हेलो एवरीवन वेलकम टू द क्लास गाइज कैसे हैं आप सभी उम्मीद करता हूं सभी बच्चे बहुत अच्छे होंगे अच्छे से पढ़ाई लिखाई कर रहे होंगे तो प्यारे बच्चों इंतजार अब आपका खत्म हो चुका है आज इस क्लास में हम करंट इलेक्ट्रिसिटी को पूरी तरीके से निस्त नाबूत कर देंगे खत्म कर देंगे और आपको मैं बताना चाहता हूं भाई आज की इस क्लास के बाद यह चैप्टर आपका इतना बढ़िया मजबूत शानदार हो जाएगा कि इसके बाद आपको किसी और क्लास को देखने की जरूरत नहीं है और मैं आपसे वादा करता हूं कि इस क्लास को आप पूरा देखो इसके बाद आप प्रीवियस ईयर क्वेश्चन लगाना खुद से वह आपसे खुद से लग जाएंगे यह मेरा आपसे वादा है विश्वास है अगर फिर भी आपको लगता है कि सर एकाद क्वेश्चन बड़ा सा है टफ सा है दिक्कत हो रही है डाउट है तो पीवा क्यू सीरीज youtube's अवेलेबल है आपको कुछ नहीं करना सर्च करना है पी वाई क्यू करंट इलेक्ट्रिसिटी बाय अभिषेक साहू वीडियो मिल जाएगी देख लेना खत्म खत्म मतलब ये चैप्टर आज की इस वीडियो के बाद खत्म हो जाएगा आप इस बात को लिख के ले लो कोई डाउट कोई कंफ्यूजन कोई संकोच आपको नहीं रहने वाला है थंबनेल के लिए नहीं लगाया सिर्फ ये प्लग मैंने ये प्लग सीधा ये समझ लो इस वीडियो से आपके दिमाग में घुसने वाला है ठीक है तो उम्मीद करता हूं आपको यह विश्वास अपने मन में ये हो गया होगा कि हां भाई मैं यहां आ गया हूं तो सीख के जाओगे तो बच्चों आपको कुछ नहीं करना आपको शानदार सी वीडियो के मतलब इजस्ट पीडीएफ नोट्स चाहिए तो आप इस क्यूआर कोड को अभी स्कैन करो पैसे ट्रांसफर करने का नहीं है आप इसको स्कैन करो करगे तो फ्री ऑफ कॉस्ट गा प्लस अर्ली अपडेट्स मिल जाएगी भाई कौन सी वीडियो कब आ रही है सारी चीजें ठीक है तो आपके लिए यह t हो तो आप हमारा विनर्स बैच के अंदर अपना एडमिशन करा सकते हो इसकी एकदम अफोर्डेबल कीमत हमने यहां पर रखी हुई है मैं आपको बताना चाहता हूं जिस बच्चे को लग रहा है कि मैं फिजिक्स में एवरेज बच्चा हूं जिसको लग रहा है फिजिक्स में बहुत सारी चीजें एग्जाम में पूछी जा रही हैं और मैं फिजिक्स में कच्चा हूं फिजिक्स के पेपर को लेकर के आप टेंशन में रहते हो तो बस आपको इस विनर्स बैच के अंदर एनरोल करना है आपकी सारी टेंशन उस दिन से मेरी टेंशन हो जाएंगी डेली ला लाइव क्लासेस लग रही हैं मंडे टू फ्राइडे और लाइव क्लास मिस हो जाती है तो रिकॉर्डेड क्लास आपको मिल जाती है यहां पर आपको हर चैप्टर के टेस्ट भी मिलेंगे है ना आपको असर्शन रीजन पी वाई क्यूज एनसीआरटी सब कुछ कराया जाएगा कुछ भी ऐसा नहीं होगा जो छोड़ा जाए हां एक बात है कि बच्चों को लग रहा होगा कि सर अब तो तो मैं थोड़ा सा लेट हो चुका हूं तो आप लेट नहीं हुए हो बच्चों अभी जो है मैंने बैच के अंदर पी वाई क्यूज की सेपरेट नई क्लास क् नहीं ली है मैंने अभी बैच के अंदर असर्शन रीजन नहीं कराए हैं मैंने बैच के अंदर केस स्टडी नहीं कराए अभी मे की जब मैं बात कर रहा हूं जब मई में आप अगर इस वीडियो को देख रहे हो मैंने इसको छोड़ के इसीलिए रखा था क्योंकि बहुत सारे बच्चों का बैकलॉग हो जाएगा तो इनके थ्रू रिवीजन हो जाएगा बहुत सारे बच्चे नए होंगे तो इनके थ्रू पूरा चैप्टर समझ जाएंगे बहुत सारे बच्चों को चैप्टर के बाद पी वाई क्यूज वगैरह कंप्लीट करने में मजा आता है असर्शन रीजन के स्टडी वगैरह तो वो सब कुछ हो जाएगा तो आप अगर चाहते हैं कि बढ़िया से सारी चीजें आपकी कवर हो जाएं फिजिक्स में पूरी क्लास 12थ में कोई दिक्कत आपको ना आए तो आप हमारे विनर्स बैच के अंदर एनरोल करा सकते हैं खुद को और अभी अगर आप एनरोल करेंगे तो स्पेशल ऑफर चल रहा है स्पेशल ऑफर क्या है सर स्पेशल ऑफर ये है कि अभी अभी एनरोल करने वाले सभी बच्चों को जो एग्जाम टाइम पे नवंबर दिसंबर में कोर्स क्रैश कोर्स जो प्रोवाइड कराया जाएगा वो एकदम फ्री ऑफ कॉस्ट होगा जबकि नए बच्चों को इसमें पैसा देना पड़ेगा का तो आप इतने ही प्राइस में क्रैश कोर्स आपको अकेला मिलेगा बाद में आप अभी पूरे फुल ईयर का कोर्स प्लस क्रैश कोर्स के अंदर आपको एनरोलमेंट दे दिया जाएगा तो आप लेट मत होना आपको ऐप की लिंक इस वीडियो की डिस्क्रिप्शन में दे दी जाएगी आप पीसी पर देख रहे हो लैपटॉप पे दे देख रहे हो या देखोगे तो वो लिंक भी आपको इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में दी जाएंगी टेंशन आपको जरा भी नहीं लेनी यहां पे मेरी जिम्मेदारी होगी आपकी फिजिक्स ठीक है बाकी भगवान का नाम लेकर के स्टार्ट करते हैं आज की इस क्लास को सबसे पहले हमें पढ़ना है भाई ये चैप्टर हमारा थर्ड है करंट इलेक्ट्रिसिटी तो इस चैप्टर के अंदर शुरुआत हो चुकी है दोस्तों रजिस्टर पेन कॉपी सब निकाल ले क्योंकि अब से ये चैप्टर बिल्कुल खत्म होने वाला टेंशन नहीं लेना जरा भी आप मेरे साथ बैठे हो देखो पहली चीज मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमने जो चैप्टर फर्स्ट और सेकंड जो हमने पढ़ा वो यूनिट थी इलेक्ट्रोस्टेटिक्स क्या थी इलेक्ट्रोस्टेटिक्स है नाना तो इलेक्ट्रो स्टैटिक्स जो है उसके अंदर हमने क्या पढ़ा हमने पढ़ा स्टडी ऑफ इलेक्ट्रोस्टेटिक्स क्या है स्टडी ऑफ रेस्ट चार्जेस चार्जेस अपनी जगह पे रुके हैं तो वो कितनी इलेक्ट्रिक फील्ड बनाते हैं वो कितना फोर्स लगाते हैं हां उनके कारण जो है क्या-क्या इफेक्ट होने वाला है वो सारी चीजों को हमने इलेक्ट्रोस्टेटिक्स यानी कि फर्स्ट और सेकंड चैप्टर में पढ़ा है ना तो फर्स्ट सेकंड चैप्टर में जो जिन हम चार्जेस की बात करते थे वो चार्जेस अपनी जगह पर रुके होते थे हम रेस्ट चार्ज की बात करते थे किसकी बच्चों रेस्ट चार्जेस की जबकि अब जो हम चैप्टर पढ़ने वाले हैं चैप्टर थ्री यह करंट इलेक्ट्रिसिटी है तो इस चैप्टर में हम स्टडी करेंगे मूविंग चार्जेस की मतलब चार्जेस एक डायरेक्शन में अगर मूव कर रहे हैं तो वो बनाते हैं करंट क्या बनाते हैं करंट बनाते हैं और उन्हीं चार्जेस की हम स्टडी करेंगे तो रेस्ट चार्जेस की स्टडी करना रुके हुए चार्जेस की स्टडी करना इलेक्ट्रोस्टेटिक्स कहलाता है मूविंग चार्जेस की स्टडी करना इलेक्ट्रोडायनेमिक्स या कर इलेक्ट्रिसिटी कहलाता है बच्चों ठीक है तो इस शब्द में क्या है यहां पर देखो करंट इलेक्ट्रिसिटी तो अब हमें समझना है कि आखिरकार करंट क्या होता है तो बच्चों आपको बता दूं कि किसी भी तरह की टेंशन आपको नहीं लेनी है करंट का मतलब क्या होता है करंट का मतलब होता है धारा करंट का मतलब क्या होता है बच्चों धारा धारा का मतलब क्या है धारा का मतलब है फ्लो क्या है फ्लो तो मान के चलो कोई भी चीज जब फिक्स डायरेक्शन में फ्लो होती है तब हम बोलते हैं भाई करंट बन रहा है हवा फ्लो हो रही है एयर करंट पानी फ्लो हो रहा है वाटर करंट चार्जेस फ्लो हो रहे हैं इलेक्ट्रिक करंट क्या इलेक्ट्रिक करंट ठीक है बात समझना जैसे मान के चलो कि मेरे पास एक बड़ा सा टब है ठीक है क्या है टब है मेरे पास एक बड़ा सा अब उस टब में पानी भरा है हौदी मान लो बड़ी सी हौदी मान लो उस टब में पानी भरा या हौदी में पानी भरा है अब मैं उस पानी को ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे कर रहा हूं ठीक है मतलब पानी यहां भी जा रहा है यहां भी जा रहा है ऊपर नीचे सब जगह उसका मोशन करा रहा हूं ठीक है तो क्या मैं ऐसा बोलूंगा कि वहां पर पानी की एक धारा है क्या मैं ऐसा बोलूंगा नहीं बोलूंगा लेकिन मान के चलो मेरे पास एक पानी का मग है और पानी के मग को मैंने ऐसे किया तो पानी नीचे आएगा इसका मतलब मैं क्या बोलूंगा देखो भैया पानी की धारा बहने लगी पानी की धारा बहने लगी क्यों क्योंकि जब मैं ऐसे ऐसे कर रहा था ना बड़े से टैंक के अंदर तो क्या था वहां पानी किसी भी रैंडम डायरेक्ट में था अलग-अलग डायरेक्शन में तो वहां पर धारा नहीं बन पाई लेकिन बच्चों जब मैंने उस पानी के मग को ऐसे करा तो पूरा पानी नीचे आ गया इसका मतलब ये है कि पानी एक फिक्स डायरेक्शन में एक डेफिनेट डायरेक्शन में फ्लो होने लगा और उसी फ्लो के कारण मैंने बोला पानी की धारा इसी प्रकार से जब चार्जेस किसी कंडक्टर के अंदर किसी एक पर्टिकुलर डायरेक्शन में फ्लो होने लगते हैं तो हम बोलते हैं कि यहां पर चार्जेस की धारा बन गई और इस चार्जेस की धारा को हम बोलते हैं इलेक्ट्रिक करंट क्या बोलते हैं प्यारे बच्चों इसको हम बोलते हैं इलेक्ट्रिक करंट ठीक है सभी बच्चे ध्यान देंगे अब आखिरकार यह करंट फ्लो कैसे होता है इस कंडक्टर के अंदर क्या-क्या है सारी चीजें आपके दिमाग में बैठ जाएंगी देखो जैसे मैंने आपको बताया कि नॉर्मली जो है नॉर्मली एक कंडक्टर नॉर्मली एक कंडक्टर के अंदर क्या होते हैं इलेक्ट्रॉन इधर-उधर भाग रहे होते हैं भाई देखो एक्चुअल में एक कंडक्टर के अंदर क्या है सारी कहानी समझना नोट्स तो बढ़िया शानदार सुंदर-सुंदर मैंने बना के रखे हैं लेकिन आप कहानी समझो ये मेरे पास एक कंडक्टर है अब एक कंडक्टर के अंदर खूब सारे फ्री इलेक्ट्रॉन हैं ये टेंपरेचर के कारण भाई देखो मेरा वजन 70 किलो है मुझे 2025 डिग्री सेल्सियस से एटमॉस्फियर से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन जैसे मान के अब मैं अपना एग्जांपल ही लूंगा इंसानों का वजन 70 किलो है