कैश फ्लो स्टेटमेंट पर नोट्स
परिचय
- चैनल में स्वागत है।
- आज हम कैश फ्लो स्टेटमेंट पर चर्चा करेंगे।
- पहले हम बैलेंस शीट और P&L स्टेटमेंट के फॉर्मेट समझ चुके हैं।
- कैश फ्लो और रेशियो एनालिसिस का अध्ययन करेंगे।
- इसमें 6 दिन का समय देंगे।
कैश फ्लो स्टेटमेंट क्या है?
- कैश फ्लो स्टेटमेंट एक ऐसा स्टेटमेंट है जो कैश और कैश इक्विवेलेंट्स के इनफ्लो और आउटफ्लो को रिकॉर्ड करता है।
कैश फ्लो स्टेटमेंट के भाग
- कैश फ्लो तीन गतिविधियों में विभाजित होता है:
- ऑपरेटिंग गतिविधि
- निवेश गतिविधि
- वित्तीय गतिविधि
कैश फ्लो स्टेटमेंट के तरीके
- कैश फ्लो स्टेटमेंट बनाने के दो तरीके होते हैं:
- प्रत्यक्ष विधि
- अप्रत्यक्ष विधि (हम इस पर ध्यान केंद्रित करेंगे)
कैश और कैश इक्विवेलेंट्स
- कैश: वास्तविक धन
- कैश इक्विवेलेंट्स: चेक, ड्राफ्ट, मार्केटेबल सिक्योरिटीज, आदि।
कैश फ्लो स्टेटमेंट के भाग
- ऑपरेटिंग गतिविधि
- व्यवसाय संचालन से जुड़े सभी लेनदेन
- निवेश गतिविधि
- फिक्स्ड एसेट्स और नॉन-करेन्ट इन्वेस्टमेंट
- वित्तीय गतिविधि
कैश फ्लो से संबंधित व्यावसायिक उदाहरण
- चिंटू ने 15 लाख की बिक्री की लेकिन उसके पास केवल 3 लाख कैश है।
- उसे पता चलता है कि उसे अपने उधारी का ध्यान रखना होगा।
ऑपरेटिंग गतिविधियों का विवरण
- नेट प्रॉफिट बिफोर टैक्स निकालना।
- ऑपरेटिंग प्रॉफिट: नॉन-ऑपरेटिंग खर्चों को जोड़ना और नॉन-ऑपरेटिंग आय को घटाना।
- कैश जनरेटेड फ्रॉम ऑपरेशन्स: वर्किंग कैपिटल को समायोजित करना।
वित्तीय गतिविधियों का विवरण
- शेयर कैपिटल: शेयर इश्यू और बाय-बैक
- लोन: लोन इश्यू और पुनर्भुगतान
निवेश गतिविधियों का विवरण
- फिक्स्ड एसेट्स: खरीद और बिक्री
- नॉन-करेन्ट इन्वेस्टमेंट: खरीद और बिक्री
कैश फ्लो स्टेटमेंट का फॉर्मेट
- कैश फ्लो फ्रॉम ऑपरेटिंग एक्टिविटी
- कैश फ्लो फ्रॉम इन्वेस्टिंग एक्टिविटी
- कैश फ्लो फ्रॉम फाइनेंसिंग एक्टिविटी
- कुल कैश और कैश इक्विवेलेंट्स का सम
निष्कर्ष
- कैश फ्लो स्टेटमेंट से कंपनी की वित्तीय स्थिति का आकलन करने में मदद मिलती है।
- अगले वीडियो में हम और भी विवरणों पर चर्चा करेंगे।
- अभ्यास से और भी बेहतर समझ प्राप्त करेंगे।
ये नोट्स आपकी पढ़ाई के लिए सहायक रहेंगे।