What's up everyone, welcome back to the channel तो guys हम लोग start करने जा रहे हैं आज हमारा accountancy का बिल्कुल first unit जो की होने वाला है partnership fundamentals partnership fundamentals को इतनी detail और इतनी शांदार तरीके से मैं आपको पढ़ाऊंगा कि आपके basics में कोई भी कमी नहीं रहेगी और मैं damn sure हूँ कि आपको partnership में तो कोई problem आने ही नहीं वाली है चाहे कोई भी exam आप दे रहे हो तो चलिए जल्ली से शुरू करते हैं और समझना स्टार्ट करते हैं पार्टनर्शिप को और उसके सभी कॉन्सेप्ट को और फिर उतनी ही प्राक्टिस करेंगे। चलिए जल्ली से लेट्स बिगान। चलो यार शुरू करते हैं सब लोग में साथ साथ heading डालेंगे partnership fundamentals ठीक है सर? सर, what actually is partnership? और fundamentals में हम क्या पढ़ने वाले हैं? बहुत basic से पढ़ेंगे आज, बहुत जादा तो नहीं, बट काफी सारी चीज़ें आज हम cover करेंगे, ठीक है?
देखो, आप लोगों का जो class 11th का, अकाउंट था उस क्लास 11th के हमारे अकाउंट में हमने soul proprietorship के बारे में काफी चीजें पढ़ी right soul proprietorship क्या होता है सर soul proprietorship is a single owner business जिसमें एक individual होता है जो कि सारा पैसा लगाता है सारा risk उसका होता है सारा reward उसका होता है तो profit होगा या loss होगा वो individually अपने अपने घर लेके जाता है जो कि हम लोग normally सारा का सारा profit जो भी net profit निकल के आता है P&L से हम क्या करते हैं उसके capital account में plus कर देते हैं capital account में plus करना मतलब balance sheet में capital में जोड देते हैं यही आप पढ़ते थे अभी हमें देखना है एक transition from sole proprietorship to partnership, sir partnership क्या है और इसकी क्या जरूरत है देखो बच्चे होता क्या है कि एक individual जब भी business grow करने की सोचता है, तो अकेला इंसान कहां तक पैसा लगाए, अकेला इंसान कहां तक time लेके आए, अकेला इंसान कहां तक managerial skill लेके आए risk भी कहां तक अकेला ले तो अगर एक से जादा partner हो जाएंगे, यानि 2, 3, 4, 5 लोग हो जाएंगे, minimum 2 maximum 50, ध्यान रखने करना है कम से कम दो ज्यादा से ज्यादा 50 जब इतने लोग आपस में मिलकर आएंगे तो फॉर्स पैसा भी ज्यादा होगा राइट रिस्क भी डिवाइड होगा ठीक है ना उसके साथ साथ मैनेजरियल स्किल्स एबिलिटी टैलेंट जब लोगों को एक प्रॉफिट शेयरिंग भी आराम से कर पाएंगे तो यह सारे बेनेफिट्स होते हैं जब आप कर्नवर्ट करते हो सोड पार्टनर्शिप में आ जाते हैं तो पार्टनर्शिप में मैंने आपको बताई दिया कम से कम दो लोग होंगे यानि एक चिंटू एक चिंटी और मैक्सिमम कहां तक हो सकते हैं 50 लोगों तक हो सकते हैं तो मिनिमम टू मैक्सिमम 50 अब को profit sharing कैसे होगा कोई भी इंसान अगर extra effort लगाता है तो क्या उसको कोई extra salary मिलेगी क्या उसको कोई extra bonus मिलेगा क्या उसका कोई extra commission मिलेगा right अगर firm ने कोई loan लिया है तो interest on loan का क्या होगा, किस तरीके से सारी चीज़े चलेंगी, तो ये सारी की सारी जो terms and conditions हैं, इन सब को लिखने के लिए हम लोग एक written document बनाते हैं, हम एक written agreement बनाते हैं, जिसको हम