मान लेते हैं है ना उनको अगर नॉर्मल एटमॉस्फेयर का टेंपरेचर 25 डिग्री सेल्सियस है तो कोई फर्क नहीं पड़ता 30 भी झेल जाते हैं लेकिन जब टेंपरेचर 40 42 45 50 होने लगता है तो उल्टी 10 सब हो जाता है है कि नहीं है कि नहीं आप देखो गर्मियों में जाकर के देखो आप गर्मियों में जाकर के देखो कि 45 डिग्री सेल्सियस मतलब गर्मियों में हॉस्पिटल में जाके देखो आप 45 डिग्री सेल्सियस जब टेंपरेचर हो जाता है ना तो यहां पर जो है लोग टॉयलेट में जा रहे होते हैं यहां पर लोग ड्रिप लगवा रहे होते हैं क्यों क्योंकि 70 किलो का इतना बड़ा आदमी है उसपे 47 48 डिग्री सेल्सियस नहीं लला भाई साहब है ना उसकी लूजी लूजी हो जाती है बात समझो तो यहां पर मैं आपसे ये कहना चाहता हूं कि भाई हम तो इतने बड़े हैं तो हमें 45 डिग्री नहीं जल रहा टेंपरेचर लेकिन सोचो इलेक्ट्रॉन जिनका मास 10 टू पा -31 केजी है इतने इतने छोटे से बिल्कुल दिखते भी नहीं आंख से उनके लिए तो एटमॉस्फेयर का जो टेंपरेचर जो हमारे लिए नॉर्मल है वो भयंकर बड़ा टेंपरेचर होता है और उतने ज्यादा टेंपरेचर पे ये जो इलेक्ट्रॉन होते हैं इन इलेक्ट्रॉन के पास भयंकर एनर्जी होती है ये इतने में डांस कर रहे होते हैं रैंडम मोशन कर रहे होते हैं और ये इधर-उधर भागते हैं यहां जा रहा है कोई यहां जा रहा है कोई यहां जा रहा है कोई यहां जा रहा है कोई यहां जा रहा है कोई यहां जा रहा है ठीक वैसे ही जैसे पानी के टैंक में इधर-उधर इधर-उधर इधर-उधर पानी जा रहा था तो हमने धारा नहीं बोला था दोस्तों हमने वहां प उसको धारा नहीं बोला था ठीक है तो कंडक्टर के अंदर भी ऐसा ही होता है नॉर्मल नॉर्मल एक कंडक्टर है उसमें भी इलेक्ट्रॉन इधर-उधर भाग रहे हैं रैंडम डायरेक्ट में सब जगह भाग रहे हैं तो चार्जेस मोशन में तो है लेकिन उनके पास एक डायरेक्शन नहीं है तो नॉर्मल एक कंडक्टर को आप हाथ में पकड़ लेते हो आपको कोई करंट नहीं लगता क्यों वहां पे करंट है ही नहीं करंट कब लगेगा जब वहां पे कंडक्टर के अंदर करंट बनेगा और करंट कब बनेगा जब ये सभी इलेक्ट्रॉन मिलकर के जब ये सभी इलेक्ट्रॉन मिलकर के एक फिक्स डायरेक्शन में भागेंगे और दोस्तों फिक्स डायरेक्शन में कैसे भागते हैं जब हम यहां पर एक बैटरी लगा देते हैं क्या लगा देते हैं सभी बच्चे ध्यान से सुनेंगे क्या लगा देते हैं एक बैटरी लगा देते हैं बैटरी का काम होता है बैटरी का काम होता है इस करंट के फ्लो को मेंटेन करना पोटेंशियल डिफरेंस को मेंटेन करना आगे हम ये समझेंगे कि बैटरी का कांसेप्ट आखिरकार कैसे आया ठीक है तो मान के चलो मैं अगर ये चाहता हूं कि मेरे पास ये कंडक्टर है मैं चाहता हूं कि भाई किसी कंडक्टर के अंदर ये जो चार्जेस रैंडम ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे मोशन कर रहे हैं ना ये ऐसे-ऐसे मोशन ना करें ये एक फिक्स डायरेक्शन में मूव करने लगे तो मुझे क्या करना पड़ेगा तो मुझे यहां पर ऐसा करना पड़ेगा ये मेरे पास एक कंडक्टर है इसके अंदर खूब सारे फ्री इलेक्ट्रॉन कंडक्टर के पास फ्री इलेक्ट्रॉन होते हैं ठीक है तो यहां पर ये इलेक्ट्रॉन कहां भाग रहा था यहां भाग रहा था ये कहां भाग रहा है यहां भाग रहा है ये कहां भाग रहा है यहां भाग रहा है कहां भाग रहा है यहां भाग रहा है अच्छा चलो छोड़ो छोड़ो मान के चलो इसके पास क्या है बहुत सारे फ्री इलेक्ट्रॉन हैं बहुत सारे फ्री इलेक्ट्रॉन हैं ठीक है मैं मैंने क्या किया भाई साहब मैंने क्या किया बच्चों मैंने यह किया कि इसके ये वाले एंड को कंडक्टर के ये वाले एंड को मैंने क्या बना दिया पॉजिटिवली चार्ज बना दिया और ये वाले एंड को क्या कर दिया नेगेटिवली चार्ज कर दिया ठीक है तो अभी क्या होगा ये इलेक्ट्रॉन क्या करेंगे ये इलेक्ट्रॉन क्या करेंगे ये इलेक्ट्रॉन क्या करेंगे आप मुझे बताओ ये सभी इलेक्ट्रॉन कहां भागेंगे 60 किसके पास पॉजिटिव के पास ये सारे के सारे फ्री इलेक्ट्रॉन कहां भागेंगे ये भागेंगे पॉजिटिव के पास और मिली सेकंड माइक्रो सेकंड के अंदर ही आप ये देखेंगे कि सभी इलेक्ट्रॉन ने जाकर के पॉजिटिव चार्ज को क्या कर दिया सर न्यूट्रलाइज कर दिया तो जो भी पॉजिटिव चार्ज यहां था वो पॉजिटिव चार्ज अब गायब हो गया क्यों क्योंकि इसने क्या कर दिया इसने इसको न्यूट्रलाइज ये जो इलेक्ट्रॉन यहां से भागे इनने इसको न्यूट्रलाइज कर दिया तो इसका मतलब यह हुआ कि यहां पर जो है इलेक्ट्रॉन का फ्लो एक फिक्स डायरेक्शन में हुआ तो सही इलेक्ट्रॉन का फ्लो एक फिक्स डायरेक्शन में हुआ तो लेकिन ये जो फ्लो था ये फ्लो बहुत छोटे से छोटे से छोटे से टाइम के लिए था तो इस फ्लो को यानी कि यहां पे करंट तो बना लेकिन ये करंट कैसा था ये करंट बहुत छोटा सा करंट था तो इस करंट को हम बोलते हैं या कहे बहुत छोटे से टाइम के लिए था तो इसको हम बोलते हैं ट्रांजियंट करंट क्या बोलते हैं हालांकि कुछ लोग इंस्टंटे नियस करंट भी बोलते हैं बहुत छोटे टाइम के लिए लेकिन मैं यहां पे क्या बोल रहा हूं कोई करंट जो बहुत छोटे से टाइम के लिए आए और खत्म हो जाए हम इसको ट्रांजियंट करंट बोलते हैं क्या बोलते हैं ट्रांजियंट करंट है ना बिल्कुल छोटे टाइम के लिए जैसे जैसे आप समझते हैं जैसे आप समझते हैं बच्चों कि बिजली गिरती है ऊपर से ऊपर से बिजली गिरती है तो बिजली गिरती है तो ऊपर से चार्जेस नीचे की साइड आते हैं तो वहां पे भी क्या है ऊपर से बिजली गिर रही है तो वहां से चार्जेस क्या आ रहे हैं नीचे की साइड आ रहे हैं आ रहे हैं नीचे की साइड या नहीं आ रहे तो क्या कैसे चार्जेस आते हैं एक बार में खूब सारा चार्ज आ गया तो इसको भी हमने क्या बोला इसको भी हमने बोला ट्रांजियंट करंट क्या बोला ट्रांजियंट करंट ठीक है तो आप समझिए तो अगर मैं आपसे यह कह दूं अगर मैं आपसे कह दूं कि इलेक्ट्रिक करंट जो होते हैं सब लिखा मिल जाएगा प्यारे बच्चों सब लिखा मिल जाएगा आपको किसी चीज के लिए घबराना नहीं है ठीक है देखो करंट कितने टाइप के तो मैंने कहा सर करंट होते हैं दो टाइप के एक एक हो गया ट्रांजियंट करंट और एक हो गया एटीडी करंट ट्रांजियंट करंट क्या होता है याद रखो ट्रांजियंट करंट वो होता है जो सटाक से शुरू फटाक से खत्म समझे और स्टेडी करंट क्या होता है हल्लू हल्लू से धीरे-धीरे से कांस्टेंट रेट के साथ चलने वाला जो करंट है वो स्टडी करंट है हमारे घरों में स्टेडी करंट आता है नहीं तो ये मोबाइल जो है ये मोबाइल फुक जाएगा एक बार में इसमें सारा करंट आ गया बोला हो जा चार्ज तो खत्म तो इसमें आता है स्टेडी करंट तो ये आराम से सभी डिवाइसेज हमारे चलते रहते हैं क्लियर है तो करंट हमारे दो टाइप के हो गए क्लियर तो जैसे मैंने आपको बताया था कि अगर मैं चाहता हूं ये पिछले वाले उसमें कि अगर मैं चाहता हूं इसमें क्या हुआ करंट अचानक से बना हो खत्म हो गया जिसको मैं इंस्टंटे नियस करंट भी यहां पे नाम दे सकता हूं इंस्टंटे नियस करंट बना था छोटे से इंस्टेंट ऑफ टाइम के लिए ठीक है चलिए तो अब देखो अगर मैं चाहता हूं कि इस कंडक्टर में लगातार लगातार लगाता इलेक्ट्रॉन का फ्लो इसी साइड होता रहे क्योंकि देखो अगर करंट जो है बहुत छोटे से टाइम के लिए बनेगा भैया ये इलेक्ट्रॉन गए और ये जो पॉजिटिव एंड है वो न्यूट्रलाइज हो गया न्यूट्रलाइज हो गया तो कौन भैया इलेक्ट्रॉन को खींचेगा कोई नहीं खींचेगा तो इसका मतलब है इलेक्ट्रॉन जब तक ही फ्लो होगा जब तक यहां पर पोटेंशियल डिफरेंस बना रहेगा यानी कि ये एंड जब तक पॉजिटिव बना रहेगा और ये एंड जब तक नेगेटिव बना रहेगा तब तक इसमें करंट का फ्लो होगा जैसे यहां से पॉजिटिव चार्ज गायब जैसे यहां से नेगेटिव चार्ज गायब वैसे यहां से करंट भी गायब ठीक है अब भाई कोई दिशा दिखाने वाला होता है तो भाई सब उसके पीछे-पीछे भाग जाते हैं अब यहां से दिशा ही गायब हो गई वो दिशा नहीं जिसकी आप सोच रहे हो यहां पे पॉजिटिव और नेगेटिव चार्जेस ही गायब हो गए तो पोटेंशियल डिफरेंस जब तक होता है ये हायर पोटेंशियल बोलते हैं इसको लोअर पोटेंशियल बोलते हैं पोटेंशियल डिफरेंस जब तक होता है तब तब करंट का फ्लो होता है है ना पोटेंशियल डिफरेंस जब तक होता है तब तक करंट का फ्लो होता है तो पोटेंशियल डिफरेंस गायब करंट का फ्लो गायब तो हमें चाहिए कोई ऐसा माइका लाल हमें चाहिए कुछ ऐसा जो इस एंड को पॉजिटिव का पॉजिटिव बनाए रखे और इसको नेगेटिव का नेगेटिव बनाए रखें यानी कि जो इलेक्ट्रॉन के आने से जो चार्जेस यहां से गायब हो गए थे पॉजिटिव चार्ज इस एंड का गायब हो गया था वो गायब नहीं होना चाहिए ये गायब नहीं होना चाहिए तो इसके लिए हम करते हैं एक बैटरी का बंदोबस्त एक बैटरी यहां पर लगाते हैं ठीक है और ये बैटरी क्या करती है ये बैटरी का बड़ा वाला टर्मिनल पॉजिटिव चार्ज को यानी पॉजिट पॉजिटिव एंड टर्मिनल को बताता है और इस बैटरी की छोटी वाली लाइन नेगेटिव टर्मिनल को बताती है अब क्या होता है भाई साहब ये बैटरी का प्लस टर्मिनल ये वाले एंड को प्लस बनाए रखता है और ये नेगेटिव टर्मिनल ये वाले एंड को नेगेटिव बनाए रखता है तो जैसे मान के चलो कि एक इलेक्ट्रॉन ने आकर के इस पॉजिटिव को न्यूट्रलाइज कर दिया तो उस बैटरी ने एक पॉजिटिव भेज कर के फिर से इसको जिंदा कर दिया है ना यहां से