अकाउंटेंसी लेक्चर: पार्टनरशिप फंडामेंटल्स
प रिचय
- पार्टनरशिप का बेसिक परिचय
- सोल प्रोप्राइटरशिप से पार्टनरशिप में ट्रांजिशन
सोल प्रोप्राइटरशिप
- सिंगल ओनर बिजनेस
- सारा पैसा, रिस्क, रिवार्ड एक व्यक्ति के पास
- नेट प्रॉफिट का कैपिटल अकाउंट में जोड़ना
पार्टनरशिप
- आवश्यकता: बिजनेस ग्रोथ के लिए मल्टीपल पार्टनर्स
- पार्टनर्स की संख्या: 2 से 50
- प्रॉफिट शेयरिंग, रिस्क डिविज़न
- मैनेजरियल स्किल्स का लाभ
पार्टनरशिप डीड
- रिटन अग्रीमेंट जिसमें टर्म्स और कंडीशन्स होती हैं
- द ूसरा नाम: आर्टिकल्स ऑफ पार्टनरशिप
सेपरेट लीगल एंटिटी कॉन्सेप्ट
- पार्टनर्स और फर्म अलग-अलग हैं
- अकाउंटिंग फर्म के लिए होती है
महत्वपूर्ण अकाउंट्स
-
P&L Appropriation Account
- प्रॉफिट का बंटवारा
- इन्वेस्टमेंट, एक्स्ट्रा एफर्ट पर बोनस, कमिशन
- रिजर्व फंड्स
-
Profit and Loss Account
- नोमिनल नेचर
- डेबिट में खर्चे, क्रेडिट में इंकम्स
- ग्रॉस प्रॉफिट ब्रॉट डाउन, नेट प्रॉफिट
पार्टनरशिप डीड की अनुपस्थिति में नियम
- नो इंटरेस्ट ऑन कैपिटल
- नो इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स
- नो सैलरी, बोनस, कमिशन
- प्रोफिट्स और लॉसेस बराबर बाटे जाएंगे
- इंटरेस्ट ऑन लोन 6% पर एनम
आने वाली क्लास की तैयारी
- इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स की गणना
- पार्टनर्स का इंटरेस्ट, सैलरी, बोनस और कमीशन
- जर्नल एंट्रीज
निष्कर्ष
- बेसिक्स को नोट करना और समझना महत्वपूर्ण है
- आने वाली क्लासेज़ में डीप डाइविंग
अपील
- समझने में मदद करें, फ्रेंड्स के साथ शेयर करें
- 3 मिलियन सब्सक्राइबर्स तक पहुंचने में मदद करें
यह नोट्स पार्टनरशिप फंडामेंटल्स, P&L Appropriation Account, और पार्टनरशिप डीड के महत्वपूर्ण पहलुओं को कवर करते हैं। अगली क्लास में और गहराई में जानकारी दी जाएगी।