स्नातक और आई एम सचिन और आज की इस वीडियो में हम सभी बा प्रोग्राम सेमेस्टर सिक्स से जो आपका सब्जेक्ट है इश्यूज इन 20थ सेंचुरी वर्ल्ड हिस्ट्री तू इसकी यूनिट थ्री से जो आपका टॉपिक है भोपाल गैस ट्रेजेडी एनवायरनमेंट स्ट्रगलर के अंदर ये आता है तो ये टॉपिक आपको मैं करवाने वाला हूं तो चलिए वीडियो को स्टार्ट करते हैं आपसे एक छोटी सी रिक्वेस्ट है की आप प्लीज मुझे इंस्टाग्राम पे फॉलो कर लेने और आपको जो भी कुछ पूछना हो अगर आपकी कोई वेरी हो तो आप मुझे मैसेज कर सकते हैं मेरा यूजरनेम आप सभी के सामने लिखा हुआ है और आगे बढ़ते हैं आपको इस पूरे लेक्चर की जो पीएफ है वो हमारे टेलीग्राम चैनल पे प्रोवाइड करवा दी जाएगी एकलव्य स्नातक वन जो है हमारा टेलीग्राम चैनल का यूजर नाम है तो आप इसको सर्च करके जॉइन कर लेने सिलेबस की अगर हम बात करें तो यूनिट वन कंप्लीट करवा दिया मैंने यूनिट तू भी मैंने करवा दी है और यूनिट थ्री से चिपको मूवमेंट जो है ये वीडियो अपलोड हो चुकी है अमेजॉन वाली भी हो चुकी है आज मैं भोपाल गैस ट्रेजेडी वाला टॉपिक करवा दूंगा तो आपका जो ए पार्ट है वो पूरा हो जाएगा तो चलिए फिर आगे बढ़ते हैं लेट स्टार्ट विद इंट्रोडक्शन देखो मैं आपको ज्यादा दीप नहीं पढ़ाऊंगा यह टॉपिक यह शॉर्ट नोट्स में आने के ज्यादा चांसेस हैं एक छोटा टॉपिक है तो आप इसको एक छोटे तरीके से ही पढ़ें ज्यादा बटन ना लेने में में बातें समझ लो की है क्या अब बना के भी लिख सकते हो क्योंकि भाई ह्यूमैनिटीज के बच्चे हो बना के तो आप लेकर सकते हो लेकिन फिर भी मैं आपको सफिशिएंट कंटेंट दूंगा अगर आपके पेपर में भी ए जाए तो आप इसको लिख सकते हो भोपाल गैस ट्रेजेडी दुनिया के आप का सकते हो वो सेंट जो इंडस्ट्रियल डिजास्टर हुए हैं उनमें से एक था जो की दो और तीन दिसंबर 1984 की रात को हुआ भोपाल मध्य प्रदेश में यह ट्रेजेडी क्यों हुई थी एक गैस लिक हुई थी ठीक है कहां से गैस लिक हुई थी यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड पेस्टिसाइड का प्लांट था वहां से यह गैस लिक हुई और लगभग 40 तन गैस लिक्विड हवा में यह इंट्रोडक्शन है इसका क्या नॉर्मल जिंदगी चल रही थी सब कुछ अच्छा था भोपाल में लेकिन अचानक से एक रात ऐसी आई है जब यह गैस लिक हुआ लोग अपने घरों में थे धीरे-धीरे धीरे-धीरे लोग जो है ऑक्सीजन अंदर लेते हैं अमूमन लेकिन लोगों का गला चिल रहा था ये ऐसी गैस थी की लोग जब सांस ले रहे थे तो उनका गला पूरा चलता हुआ जा रहा था और लोगों का दम घट गया लोग इस जहरीली गैस की वजह से बहुत बड़ा डिजास्टर था आप का सकते हो बहुत बड़ी ट्रेजेडी बहुत बुरी आगे देखते हैं लगभग हजारों लोग मारे गए टोटल माना जाता है 3000 से 16000 लोग मारे गए थे जो बैक गए उनको लंबे समय तक हेल्प प्रॉब्लम्स हुई और इससे एनवायरमेंटल डैमेज काफी बहुत जल्दी दुनिया भर में खबर फेल गई ठीक है और जस्टिस की मांग की जान लगी ठीक