट्रेड व्यापार और ट्रेड से क्या व्यापार से क्या कल्चरल एक्सचेंज जितना ज्यादा गुड्स का और ह्यूमिन का ह्यूमिन बींग्स का मूवमेंट हुआ उतने ज्यादा आईडियास भी तो आते रहे उतने ज्यादा विचार भी तो आते रहे इन जगहों पर और साथ-साथ जब इस्लामिक इन्वेजन हुआ तो इस्लामिक इन्वेजन के बाद इस्लामिक इन्फ्लूएंस भी आया इस्लामिक में जो सुल्तान थे और जो आपके खलीफा थे इन्होंने अपने दरबारों में अपने कोर्ट्स में बड़े-बड़े स्कॉलर्स को जगह दी इसलाम के जाने के बाद जब मंगोल आए तो मंगोलों ने भी इन जगहों को क्या किया पहले तो लूटा भले तबाह किया और लूटा लेकिन उसके बाद इनको रेस्टैबलिश करा और उस ट्रेड को भी रिवाइव करा जो ट्रेड पहले स्टैबलिश था तो कुल मिलाके य भी हलचल होती रही और एक समय आया जब इन्होंने अपने पुराने स्वरूप को पुराने ओल्ड फॉर्म को रीगेन करना शुरू कर दिया उसी को हम कहते हैं रिवाइवल आफ इटालियन सिटीज सो आफ्टर द फॉल आफ वेस्टर रोमान एंपायर चलिए डिटेल में बातें करना शुरू करते हैं रोमन सामराजी के पतन के बाद तो जितना बड़ा रोमन सामराज था मैंने पहले कह दिया कि एक हो गया आपका वेस्टर पार्ट जिसे आप कहते थे वेस्टर रोमान एमपायर और एक हो गया आपका इस्टेंट पार्ट जिससे आप कहते थे बाजन्टाइन क्लियर है तो जो हमारा वेस्टर रोमान एमपायर था या आप कह दो कि रोमान एमपायर के पतन के बाद आप चुकी दोनों हिस्से अपने-अपने को मैनेज करने में लग गए तो कहानी हमारी वेस्टर रोमान एमपायर से क्यों जुड़ेगी क्योंकि पूरी कहानी में जो परिवर्तन आ रहे हैं वह परिवर्तन वेस्ट यूरोप में आ रहे हैं रेनेशंस कहां हो रहा है वेस्ट यूरोप में हो रहा है पश्चिमी यूरोप में हो रहा है और पश्चिमी यूरोप आपका पश्चिमी रोमन सामराज्य का ही तो हिस्सा था ठीक है चलिए तो रोमन सामराज्य के पतन के बाद बहुत सारे जो शहर थे मेनी टाउंस द आफ बिन पॉलिटिकल एंड कल्चरल सेंटर्स इन इटली फैलेंटर रूइन अ कि वह धीरे-धीरे तबाह होते चले गए जो बहुत महत्वपूर्ण शहर थे जमाने में रोमन सामराजी के जमाने वह धीरे-धीरे तबाह हो गए ठीक है और खंड़ारों में खंड़ारों का मतलब जो उनका आप लिंस जो उनका ऐश्वर रोमन सामराजी के जमाने में था वह नहीं रहा क्यों पूरी व्यवस्था पिछले चैप्टर से रिलेटेड है पूरा का पूरा पॉलिटिकल सिस्टम पिछले चैप्टर से रिलेटेड है तो जब रोमन एंपायर का फॉल डाउन हुआ तो वेस्टरन रोमन एंपायर का जो हिस्स से में धेड़ सारे जो ट्राइब्स है इन ट्राइब्स ने रूल करना शुरू कर दिया जर्मन ट्राइब्स ने ठीक है गॉट्स ने लोंबाड्स ने याद होगा आपको गॉल्स तो यह सारे वह ट्राइब्स तेरे जर्मन ट्राइब्स ने जिन्होंने यहां पर यह स्टैब्लिश करते जाएंगे और दूसरी बात इनमें इंटरनल कॉन्फ्लिक्ट भी बने रहते हैं रहते थे यानि आपस में भी यह लोग कंफ्लिक्ट में झगड़ों में उलझे रहते थे तो इन इंटरन कंफ्लिक्ट की वजह से यहां की जो पॉलिटिकल व्यवस्था है राज्मीनितिक व्यवस्था है वह हमेशा डबाडोल रहती थी वह हमेशा क्या है इनस्टेबल बनी रहती थी यह ना स्थाई नहीं रहती थी आई स्थाई बनी रहती थी चलो बाद में क्या हुआ बाद में इसकी वजह से यह पूरा जो पॉलिटिकल डेवलपमेंट है वह रोम तक पहुंच गया और इवेन जो रोम है आपका वह भी उतना संप्रत्य शमर्शाली नहीं रहा ठीक है जितना शमर्शाली पहले रहा करता था तो जितने भी महत्वपूर्ण शहर आप देख रहे हो वेनिस फ्लॉरेंस टीव एटली जिनेवा यह सारे के सारे शहर जो एक जमाने में बहुत बड़े कल्चरल सेंटर्स हुआ थे रोमन एंपायर के जमाने में वह अब धीरे-धीरे अपने इंपोर्टेंस को खोते चले गए क्यों खोते चले गए क्योंकि फ्यूडल सिस्टम का जन्म हुआ और फ्यूडलिजम में राजा डिपेंडेंट होने लग गया लॉर्ड्स के ऊपर लॉर्ड्स किसी भी तरीके से उस कल्चर उसका उस इकारोमी उस प्रॉस्पैरिटी को रिवाइव करने में इंटरेस्ट नहीं रखते थे लॉर्ड्स का जो तो पूरा का पूरा फोकस इस तरीफ इस तरफ था इनका और यही वो जमाना आया जब यूरोप सबसे ज़्यादा कंफ्लिक्ट्स में भी इनवॉल्व रहेगा कई सेंचुरीज तक यूरोप में पहले तो इंटरनल कंफ्लिक्ट्स भी रहे क्रिसट्स भी होते रहे यानि जगडों में यूरोप उलजा रहा और इन जगडों की वजह से ये जो कल्चरल सेंटर्स थे इन कल्चरल सेंटर्स के रेवाइब का तो किसी को कहीं से दूर तक खयाल ही नहीं है ठीक है चलो तो ये जितने भी महत्वपूर्ण शहरों की हमने बात की अभी ये सारे के चलने की वजह से वेस्टर यूरोप का जो आप कहेंगे कि एक प्रोग्रेसिव है ना मूवमेंट होना चाहिए वह भी हैंपर हो गया क्यों पूरा का पूरा श्रे इनको जाता है पूरा का पूरा क्रेडिट इनको जाता है जैसा मैंने कहा कि फ्यूडल जाए वह नॉट इंटरेस्टेड इन प्रोग्रेसिव डेवलपमेंट ना उनका सिर्फ फोकस जो होता था वेल्थ जनरेशन में होता सोसाइटी तीन पार्ट्स में डिवाइड हो गई थी और तीन पार्ट्स में डिवाइड होने की वजह से यह जो आपका चर्च वगैरा रहा है यह चर्च डॉमिनेट करता था सोसाइटी को फ्यूडल्स डॉमिनेट करते थे सोसाइटी को बचा हमारा एक सेक्शन कि उसको एक्सप्लोइट कर रहे हैं यह दोनों ऊपर के वर्ग मिलकर प्लीट है तो वेस्टर यूरोप जो है वेस्टर यूरोप अपने अपनी पॉलिटी को अपने पॉलिटिकल सिस्टम को रिशेप कैसे किया फ्यूडल सिस्टम और चर्च से मिलकर ठीक है कुछ तो कुछ पावरफुल भरोसेमंद जमीदार कहते हैं ना भरोसे मंत लोग कहते हैं उनके भरोसे जीता छेत्रों को और उनको जमीने सौप दी कि आप रूल करिए ठीक है और अपने आपको वैलिडेट भी करवाया क्योंकि अब यह राजा क्या थे यह रोमन एंपरर के तुल्ला में तो कुछ भी नहीं है तो जो है वह रिश्चनिक जो अवाफिशल रिलीजियन बन चुका था तो यह बहुत इंपॉर्टेंट चीज आप समझ लो कि वेस्टरन यूरोप का यह जो हिस्सा वेस्टरन यूरोप का यह हिस्सा सिर्फ और सिर्फ 60 गांट में चल रहा है ठीक है राजा कि लॉट्स के साथ और चर्च के साथ मिलकर पूरे पॉलिटिकल सिस्टम सोशल सिस्टम और इकनोमिक सिस्टम को मैनेज कर रहा होता था प्लीड तो यह पूरी व्यवस्था उस समय चल रही होगी जबकि अगर आप देखोगे पूर्वी रोमन सामराज तो पूर्वी रोमन सामराज में क्या था वह भी धीरे-धीरे डिसिंटेग्रेट हो जाएगा क्लियर है ल वहाँ पर खास चीज यह थी कि यह हमेशा ट्रेडिंग रूट का इंपोर्टेंट पार्ट बना रहा ठीक है तो जो ट्रेड होता था चाहे वो इस्टिंट कंट्री से होता हो चाहे वो रिजिनल ट्रेड होता हो पूरे ट्रेड का दोनों तरह के ट्रेड का यह इंपॉर्टेंट पार्ट हुआ करता था यह एरिया ठीक है खासकर इटालियन स्टेट्स की बात कर रहे हैं तो जब विस्तार हुआ इस ट्रेड का पूर्विक शेत्र भाजन्टाइन एंपायर में ठीक है जिसे आप इस्टरोमन एंपायर एंपायर भी कह रहे हैं तो इसी इस्टरोमन एंपायर यह बेजंटाइन एंपायर में जब ट्रेड का एक्सपांशन हुआ इस्पेशली जब आपके इस्लामिक इन्वेजन हुए यहां पर और इस्लामिक कंट्रोल में आया यह एरिया ठीक है तो इनका ट्रेड इस्टैब्लिश और कि आपको पता है कि बेजेंटाइन एंपायर को हमारे खलीफां और सुल्तानों ने जीता फिर आगे जाकर उनको इसलामी करण हो गया पूरी तरीके से तो फिर उन्होंने यहां पर फिर से उसी ट्रेड को प्रमोट करा जो ट्रेड पहले चलता था बल्कि उसको अब और ज� जो ट्रेड होता था वह इस्ट से होता जरूर था बट उतना ऑर्गनाइज नहीं था लेकिन अब चुकी जो हमारे सुल्तान थे यह कहां पहुंच चुके थे यह हमारे खुरासान और कांधार तक पहुंच चुके थे भारत के उत्तर-पश्चिम सीमाओं तक तो अभी बड़ा उस सिल्क रूट को भी प्रॉपर ऑर्गनाइज कर चुके थे एक तरीके से प्लीट है तो इस्लामिक कंट्रीज के साथ इन पूर्वी रोमन शहरों का आप कह सकते हैं ट्रेड रिवाइवल होना शुरू हुआ और जब ट्रेड रिवाइवल होना शुरू हुआ जब रिवाइवल शुरू हुआ व्यापार फ्लॉरिश होने लग गया तो व्यापार के फ्लॉरिश होने के साथ-साथ इन शहरों में लोगों का आवागमन लोगों का मूवमेंट तेजी से बढ़ा और जैसे-जैसे 12 शताबदी आई तो 12 शताबदी में मंगोल्स भी भी आए फिर यह और मंगोल्स ने भी इस एरिया को पहले तो प्लंडर करा पहले तो दौस्त करा नष्ट करा लेकिन उसके बाद फिर से रिवाइव करा तो कुल मिलाकर यहां आप देख रहे हैं कि जो डिस्ट्रक्शन और कंस्ट्रक्शन का काम है वह तेजी से चल रहा था परिवर्तन तेजी से हो रहे थे और यहां के जो परिवर्तन हो रहे थे वह बहुत लांग डिस्टेंस वाले उनका अपने ही आप में एक adjustment था, वो feudal system medieval में वो अपने आप में एक adjustment था, लेकिन Eastern Europe चुकी नए-नए culture के साथ जुड़ रहा था, पहले वो Islamic culture के साथ जुड़ा, फिर वो Mongol culture के साथ जुड़ा, फिर वो Silk Route का हिसा तो बना ही था पहले से, Silk Route भी revive हुआ, और वो Silk Route Mongols के जमाने और अब यह जो शहर है वह ज्यादा महत्वपूर्ण रोल प्ले करेंगे खासकर आपके थर्टीन फॉर्टीन सेंचुरी के बाद यह जो आपके महत्वपूर्ण शहर है इटली है ना वैनिस जिनवा यह शहर अब और ज्यादा महत्वपूर्ण रोल प्ले करने वाले हैं क्लियर है चलो तो अब हम एक-एक करके कुछ शहरों के बारे में समझते हैं कि इनमें से कौन-कौन से शहर थे वहां किस तरीके से सिटीजन शिप थी वहां किस तरीके से एडिकेशन था वहां किस तरीके से चेंज इस