[संगीत] और [संगीत] डियर स्टूडेंट्स अस्सलाम वालेकुम हम अपने कोर्स ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के अंदर इस वक्त जो एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डीबीएमएस है जो कि ऑब्जेक्टिविटी डीबी है उसके बारे में पढ़ रहे थे इसके मुख्तलिफ कंपोनेंट्स के बारे में हमने पढ़ा और इस वक्त हम जो उसका जो बेसिक स्ट्रक्चर है डीबीएमएस का उसको पढ़ते हुए उसके बाद फिर हम यह है कि फर्ज कीजिए अगर हमने एक एप्लीकेशन बिल्ड करनी है और c+ प्लस को हम इस्तेमाल कर रहे हैं फॉर दी बिल्ल्डिंग ऑफ एप्लीकेशन या आप कह सकते हैं कि एप्लीकेशन लैंग्वेज के तौर पर या लैंग्वेज इंटरफेस के तौर पर अगर हम c+ प्स यूज कर रहे हैं तो हम उसके लिए क्या तरीका इस्तेमाल करेंगे और उसमें हमने यह देखा पहले के जो सी प्लस प्लस के जो डिफरेंट एप्लीकेशन के कंपोनेंट्स है उनके बारे में पढ़ा हमने उसके बाद हम फिर आए कि अगर हमने जो जो हमने स्कीमा डिफाइन करना है यूजिंग दी सी पस प्स टाइप सिंटेक्स तो उसको हम कैसे डिफाइन करते हैं तो जो करंट पार्ट है हमारे इस कोर्स का इसमें हम जो डीडीएल है यानी डाटा डेफिनेशन लैंग्वेज वो पढ़ रहे थे और जैसे मैंने आपसे कहा था कि हम सी प्लस प्लस में अगर हम डीडीएल इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उस के बारे में हम पढ़ रहे थे और जैसा कि हमने देखा पिछले सेक्शन में कि इसका जो सिंटेक्स है उन्होंने डेलिबरेशन उसको बिल्कुल सिमिलर रखा है सी प्स प्लस के साथ ताकि जो प्रोग्रामर या डेवलपर जो कि c+ प्लस प्रोग्रामिंग से फैमिलियर है उनको बहुत ज्यादा एफर्ट ना करनी पड़े नए कांसेप्ट सीखने के लिए तो हमने देखा कि उसी तरह का सिंटेक्स विद माइनर डिफरेंसेस व आप इस्तेमाल करके तो जो स्कीमा है आपकी एप्लीकेशन का आपके डाटाबेस का उसको डिफाइन कर सकते हैं तो इससे पिछले पार्ट में हमने देखा कि किस तरीके से हम एक क्लास डिफाइन करते हैं फिर हमने जो उसके उसके जो एटिबल थे उनकी डेफिनेशन देखी कि किस तरह से हम एटिबल को डिफाइन करेंगे और उसके बाद हम देख रहे थे आखिर में हम देख रहे थे कि जो एसोसिएशंस हैं जो कि रियल लाइफ में डिफरेंट ऑब्जेक्ट्स के दरमियान जो रिलेशनशिप है उसको रिप्रेजेंट करती हैं उसको हम किस तरह से रिप्रेजेंट करते हैं तो हमारी जो डिस्कशन चल रही थी वो चल रही थी एसोसिएशंस के ऊपर अब यहां पर हमने यह देखा था कि जो हम एसोसिएशन को डिफाइन करते हैं तो उसके लिए जब हम उसको डिफाइन करते हुए उसका जो स्टोरेज मैकेनिज्म है वह स्पेसिफाई करते हैं स्टोरेज मैकेनिज्म जो के ऑब्जेक्टिविटी डीबी सपोर्ट करता है वह दो तरह का है एक हम कहते हैं इनलाइन और दूसरा है नॉन इनलाइन इनलाइन जो स्टोरेज मैकेनिज्म है या जो स्टोरेज बिहेवियर है उसमें यह होता है कि जिस वक्त आपका ऑब्जेक्टिविटी डीबी रन कर रहा होता है या जब आप कोई एप्लीकेशन रन करते हैं तो एक पूरी एप्लीकेशन के लिए एक स्पेसिफिक एरिया जो है वह एलोकेट हो जाता है तो और जाहिर है कि वह जो आपका मेमोरी का एरिया है वह आपकी एप्लीकेशन के लिए डिफरेंट एक्टिविटीज के लिए जो मेमोरी रिक्वायर्ड होती है डायनेमिक ड्यूरिंग रन टाइम जब जरूरत पड़ती है तो उस पार्ट में से जो मेमोरी वो इस्तेमाल होती रहती है तो जिस वक्त आप एक एसोसिएशन को नॉन इनलाइन बिहेवियर देते हैं तो अब जाहिर है कि जब आप एसोसिएशन को इंप्लीमेंट करते हैं तो होता ये है कि एसोसिएशन बेसिकली लिंक करती है दो ऑब्जेक्ट्स को अब उसमें क्या होता है कि जो आपके पास एक ऑब्जेक्ट है उसमें रेफरेंस होता है दूसरे ऑब्जेक्ट का इसका मतलब यह हुआ कि अगर हमारे पास यानी अगर यह बाय डायरेक्शनल टाइप ऑफ एसोसिएशन है तो दोनों तरफ हमारे पास ऐसे रेफरेंसेस होंगे दोनों ऑब्जेक्ट्स के अंदर के जो के दूसरे की तरफ जो है वो ऑब्जेक्ट कंटेन करेंगे अब सवाल ये पैदा होता है कि हम ये जो रेफरेंसेस है इनको स्टोर कहां करेंगे क्योंकि एक देखिए कि हम जैसे कि पढ़ चुके हैं कि हमारे पास जो रेफरेंसेस हैं उनकी टाइप जो है वो यानी जो उनकी कार्डिनलिटी है वो हो सकती है वन टू वन भी और वन टू मेनी भी और मेनी टू मेनी भी अब जाहिर है कि जब हम बात करते हैं रेफरेंसेस की यानी कि एक ऑब्जेक्ट के अंदर दूसरे दूसरे टाइप का जो ऑब्जेक्ट है उसमें किसी एक ऑब्जेक्ट का रेफरेंस हो सकता है या मल्टीपल मल्टीपल ऑब्जेक्ट का भी रेफरेंस हो सकता है तो इसका मतलब यह हुआ कि जो हमारा यह रेफरेंस है जो कि एक ऑब्जेक्ट के अंदर होगा उसमें सिंगल वैल्यू भी हो सकती है और मल्टीपल वैल्यूज भी हो सकती है डिपेंडिंग अपॉन द नेचर ऑफ एसोसिएशन जब हम बात करते हैं नॉन इनलाइन स्टोरेज मैकेनिज्म की फॉर द एसोसिएशन उसम ये होगा कि जैसे मैंने आपसे कहा कि एक सिस्टम वाइड एक एरिया जो है वो रिजर्व किया हुआ होता है आपके डीबीएमएस से तो नॉन इनलाइन एसोसिएशंस के लिए क्या होगा कि वो जो सिस्टम स्पेसिफिक एरिया है वो इस्तेमाल होगा ऑब्जेक्ट्स के रेफरेंसेस को स्टोर करने के लिए जैसे हमने कहा कि वो एक सिस्टम स्पेसिफिक एरिया है इसका मतलब यह होगा कि इसमें आपके पास जो आपकी एप्लीकेशन रन कर रही है उसमें जाहिर है कि डिफरेंट ऑब्जेक्ट्स होंगे बल्कि डिफरेंट टाइप्स के ऑब्जेक्ट्स होंगे और दूसरी बात यह है कि हर ऑब्जेक्ट जो जाहिर है कि वो किसी एक को या मल्टीपल ऑब्जेक्ट को रेफर कर रहा होगा तो नॉन इन लाइन अगर आप अडॉप्ट करते हैं एक स्टोरेज स्पेसिफिकेशन स्टोरेज मैकेनिज्म उस केस में यह होगा कि जितने भी ऑब्जेक्ट्स जो हैं वह आपके एप्लीकेशन में इस्तेमाल हो रहे हैं तो तमाम के लिए वही जो सेम सिस्टम स्पेसिफिक एरिया है वो इस्तेमाल हो रहा होगा इसका मतलब यह हुआ कि वो वो जाहिर है कि किसी एक के लिए रिजर्व अगर नहीं है तो वो तमाम टाइप के ऑब्जेक्ट्स के लिए इस्तेमाल होगा दूसरे ऑब्जेक्ट के रेफरेंसेस को स्टोर करने के लिए मिसाल के तौर पर अगर हम एग्जांपल ले किसी एप्लीकेशन की और फर्ज कीजिए कि हमारे पास वहां पे एक स्टूडेंट टाइप हमारे पास क्लास टाइप है और उसमें लेट्स से के हम कह सकते हैं कि कोर्सेस यानी एक स्टूडेंट जो है अगर मल्टीपल कोर्सेस में रजिस्टर है तो एक स्टूडेंट ऑब्जेक्ट जो है वो मल्टीपल कोर्सेस के इंस्टेंसस को पॉइंट कर रहा होगा इसी तरह फर्ज कीजिए हम कहते हैं कि कोर्स जो है वो उसका जो ऑब्जेक्ट है वो लेट्स से कि अ फैकल्टी के एक या मल्टीपल ऑब्जेक्ट से लिंकड है इसका मतलब यह होगा कि कोर्स ऑब्जेक्ट के अंदर रेफरेंस होगा फैकल्टी का फर्ज कीजिए फैकल्टी के अंदर जो रेफरेंस है वो डिपार्टमेंट