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मुस्लिम लॉ और इस्लामिक समाज का अध्ययन

हेलो गाइस यह ह्वाईजी लॉ और हम पढ़ रहे हैं सोर्सिजन स्कूल आफ मुस्लिम लॉ और सोर्सिजन स्कूल पढ़ने से पहले एक मुस्लिम लॉ का बेसिक इंट्रोडक्शन, मुस्लिम लॉ डिवाइन लॉ है, बाकी के जैसे अपने लॉ मैन मेड लॉ होते हैं, वैसे प्राफिट महम्मद जो थे, जो जिनोंने जो मेसेंजर थे गौड के, वो लास्ट प्राफिट थे, ठीक है, उनके बाद कोई प्राफिट नही मुस्लिम रिलिजन में मानना है कि लास्ट प्रोफिट मुहम्मद थे उनसे पहले जरूर प्रोफिट थे उनके बाद कोई नहीं थे और कुरान ओनली रिवील्ड बुक है अल्ला की मुस्लिम प्रोफिट मुहम्मद के बाद भी अक्नॉलेज करते हैं प्रीचर्स को मुस्लिम लीडर्स को अक्नॉलेज करते हैं लेकिन वो प्रोफिट नहीं मानते उनको और इसलामिक सोसाइटी कभी भी कास्ट बेसिस पर डिवाइड नहीं थी शिया और सुन्नी डिविजन है आईडियोलॉजी बेसिस पर हुआ था, पॉलिटिकल ओपिनियन के बेसिस पर हुआ था, बाद में वो कास्ट टाइब बन गया, लेकिन इसलामिक सोसाइटी कभी भी कास्ट के बेसिस पर डिवाइड नहीं थी, हमेशा सबको इक्वल माना जाता था, इन आईज ओफ गॉड. जो अधिकतर प्राक्टिस थी, custom और usages भी जो थे ना, वो affected थे by corruption से, ठीक है, कोई इतना ज़्यादा honestly काम नहीं होता था, dignity वगेरा और जो moral fiber था, society का इतना strong नहीं था, status of woman almost nil था, मतलब zero था, unlimited polygamy allowed थी, कोई कितने भी बीवियां रखता था, gambling बहुत ज़्यादा prevalent थी, barbarism यह सारी सब्स्टैंशल प्रॉब्लम्स थी जो सोसाइटी को वह ज्यादा अफेक्ट कर रही थी यह इतना ज्यादा अफेक्टेड सोसाइटी यह सारी प्रॉब्लम्स है कि इसलाम ने जब रिफॉर्म कराना यह सारी चीजों को जो यह सब कर अपने स्टेट ऑफ वुमेन एलि इसका मतलब है the period of ignorance, wilderness and savagery मतलब इन्होंने एकदम जाहिल लिया मेरे साथ से वही होगा term मतलब जो Muhammad Prophet के आने से पहले का term था उसको जाहिलों का period declare कर दिया गया था इतना ज़दा reform लिया थे Prophet Muhammad इसलाम के तुरू तो Prophet Muhammad की भी बात करते हैं Prophet Muhammad 571 AD में पैदा हुए थे उनको raise किया था उनके grandfather Abdul Muttalib ने उनकी मदर और फादर की डेथ के बाद उनकी पहली वाइफ का नाम था कादिजा और थर्ड वाइफ का नाम था आईशा आईशा के पापा थे अबू बकर तो अबू बकर थर्ड वाइफ के थ्रू फादर इन लौव हुए प्रोफिट मुहम्मद के ये अबू बकर आगे चलक प्रोफिट महम्मद की बेठी थी फातिमा जिनकी शादी हुई थी अली से अली प्रोफिट के बहुत अच्छे दोस्त थे और प्रोफिट के कजिन भी थे अली भी बहुत इंपोर्टेंट है आगे काम आएगा क्यों इंपोर्टेंट है तो याद रखना अभू बक एक केव में केव का नाम था हिरा तब उन्हें फर्स्ट रेवेलेशन फ्रॉम गॉड आया जिसको वही बोलते हैं मतलब गॉड ने अपना पहला मैसेज बेजा जो उनको कम्यूनिकेट किया गेब्रियल ने जो कि एंजल ऑफ रेवेलेशन था जब प्रॉफिट तो उनकी वाइफ थी वराका नाम का एक ब्लाइंड