ह्वाईजी लॉ - मुस्लिम लॉ का परिचय
मुस्लिम लॉ की मूल बातें
- मुस्लिम लॉ को डिवाइन लॉ माना जाता है।
- यह मानव निर्मित कानूनों से भिन्न है।
- प्रॉफिट मुहम्मद (570-632 AD) को मुस्लिम धर्म में अंतिम प्रॉफिट माना जाता है।
- कुरान अल्लाह द्वारा प्रकट की गई एकमात्र पुस्तक है।
इस्लामिक समाज की संरचना
- इस्लामिक समाज में कभी भी जाति आधारित विभाजन नहीं था।
- शिया और सुन्नी का विभाजन वैचारिक और राजनीतिक दृष्टिकोण पर आधारित था।
- समाज में कई समस्याएँ थीं जैसे कि:
- महिला का स्थिति लगभग शून्य।
- अनियंत्रित बहुविवाह की अनुमति।
- जुआ का प्रचलन।
- भ्रष्टाचार।
प्रॉफिट मुहम्मद का जीवन
- जन्म: 571 AD, दादा अब्दुल मत्तालिब द्वारा पालन-पोषण।
- पहली पत्नी का नाम: ख़दीजा।
- तीसरी पत्नी का नाम: आइशा।
- पहला revelation: 40 वर्ष की आयु में, हइरा की गुफा में।
- हिजरा: 622 AD में मदीना की ओर पलायन।
इस्लाम के राजनीतिक विकास
- प्रॉफिट मुहम्मद की मृत्यु के बाद, कोई वंशज नहीं छोड़ा।
- शिया और सुन्नी के बीच विवाद बढ़ा।
- शिया चाहते थे कि अली को उत्तराधिकारी बनाया जाए।
- सुन्नी चुनाव के द्वारा नेतृत्व की मांग करते थे।
- पहले चार खलीफों की हत्या:
- अबू बक्र (2 वर्ष), उमर (10 वर्ष), उस्मान (12 वर्ष), अली (5 वर्ष)
- इन हत्याओं ने खूनखराबे को बढ़ावा दिया।
शिया और सुन्नी के बीच मतभेद
- हुसैन की हत्या की याद में मुहर्रम मनाया जाता है।
- प्रमुख सुन्नी स्कूल:
- हनफी, शफई, मालीकी, हनबली।
- शिया के प्रमुख स्कूल:
मुस्लिम लॉ के स्रोत
- कुरान:
- यह सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है।
- 23 वर्षों में प्रकट हुआ।
- इसमें लगभग 6000 वर्सेज हैं।
- कानूनी सिद्धांतों पर आधारित है।
- सुन्नत:
- प्रॉफिट मुहम्मद के कार्य और वाणी।
- हदीस का संग्रह।
- इजमा:
- समुदाय के विद्वानों का आम सहमति।
- कियास:
- कानून को लागू करने के लिए व्याख्या।
- शिया इसे मान्यता नहीं देते।
निष्कर्ष
- मुस्लिम लॉ का विकास इस्लामिक समाज में सुधार लाने के लिए किया गया।
- विभिन्न स्रोतों की पहचान और अध्ययन आवश्यक है।
- शिया और सुन्नी के बीच के मतभेदों को समझना महत्वपूर्ण है।
नोट: यह नोट्स एक संक्षिप्त रूप में हैं। आगे की पढ़ाई के लिए स्रोतों का गहराई से अध्ययन करें।