चार इलेक्ट्रॉन आए चार पॉजिटिव को न्यूट्रलाइज किया तो ये बैटरी और चार प्रोटॉन देगी मतलब पॉजिटिव चार्ज देगी और इसको वापस से पोटेंशियल डिफरेंस को बनाए रखेगी बैटरी के पास ऐसा करने के लिए जो एनर्जी है वो इस बैटरी के अंदर होने वाली केमिकल रिएक्शन से आती है बताओ बात मेरी समझ में आई ठीक है तो ये सारी चीजें आपको करंट के बारे में ध्यान रखनी है ये बहुत काम आएंगी आपके तो अभी मैं आपको समझाता हूं कि करंट वगैरह की डेफिनेशन कैसे लिखनी है तो सभी प्यारे बच्चे बहुत ध्यान से सुनेंगे समझेंगे तो अगर मुझसे कहा जाए कि भाई करंट क्या है तो अब डेफिनेशन के फॉर्म में भी तो मुझे पढ़ना है क्योंकि लिखूंगा क्या हां तो करंट क्या है भाई देखो करंट क्या है किसी कंडक्टर के किसी भी एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन से एक सेकंड में या एक यूनिट टाइम में कितना करंट फ्लो होता है उसको बोलता हूं करंट सॉरी कितना चार्ज फ्लो होता है उसको बोलता हूं करंट जैसे मान के चलो ये मेरे पास कंडक्टर है ये मेरे पास कंडक्टर तो मैंने कहा कि भाई इस कंडक्टर के इस एरिया से इस पर्टिकुलर एरिया से एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन से कितना चार्ज फ्लो हो रहा है है ना तो मैंने चार्ज नाप लिया और देख लिया भाई ये चार्ज कितने टाइम में फ्लो हुआ है उसी से बन जाएगा कि इतना करंट है ठीक है बात समझ लो जैसे मान के चलो कि यहां पे एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन जो है पतला है मतलब छोटा है तो यहां पर भी क्या देख लूंगा यहां पे भी टाइम नापू कि भाई कितना टाइम लगा चार्ज नापू कितना चार्ज लगा और चार्ज अपॉन टाइम करके मुझे मिल जाएगा करंट तो करंट करंट या करंट इंटेंसिटी एक ही बात है जिसको हम कैसे मेजर करते हैं चार्ज अपॉन टाइम क्या क्या बताते हैं चार्ज अपॉन टाइम चार्ज को q से रिप्रेजेंट किया टाइम को t से रिप्रेजेंट किया चार्ज की यूनिट कूलाम होती है टाइम की यूनिट सेकंड होती है कूलाम पर सेकंड को मिला कर के हम क्या नाम देते हैं एंपियर तो एंपियर करंट की एसआई यूनिट है इंटरनेशनल यूनिट है भाई साहब अगर मैं कहता हूं कि 1 एंपियर करंट कितना होता है तो याद रखिए कि इस किसी भी एरिया क्रॉस सेक्शन से एक सेकंड में 1 सेकंड में अगर 1 कूलाम चार्ज पार हो गया तो बोलते हैं 1 एंपियर करंट बन गया डेफिनेशन आपके आपके सामने ये रखी हुई है बताओ जरा क्या लिखा है इफ वन कूलम चार्ज फ्लो थ्रू एनी एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन इन व सेकंड देन दिस करंट इज सेड टू बी 1 एंपियर क्या 1 एंपियर ठीक है आगे बढ़ेंगे देखो आगे क्या है पन्नों में देखिए चार्ज जो होता है चार्ज देखो मैंने क्या कहा कि एक कंडक्टर में एक एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन से एक सेकंड में या कितने टाइम में कितना चार्ज फ्लो हो गया कितना चार्ज फ्लो हो गया अब भाई साहब चार्ज कैसे फ्लो होता है तो आंसर मेरा ये है कि चार्ज को कैरी करने वाला भी तो कोई है भाई चार्ज तो प्रॉपर्टी है ना चार्ज तो गुण है गुण नहीं चार्ज तो गुण है गुण क्वालिटी है ना तो चार्ज को कैरी कौन करता है चार्ज कैसे ट्रांसफर होता है हमने कहा जब इलेक्ट्रॉन ट्रांसफर होते हैं तो चार्ज ट्रांसफर होता है लेकिन लेकिन अलग-अलग जगह पे अलग-अलग बातें हैं जैसे अगर मैं बात करता हूं मेटल के लिए किसके लिए मेटल के लिए तो मेटल में चार्ज को कैरी कौन करता है एक जगह से दूसरी जगह तो आंसर ये है जैसे मेटल जैसे गोल्ड सिल्वर कॉपर आयरन है ना तो उनमें कौन चार्ज कैरी करता है उनमें मेटल्स के अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन चार्ज को कैरी करने के लिए जिम्मेदार होते हैं इलेक्ट्रोलाइट जैसे कि बैटरी एसिड बैटरी के अंदर आपकी में जो पानी भरा है एसिड भरा है उसके अंदर चार्ज कौन ट्रांसफर करता है बोला आयन चार्ज कैरी करने के लिए आयन जिम्मेदार होते हैं पॉजिटिव आयन नेगेटिव आयन कटाय आयन पढ़ाया आपने बस वही ठीक है गैसेस के अंदर अगर करंट फ्लो हो रहा है चार्ज ट्रांसफर हो रहा है तो उनके अंदर चार्ज कैरियर कौन होते हैं तो गैसेस के अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन और आइंस दोनों पाए जाते हैं अब देखो अगर मैं मेटल की बात करूं तो सिल्वर बेस्ट कंडक्टर होता है है ना लेकिन सिल्वर क्योंकि सिल्वर मतलब चांदी अपने घार घरों में अगर चांदी के तार डालते तो चोर ये ना सोचता कि मैं मर जाऊंगा हां वो यह सोचता कि भाई साहब अगर जो है यह तार चुरा लिए तो अपनी चांदी चांदी हो जाएगी है ना तो वो रिस्क ले लेता और रिस्क ले लेता अपनी लाइट चली जाती चोरी भयंकर हो जाती हां तो क्या करा गया और बोला महंगा भी बहुत है महंगा पहले तो लोगों के घर में साइकिल ना थी सबके में तो लाइट कैसे आती है ना तो इसलिए क्या है भाई कॉपर को इस्तेमाल करते हैं कम दाम में बढ़िया हमें जो है ये सारी चीजें प्रॉपर्टीज प्रोवाइड कराता है तो कॉपर की अगर बात की जाए तो कॉपर के लिए फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी मतलब डेंसिटी समझते हो ना कि एक पर्टिकुलर वॉल्यूम में कितना जो है चार्ज वगैरह है है ना फ्री चार्ज तो कॉपर के लिए फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है 10 टू द पावर 28 फ्री इलेक्ट्रॉन पर मीटर क्यूब यानी कि कॉपर का मान के चलो एक मोटा सा जो है डब्बा है सॉलिड 1 मीटर लेंथ 1 मीटर ब्रेथ 1 मीटर हाइट तो उसके अंदर कितने फ्री इलेक्ट्रॉन टोटल इलेक्ट्रॉन नहीं भाई साहब फ्री इलेक्ट्रॉन कितने फ्री इलेक्ट्रॉन होंगे 10 टू पावर 28 फ्री इलेक्ट्रॉन होंगे 1 मीटर क्यूब में तो ये फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी होती है जिसको हम स्मल n से रिप्रेजेंट करते हैं पूरी करंट इलेक्ट्रिसिटी में कैपिटल n से टोटल इलेक्ट्रॉन को रिप्रेजेंट करेंगे टोटल फ्री इलेक्ट्रॉन को और स्मल n से टोटल मतलब फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी को रिप्रेजेंट करेंगे ठीक है आगे बढ़ेंगे ये याद रखना ये याद रखना कि किसके अंदर चार्ज कैरियर कौन होता है सवाल आता है कि सर सर सर सर सर सर सर करंट जो है ये कैसी क्वांटिटी है सर इसके की वेक्टर करंट कैसी क्वांटिटी है ध्यान देना करंट स्केलर है की वेक्टर है तो आंसर है करंट के पास डायरेक्शन है करंट के पास क्या है डायरेक्शन इसके पास है करंट के पास डायरेक्शन है तो हमारा सवाल यह होता है कि करंट के पास डायरेक्शन है तो इसका मतलब तो सर यह है कि करंट एक वेक्टर क्वांटिटी होनी चाहिए क्योंकि करंट के पास तो डायरेक्शन है और वेक्टर क्वांटिटी के पास भी डायरेक्शन होती है करंट के डायरेक्शन है बोले इस डायरेक्शन में फ्लो हो रहा है रेट ऑफ फ्लो ऑफ चार्ज इन पर्टिकुलर डायरेक्शन इ कॉल्ड इलेक्ट्रिक करंट है ना तो लेकिन लेकिन लेकिन लेकिन करंट के पास मैग्निटिया स्केलर क्वांटिटी क्योंकि करंट के पास डायरेक्शन तो है लेकिन करंट जो है ये वेक्टर लॉ को फॉलो नहीं करता करंट वेक्टर लॉ ऑफ एडिशन को फॉलो नहीं करता जो क्वांटिटीज वेक्टर होती हैं वो वेक्टर लॉ के हिसाब से ऐड होती हैं और वेक्टर लॉ ये कहता है कि तुम दोनों राइट में दोनों ऐड हो गए तुम दोनों दोनों लेफ्ट में दोनों ऐड हो गए एक ऊपर एक नीचे जो ऊपर वो पॉजिटिव जो नीचे वो नेगेटिव जनरल कन्वेंशन ठीक है जो राइट में वो पॉजिटिव जो लेफ्ट में वो नेगेटिव जैसे मान के चलो भाई मैं बात करता हूं फोर्स की किसकी फोर्स की 1010 न्यूटन के फोर्स दोनों एक साइड लगे तो भाई साहब ये 20 न्यूटन के फोर्स से डब्बा आगे भागेगा ठीक है लेकिन अगर 10 न्यूटन का यहां लगा 10 न्यूटन का यहां लगा तो ये कहीं नहीं जाएगा ये यहीं पे रखा रहेगा बात समझ र तो इसका मतलब है कि फोर्सेस अगर सेम डायरेक्शन में तो ऐड हो गए अपोजिट डायरेक्शन में रिजल्ट जीरो हो गया अगर मैंने एंगल पे फोर्स लगा दिया तो रो से लेके 20 न्यूटन के बीच में कोई भी वैल्यू आ सकती है है ना फर्स अगर एंगल पे लग जाते हैं तो रिजल्टेंट कैसे निकालते हैं अंडर रूट ऑफ f1 स् + f2 स् + 2 f1 f2c थीटा दोनों के बीच में जो एंगल बन रहा है तो रो से लेकर के 20 न्यूटन के बीच में कोई भी वैल्यू आ जाती है तो फर्स वाले केस में तो एंगल के हिसाब से कैलकुलेशन हो रही है फर्स वाले केस में एंगल के डायरेक्शन के हिसाब से कैलकुलेशन हो रही है तो फर्स में डायरेक्शन मैटर कर रही है सेम है तो ऐड हो गए ऑपोजिट सबस्टैक हो गए एंगल पे है तो कोई और रो लग रहा है तो फोर्स में फोर्स की डायरेक्शन मैटर करती है इसलिए फोर्स वेक्टर क्वांटिटी है लेकिन करंट में हम क्या देखते हैं करंट में तो हम ये देखते हैं कि एक करंट यहां से आया एक करंट यहां से आया अगला हमने बीच में से एक वायर कट कर लिया तो ऐसा नहीं होगा कि बीच वाले वायर को पकड़ के आ भाई साहब सेल्फी पॉइंट बन गया कुछ नहीं हो रहा भाई दोस्त हो जाओगे समझे इसका मतलब ये है कि 10 न्यूटन यहां से सॉरी 10 एंपियर यहां से 10 एंपियर करंट यहां से बीच में एक तार अपन ने जो है जॉइंट ले लिया तो इसमें जीरो 0 एंपियर का करंट फ्लो होना चाहिए था अगर अगर ये डायरेक्शन के हिसाब से प्लस माइनस होता