जिस चल रहे थे तो सबसे पहले वन आफ दाव मोस्ट वाइबरेंट सिटी इनमें से जो सबसे महत्वपूर्ण शहर की बात अगर मैं करूं तो महत्वपूर्ण शहर सबसे था वैनिस ठीक है और दूसरा जनवा यह देख लो ठीक है यह हो गया आपका वैनिस शहर यह हो गया आपका जनवा शहर तो यह दोनों शहर इटालियन स्टेट के सबसे इंपोर्टेंट शहरों में से हो गए क्योंकि यहां पर मैक्सिमम जो है वह इटली के अलावा यह यानि रोम के अलावा यह वाले जो इलाके हो गए आपके इनके अलावा यह वह एरिया तो यही प्लेट थे अपना ठीक है सब्सक्राइब क्यों क्योंकि इन यह यूरोप के बाकी हिस्सों से अलग क्यों थे क्योंकि यहां पर चुकी थोड़ा सा शहर छोटे-छोटे थे और शुरुआत में थोड़ा सा इस्टर रोमन पायर के जो है कुछ जो और ट्रेड की वजह से जो इंपाक्ट है यहां पर वह बना रहेगा तो यहां वेस्टर्न यूरोप का जो इंफुलेंस है वह कम हुआ वेस्टर्न यूरोप का जो फ्यूडल इंफुलेंस है वह यहां पर कम था ठीक है तो सामंतवादी जो इंफुलेंस है सामंतवादी जो प्रभाव है वह इन शहरों में कम रहेगा यानि कहने का मतलब यहां जो लॉड है है और यहां पर जो clergy है यानि जो धार्मिक शाशक वर्ग है वो उसका प्रभाव यहां पर कम रहेगा clear है तो उसकी वजह से यहां जो political system develop हुआ वो एक अलागी political system था ठीक है यहां ना feudal lords dominated थे यहां ना clergy dominated था तो जब ना feudal lords dominated रहेंगे ना clergy dominated रहेंगे तो कौन सा तीसरा वर्ग आएगा middle class का वर्ग हमेशा ऊपर आने की कोशिश करेगा क्यों क्योंकि feudal और clergy में हमेशा यह रहता था कि जो तीसरा वर्ग रहता था third order रहता था जाता था उसका क्या होता था उसका हमेशा एक्सप्लोइटेशन होता था उससे काम लिया जाता था और उसको यही सिखाया ही जाता था अनुसार तो एक तरीके से साइकोलॉजिकल एक्सप्लोइटेशन भी होता था और उसका एक जो लेबर वाइज फिजिकल क्योंकि वो तो होता ही था नहीं है तरीके से शोषित किया जाता था उस वर्ग को वह यहां नहीं होता था इसलिए जब यह बचा होगा लोगों का तो उनको आजादी मिलेगी फ्रीडम मिलेगी थोड़ा सा जब फ्रीडम मिलेगी तो वहां पर सिटीजनशिप अलग तरीके से होगी बजाए यानि कि अगर कंपेर करो तो दूसरे राज्यों के या वेस्टन यूरोप के दूसरे हिस्सों के तो यहां पर भी वही था फ्यूडल लॉर्ड्स का इंफ्लूएंस नहीं था और क्लर्जी का इंफ्लूएंस नहीं था इस जिसकी वजह से अच्छा ट्रेड चली रहा है ठीक है ट्रेड अपने आप में सफीशिंटली रन करी रहा है और इस ट्रेड को हैंपर करने वाली सोसाइटी जो है मेडिवल सोसा हमारे मर्चेंट्स हैं ठीक है यहां पर हमारे जो बैंकर्स हैं हमारे जो लॉयर्स हैं ठीक है इनका डेवलपमेंट बहुत तेजी से होगा और जैसे-जैसे इनका कि इनका रिच मर्चेंट्स का बैंकर्स का तेज डेवलपमेंट होगा वैसे-वैसे है तो फ्रॉम लॉट्स नहीं है तो यह लोकल गवर्नेंस जो है लोकल डिसीजन मेकिंग लोकल लॉड और जो होता है यहां पर उस लॉड में ज्यादा लोग इंक्लूड होने की कोशिश करेंगे ना और जब ज्यादा लोग इंक्लूड होने की कोशिश करेंगे तो यह भी चाहेंगे कि जो पावर है ठीक है जो शक्ति है वह ज्यादा से ज्यादा लोगों के चंद पावरफुल लोग ना हो बल्कि ऐसा हो कि एक ऐसा समाज विकसीत हो जिस समाज में है कि सभी लोगों के पास थोड़े-थोड़े से अधिकार सभी लोगों के पास थोड़े-थोड़े से राइट्स हो और हर व्यक्ति जो इस जगह रहता है वह अपने आपको जगह के नागरिक के तौर पर पहचाने क्लियर है इसलिए यहां पर सिटीजनशिप के आईडियास डिवलप होंगे कि यह सिटीजनशिप के आईडियाज बहुत रेवोलूशनरी आईडियाज है बहुत क्रांतिकारी आईडियाज है क्यों क्योंकि देखो क्या होता है कि जो सिटीजनशिप का आईडिया होता है सिटीजनशिप का आईडिया लोगों को किस तरफ लेकर जाता है नेशन की तरफ लेकर जाता है जब लोग एक जगह से अपने आपको पहचानना शुरू करते हैं तो उनकी जो मांडेंसी है माइंड सेट है वह अलग रहेगा बजाएं इसके कि वह अपने आपको जगह से ना पहचान के व्यक्ति से एक जो चेंज वाली बात थी वो यह थी कि छेतर से भले थोड़ा बहुत वो पहचानते थे अपने आपको लेकिन उनकी जो आनेस्टी थी उनकी जो लॉयलिटी थी वो उस जगह के लॉर्ड के लिए थी क्योंकि उस जगह स्पेसिफिक का जिस टेरिटरी में वो लोग रह इस तरीके से लॉर्ड से यह लोग अपनी पहचान बनाते थे अपनी आइडेंटिटी लॉर्ड से बनाते थे क्योंकि वहीं उनके लिए अन्यदाता हो गया है ना सारी जमीन उसी की है लॉर्ड का मतलब ही है कि पूरी पूरा मालिकाना हक जितने भी छेत्र राजा ने उसको मैनोरियल स्टेट दिया उसका पूरा मालिकाना हक रहेगा तो सिटीजनशिप का कंसेप्ट आए नहीं वह अब वेनिस और जिनोवा इन शहरों में धीरे-धीरे सिटीजनशिप का कंसेप्ट ही इसलिए विकसित हो रहा है कि अपने आपको शहर से लगा रहे कि भाई भी आप द सिटीजन शॉप जिनोवा हम जिनोवा शहर के रहने वाले हैं मैं बैंकर हूं मैं लॉयर हूं मैं टीचर हूं इस तरीके से आइडेंटिटीज में है या फिर कॉमन इंसान है अगर वह ट्रेड में इनवॉल्वे तो अपने आपको शहर से जोड़ता है सिटीजनशिप का कंसेप्ट एक तरीके से इमोशनली कनेक्ट करता था यहां के लोगों को और ये लोग अपना बहतर देना चाहते थे इन शहरों के डेवलपमेंट के लिए क्लियर है चलो तो जब इस तरीके की चीज़ें डेवलप होगी जो लोगों के intellectual development में help करेंगी तो वो उसको और आगे promote करना चाहेंगे वही result हुआ कि इन शहरों में यानि इटली के इन शहरों में शुरुवात में कुछ विश्वविद्यालियों के स्थापना हुई ठीक हैं जो कि यूरोप के प्राचिनतम विश्व विद्यालियों में से एक है आज भी यूरोप के कुछ ओल्डेस्ट जो अर्लियस्ट यूनिवर्सिटी है उनमें से जो महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी है वह इन्हीं शहरों में है क्लियर है जिनमें से दो यूनिवर्सिटी आज वह और यूनिवर्सिटी आफ बलोगना ठीक है तो यह दिज़ वर्ड टू इंपोरेंट सेंटर्स और यू कैन से यूनिवर्सिटी जो आगे जाकर इमर्ज होंगी कैसे ऐसे लर्निंग सेंटर्स के तौर पर जहां पर लोग लीगल स्टेडीज वगैरह कानून वगैरह को पढ़ते थे क्यों क्योंकि अब इस बदलते परिवेश में लॉव हिस्ट्री कुछ ऐसे सब्जेक्ट बन रहे थे जो कि व्यक्ति को आंगे रखते थे ठीक है खासकर कानून क्यों क्योंकि अब लॉज होता था वो एक तरीके से ट्रेड और कॉमर्स में तो बहुत इंटेग्रल पार्ट हो गया उसका बई नए डोमेंस नए एरियाज एक्सप्लोर किये जा रहे हैं रोज ट्रेड के थुरू बड़े अमाउंट में बल्क में के अमाउंट में ट्रेड हो रहा है अब ट्रेड करने के लिए आपको डॉक्यूमेंटेशन करना आपको अकाउंट मेंटेन करना है आपको डिक्लरेशन पेपर्स बनाने हैं ठीक है आपको जो है वह कॉंट्रैक्ट पेपर्स बनाने हैं साइन करने हैं तो इसके लिए लॉका नॉलेज होना बहुत ज्यादा जरूरी होता था तो इसलिए यह वह उन्हें वर्षिटीज में उस समय लीगल स्टडीज को धीरे-धीरे प्रमोट किया जाने लगा और आगे कई शंचुरी तक आप देखोगे कि लीगल स्टडी जो है वह बहुत पूर्ण आपके पर्सनालिटीज हैं इस्पेशली बात करो प्री इंडिपेंडेंस एरा की तो प्री इंडिपेंडेंस एरा में जितने भी बड़े-बड़ी पर्सनालिटीज का नाम लो सब कहीं न कहीं कानून पढ़कर आए हैं कहीं न कहीं लीजिए लेंगे तो यह सारे लोग जो थे वह क्या थे कहीं न कहीं लीगल स्टडीज के बैकग्राउंड से आते थे लॉप अधिक आते थे क्योंकि लॉप आई बोलवाला और अक्सर होता है कि हम लोग अपने रिलेवेंट कोर्स करते हैं कि यह टूटी फर्स सेंचुरी है और टूटी फर्स सेंचुरी में कौन सा जो सब्जेक्ट है कौन सा फील्ड है जिसमें करियर जो बहुत ब्राइट पढ़िया रहेगा ठीक है वैसे ही इस जबाने में सोचा जा रहा है क्योंकि अल्टीमेटली बाद में इंप्लॉयमेंट तो है सही और वह हर जबाने में एक आवश्यकता रही है चलो कॉमर्स बिंग द चीफ एक्टिविटी इन दी सिटी इन शहरों में क्योंकि जो कॉमर्स था व्यापार था वन इज था वह बहुत महत्वपूर्ण अटिविटी था इसलिए भी जैसा मैंने कहा कि कमर्शियल एक्टिविटीज के लिए लॉयर्स के रिक्वायरमेंट बढ़ती जा रही थी तो मैंने वही जस्ट एक फैक्ट आपको बताया कि लॉयर्स जो होते थे वह क्या करते थे लॉयर्स और नोटरीज बड़ी डॉक्यूमेंटेशन करवा रहे हैं हम रिकॉर्ड किपिंग करवा रहे हैं हम कॉन्ट्राक्ट्स मेंटीन करवा रहे हैं मैनेजर्स करवा रहे हैं हम इसके अलावा बहुत सारे रूल्स रहे हुए हैं अब मान लो कोई एक रूल है जो ऐसा कह रहा है कि भाई व्यापार में मान लीजिए कोई भी ऐसा एक डामिनेट नहीं हो पाए ठीक है तो कुल मिला कि क्या हो रहा है कि इंटरप्रेटेशन आफ रूल्स रेगुलेशन से बहुत इंपोर्टेंट एसपेक्ट के तौर पर आ रहा है आज के डेट में भी लॉग किस बात पर जिंदा है लॉज पर इसी बात पर है कि कैसे कितना बेहतर तरीके से कौन इंटरप्रेटेशन कर सकता है लॉ लीगल सब्जेक्ट का जितना बेहतर इंटरपोर्टेशन कर लो जितना तोड़ मरोड लो उसको उत्तर यहां आप महान इंसान हो गए उत्तर यहां बुद्धिमान व्यक्ति हो गए चलिए तो यह जो सिचुएशन है वहां पर वो सिचुएशन इटली और वैनिस के शहरों मे लॉग वॉज द मोस्ट प्रिफर्ड सब्जेक्ट कानून जो सबसे यहां प्रिफर किया जाने वाला विषय हुआ करता था लेकिन कानून के साथ कुछ और भी विषय होंगे जिनको धीरे-धीरे प्रमोट कराया