बोहर एटॉमिक मॉडल
महत्त्व
- यह क्लास 11, ITJ, NEET और क्लास 12 में महत्वपूर्ण है।
- शॉर्टकट्स से न पढ़ें, डेरिवेशन्स को अच्छे से समझें।
बोहर का मॉडल
- एटम का केंद्र न्यूक्लियस है।
- इलेक्ट्रॉन केवल फिक्स्ड सर्कुलर ऑर्बिट में घूमता है।
- इलेक्ट्रॉन की गति:
- फिक्स्ड एनर्जी और फिक्स्ड वेलोसिटी।
- क्वांटाइजेशन कंडीशन:
- क्वांटाइजेशन कंडीशन:
- इलेक्ट्रॉन सिर्फ उन सर्कुलर ऑर्बिट में घूमता है, जहाँ एंगुलर मोमेंटम इंटीगर मल्टीपल है।
- L = nH/2π (n = integer)
- इलेक ्ट्रॉन के एंगुलर मोमेंटम के केवल निश्चित मान होते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- बोहर के तीन महत्वपूर्ण बिंदु:
- एटम का न्यूक्लियस होता है।
- इलेक्ट्रॉन केवल फिक्स्ड सर्कुलर ऑर्बिट में घूमता है।
- एंगुलर मोमेंटम निश्चित होना चाहिए।
एंगुलर मोमेंटम की परिभाषा
- एंगुलर मोमेंटम = MVR
- यह भी ध्यान दें कि
- R = radius
- M = mass
- V = velocity
इलेक्ट्रॉन की गति
एनर्जी
- काइनेटिक एनर्जी:
- पोटेंशियल एनर्जी:
- कुल एनर्जी:
एटम के स्पेक्ट्रम
- इलेक्ट्रॉन ऊर्जा को गेन या लूज कर सकता है।
- यदि ऊर्जा प्राप्त होती है, तो इलेक्ट्रॉन उच्च स्तर पर चला जाता है।
- यदि ऊर्जा खोती है, तो वह नीचे आता है।
निष्कर्ष
- बोहर मॉडल ने एटम के स्थिरता के मुद्दे को हल किया।
- यह ऊर्जा स्तरों को स्पष्ट करता है और स्पेक्ट्रल लाइनों के पीछे के कारणों को समझाता है।
ये नोट्स आपको बोहर एटॉमिक मॉडल के महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझने में मदद करेंगे।