करंट तो लेकिन हमने क्या देखा हमने ये देखा कि ये डायरेक्शन के हिसाब से प्लस माइनस नहीं हो रहा दोनों अपोजिट डायरेक्शन में आ रहे थे इस दूसरे वायर में दोनों जुड़ गए 20 एंपियर करंट बन गया इसका मतलब है कि दोनों और देखो यहां पे भी दोनों एंगल पे आए वायर 10 एंपियर 10 एंपियर और बीच में से एक वायर कट कर लिया बोले 20 एंपियर करंट बन गया मतलब डायरेक्शन मैटर ही नहीं कर रही है इन दोनों करंट के केस में तो इसका मतलब है फिर करंट कैसी क्वांटिटी है स्केलर क्वांटिटी क्योंकि वो वेक्टर के सिर्फ डायरेक्शन से मतलब नहीं है वो वेक्टर के नियमों का पालन नहीं करता बस सीधी सी बात है उम्मीद करता हूं समझ में आ रहा होगा सभी बच्चों को कमेंट सेक्शन में लिख के बता देना हां सर मजा आ रहा है हां सर समझ में आ रहा है आपका ये कमेंट बहुत सारा प्यार और मोटिवेशन देगा मुझे ठीक है तो जल्दी से जल्दी से इलेक्ट्रिक करंट कैसी क्वांटिटी स्केलर क्वांटिटी इट हैज इसके पास डायरेक्शन है बट इट हैज डायरेक्शन बट इट फॉलोज अलजेब्रिक एडिशन ये अलजेब्रिक यानी स्केलर एडिशन को फॉलो करता है बट नॉट वेक्टर एडिशन अलजेब्रिक एडिशन का मतलब होता है कि नॉर्मल आपको जैसा दिख रहा है वैसा जोड़ देना है डायरेक्शन मैटर नहीं करती उम्मीद करूंगा ये समझ में आया होगा आपको आगे बढ़ेंगे आगे बढ़ेंगे अब करंट की डायरेक्शन के बारे में बात करेंगे करंट की डायरेक्शन की भाई साहब बड़ी करा इतिहास है इसका बहुत तगड़ा इसका इतिहास है क्या इतिहास सर इसका क्या हिस्ट्री है तो देखो वैसे मैं आपको बताना चाहूंगा सभी बच्चे ये सब नोट्स आपको बढ़िया साफ सुथरी लैंग्वेज में करता है हमने कहा पहले चैप्टर में हमने क्या पढ़ा कौन ट्रांसफर हुआ इलेक्ट्रॉन हमने कभी ये तो नहीं कहा कि पॉजिटिव चार्ज इस बॉडी से निकल के उसमें चला गया हम बोल देते हैं भाई जहां से इलेक्ट्रॉन निकल गया वहां क्या बचा पॉजिटिव चार्ज ही तो बचा वो जा रहा है मेरा इलेक्ट्रॉन पॉजिटिव चार्ज ही तो बचा है ना तो बोल देते हैं बोलचाल की भाषा में है बस ये अदर वाइज हम सारे बच्चे सच सच जानते हैं ना क्या हमारी आंखों प पर्दा डाल के रखा है किसी ने नहीं रखा तो हम सारे बच्चे सच ये जानते हैं कि फ्लो कौन होता है आंसर है इलेक्ट्रॉन तो करंट कौन बना रहा है बोला इलेक्ट्रॉन तो जिस डायरेक्शन में इलेक्ट्रॉन फ्लो उसी डायरेक्शन में करंट फ्लो तो इसका मतलब है कि एक्चुअल करंट की डायरेक्शन क्या है बोला जिस डायरेक्शन में इलेक्ट्रॉन फ्लो होते हैं असलियत में करंट उसी डायरेक्शन में फ्लो होता है तो करंट की डायरेक्शन इज द डायरेक्शन ऑफ फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन लेकिन हिस्ट्री इतिहास कुछ और कहता है इतिहास यह कहता है कि जब करंट के बारे में एक्सपेरिमेंट्स हुए करंट की डिस्कवरी हुई उस समय हमें इलेक्ट्रॉन के बारे में नहीं पता था हम तो तब पैदा ही नहीं हुए थे लेकिन जो भी लोग काम कर रहे थे उनको इसके बारे में इलेक्ट्रॉन के बारे में नहीं पता था तो उन्होने क्या सोचा उनको यही पता था भाई चार्ज फ्लो हो रहे हैं तो बस ऐसे ही कह दिया कि करंट की डायरेक्शन क्या है बोला पॉजिटिव से नेगेटिव क्या बोल दी बोला पॉजिटिव से नेगेटिव ऐसे ही रैंडम बोल दिया पॉजिटिव से नेगेटिव लेकिन जब एटम की डिस्कवरी हुई 19 100 के आसपास रदरफोर्ड के एक्सपेरिमेंट में है ना वो गोल्ड फइल एक्सपेरिमेंट वगैरह हां तो वहां पे सब सोचा गया कि भाई अब तो पाया कि भाई न्यूक्लियस पॉजिटिव चार्ज तो अंदर पैक है न्यूक्लियस के अंदर इलेक्ट्रॉन घूमता रहता है इलेक्ट्रॉन जो है फालतू है वही घूमता है इधर से उधर ठीक है तो इसका मतलब यह हुआ कि हमें आज पता है कि इलेक्ट्रॉन घूमता है तो हम तो आज तो सच तो यह है कि जिस डायरेक्शन में इलेक्ट्रॉन फ्लो उसी डायरेक्शन में करंट फ्लो लेकिन लेकिन इतिहास क्या कहता है हिस्ट्री क्या कहती है हिस्ट्री ये कहती है कि जब करंट की डिस्कवरी हुई तब इलेक्ट्रॉन के बारे में जानकारी नहीं थी तो कहा गया कि करंट की डायरेक्शन पॉजिटिव से नेगेटिव उन्होने रैंडम मान ली अब तब तक तो बहुत सारी डिस्कवरी इन्वेंशन एक्सपेरिमेंट सा किताबें रिसर्च हो चुकी थी सब में यही लिखा गया कि करंट की डायरेक्शन पॉजिटिव टू नेगेटिव लेकिन आज हमें सच पता पड़ गया बोला अरे भैया होल लाइफ वाज अ लाय है कि नहीं तो इलेक्ट्रॉन फ्लो होते हैं तो तब से सोच लिया गया कि भले ही इलेक्ट्रॉन फ्लो होते हैं हम इसको अपने दिमाग में रखेंगे लेकिन किताबों में ये रखेंगे कि करंट की डायरेक्शन पॉजिटिव टू नेगेटिव तो करंट की एक्चुअल डायरेक्शन वी डू नॉट यूज इट हम इसको यूज ही नहीं करते नेगेटिव टू पॉजिटिव है इसकी एक्चुअल डायरेक्शन ठीक है जबकि जो डायरेक्शन हम यूज करते हैं वो कन्वेंशनल डायरेक्शन है पॉजिटिव टू नेगेटिव तो कभी किसी सर्किट में दिखाना है तो पॉजिटिव टू नेगेटिव ही करंट की आप डायरेक्शन दिखाओगे ठीक है तो ये इतिहास के बारे में सारी चीजें लिखी हुई है उम्मीद करूंगा यहां तक आपको समझ में आया होगा अभी हम आगे बढ़ जाएंगे नेक्स्ट अभी आपको मैं बता रहा हूं कि भाई किस प्रकार से आप इसके न्यूमेरिकल सॉल्व करेंगे मतलब जो करंट का बेसिक फार्मूला है वो क्या है देखो करंट का फार्मूला क्या है i = q / t आप यहां पर हेडिंग बना सकते हो न्यूमेरिकल हिंट न्यूमेरिकल हिंट भाई न्यूमेरिकल इसके किस प्रकार से आएंगे और आप इसको कैसे सॉल्व करोगे देखो फार्मूला जो करंट का है दैट इज q / t चार्ज अपॉन टाइम समझना अब जो चार जो क्वांटा इजेशन ऑफ चार से हम लिख सकते हैं q = n होता है n क्या है भाई कितने फ्री इलेक्ट्रॉन फ्लो हो रहे हैं तो i इक्वल टू बन जाता है ne0 ये फार्मूला होता है t क्या है भाई टाइम ठीक ये तो जब चार्ज सीधा-सीधा फ्लो होता है तब के लिए है ना जब कंडक्टर से चार्ज फ्लो कई बार क्या होता है भाई जैसे मान के चलो किसी एटम के बारे में कह देंगे तो एटम के बारे में कह दें कि एक इलेक्ट्रॉन ऐसे घूम रहा है दो इलेक्ट्रॉन ऐसे घूम रहे हैं ठीक है अब घूम रहा है तो भाई साहब किसी जो है फिक्स डायरेक्शन में पर्टिकुलर इंस्टेंट पे करंट बना रहा है समझना तो कह रहा है कि अगर ये जो इलेक्ट्रॉन घूम रहा है तो इस इलेक्ट्रॉन के घूमने से एटम के अंदर कितना करंट बन रहा होगा है ना और इसमें इसकी अ आपको जो है अलग-अलग टर्म जैसे कि इस एटम इस ऑर्बिट की रेडियस दे देंगे इसके अलावा आपको ये भी बता सकते हैं कि इसकी फ्रीक्वेंसी क्या है इस इलेक्ट्रॉन की ठीक है तब इस क्वेश्चन में करंट कैसे निकालते हैं तो आप देखो तो फार्मूला बेसिक फॉर्मूला वही है चार्ज q / t q / t यही फॉर्मूला रहेगा q की जगह हम क्या लिख सकते हैं n नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन एक इलेक्ट्रॉन घूम रहा है तो n की जगह वन पुट करना ठीक है n / t अब एक्चुअल में क्या क्या है कि भाई एक टाइम एक चक्कर पूरा करने में इसको टाइम कितना लगेगा तो भाई टाइम का फार्मूला यहां पे लगाना डिस्टेंस अपॉन स्पीड डिस्टेंस अपॉन स्पीड तो डिस्टेंस कितनी हो जाएगी भाई पूरी चक्कर में 2pir ठीक है अपॉन स्पीड कितनी होगी लीनियर वेलोसिटी आपको यहां पर जो दी होगी आप उसको पुट करेंगे तो i इ इक्वल टू कितना बन जाएगा i = n अप टाइम की जगह डिस्टेंस मतलब 2pir / स्पीड v तो i इ इक्वल टू फार्मूला बन गया n जो कि वेलोसिटी है अ 2pir ठीक है ये फॉर्मूला बन गया ठीक अच्छा इसके अलावा कई बार आपको ना फ्रीक्वेंसी लिख के दे देगा क्या दे देगा आपको फ्रीक्वेंसी लिख के दे देगा तो फ्रीक्वेंसी का फार्मूला समझते हो क्या होता है फ्रीक्वेंसी जो होती है न = 1 / t होता है क्या होता है 1 / t तो आपको जैसे फॉर्मूला मिल गया i = q / t तो आप इसको ऐसे भी लिख सकते हो ना i = q * 1 / t क्लियर i = q * 1 / t की जगह क्या लिख सकते हो 1 / t होती है फ्रीक्वेंसी तो न्यू से मैंने लिख दिया अब इस पर बेस्ड क्वेश्चन आ जाएंगे और आपको यहां पर इसको सॉल्व करना पड़ेगा ठीक है कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि i इ इक्वल टू देखो मैं आपको बताऊं जब नॉर्मल करंट की बात करें तो i = टू चार्ज अपॉन टाइम ऐसे ले लेना है ठीक है जब इंस्टंटे नियस करंट हो बहुत छोटा सा तो i = dq2 है ना किसी क्रॉस सेक्शन में बहुत थोड़ा सा करंट फ्लो हुआ बहुत थोड़े टाइम के लिए तो आप ऐसे पुट कर सकते हो तो टी ये फार्मूला इस तरीके से बन सकते हैं है ना और फिर मुझे चार्ज निकालना है तो dq8 करंट चैप्टर नंबर सेवन में इस इक्वेशन का यूज़ हमें डेरिवेशन के लिए भी करना पड़ता है ठीक है चलो तो एक क्वेश्चन एक छोटा सा क्वेश्चन यहां पर आपको मिलता है ये कांसेप्चुअल क्वेश्चन है इस टाइप के क्वेश्चन तो आपके एग्जाम में पूछे जा सकते हैं भैया ठीक है तो इसको सॉल्व सॉल्व कैसे करेंगे इसका आंसर आप मुझे बता के बताओ इस क्वेश्चन में कहा जा रहा है कि इफ मान के चलो ये आपके पास एक कंडक्टर है ये आपके पास एक कंडक्टर है कह रहा है इफ n1 इलेक्ट्रॉन आर फ्लोइंग इन लेफ्ट मतलब n1 इलेक्ट्रॉन मान के चलो लेफ्ट की ओर जा रहे हैं इलेक्ट्रॉन ठीक और n2 इलेक्ट्रॉन मान के चलो इस जगह से कहां जा रहे हैं सॉरी n2 प्रोटॉन n2 प्रोटॉन जा रहे