जाएगा ठीक है पॉपुलारिटी कराई जाएगी ताकि वह धीरे-धीरे होगा लॉग ऑटोमेटिकली तेजी से बढ़ा तो लॉग देर फॉर पॉपुलर सब्जेक्ट ऑफ स्टडी बहुत म कि उसके साथ-साथ कई और ऐसे डोमेंस थे विशेष थे जिनके बारे में भी लोगों को बताया जाता था ठीक है तो कि उस समय लोग रिलीजियस टीचिंग को उतना महत्व नहीं देते थे रिलीजियस टीचिंग को चुके महत्व नहीं देते ठीक है इसलिए रिलीजियस टीचिंग से रिलेटेड जो है वह सब्जेक्स या कुछ ऐसी चीजें वह इंट्रड्यूस भी नहीं की जाएंगी लेकिन भले यूनिवर्सिटीज में रिलीजियस रिलीजियस टीचिंग से रिलेटिड कुछ चीजें नहीं पढ़ा जाती थी उसके बावजूद भी रिलीजियस जो डोमेन है वह सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनेगा क्यों क्योंकि मिडिवियल समय में रिलीजियन जो है आप देख रहे हैं कितने अगर लेवल वेनिस के इटालियन जो स्टेट्स वेनिस और जेनोवा फ्लॉरेंस यह जो शहर है इन शहरों के लोगों का जीवनिस्थर और जीवन लिए देखिए और बाकी वेस्टर यूरोप के जो सिटीज हैं वहां पर लाइफ स्टाइल लाइफ पैटर्न देखिए तो ���नके जीवन धर्म बहुत डिप रूटेड है कंपरेटिवली इनके जीवन में धर्म बहुत कम डिप रूटेड है कम क्या डिप रूटेड मतलब बहुत कमी है इनवॉल्मेंट क्योंकि यह लोग धर्म को एक बैरेड की तरह नहीं एक पैटर्न की तरह ले रहे हैं कि ठीक है हां पर्सनल फेद का मैटर है और पर्सनल फेद के हिसाब से चलना चाहिए उसको क्लियर है तो थोड़ा सा लिबरल है यहां पर लोग वह थोड़ा सा क्या बहुत ज्यादा लिबरल है इन शहरों में लोग इसलिए भले यूनिवर्सिटीज में जो रिलीजिस पीचिंग्स के डोमेंस है उनको प्रोमोट नहीं किया जाएगा लेकिन उसके बावजूद भी लोगों का जो इंटरेस्ट है वह इस सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा रहेगा ठीक है सो दिस वॉज द कल्चर विच हिस्टोरियंस इन नाइनटीन सेंचुरी वर्ड लेबल ह्यूमिनिज्म क्यों कि क्यों इसको ह्यूमिनिजम का लेबल देना है 19th सेंचुरी में जो इतिहासकार है हमारे वह लोग इस पैटर्न को जिसमें लोग रिलीजियस टीचिंग या रिलीजियस के रिलेवेंस के बारे में बात कर रहे हैं धर्म के रिलीजियस के बारे में बात कर रहे हैं जिसम प्रश्नानून की जो है वह के ज्ञान या डोमेन के बारे में बात कर रहे हैं इस पैटर्न ऑफ लाइफ को क्या नाम दिया गया ह्यूमिनिजम नाम दिया गया ठीक है ना मानवतावाद ह्यूमन सेंट्रिक थेवरी या ह्यूमिनिजम या ह्यूमिनिजम या ह्यूमिनि� है तो ह्यूमन सेंट्रिक थेवरी बहुत इंपोर्टेंट डोमेंस को बहुत इंपोर्टेंट एसपेक्ट्स को कवर करती है अब बात करते हैं कि यूनिवर्सिटीज में यह यूमनिस्ट वे आफ थिंकिंग है उसको कैसे प्रमोट किया गया धीरे-धीरे यह यूमनिस् या ह्यूमिनिस्ट या ह्यूमिनिजम का व्यू है ठीक है यह क्या कह रहा है कि देखो अभी तक अब यह लॉग और यह जो बाकी विषय आपको पढ़ाए जा रहे हैं तो सोसाइटी को जानने के लिए जीवन को समझने के लिए और समाज आज को समझने के लिए बहुत सारे एक नए विषय की जरूरत है नया कुछ सोचने की जरूरत है क्योंकि धर्म ने आपको बहुत कुछ नहीं पढ़ाया है यानि जो रिलीजियस टीचिंग से आपको मिला वह तो ठीक है लेकिन रिलीजियस टीचिंग से आपको बहुत सारी चीजें अभी नहीं मिली है तो जो रिलीजियस टीचिंग से नहीं मिला है वह अब आपको बताया जाएगा इन यूनिवर्सिटीज में ले रहे तो यूनिवर्सिटीज में बेसिकली यह जो पक्ष निकाला यह जो नया कंसेप्ट निकाला हिमेनिजम यह अपने आप में एक नया कंसेप्ट था था अपने आपने उसमें नया कंसेप्ट था क्योंकि ह्यूमन सेंट्रिक थेवरी जो है या ह्यूमिनिजम जो है इसको तो अभी तक इग्नोर किया गया था अभी तक लाइफ में चाहे वह फर्स्ट ऑडर की हो सेकंड ऑडर की हो थर्ड ऑडर की हो इन सबके लाइफ में रिलीजिन जो होता था वह सेंटर में होता था आप देखोगे राजा भी है तो राजा को क्या किससे जोड़ दिया गया कि उसके इंस्ट्रक्शंस को डिवाइन इंस्ट्रक्शंस कह दिया गया कि वह इंस्ट्रक्शंस गॉड से आ रहे हैं जो हमारे फर्स्ट क्लास के लोग हैं क्लर्जी पोप वह अपने आपको डिवाइन रिप्रेजेंटेटिव बताने लग गए थर्ड जो हमारा ऑडर कोई नहीं सुन रहा था थोड़ा डर की सुनते तो ह्यूमिनिजम पहले आ जाता ठीक है तो रिलीजिन के चारों तरफ जो लोग थे उनका बड़ा बोलबाला था लेकिन जो थर्ड ऑर्डर है तीसरा वर्ग है जो सामान इंसान का दौर का वर्ग है ठीक है उसको तो उसको उस दौर में गिना ही नहीं जाता था उसका कोई रिलेवेंस नहीं था वह सिर्फ और सिर्फ सेवा करने के लिए था सिर्फ और सिर्फ किसलिए था कि चलो लायबिलिटीज पे करते चलो रिस्पॉंसिबिलिटीज जो है उनको ओबे करते चलो निभाते चलो लेकिन बदले में आप बस जीवन इस तरह से रहेगा कि हां ठीक है खाने पीने के लिए सफीशन चीजें मिल जा रही हैं बस और इसके अलावा एम्यूजमेंट थोड़ा बहुत आनंद कर लिया फेस्टिवल के दौरान छुट्टियों के दौरान जीवन उसके बाहर कहीं नहीं है ठीक है प्रश्न करने की बात तो कहीं से कहीं तक आती ही नहीं थी तो यह जो नए विश्व विद्याला है इन्होंने लॉ और जो नई टीचिंग्स है नई टीचिंग्स जो न्यू सब्जेक्ट जोड़े ठीक है जो सब्जेक्ट से कि लॉजिक रीजन ठीक है उसको प्रमोट करते थे तरफ को प्रमोट करते थे इंटरपोटेशन ठीक है इनको प्रमोट करते थे यह चीजें जो है वह धीरे-धीरे एक नए व्यू को डेवलप करेंगे जिस व्यू को हम कह रहे हैं यूमिनिस्ट व्यू क्योंकि यह वह चीजें थी जो आपका धर्म आपको नहीं सिखाता था यह वह चीजें थी जो रिलीजियस टीचिंग से नहीं आती थी ठीक है धार्मिक शाहों से रिलीजियस टीचिंग से यह चीजें नहीं आती थी ना प्रमोट किया जाता था उस जमाने में तो यह प्रियू है इन सब का कॉम्बिनेशन चलो सो द टर्म ह्यूमिनिस्ट वॉज यूज फॉर मास्टर्स हुट टॉट ग्रामर रेटॉरिक पोइट्री हिस्ट्री एंड मूरल फिलोसोफी को यह नहीं ऐसे लोग जो इन चीजों को प्रमोट कर रहे हैं आप देख आपको क्या सिखाती ग्रामर आपको किसी भी चीज के रूल्स रेगुलेशन के बारे में बताती ग्रामर का मतलब ही हो गया नियम-कानून ग्रामर का मतलब रूल्स रेगुलेशन हो गया नियम-कानून हो गया ना चाहे वह आप हिंदी की पढ़ना सेंटेंस फॉरमेशन के रूल्स रेगुलेशन क्या है ठीक है लिटरेचर पढ़ने के रूल्स रेगुलेशन क्या है तो कहीं न कहीं क्या है वह आपको क्रियोसिटी की तरफ लेकर जाएगा ना कि अच्छा यह शब्द बनता है तो कैसे बनता है यह प्राक्टिस हो गया यह वह सब्जेक्ट थे जिनको अब यूनिवर्सिटी ऑफ पाजुआ जो है उसमें पढ़ाया जाएगा ठीक है इटली का एक बहुत महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी है ठीक है और इन यूनिवर्सिटी में यह रेवोलूशनरी आईडिया जो है वह बाकी यूनिवर्सिटी को भी अट्रैक्ट करेंगे धीरे-धीरे यानी इटली के जाए जो निवेसिटी है दूसरे शहरों की उनको भी अट्रैक्ट करेगा और इसके साथ तो नए जो आपके शहर हैं उन नए शहरों में नई यूनिवर्सिटी इसको स्टैबलेश करने में जो है वह ऐप करेगा क्लियर है तो यूनिवर्सिटी ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रार्क ठीक है जो कहां पर होगी और फ्लॉरेंस में होगी ठीक है जो कि पेट्रार्क बहुत बड़े फिलोसफर हो गए हमारे तो पेट्रॉर्क के होम टाउन में ही यह यूनिवर्सिटी जो थी वह हुआ करती थी और इस यूनिवर्सिटी में पेट्रॉर्क उन सारी चीजों को प्रमोट करेंगा जो चीज ह्यूमिनिस्ट व्यू को आगे जाके और कि स्ट्रांग करने वाली और मजबूती देने वाली ठीक है यह कंसेप्ट आगे बढ़ना शुरू हुआ कि एक शहर जो होता है एक सिटी जो होती है वह कैसे जाने जाती है वह अपने रहवासियों से अपने सिटीजन से अपने नागरिकों से जाने जाती है ठीक है और साथ-साथ कि जो वहां की वेल्थ है उसके साथ जाने जाएगी भाई कितना प्रॉस्पेरिटी है कितनी संपन्नता है उस शहर में कितनी वेल्थ है वेल्थ का मतलब है कि हाउ वेल कनेक्टेड डाट सिटी इज फ्रॉम द पोर्ट ठीक है कि नए जो ट्रेडिंग तो अवश्य बात है वहां के लोगों का जो लिविंग स्टैंडर्ड होगा लिविंग स्टैंडर्ड भी बहुत अच्छा होगा ठीक है वहां के लोगों का जीवनिस्तर होगा वह अच्छा हुआ विश्व बात है ना इनकम जनरेट हो रही होगी तो वह इनकम डिस्ट्रिब्यूट भी होगी ना अब ऐसा तो है नहीं कि इनकम जनरेट हो रही होगी तो वह इनकम कुछ लोगों के हाथ में चली जाएगी अब सकती है लियर है तो एक शहर जो है वहां के नागरिकों से जाना जाता है इस तरीके के नए-नए कंसेप्ट सारे हैं देखो यानि शहर को अब राजा या लॉर्ड से नहीं जोड़ा जा रहा है शहर को तीसरे वर्ग से जोड़ा जा रहा है तीसरा वर्ग अपरिफेंस वर्ग में आ रहा है तीसरे वर्ग की वैल्यू जो वह बढ़ रही है क्लियर है तीसरे वर्ग में ही से तो मिडल क्लास निकल कर आ रहा है ट्रेडर्स और मर्चेंट्स निकल कर आ रहे हैं तो कोई भी शहर जो है वह शहर अपने नागरिकों से जाना जाता है वहां के आ इकोनॉमिक प्रॉस्पेरिटी से जाना जाता है क्लियर है और फ्लॉरेंस जो शहर होगा जहां पर पेट्रार्क यूनिवर्सिटी स्टैब्लिश कर रहा था वह शहर जो है वहां पर आगे जाकर आप देखोगे कि कुछ और बड़े फिलासफर्स हैं जिन्होंने रिलीजियन और दूसरे सब्जेक्ट्स में अपने विचार दिए और उनको क्या किया रैक्टिफाई किया रेवोलूशनरी आइडिया इंटरड्यूज करें जैसे 1265 से लेकर 1321 यानि कि सेकंड हाफ आफ थर्ड सेंचुरी से फर्स्ट हाफ आफ 14 सेंचुरी के धीम का जो सेंटर पॉइंट होता था, वो पुराना धर्म नहीं था, जो समाज को पीछे की तरफ खींचता था. ऐसा धर्म नहीं था, जो लोगों को reason, logic और questions को raise करने से मना करता था. ऐसा धर्म नहीं था, जो सिर्फ वो चीज को accept करने के लिए कहता था, जो tradition से चली आ रही है. इसके religious themes की खासियत यह थी, कि यह धर्म को इंसान से जोड़ के देखने के लिए कहता था.