का है इस तरह ये आप देख रहे हैं कि जब हम किसी भी एप्लीकेशन को डिफाइन करते हैं जैसे मैं आपको एग्जांपल दी है तो डिफरेंट टाइप के जो ऑब्जेक्ट्स हैं वो जाहिर है कि डिफरेंट अदर टाइप्स के ऑब्जेक्ट्स को पॉइंट कर रहे होते हैं अब नॉन इनलाइन सिचुएशन में क्या होगा कि इन तमाम तरह के रेफरेंसेस के लिए जो डिफरेंट टाइप के ऑब्जेक्ट्स पॉइंट कर रहे हैं तो एक ही एरिया इस्तेमाल हो रहा होगा जो कि हमने कहा था कि सिस्टम स्पेसिफिक एरिया है उसका मतलब ये होगा हम ये कहते हैं कि अगर एक जो स्टूडेंट है उसका वो ऑब्जेक्ट मल्टीपल कोर्सेस को पॉइंट कर रहा है ज लेट्स से हमारे पास हजार स्टूडेंट्स के ऑब्जेक्ट्स हैं और जाहिर है कि हर जो स्टूडेंट का ऑब्जेक्ट है वो डिफरेंट कोर्सेस के ऑब्जेक्ट को पॉइंट कर रहा है इसी तरह कोर्स के भी बहुत से ऑब्जेक्ट्स हैं जो कि और को पॉइंट कर रहे हैं इन सबके लिए एक ही एरिया इस्तेमाल हो रहा है इसका मतलब यह होगा कि जाहिर है कि रेफरेंस के अलावा के यह ऑब्जेक्ट का मतलब इस ऑब्जेक्ट में ये रेफरेंस स्टड है आपको यह भी स्टोर करना पड़ेगा कि यह किस ऑब्जेक्ट का रेफरेंस है यानी आपको जो सोर्स ऑब्जेक्ट है वो भी स्टोर करना पड़ेगा और जो डेस्टिनेशन ऑब्जेक्ट है उसको भी स्टोर करना पड़ेगा और जिस वक्त आप एक पर्टिकुलर ऑब्जेक्ट से दूसरे ऑब्जेक्ट को रेफर करना चाहेंगे तो सारे उस जो सिस्टम स्पेसिफिक एरिया है उसमें आपको सर्च करना होगा कि इस ऑब्जेक्ट का रेफरेंस किस जगह पर है तो जाहिर है कि ये थोड़ा सा आपके लिए इनएफिशिएंट हो जाएगा तो यह तो सूरते हाल थी जो नॉन इनलाइन एसोसिएशन है और फर्ज कीजिए अगर हम एसोसिएशन के लिए इनलाइन मॉडल जो है या मैकेनिज्म अडॉप्ट करते हैं तो फिर उसमें ये होगा कि हर रेफरेंस के लिए अपना एक अलग से एरिया जो एलोकेट होगा जो कि सिर्फ उसी पर्टिकुलर रेफरेंस के लिए है तो उसम कोई अंबिग्विटी नहीं होगी कि जब भी आप यानी एक ऑब्जेक्ट के रेफरेंस के जरि एक ऑब्जेक्ट के जरिए दूसरे ऑब्जेक्ट को एक्सेस करना चाहेंगे तो उसका जो स्पेसिफिक एरिया है वही एक्सेस होगा और उसमें जो रेफरेंस होगा उसको इस्तेमाल करते हुए आप दूसरे ऑब्जेक्ट को एक्सेस कर सकेंगे तो यह तो मैकेनिज्म हुआ यानी कि जब हम कहते हैं कि इनलाइन और नॉन इनलाइन जिस वक्त आप अडॉप्ट करते हैं स्टोरेज मैकेनिज्म अब इसके अलावा यह है कि इन दोनों तरह के मैकेनिज्म में सर्टन टाइप का जो एक मेमोरी ओवरहेड है वह भी इसमें इवॉल्व होता है तो अगर आप नेक्स्ट स्लाइड पर देखें तो यहां पे आपको नजर आ रहा है कि जो स्पेस रिक्वायरमेंट है डिफरेंट तरह के हमारे जो स्टोरेज मॉडल है उनके लिए तो वो यहां पर एक टेबल की शक्ल में आपको नजर आ रहा है मिसाल के तौर पर अगर हम पहली रो को देखें तो इसमें पहली रो जो है उसमें दिखाया गया है कि नॉन इनलाइन एसोसिएशन इसमें देखिए कि अब यह दिखाया जा रहा है कि बाइट्स पर लिंक इसका मतलब यह है कि अगर हमारे पास टू वन नेचर है एसोसिएशन की तो वो जाहिर है कि उसमें सिर्फ एक ही लिंक स्टोर होगा लेकिन अगर हमारे पास मल्टीपल है यानी जिसे हम कहते हैं कि टू मेनी है तो उसके इस में जाहिर है कि वो इसमें मल्टीपल लिंक स्टोर होंगे बहरहाल एक लिंक के लिए 12 बाइट्स चाहिए और इसके अलावा आप देख रहे हैं कि इसमें जो एक एंबेडेड रेफरेंस होगा अरे की तरफ उसके लिए फोर या एट बाइट्स चाहिए होंगी और जो अरे ओवरहेड है जैसे मैंने आपसे कहा था कि कुछ ओवरहेड भी इवॉल्व होता है स्टोरेज का उसमें 14 बाइट्स चाहिए होंगी तो आगे उन्होने जो है वो टोटल साइज लिखा हुआ है कि जाहिर है कि एक लिंक के लिए आपको 12 बाइट्स चाहिए तो उस केस में जाहिर है कि आप n से मींस के जितने भी रेफरेंसेस हैं जो कि एक पर्टिकुलर रेफरेंस पॉइंट कर रहा है तो उसको मल्टीप्लाई करेंगे 12 के साथ फिर प्लस जैसे कहा गया था कि उसमें बेडेड रेफरेंस है अ एक की तरफ उसके लिए फोर वाइट से शूज होंगी और प्लस 14 जो अरे ओवरहेड है तो इस तरह से एक फार्मूला दिया गया है कि जिससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं या आपको इससे गेस कर सकते हैं कि जिस वक्त आप नॉन इनलाइन एसोसिएशन अडॉप्ट करेंगे तो उसमें कितनी स्टोरेज जो है वो इस्तेमाल होगी और इसी तरह से अगर आप देखें तो बाकी टाइप की जो अ एसोसिएशंस हैं उनका भी यहां पर जो मेमोरी रिक्वायरमेंट है वोह दिखाई गई है और इस टेबल से यह साफ नजर आ रहा है कि जो अ नॉन इनलाइन एसोसिएशन है उसके के लिए हमें रिलेटिवली ज्यादा जगह चाहिए होगी एज कंपेयर टू जब हम बात करते हैं इनलाइन एसोसिएशन के अब यह है कि इसका अगर हम सिंटेक्स देखें कि हम एसोसिएशन को डिफाइन कैसे करते हैं तो इस वक्त आपके सामने जो आपको स्क्रीन पर नजर आ रहा है यह सिंटेक्स है यूनिडायरेक्शनल एसोसिएशन डिफाइन करने के लिए और जैसा कि नाम से जाहिर है कि यूनि डायरेक्शनल से मुराद ये है कि अगर आपने एक ऑब्जेक्ट के अंदर डिफाइन किया हुआ है तो आप एक ही डायरेक्शन में ऑब्जेक्ट को एक्सेस कर सकेंगे उसकी रिवर्स डायरेक्शन में एक्सेस नहीं नहीं कर सकेंगे यानी अगर हम यह कहते हैं कि हमने स्टूडेंट और कोर्स के दरमियान एक यूनि डायरेक्शनल एसोसिएशन डिफाइन की हुई है तो उस केस में आप स्टूडेंट से कोर्स को तो एक्सेस कर सकेंगे लेकिन जो इसका इवर्स है यानी कोर्स से स्टूडेंट को एक्सेस नहीं कर सकेंगे यानी अगर आप यह बताना चाहे कि एक कोर्स में कौन-कौन से स्टूडेंट रजिस्टर्ड हैं तो यूनिडायरेक्शनल अगर वो डिफाइंड है स्टूडेंट के अंदर तो वहां से आप यह नहीं बता सकेंगे तो आप देख रहे हैं कि यानी अगर हमारे पास वन टू वन एसोसिएशन हो तो उसका आपके सामने सिंटेक्स दिया हुआ है और फर्ज करें अगर ये वन टू मेनी हो तो उस केस में आप देख रहे हैं कि आपके पास स्क्वेयर ब्रैकेट्स है वो आपने जो है वो ओपनिंग क्लोजिंग दी हुई है जिससे ये शो हो रहा है कि ये मल्टीपल नेचर है इसकी तो इसके अलावा आप कोलन के बाद जो उसकी बिहेवियर स्पेसिफिकेशन है वो देते हैं इसके बारे में हम थोड़ी देर में आगे पढ़ेंगे अब यह आपके सामने एक और आपको नजर आ रहा होगा स्लाइड के ऊपर एक डिक्लेरेशन है एक क्लास की और इसके अंदर अगर आप देखें तो इसमें सिमिलर चीज है विद द माइनर डिफरेंस लेकिन उस माइनर डिफरेंस से काफी फर्क पड़ता है यानी इसमें क्या हो रहा है कि आपने बेसिकली ये शो कर रहे हैं कि आप एक डिफाइन कर रहे हैं लिंक बिटवीन टू ऑब्जेक्ट्स लेकिन एक में आप इस्तेमाल कर रहे हैं सिंपल एट्रिल को और दूसरे में इस्तेमाल हो रहा है एसोसिएशन यानी अगर आप पहले को देखें उसमें