फ्लोटिंग पॉइंट रिप्रेजेंटेशन की जानकारी

Sep 10, 2024

नोट्स: फ्लोटिंग पॉइंट रिप्रेजेंटेशन (IEEE 754)

परिचय

  • लेक्चर का शीर्षक: फ्लोटिंग पॉइंट रिप्रेजेंटेशन
  • प्रस्तुतकर्ता: विश्वदीप
  • चैनल: अनएकेडमी कंप्यूटर साइंस
  • विशेषता: GATE परीक्षा में अनुभव

महत्वपूर्ण बिंदु

  • फ्लोटिंग पॉइंट रिप्रेजेंटेशन:

    • यह डेटा को तीन भागों में संग्रहित करता है:
      • साइन (sign): 1 बिट
      • एक्सपोनेंट (exponent): 8 बिट या 11 बिट
      • मैन्टिसा (mantissa): 23 बिट या 52 बिट
  • IEEE 754: यह एक मानक प्रतिनिधित्व है।

    • इसमें दो प्रकार के प्रतिनिधित्व होते हैं:
      • सिंगल प्रिसीजन (Single Precision): 32 बिट
      • डबल प्रिसीजन (Double Precision): 64 बिट

साइन, एक्सपोनेंट और मैन्टिसा

  • साइन बिट: 0 (पॉजिटिव), 1 (नेगेटिव)
  • एक्सपोनेंट का बायस (Bias):
    • सिंगल प्रिसीजन: 127
    • डबल प्रिसीजन: 1023
  • मैन्टिसा को नॉर्मलाइज़ किया जाता है।

विशेष संख्याएँ

  • जीरो (Zero):

    • साइन 0 और मैन्टिसा 0: +0
    • साइन 1 और मैन्टिसा 0: -0
  • इनफिनिटी (Infinity):

    • साइन 0 और मैन्टिसा 0: +∞
    • साइन 1 और मैन्टिसा 0: -∞
  • नॉट ए नंबर (NaN):

    • अगर एक्सपोनेंट सभी 1 हैं और मैन्टिसा 0 नहीं है।
  • डिनॉर्मलाइज्ड नंबर (Denormalized Number):

    • जब एक्सपोनेंट सभी 0 हैं और मैन्टिसा 0 नहीं है।

नॉर्मलाइजेशन

  • नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया में, मैन्टिसा को इस प्रकार लिखा जाता है:
    • नॉर्मलाइज्ड: 1.mentissa
    • डिनॉर्मलाइज्ड: 0.mentissa

फ्लोटिंग पॉइंट डेटा टाइप्स

  • C प्रोग्रामिंग में:
    • फ्लोट (Float): 4 बाइट्स
    • डबल (Double): 8 बाइट्स

सवाल और अभ्यास

  • 27.625 का बाइनरी प्रतिनिधित्व
  • मैक्सिमम और मिनिमम वैल्यू का प्रतिनिधित्व

निष्कर्ष

  • फ्लोटिंग पॉइंट रिप्रेजेंटेशन कंप्यूटर में डेटा के संचय और प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है।
  • छात्रों को इस विषय पर गहरा ज्ञान प्राप्त करना आवश्यक है।

अगला लेक्चर

  • कंप्यूटर के घटक और सिस्टम बसों तथा CPU रजिस्टर पर चर्चा।