यानि धर्म इसलिए नहीं बना है कि धर्म का tool जो है, वो as a fear इस्तेमाल किया जाए. और एज आफ फिर टूल इस्तेमाल करके लोगों को क्या किया जाए उनकी लाइफ को रेगुलेट किया जाए क्योंकि होता यह था पहले आपने पढ़ा पुराने वीडियो में पुराने का मतलब इसके जस्ट चैप्टर के पहले वाले वीडियो में कि हमारा पर्स्ट प्लेजी है वह क्या है वह टू टूल आफ फिर एक एटमोस्फियर बनाता था इस तरीके से धर्म को लेकर कि डर लोगों के मन में रहे और शायद धर्म को डर से जोड़कर उसका पालन करवाना आसान हो जाता था लेकिन दांते किस चीज को रिलीजियन इस दो मैटर ऑफ फेद यानी कि आस्था का विषय है और धर्म इसलिए बनाया जाना चाहिए ताकि वह ह्यूमन वेलफेयर करें ना कि इंसानों को यूज करके इंस्टिटूशन बने क्लर्जी पोप और विशब जो बड़े-बड़ी लिए बनाएं रिच हो टैक्स लें और ह्यूमन वेलफेयर जो है वह साइड में हो जाए मनुष्य का जो कल्यान है वह किनारे हो जाए प्लीट है तो आप देखो कि आगे किस तरह के बड़े स्कॉलर्स आ रहे ठीक है गौतो तो यह एक आर्टिस्ट है नए आर्ट को जन्म देगा पुराना आर्ट जो होता था वह पुराना आर्ट वह भी रिलीजियस थीम्स के ऊपर डिपेंडेंट था या मैं कहूं उसी से मोटिवेटेड होता था लेकिन नया आर्ट जो है उसमें इसने नई चीजें एड करी इसने फिर वही शुरू किया उसको पोट्रेट करना शुरू किया जो कि पहले नहीं होता था अब यह जो नए परिवर्तन है यह नए परिवर्तन लेकिन चलो कहीं पर पेंटिंग हो रही है नया एरिया बना हुआ है उस नए एरिया में यूनिवर्सिटी बनी हुई उस यूनिवर्सिटी का आर्किटेक्चर लगे पहले कैफी बन रहे थे बिल्डिंग्स बन रहे थे उसमें क्या था बाइबल्स की बातें यह रोमन सामराज से भी आप इसको रिवेट कर सकते हो ठीक है ना यह रिलेट कर सकते हो तो रिलेट करने का मतलब है वहां होती तो ह्यूमन फॉर्म में थी ना और ह्यूमन फॉर्म में होती थी तो उसमें कहीं न कहीं वापस से एक यह भी एक पैटर्न था कि रोमन सामराजी माना जाता ना कि इंसान और अगर देवता भी है तो वह साथ-साथ रहते हैं उनका कोई out to the hell ठीक है ना तो यह जो परंपराएं है नई परंपराएं यह स्थित हो रही है अब आगे के वीडियो में हम समझेंगे कि और कौन से चेंजेस हुए जिन चेंजेस ने रेनेसांस को और करीब ला दिया तो बने रहिए मैंने बेज के इसके बारे में पढ़ने जा रहे हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप इंटायर हिस्ट्री के बारे में कुछ पढ़ने जा रहे हो यह मिडिवियल यूरोप और मॉडर्न यूरोप के बीच का एक ट्रांजिशन फेज है जिसमें जब यह इंटेलाक्चुअल चेंजेस हो रहे हैं बॉदिक परिवर्तन हो रहे हैं तो उन परिवर्तनों में जो प्रोफेसर्स हैं जुनिवर्सिटीस के जो नए आ रहे हैं लॉ जाता पहले बीच में कैसा हो गया और यूरप को आप हमें कैसा बनाना है ले रहें तो उसी को यूमिनिस्ट विव कहा गया एक और चीज जान लेना जरूरी है यह एसेंस एक तरीके से कि ह्यूमन तो इसका मतलब पहले कोई और चीज रही थी तो अभी तक के वीडियो देखकर समझ में आ गया होगा अब कई बार वह चीज रिपीट हो चुकी है तो पहले रिलीजन था और रिलीजन में क्या चीज थी रिलीजन में इंसान बहुत नीचे था जो हमारा मेडिवियल फेज का रिलीजन है उस उसमें रिलीजियन को इंसान को एक तरीके से ऐसा पोट्रेट किया गया था एक तरह से ऐसे दिखाई गया था कि देख सिनर्स बहुत बड़े पापी हैं और पणिश्मेंट मिली हुई है उनको बहुत और हमेशा गॉड से डर के रहें फिर फुल अ कंडीशन में रहें ठीक है तो अगर फिर फुल कंडीशन में रहेंगे तो ठीक है एक्टिविटीज उनकी ठीक-ठाक होती चली जाएंगी अदरवाइस फिर हो गया कुछ नहीं होने वाला उनका हैल में जाएंगे हेवन में कभी नहीं जाएंगे तो यह क्रिस्टियंस का उस समय का अपना प्रीचिंग है उस समय थोप दिया इस तरीके से कहके लेकिन अब मानवतावादी humanist view जो आ रहा है वो humanist view इनसान को रख रहा है religion के बीचो बीच कि ठीक है मान लेते हैं बट religion faith का भी matter है और साथ religion इसलिए है कि चलो ठीक है भगवान हमने गलते हैं जलती करी और भगवान के लिए सिनर हो गए लेकिन हम अपनी अच्छी अक्टिविटीज से अपने को इंप्रूव भी कर सकते हैं और अपने को इंप्रूव करने के बाद अपने उस सिनर वाली आइडेंटिटी को खत्म भी कर सकते हैं ठीक है तो लॉजिक और रीजन्स आप हिस्ट्री में है ना उसी को आप पूरा समझते हैं चलिए ह्यूमिनिस्ट थॉट जो ह्यूमिनिस्ट लोग हैं अब ह्यूमिनिस्ट वर्ड जब आएगा अभी इस पूरे वीडियो में तो आएगा ही तो ह्यूमिनिस्ट से मतलब समझ लेना कि ऐसे लोग जो पुरानी जो रिलीजियस डॉमिनेंस वाली थेवरी है इसको डिसकार्ड करके उसको छोड़कर इंसान को प्रिफरेंस में लेकर आ रहे हैं जैसे आइडियोलॉजी बनती है ना, जैसे विचारधाराएं बनती है ना, जैसे सोशलिजम, समाजवाद, ठीक है, जैसे इंडॉस्ट्रियलिजम, ठीक है, अदोगे क्रांती या उदोगवाद कह दो, वो तो इंडॉस्ट्रियल रेवोलूशन हो गया, अदोगे क्रांती, है इसम का मतलब आइडेलॉजी कुछ विचार धारा वाद जुड़ गया इसमें और जो लोग इसको मानते हैं ठीक है कम्यूनिस्ट कहते हैं ना सोशलिस्ट कहते हैं ना वैसे ह्यूमिनिस्ट हो गया यानि एक ऐसा पर्सन हो गया जो इस ह्यूमिनिस्म के प्रभाव को क्या कर रहा है जी रहा है प्राक्टिस कर रहा है ठीक है उसको प्राक्टिकालिटी में लेकर आ रहा है तो अ यह जो लोग है यह विचार रखने थोड़ द वर रिस्टोरिंग ट्रू सिविलिजेशन यानि उस पुरान पुरानी जो है पुरानी विचार धारा जो है पुरानी सभिता जो है उसको वे लोग क्या है रिस्टोर कर रहे हैं इनका कहने का मतलब ताकि में रिस्टोर कर रहे हैं इसका मतलब कहीं समझ देश यूमिनिस्ट व्यू वॉज लॉस्ट कहीं न कहीं पुराने यूमिनिस्ट व्यू को खो चुके थे तब न यह उसको वापस से रिवाइब कर रहे हैं रिस्टाब्लिश कर रहे हैं ना हां बिल्कुल ऐसा ही हुआ था तो कैसे-कैसे वह सब अभी पढ़ोगे अभी वही पूरा डिस्क्रेशन करना है तो इनका कहना था कि ह्यूमिनिस्ट जो है उसका मतलब यह है कि पुराना एक मानवतावादी दृष्टिकोण यूरोप का खो गया है उसको यह लोग रहे हैं रिस्टोर करने की कोशिश कर रहे हैं और वास्तविक्ता में कई सालों से पहले तक ठीक है आज यानी कि जिस यूरोप जो है जो है उसमें यही जो है वह ट्रू सिविलिजेशन था ठीक है यार यूरोप का जो सही मायने में सब्वता था वह वास्तविकता में यही थी कौन सी ह्यूमिनिस्ट वाली सो यूमिनिस्ट वॉज एक्ट्री द ट्रू सिविलिजेशन ऑफ द यूरोप प्लीज हैं और अब कई सालों के अंधेरे युग के बाद अब कई सालों के कई सेंचुरीज के अंधेरे युग के बाद हम जो है वापस से इसको इस्टैबलेश कर रहे हैं क्यों क्योंकि हुआ यह कि true civilization established थी जो कि humanist view की तरफ जाती थी ठीक है और हुआ यह कि वो जो समय था जब true civilization थी वो था Roman Empire का time ठीक है Roman Empire का time था वो और Roman Empire जैसे ही disintegrate हुआ Roman Empire का fall down हुआ तो Roman Empire के fall down के साथ वो सारी practices जाती रही वो सारी practices भुलाते रहे लोग और उसके बाद का time ये लोग refer करते तो मिडिल एज यानि मिडीविल पीरियट जो है इसी को यह डार्क एज कह रहे हैं अधेरे का युग कह रहे हैं लिया तो कई आगे के कई सालों तक जब रोमन सामराजय का पतन हो गया तो उसके बाद यूरोप में अधेरा छाया रहा मद्यकाल का युग रहा यूरोप कहना था कि लोगों का दृष्टिकोण संकुचित हो गया लोगों का देखने का जो व्यू है ठीक है वह बदल गया धर्म उनके अ जीवन में इस तरीके से हावी हुआ जिसने उनकी साइंटिफिक पॉलिटिकल एकोनॉमिक प्रॉग्रेस को हैंपर किया ठीक है यानि सारी सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक जो उन्नति है वह रुक गई तो ध्यान रखना यहां पर बहुत महत्वपूर्ण चीज रहे हैं कि डार्क एज जो है या मेडिवियल एज जो है वह हजारों साल का एक ऐसा टाइम पीरियर था जो रोमन एंपायर पर पहले पुराना व्यूजिक तो समझ लें तो इस समय यह क्या कह रहे हैं मिडिल एजिस में मिडिविल पीरियड में कह रहे हैं कि रोमन एंपायर के खत्म होने के ब डाउन के बाद जो मेडिवियल पीरियड आया उस मेडिवियल पीरियड में इन्होंने क्या कहा कि चर्च क्या था चर्च का कंप्लीट कंट्रोल था ओवर मैंस माइंड मनुष्य के दिमाग में इंसानी दिमाग में सबसे ज़्यादा नियंतर था चर्च का चर्च इनसान की सोच को नियंत्रित कर रहा था और यह चीज आपने बहुत अच्छे से समझी है पुराना जो चाप्टर हमने अभी पढ़ लिया चाप्टर 6 आपका चाप्टर 6 पूरी तरीके से इसी के उपर बेज था आपका फर्स्ट सेकंड थर्ड ओर्डर जो डेवलप ह सेकेंड ओर्डर तो रूल कर ले रहा था लेकिन वो भी अपनी वैलिडिटी फर्स्ट ओर्डर से लेता था फर्स्ट ओर्डर का