कहा गया है कि ओ और एफ और साथ दिया हुआ है कांटेक्ट यानी आप सेल्स पर्सन के अंदर यानी क्लास है सेल्स पर्सन उसमें आप एक रेफरेंस डिफाइन कर रहे हैं कांटेक्ट के नाम से और उसमें आपने क्या कहा कि जोकि आपने इसको ओफ कह दिया इसका मतलब ये है कि ये जो है ये आपका जो ये डाटा मेंबर है ये बेसिकली रेफरेंसेस को स्टोर करेगा आपको ये पता चल गया फ जब आपने कह दिया कांटेक्ट उसका नाम हो गया और आगे आपने उसको दे दी स्क्वायर ब्रैकेट इसका मतलब है कि यहां पे मल्टीपल रेफरेंसेस आएंगे यहां पर ये तो कंफर्म हो गया लेकिन इसके बाद जब आपने कह दिया कॉलन और कॉपी डिलीट अब यहां पर ये जो बेसिकली पार्ट है कॉपी डिलीट यह उसका बिहेवियर स्पेसिफाई कर रहा है जिसको हम आगे डिस्कस करेंगे लेकिन यहां पर आप यह जान लें कि यह जो आपने कॉपी डिलीट लिखा हुआ है जिससे कि आपने उसकी बिहेवियर स्पेसिफिकेशन दी है इससे यह बात जो पता चलती है कि यह बेसिकली एक एसोसिएशन है अब सिमिलर ही एक डिक्लेरेशन जो है वो अगली लाइन पे दी हुई है जिसमें आपने वही कहा हुआ है कि ओर एफ उसी तरह आपने कांटेक्ट दे दिया यानी कि इस टाइप के ऑब्जेक्ट्स का रेफरेंस होगा और फिर इसका नाम है कांटेक्ट और स्क्वायर ब्रैकेट्स लेकिन ये जो है ये हमारे पास एक सिंपल एट्रबीक ये एट्रबीक रहा है चुनांचे ये दोनों में फर्क हो गया तो इस तरह से आपने देखा कि किस तरीके से हम जो यूनिडायरेक्शनल एसोसिएशन है उसको डिफाइन करते हैं अब इस वक्त आपके सामने जो है वो सिंटेक्स आपको दिखाया जा रहा है जिस से ये शो हो रहा है कि आप किस तरीके से बाय डायरेक्शनल जो एसोसिएशन है वो डिफाइन करते अगर आप पहले को देखें तो उसमें एक वन टू वन जो बाय डायरेक्शनल एसोसिएशन है वो डिफाइन की गई है यानी जैसे मैं पहले बता चुका हूं कि बाय डायरेक्शनल में क्या होगा कि दोनों जो ऑब्जेक्ट्स हैं वो एक दूसरे के साथ लिंक होंगे इसका मतलब यह हुआ कि अगर एक ऑब्जेक्ट दूसरे को पॉइंट कर रहा है तो दूसरा वाला भी पहले को पॉइंट कर रहा होगा इस तरह से यानी ये आप यानी दोनों से दोनों को एक्सेस कर सकते हैं यानी कि पहले को एक्सेस करें तो उसके उसमें आप रेफरेंस पकड़ के दूसरे तक जा सकते हैं और अगर दूसरे तक पहुंचते हैं तो वहां से रेफरेंस को लेकर पहले तक आ सकते हैं तो यूं यह बाय डायरेक्शनल है अब इसमें देखें कि वन टू वन को कैसे डिफाइन किया गया है कि सिंपली उसी तरीके से आपने ओओ एफ कहा और आपने क्लास का नाम दे दिया और फिर इसका आपने नाम दे दिया यानी कि इस लिंक का नाम दे दिया इस एसोसिएशन का नाम दे दिया फिर ये जो आपके पास यानी इसमें जो ये एंगल ब्रैकेट्स है और दरमियान में डैश के साथ शो किया गया है यहां से आगे आप लिखेंगे इवर्स लिंक नेम यानी यहां पे आप उस उस लिंक का नाम देंगे जो कि दूसरी क्लास में डिफाइन किया गया है और जाहिर है कि ऑब्जेक्टिविटी इसको मेक श्योर करेगा कि आपने जिस लिंक का नाम दिया हुआ है वो भी डिफाइंड होना चाहिए और जाहिर है कहां डिफाइन होना चाहिए यहां पे बजहर देखें उस दूसरे ऑब्जेक्ट का या क्लास का नाम नहीं दिया हुआ लेकिन ऑब्जेक्टिविटी को क्लास का नाम पता चल जाएगा वो जो पहले आपने ओ रेफ में नाम दिया हुआ है वहां से इसको क्लास का नाम पता चल जाएगा इसका मतलब यह हुआ कि जब आपने ओ और एफ कहा जब इसकी टाइप बताई और क्लास का नाम दिया तो आखिर में जो आप इवर्स लिंक का जब नाम बताएंगे तो ऑब्जेक्टिविटी जो आपका डीबीएमएस है वह इस चीज को मेक श्यर करेगा कि उस दूसरी टाइप के अंदर भी वह लिंक मौजूद होना चाहिए और अगर आपने पहले से डिफाइन नहीं किया हुआ तो जिस वक्त आप डिफाइन करेंगे उस वक्त व आपसे कहेगा कि आप इसको डिफाइन कीजिए यानी इस वक्त हम बात कर रहे हैं जाहिर है कि अ डीडीएल की तो डीडीएल में क्या होगा कि जाहिर है कि आप चकि अभी सिर्फ क्लास डिफाइन कर रहे हैं तो यहां पे आपने ये इसको देखना है कि यानी जब आप इसको डिफाइन करें तो दोनों तरफ क्लासों का नाम द जब आप इसको फिर कंपाइल करेंगे जो आपका डीडीएल प्रोसेसर है उसके जरिए तो वो इस चीज को मेक श्योर करेगा कि जब आपने इस क्लास में एक लिंक का नाम दिया हुआ है और उसके इवर्स लिंक का नाम भी दिया हुआ है तो वो इवर्स लिंक उस क्लास में मौजूद होना चाहिए इसी तरह से यहां पे वन टू मेनी और मेनी टू वन और आखिर में जो डिफाइन किया गया है वह है मेनी टू मेनी इसमें आप देख सकते हैं कि उसी तरीके से ओ और f दिया हुआ फिर उसपे क्लास का नाम दे दिया अब उसके बाद लिंक का नाम देके आगे आपको स्क्वायर ब्रैकेट्स दे दी जिससे ये शो हो रहा है कि ये इसकी मल्टीपलीसिटी को शो कर रहा है कि ये मल्टीपल ऑब्जेक्ट्स को पॉइंट करेगा या मल्टीपल ऑब्जेक्ट का रेफरेंस कंटेन करेगा उसके जो करेस्पॉन्डिंग्ली है उसमें क्या हो रहा है कि जो इवर्स लिंक है उसका भी नाम दिया गया और अगेन उसके साथ भी आपने स्क्वायर ब्रैकेट से दि इसका मतलब यह होगा कि यह भी आपका एक मेनी टाइप की एसोसिएशन है फिर उसके बाद आपने जो उसकी बिहेवियर स्पेसिफिकेशन है वो दी हुई है जिसके बारे में हम अभी बात करेंगे अब इस वक्त यह आपके सामने एक एग्जांपल आपको नजर आ रही होगी जहां पर के दो क्लासेस डिफाइंड है एक क्लास है सेल्स पर्सन और दूसरी है कांटेक्ट अब सेल्स पर्सन के अंदर आपने कहा हुआ है इनलाइन अब देखिए जो इसका बाय डिफॉल्ट बिहेवियर है वो है नॉन इनलाइन स्टोरेज बिहेवियर या स्टोरेज मैकेनिज्म इसका मतलब यह होगा कि अगर आप कोई भी जो उसका स्टोरेज मैकेनिज्म है व डिफाइन नहीं करेंगे तो वह उसको नॉन इन लाइन ही ट्रीट करेगा अब एक तो आपको यह पता चल गया कि जब आपने इनलाइन स्टोरेज उसको बतानी है तो उस केस में आपको उस एसोसिएशन के डिक्लेरेशन से पहले इनलाइन देना होगा चुनांचे यहां पे आपने देखा इनलाइन लिखा हुआ है फिर आपने ओओ शॉर्ट रेफ ये भी एक टाइप है कि शॉर्ट रेफरेंस स्टोर होगा और फिर आपने टाइप दी है जिससे कि लिंक होगा यानी आपने दूसरे ऑब्जेक्ट की टाइप यहां बता दी उसका क्लास नेम बता दिया फिर आपने उसके बाद लिंक का नाम दिया जो कि कांटेक्ट है और जो स्क्वेयर ब्रैकेट्स हैं वो शो कर रहे हैं कि ये एक मेनी टाइप की एसोसिएशन है फिर आपने एंगल ब्रैकेट्स के साथ आपने जब उसको दिया इवर्स जो आपका यानी लिंक था उसका नाम दे दिया जो कि था सेल्स प्रेप और यहां पर भी आपने स्क्वायर ब्रैकेट्स दे दी जिससे ये शो हो रहा है कि ये आपका मल्टीपल लिंक है उसके उसके बाद जब आप आए कांटेक्ट के अंदर तो वहां पर आपने क्या किया कि वहां पे आपने वही प्लेस किया यानी आपने कहा कि इनलाइन और फिर वही ओ शॉर्ट