स्कॉलर था अबुबक्र थे उमार और उस्मान थे अब यह भी हमको याद अगर अपने आगे जो sources and school of Muslim law पढ़ेंगे उसमें यह आगे important है तीनो personality और अली तो अभी चार जनें अली, अबुबकर, उमार और उस्मान लेकिन follower के अलावा Prophet Muhammad को opposition वाले लोग ज़्यादा मिले, उनको persecuted किया गया, उनकी इन ही बातों की वज़े से humiliate किया गया, abuse किया गया, उनको drag किया गया, उनके बाल पकड़के Temple of Mecca के सामने इस humiliation और persecution की वज़े से Prophet Muhammad अपने follower के साथ मदिना चले गए 622 AD में यह जो मदिना जाने का टाइम है इसे मानते हैं start of a new era for Arabia और इसको हिजरा बोलते हैं हिजरा का मतलब होता है migration क्योंकि मदिना में प्रोफिट मुहमद ने एक political group बनाया उम्मा और उसके बाद war करी अपने supporters को लेके opposers के साथ और जिसमें मुहमद जीते उसके आज supreme religious और political ruler बन गए अरेबिया के और बाद में दूसरी tribes ने भी उनका kingdom जॉइन किया और उनने अपने मरने तक age 63 तक rule किया as emperor of Arabia अब यह आपको लग रहा होगा कि एक्जाम पॉइंट ऑफ व्यूज़े पूरी की पूरी प्राफिट मॉहम्मद की स्टोरी जानना जरूरी नहीं थी ठीक है पूरी स्टोरी जानना जरूरी नहीं थी लेकिन आपको बेसिक बेसिक पता होना चाहिए मैंने आपको जबरदस्ती टाइम वेस्ट वीडियो की लेंथ बढ़ाने के लिए नहीं बताई है उस स्टोरी का डारेक्ट रिलेशन है स्कूल्स आफ म कैसे आए तो इसका ओरिजन बेसिकली यह है कि प्रोफेट महम्मद सुप्रीम लीडर बन गए उनकी डेथ हुई एज 63 पे लेकिन उनकी डेथ हुई जब उन्होंने कोई वारिश नहीं छोड़ा मतलब कोई हायर नहीं छोड़ा थ्रोन के लिए तो दिक्कत यह हो गई कि दो ग प्रोफिट मुहम्मद की बेटी का पती और प्रोफिट मुहम्मद का कजिन मतलब प्रोफिट मुहम्मद की बेटी की शादी प्रोफिट मुहम्मद दम ने कजिन से करवाई थी जिसका नाम था अली तो ग्रूप वन वांटेड अली टू बी द सक्सेसर शिया चाते थे कि अली सक्सेसर बने प्रोफिट मुहम्मद का लेकिन ग्रूप टू चाता था जो सुनिस का ग्रूप था वो चाता था कि एलेक्शन हो तो सुनिस चाते थे एलेक्शन हो शिया चाते थे अली सक्सेसर बने लेकिन इन दी एंड सुनिस की चली और अबू बकर अ कि यह पहले कलिफ थे दो साल तो एक कलिफ रहे कलिफ मतलब जो सुप्रीम लीडर था उस टाइम का लेकिन दो साल के बाद इनका हो गया असैसिनेशन इनके बाद बनाया गया ओमार को मैंने बताया ना शुरू के जो फॉलोवर्स थे प्रॉफिट पुमत के जो सबसे पहले फॉलोवर उनकी वाइफ थी फिर अभू बक्र थे एक ब्लाइंड स्कॉलर था और उमार और उ 10 साल तक ये कैलिफ रहे लेकिन इनका भी हो गया assassination उसके बाद बनाया गया उस्मान को उस्मान थर्ड कैलिफ थे ये 12 साल तक कैलिफ रहे लेकिन फिर इनका भी हो गया assassination उसके बाद फाइनली बनाया गया अली को फूर्थ कैलिफ जो शियाज ओरिजिनली चाते थे जिसको successor बनाया जाये लेकिन इनका भी हो गया assassination अब जैसा के आप देख रहे हो कि सुन्नी और शिया इन दोनों का अलग अलग