हम लोग क्या बोलते हैं the partnership deed इसको हम लोग क्या बोलते हैं partnership deed partnership deed का ही दूसरा नाम होता है बेटा जी articles of partnership तो articles of partnership में हमारे पास ये सारे के सारे terms and conditions लिखे होते हैं relating to the partnership business ठीक है अब देखो बच्चो होता क्या है अब आपको partnership में आगे बढ़ने के लिए आपको कुछ चोटी चीजें समझाना चाहता हूं एक कॉनसेप्ट है जिसका नाम है सेपरेट लीगल एंटिटी कॉनसेप्ट यह आपने क्लास 11th में पढ़ा है दस सेपरेट लीगल एंटिटी कॉनसेप्ट सेपरेट लीगल एंटिटी कॉनसेप्ट क्या बोलता है कि जो पार्टनर्स हैं जो इंडिवीजुअल्स है वह अलग है और जो फर्म है वह अलग है इसका मतलब जो हमारे चिंटू चिंटी है यह अलग है और यह दोनों मिलकर जो बिजनेस बनाएंगे जो बिजनेस फर्म बनाएंगे बिजनेस फर्म जो बनाएंगे यह बिजनेस फर्म अलग है तो आप जितनी भी अकाउंटिंग करोगे आप जो भी जो भी प्रॉफिट लॉस इतने भी चीजें करोगे वह सब इस बिजनेस फर्म के लिए करने वाले हो क्योंकि इंडिवीजुअल तो अपना खुद कर सकता है आपको इस फर्म के बुक्स ऑफ अकाउंट्स बनाने है राइट अब इसके अंदर हमें क्या-क्या मेनली सीखना आपका आपका आपका बेबल अकाउंट हो गया, पाटनर्स लोन अकाउंट हो गया, उसको हम जैसे-जैसे हम चाप्टर में डीप डाइव इन करेंगे, वहाँ पे हम लोग उसको सिखने की कोशिश करेंगे, अभी के लिए आपको ध्यान रखना है, कि P&L Appropriation, Capital Account, Current Account, ये हमारे पास मेंली तीन अका में कि हमारे पास जितने भी income expenses होते हैं वो हम एक account में लिखते हैं जिसको हम लोग क्या बोलते हैं the profit and loss account ठीक है profit and loss account क्या है यह एक nominal nature का account है nominal nature क्या होता है nominal nature होता है debit all expenses and losses credit all incomes and gains इसका मतलब debit में सारे खर्चे नुकसान लिखेंगे credit में सभी incomes और gains लिखेंगे तो होता क्या है यहां पे शुरुवार बात होती है ग्रॉस प्रॉफिट ब्रॉट डाउन के साथ आपके पास जो भी जी पी आता है ठीक है फिर आप फर्म को होने वाली इनकम्स जितनी भी इनकम्स होती है जैसे कि बाय ऑल इनकम्स लिख रहा हूं मैं यहां पर कोई रेंट रिसीव्ड हो कोई इंट्रस्ट रिसीव्ड हो कोई रेंट है कोई इंट्रस्ट है कोई डिसकाउंट है कोई कमिशन है कोई बैड तो कोई rent मिला, interest मिला, discount मिला, commission मिला, bad debt recovered हुआ, कुछ भी हुआ, कोई भी income हुआ, उसको इधर लिख देते थे, उसके बाद क्या करते थे हम, firm business में होने वाले सारे के सारे खर्चे, खर्चे हम इधर लिखते थे, to all expenses, कोई भी expense हो बिटा, सारे खर्चे यहीं लिखे जाते हैं, सारे खर्चे, सारे selling expenses, distribution expenses, एडमिनिस्ट्रेशन एक्सपेंसेस है ना इसके अंदर डेप्रीसेशन एडवर्टीजमेंट उसके इलावा कैरेज आउटवर्ड हो गया उसके इलावा मल्टिपल एक्सपेंसेस और डिफिस लीगल चार्जेस आउट��र्ड वाले खर्चों वह सारे खर्चे यहां पर लिख यह आपके पास टोटल इन फ्लो हुआ, इतना पैसा आपके पास टोटल आया, इसमें से यह आपने खर्च कर दिया, तो अगर अभी भी कुछ बचता था, let's suppose इधर कमाई हुई एक करोड की खर्चे हुए 80 लाख रुपे के, तो 20 लाख बच गए, उस 20 लाख को