रेफ और फिर सेल्स पर्सन ये टाइप है उस ऑब्जेक्ट की जिसके रेफरेंसेस यहां पे कंटेन होंगे और सेल्स रेफ को भी आपने क्या कर दिया आपने इसको स्क्वेयर ब्रैकेट्स दे दी जिससे ये शो हो रहा है कि ये मैनी है और फिर अगेन इसके इवर्स लिंक में कांटेक्ट का नाम आ गया तो इस तरीके से आपने दोनों क्लासेस को डिफाइन किया और इनमें आपने जब एसोसिएशन डिफाइन की तो दोनों को आपस में लिंक कर दिया इसके करने से होगा यह कि जब आप एक ऑब्जेक्ट के लिंक के अंदर एक वैल्यू प्लेस करेंगे तो जिस ऑब्जेक्ट का रेफरेंस आप प्लेस करेंगे देखि ना रेफरेंस से क्या मुराद रेफरेंस से मुराद ये मिसाल के तौर पर हम कहते हैं हमने तीन डिपार्टमेंट डिफाइन किए तीन डिपार्टमेंट डिफाइन किए और हमने फिर यह किया कि हमने और उसमें जाहिर है कि हमने यह किया कि फैकल्टी के लिए हमने एक एसोसिएशन डिफाइन कर दी इसी तरह हमने क्या किया कि जो फैकल्टी है उसके अंदर डिपार्टमेंट के लिए हमने एक एसोसिएशन डिफाइन कर दी अब फर्ज करें हमने तीन डिपार्टमेंट डिफाइन किए हुए हैं और फर्ज करें हमारे पास 50 फैकल्टी मेंबर हैं अब जिस वक्त हम एक फैकल्टी ऑब्जेक्ट को स्टोर करें तो उसका जो डिपार्टमेंट का लिंक है वहां पर हम रेफरेंस प्लेस करेंगे डिपार्टमेंट के किसी ऑब्जेक्ट का लेकिन जैसे ही हम डिपार्टमेंट के अ डिपार्टमेंट ऑब्जेक्ट का रेफरेंस प्लेस करेंगे फैकल्टी के ऑब्जेक्ट के अंदर वो जो हमारे पास डिपार्टमेंट का ऑब्जेक्ट था उसके अंदर इस फैकल्टी ऑब्जेक्ट का रेफरेंस ऑटोमेटिक आ जाएगा अब चकि लेट्स से कि हमारे पास जो डिपार्टमेंट और फैकल्टी है इसके दरमियान जो नेचर ऑफ एसोसिएशन है वो है वन टू मेनी कि एक डिपार्टमेंट बहुत से फैकल्टी मेंबर और एक फैकल्टी मेंबर एक ही डिपार्टमेंट के अंदर अब होगा यह कि आपने जो जो आपके पास फैक डिपार्टमेंट है उसके अंदर आपने यानी मल्टीपल जो है ना एसोसिएशन डिफाइन कि होगी और यहां पे फैकल्टी में सिंगल होगी इसका मतलब ये होगा कि जितने भी फैकल्टी मेंबर्स के अ लिंक्स के अंदर आप एक डिपार्टमेंट का रेफरेंस डालेंगे तो डिपार्टमेंट की साइड पे डिपार्टमेंट के एक ऑब्जेक्ट में उन तमाम फैकल्टी मेंबर्स जो होंगे उनके ऑब्जेक्ट्स के रेफरेंसेस होंगे जिनको कि आप पॉइंट कर रहे हैं और ये काम जो है वो डीबीएमएस आपके लिए ऑटोमेटिक कर देगा तो इस तर से हमने देखा कि हम एसोसिएशन को डिफाइन कैसे करते हैं डीडीएल को इस्तेमाल करते हुए और फिर ये है कि जब वैल्यू प्लेस करना चाहेंगे तो वैल्यू को प्लेस करने का मैकेनिज्म किस तरह काम करता है अब ये आपकी बुक में ही जो कि जिसका रेफरेंस मैंने आपको दिया हुआ है इसी बुक में एक एग्जांपल दी हुई है और उन्होंने इसमें यह किया हुआ है कि एक क्लास डिफाइन की है और उस क्लास के अंदर उन्होंने क्या किया हुआ है कि डिफरेंट टाइप के जो एसोसिएशंस है डिफरेंट क्लासेस के साथ डिफरेंट ऑब्जेक्ट के साथ वो डिफाइन की हुई मिसाल के तौर पर आप देखें कि शुरू में उन्होंने एक क्लास बी के साथ एक ही रा कि ये डेफिनेशन एक ही है क्लास एक ही है तो तमाम जो एसोसिएशंस है वो एक ही डिफरेंट क्लासेस के साथ है अब पहली जो है इसमें बी के साथ वो है नॉन इन लाइन और वन टू वन अब चकि जाहिर है कि इससे पहले स्टोरेज जो मैकेनिज्म है वो डिफाइन नहीं है तो जैसे मैं आपसे पहले कहा था कि बाय डिफॉल्ट व नॉन इन लाइन है उसके बाद सी के साथ उन्होंने नॉन इन लाइन वन टू मेनी डिफाइन किया हुआ है आप देख रहे हैं कि सी के आगे जो है वो स्क्वायर ब्रैकेट्स है और 2a साइड पे जो है वो सिंगल लिंक का नाम है फिर डी के साथ इन लाइन वन टू वन डिफाइन किया हुआ आप देखें उसमें कि शुरू में इन लाइन लिख के और वन टू वन डेफिनेशन दे दी फिर उसके बाद है इन लाइन वन टू मेनी ई के साथ उसमें आप देखें कि शुरू में इन लाइन प्लेस कर दिया ओ एफ कह के ई के आगे उन्होंने स्क्वेयर ब्रैकेट डाल दी जो कि उसकी मल्टीपलीसिटी को शो कर रहा है और ए साइड पे सिंगल है फिर शॉर्ट इन लाइन वन टू वन और शॉर्ट इन लाइन वन टू मेनी तो ये डिफरेंट टाइप के जो उन्होंने जो एसोसिएशंस हैं वो डिफाइन की और इसका जो बेसिकली ऑब्जेक्टिव था वो यह दिखाना था जो कि आप स्लाइड प देख रहे हैं कि जिस वक्त आप एक ऑब्जेक्ट क्रिएट करते हैं क्लास ए टाइप का जो कि इस वक्त आपको सामने नजर आ रहा है कि आपने लेट्स से इस ऑब्जेक्ट का नाम है a1 एक ऑब्जेक्ट क्रिएट किया आपने क्लास ए टाइप का तो उसका जो जो उसका स्टोरेज स्ट्रक्चर है है वो आपको सामने नजर आ रहा है अब मिसाल के तौर पे अगर आप देखें कि जो आपका बी और सी थे जो कि नॉन इनलाइन डिफाइंड थे अब बी जो था वो था वन टू वन तो आप देख रहे हैं कि टॉप पे जो दिखाया जा रहा है जो कि सिस्टम डिफॉल्ट एसोसिएशन अरे जो उसका सिस्टम डिफॉल्ट जो उसका एरिया था जो सिस्टम स्पेसिफिक एरिया था वहां पे स्टोर्ड है b1 और उसम आप देख रहे हैं कि उसमें जो टू बी है यानी उसका जो ऑब्जेक्ट का रेफरेंस वो भी स्टोर्ड है यानी ऑब्जेक्ट का जो नाम है स्टोर्ड है ताकि हमें ये पता चल सके कि ये किसकी वैल्यू स्टोर्ड है और प्लस जो b1 ऑब्जेक्ट है उसका वहां पे ओ आईडी भी मौजूद है अच्छा ये तो हो गया बी के लिए और इसी तरह जो सी था सी के साथ जो है वो वन टू मेनी डिफाइंड था जो एसोसिएशन की नेचर थी तो चुनांचे आप देख रहे हैं कि सी टाइप के जो मल्टीपल ऑब्जेक्ट्स हैं मिसाल के तौर पर c1 है और c2 है इनके जो रेफरेंसेस है वो मल्टीपल यहां पर स्टोर्ड है और साथ ही इसमें जो सिस्टम ओवरहेड है वो भी शो किया गया जो कि यहां पर दिखाया गया है तो यह था कि अब हम कहते हैं कि नॉन इन लाइन वन टू वन और वन टू मेनी जो हमारे पास एसोसिएशंस थी वो किस तरह से जो सिस्टम का डिफॉल्ट एसोसिएशन एरिया है वहां पे स्टोर्ड होती है अब उसके बाद जो हमारे पास डी था डी था हमारे पास इनलाइन वन टू वन तो देखिए कि उसी के अंदर स्टोरेज के अंदर ही क्योंकि वन टू वन था सिंगल रेफरेंस आना था चुनांचे क्या हुआ कि बजाय अरे डिफाइन करने के उसी ऑब्जेक्ट के अंदर जो है है वो उसका यानी जी का जो एक ऑब्जेक्ट था उसका रेफरेंस आ गया अब अगर हम बात करें शॉर्ट इन लाइन एसोसिएशन जो कि एफ के साथ थी आप देख रहे हैं कि वो अलग से एक एरिया क्रिएट हुआ और उसमें जो ई टाइप के जितने ऑब्जेक्ट्स थे उनके जो रेफरेंसेस है वो स्टोर हो रहे हैं और इसी तरह जो आपका एक इन लाइन जी के साथ था उसका भी एक अलग से क्योंकि वो शॉर्ट था जो जी के साथ था वो शॉर्ट है तो वो भी आपका जो है वो शॉर्ट एरिया क्रिएट हुआ और उससे आप देख रहे हैं कि शॉर्ट