हैं राइट की ओर ये n1 इलेक्ट्रॉन गए और यहां से n2 प्रोटॉन गए तो ये बताना है कि किसी इस पर्टिकुलर एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन में कितना कर करंट बना एक सेकंड में कितना करंट बना और ऑप्शन आपको ये दिए गए हैं एक सेकंड में भाई करंट का फार्मूला क्या होता है करंट का फार्मूला होता है चार्ज अपॉन टाइम ये होता है फार्मूला इसमें आप लगा के बताओ तुक्का ही लगा दो चलो जरा तुक्का ही लगा दो n1 इलेक्ट्रॉन यहां जा रहे हैं n2 प्रोटॉन यहां जा रहे हैं ठीक है तो करंट का फार्मूला क्या है चार्ज अपॉन टाइम ठीक है अच्छा तो टाइम कितना है यहां पे t = 1 सेकंड लिखा है क्वेश्चन में तो i = q t की जगह तो 1 सेकंड आ जाएगा ठीक है q की जगह क्या हो जाएगा q इक्वल टू क्या होता है n ये होता है n क्या है नंबर टोटल नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन अब समझना ध्यान से देखना ठीक करंट की डायरेक्शन हम क्या मानते हैं भाई देखो करंट की डायरेक्शन क्या मानते हैं पॉजिटिव चार्ज की डायरेक्शन तो पॉजिटिव चार्ज n2 पॉजिटिव चार्ज कहां जा रहा है राइट में ठीक है और n1 जो इलेक्ट्रॉन है n1 इलेक्ट्रॉन के कारण जो लेफ्ट में करंट बन रहा है वो आपको लेफ्ट में कंसीडर नहीं करना उसकी डायरेक्शन कहां मानी जाएगी राइट में क्योंकि अभी हमने क्या पढ़ा कि भाई देखो पॉजिटिव चार्ज की डायरेक्शन में करंट बन रहा है वो तो है ही देखो प्रोटॉन इस साइड भाग रहे हैं तो प्रोटॉन के कारण करंट की डायरेक्शन हमें वही लेनी है क्योंकि एक्चुअल जो कन्वेंशनल डायरेक्शन है करंट की वो तो प्रोटॉन की डायरेक्शन में मानी गई है ठीक है और जो इलेक्ट्रॉन n1 इस साइड भाग रहे हैं तो हमें इस साइड नहीं करंट माना जाएगा करंट कहां माना जाएगा इलेक्ट्रॉन के ऑपोजिट इलेक्ट्रॉन के ऑपोजिट डायरेक्शन में करंट की डायरेक्शन मानी जाती है अगर इलेक्ट्रॉन यहां भाग रहा है तो करंट की डायरेक्शन इलेक्ट्रॉन के अपोजिट डायरेक्शन में भागी जाएगी तो इस पर्टिकुलर एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन ज इस डायरेक्शन में इलेक्ट्रॉन इस साइड थे तो इलेक्ट्रॉन के कारण n1 इलेक्ट्रॉन कारण करंट बनेगा इस साइड करंट की डायरेक्शन इस साइड मानी जाएगी और प्रोटॉन तो भाग ही रहे हैं इस साइड तो प्रोटॉन तो राइट पॉजिटिव चार्ज है तो पॉजिटिव चार्ज की डायरेक्शन में करंट की डायरेक्शन मानी जाती है तो टोटल नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन n1 प् मतलब टोटल जो चार्ज कैरियर हो गए वो n प् n1 प् n2 हो गए और यहां पर e का इनटू हो गया e है चार्ज ऑन प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन दोनों की वैल्यू क्योंकि सेम होती है तो यहां पर जो ए ऑप्शन हो जाएगा वो अपना करेक्ट हो जाएगा ठीक है तो ये क डायरेक्शन पर बेज सवाल था अब जो नेक्स्ट क्वेश्चन जो आपको यहां पर दिया जा रहा है देखो इसमें क्या दिया है इसमें दिया है कि एक हाइड्रोजन एटम है एक हाइड्रोजन एटम है इसमें ऑर्बिट में इलेक्ट्रॉन घूम रहा है ऑर्बिट जो है ये इलेन है ऑर्बिट की रेडियस यहां पर दी हुई है 5 * 10 टू द पावर -1 मीटर और जो स्पीड जो दी हुई है ये v ये इतनी दी हुई है आपको कैलकुलेट द इक्विवेलेंट करंट बस अब तो भाई आप होशियार हो i इक्वल टू लगा दो जरा क्या लगाएंगे q / t लगा दो i = q की जगह n बा t n कितने इलेक्ट्रॉन है वन इलेक्ट्रॉन तो i = e / t t की जगह क्या लगाओगे 2 पा आवा v स्पीड जो है e के पास में चला जाएगा v तो i = e * v / 2p r i = e क्या है 1.6 10 टू द पावर -1 ठीक है v क्या है भाई स्पीड जो दी हुई है 2.2 10 टू पावर 6 मीटर पर सेकंड 2 की जगह 2 पा की जगह 3.14 6 और r की जगह जो वैल्यू है 5 * पावर माइनस का 11 मीटर ये आपको लेना है कैंसिल कैंसिल कर दोगे बताओ जरा कैंसिल कर दोगे कैंसिल करने के बाद जो फाइनल आंसर आंसर है वो एंपियर में आएगा और इसको सॉल्व करके आपको मुझे कमेंट में जवाब देना है एक सिंगल बच्चे ने अगर ये कह दी ना कि जब पढ़ाना मढ़ना नहीं होता पूरा तो फिर क्यों आ जाते हो यहां पे ठीक है तो फिर याद रखना बहुत बिटो ग पौ बज रहा है रात का 12 बज के 48 मिनट आप ये ध्यान से देख लो और अगर अगर इतने बजे प मैं आपको पढ़ा सकता हूं तो आप दिन में बैठ कर के इसका जवाब कमेंट में जरूर लिख कर के जाओगे सोचो फिजिक्स का पेपर ना भाई बहुत टफ आने वाला है क्योंकि आता है ठीक अगर मैं कह दूंगा कमजोर आएगा कमजोर आएगा तो आपकी तैयारी कमजोर रहेगी अच्छी मजबूत तैयारी करो ठीक है तो पेपर टफ आएगा और उसमें अगर अपन ये छोटी छोटी कैलकुलेशन नहीं करेंगे और उसमें सर को को सेंगे कमेंट में तो ध्यान रखना बहुत बिटो ग ठीक है तो जरूरी क्या है आप इसका आंसर मुझे कमेंट्स में बताएंगे आपके कमेंट का मैं इंतजार कर रहा हूं ठीक है चलिए आगे बढ़ेंगे तो उसको सॉल्व कर लो तरीका बता दिया ठीक है अब देखो जरा ध्यान से देखो इन द बोर मॉडल ऑफ हाइड्रोजन एटम हाइड्रोजन एटम की बात कर रहे हैं फिर से इलेक्ट्रॉन रिवॉल्वर राउंड द न्यूक्लियस इन सर्कुलर ऑर्बिट ठीक है ये इलेक्ट्रॉन घूम रहा है सर्कुलर ऑर्बिट में ठीक है ये इलेक्ट्रॉन घूम रहा है सर्कुलर ऑर्बिट में इस बार क्या है भाई ये इलेक्ट्रॉन घूम रहा है रेडियस क्या दी रेडियस तो फिर से सेम है ये r की वैल्यू दी हुई है अच्छा रेडियस की वैल्यू मैंने कुछ और तो नहीं लिखी है इस बार पिछले वाले में नहीं सही लिखिए ठीक है अब देखो अब यहां पे करना है फ्रीक्वेंसी दे दी फ्रीक्वेंसी दे दी फ्रीक्वेंसी मतलब न्यू दे दी तो बस अभी तो बता दोगे ना फार्मूला कैलकुलेट फ्रीक्वेंसी 6.8 10 पा 15 रिवोल्यूशन पर सेकंड भाई देखो बना देंगे i इ इक्वल टू होता है i इ इक्वल टू होता है चार्ज / टाइम q / t तो i = q * 1 / t फ्रीक्वेंसी जो है ये क्या है 1 / t है फ्रीक्वेंसी क्या है 1 / t तो 1 / t की वैल्यू ही तो है ये तो i = q * फ्रीक्वेंसी कितने इलेक्ट्रॉन है भाई साहब तो एक इलेक्ट्रॉन है तो एक इलेक्ट्रॉन की जगह कपि n की वैल्यू वन पुट कर दूंगा तो e आ जाएगी v की वैल्यू मुझे मिल गई i = यहां पर देखिए जरा इलेक्ट्रॉन 1.6 10 पा - के 19 ये इसकी वैल्यू है फ्रीक्वेंसी की वैल्यू 6.8 10 पा 15 दी हुई है ठीक है इसके बाद i इ ू ये कितना आ जाएगा इसका जवाब आप मुझे कमेंट सेक्शन में दे देंगे तो बहुत अच्छी बात होगी है ना तो ये आपको एंपियर में इसका आंसर कमेंट बताना देखो मेरा काम है कि मैं आपको पूरा तरीका सिखा दूं आपका काम है कि कमेंट में ऐसा नहीं लगना चाहिए कि सर की इज्जत खराब हो गई और आपने जवाब नहीं दिया है ना वो तो चिल्लाते रहते हैं कोई जवाब नहीं देता है ठीक है तो आपकी आपका जो रिस्पांस है वो मेरी इज्जत बताए बचाएगा ठीक है तो जल्दी से जो है आप कमेंट में जवाब देंगे एक-एक सिंगल बच्चे का कमेंट मुझे बहुत ज्यादा मोटिवेट करता है कि भाई मेरे द्वारा दिया गया होमवर्क बच्चे करते हैं ठीक है चलो आगे हम बढ़ेंगे सबसे पहले फाइंड द चार्ज फ्लोइंग इन वायर इन 10 सेकंड मान के चलो इस प्रकार का क्वेश्चन मिल जाए जहां पे कोई ग्राफ दिया है तो ग्राफ की कहानी तो बड़ी सिंपल है जैसे फॉर्मूला लगाओ i = q / t ठीक है तो अगर वा एक्सिस वा एक्सिस अपॉन एक्स एक्सिस कर देता हूं तो यह मुझे बताता है स्लोप क्या बताता है स्लोप ठीक है तो अगर मान के चलो यह q और टी होता तो इसका जो स्लोप है वो करंट बताता लेकिन जब मैं वा एक्सिस और एक्स एक्सिस का मल्टीप्लाई करता हूं इनटू करता हूं ठीक है तो मुझे मिलता है एरिया अंडर कर्व क्या मिलता है एरिया अंडर कर्व ठीक है अब समझना अब समझना तो अगर मैं करंट का इंटू करता हूं और टाइम का इंटू करता हूं तो करंट इनटू टाइम क्या होता है चार्ज भाई i = q बाटी होता है तो q = आ हो जाएगा तो आप देखो आप देखो यहां से क्या समझ में आ रहा है कि वा एक्सिस में करंट है जड और एक्स एक्सिस में टाइम है तो करंट और टाइम का इंटू करने के बाद मुझे क्या मिला चार्ज और ऐसे ही थोड़ी ना हो जाएगा करंट और टाइम का इनटू ये तो मैंने सिर्फ एक्सिस का इंटू करके बताया क्वांटिटीज का तो अब मुझे क्या निकालना है यहां पर देखो y एक्सिस और एक्सस एक्सिस का इंटू अगर मैं करता हूं तो मुझे क्या मिलेगा एरिया अंडर कर्व तो अगर मैं यहां पे y और इसका मतलब दोनों एक्सिस का इंटू करा तो मुझे कौन सी क्वांटिटी मिली चार्ज और चार्ज को कैलकुलेट करने के लिए मुझे इस कर्व का एरिया निकालना पड़ेगा इस कर्व का एरिया निकालना पड़ेगा बताओ जरा याद रखोगे ध्यान रखोगे ठीक है तो बस ये पूरा कर्व देख रहे हो क्वेश्चन में क्या बोला है कि 10 सेकंड में कितना जो है चार्ज फ्लो हो रहा है ठीक है तो बस देखिए बहुत आसान है क्या करेंगे ये हमारे पास देख रहे हो उसमें दो पार्ट है हम इस पूरे कर्व का एरिया निकाल लेंगे एरिया अंडर कर्व ठीक है तो यहां पर देखिए जरा तो इसका अगर मैं एरिया अंडर कर्व निकालू हगा तो एरिया अंडर कर्व जब भी निकालते हैं तो हमें कौन सी क्वांटिटी मिलती है इन दोनों क्वांटिटी का इंटू करोगे तो वो क्वांटिटी जो आएगी वो हमें एरिया अंडर कर्व से मिलती है ठीक है चलिए तो एरिया अंडर कर्व में क्या आएगा भाई ये एरिया ऑफ ट्रायंगल देखो इसका नाम