काम कुछ नहीं था बढ़िया नहा दोके सफेद कपड़े पहन लिया इनोंने क्रॉस लटका लिया और इसके बाद बाइबल के ज्यान को लोगो प्रार्थना करेंगे जीज़स से ख्षमा मागेंगे इस वर्ष से ख्षमा मागेंगे और अच्छे कर्म करेंगे तो वह बदल भी जाएगा ठीक है या आपको हेवन में जगह मिलेगी लेकिन शुरू में तो कुछ दिन ऐसा हुआ लेकिन बाद में ऐसा नहीं हुआ बाद में जो प्रीचिंग करने लोग जाते थे ये अच्छे कपड़े पहन के क्रॉस लटका के जो लोग जाते थे इनका खुद का मॉरल कैरेक्टर ड उसमें चर्च में रहने लग गए बहुत सारे प्रॉपर्टीज बनाने लग गए ठीक है स्कैंडलस लाइफ जीने लग गए ठीक है और उसके बाद आप सोच सकते हैं कि जब ऐसा व्यक्ति मतलब कुल मिला के आज के 21 सेंचुरी के कुछ बाबा जो है कुछ बहुत पवितर जीवन जीना चाहिए तो आपको हर जगह ऐसे लोग मिल जाएंगे यही सिचुएशन यूरोप में जमाने में मिलेगी आपको और पब्लिक समझ रही है विश्ची इसको लोग समझना शुरू कर चुके हैं इस चीज को पॉलिटिकल लीडरशिप भी तरस्त आ है और इसी नियंत्रण की वजह से यह जो ट्रू सिविलाइजेशन का फेस था इस फेज में जो भी ज्ञान था इंसान के अंदर वह पूरा का पूरा क्या हुआ ब्लॉटेड आउट हो गया वह पूरा का पूरा ढख गया पूरा का पूरा खत्म हो गया उसको दाग गया ठीक है क्योंकि पुराना जो रोमन एंपायर था उस रोमन एंपायर में लाटिन और ग्रीक जो लोग थे इन आपको है तो लाटिन और ग्रीक यानी कि लाटिन और युनानी भाषाएं और इन ही सभ्यताओं का जो प्रभाव पड़ा था रोम सामराज के ऊपर या मैं कहूं कि बेसिकली रोमन सामराज इन्हीं सभ्यताओं को जी रहा था इसी के विकसित सामाज को समाज को विकसित सोसाइटी थी और वह विकसित सोसाइटी बाद के मेडिवियल टाइम में नहीं रही जैसे-जैसे रोमान अंपायर का तो फॉल डाउन हुआ जैसे रोमान अंपायर का फॉल डाउन हुआ वैसे यह सारा ज्ञान जाता रहा और उसकी जगह चर्च का ज्ञान या चर्च का धर्म लेता रहा लेकिन चर्च के धर्म ने शुरू में लोगों को धर्म में जगह दिलाई धर्मांत्रण किया र कि उसी शोषणकारी व्यवस्था का हिस्सा बन गया जो शोषणकारी व्यवस्था सेकंड ऑर्डर चला रही थी या बरसों से चली आ रही थी धर्म लोगों के upliftment का reason ना बनके, लोगों के downfall का reason बन गया, धर्म scientific progress, political and economic progress का कारण ना बनके, social, political, economic downfall का कारण बन गया, clear है, तो ये चीज जो है वो बहुत समझनी है आपको, तो ये humanist view यही चीज समझाने की कोशिश कर रहा है, और इनका ये कहना था, कि जो ये humanist view है, ये लोग थे इन्होंने एक नए शब्द का इस्तेमाल किया आधुनिक शमय वो समय है जिस समय में आज के इतिहास को लिंक किया गया या आप कहते हैं पंदरावी शताबदी के बाद का जो इतिहास है उसी इतिहास को आप आधुनिक इतिहास कहते हैं मैं आप थोड़ा कि जिसे मॉडर्न मिडेवियल या एंशेंट कहां जा रहा है झाल है तो देखो जो प्रियोडाइजेशन है यानि टाइम का जो क्लासिफिकेशन है जो कि यूमिनिस्ट और बार्थिकल स्कॉलर्स के दौरा किया गया ठीक है वह कुछ इस तरीके का साथ का था कि इन्होंने कहा कि देखो रोमन एंपायर तो रोमन एंपायर जो है वह आपका जब से मैं अगस्त की बात करूं 27 बी सी से है ना बेसिकली यहीं से करना एन एमपायर एक्रॉस थ्री कॉंटिनेंट्स पूरा चैप्टर याद है ना तो एन एमपायर एक्रॉस थ्री कॉंटिनेंट्स के पूरे चैप्टर में आपको रोमन एमपायर मैंने पढ़ाया है उस रोमन एमपायर को दो हिस्सों में बाट दिया था मैंने कौन-कौन से हिस् कि अबस्टूट मोनार्की वाला रोमन एंपायर जिसमें सीनेट राजा के हाथ में आगस्तस के हाथ में आ गया था तो अगर यहां से भी लें तो इसा के 27 साल पहले से लेकर आगे अब आपकी फूट सेंट्री तक तो उसके बाद लगभग अंगले सौ सालों में ही हलांकि रोमन एंपायर का जो है वह क्लासिफिकेशन हो गया और फिर उसके बाद आप बेजेंटाइन को वह पूरी कहानी रोमन एमपायर की समझने की यहां जरूरत नहीं है यहां पर सिर्फ उस समय से शुरू करना है जब रोमन एमपायर का डिसिंटिग्रेशन होना शुरू हो गया तो रोमन एमपायर का डिसिंटिग्रेशन जो है वो आपके जैसे ही शुरू हुआ वैसे ही अब और उसके महत्वपूर्ण एरियाज जो है खासकर नौर्थवेस्ट के वह छोटे-छोटे ट्राइबल जो राजा थे उनके अंदर में जाते रहे या छोटे-छोटे लॉड्स थे उनके अंतर में जाते रहे ठीक है चलो तो फिफ्ट सेंचुरी से 14 सेंचुरी का जो टाइम जो रफली जो हिस्टोरियंस हैं खासकर जो ह्यूमिनिस्ट व्यूव वाले हिस्टोरियंस है वह क्या कह देते हैं मिडिलेज कह देते हैं ठीक है अब इसमें भी 5 से 14 सेंचुरी तक वह यह कहते हैं कि देखो ऐसा है कि जब की जिसको आप फ्यूडल व्यवस्था भी कह सकते हैं यानि जब फ्यूडलिजम जो है वह अपने अ पैर पसारना शुरू कर चुका था और पूरी तरीके से फ्यूडल सोसाइटी तीन हिस्सों में बट गई थी फर्स्ट सेकंड और थर्ड ऑर्डर में बट गई थी ठीक है तो फिफ्ट से नाइन सेंचुरी का जो टाइम पीरियट है जिसमें यह ट्राइबल कंफ्रिक्ट मिले यानि इस समय आपका ये दोनों जो वर्ग हैं ये साथ गाठ करके ठीक है न यानि किंग्स जो हैं वो कलर्जी वगैरा के साथ मिलकर लाटिन चर्च के साथ उससे अपनी वैलिडिटी करवा के मतलब एक तरीके से अपने आपको वैलिडेट करवा के कि ठीक है हम एक बहुत वह महान राजा है हमको डिवाइन अथॉरिटी मिल गई रूल करने की चर्च और राजा दोनों जो है वह एंजॉय करना शुरू कर देंगे तीसरा ऑर्डर जो है इसको इंजॉय शब्द का मतलब नहीं पता ठीक है ना चलो उसके बाद इनका कहना है कि नाइन से 11 सेंचुरी ठीक है यानि फिफ्ट से नाइन तक तो पूरा डार्केज रहा नाइन से 11 सेंचुरी तक अर्ली कि जब आपने इसके पहले वाला चैप्टर पढ़ा है इसके पहले जस्ट पहले वाले चैप्टर में ठीक है चेंजिंग ट्रेडिशन्स में तो उसमें आपने पढ़ा था कि यूरोप में इन्वायर्मेंटल चेंजेस हुए एग्रिकल्चुअल चेंजेस हुए ठीक नए आए धीरे ट्रेड वगैरह भी ड्रेवलप होना शुरू हुआ हालांकि बाद में फिर से हैंपर होगा लेकिन फिर भी कुछ चेंजेस आए थे फिर यह चीज और प्रोमोट हुई जब नए टाउंस का डेवलपमेंट हो गया नए टाउंस और सिटी हुआ इन cities और towns में एक वर्ग निकल के आया जिनने आप कह रहे थे traders का वर्ग ठीक है यानि व्यापारी merchants कह रहे थे आप तो यह जो नए traders और merchants थे इन लोगों ने एक नए fourth order का गठन किया मतलब फोर्थ ऑर्डर बकायदा ऐसा कुछ नहीं कि स्टैब्लिश हो रहा था लेकिन इतिहासकार लोग ऐसा कह देते हैं कि देखो ऐसा है जो मिडल क्लास उस समय आ रहा था यह मिडल क्लास ही कहीं ने कहीं फोर्थ ऑर्डर था क्योंकि एक वर्ग वाले वर्ग हो गए इनको विशेष आधिकार मिले हुए हैं इनके पास राइट सी राइट है लायबिलिटी इस तीसरे वर्ग के पास है तीसरे वर्ग की इकनॉमिक कंडीशन बहुत ही ज्यादा खराब है अब इसी तीसरे वर्ग में से यह वर्ग आया फोर्थ पर ठीक है जो संपन्न था जो राजा के साथ डायरेक्टली अपने वेल्थ के दम पर कनेक्ट हो सकता था क्लियर है तो जादा हो रहा है तो लोग कल्चरल एक्शेंजेस में नए आईडियास के साथ इंटराक्ट हो रहे हैं नए कल्चर्स के साथ इंटराक्ट हो रहे हैं और जब ये इंटराक्शन हुआ तो इन शहरों में पंद्रावी शताब्दी के आसपास नई विचारधारा फलने फूलने लग गई इसी नई विचारधारा ने लोगों को इंसान के तरफ देखने को मजबूर किया इंसान की जो बहुत बुरी हालत थी जिसको शाशक वर्ग और आपका धार्मिक वर्ग सिर्फ और सिर्फ सेवक के तौर पर देखता था उसको अब respect के तौर पर सारी चीजों को human centric माना जाने लगा अभी आगे पढ़ोगे आगे जाके कि अगर राजा है political system है तो political system जो है that should be based on the welfare of the common people यानि राजाओं के against नहीं है हम इनका कहना था लेकिन राजा public के welfare के लिए सोचे कि यह सोसाइटी का डेवलपमेंट हो इकनॉमिक पॉलिटिकल हर तरीके से ताकि लोगों को उसके फ्रूट्स मिलें आर्ट्स कल्चर लिटरेचर यह यूमन सेंट्रिक होना चाहिए क्यों ना पेंटिंग बनाई जाए वह इंसानों की पेंटिंग जिसमें इंसानों की खूबसूरती को और बया किया जाए ठीक है नए-नए लिटरेचर लिखे जाए जिन लिटरेचर में यूमन इमोशंस के एक्सचेंजेस और इंटरेक्शंस को डेपिक्ट किया जाए आप पढ़ो कि शेक्सपियर के इतने अच्छे-अच्छे ड्रामास को है ना नॉबल्स को तो आपको क्या मिलेगा रोमियो जूलियट की कहानियां सुनने को मिल रही है तो रोमियो जूलियट क्या कर रहे हैं दे आर एक्सचेंजिंग देवर अ एवं सम लॉबिंग अफेयर्स है ना तो यह सब कहां से आया पहले आप मिडेवियल टाइम पर लिख दो रोमियो जूलियट फांसी पर चढ़ा देंगे आपको चर्च वाले ठीक है ना और लॉड आकर आपके सर पर तलवार पटक कर जाएगा मार कर जाएगा क्लियर है क्योंकि उस जमाने में इंसान को इतनी आजादी नहीं थी कि वह अपने बारे में ठीक है अपने कल्चर के बारे चीजों को लिखे वह विजन ही नहीं था आपको लॉर्ड और क्लर्जी और चर्च और पोप और गॉड इसके बाहर संसार नहीं था आपका ठीक अगर आप इस प्रति कि यह मैंने शुरू में कह दिया था कि हालांकि इस विजन को यह जो हिस्टोरियंस का यह जो डिविजिन है इसको हम आगे चैलेंज करेंगे तो आगे चैलेंज करेंगे का मतलब जब यह चाप्टर खत्म हो रहा होगा तो इस