रेफरेंसेस जो है वो स्टोर्ड है तो इस जो बेसिकली डायग्राम है इसका ऑब्जेक्टिव ये है कि आपको ये एक्सप्लेन करें कि जब आप डिफरेंट टाइप की एसोसिएशन डिफाइन करते हैं तो उनके जो ऑब्जेक्ट के रेफरेंसेस हैं वो एक ऑब्जेक्ट के अंदर किस तरह से स्टोर होते हैं अब ये है कि अगर हम इन दोनों टाइप के जो एसोसिएशंस है इनको अगर कंपेयर करें नॉन इन लाइन को और इन लाइन को तो उसमें ये है कि जो नॉन इन लाइन है उसमें अगर आप देखें तो वो मेमोरी के लिहाज से एफिशिएंट है क्योंकि वो हर एक के लिए अलग-अलग जगह इस्तेमाल नहीं कर रही बल्कि सब के लिए सेम स्पेस इस्तेमाल कर रही है और फिर यह है कि वो यानी अलग से एरिया क्रिएट नहीं हो रहा बल्कि एक स्पेसिफिक एरिया इन एनी केस मौजूद है और वही इस्तेमाल हो रहा है लेकिन यह है कि जिस वक्त आप नॉन इन लाइन यूज करते हैं क्योंकि आपके पास सेम एरिया है और वो तमाम ऑब्जेक्ट्स के लिए इस्तेमाल हो रहा है तो सम हाउ उसमें एक लिमिट आ जाती है अपर लिमिट एक आ जाती है उसमें कि आप एक ऑब्जेक्ट के अंदर कितने दूसरे ऑब्जेक्ट को रेफर कर सकते हैं इसके अलावा यह है कि जो नॉन इनलाइन एसोसिएशन की जो इंप्लीमेंटेशन है वो एक्सेस वाइज थोड़ी सी इनएफिशिएंट होगी इसलिए कि आपको उस तमाम एरिया के अंदर से अपने स्पेसिफिक ऑब्जेक्ट को ढूंढना होगा और फिर उसको जो गिवन वहां पे रेफरेंस होगा उसको फॉलो करके आप दूसरे ऑब्जेक्ट को एक्सेस कर सकेंगे अगर इन्हीं ग्राउंड के ऊपर अगर हम इन लाइन को देखें तो मेमोरी वाइज वो इनएफिशिएंट होगा क्योंकि जाहिर है कि वो हर एक के लिए अलग-अलग स्पेस इस्तेमाल होगी और बाज केसेस में यह है कि अब फर्ज करें आप कोई उसपे रेफरेंस स्टोर करें या ना करें लेकिन उसके लिए मेमोरी जो है वो रिजर्व हो जाएगी लेकिन जो एक्सेस है दैट इज एफिशिएंट क्योंकि जाहिर है कि जो भी एक मेमोरी है वो एक स्पेसिफिक लिंक के लिए स्पेसिफिक एसोसिएशन के लिए है तो उसमें आपको सर्चिंग वगैरह की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि आप डायरेक्टली जो वहां पहुंच के तो आप उसके रेफरेंसेस को एक्सेस कर सकते हैं इसके अलावा ये है कि जब हम जैसे हमने कहा था कि इसमें आपके पास जो लिमिट है कि कितने ऑब्जेक्ट्स को आप रेफरेंस स्टोर कर सकते हैं वो इसमें रिलेटिवली बेहतर है यानी आप इस टाइप की एसोसिएशन के अंदर एक ऑब्जेक्ट रेफरेंस के अंदर ज्यादा रेफरेंसेस को स्टोर कर सकते हैं अब यह है कि आप एक जो एसोसिएशन है उसके जो स्टोरेज बिहेवियर है जो स्टोरेज स्पेसिफिकेशन है उसको चेंज भी कर सकते हैं फर्ज करें अगर आपने पहले किसी की नॉन इन लाइन डिफाइन की हुई थी एसोसिएशन और अब आप उसको इनलाइन करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं तो उसका तरीका ये होगा कि आप जाके अपनी जो डीडीएल उसमें चेंज करें लेकिन फिर आपको दोबारा से उसको प्रोसेस करना होगा और और इसके अलावा यह कि प्रोसेस करने के बाद आपको दोबारा से जो उसको जो आपका जो आपकी एली एप्लीकेशन है उसको उसके साथ यानी उसकी इंटरफेसिंग करनी पड़ेगी ताकि वो जो आपने चेंजेज की हैं वो उसमें अडॉप्ट हो सके और ना सिर्फ अडॉप्ट हो सके बल्कि जो आपके एसिस्टिंग ऑब्जेक्ट्स थे उनके ऊपर भी वो चीज अप्लाई हो सके लेकिन बहरहाल इसका बेसिक मैसेज ये है कि आप जब एक दफा एक टाइप की एसोसिएशन डिफाइन कर लेते हैं तो आप उसको बाद में चेंज भी कर सकते हैं इसके अलावा एसोसिएशन के अंदर हमने एक और चीज पढ़ी थी वो ये थी कि जो उसकी बिहेवियर स्पेसिफिकेशन है वह भी हम डिफाइन कर सकते हैं और जिस वक्त हम एक एसोसिएशन को डिफाइन करते हैं तो उसके आखिर में हम जो उसका बिहेवियर है उसकी भी स्पेसिफिकेशन देते हैं अब उसमें जो बेसिकली हम स्पेसिफिकेशन में जो चीजें मेंशन करते हैं वो तीन है उसमें एक यह है कि जो प्रोपेगेशन है उसका बिहेवियर मेंशन करते हैं दूसरा कॉपी का और तीसरे वर्जनिंग का तो बेसिकली यहां पे हम तीनों ही चीजें जो है वो मेंशन कर सकते हैं क्योंकि कुछ तो इनकी डिफॉल्ट वैल्यूज है जो कि सेट हुई ई है लेकिन अगर अगर आप उसको चेंज करना चाहते हैं तो वो आप उसको चेंज कर सकते हैं मसलन अगर हम देखें प्रोपेगेशन को प्रोपेगेशन से मुराद यह है कि अगर आप एक ऑब्जेक्ट के ऊपर कोई ऑपरेशन करते हैं तो उसके जो जिनको वो रेफर कर रहा है उनके साथ क्या होना चाहिए तो फॉर एग्जांपल एक बिहेवियर ये है डिलीट प्रोपेगेशन इससे मुराद ये है कि अगर आप एक ऑब्जेक्ट को डिलीट करते हैं तो जितने ऑब्जेक्ट के रेफरेंसेस इसमें कंटेंड है वह सब डिलीट हो जाए और फिर अगेन यह चीज रिकसिव चलेगी अगर उनके अंदर भी और ऑब्जेक्ट के रेफरेंसेस है तो वो भी डिलीट हो जाएंगे जाहिर है कि यह चीज आप वहां पे इंपोज करते हैं कि जहां पे आप एक कंपोजिट ऑब्जेक्ट का कांसेप्ट देना चाहते हैं कि एक सिंगल ऑब्जेक्ट है और उस पर मल्टीपल ऑब्जेक्ट्स मौजूद हैं लेकिन अदर वाइज अगर फर्ज करें कि अगर आपने डिलीट प्रोप गट नहीं कहा हुआ तो उससे क्या होगा कि जिस वक्त आप एक को डिलीट करेंगे तो तो जिन को वो रेफर कर रहा होगा यानी जाहिर है ये ऑब्जेक्ट तो डिलीट हो जाएगा और जाहिर है कि इसमें जो लिंक था वो भी डिलीट हो जाएगा लेकिन जिन ऑब्जेक्ट्स को ये पॉइंट कर रहा था और अगर वो बाय डायरेक्शनल थे देखि ना अगर तो यूनि डायरेक्शनल थे फिर तो अगर आपने एक ऑब्जेक्ट को डिलीट किया तो जिन ऑब्जेक्ट्स को ये पॉइंट कर रहा था उन पे कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन अगर ये जो एसोसिएशन है ये बाय डायरेक्शनल है तो फिर जाहिर है अगर ये डिलीट हो गया तो जिनको ये पॉइंट कर रहा था वो अगर इसको पॉइंट करेंगे तो वह एक इनवैलिड रेफरेंस हो जाएगा चुनांचे डिफॉल्ट बिहेवियर यह है कि अगर आप इसको डिलीट करेंगे तो जो इसके इवर्स जितने भी लिंक थे वहां पर नल आ जाएगा तो यह तो सिचुएशन थी कि जब आप डिलीट को प्रोपेगेटर चाहते हैं इसी तरह एक और हमारे पास ऑप्शन है कि लॉक प्रोपेगेटर मुराद यह है कि अगर आप एक ऑब्जेक्ट को लॉक करते हैं चाहे वह रीड है या अपडेट है तो जितने ऑब्जेक्ट्स को यह रेफर कर रहा है वह सब भी लॉक हो जाए या उन सब पर भी वही लॉक इंपोज हो जाए जो लॉक के आप इस पर अप्लाई करना चाहते हैं जाहिर है कि अगेन इसमें यह है कि अगर आप प्रोपेगेटर हैं तो डिपेंड करता है कि एक ऑब्जेक्ट जो है वो मल्टीपल कितने ऑब्जेक्ट को पॉइंट करर फिर वो अगर रिकसिवली और ऑब्जेक्ट को पॉइंट कर रहे हैं तो जाहिर है कि इट कैन गो क्वाइट लॉन्ग ना तो अब उसम जहर है कि आपको उसका एडवांटेज यह है कि जब आप एक ऑब्जेक्ट ल करते हैं तो