हम लोग बोलत इसको हम लोग क्या बोलते हैं Net Profit अब ये Net Profit जब Sole Proprietor होता था तो Net Profit Individually वो रख लेता था, अपने घर ले जाता था अब यहाँ पे ऐसा नहीं होगा क्योंकि Sole Proprietor बटर नहीं है यहां पर दो लोग तीन लोग चार लोग पांच लोग है तो इस प्रॉफिट का बटवारा होगा इस प्रॉफिट को बाटने के लिए जो अकाउंट बनाया जाएगा लेडिस एंड जेंटलमेन उस अकाउंट को प्रॉफिट एंड लॉस अप्रोप्रिय इसका मतलब यह है कि business में होने वाली सारी incomes business में होने वाले सारे खर्चे वो तो यही लिखे जाएंगे इस पर बिलकुल confuse मत होना किसी भी employee की salary है employee से related कुछ भी है business से related कोई भी खर्चा है जो profit calculate करने से पहले लिखा जाएगा चाहे वो कोई income हो चाहे वो कोई खर्चा हो वो P&L में ही लिखा जाएगा लेकिन एक बार आपके पास profit आ गया इसको बाटना है सर तो इस प्रॉफिट को बाटने के लिए बच्चों जो अकाउंट बनता है उस अकाउंट को हम लोग बोलते हैं द पी एंड एल एप्रोप्रिएशन अकाउंट तो पी एंड एप्रोप्रिएशन और कुछ भी नहीं है इसी पी एंड एल को आगे खीच दिय पी एंडल का ही extension, पी एंडल appropriation बन जाता है और पी एंडल appropriation भी एक nominal nature का ही account है nominal nature का मतलब इसमें भी debit में ही सारे खर्चे आएंगे ठीक है? इसमें भी हमारे पास debit में ही सारे खर्चे आएंगे में ही सारी income जाएंगी अब सर खर्चे income बचे ही कहा अब तो बस profit profit बचा तो यहाँ पे हम खर्चे income की क्या बात कर रहे हैं अब देखो बच्चो थोड़ा सा इसको चर्चा करते हैं सबसे पहले इसकी शुरुवात कहां से होती है इधर हम सबसे पहले यह net profit ले आते हैं तो इसको लिखते हैं by P&L account net profit जो आपके पास net profit आया वो इदर आ गया, ठीक है, अब देखो मैंने आपको अभी बताया था, कि partners अलग है, firm अलग है, partners अलग है और firm अलग है, ठीक है, अब इस firm में partners ने पैसा लगाया है, ये partners ने यहाँ पे पैसा लगाया, इस पैसे को क्या बोले आता है, capital, कोई भी पैसा है हमारा पैसा अगर हम बिजनेस में ना लगा के बैंक में रखते तो बैंक भी हमें कुछ ना कुछ परसेंटेज बढ़ा के देता बैंक भी हमें कहीं ना कहीं कोई इंटरस्ट देता तो आप भी हमें इस कापिटल पर इंटरस्ट दो तो फर्म को क्या करना पड़ता है फर्म losses की तहत अगर सोचा जाए तो profit में से पैसा जा रहा है लेकिन profit के नाम से नहीं जा रहा है interest के नाम से जा रहा है जा तो रहा है partners के पास ही ना बस profit के नाम से नहीं जा रहा है तो हम लोग क्या करते हैं हम लोग जो भी हमारे पास profit आया है इस profit को कुछ छोटे छोटे parts में बाटते हैं जैसे partners को interest on capital दे दिया किसी partner ने कुछ extra काम किया तो उसको अलग से salary मिल गई किसी partner को कोई bonus बोनस मिल गया किसी पैटनर को कोई कमिशन मिल गया कुछ पैसा हमने प्रॉफिट में से निकाल के फ्यूचर के लिए सेव कर लिया फ्यूचर के लिए सेव कर लिया तो उसको क्या बोलते हैं रिजर्ब बोलते हैं अब सपोस आप एजूम करो दो लाख का कोई बोनस चला गया दो लाख का कोई कमिशन चला गया कुछ तो इस प्रोफिट पर पैसा पैसा पैस उसको हम क्या बोलते हैं divisible profit कि ये वो वाला