o a b सडी तो यहां पर देखो एरिया कैसे निकालेंगे एरिया ऑफ ट्रायंगल कौन से ट्रायंगल का o o ए प्लस अब देखो यहां पर एक रेक्टेंगल दिख रहा है तो एरिया ऑफ रेक्टेंगल कौन सा भाई ए सडी ए सडी एरिया ऑफ रेक्टेंगल ए सडी ठीक है चलिए तो एरिया ऑफ ट्रायंगल 1/2 बेस * हाइट तो बेस क्या है रो से लेके फाइव तक देखो तो बेस हो गया फाइव ठीक है 1/2 बेस * हाइट 1/2 बेस * हाइट तो 5 * हाइट कितनी है इस ट्रायंगल की देखो फाइव है तो फाइव रख दी ठीक प्लस इसके बाद देखो लेंथ इंटू ब्रेथ लेंथ कितनी है ये देखो फाइव से शुरू 10 पे खत्म तो कितनी लेंथ हो गई 5 से 10 में फाइव और लेंथ इनटू ब्रीड्स भी कितनी है ये देखो यहां से कितना ऊपर है बोला फाइव ऊपर है तो 5 * 5 तो आप ये देखेंगे कि ये हो जाएगा 12.5 प्लस ये हो जाएगा 25 तो ये आंसर आएगा 37.5 अब क्योंकि हम चार्ज निकाल रहे हैं भाई एरिया अंडर कर्व से क्या मिल रहा है चार्ज मिल रहा है ना एरिया अंडर कर्व से क्या मिल रहा है चार्ज तो ये वैल्यू जो निकल के आएगी दैट विल बी इन कूलाम दैट विल बी इन कूलाम चलिए उम्मीद करूंगा आपको ये समझ में आया होगा कि एरिया अंडर कर्व से कौन सी क्वांटिटी मिलती है तो दोनों एक्सिस का इंटू कर दो जो रिजल्ट आएगा वो क्वांटिटी हमें मिलेगी ठीक है आगे बढ़ जाते हैं आगे बढ़ देखिए नेक्स्ट हमें जो बढ़ना है दैट इज करंट डेंसिटी अब देखो करंट डेंसिटी क्या होता है सिंपल सी बात हैसे मान के चलो जरूरी नहीं होता कि कोई भी जो वायर है वो एक जैसा हो एक जैसा मतलब ऐसा भी हो सकता है यहां से मोटा यहां से पतला यहां से मोटा यहां से पतला ऐसा हो सकता है ना तो आपको समझना है करंट डेंसिटी हमें ये बताती है कि कितने एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन से कितना जो करंट है वो फ्लो हो रहा है बस सीधी सी बात मतलब करंट डेंसिटी को हम ज से रिप्रेजेंट करते हैं ये हमें बताती है करंट पर यूनिट एरिया की वैल्यू मतलब कितने एरिया से कितना पर करंट पास हो रहा है बस सीधी सी बात है है ना और करंट डेंसिटी एक वेक्टर क्वांटिटी होती है इसकी जो डायरेक्शन है वो क्या है जिस डायरेक्शन में पॉजिटिव चार्ज जा रहे होते हैं बस उसी डायरेक्शन को आपको कंसीडर करना है करंट डेंसिटी की डायरेक्शन ठीक है अच्छा करंट डेंसिटी में हम कौन सा एरिया लेते हैं तो याद रखिए वो एरिया जो करंट की डायरेक्शन के परपेंडिकुलर हो सर अगर ऐसा हो गया कि जैसे एरिया कुछ इस प्रकार तिरछा है तो हम कुछ नहीं करेंगे बस इस एरिया का वो कंपोनेंट लेंगे जो इलेक्ट्रिक जो करंट के परपेंडिकुलर है है ना तो हमने ये पाया कि भाई देखो यदि एरिया वेक्टर थीटा एंगल बनाता है डायरेक्शन ऑफ करंट के साथ तो ऐसे केस में जो a कस थीटा होगा एरिया का जो कॉस थीटा वाला कॉम्पोनेंट होगा दैट विल बी परपेंडिकुलर ठीक है टू द फील्ड या कहूंगा दैट विल बी परपेंडिकुलर टू द फ्लो ऑफ चार्ज ठीक है तो यहां पर आप ये देखें सीधी सधी बात आप याद रखो कि अगर कहा जाए कि कोई एंगल बन रहा है है ना कोई एंगल पे है यह सीधा-सीधा नहीं है एरिया ये किसे तिरछा रखा हुआ है तो आप एरिया का क थीटा वाला कॉम्पोनेंट लेंगे और यहां पर जो बन जाएगा करंट का तो ये बन गया j = i / a थीटा तो यहां से i का फार्मूला क्या बन जाएगा j क थीटा याद रखिए जब भी क थीटा हटाते हैं तो वेक्टर के साथ डॉट प्रोडक्ट आ जाता है और अगर यहां सा थीटा लगा होता तो क्रॉस आ जाता क्लियर है सीधी-सादी बात आपको यहां पर ये फार्मूला याद रखनी है बस ठीक चलिए आगे हम बढ़ेंगे तो यहां पर एक काफी इंपॉर्टेंट बात मैं आपको बताने वाला हूं कभी भी एक कंडक्टर की हम बात करेंगे तो याद रखो क्योंकि उस कंडक्टर का अगर एरिया बदल रहा है तो ओबवियस सी बात है यहां पर करंट डेंसिटी कुछ और होगी यहां पे करंट डेंसिटी कुछ और होगी लेकिन लेकिन काम की बात ये है कि एक चीज है वो हमेशा फिक्स रहने वाली है दैट इज करंट कि भाई जितना जितना करंट अंदर घुसा है उतना ही करंट बाहर भी निकलेगा जितना करंट अंदर घुसा है उतना ही करंट बाहर भी निकलेगा दैट मींस करंट इनपुट विल ऑलवेज बी इक्वल टू करंट आउटपुट इसमें तमाम क्वांटिटी बदलेगी जैसे कि इलेक्ट्रिक फील्ड यहां यहां वेरी करेगी ड्रिफ्ट वेलोसिटी यहां यहां वेरी करेगी आगे अपन पढ़ने वाले हैं है ना करंट डेंसिटी वेरी करेगी बट जो क्वांटिटी वेरी नहीं करेगी दैट विल बी करंट करंट यहां पे इतना है वहां पर भी उतना ही रहेगा बस ये बात अपने आप जहन में दिमाग में बिठा के रखो ठीक है एक क्वेश्चन आपको मिलता है जो आपके सारे कांसेप्ट जो है एकदम फिक्स कर देगा ठीक है ये क्वेश्चन काफी इंपोर्टेंट है अभी आप यहां पर देखेंगे क्या बताया जा रहा है इस क्वेश्चन में कहा जा रहा है करंट फ्लोज थ्रू ए कंस्ट्रक्टेड कंडक्टर एज शोन इन फिगर देखो यहां पर कहा जा रहा है कि भाई ये आपके पास फिगर है ये कंस्ट्रिक्टेड कंडक्टर बताया कंस्ट्रिक्टेड का मतलब है कि भाई देखो इसका मुंह यहां पे बड़ा था फिर ये यहां पे आके सिकुड़ गया छोटा हो गया तो ये इसको हमने बोलते कंस्ट्रक्शन ठीक है तो ये जो सुकड़ हुआ कंडक्टर है यहां पे उसको हमने बोला है कंस्ट्रक्ट ड कंडक्टर ठीक है तो इस कंस्ट्रिक्टेड कंडक्टर की जो रेडियस है इस जगह पे क्या बताई जा रही है r1 और यहां पे रेडियस बताई जा रही है r2 बोल रहा है कि यहां पे करंट फ्लो हो रहा है i1 यहां पे करंट फ्लो हो रहा है i2 तो आपको क्या निकालना है देखो यहां पे कुछ दिया भी है द रेडियस एंड करंट डेंसिटी आर टू द लेफ्ट ऑफ कंस्ट्रक्शन ये कंस्ट्रक्शन है इसके लेफ्ट में इसके लेफ्ट में जो है रेडियस कितनी है 2 एए तो रेडियस को यानी कि लेफ्ट वाली रेडियस कौन सी r1 तो r1 जो दिया हुआ क्वेश्चन में दैट इज 2mm इसको मैं कन्वर्ट करके 2 10 पावर -3 मीटर लिख सकता हूं ठीक है कर करंट डेंसिटी कितनी दी हुई है j = 4.1 पा 5 एंपियर पर मीटर स्क्वा एंपियर करंट एरिया की यूनिट मीटर स्क्वायर तो एंपियर पर मीटर स्क्वायर निकालना क्या है हाउ मच करंट फ्लोज थ्रू द कंस्ट्रक्शन यानी कि यहां से कितना करंट फ्लो हो रहा है ये निकालना है भाई चाहे i1 निकाल लो चाहे i2 निकाल लो एक ही बात है करंट आपको मिल जाएगा ठीक है तो देखो बहुत सिंपल सी बात अच्छा आगे क्या दिया है इफ करंट डेंसिटी डबल तो चलो अगला पॉइंट तो हम बाद में पढ़ेंगे लेकिन पहले फर्स्ट पॉइंट को हम सॉल्व करते हैं तो i1 = क्या हो जाएगा j1 * a1 बस ठीक है i1 = j1 * a1 तो देखते हैं i1 = j1 की वैल्यू क्या है भाई यही तो बनेगा i = j * a ठीक है तो j1 की वैल्यू क्या है तो ये मुझे दे दी 4.2 10 ट पा 5 a1 की वैल्यू क्या है पा स् तो पा स् अगर मैं सॉल्व करूंगा तो 22/7 पा r स् r का स्क्वायर करूंगा तो 4 4 * 10 टू पावर -3 का स् पावर -6 हो गया ठीक है अब देखिए जरा अगर मैं इसको सॉल्व कर रहा हूं तो सेन से कटेगा 7 6 42 होता है तो 0.6 आ गया आ गया ठीक है अब देखो i1 = कितना हो जाएगा 0.6 का इंटू इससे करेंगे तो ये हो जाएगा 132 13.2 * 4 * 10 टू द पावर माइनस का 1 i1 = 4 2 8 4 * 3 12 और 4 1 4 और 5 52.8 10 पावर माइनस का 1 तो i इक्व टू इसको भी सॉल्व करूंगा तो 5.28 यानी कि 5.3 निकाल लेता हूं 5.28 एंपियर ठीक है ये करंट मुझे मिल गया यानी कि जो i1 की वैल्यू आ गई यह आ गई 5.28 एंपियर और याद रखिए कि जितना i1 है उतना ही i2 है बस ये बात में दिमाग बैठा लो ठीक है आगे क्या कहानी दी जा रही है इसको पढ़ना आगे दिया जा रहा है सेकंड पॉइंट पार्ट बी इफ द करंट डेंसिटी इज डबल्ड भाई यहां पर करंट डेंसिटी क्या है j1 है तो इज डबल्ड एज इट इमर्जेसिक यानी कि इस कंस्ट्रक्शन से जैसे ही ये बाहर निकलता है इसकी करंट डेंसिटी डबल हो जाती है डबल मतलब पहले थी j1 अब हो गई टू टाइम्स ऑफ j1 j2 की वैल्यू ग टू टाइम्स ऑफ g1 व्हाट इज द रेडियस r2 तो आपको यहां पर इस गिवन कंडीशन में r2 निकालना है भाई देखो हमें तो पता है बहुत सिंपल सी बात क्या पता है हमें बहुत सिंपल सी बात पता है कि भाई सेकंड पॉइंट में याद रख लो कि जितना इनपुट करंट है i1 उतना ही आउटपुट करंट होगा i2 यानी कि कुछ नहीं बद करंट नहीं बदलेगा चाहे तमाम चीजें बदल जाए i1 की वैल्यू तो हमने निकाल ली है 5.28 एंपर इ इक्ट i2 की वैल्यू क्या हो जाएगी j2 * a2 j2 की वैल्यू अभी रखते हैं देखो 5.28 इ j2 की वैल्यू ू टाइम्स ऑफ j1 2 जव जैसा कि क्वेश्चन में हमें लिख के दिया है और ये a2 हो गया j2 की जगह 21 लिखा है ठीक है 5.28 इ 2 j1 की वैल्यू 4 इन 10 4.2 पावर 5 है a2 की वैल्यू पा आ2 स्क्वा हो जाएगी ठीक है पा आ2 स्क तो पाई की जगह 22/7 r2 स्क्वायर कर दूंगा ठीक है देखिए क्याक चीजें हो रही है 7 से इसको काटू तो 0.6 बचेगा ठीक है फिर से देखो 5.28 इक्व टू 0.6 का इससे इंटू करूंगा तो 13 13.2 हो जाएगा 0.6 का इससे करूंगा 13.2 हो जाएगा ठीक है 13.2 का इससे करूंगा तो 13 द 26 26.4 हो जाएगा और 10 पावर फ लिखा है और ये r2 का स्क्वायर चल रहा है ठीक है 26 दनी 52 ठीक ऐसे देख लेते हैं इसको ऐसे देख लेते हैं 5.28 अप 26.4 10 टू द पावर 5 भी आ गया नीचे r2 का स्क्वायर चल रहा है ठीक तो 5.28 * पावर माइनस के 5 अपॉन में 26.4 ठीक है हां ये डेसीमल एटी ये डेसीमल एटी नीचे एक जीरो आ आ जाएगी