उसके अगर तमाम रेफरेंसिंग ऑब्जेक्ट को लॉक कर लेते हैं तो जब आप उनको रेफर करना चाहेंगे तो वो एफिशिएंटली आप उनको एक्सेस कर सकेंगे आपको हर ऑब्जेक्ट पे अलग से लॉक अप्लाई नहीं करना पड़ेगा क्योंकि जाहिर है कि आप किसी ऑब्जेक्ट प कोई ऑपरेशन नहीं कर सकते जब तक कि आप उस परे अप्रोपो ना कर ले तो अगर आप लॉक प्रोपेट कहते हैं तो उसका आपको फायदा तो यह है कि आपकी जो एक एक्सेस है वो एफिशिएंट हो जाएगी लेकिन वो डिपेंड करता है कि अह जितने अ भी ऑब्जेक्ट्स को आप रेफर कर रहे हैं आया उन सब पे आपको वह लॉक मिल सकता है या कि नहीं मिल सकता तो जाहिर है कि अगर आपने लॉक प्रॉप गट कहा हुआ है और कहीं डाउन द लिंक कहीं दूर जाके फर्ज़ करें एक ऑब्जेक्ट जो है वह किसी और वजह से अ लॉक्ड है किसी और ट्रांजैक्शन उसको लॉक किया हुआ है और जो आपने लॉक अप्लाई किया हुआ है और जो लॉक पहले उसमें मौजूद है वह अगर आपस में कंपैटिबल नहीं है तो जाहिर है फिर आपको इस अपने ऑब्जेक्ट पे लॉक नहीं मिलेगा तो इसका मतलब ये हुआ कि जो भी आप एक ऑप्शन अडॉप्ट करते हैं देयर आर डिफरेंट ऑप्शन फॉर एवरीथिंग तो हर एक चीज के फायदे भी है लेकिन जाहिर है कि उसकी दूसरी साइड भी है तो आपको यह देखना चाहिए और यानी इस सिचुएशन के मुताबिक आपको फैसला करना चाहिए कि हमें किस तरह की जो ऑप्शन है उसके लिए जाना चाहिए इसी तरह अगर हम बात करें जो आपका कॉपिंग और वर्जनिंग बिहेवियर है अब कॉपी केस में यानी जाहिर है हमने देखा था कि फर्ज कर अगर हम एक ऑब्जेक्ट को कॉपी करते हैं तो उसमें जो एसोसिएशन है उसका क्या होगा तो एक तो पॉसिबिलिटी है कॉपी कॉपी से मराज है कि जब आप कॉपी करें तो आपके रेफरेंसेस हैं वो भी नए ऑब्जेक्ट प कॉपी हो जाए एक ऑप्शन हमारे पास है कॉपी मूव इससे मुराद ये है कि यानी आपका जो रेफरेंसेस हैं वो नए ऑब्जेक्ट में मूव कर जाए ओरिजिनल में वो ना रहे एक कॉपी डिलीट कि जब आप कॉपी करें तो आप रेफरेंसेस डिलीट डिलीट हो जाने चाहिए तो ये हमारे पास डिफरेंट ऑप्शंस हैं फॉर कॉपी और इसी तरह से हमारे पास मल्टीपल यानी ऑप्शंस मौजूद हैं जब हम किसी भी ऑब्जेक्ट का वर्जन क्रिएट करते हैं मिसाल के तौर पे जैसे आप देख रहे हैं कि एक पॉसिबिलिटी यह है कि वर्जन कॉपी कि आप जब वर्जन करें क्रिएट करें तो वह आपके जो रेफरेंसेस है वो कॉपी हो जाएं और दूसरी पॉसिबिलिटी जैसे आप देख रहे हैं आपके सामने कि वर्जन मूव कि जब आप नया वर्जन क्रिएट करें किसी ऑब्जेक्ट का तो जो रेफरेंसेस हैं वह मूव कर जाने चाहिए अब इन को अगर आप देखें तो अब आपके सामने जो आपको स्लाइड नजर आ रही है यहां पे दो क्लासेस डिफाइंड हैं और दोनों के अंदर जो है वह एक एसोसिएशन एक बाय डायरेक्शनल एसोसिएशन डिफाइंड है और आप देख रहे हैं कि इन दोनों के अंदर किस तरीके से जो बिहेवियर स्पेसिफिकेशन दी गई है मिसाल के तौर पर पहले जो हमारे पास सेल्स पर्सन की क्लास है उसमें जो हमने बिहेवियर दिया हुआ है वो दिया हुआ है लॉक प्रोप गट कॉपी मूव और वर्जन मूव तो इसका मतलब है कि आपने तीनों की न लॉक के भी प्रोपेगेशन के भी कॉपी के भी और वर्जन की तीनों की आपने स्पेसिफिक ऑप्शंस दे दी हैं जबक दूसरी तरफ अगर आप देखें जो इसका इवर्स लिंक है वहां पर आपने सिंपली कहा हुआ है कॉपी कॉपी यानी आप कॉपी के केस में एक स्पेसिफिक एक्शन चाहते हैं वो आपने यहां मेंशन कर दिया लेकिन जो लॉक है या जो वर्जन है उस केस में जो भी इसका डिफॉल्ट बिहेवियर है वोय अडॉप्ट करेगा डियर स्टूडेंट्स यहां पे जो हमारी डिस्कशन है जो कि हम कर रहे थे सी प् प् डीडीएल की उसको हम खत्म करेंगे इस डिस्कशन में हमने जो एक बेसिक लेवल की जो अंडरस्टैंडिंग है डीडीएल के बारे में उसको एस्टेब्लिश किया कि डीडीएल है क्या चीज और सी प् प्स डीडीएल से क्या मुराद है और उसका सिंटेक्स जो वो सिमिलर है उसके साथ और फिर जो जो आप जब डीडीएल डिफाइन करते हैं फिर उसको प्रोसेस करते हैं तो फिर क्या होता है किस तरह की फाइल्स क्रिएट होती हैं और फिर हमने देखा कि स्कीमा को डिफाइन करने के लिए हम किस तरीके से डीडीएल के अंदर क्लास डिफाइन करते हैं उसके मेंबर्स डिफाइन करते हैं उनकी टाइप्स वगैरह हमने देखी फिर हमने यह देखा कि टाइप्स की कंपैटिबिलिटी क्या है यानी जो नॉर्मल c+ प्स है उसके अंदर जो आपके पास टाइप सेट है और जो आपके पास c+ प् डीडीएल के अंदर है वो क्या है फिर फाइनली हमने एसोसिएशंस को डिस्कस किया कि एसोसिएशन से क्या मुराद है कि क्या टाइप्स हैं ऐसे डिफाइन करते हैं इंप्लीमेंट कैसे होती हैं और इनको आप एक्सेस कैसे करते हैं तो ये जो सारा जो प्रोसीजर है यह हमने डिस्कस किया है यूजिंग c+ प् डीडीएल अब इससे नेक्स्ट पार्ट में हम ब्रीफ जिस चीज को डिस्कस करेंगे वो है ऑब्जेक्टिविटी एसएल प्लस प्लस यानी जो ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग की अप्रोच है उसमें होता तो यह है कि जब आप अ एक एप्लीकेशन बिल्ड करते हैं तो उसमें आप डाटा मेंबर्स के साथ-साथ आप उसके अंदर जो उसके मेथड्स हैं वो भी डिफाइन करते हैं और जितने भी ऑपरेशन आप करते हैं ऑब्जेक्ट्स के ऊपर वो उन्हीं मेथड्स के जरिए जो कि आपने डिफाइन किए गए हैं और जिनको आपने पब्लिक डिक्लेयर किया हुआ है उनके जरिए आप करते हैं तो यानी जो ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग का बेसिक थीम है कि जो आपका जो आपका स्टेट है जो आपके डाटा मेंबर्स है या आप कह ले जो आपके प्राइवेट मेंबर्स हैं उनको आप डायरेक्टली एक्सेस नहीं कर सकते कोई भी आपने ऑपरेशन परफॉर्म करना है है तो वो आप जो आपने मेथड डिफाइन किए हुए हैं और जिनकी आपने एक्सेस सबको दी हुई है उन्हीं के जरिए करते हैं तो यनी सो फार आपने देखा कि यानी जो अभी तक एप्लीकेशन का बिल्ड करने का मैकेनिज्म जो कि य नजर आ रहा था या जो यह प्रेजेंट किया अभी तक वो तो वही है जो कि हम नॉर्मल सी प्लस प्स में या किसी भी ऑब्जेक्ट ओरिड प्रोग्राम के अंदर अडॉप्ट करते हैं वही है लेकिन जाहिर है कि सर्टेन केसेस में और फॉर सर्टन टाइप्स ऑफ यूजर्स आपको अ उन ऑब्जेक्ट तक यानी उस डाटा तक जो कि आपने में स्टोर किया हुआ है डायरेक्ट एक्सेस भी देनी पड़ती है और जाहिर है कि जितने भी लोग जो कि फैमिलियर है डीबीएमएस के साथ किसी भी टाइप के डीबीएमएस के साथ या खास तौर प जो रिलेशनल डीबीएमएस के साथ फैमिलियर है उन्हें पता है कि जो लैंग्वेज हम यूज करते हैं डाटा को एक्सेस करने के लिए डायरेक्टली फ्रॉम द डीबीएमएस वह है एसक्यूएल तो एक यह है कि अ यूजर की कन्वीनियंस के लिए आप कह ले या यह कि इस चीज से