profit है जो हम profit के नाम से ही divide करेंगे बाकी भी profit ही था लेकिन वो अलग-अलग activities के लिए अलग-अलग नाम से लिया गया कि भाईया ये capital के against ले लिया ये extra काम के लिए ये अच्छे काम के लिए ये कुछ sale-wale कराने के लिए लिया होगा तो इस profit का ही अलग-अलग नामों से distribution किया जा रहा है और कुछ नहीं है तो आप बिलकुल भी confused मतों ना profit ही बट रहा है नाम अलग-अलग हैं, समझे ना, तो इसी तरीके से बच्चो, देखो ये IOC वाला पार्ट समझ में आ गया, कि बिजनस को पे करना पड़ेगा, similarly एक concept होता है, जब बिजनस बोलता है, आपने हमारे पास पैसा लगाया, तो हमारे से interest मांग लिया, अब आप भी तो कुछ ना कुछ पैसा withdraw करते हो हमारे पास से, जिसको हम drawings बोलते हैं, partner personal use के लिए पैसा निकालता है, तो बिजनस बोलता है, इस पे हमें interest मिलना चाहिए, on drawings firm को मिलता है firm का फाइदा है firm को मिलने वाला पैसा है interest on drawings तो देखो यहाँ पे क्या होता है बच्चे सबसे पहले हमने net profit लिख लिया उसके बाद interest on drawings firm को मिलेगा तो interest on drawings credit में आएगा let's suppose दो ही partner है A और B तो A और B का interest on drawings इधर लिखा तो firm के पास total इतना यह तो प्रॉफिट के नाम से था और यह हमारे पास इंट्रस्ट ऑन ड्रॉइंग्स के नाम से आ गया यह प्रॉफिट के नाम से और इंट्रस्ट ऑन ड्रॉइंग्स के नाम से तो फर्म के पास इतना पैसा हो गया अब फर्म क्या करेगा इसमें से इस प्रॉफिट को बाटे प्रेशन में गिवन होगा कितना इंटरस्ट ओन ड्रॉइंग्स, कितना इंटरस्ट ओन कापिटल, हंजी ये सब आज पर पार्टनर्शिप डीड चलता है बच्चो सब पार्टनर्शिप डीड में लिखा होता है कि कैसे चीज़े होंगी सर अगर पार्टनर्शिप हो गया, IOC हो गया, उसके साथ किसी partner की, ध्यान रखना बच्चो, सब partner के लिए है ये, partner का कोई salary, कोई bonus, कोई commission, SBC का मतलब, कोई salary, कोई bonus, कोई commission, उसके बाद बेटा जी, कुछ पैसा आपने जोड के रखा, तो उसको इसको बोलते हैं रिजर्व तो कोई रिजर्व है तो वह आ गया बेटा ठीक है देन आपके पास जो प्रॉफिट आएगा इस इंकम में से इस पैसे में से इस सारे के सारे यह खर्चें हमने हटाएं यह सब माइनस कर दो जब यह चला गया तो उन्हें से जो वैल्यू बचेगा उसको हम बोलेंगे डिविजिबल प्रॉफिट्स अ उसको हम क्या बोलेंगे divisible profits और ये divisible profits distribute हो जाएंगे A और B में सर किस ratio में? profit sharing ratio में PSR is profit sharing ratio या तो decided होगा बच्चो अगर decided नहीं होगा तो फिर equal बटेगा या तो decide कर लो decided नहीं है तो फिर equal equal जाएगा इस चीज़ का ध्यान रखना है ओके तो देखो इसी P&L account को जब आप final profits को distribute यहां पहुंच जाते हो इसी को अगर आप extension कर देते हो इसी को अगर आप आगे बढ़ा देते हो तो इसी के extension को P&L Appropriation Account बोल दिया जाता है समझ गए ठीक है अब यहां पे जितनी भी चीजे आई है ना बिटा चाहे वो interest on drawings हो, चाहे वो interest on capital हो, चाहे वो salary bonus commission हो, चाहे वो reserve हो, चाहे वो profits हो, ये सब as per partnership deed calculate होगा, और as per partnership deed ही adjust किया जाएगा, सर अगर partnership deed हो ही ना, rules, अरे, in the, in the, absence of partnership deed Sir, अगर partnership deed हो ही ना, फिर क्या होगा?
