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شری ایمان کی وضاحت

इसलिए कि शरी ईमान मैंने बाज और मवा पर इसकी वजाहत की है शरी ईमान का मतलब क्या है यकीन यकीन जाती तजुर्बे से हासिल होता है पर्सनल एक्सपीरियंस मसलन अगर आपने कभी चीनी नहीं खाई हजार आदमी आपको कहते हैं बताते हैं चीनी मीठी होती है मीठी होती है चीनी मीठी आप क्या कहेंगे क्या हां मीठी होगी आप कह रहे तो सच कह रहे होंगे जब इतने लोग क रहे तो काहे को झूठ कहेंगे होगी लेकिन जब आपने चख ली अब आप क्या कहते हैं मीठी है यह होगी और है में जमीन और आसमान का जब तक खबर रहती है खबर खबर खबर खबर एक है खुद अपना एक्सपीरियंस एक्सपीरियंस से यकीन पैदा होता अच्छा यह एक्सपीरियंस जो है एक एक्सटर्नल य गिलास ठंडा है यह गर्म है एक इंटरनल एक्सपीरियंस है कुरान को पढ़ते हुए अगर कोई शख्स फिल वाक एक्सपीरियंस करता है कि यह वही कुछ कह रहा है जो मेरी अपनी फितरत कह रही है इसलिए कि आपकी जो टेस्ट बड ने बताया ना कि मीठी है समथिंग विदन यू इ टेस्टिफाइंग ट शुगर इ स्वीट समथिंग विदन यू अगर टेस्ट बड जो है वो नॉक आउट है वहा आपने को टीका लगा रखा है अभी दात दांत निकलवाए थे वो सुम किया हुआ तो व मीठी चीज मीठी लगेगी ना कड़वी कड़वी लगेगी टेस्ट फितरत इंसानी टेस्टिफाई करती है अंदर से किस हक तब यकीन पैदा होता और कुराने मजीद फिर चक जैसे जैसे आप उसको पढ़ते हैं उसके अंदर सारे क्वेश्चन को उसने डील किया है व आपकी फितरत को अपील करके आपसे खुदा को मनवा है खुदा की को बनता है आखिरत की को बनवा है और यह अब आपके शर का हिस्सा बनती चली जाती है चीज और इसके अंदर यकीन की कैफियत पैदा होती है आपके अपने जाती तजुर्बे की बुनियाद पर तकरीर की लत के जो उसने कहा मैंने यह जाना कि गोया यही मेरे दिल में यू फील कि मेरी फितरत में यही बात कुछ मेरे अंदर थी आई न हैव द वर्ड टू एक्सप्रेस इट मैं कोई बात कहना चाहता हूं लेकिन मैं सोचता है तो सही लेकिन कुछ नहीं पा रहा आईम अनेबल ू एक्सप्रेस माफ आ डों फा व ट एक्सप्रेस माफ लेकिन कोई श कह देता हा हा बक यही बात है तो बन ही यह कैफियत अगर कुरान को पढ़ते हुए इंसान महसूस करता है तो उसे व यकीन हासिल होता है कुरान की तामा के ऊ परर और यह है शरी ईमान का असल की उसकी बेसिस गैर शरी ईमान जो है वह दो चीजों से हासिल हो जाता है एक मियर फिजिकल फिनोम आग के पास आप बैठेंगे हरारत पहुंच जाएगी साहिबे यकीन की सोहबत आप इख्तियार करेंगे आप में भी यकीन पैदा हो जाए लेकिन यह यकीन नॉन इंटेलेक्चुअल यकीन होगा गैर शरी यकीन होगा यह शरी नहीं होगा बर्फ के पास बैठेंगे ठंडक पहुंच जाएगी यह फिजिकल फिनोम एक यह कि थ्रू प्रैक्टिस भी यकीन पैदा होता है नमाज पढ़ते रहिए रोजा रखते रहिए नेकियां करते रहिए इससे भी कुछ यकीन गैर शरी यकीन पैदा हो जाता शरी यकीन की सोर्स सिर्फ और सिर्फ कुराने मजीद वह जिंस नहीं ईमान जिसे ले आए दुकाने फलसफा से ढूंढने से मिलेगी आकल को यह कुरान के सिपार में इंटेलेक्चुअल पर्सन कैन नॉट हैव एनी अमाउंट ऑफ रियल ईमान एक्सेप्ट थ्रू कुरान