📊

प्रोडक्शन फंक्शन का अवलोकन

May 6, 2025

प्रोडक्शन फंक्शन और रिटर्न्स टू स्केल

परिचय

  • प्रोडक्शन फंक्शन: इनपुट्स को आउटपुट में बदलने की प्रक्रिया।
  • कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन: इनपुट्स के लिए भुगतान।
  • प्रॉफिट: रेवेन्यू और कॉस्ट का अंतर।

प्रोडक्शन फंक्शन

  • रिलेशनशिप: फिजिकल इनपुट और फिजिकल आउटपुट के बीच का संबंध।
  • शॉर्ट रन प्रोडक्शन फंक्शन:
    • कुछ फैक्टर्स फिक्स्ड होते हैं जैसे बिल्डिंग, लैंड।
    • वेरिएबल फैक्टर्स जैसे लेबर, रॉ मटेरियल।
  • लॉन्ग रन प्रोडक्शन फंक्शन:
    • सभी फैक्टर्स वेरिएबल होते हैं।

टर्म्स इन प्रोडक्शन

  • टोटल प्रोडक्ट (TP): कुल आउटपुट।
  • मार्जिनल प्रोडक्ट (MP): अतिरिक्त यूनिट लगाने से आउटपुट में बदलाव।
  • एवरेज प्रोडक्ट (AP): प्रति यूनिट आउटपुट।

रिटर्न टू स्केल

  • कॉन्स्टेंट रिटर्न टू स्केल: इनपुट और आउटपुट में समान अनुपात में वृद्धि।
  • इंक्रीजिंग रिटर्न टू स्केल: आउटपुट में ज्यादा वृद्धि।
  • डिक्रीजिंग रिटर्न टू स्केल: आउटपुट में कम वृद्धि।

स्टेजेस ऑफ प्रोडक्शन

  • स्टेज 1: इंक्रीजिंग रिटर्न।
  • स्टेज 2: डिमिनिशिंग रिटर्न।
  • स्टेज 3: नेगेटिव रिटर्न।

लॉ ऑफ वेरिएबल प्रपोर्शन

  • शॉर्ट रन का लॉ:
    • पहले MP बढ़ता है फिर घटकर ज़ीरो और माइनस होता है।
    • फैक्टर्स: फिक्स्ड फैक्टर और वेरिएबल फैक्टर।

लॉन्ग रन

  • रिटर्न टू स्केल का लॉ:
    • दोनों फैक्टर्स वेरिएबल।
    • इनपुट्स का प्रपोर्शनल इंक्रीज।

निष्कर्ष

  • प्रोडक्शन चैप्टर के मुख्य बिंदुओं का ध्यान रखें।
  • एसपीसीसी ऐप पर मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें।

अतिरिक्त टिप्स

  • डायग्राम और फार्मूला का अभ्यास करें।
  • TP, MP, और AP के बीच के रिलेशनशिप को समझें।