चाप्टर के चाप्टर से इस पर आऊंगा और आपको बताऊंगा कि यह जो क्लासिफिकेशन हिस्टोरियंस ने किया है क्या यह क्लासिफिकेशन लेकर चल रहे हैं तो आपको पता चलेगा कि नहीं बाद के दशक में historians का perspective change हो गया इतिहास को देखने का perception change हुआ और उन्होंने कहा कि देखो ऐसा है कि येरॉप का कहना कि पहले वो बहुत सब्य थे बहुते ज़्यादा एकदम इतने civilized थे बाद में dark phase आ गया ऐसा कुछ नह पर उनके कल्चर्स और उनके साइंटिफिक टैंपर को इन्होंने आगे इनहेरिट किया और इस तरीके से इनका डेवलपमेंट हुआ तो मॉडर हुआ बात ठीक है लेकिन डार्क फेस जो कह रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं कि कोई डार्क वर्क फेस थी ठीक है तो डार्क कि आगे बढ़ते हैं तो अब जब यह चेंज आ रहे हैं ह्यूमिनिस्ट व्यू में इस ह्यूमिनिस्ट व्यू में बहुत सारे लोगों का कंट्रब्यूशन है तो यूरोप में जो विज्ञान और दर्शन में परिवर्तन आ रहे हैं इसमें कौन-कौन लोग कंट्र� और फिलोसॉफी का जो फील्ड है, इसमें बहुत बड़े चेंजेस आए, और ये मान के चलो कि आगे जाके अगर चर्च को चिनौती मिल रही है, चर्च की जो पुरानी थेवरी थी, उसके बारे में पुराम डिस्कर्शन करेंगे, बकायदा वो भी वीडियो में स ठीक है तो आप देखोगे कि पहले विज्ञान जो है यूरोप का कैसा था पहले विज्ञान यूरोप का ऐसा है जो बाइबल कह रहा है यानि भी पृत्वी गोल नहीं है आर्थिस फ्लाट एन वह तो बाद में आज आप जीवाइड शेप बोलते हो अभी जीवाइड शेप है तो पृत्वी जो है वह बहुत हिम्मत करके कोपरनिकस बोल पाया कि नहीं गोल है हिम्मत उम्मत ही नहीं थी उसकी ठीक है ना क्योंकि उसको पता था कि बोलेगा तो चर्च के क्लर्जी आएंगे कह देंगे तुम बहुत बड़े पापी हो भाई और तुमने इतना बड़ा पाप कैसे कर दिया जो ईश्वर कहकर गए हैं वह होगा सही है तुम्हारी बात सही हो जाएगी ठीक है तुम तो इंसान हो यह बॉर्न सिनर है कि नहीं तो जन्म से पापी हो तो ज्यादा दिमाग मत लगाओ ज्यादा रीजन लॉजिक मत लगाओ जो बाबिल का बाइबल कह रहा है उसको मान लो चुपचाब तो इस तरीके की बातें जो है वह हो जाती तो साइन कि इसका जो पूरा सिस्टम है वह पूरा जो चर्च कहेगा उसी के अकॉर्डिंग चलेगा फिलासोफी तो चर्च की डॉमिनेटेड है इसमें कोई डाउट नहीं तो 14th सेंचुरी के आसपास अब आप देखोगे ठीक है कि बहुत सारे जो काम है लिटरेरी वर्क है इनका ट्रांसलेशन हो शुरू होना शुरू ह तो बहुत सारे स्कॉलर्स जो है मैंने स्कॉलर्स बेगेंड टू रीड इन्होंने पढ़ना शुरू किया यूरोप के जो बहुत सारे स्कॉलर्स हैं इन्होंने यूनानी जो लेखक हैं उनके ट्रांसलेटेड कामों को पढ़ना शुरू किया अच्छा यह ट्रांसलेटेड अर्बों के द्वारा तो आप यह मानकर चलो कि यूरोप को यह जो ज्ञान आ रहा है यूरोप की जो आंखें खुल रही है इसमें बहुत सारा अर्बों का कंट्रब्यूशन से अर्बों का कंट्रब्यूशन मतलब अमाउंट में पैसे में नहीं अरब लोग जो थे ठीक है ना उनका कंट्रब्यूशन तो जो प्लेटो है वह बहुत बड़े एक ग्रीग फिलोसफर है हम सबको पता है यूनानी भर्षनिक है तो प्लेटो ने अपने जमाने में अपनी बहुत सारी फिलोसफी जो दी थी उनको बाद में हमारे अरेबिक जो ट्रांसलेट कर रहा था फ्लेडर तो जैसे-जैसे यूरोपियंस ने इन अराबिक ट्रांसलेशन्स को पढ़ा तो वैसे-वैसे इन्होंने क्या किया पढ़ा भी और उसके अलावा ग्रीड ट्रांसलेशन्स को दूसरे पर्शियन और बाकी स्कॉलर से भी कंपायरजन इस मतलब ट्रांसमीशन के तुरू या ट्रांसलेशन के तुरू पहुंचेगा इससे क्या है इससे उनके कान के दरवाजे दिरे-दरे खुलना शुरू हो रहे मतलब उनका जो मेंटल होराइजन्स है वह थोड़ा ब्रॉड होना शुरू हो रहा है कि अच्छा ऐसा है ठीक है चलो फिर दिजो वॉक्स ऑन नेचुरल साइंस अब जो लोग पढ़ रहे थे यह ज्यादा तर चीजें किसकी थी विज्ञान से रिलेटर थी गणित माथमाटिक से रिलेटर थी और आस्ट्रोनोमी से रिलेटर थी मैडिसीज से रिलेटर थी केमिस्ट्री से रिलेटर थी ठीक है तो लुट यह भी जोग्राफी के फील्ड बहुत काम करेगा तो जोग्राफी से रिलेटर थी ठीक है अब जब इन सब्जेक्ट को पारना शुरू किया तो उनको समझ में आया कि यार दुनिया धर्म से कई ज्यादा बाहर है दुनिया धर्म में नहीं टिक्की हुई है इतने सारे सब्जेक्ट हमारे पुराने पूर्वज लोग दे के चले गए और हम आज भी अभी जो है वो किस है तो उन्होंने और डेफ्ट में स्टडीज करने शुरू करें प्लीज है इसके अलावा कंपरेजन भी होना शुरू हुआ कंपरेजन कैसे शुरू हुआ मतलब कि ग्रीग का काम है या अराबिक का काम है अराबिक स्कॉलर्स लोगों ने किया यह पहले या युनानी लोगों ने किया अब उसका comparison होना शुरू हो गया तो बात सामने आए कि देखो ऐसा है कि कुछ तो ग्रीक लोगों ने किया लेकिन ज़्यादातर हमारे अरवी लोगों ने किया है क्लियर है हमारे जो अराबिक लोग हैं इन्होंने भी किया है अब उसकी शुरू हुई वह कंपायरेजन कैसे हुई जैसे जब इन्होंने कुछ शब्दों को कंपायर कंपेयर करना शुरू किया जैसे अल ठीक है तो आगे आप आपका का नाम है इब्न सिना करके एक पर्सन है तो यह इब्न सिना करके जो पर्सन है यह बुक लिख रहा था ठीक है अब यह जो बुक लिख रहा था उस बुक का कनेक्शन जो है वह एलजेब्रा से है तो याद होगा मैथमेटिक में पढ़ते हो एलजेब्रा ठीक है ना तो इन्होंने कहा यार यह तो मैथमेटिक हो गई ठीक है मैथमेटिक तो अल कहां से आ गया यह अराबिक से आ गया मतलब इसका कुछ न कुछ अराबिक कनेक्शन है तो मतलब मैथमेटिक हमारे पास कहां से आ गई यह अलजब्रा जो है बेसिकली आ गई अराबिक लोगों के पास से प्लीट तो इस तरीके से कंप्यूट होने बड़ी हुए और कंपरेजेंस में यह बातें निकल किया है कि बहुत सारे जो मुस्लिम स्कॉलर्स है इन मुस्लिम स्कॉलर्स ने क्या किया देवर कंसीरेड आईएस मैन ऑफ विजदम यह लोग बहुत ही हाई विजदम के इंसान कहलाते हैं और इटली के शहरों में इनका बहुत इंपोर्टेंट कंट्रब्यूशन है इन्होंने मेडिकल साइंस में जॉग्राफी में इन्होंने केमिस्ट्री में इन्होंने आपके बाकी सब्जेक्ट्स में अच्छे-खासे कंट्रेब्यूशन किए हैं जैसे इब्नसीना हो गया हमारा तो इब्नसीना जो है इसने इसका यूरोप में नाम पड़ा अब इसना तो कंप्रेजन है इसका इब्नसीना अराबिक में और अब इसना नाम से यूरोप में इसके ट्रांसलेशन किए गए प्लीज है वैसे ही आपका फिलोसफर था एक बुखारा का बहुत बढ़िया ठीक है अलराजी तो अलराजी का नाम यूरोपियन लिटरेचर में रेजिस के नाम से मिलेगा अब कंपारेजन कर रहे हैं तो समझ में आ रहा है कि अच्छा हां यह तो वही इंसान है यूरोप के लिटरेचर जो है उसमें नाम थोड़ा सा डिफरेंट है लेकिन बेसिकली यह है कौन यह अराबिक स्कॉलर है क्लियर तो इन्होंने बहुत बड़े-बड़े सब्जेक्ट्स में बहुत रिसर्च वेल रिसर्च काम किए हैं और कुछ नई-नई थिवरी इसको इस्टैबलिश बड़ा हुआ है ठीक है ना इबन रशित का भी नाम आया जिसने बहुत फिलासोफी में बहुत बड़ा कंट्रब्यूशन किया है ठीक है तो तो यह अरव फिलोसफर था जिसका स्पेन में जिक्र मिलेगा तो यह देखो यह सारे जो लोग है इन्होंने जो भी कंट्रिब्यूशन किए हैं तो ह्यूमिनिस्ट प्रोफेसर्स जो है अब यूनियो यूरोपियन यूनिवर्सिटी के इटालियन वगैरह के यह लोग इन्हीं सब्जेक्ट्स को स्कूल वगैरह में पढ़ाना शुरू करेंगे और ना सिर्फ इटालियन वगैरह के स्कूल में बल्कि यह दूसरे यूरोपियन कंट्रीज में भी और यूरोप के बाकी जगहों में भी इन सब्जेक्ट्स को और इन स्कॉलर्स को पढ़ाया जाने लग जाएगा कुछ changes देखने को मिलेंगे तो कौन-कौन से changes हैं education ही सिर्फ वो जरिया नहीं था जिसके थूँ transformation हो रहा था जिसके थूँ परिवर्तन लाय जा रहे थे ठीक है, so formal education was not the only way through which humanists shaped the minds of the age यानि कि उस जमाने में humanist लोग जो हैं, मानावतावादी जो लोग हैं, ये लोग सिर्फ सिक्षा के थूँ, आपचारिक सिक्षा के थूँ, formal education के थूँ इस चीज को change करने नहीं जा रहे थे, यानि जो humanitarian view आ रहा है और humanitarian view जो पुराने religious view को replace कर रहा है, वो सिर्फ university education के थूँ यानि स्कूल में कॉलेज में और यूनिवर्सिटीज में अब जो नई टीचिंग का पैटर्न चल रहा था जिस नई टीचिंग के पैटर्न में यह बताया जा रहा था कि हम एक ट्रू सिविलिजेशनल जो थे वो ट्रू सिविलिजेशनल एज जो थी हमारी वो ह्यूमिनिस् फेजेस की वजह से डार्क फेजेस की वजह से वह चेंज हुआ और हम मॉडर में है तो हम वापस से अपने ट्रू सिविलिजेशन की तरफ जा रहे हैं यह जो ह्यूमिनिस्ट विव बताया जा रहा था वह क्या बताया जा रहा था ह्यूमिनिस्ट विव का मतलब ही है कि हम ट्रू सिविलिजेशन को वापस से स्टैब्लिश करें या ह्यूमिनिस्ट ही ट्रू सिविलिजेशन यानि वास्तविक सभी ताप या जैसे हम सब समाज कहते हैं वह वास्तविकता में ह्यूमन सेंट्रिक होता है प्लीर है तो यह जो व्यू है वह और दूसरे जरियों से भी प्रोपागेट किया जाएगा उसको स्प्रेड किया जाएगा कौन-कौन से तरीके आर्टिस्ट आन रियलिजम वास्तविक्ता की तरफ मुड़ेंगे अब बाकी लोग भी कौन-कौन आर्ट आर्किटेक्चर ठीक है एंड बुक्स तो तो कला और आपकी