opinion था एक चाता था election से एक चाते थे कि successor अली बने चारों बार हो गया assassination इन assassinations की वज़े से जो इतने सालों तक bloodshed चला इनका assassination हुआ है तो इसके अलावा भी differences बढ़ते गए सुन्नी और शिया में 2, 12, 10, 5, total 29 साल हो गए 29 साल तक ये bloodshed चलता रहा तो इनके differences और बढ़ गए तो ये political basis की जो चीज़ा ये बढ़ती गई और इन दोनों में राइवलरी सी हो गई फिर उसके बाद अली के जो बेटे थे हसन उनको फिफ्ट कैलिफ बनाया गया उन्होंने बोला कि भाई रहने दो मुझे नहीं बनना कैलिफ आप इलेक्शन करवा लो तो उन्होंने अपना सिहासन दे दिया मौविया को मौविया कौन था जो सुननीज ने जो हमेशा से इलेक्शन चाते थे उन्होंने मौविया को चूस किया था एस लीडर तो उन्होंने इनको दे दिया अपना पूरा कि आप बन जाओ चूजन वाले बन जाओ आ� मतलब इन्होंने अपनी देदी गद्दी उसके बाद भी महुवया ने या किसी ने भी जिसने भी करा दिया इनका assassination उसके बाद हुसैन जो अली के second बेटे थे मतलब ये दोनों अली के बेटे हैं तो हुसैन जो अली के younger बेटे थे ये elder वाले थे इनको religious leader मना गया शिया से political leader नहीं political leader अभी भी महुवया ही था लेकिन इनको religious leader शिया मानते थे इनका भी assassination कर दिया महुवया के बेटे ने और इन्होंने फाइली अपनी उम्याद डाइनेस्टी बना ली और इसमें डाइनेस्टिकल रूल चालू कर दिया जो कि हेरिडेट्री बेस्ट रूल था मतलब इनका बेटा और इनका बेटा बनते गए रूलर तो ये जो शुरू की जो लड़ाई थी ना कि इस अली सक्सेसर तो मव्या जिसको chosen leader, election से leader बनाये गया, उन्होंने अपनी dynasty चालू कर दिया और heredity वाला rule चालू कर दिया कि हाँ बई मेरा बेटा और उनका बेटा, तो finally ये बने leader, इनके बाद इनकी भी कई बार dynasty change हुई, attack हुए वगेरा वगेरा हुए, तो Shia और Sunni की basically ये कहानी है कि जो ठीक है पहले सिर्फ इनका पॉलिटिकल ओपिनियन अलग था एक और एक्स्ट्रा ज्ञान की बात कि जो हुसैन की डेथ हुई थी ना इस हुसैन की डेथ को कमोमरेट करने के लिए ही महर्रम मनाया जाता है महर्रम जो महर्रम तो हम सब ने देखा ही होगा पता ही होगा महर्रम क तो मेजर शिया है वह इताना और इस्माईली इसके डिटेल में नहीं जाएंगे काफी ज्यादा डिटेल हो जाएगा इतना पूछता नहीं है और फॉर मेजर स्कूल ने सुननी के जो हैं हनाफी शफई मलीकी और हनबाली ठीक है तो यह छह स्कूल है जो मेजर मेजर है मुस्लिम्स में दो है शिया के चार है सुननी के तो स्कूल में आपका कर दिया कवर अब बात करते हैं सोर्सेस की तो मुस्लिम लोग के आठ सोर्सेज हैं बेसिकली, चार फॉर्मल जो प्राइमरी सोर्स हैं और चार इनफॉर्मल जो सेकेंडरी सोर्स हैं, तो सबसे इंपोर्टेंट, सबसे अटमोस, सबसे सुप्रीम सोर्स है कुरान, कुरान क्यों है, क्योंकि वो डारेक्ली वर्ड अफ ग बाद अभू बक्र मतलब जो रेविलेशन जाए थे ना मैंने बता प्रोफिट मुहाम्मद प्रोफिट मुहाम्मद को पहला रेविलेशन एट एज 40 आया था लास्ट