है गवर्नमेंट से की ये जो हुआ है यूनियन कार्बाइड ने जो कंपनी ने ध्यान नहीं दिया इन्होंने मतलब नेगलिजेंस की है ठीक है इन्होंने इग्नोर किया है ये चीज की वजह से कई लोग मारे गए हैं जो बेगुनाह थे ये डिजास्टर और सर का सर दोस्त इस कंपनी के ऊपर आया इंडियन गवर्नमेंट ने क्या कर एक लॉस फूड फाइल किया यूनियन कार्बाइड कंपनी के अगेंस्ट ठीक है और मैं आपको बताऊं 1989 के अंदर ये कंपनी एग्री हो गई की भाई ये पैसे देगी लगभग 470 मिलियन डॉलर इंडियन गवर्नमेंट को ये देगी और जो की बहुत सारे एक्टिव इसने बोला की पैसे से क्या होता है ओके जो लोगों की जान गई है उसका क्या भोपाल गैस ट्रेजेडी एक हमें इंडस्ट्रियल डेंजरस के एक रिमाइंडर की तरह याद रहती है हमेशा की कितना इंपॉर्टेंट होता है की स्ट्रिक्ट स्विफ्ट रेगुलेशंस होने चाहिए तभी भी आपको इंडस्ट्री लगाते हो और बहुत साड़ी डिबेट्स भी एनवायरनमेंट जस्टिस को लेकर की जो भाई एनवायरनमेंट को नुकसान पहुंचा है उसका क्या और यह खासकर जो डेवलपिंग कंट्रीज है वहां पर आए दिन ऐसे इंसीडेंट होते रहते हैं ओके ये एनवायरमेंटल हजार्ड्स हैं और आगे देखते हैं यह जो गैस ट्रेजेडी हुई थी इसके पीछे का में करण क्या था मैं आपको इसके कॉसेस बताता हूं इंडस्ट्रियल डिजास्टर एचडी अलसो तीन 1984 रात की बात है यह सब आप पीछे इंट्रोडक्शन में पढ़ चुके हैं अब मैं आपको वन बाय वन करके बताता हूं पहले रीजन जो यूनियन कार्बाइड कंपनी थी भोपाल के अंदर भाई उनकी सेफ्टी मैथर्ड बिल्कुल बेकार थे पुर पुरली मेंटेन पहले भी बहुत बड़े लीकेज हो चुकी थी छोटे-मोटे लेवल पर कोई ध्यान नहीं दिया इन्होंने मालफंक्शन ऑफ डी कंपनी यूनियन कार्बाइड जो है यह बिल्कुल भोपाल की प्लांट की तरफ ध्यान नहीं देती थी अपना पैसा बचाने में लगी हुई थी ये कंपनी कोई वहां के जो प्लांट ऑपरेटर हैं उनको ट्रेनिंग नहीं मिली थी इमरजेंसी में क्या करना है क्या नहीं करना समझ रहे हो कंपनी की पुरी कांबिनेशन ऑफ ह्यूमन एरर और इक्विपमेंट माल फंक्शन होता है यह गैस को पानी से दूर रखना होता है जिससे केमिकल रिएक्शन होता है और एक टॉक्सिक गैस बन जाति है लॉक ऑफ इमरजेंसी प्रिपेरेडनेस कार्बाइड के जो प्लांट वाले हैं कोई इमरजेंसी का कोई प्लेन नहीं था इनके पास अगर कोई डिजास्टर हो जाए तो ऐसे में क्या करना है इनको कुछ नहीं पता था इनके एम्पलाइज ट्रेन नहीं थे कुछ भी नहीं था हैंडल कैसे करना है सिचुएशन को पता ही नहीं है ओके रेगुलेटरी फेलियर इंडियन गवर्नमेंट रेगुलेटरी एजेंसी रिस्पांसिबल पर ओवरसीज बैंक यूसीएल प्लांट फेल तू एनफोर्स कोई सेफ्टी रेगुलेशंस नहीं है कोई सेफ्टी प्लांट की कैसे होगी वहां के वर्कर्स की वहां पे लोकल कम्युनिटी जो र रही है क्या करना है कुछ भी नहीं पता भाई अचानक पता समझ रहे हो आप ओवरऑल अगर हम बोले इंसानों की भी गलती है जो कॉरपोरेट है जो कंपनी है उसकी भी नेगलिजेंस है रेगुलेटरी फेलियर भी