जो आर्किटेक्ट्यूज है शिल्प वगैरह है ठीक है यह भी एक बहुत बड़ा रोल प्लेज करेगा ठीक है कैसे अब आप देखोगे कि ह्यूमिनिस्ट आइडिया को प्रोपागेट करने में बहुत अच्छे तरीके से प्रभावित तरीके से प्रोप करने में जो कलाकार लोग हैं आर्टिस्ट है यह लोग बहुत इंपोर्टेंट रोल प्लेट करेंगे क्लियर है इन आर्टिस्ट को प्रमोट किया गया मोटिवेट किया गया कि अब आप पुराने जो आर्ट है इसको छोड़कर आप उस टाइम के आर्ट को स्टडी करना शुरू करें जो हमारे ग्लोरियस पास्ट से रिलेटेड है ग्लोरियस पास्ट का मतलब है जो हमारे रोमन वे ऑफ लाइज वह लाइफ से रिलेटेड था अ कि यह आप पास्ट के आर्ट को स्टडी करो जो पुराने टाइम पर रोमन एंपरर्स के टाइम पर रोमन एंपायर के टाइम पर जो हमारी आर्ट्स डेवलप थी उनको आप वापस स्टडी करना शुरू करो क्योंकि बीच में मेडिवियल टाइम पर जो आर्ट है वह प तरीके से रिलीजियस डॉमिनेशन में चला गया था ठीक है यानि ही अगर इमार्थें बनती थी तो उन इमार्थों में यही चीज ध्यान रखा जाता था कि देखो कहीं न कहीं वह रिलीजियस पेंटिंग गॉड्स डेमिगॉड्स न और जो रिलीजियस रिप्रेसेंटिअटिव्स है उन्हीं के पोर्ट्रेट्स बने और उन्हीं का ग्लोरिफिकेशन हो कुल मिलाकर तो अब इनको कहां जा रहा है कि भी जो नए आर्टिस्ट है वह लोग पास्ट को स्टडी करें और इस तरीके से वह शुरू भी हुआ पास्ट को स्टडी करना शुरू किया हजारों सालों के बाद रोमन एमपायर के पतन में जो कुछ हमें रिमेंट मिल रहे थे जो कुछ बचे-कुछ अवशेस मिल रहे थे इन बचे-कुछ अवशेसों में ठीक है अभी भी बहुत सारी ऐसी चीज है में थी जो कहीं ना कहीं इन जो डिजर्टेड सिटीज है यानी जो नष्ट और पूरी तरह से खराब हो चुके यानी कुल मिला के जो अब तक तो और परितक्त शहर है जो रोमन सामराज्य में तो बहुत महान थे लेकिन अब बाद में उतने में भी वह अब शहर उतने इंपोर्टेंट रेड सेंटर भी नहीं रह गए लर्निंग सेंटर भी नहीं रह गए तो ऐसे शहरों पर अभी भी क्या था रोमन कलाकृतियों के रोमन आज आर्ट्स के कुछ तूटे फूटे अवशेश कुछ फ्रेगमेंट्स मिल जा रहे थे जिनको स्टडी करके हमारे आर्टिस्ट मोटिवेशन ले रहे थे अब जब देखा गया कि रोमन आर्ट्स जो थी उसमें जो इंसानों की और विमन्स की मैंस की जो भी स्कल्प्चर्स बनती थी मूर्तियां बनती थी कितनी परफेक्टली उनको कार्वड आउट किया जाता था और कितना सुन्दर तरीके से हुमन ब्यूटी को मानवी सुन्दर अब खतम हो गई है इसको हम वापस से establish करें, clear है न, यानि अब आप देखोगे कि इस चीज को भी perfect करने में, इस चीज को और आगे ले जाने में, इनको और बाकी चीजों को भी study करना पड़ेगा, या उसमें आप कह सकते हो कि ये, जो Roman Empire था उसको भी और कई many fold कई गुना आगे लेके जाने की कोशिश करेंगे clear है तो हमारे जो Italian sculptures है इन Italian sculptures ने उनहीं पुराने जो man और women's की जो sculptures बनती थी मूर्तियां बनती थी रोमन सामराज में जो बहुत सुन्देश्य सुंदर होती थी और बड़े बेहत तरीके से तराशी हुई होती थी उनको कंटिन्यू करने का उसी परंपरा को आगे बढ़ाने का डिसीजन लिया क्लियर है और यह था कि अब हम कैसे करें तो इन्होंने विज्ञान का सहारा लेना शुरू किया साइंटिस्ट का और साइंस का सहारा लेना शुरू किया क्लियर है क्यों अ यह बहुत जरूरी था, भई अब यह चाहते थे कि perfection दिखे, हमारे कामों में अब और perfection दिखे, तो पहले तो ठीक है कि पहले एक imagination based sculpture बन जाये करता रहा होगा, लेकिन अब क्यों ना हम human body को study करना शुदू करें, human body की future लॉजी को स्टडी करना शुरू करें एनाटमी को स्टडी करना शुरू करें हम बॉडी को इंटरनली ऑब्जर्व करें कि स्कैलिटल स्ट्रक्चर कैसा है किस तरीके से human body शेव है किस तरीके से फ्रेम है ना कैसे उसके ऑर्गेंस काम करते आते हैं यह सब समझें और इसके बाद हम जब उसको बाहर अपने स्कूल्प्चर में उन माइनियूट चीजों को बारीकियों को निकालेंगे दिखाएंगे तो शायद उनकी सुंदरता कई गुना और ज्यादा बढ़ जाएगी तो अब आप देखोगे एंड्रियस विसालियस दिस वो द फर्स्ट पर्सन 1500-14-64 की बीच में 16-20 शताब्दी में आप देख रहे हो कि यह पर्सन आ रहा है तो यह पहले ऐसे कि क्या किया डाइसेक्शन किया ह्यूमन बॉडी का डाइसेक्शन किया यानि कि मॉडर्न टाइम में एक जो प्रोफेसर है यूरोप का वह ह्यूमन बॉडी को सिर्फ इसलिए डाइसेक्ट कर रहा है आउट ऑफ क्यूरियोसिटी कि क्या है किस तरीके का स्ट्रक्शन है किस तरीके से बनावट है क्लियर है तो इसमें आगे यह जो हमारे आर्टिस्ट है वह इन ही यूनिवर्सिटी प्रोफेसर से प्रेरित भी है क्योंकि यह जो अध्यान करेंगे उन अध्यानों को बाद प्रिंट किया जाएगा वह अध्यान पब्लिक डोमेन में आएंग पाद में उनको स्टडी किया जाएगा और बहुत सारे लोग जैसे आर्टिस्ट वगैरह उस अध्यान से प्रेरित होंगे बाकी साइंटिस्ट भी प्रॉब्लम जो और प्रोफेसर्स है वह इनसे प्रेरित होंगे मोटिवेटेड होंगे तो एंड्रियस विसालियस किया या ह्यूमन बॉडी का डाइसेक्शन किया प्लीट आर्टिस्ट वह देख रहे हो कि कितनी बारीकियों के साथ स्कूल्पचर को आगे बढ़ाने की कोशिश करना है ठीक है चलो पेंटर दिन नॉट हाव ओर्ड पोल्डर वर्क्स टू यूज आज ए मॉडल आप जो पेंटर्स लोग थे इन लोगों ने क्या किया इन लोगों के पुराने जो वर्क वगैरह थे यानि उस जमाने के जो काम थे मेडिवियल टाइम के उनको अपने मॉडल के तौर पर देखना बंद कर दिया कि भी मेडिवियल टाइम पर मैंने लोग मालों कोई रिलीजियस पर्सन की या किसी भी लॉर्ड की किसी की पेंटिंग करी है अब हो सकता है बहुत अच्छी बन गई हो तो आप उसी मॉडल से प्रेटिंग करेंगे तो नहीं ऐसा नहीं अब यहां पर लोगों ने क्या किया कि रियलस्टिक पेंटिंग को आगे बढ़ाना किया और आज के स्कॉल्पचर्स जो मॉडन साइंटिफिक स्टडीज के ऊपर बेस है इनको प्रमोट करना शुरू किया ना कि पुराना जो हमारा वर्ग है पुराने वर्ग से मतलब यहां पर रोमन में मत चले जाना पुराने वर्ग से मतलब यहां पर हमारा अभी मेडिवियल या डार्क फेस के दौरान जो किया गया वर्क है उससे रिलेटर तो जो पेंटर्स हो गए रहे हैं यह भी अब यूमन सेंट्रिक हो जाएंगे यूमन सेंट्रिक का मतलब है इनकी पेंटिंग में अब आप देखोगे कि क्या मिलेगा इनकी पेंटिंग में इंसान ही मिलेगा और वह इंसान आम आदमी के बीच का इंसान होगा वह कोई बहुत विशेष दानी होगा देवता नहीं होगा ना कोई क्लर्जी न पोप न बिशप होगा कि वह एक को कि बेहत सामान्य व्यक्ति या फिर इमेजिनेशन के ऊपर बेस्ट कोई पर्सन हो सकता है ठीक है जिसका कोई बड़ा नाम नहीं होगा आगे देखोगे जाकर कि कितनी रियलिस्टिक पेंटिंग्स बनना शुरू होंगी है ना और आपका लियानारो डोविंशी कितनी फेमस है क्लियर है चलो अब इन पेंटर्स ने अपनी पेंटिंग्स को और बहत्रीन करने के लिए क्या किया आप लिवरामेट्री का नॉलेज एक्वायर करना शुरू किया लिवरामेट्री रोविंशी इनी चीजों के लिए जाना जाता था ठीक है बहुत ही सामान्य परिवार में पैदा हुआ एक इंसान जो कि क्या करेगा आगे जाकर अपने स्किल की विदेशन तक नहीं मिली इसको ठीक और उसके बाद अपने knowledge को apply करेगा किन चीजों में उस जमाने के जो practical knowledge हैं उन पे apply करेगा और research करेगा उनसे सीखेगा science के बारे में पढ़ेगा mathematics के बारे में पढ़ेगा geometry के बारे में पढ़ेगा और उस knowledge को apply करने की कोशिश करेगा और लिनारे रोविन शी क्या कह रहा है उसका कहना है कि art जो है science से अलग नहीं किया जाता है जा सकता और साइंस को आर्ट से अलग नहीं किया जा सकता अगर आर्ट और साइंस दोनों को मिला दिया जाए तो शायद इनके कॉम्बिनेशन से दुनिया में चीजों की स्टडी और ज्यादा बहतर हो सकती है वहीं वह कर रहा था यहां पर आर्ट तो बेहतर बनाने क ठीक है और साइंस को बेहतर बनाने के लिए आर्ट का इस्तेमाल कर रहा था आर्ट इमेजिनेशन की तरफ लेकर जाता है और इमेजिनेशन आपको साइंटिफिक डिस्कवरी की तरफ टर्न करता है मोडता है क्लियर है तो यहाँ पर आप देखोगे कि जो नए ये आर्ट कि जो मैक्री इसका स्टूटर स्टडी कर रहे हैं ताकि यह क्या कर सकें जो मैक्री की स्टडी के थूप फॉर्म को समझ सकें साइंस की स्टडी कर रहे हैं जिनके थूप यह समझ सकें कि लाइट का जो फिर अमिना होता है वह कैसे होता है और किस तरीके से लाइट कब कैसे पिक्चर के ब्यूटी को इनहांस करता है तो पिक्चर को थ्री डायमेंशनल शेप देने के लिए पिक्चर की ब्यूटी को इनहांस करने के लिए लाइट के फिनोमेना का इस्तेमाल करना शुरू करेंगे कि किस तरीके से से हम जैसे शेप बनाएंगे तो विशेष बात है उसमें कहीं ने कहें जो मेट्रिकल शेप को अगर हम स्टडी करेंगे तो उसके मिजरमेंट से हमें हेल्प मिलेगी कि कितनी एक्यूरेसी के साथ क्या बनाना चाहिए कि किस तरीके के पेंट को कैसे मिलाया जाए जो उस ब्यूटी को और नैचुरल करेगा उसको और एनहांस करेगा क्लियर है तो आयल पेंट्स और तमाम तरीके के नए टेक्निक्स का इस्तेमाल होना शुरू हो जाएगा इस तरीके इनके से एनाटमी जिमेट्री फिजिक्स और इसके अलावा एक स्ट्रांग सेंस आफ वोट वॉइस ब्यूटिफुल यानी