रेविलेशन डेट से जस्ट पहले आया था मतलब 23 यह तक उनको रेविलेशन जाते थे वह सारे रेविलेशन का पूरा कलेक्शन कुरान बना ठीक है यह पूरा कलेक्शन बनाया अभू बक्र ने जो फर्स्ट और जो इन्होंने किताब बनाई ना थर्ड कालिफा उस्मान ने वो मतलब अब एक होली बुक हो गई वो तो मना कर दिया गया कि उसमें कोई चेंज कोई अमेंडमेंट कुछ नहीं आएगा फ्यूचर में कभी भी ठीक है तो जो वो तब की है वो अब की है उसमें कोई चेंज नहीं करा गया तब से अब तक यह जो मैंने जैसा कि आपको बताया 23 साल तक इनको रेवेलेशन्स आए गेबरियल एंजल आफ रेवेलेशन आखे देती थी मैसेजिस के रूप में मैसेजिस को वही बोला जाता था उसी वही कुरान का कंटेंट है सारा 6000 वर्सेज है कुरान के अंदर जिसमें से सिर्फ 200 डील करते हैं लीगल प्रिंसिपल मैरेज मैट्रिमोनियल रेमिडीज मेंटेनेंस ट्रांसफर और प्रॉपरिटी गिफ्ट विल इनहरिटेंस अगेरा सबज इसने काफी ऑब्जेक्शनेबल कस्टम्स लाइक फीमेल इनफेंटी साइड गैंबलिंग उसूरी उसूरी मतलब प्रैक्टिस ऑफ लेंडिंग मनी एट अन्रीजनेबली हाई इंटरेस्ट बहुत ज़्यादा सूथ पर पैसा देते ना कि हाँ बाइ मैं तुझे सौ रुपए कि एक इंसान को कितनी भी शादियां करने की इजाजात है मैं हूं मैं पांच सौंच शादी कर सकता हूं पांच सौंच वाइफ रख सकता हूं ठीक है तो उसको लिमिट करके इन्होंने एक सर्टन नंबर पर लिया है कुरान में कि वह इतनी ही अलाउड है तो जो अनलिमिटेड पॉलिगेमी है उसको अबॉलिश किया उस टाइम पर सिक्स सेवन सेंचुरी के अराउंड यह काफी प्रोग्रेसिव चीज थी लेकिन इस टाइम पर पॉलिगेमी होना ही मतलब पॉलिगेमी की प्रैक्टिस दो बीवियां भी काफी रिग्रेसिव बात माने जाती है लेकिन क्योंकि आप कुरान को अमेंड नहीं कर सकते इसलिए वह रिग्रेसिव आजकल होने लगी है कोट तो जो इसलाम आया था और जो उन्होंने रिफॉर्म किए फीमिल इनफेंटिसाइड उन्होंने अबॉलिश किया ठीक है उस टाइम पर गैंबलिंग खत्म करी जो बारबेरिक लेकिन इस टाइम पर प्रोग्रेसिव है कि नहीं तो वह डिसाइड करना थोड़ा मुश्किल है चेंज अगर चीज होती रहती है ना तो वो हमेशा प्रोग्रेस करेगी आप कभी भी कोई स्टैगनेंट चीज कोंस्टिटूशन आफ इंडिया आज कितना ही प्रोग्रेसिव हो लेकिन क्या बता वो 200 साल बाद नहीं हो प्रोग्रेसिव क्या बता वो एकदम रिग्रेसिव हो कुछ जादा उपर चली जाए अपन एट सेंचुरी में बहुत बड़ी बात है, मतलब काफी प्रोग्रेसिव बात है, मुझे नहीं लगता बहुत सारी सोसाइटी हुला, मतलब जो अपना आग के चरो तरफ नाचने वाला उस लेवल से भी उपर बड़ी होगी और काफी दुनिया में जगों पे तो सोसाइटी भ सेकंड सोर्स है सुन्ना, सुन्नत, जिसका मतलब होता है the path, सेकंड सोर्स of Muslim law है ये, अब इसका क्या मतलब है, सुन्ना, सुन्नत का मतलब है, जो भी प्रोफिट ने किया, कहा, या जो tacitly allow किया, मतलब background में allow किया, उसे hadith बोलेंगे, hadith मतलब traditions, तो सुन्ना हो गए traditions या path of prophet, जो भी प्रोफिट ने किया वो है सुन्नत उल फैल और जो भी प्रोफिट ने टैसिटली अग्री करा ठीक है खुद नहीं करा एक्चुली करा नहीं लेकिन टैसिटली अग्री करा कि