इसको हम का सकते हैं और ये डिजास्टर जो है ना इसका इंपैक्ट पड़ा लोगों के ऊपर हजारों लोगों के ऊपर इसका इंपैक्ट पड़ा उनको हेल्प प्रॉब्लम को शहर देता हूं सो भोपाल गैस ट्रेजेडी जो की दो से तीन दिसंबर 1984 को हुई थी इससे बहुत सारे लोगों के ऊपर बहुत सारे इसके कंसीक्वेंसेस आए पहले मैं आपको बता रहा हूं बच्चों के ऊपर उनका डेवलपमेंट रूप अंदर बहुत सारे बीमारियां बन गई ठीक है जैसे की लॉस ऑफ लाइफ सबसे पहले तो यही था लगभग 3500 लोग इमीडीएटली मा गए हजारों लोग बाद में भी मा गई कई लोगों को लॉन्ग टर्म हेल्थ प्रॉब्लम्स हो गई क्योंकि आधे ऐसे भी विक्टिम है जिनको कभी जीना ही नहीं गया प्रॉब्लम्स देखो भाई जो लोग बैक गए उनको रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम सो गई ब्लाइंडनेस ए गई कैंसर की जैसी बीमारी ए गई बचपन में बर्थ में डिफेक्ट्स ए गए हैं ना तो ये साड़ी दिक्कतें आने लगी ये देखिए गैस पीड़ितों के कातिलों को 32 साल बाद भी सजा नहीं वे वांट जस्टिस पर डी कंटिन्यू डिजास्टर इन भोपाल यह सारे लोग आज भी प्रोडक्ट करते हैं की हमें मतलब जस्टिस नहीं मिल पाया जो मिलन चाहिए था एनवायरमेंटल डैमेज हुआ असली हुई ठीक है इससे वहां की सोइल वहां का पानी वहां की हवा प्लांट के आसपास का एनवायरनमेंट खत्म होता जा रहा है भाई बिल्कुल खराब टॉक्सिक होता जा रहा है इकोनामिक लॉस कितना हुआ की भाई भोपाल गैस ट्रेजेडी से इकोनॉमिक्स बहुत ज्यादा हुआ लोगों की जीविका चली गई भाई उनका लाइवलीहुड चला गया प्रॉपर्टी की वैल्यू कम हो गई कौन रहने जाएगा जहां पे गैस के लिए कोई है आप लोगों के वहां पे घर कोई नहीं लगा वहां की प्रॉपर्टी की वैल्यू कम हो गई और हेल्थ केयर के ऊपर बहुत पैसा ग गया तो भोपाल गैस ट्रेजेडी से बहुत साड़ी बैटल चली भाई यूनियन कार्बाइड और इंडियन गवर्नमेंट लड़ते रहे लड़ते रहे पब्लिक का भोपाल गैस ट्रेजेडी से पब्लिक बड़ी इंडस्ट्रियल सेफ्टी बहुत जरूरी है इंडस्ट्रीज अगर आप लगा रहे हो तो उसकी सेफ्टी पर भी आपको उतना ही ध्यान देना चाहिए ये यहां से इस मामले से थोड़ा ओवरऑल आप का सकते हो बहुत सारे लोगों के ऊपर इसके डेमोंस्ट्रेटिंग इंपैक्ट थे यानी की बहुत बुरे इंपैक्ट पड़े लोगों की जान चली गई और ये माना जाता है की इंडस्ट्रियल सेफ्टी बहुत जरूरी है हमारी गवर्नमेंट को और कॉरपोरेट्स को ध्यान में रखते हुए और हमारे जो वर्कर्स होते हैं इंडस्ट्रीज में खास कर वो ट्रेन होने चाहिए इमरजेंसी सिचुएशन कैसे हैंडल करनी है ये उनको पता होना चाहिए यह सब बातें हैं छोटा टॉपिक था आई होप आपको चीज समझ में आई होगी रीजन क्या थे कंसीक्वेंसेस के आते हैं क्या इंट्रोडक्शन है अगर वीडियो अच्छी लगी हो तो आप फीडबैक अपना जरूर दें कमेंट बॉक्स में और चैनल को सब्सक्राइब कर दें ज्यादा से ज्यादा वीडियो को शेर करें जय हिंद जय भारत मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में