अवॉइड करने के लिए इस चीज से बचने के लिए कि कोई भी टाइप की आपकी फर्ज करें किसी वक्त भी कोई एक एडहॉक कोई क्यूरी आ जाती है या रिक्वायरमेंट आ जाती है तो उसको फुलफिल करने के लिए बजाय इसके कि आप एक प्रोग्राम लिखें एक बकायदा एप्लीकेशन लिखें और उसके जरिए आप उसमें यानी ऑपरेट मेथड डिफाइन करें और फिर उनको एक्सेस करते हुए आप डाटा को एक्सेस करें तो डायरेक्ट एक्सेस देने के लिए भी और मैंने अगेन जैसे पहले कहा था कि सिर्फ स्पेसिफिक यूजर्स को यानी जिनको अ उन ऑब्जेक्ट्स पे या उस डाटा पे डायरेक्ट एक्सेस करने के राइट्स हैं जिसके पास उसकी अथोरा जेशन या ऑथेंटिकेशन है उन यूजर्स के लिए यह है कि ऑब्जेक्टिविटी डीबी जो है वो एसक्यूएल प्लस प्लस जो है वो भी सपोर्ट करता है इसका भी जो रेफरेंस है वो भी जो आपके ऑब्जेक्टिविटी डीबी के साथ जो डॉक्यूमेंटेशन है उसमें भी ऑब्जेक्टिविटी एसकल प्लस प्लस एक हमारे पास डॉक्यूमेंट है उसके अंदर य तमाम रेफरेंसेस मौजूद है और यहां पर हम जो एक प्रीफ से डिस्कशन कर रहे हैं ये इसी मैनुअल से या इसी बुक से कर रहे हैं अब पहली बात यह है कि इसमें जो जाहिर है कि इसको आपको थोड़ा सा केयरफुली स्मार्टली इसके साथ प्ले करना होगा क्योंकि एसक्यूएल जो है वो बेसिकली बनी हुई है आपकी रिलेशनल डेटा बेसस के लिए या टेबल्स के लिए तो लेकिन जो आप ऑब्जेक्टिविटी की बात करते हैं तो यहां पर आपने जो डाटा स्टोर किया हुआ है वो है इन द फॉर्म ऑफ ऑब्जेक्ट्स और जाहिर है कि जो ऑब्जेक्ट्स है वो कॉम्प्लेक्टेड एक्सेस करेंगे वह हर तरह के जो ऑब्जेक्ट्स है उनको आप एक्सेस नहीं कर पाएंगे बल्कि जो आप कह सकते हैं जो बेसिक टाइप के ऑब्जेक्ट ऑब्जेक्ट्स हैं जिसमें कि आप ये कह सकते हैं कि बहुत कॉम्प्लेक्शन इवॉल्व नहीं है बेसिक टाइप के ऑब्जेक्ट्स को आप एक्सेस कर सकेंगे ताकि आपका जो कांसेप्ट है वो क्वाइट रिजेंट करता होगा रिलेशनल टेबल्स के साथ तो यह अपने बहरहाल देखना है कि आप इसमें जब आप एकस प्लस प्लस इस्तेमाल करेंगे तो हर तरह के ऑब्जेक्ट को आप एक्सेस नहीं कर पाएंगे बल्कि जो बेसिक टाइप के ऑब्जेक्ट्स हैं उन्हीं को एक्सेस कर सकेंगे और फिर अगेन इंपोर्टेंट बात ये है कि दिस इज नॉट फॉर एवरी यूजर दिस इज ओनली फॉर द स्पेसिफिक यूजर जिनको के राइट्स हासिल है कि वह आपके डाटाबेस को या ऑब्जेक्ट्स को डायरेक्टली एक्सेस कर सकें जैसे कि आपका डीबीए हो गया या एडमिनिस्ट्रेटर हो गया उसके लिए अब यह है कि जो आपकी एएल प्लस प् है यह बेसिकली टू मोड्स में ऑपरेट करती है उनमें से एक है इंटरेक्ट मोड जाहिर है कि जैसे कि नाम से जाहिर है कि आप उसको जिस तरह कि आप नॉर्मल एसक्यूएल में काम करते हैं कि आप कमांड देंगे और उसी वक्त जो है वो आपको उसका रिस्पांस मिलेगा एक तो आपका यह इंटरेक्ट मोड है और दूसरा यह है कि आप ओडीबीसी कंप्ला कोई आप एप्लीकेशन है उसके जरिए आप यूजिंग द ओडीबीसी आपका जो मॉड्यूल है उसको इस्तेमाल करते हुए आप इसको एप्लीकेशन के अंदर इस्तेमाल करेंगे तो दोनों केसेस में चाहे आप इसको इंटरेक्ट मोड में इस्तेमाल करें या आप इसको ओडीबीसी मोड में इस्तेमाल करें इससे बेसिकली आपका जो ऑब्जेक्टिविटी ए प्लस प्स इंजन है वो इवॉल्व है वो ये करेगा कि वो आपकी कमांड को लेगा जो कि आपने एसएल प्स प्स में लिखी होगी और उसको ट्रांसफॉर्म करेगा उन ऑपरेशंस में जो कि इन ऑब्जेक्ट्स के ऊपर परफॉर्म किए जा सकते हैं और फिर वो जो कमांड्स हैं वो हैंड ओवर होंगी उसको जो आपका ऑब्जेक्टिविटी डाटाबेस का कर्नल है वो उसको हैंड ओवर होंगी और वो उनको एग्जीक्यूट करेगा चुनांचे अगर आप देखें कि इस वक्त आपके सामने स्लाइड पे आपको नजर आ रहा होगा यही जो मैंने अभी आपको एक्सप्लेन किया है यही जो स्ट्रक्चर है एक्सक्यूट का वो डिफाइंड है इसमें आप देखिए कि टॉप पे जो आपके पास एक राउंड एंडेड जो रेक्टेंगल है वहां पर आपको नजर आ रहा है ओओ आईएल यह शो कर रहा है इंटरेक्ट एसक्यूएल को या उस टूल को जो कि आपको इंटरेक्ट एएल प्रोवाइड कर र है यहां से आप एक कमांड देंगे वो कमांड जो है वह आप अगर फर्ज करें किसी एक होस्ट से अगर कनेक्टेड है उस होस्ट पे जाएगी और उस होस्ट के ऊपर जहां पर के ऑब्जेक्टिविटी डीबी इंस्टॉल्ड है वहां पर आप देख रहे हैं कि वो कमांड जो है वो मिलेगी या वो रिसीव करेगा आपका जो इंटरेक्ट x कएल प् प् का जो इंजन है वो रिसीव करेगा और वो उसको ट्रांसफॉर्म करेगा इन द कमांड्स ऑफ दी ऑब्जेक्टिविटी डीब उन ऑपरेशन में ट्रांसफॉर्म करेगा और फिर उसके बाद वो जो कमांड्स हैं वो हैंड ओवर हो जाएंगी जो आपका ऑब्जेक्टिविटी डीबी का कर्नल है और फिर आप ये देख रहे हैं कि क्योंकि हमने शुरू में पढ़ा था कि जो ऑब्जेक्टिविटी है वो एक एफडीबी एनवायरमेंट को सपोर्ट करता है कि जिसमें जो आपके डेटा बेसेस हैं वो मल्टीपल साइट्स के ऊपर हो सकते हैं इसीलिए यहां पर ये शो किया गया है कि जो आप आपकी क्यूरी है वो जब डाटा फेच करेगी तो वो हो सकता है कि मल्टीपल होस्ट के ऊपर आपका डाटा रिइड करता हो वहां से डाटा को पिक करेगी और वह उसको वापस करेगी तो इस तरह से यानी ये एक जनरल सा आर्किटेक्चर है कि जो हम यह कहते हैं कि आपके पास जो एसकल प्लस प्लस है जो कि इंटरेक्ट मोड में जब आप उसको एक्सक्यूट करेंगे तो इस तरह से आपके कमांड्स पे वो उन पे ऑपरेशन होगा अब यहां पर एक बात यानी यह भी जान लेना जरूरी है कि यहां पर जो आपका ऑब्जेक्टिविटी डीब है वो इसको एस कएल प् प्लस क्यों कह रहा है वो इसलिए कि जो आपकी s कएल 92 है s क 92 जो स्टैंडर्ड है वो यह सपोर्ट करता है और ऑन टॉप ऑफ दैट कुछ और भी कमांड्स है आप ये कह सकते हैं कि उसपे कुछ अ कुछ एनहैंसमेंट्स हैं या एक्सटेंशंस हैं वो भी सपोर्ट करता है इसीलिए ये इसको कहते हैं s कएल प् प् अब यह है कि अगर हम यह देखें कि जब हम जाहिर है कि एएल अ को इस्तेमाल कर रहे हैं तो फिर वह जो हमें जो कांसेप्ट और जो स्ट्रक्चर्स यहां मिलेंगे उनकी क्या कंपैटिबिलिटी होगी हमारे जो ओरिजिनल कांसेप्ट हैं फॉर एसक्यूएल जाहिर है कि जो रिलेशनल वर्ड से हैं और द कांसेप्ट दैट आर देयर इन दी ऑब्जेक्टिविटी डीबी जो कि एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डीबीएमएस है इसमें यह है कि अगर हम यह देखें कि अगर हम देखें कि नॉर्मल यानी एसक्यूएल को ज हम यूज करते हैं तो वी हैव द कांसेप्ट ऑफ टेबल जर वहां पर टेबल कांसेप्ट है तो यहां पे जब आप बात करेंगे ऑब्जेक्टिविटी डीबी की तो बेसिकली एक कलेक्शन ऑफ ऑब्जेक्ट्स है जो कि किसी एक पर्टिकुलर क्लास के हैं इसके अलावा अगर हम