कि जो सुंदर है जो वास्तविक है वो विच वास टू बी कॉल्ड रियलिजम वास्तविकता की बात की जा रही है जो दिख रहा है हमारे आंखों से उस कि लोग की उस संसार की बात ने होना बंद हो गई जो रिलीजन करता था जो आपको आंखों से दिखाई नहीं देता था ठीक है जिसका शायद एक्सिस्टेंस हो ना हो इसके बारे में सर्टेनिटी नहीं थी अब हम किस चीज के बारे में बात कर रहे थे जो रियल था ज रास्तुविक था और यही परंपरा यही ट्रेडीशन बहुत आगे तक चलने वाला है इवन नाइंटीथ सेंचुरी तक यह जो परंपराएं हैं जिसमें जो साइंटिस्ट हैं आर्टिस्ट हैं स्कल्पचर्स है आपके स्कॉलर्स हैं यह लोग रियलिटी की तरफ जाएंगे रियलिजन की तरफ जाएंगे इल्लूजन से दूर जाएंगे पहले इल्लूजन था पूरी सोसाइटी में रिलीजिन इल्लूजन में क्या था इल्लूजन में बेसिकली जो नहीं है वो उनको बताये गया था जो उनको नहीं दिखता था वो उनको बताये गया था अब उसका एक्जिस्टेंस हो ना हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता अब देखो इल्लूजन आप बता भी तो चलता है लेकिन सोशल पॉलिटिकल और एकनॉमिक सिस्टम को एक आइडियल व्यवस्था में कन्वर्ड कर देते तो एक बार आप धर्म को लेकर आते चलता था चलो ठीक है थोड़ा सा डरा की सही बट लोगों को हम मोरली अपलिफ्ट करके रखें लेकिन समस्या यह थी सोशल पॉलिटिकल और एकनॉमिक डेवलपमेंट प्रॉस्पेरिटी थी नहीं है जो दो वर्ग के लोग थे क्लरजी और आपके क्लरजी पोप और आपके यह नॉबल कि यह इंजॉय करें पड़े थे अपना यह अपने प्रिविलेज को आगे बढ़ाए पड़े थे लेकिन बाकी को जो दो बाकी का जो एक विशेष हो गया हमारा तरी सेक्शन थर्ड ऑर्डर यह तो बिचारा अभाव में जी रहा था डिप्राइव था और ऊपर से डर तो बाकी जो तीन सेक्शन के लोग है चाहे वह आर्टिस्ट हो स्कल्पचर्स हो फार्मर्स हो सर्व सो वह मैं सो यह सारे लोग उसी धर्म के बोज के तले अपना जीवन गुजार देते थे तो यहां पर रियलिजन की बात हो रही है इल्लूजन की बात नहीं हो रही है ठीक है चलो तो आपने एडुकेशन के फील्ड में चेंजेस देख लिए आपने आर्ट्स के फील्ड में चेंजेस देख लिए रियलिजम का इंपोर्टेंस समझ लिया आते हैं आर्किटेक्शर के ऊपर कि किस तरीके से रेनेसा ने आर्किटेक्शर को इंप्रूव करा द सिटी ऑफ रोम रिवाइव इन एस पैक्टिकलर वे इन फिफ्टीन सेंचुरी पंध्रावी शताबदी के आसपास रोम का जो शहर है वह बहुत सुंदर तरीके से क्या था सजाया जाएगा वापस से रिवाइव करा लाए जाएगा रोम की उस सुंदर्ता को जो पुराने जमाने में हुआ करती थी प्लीट रोम की सुंदर्ता आप देख रहे हो कि बहुत अ कि बेहतर तरीके से रिवाइव हो रही है रोम को वापस से कल्चरल सेंटर के तौर पर डेवलप किया जाएगा क्यों क्योंकि रोमन एंपायर से इसको लिंक किया जा रहा है ठीक है ना और 14-17 के आसपास पॉप्स यहां पर और ज्यादा राजनीतिक रूप से शक्तिशाली हो गए और शक्तिशाली इसलिए हो गए क्योंकि वेस्टर और इस्टर रोमन एमपायर में आपको पता है कि पोप की जो स्थिती थी वो ऐसी थी कि दोनों एक वेस्टर रोमन एमपायर को पूरा मैनेज करता था एक इस्टर रोमन एमपायर इस्टर रोमन एमपा कि आप धीरे-धीरे करके राइवलरी शुरू हो गई थी यानी फिफ्टीन सेंचुरी में हमें पोप के रिप्रेजेंटेशन को या पोप के पद को लेकर एक प्रकार के कह दो कि प्रत्युधित्तों या प्रत्युधित्तों को लेकर कह तो एक तरीके का क्लैस कंफ्लिक्ट ठीक है वह देखने को मिलेगा रिप्रेजेंटेशन को लेकर कि कौन आगे अब जीजस रिप्रेजेंट करेगा हूं विल बिदा मेन है ना पॉप कौन नया पॉप होगा उसको लेकर राइवलरी शुरू हो गई थी तो दो कंटेक्� पोप बना फाइनली वहीं अब आगे इस रिलीजियस जो कल्चर है लीडरशिप उसको आगे लेकर जाएगा तो जैसे ही पोप की राइवलरी अपने आपको किया तो उसके बाद उसने क्या किया इस रिवाइवल में रोम के इतिहास को ज्यादा प्रेफेरेंस देना शुरू किया कि रोम के history को पढ़ें लोग ज्यादा स्जादा रोम के जो खंड़हर हैं रोम के बचे हुए जो अवशेष हैं इनको अच्छे तरीके से excavate किया जाए बड़े level पर उस समय तक excavation शुरू हो चुके थे excavation का मतलब था कि आर्केलोजिस्ट वगैरह के बारे में जानकारी हो चुकी थी मतलब आर्केलोजिस्ट वगैरह जो है यह अब सिनारियों में आ जाएगा क्योंकि अब हम यूरोप के डेवलपमेंट के बहुत तो अ नजदीक है और एक तरीके से आप कह सकते हो कि चुकी modern era में ही हम inter हो चुके हैं ठीक है तो modern era में अगर हम inter हो चुके हैं तो इसलिए बहुत दूर नहीं हमारा इतिहास कि हम 20th century में है 500-600 साल पहले का इतिहास तो पढ़ रहे हैं नहीं पड़ रहे हैं तो इस जमाने तक हमारे पास आर्केलॉजिस्ट वगैरह होने शुरू हो गए थे जो बकायदा एक्सक्रीवेशन आर्खेलोजिस्ट को पोप्स ने और सपोर्ट किया बकायदा और इनको कहा कि रोम के जो पुराने रुइंस है जो पुराने खंडार है इनको सर्च किया जाए और सर्च करने के बाद जब और स्कल्पचर्स या आर्ट और आर्गेटेक्चर वहां से मिलता था तो उससे एक नए युग्य की जो सुरुआत है उसको और रिलेट किया जाता था कि हां हम कितना आगे तक पहुंच चुके हैं कितना हम उसी पुराने अपने क्लासिकल एज के रिलेशन रिवाइवल को ठीक है इसके रिवाइवल को क्या कह रहे हैं क्लासिकल एज का का नाम दे रहे हैं तो क्लासिकल एज से मतलब था कि ओल्ड रोमन जो लिगेसी थी उसको मॉडर्न एरा में या शुरुआती दौर में 15 सेंचुरी के शुरुआती दौर में रिवाइवल देना पुनर जीवित करना यही क्लासिकल एरिया था यही क्लासिकल जो था वह वेल्डी मर्चेंट्स एंड अरिस्टोक्रेट्स एंप्लॉइड आर्किटेक्ट अब जैसे-जैसे लोग देखो सारे पॉप ऐसे नहीं होंगे ठीक है ना लेकिन कुछ पॉप की बात की जा रही है यहां पर चलो तो यह जो अमीर लोग थे पॉप थे कुछ और जो यह नया रही स्वर्ग था यह लोग अपने यहां इन आर्किटेक्ट्स को एंप्लाई करने लग गए ठीक है कौन आर्किटेक्ट्स जो रोमन पुरानी रोमन स्टाइल से बहुत ज्यादा फैमिलियर है और उनको उस का क्लासिकल आर्किटेक्चर का ज्ञान है जिस क्लासिकल आर्किटेक्चर के बात कर रहे हैं तो जैसे-जैसे यह लोग पैटरोनाइज होते चले गए जैसे-जैसे लोगों के इंप्लॉयमेंट मिलता चला गया जिसकी वजह से एक नई आर्किटेक्चरल स्टाइल रोम में इटालियन सिटीज में प्रॉपर डेवलप होने शुरू हो गई क्लियर है कुछ लोग जिनको ना मतलब इन लोगों में से कुछ लोग जिनको इंप्लॉई किया जाता था दूसरे लोगों को इंप्लॉई किया जाता था कुछ वह पेंटर्स स्कल्पचर्स ठीक है आर्किटेक्ट तो बहुत सारे लोग मतलब सिर्फ आर्किटेक्ट को करते थे लेकिन कुछ लोग पेंटर्स को भी पैटर नाइस करते थे इसको मैं जैसे बहुत इंप्रेसिव एग्जेंपल्स है माइकल एंजिलो की पेंटिंग आप देखोगे तो माइकल एंजिलो की जो पेंटिंग है उसमें वह जो मैरी है वह जीजस को लेकर बैठी हुई होती है और वह एक बढ़िया सा एक पूरा स्कल्प्टर तैयार ना तो चापल मतलब रिलीजियस प्लेस रहने की एक जगह होती है तो पॉप के लिए सस्टीन चापल जो बना हुआ था उसमें जो आर्किटेक्चर और उसमें जो पेंटिंग की गई थी ठीक है वह अपने आप में एक तरीके से पुराने आर्किटेक्चर को रोमन आर्किटेक्चर को जीवित करने वाली थी वापस से यह एक नई ही कला करते थी अपने आप में इवन उसमें कह सकते हो कि ब्लेंड था रोमन आर्किटेक्चर का भी ब्लेंड था और नए क्लासिकल एज का भी ब्लेंड था उसको आप देखोगे तो वह ना पूरी तरीके से रोमन आर्किटेक्चर से रिसेंबल करता था और ना ही मतलब है मतलब नया था कुछ, मिडेवियल से तो बिलकुल भी डिसेंबल नहीं करेगा, तो अपने आप में वो एक नया ही स्कल्प्चर बनेगा, जिसे दो पेटा नाम दिया गया था, इसके डोम वगैरा की डिजाइन, वो अपने आप में बहुत बेटर थी, ये revival of the Italian cities में, ट्राइवल हुआ ट्रेड की वजह से इसके बाद पर यहां लर्निंग सेंटर्स डेवलप हुए नए-नए यूनिवर्सिटीज बनी और यूनिवर्सिटीज ने एक नया व्यू दिया क्योंकि यहां के लोग जो है वह पुराने मेडिवियल फ्यूडियल सोसाइटी से कंसेप्ट को आगे लेते यह लोग ह्यूमिनिजम तक लेकर गए इसको और जब ह्यूमिनिस्ट व्यू इनको समझ आया ही हाय पुराना जो फ्यूडल यूरोप है यह तो बहुत ही बेकार सिस्टम था वास्तविक्ता में यह यूरोप नहीं है ट्रू सिविलाइजेशन नहीं हमारा ट्रू सिविलाइजेशन जो है वह ह्यूमिनिस्ट व्यूव वाला सिविलाइजेशन है और बाद में यह ह्यूमिनिस्ट इंक्लिनेशन यह ह्यूमिनिस्ट व्यू जो है वह बाकी आपको एरियाज में देखने को मिलेगा जैसे आपने देखा कि यूनिवर्सिटी में सब्जेक्ट्स स्कूल में सब्जेक्ट्स पढ़ाया जाने लग गए रीजन के लौ के और फिर जो ग्रीक फिलोसोफर थे अरेबिक फिलोसोफर थे और स्कॉलर थे इनके वर्क को कंप्यूट पैर किया गया ठीक है इनका भी कुछ इंफ्लूएंस आया फिर आप देखेंगे कि आर्किटेक्चर के फील्ड में कुछ आप देखेंगे कि लिटरेचर के फील्ड में कुछ आप देखेंगे आर्ट्स के फील्ड में बड़े लेवल पर चेंजेस होने शुरू हुए इस सारा का सारा जो अब चेंज है वह यूमन सेंट्रिक हो रहा है इंसानों की तरफ मूव कर रहा है ना कि पुराने पैटर्न में धर्म की तरफ मुड़ने की बजाए तो इस तरीके से यह वीडियो फुल आपको समझ में आ गया होगा अब अगर अगले वीडियो में हम चर्चा करेंगे कुछ नए परिवर्तनों के बारे में, तब तक बने रहे हैं Magn