ठीक है तो अभी आप इसको देखें 5.28 या इसको सॉल्व कर लेते हैं 528 डिवाइड बा 26 40 कितना आ रहा है भाई 0.2 और 0 प 2 10 टू द पावर माइनस का फ इक्वल टू r स् चल रहा है ठीक है यह चल रहा है अब मैं क्या करूंगा कि यहां पर इसको और सॉल्व करूंगा तो मैं इसको ऐसे लिख सकता हूं 2 0.2 को मैंने क्या कर दिया 2 2 * 10 टू द पावर माइनस का 6 0.2 को टू को एक डिजिट बड़ा कर दिया डेसीमल इस साइड खस आ ग तो उसको एक डिजिट छोटा कर दूंगा माइनस का 6 और ये हो जाएगा r2 का स्क्वायर तो अब देखिए जरा r2 का स्क्वायर है ना स्क्वायर रूट हटेगा मतलब स्क्वायर यहां से हटेगा तो यहां आगा तो ये बन जाएगा √2 हां और इस पे भी स्क्वायर रूट लगेगा तो ये बन जाएगा माइनस के 3 √2 की वैल्यू क्या है 1.414 * 10 माइनस के 3 इक्वल टू r ठीक है तो 1 पॉट और ये मीटर में चल आ जाएगा अभी तो तो 1.414 अगर मैं 10 टू पावर -3 को क्या लिखता हूं मिली और ये मीटर तो r2 की वैल्यू आ गई इतनी तो इस प्रकार से आप इसको सॉल्व कर सकते हैं कैलकुलेट कर सकते हैं आप इसका स्क्रीनशॉट ले सकते हैं हम आगे बढ़ जाएंगे नेक्स्ट हमें जो पढ़ना है दैट इज ड्रिफ्ट वेलोसिटी अभी ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या होता है उसको समझो जैसे मान के चलो अगर मैं आपसे कहता हूं कि मेरे पास एक नॉर्मल सा कंडक्टर है उस कंडक्टर के अंदर क्या होता है जो टेंपरेचर है हमारे एटमॉस्फेयर का उसके कारण इन इलेक्ट्रॉन को कंडक्टर के अंदर जो फ्री इलेक्ट्रॉन हैं उनको एनर्जी मिलती है और उस एनर्जी से सभी फ्री इलेक्ट्रॉन को यहां भाग रहा है कोई यहां भाग रहा है कोई यहां भाग रहा है यानी कि सभी फ्री इलेक्ट्रॉन रैंडम मोशन कर रहे हैं और रैंडम मोशन होने के कारण उन कंडक्टर के अंदर करंट नहीं बन पाता क्योंकि करंट के लिए रैंडम मोशन नहीं सभी इलेक्ट्रॉन की फिक्स डायरेक्शन चाहिए तो फिक्स डायरेक्शन हमें नहीं मिल पाती है ड्यू टू थर्मल एनर्जी सब इधर-उधर भाग रहे हैं तो हमने क्या सोचा कुछ ऐसा काम किया जाए कि भाई ये सभी इलेक्ट्रॉन इस साइड को मूव करने लगे खिसकने लग जाए तो हमने क्या किया कि इन कंडक्टर के अराउंड हमने बैटरी लगा दी बैटरी लगा दी ये कंडक्टर का पॉजिटिव एंड हो गया ये कंडक्टर का नेगेटिव एंड हो गया अब इन इलेक्ट्रॉन के मोशन को तो रोका नहीं जा सकता क्योंकि भाई इनके पास टेंपरेचर के कारण जो हीट है उसके कारण से ही इनको एनर्जी मिल रही है और ये रैंडम मोशन कर रहे हैं अब टेंपरेचर जीरो नहीं एब्सलूट जीरो यानी कि -273 डिग्री सेल्सियस पे जब आप लेके जाओगे तब जाकर के इनकी एनर्जी जीरो होगी अब उतने टेंपरेचर अगर मेंटेन कर दिया अर्थ ने तो फिर क्या होगा तो अपन ही जम जाएंगे करंट कौन बनाएगा है कि नहीं तो भाई इनके कर इनके जो इलेक्ट्रॉन के मोशन को रो रोका नहीं जा सकता लेकिन कुछ ऐसी तरकीब ढूंढी जा सकती है कि भाई इनका मोशन भी होता रहे और करंट भी बनता रहे तो उसके लिए हमने बैटरी लगाई यहां पे बैटरी ने इसको पॉजिटिव एंड बना दिया और इसको नेगेटिव एंड बना दिया अब क्या होगा भाई अब क्या होगा सोचो अब होगा ये पॉजिटिव से नेगेटिव तक बनेगी इलेक्ट्रिक फील्ड आए पॉजिटिव से नेगेटिव तक इलेक्ट्रिक फील्ड कैसे सर आप सोचो कि पॉजिटिव से नेगेटिव तक इलेक्ट्रिक फील्ड तो बनेगी लेकिन कंडक्टर के अंदर आपने तो कहा था कि नेट इलेक्ट्रिक फील्ड कंडक्टर के अंदर जीरो होती है बिल्कुल होती है जब कोई कंडक्टर इलेक्ट्रिक फील्ड में रखा हो ये इलेक्ट्रिक फील्ड में रखा नहीं है ये बैटरी कसे कनेक्टेड है तो ये एंड हमेशा पॉजिटिव बना रहेगा ये एंड हमेशा नेगेटिव बना रहेगा तो कंडक्टर के अंदर बनेगी इलेक्ट्रिक फील्ड और ये इलेक्ट्रिक फील्ड सभी इलेक्ट्रॉन पे फर्स लगाएगी ये इलेक्ट्रिक फील्ड सभी इलेक्ट्रॉन पे फर्स लगाएगी ये फर्स सभी इलेक्ट्रॉन पे बराबर होगा तो सभी इलेक्ट्रॉन का एक्सीलरेशन भी बराबर होगा वो बाद की बात है लेकिन सोचो यहां पर क्या है ये इलेक्ट्रिक फील्ड सभी इलेक्ट्रॉन पे क्या लगाएगी फोर्स लगाएगी और इस फोर्स के कारण ये क्या होगा भाई हमने कहा मोशन रैंडम मोशन कर रहे हो करते रहो मुझे कोई फर्क नहीं है लेकिन इलेक्ट्रॉन हो तो तुम्हें इस साइड को खिसकना पड़ेगा तो ये इलेक्ट्रॉन जो इस साइड आ रहा था वो हल्का सा इस साइड को आने लगा ये इलेक्ट्रॉन जो इस साइड आ रहा था वो हल्का सा इस साइड आने लगा ये जो यहां जा रहा था वो हल्का सा यहां आ गया ये जो यहां जा रहा था वो हल्का सा यहां आ गया ये जो नीचे जा रहा था वो हल्का सा इस साइड को खिसक गया तो आपने देखा कि इस कंडक्टर के अंदर अब क्या होने लगे अगर 1 लाख करोड़ इलेक्ट्रॉन फ्री इलेक्ट्रॉन हैं तो वो सभी 1 लाख करोड़ इलेक्ट्रॉन पे इस साइड जब फोर्स लगा तो सभी वो 1 लाख करोड़ इलेक्ट्रॉन हल्का हल्का इस साइड को खिसक गए ये इस साइड किसका ये इस साइड किसका ये इस साइड ये इस साइड ये साइड ये इस साइड तो आपने देखा सभी इलेक्ट्रॉन इस साइड को खिसकने लग गए अब ये इलेक्ट्रॉन यहां आ गया जैसे मान के चलो यहां जा रहा था अब बोला यहां की जगह यहां नहीं अब ये यहां जाएगा ठीक है तो इसका मतलब है कि ये सारे इलेक्ट्रॉन क्या कर गए ये अपनी ही जगह पे हल्का सा इस साइड हो खिसक गए आगे बढ़े हल्का सा इस साइडों खिसक गए आगे बढ़े हल्का सा इस साइड हो खिसक गए इसका मतलब ये सभी इलेक्ट्रॉन क्या कर रहे हैं ये सभी इलेक्ट्रॉन अब एक फिक्स डायरेक्शन में खिसक रहे हैं इसका मतलब है कि अब ये क्या कर रहे हैं इनको एक फिक्स डायरेक्शन मिल गई तो अब ये बना रहे हैं करंट क्या बना रहे हैं करंट तो करंट जो बन रहा है वो कैसे बन रहा है इलेक्ट्रॉन के खिसकने से और इलेक्ट्रॉन के खिसकने को हम बोलते हैं ड्रिफ्ट क्या बोलते हैं ड्रिफ्ट तो यहां यहां पर जो ड्रिफ्ट वेलोसिटी है उसका मतलब इसी और इसकी जो खिसकने की दर खिसकने की रेट को हम क्या बोलते हैं ड्रिफ्ट वेलोसिटी ड्रिफ्ट की रेट को हम क्या बोलते हैं ड्रिफ्ट वेलोसिटी ड्रिफ्ट वेलोसिटी समझना तो एक्चुअल में ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या है सभी इलेक्ट्रॉन की एवरेज वेलोसिटी भाई ऐसा तो नहीं होता कि सभी इलेक्ट्रॉन एक ही वेलोसिटी से घिस केंगे इसकी वेलोसिटी कुछ और हो सकती है इसकी कुछ और इसकी कुछ और है ना तो ये सभी इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी कुछ और हो सकती है क्योंकि यहां पर पर सिर्फ यही इलेक्ट्रॉन थोड़ी ना है ये बहुत सारे बहुत सारे इलेक्ट्रॉन तो कोलिजन भी करते हैं आपस में टकराते भी हैं ठीक है तो आप समझे तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या है एवरेज वेलोसिटी है सभी इलेक्ट्रॉन की एवरेज वेलोसिटी ऑफ ऑल फ्री इलेक्ट्रॉन विद व्हिच दे आर अट्रैक्टेड टुवर्ड्स द पॉजिटिव एंड ऑफ कंडक्टर यानी सभी फ्री इलेक्ट्रॉन की एवरेज वेलोसिटी जिस वेलोसिटी से ये सभी फ्री इलेक्ट्रॉन मतलब पॉजिटिव एंड की ओर खिसक रहे हैं ठीक है अगर हम बात करें ड्रिफ्ट वेलोसिटी के ऑर्डर की यानी कि वैल्यू की तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी बहुत छोटी होती है 10 टू द पावर -4 मीटर पर सेकंड जिसको हम 001 मीटर पर सेकंड भी कहते हैं अब अब सवाल ये पूछा जाता है कि सर ड्रिफ्ट वेलोसिटी या ड्रिफ्ट स्पीड इतनी छोटी वैल्यू है इसकी तो भाई इतना ज्यादा करंट कैसे बनता है तो आंसर है कि ड्रिफ्ट वेलोसिटी की वैल्यू छोटी तो है लेकिन एक बार में एक इलेक्ट्रॉन थोड़ी ना शिफ्ट कर रहा है एक बार एक बार में अरबों इलेक्ट्रॉन एक एंड से दूसरे एंड तक खि सकते हैं ठीक है इसलिए बहुत ज्यादा करंट भी लगता है अच्छा थर्मल वेलोसिटी एंड टेंपरेचर के कारण जो वेलोसिटी होती है इन फ्री इलेक्ट्रॉन के पास वो अप्रॉक्स 10 टू पावर 5 मीटर पर सेकंड यानी 1 लाख मीटर पर सेकंड होती है लेकिन वही बात है ना वही बात है सभी बच्चे ध्यान रखें कि अगर हम अगर हम क्या सोचते हैं कि भाई ये काम मुझसे नहीं हो रहा तो मैं इधर उधर रैंडम डायरेक्शन में मतलब मैं अपने लक्ष्य से अगर भटक जाता हूं और भयंकर मेहनत भी करता हूं लेकिन आज यहां पे मेहनत की कल वहां मेहनत की कल यहां मेहनत की परसों यहां मेहनत की तो आपको जो नेट जो इफेक्ट मिलेगा ना वो जीरो मिलेगा तो देखो आप समझो लेकिन लेकिन अगर एक ही डायरेक्शन में जीवन में हम मेहनत करते रहे बिल्कुल डटे रहे भले ही थोड़ा-थोड़ा कछुए की चाल चले तो आप ये देखेंगे कि एक दिन हम सफल जरूर होंगे यही हमें इलेक्ट्रॉन सिखा रहे हैं करंट सिखा रहा है कि देखो ड्रिफ्ट स्पीड कितनी छोटी है कितनी छोटी है लेकिन फिर भी यहां पर आप क्या देख रहे हैं कि करंट बन जाता है जबकि आप ये देखिए कि थर्मल वेलोसिटी कितनी ज्यादा बड़ी है 10 टू द पावर 5 मीटर पर सेकंड है ना मतलब 1 लाख मीटर पर सेकंड लेकिन सभी इलेक्ट्रॉन रैंडम डायरेक्शन में भाग रहे हैं इधर-उधर भाग रहे हैं एक टारगेट ओरिएंटेड र है तो आप ये देखते हैं कि थर्मल वेलोसिटी इतनी ज्यादा होने के कारण भी थोड़ा बहुत करंट भी नहीं बनता थर्मल वेलोसिटी के कारण मतलब आप ये देखिए सभी इलेक्ट्रॉन की जो वेलोसिटी है उसका जो नेट इफेक्ट है करंट बनाने में वो कितना है वो जीरो है है ना तो आप समझिए कि ये होता है कंसंट्रेशन