देखें कि जो हमारे पास रिलेशनल डेटा बेसेस हैं वहां पे हमारे पास कांसेप्ट है कॉलम्स का तो यहां पे उसके एट्रिका कांसेप्ट तो यहां पे हमारे पास एक इंडिविजुअल ऑब्जेक्ट इंस्टेंस होगा वहां हमारे पास रो आईडी है यहां हमारे पास ओ आईडी होगी वहां हमारे पास डेटाबेस का कांसेप्ट होता है यानी कि जो रिलेशनल हमारे पास डाटाबेसस होते हैं यहां पे हमारे पास होगा एक एफटीबी उसके क्लेंट वहां हमारे पास जो रिलेशनल डाटा बेसेस हैं हमारे पास होता है जॉइन का कांसेप्ट जबकि हमारे पास डाटा जो है वो मल्टीपल टेबल से हम एक्सेस करते हैं तो वहां पे हम जॉइन का ऑपरेशन परफॉर्म करते हैं लेकिन यहां पर जिस वक्त हम एएल प् प को इस्तेमाल करेंगे तो हम एसोसिएशन का इस्तेमाल करेंगे और इस तरह से हम जो है वो उनको इस्तेमाल करेंगे एक्सेस करेंगे अब इस डायग्राम में जो डिफरेंट हमारे जो कांसेप्ट है जिसका मैंने अभी जिक्र किया उनका जो जो आपस में लिंक है या जो आपस में उनकी कंपैरिजन है वह शो हो रहा है इसके अलावा यह है कि हम जब एएल प्लस प्लस को इस्तेमाल करते हैं तो जिस तरह नॉर्मली हम एट्रबीक के अंदर यहां पर भी हम उसी तरह से एट्रबीक हैं इसके अलावा यह कि हम जो इवन ओ आईडी है उसको भी एक्सेस कर सकते हैं एक बात का ख्याल कीजिएगा कि हमारे पास जो क्रिएट स्टेटमेंट है वो एसल में मौजूद है एल प्लस प्लस में भी हमारे पास अ क्रिएट स्टेटमेंट मौजूद है लेकिन जो रेफरेंसेस हैं उनको आप क्रिएट स्टेटमेंट के जरिए अ डिफाइन नहीं कर सकते अगर आपने रेफरेंसेस डिफाइन करने हैं तो उसके लिए आपको डीडीएल ही इस्तेमाल करनी पड़ेगी मैंने आपसे कहा था कि यानी इसमें फुल फ्लज आप एसल इस्तेमाल नहीं कर सकते बल्कि आप उसमें कुछ जो बेसिक टाइप के ऑब्जेक्ट्स हैं क्योंकि जहर अगर आप देखें तो अ रेफरेंसेस का इस तरह से जो कांसेप्ट है वो वैसे भी रिलेशनल डाटाबेसस में मौजूद नहीं है चुनांचे अ आपको क्रिएट के अंदर वहां पर इस तरह से कोई चीज डिफाइन नहीं करना होती इसलिए यहां पर भी आपको वो डिफाइन नहीं कर सकते और अगर आपने डिफाइन करना है तो आप उसको डीडीएल में इस्तेमाल करेंगे इस स्लाइड में आप देखिए कि यहां पर तीन हमारे पास क्लासेस डिफाइंड हैं जिनके अंदर आप देख रहे हैं कि जो पहली क्लास है उसमें एक एसोसिएशन डिफाइंड है दूसरी क्लास के अंदर हमारे पास दो एसोसिएशंस डिफाइंड हैं और तीसरी में भी एक एसोसिएशन डिफाइंड है जो हमारे पास दरमियान में क्लास है जो कि लोन है बेसिकली क्लास यह जो है वो बुक से भी एसोसिएटेड है और इसी तरह पैटर्न से भी एसोसिएटेड है तो अब अगर हम इसको एक्सेस करना चाहे यहां पर इस सॉर्ट ऑफ जॉइन किसी सिचुएशन है तो आप देखिए कि आप कह रहे हैं कि शुरू में आपने कहा सेलेक्ट और आपने दो-तीन एटिबल के नाम दिए फ्रॉम फिर आपने तीनों जो क्लासेस हैं उनका नाम दे दिया अब जो कंडीशन लगा रहे हैं वो है लोन ड पैटन इ पैटन ओ आडी अब यानी आपने क्या किया कि यहां प जो कंडीशन लगाई हुई है वो कंडीशन जो है वो आपके ओ आईडी पे लग रही है और फिर आप देखिए कि जो सशन है उसको एक्सेस करने के लिए सिंपल आपने यानी ऑब्जेक्ट का नाम दिया या क्लास का नाम दिया और डॉट उस पर्टिकुलर लिंक का नाम दे दिया इस तरह से आप यानी जो रेफरेंस है उसको एक्सेस कर सकते हैं और फिर आगे जाहिर है कि दूसरी तरफ जो आपने कंडीशन लगाई हुई है व आपने जो ओ आईडी है पैटर्न साइड पे उसको इस्तेमाल करके आपने य इ क्वालिटी के बेस प आपने डाटा को एक्सेस किया हुआ और यह जाहिर है कि आपको जॉइन किसी जो एनवायरमेंट है या सिचुएशन है वो क्रिएट कर र है तो इसी तरह फर्ज करें अगर हमने रिटेंस का इस्तेमाल किया हुआ है अपनी किसी क्लास में तो आप इन्हेरिटेंस प्लस प्स के अंदर व्यूज को भी डिफाइन कर सकते हैं जो कि हमें पता है कि यूजफुल एक्टिविटी है डेटा बेसस के अंदर फिर यह है कि अगर हमने एक अरे डिफाइन किया हुआ है यानी कि अगर हमने किसी मेंबर को किसी डाटा मेंबर को अरे टाइप का डिक्लेयर किया हुआ है तो हम एसक्यूएल प्लस प्लस के जरिए अरे के इंडिविजुअल एलिमेंट को एक्सेस कर सकते हैं लेकिन यही अप्रोच जो है वो हम स्ट्र के ऊपर डिफाइन नहीं कर सकते कक जाहिर है कि जो सी प्लस प्लस के यूजर्स है उन्हे पता है कि इसमें जो स्ट्रिंग टाइप जो एक एलिमेंट होता है या टाइप होती है व इंप्लीमेंट करते हैं एज एक एज एन अरे ऑफ कैरेक्टर्स तो बावजूद अरे ऑफ कैरेक्टर्स होने के लेकिन आप उसके इंडिविजुअल कैरेक्टर को एक्सेस नहीं कर सकते लेकिन अगर आपने किसी को अरे टाइप का डिक्लेयर किया हुआ है तो आप उसके किसी भी एक एलिमेंट को किसी कंपोनेंट को ए प्लस प्लस की स्टेटमेंट के अंदर इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि आप आपके सामने नजर आ रहा है आपको कि यहां पर क्लास डिफाइन की हुई है उस क्लास के अंदर पहले आपने डिफाइन किया एक स्ट्रक्चर और इस स्ट्रक्चर की डेफिनेशन के बाद आप देख रहे हैं कि आपने इसके लिए एक मेंबर डिफाइन किया प्रॉड्स के नाम से और आपने उसमें चार जो है ना मेंबर वो डिफाइन कर दिए इसका मतलब ये हुआ कि इस पर्टिकुलर मेंबर के अंदर इस पर्टिकुलर डाटा मेंबर के अंदर चार स्ट्रक्चर टाइप के जो वैल्यूज है वो स्टोर होंगे और उसके बाद आपने एक जो स्ट्रिंग टाइप का एक जो एलिमेंट है वो भी एक अरे आपने डिक्लेयर कर दिया अब अगर देखें इसके बाद एक एसक्यूएल की स्टेटमेंट लिखी हुई है जिसमें आप कह रहे हैं कि सेलेक्ट और फिर एंगल ब्रैकेट के बाद प्रोज और फिर एक एंगल ब्रैकेट के अंदर आपने टू लिखा हुआ है इसका मतलब ये है कि आपने वहां पे जो प्रोज फोर आपने एक अरे डिफाइन किया था उसका सेकंड एलिमेंट आप एक्सेस करना चाहते हैं और चूंकि वो एक स्ट्रक्चर टाइप का एलिमेंट था तो डॉट देके आपने स्ट्रक्चर के भी एटिबल का नाम दे दिया तो इस तरह से आप आप जो एक अरे है उसके एलिमेंट को भी एक्सेस कर रहे हैं स्ट्रक्चर के एलिमेंट को भी एक्सेस कर रहे हैं तो डियर स्टूडेंट्स यहां तक हमने एक बहुत ही ब्रीफ सा ओवरव्यू लिया कि हमारे पास जो ऑब्जेक्टिविटी डीवी है वो चकि एक डीवीएमएस है तो इस लिहाज से वो जो एसक्यूएल है उसको भी सपोर्ट करता है ताकि जो जिस जगह पर हमें डायरेक्ट एक्सेस की जरूरत पड़ती है किसी भी एनवायरमेंट के अंदर उसके लिए बजाय हम एप्लीकेशन लिखने के हम जो है वो उसको डायरेक्टली एक्सेस कर सके यहां पर जो हमारा डीडीएल और जो एसक्यूएल प्लस प्लस का जो पार्ट था वह खत्म होता है अपने इस डिस्कशन को हम आइंदा लेक्चर में कंटिन्यू करेंगे अब मैं आपसे इजाजत चाहता हूं अल्लाह [संगीत] हाफिज [संगीत] h