हाँ होने दो वो है सुन्नत उल तक्रीर तो ये तीन सुन्नत हैं तो जो कुरान में लिखा ह प्रॉफिट ने क्या चीजों में क्या कर आपने लाइफ में कहां क्या बोला वह सब काफी मैंनेपिलेट किया जा सकता है और इसको काफी पॉलिटिकल वेपन की तरह यूज किया जा सकता है कि तुम एक सुननत की अगेंस्ट बात कर रहे हो कुछ भी बोलकर कर दो और यह उम्याद डानेसिटी का टाइम था ना जो बाद में महुआ के बाद जो हो गया था ठीक है हुसैन के उसाइन के असैसिनेशन के बाद जो डानेसिटी बनी थी उसमें काफी यूज हो रहा था तो सुननत को भी कलेक्ट किया गया और काफी जनों ने इसको कंपाइल करने की ट्राइ करी और इन कंपाइलेशन को मुसनाथ बोला करते थे इसके बाद आते हैं इजमा जो बोलते हैं Consensus of the Most Learned Members of the कमिनिटी ठीक है इजमा होते हैं जो मोस्ट लर्न मेंबर्स ऑफ द कमिनिटी होते हैं मतलब जो पढ़े लिखे लोग होते हैं उनका कंसेंसिस इजमा होता है यह सोर्स भी वैलेड माना गया कुरान के अंदर वायर प्रॉफिट भी वैलेड माना गया दोनों ने सोर्स को वैलेड माना गया यह भी एक सोर्स ऑफ लोग होगा फिर कि आज कि आज को शिए रेकुनेज पर हम द कुरान सुन्नत एंड इजमा जो पहले तीन सोर्स पढ़े ना बनने कुरान सुन्नत और इजमा इन इनमें से जो डिड्यूस कर पाओ आप रूल अपनी इंटरपिटेशन से उनको कियास बोलते हैं, शिया इनको रेकगनाइज क्यों नहीं करते, शिया बोलते हैं कि बाई स्कोप आफ लॉग अगर वाइड करना होगा ना इंटरपिटेशन से, तो वो इमाम करेगा, कोई और न कि वह वहीं वाले हैं एक तो लेजिसिलेशन हो गया अब हिंदुलाओं की जैसे सारे लेजिसिलेशन तो कोडिफाई हुए नहीं है मुस्लिम लॉग में मुस्लिम लॉग मुस्लि अभी तक मुस्लिम जो पर्सनल लॉग अभी तक कोडिफाइड नहीं मुस्लिम अमिन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑफ डिवोर्स आक्ट एंटी नेटी फाइव का कि क्रिमिनलाइज हुए वह वाला एक्ट है मुस्लिम वुमिन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरेज एक्ट 2019 इसके अलावा कस्टम एंड यूसेज जो है फॉर्स ऑफ लॉजो हिंदू लॉग में भी अपने पढ़ा था फर्स्ट वाले वीडियो में वहीं वाला सब यह चार सेकंडर सोर्स हो गए वह चार कुरान सुन्नत इजमा और किया जिसमें कियास को शिया नहीं मानते चलो तो ये हो गए guys हमारे sources and schools complete काफी मैंने try करा कि ऐसा बनाओ वीडियो कि आपको याद रहे थोड़ा story wise थोड़ा structure समझ में आया कि कैसे इसलाम आया और कैसे उसके sources आये और कैसे schools बने अगर आपको अच्छा लगा ये approach तो like करो एक comment drop करो बताओ कि approach अच्छा लगा बुरा लगा या मैं एकदम direct बास sources दमा दमा आपको बता दूँ क्योंकि देखो वाली type की approach में हो सकता है कि ये 20 minute का वीडियो है वो 12 minute में हो जाए लेकिन आठ मिनिट बचाने के लिए आप सिर्फ रटन्त विद्या पर फुकस करोगे तो मेरे साथ से अच्छी बात नहीं है फिर भी आप कमेंट में बताओ कैसा लगा आपको पूरा ये एकदम डिटेल में मतलब मैं अच्छे से परस्पेक्टिव देके समझा रहा हूँ ये कैसा लगा और यहाँ पर प्लेलिस्ट आजाएगी और लाइक तो