What are the rules in the absence of partnership deed? सबसे पहला नियम है बच्चो, कोई भी interest on capital नहीं है दिया जाएगा no interest on capital will be provided या तो deed में लिखो deed नहीं है तो नहीं दिया जाएगा भाई ठीक है दूसरा no interest on drawings will be charged किसी तरीके का कोई interest on drawing आपसे चार्ज नहीं किया जाएगा पाटनर उन्हां आपसे लिया जाता है तो वह हम चार्ज नहीं करेंगे ठीक है तीसरा किसी भी प्रकार का कोई सैलरी बोनस कमिशन एटसेट्रा हम नहीं देंगे कोई भी सैलरी बोनस कमिशन हम नहीं देंगे ना कोई आयोसी होगा ना कोई आयोडी होगा कोई भी सैलरी बोनस कमिशन भी नहीं होगा उसके बाद प्रॉफिट या फिर लॉसेस कर दो टू बी शेयर्ड एक्वली जितने भी प्रॉफिट या लॉस्स होंगे बच्चा वह हमेशा बराबर-बराबर ही बटेंगे या तो लिख लो डीड बना लो डीड नहीं बनाई तो बराबर-बराबर लास्ट बट नॉट द लीस्ट अगर फर्म ने कोई लोन लिया है तो उस पर इंटरस्ट ओन लोन पे करना है इंट्रस्ट ऑन लोन टू बी पेड यह सब फर्म के पॉइंट ऑफ यू से हो रहा है आईट सिक्स परसेंट पर एनम फर्म उसको पे करेगा किस रेट से सिक्स परसेंट पर एनम के रेट से फर्म उसको पे करने वाला है तो बच्चे अगर partnership deed नहीं है तो क्या rules क्या काइदे कानून चलेंगे ये चलेंगे कोई भी IOC नहीं होगा कोई भी IOD नहीं होगा कोई भी salary bonus commission नहीं होगा profits and losses equal equal बटेंगे और interest on loan जो पेटेंगे जो पे� पे होगा वो 6% परनम के हिसाब से पे किया चाहेगा तो ये कुछ basic rules हैं बच्चो जो आपको partnership fundamentals पे पता होने चाहिए मेरा मक्षद था आज का कि मैं आप लोगों को mainly सिखाऊं P&L appropriation account ठीक है अगली class is going to be a very good class क्योंकि उसके अंदर हम interest on drawings calculate करना तो देखो अब हमारा आगे का हम लोग सबसे पहले ये चीज में कुछ होता नहीं है अब मैं आपको ये सिखाऊँगा तो आपका P&L Appropriation का इदर वाला पार्ट खतम हो जाएगा Interest on Drawings पे ही रहेग��� पूरी class बढ़िया रहेगी इदर वाला पार्ट खतम दिर दिर आयोसी, पाटनर्स, सालरी बोनस कमिशन, रिजर्व ये जहाँ आपको आया ना Capital Current Account में कुछ नहीं है फिर इसके धीर धीर जर्नल Entries भी सिखते हैं आज आप लोग प्लीज ये सारे के सारे basics note कर लो, ये सारे के सारे basics आपके बहुत काम आने वाले हैं, बहुत help करेंगे, बहुत help करेंगे आपको, और इसी तरीके से आपको मेहनत करते जानी है, चीज़े बनाते चलनी है, और मैं आपके basics में पूरी मदद करूँगा, और खू और अच्छे तरीके से पढ़ाई करो, ठीक है, thank you so much guys for joining in, मैं मिलता हूँ आपको कल with another new video, till then see ya, take care, bye bye, वीडियो अच्छी लगे हो तो like कर देना, comment करके बताना मुझे अच्छे से समझ आ गया, सभी friends तक share करना, जल्दी से 3 million subscribers तक पहुँचा दो, यही एक मेरा अभी फिलाल का target है, right, thank you so much everyone.