कंसिस्टेंसी की पावर कि भले ही वेलोसिटी थोड़ी सी है लेकिन ये आगे बढ़ गई बात अगर समझ में आई है तो जरूर से कमेंट करके मुझे बताना ठीक है अभी हम नेक्स्ट हम बात करेंगे ड्रिफ्ट वेलोसिटी के बाद रिलैक्सेशन टाइम की देखो बच्चों क्या होता है कि टेंपरेचर के कारण जो एनर्जी जिसको बार-बार थर्मल एनर्जी बोल रहा हूं हीट के कारण ठीक है तो उस थर्मल एनर्जी के कारण सभी इलेक्ट्रॉन इधर-उधर रैंडम मोशन कर रहे हो कोई यहां भाग रहा है कोई यहां भाग रहा है है ना अब इलेक्ट्रॉन को दिखाई नहीं पड़ता इलेक्ट्रॉन की आंखें नहीं होती इलेक्ट्रॉन को दर्द नहीं होता इलेक्ट्रॉन का दिमाग नहीं होता तो ये आपस में एक दूसरे से लगातार टकराते रहते हैं लगातार टकराते रहते हैं तो टकराते रहे ंगे और इधर-उधर भागते रहेंगे ठीक है तो अब क्या होता है कि जैसे मान के चलो ये इलेक्ट्रॉन है ये इलेक्ट्रॉन आया और पहली बार जो है आकर के इस इलेक्ट्रॉन से टकरा गया ठीक है ये मान के चलो कि पहली बार टकराया तो फर्स्ट कॉलीज हमने बोल दिया ठीक है फिर ये इलेक्ट्रॉन आया मान के चलो ये इसको तो जो हुआ सो हो गया लेकिन ये इलेक्ट्रॉन गया अब दूसरे से टकराएगा तो सेकंड कोलिजन हो गया फिर ये इलेक्ट्रॉन आया तीसरे टकराएगा तो आंसर है कि लगातार ये टकरा रहा है तो उसको रिलैक्स करने का टाइम आराम करने का टाइम मिल रहा है तो आंसर है कि भाई ये दो कोलिजन पहली बार टकराया और यह दूसरी बार टकराया तो इसके जो बीच का जो समय है यही क्या है इसका रिलैक्सेशन टाइम तो रिलैक्सेशन टाइम क्या हुआ दो सक्सेसिव यानी पहले दूसरे दूसरे तीसरे तीसरे चौथे चौथे पांचवे तो दो सक्सेसिव कोलिजन के बीच का जो समय है उसको हम बोलते हैं रिलैक्सेशन टाइम ठीक है द टाइम बिटवीन टू सक्सेसिव कोलिजन इज कॉल्ड रिलैक्सेशन टाइम अब आप ये सोचिए कि अगर मैं टेंपरेचर बढ़ाता हूं तो थर्मल एनर्जी बढ़ती है जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी टकराएंगे जल्दी कोलाइड करेंगे जल्दी कोलाइड करेंगे तो हम क्या कहेंगे कि अब ये जल्दी अब ये रिलैक्स नहीं कर पा रहे ना अब इसे मान के चलो ये पहला ये टेंपरेचर बढ़ा ये जल्दी टकरा गया बो यही टकरा गया जल्दी टकरा गया टेंपरेचर बढ़ा थर्मल एनर्जी बढ़ी स्पीड में जाएगा स्पीड में जाएगा जल्दी टकरा जाएगा जल्दी टकरा जाएगा तो रिलैक्सेशन टाइम घट जाएगा तो टेंपरेचर बढ़ाने से रिलैक्सेशन टाइम घट जाता है क्योंकि इलेक्ट्रॉन फिर जल्दी-जल्दी कोलाइड करते हैं उम्मीद करूंगा यहां पर आपको समझ में आया होगा अभी हमें एक रिलेशन करना है जिसको हम बोलते हैं रिलेशन बिटवीन करंट इंटेंसिटी एंड ड्रिफ्ट वेलोसिटी जिसका जो रिजल्ट है वो ये आता है ए एडी अब ये रिजल्ट कैसे आता है काफी इंपॉर्टेंट रिलेशन है इसको आप ध्यान से समझेंगे पहले लिखा रखा है लेकिन पहले मैं आपको यहां पे समझाऊ देखो ये देखो ये मेरे पास क्या है कंडक्टर है मतलब अब हमें ये बताना है कि अगर इलेक्ट्रॉन की ड्रिफ्ट करने से बनता है ना करंट तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी और करंट के बीच में यानी करंट इंटेंसिटी के बीच में क्या रिलेशन है तो देखो सिंपल सी बात है ये मेरे पास एक कंडक्टर है इसमें मान के चलो काफी सारे फ्री इलेक्ट्रॉन होंगे लेट्स से इस इलेक्ट्रॉन को इस साइड खिसकना है मतलब इस साइड ड्रिफ्ट करना है अगर इलेक्ट्रॉन इस साइड ड्रिफ्ट कर रहा है तो करंट किस साइड बनेगा इस साइड इलेक्ट्रॉन की ड्रिफ्ट वेलोसिटी यानी इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी के जस्ट अपोजिट डायरेक्शन में हम करंट को मानते हैं ठीक है मान के चलो हमने एक बैटरी लगा के रखी है बैटरी ने इस एंड को पॉजिटिव बनाया इस एंड को नेगेटिव बनाया इस कंडक्टर की जो लेंथ है वो l है क्या है लेंथ क्या है कंडक्टर की l है ठीक है अब मुझे निकालना क्या है मुझे निकालना है भाई करंट तो करंट का फार्मूला q / t होता है t का मतलब होता है टाइम इस इलेक्ट्रॉन को पूरा कंडक्टर पार करने में कितना टाइम लग रहा है तो फार्मूला क्या लगाएंगे डिस्टेंस अपॉन स्पीड ठीक है आप समझिए तो डिस्टेंस कितनी ट्रेवल करेगा ये इलेक्ट्रॉन l डिस्टेंस ट्रेवल करेगा स्पीड कितनी है इसको आगे बढ़ने की तो बोला ड्रिफ्ट स्पीड यानी वडी के बराबर तो टाइम की जगह हम l अप vd0 q q की जगह हम क्या लिखते हैं क्वांटा इजेशन ऑफ चार्ज से n * e अप t की जगह तो हम क्या लिख लेंगे l / vd0 कैपिटल n नहीं है तो कैपिटल नंबर कैपिटल n का मतलब होता है टोटल फ्री इलेक्ट्रॉन इस कंडक्टर के अंदर टोटल कितने फ्री इलेक्ट्रॉन हैं तो देखो बड़ी सिंपल सी बात है हमें पता होता है कंडक्टर की फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी मतलब 1 सेंटीमीटर कब या 1 मीटर क्यूब में कितने फ्री इलेक्ट्रॉन है मान के चलो कि मान के चलो कि मेरे पास किसी भी कंडक्टर के अंदर 1 सेंटीमीटर क में चार इलेक्ट्रॉन है कितने इलेक्ट्रॉन चार इलेक्ट्रॉन तो 1 सेंटीमीटर कूब में जितने इलेक्ट्रॉन होते हैं उसको हम बोलते हैं n ठीक है मैंने कहा कि भाई 2 सेंटीमीटर क्यूब में कितने इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे तो आपने दो का इंटू यहां कर दिया तो हो गए बोलो कि सर कितने आठ इलेक्ट्रॉन हो गए ठीक है मैंने कहा 100 10 सेंटीमीटर क्यूब में कितने इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे तो आपने कहा एक में चार है तो फिर 10 में कितने हो जाएंगे 10 में 40 हो जाएंगे यहां पे भी 10 का इंटू कर दिया है ना ये क्या है टोटल वॉल्यूम अब मैंने कहा सर 100 सेंटीमीटर क्यूब यानी कि इस टोटल वॉल्यूम में कितने जो इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे तो आपने बोला एक में चार है तो आपने एक की चार के अंदर क्या किया 100 का इंटू और कर दिया लो 400 हो गए इसका मतलब आप किसका इंटू कर रहे हो 1 सेंटीमीटर कू की जो वैल्यू है उसमें आप बार-बार टोटल वॉल्यूम का इंटू कर रहे हो किसका टोटल वॉल्यूम का इंटू कर रहे हो ठीक है और जो वॉल्यूम जो है उसका फार्मूला होता है ये n तो हमने लिख दियाल n इ इक्वल टू टोटल वॉल्यूम का मतलब है एरिया इंटू लेंथ एरिया इंटू लेंथ बस कुछ नहीं अब अपन खत्म कर देंगे तो i इपिल n की जगह n और e की जगह e रखेंगे t की जगह l / vd-dopbnk ऊपर तो n एडी ये बनेगा तो ये रिलेशन है इसको आप ध्यान रखेंगे अब इसको प्रॉपर तरीके से कैसे लिखा गया है वो मैं आपको यहां पर बता देता हूं सारी चीजें समझाई आपको ये हेडिंग बनाई हुई है ये डायग्राम बना दिया इसको यहां से यहां तक जाने में t टाइम लगता है l इसकी डिस्टेंस इसको कवर करनी है तो टाइम का जो फार्मूला है वो डिस्टेंस अपॉन स्पीड से ये बन गया ठीक है लेकिन पहले टोटल नंबर ऑफ फ्री इलेक्ट्रॉन निकाला n = n * n * एरिया नटू लेंथ हमने ने किया i = q / t तो q की जगह n n की जगह n e की जगह e रखा t की जगह डिस्टेंस अपॉन स्पीड रखा l से l कट गया ये रिलेशन निकल के आया तो ये रिलेशन किसका है करंट और ड्रिफ्ट वेलोसिटी का करंट इंटेंसिटी और ड्रिफ्ट वेलोसिटी का लेकिन अगर मैं इस a को यहां भेज दूं तो ये करंट अपॉन एरिया बन जाएगा करंट अपॉन एरिया होता है करंट डेंसिटी तो करंट डेंसिटी और ड्रिफ्ट वेलोसिटी का ये रिलेशन आ गया ठीक है तो अभी यहां पर एक जरूरी बात समझ लो आप यहां पर एक जरूरी बात समझो कि आपने क्या देखा अभी जैसे मान के चलो ये मेरे पास एक कंडक्टर है ये कंडक्टर है ठीक है मैंने इस पॉइंट को पहले भी डिस्कस करा है लेकिन अब इसमें कुछ और ज्यादा चीजें मैं आपको बता पाऊंगा ठीक है देखिए सबसे पहले अगर ये कंडक्टर है इसका ये वाला एंड जितना पॉजिटिव होगा ये वाला एंड क्योंकि बैटरी कनेक्टेड है तो इसको इक्वली नेगेटिव बनाएगी ठीक है आप यहां पर देखेंगे कि यहां पर जो इलेक्ट्रिक फील्ड लाइन है ये तो दूर-दूर होंगी लेकिन यहां पर इलेक्ट्रिक फील्ड लाइन कैसे होंगी पासपास में होंगी ठीक है तो आप यहां पर ये देखो कि यहां पर इलेक्ट्रिक फील्ड कैसी है कम है लेकिन यहां पर इलेक्ट्रिक फील्ड कैसी है ज्यादा स्ट्रांग है इलेक्ट्रिक फील्ड लाइन पासपास में है तो आपने ये देखा कि एरिया और इलेक्ट्रिक फील्ड का रिलेशन कैसा है बोला इवर्स है अभी आपने ये भी देखा कि एरिया और ड्रिफ्ट वेलोसिटी का रिलेशन कैसा है देखो यहां पे देखो यहां पे देखो ड्रिफ्ट वेलोसिटी और एरिया कैसे हैं इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है तो आपने यहां पर देखा कि ड्रिफ्ट वेलोसिटी और एरिया कैसे हैं इन्वर्सली प्रोपोर्शनल फिर आप ये भी देखो कि करंट डेंसिटी तो होती j = i / a तो करंट डेंसिटी और एरिया का रिलेशन भी कैसा है बोला इवर्स है तो आप ये देख रहे हैं नॉन यूनिफॉर्म एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन ये कैसा है नॉन यूनिफॉर्म नॉन यूनिफॉर्म वायर नॉन यूनिफॉर्म कंडक्टर तो ये सारी चीजें जो हैं ये सब चीजें क्या हो रही हैं चेंज हो रही हैं है ना या मे चेंज ठीक है आप समझेंगे कि नॉन यूनिफॉर्म है तो हमेशा चेंज होगी है ना तो यहां पे लिख दो चेंज क्या लिख दो भाई ये चेंज होती है बट करंट करंट रिमेंस कांस्टेंट करंट रिमेंस कांस्टेंट एक क्वांटिटी जो बदलेगी नहीं दैट इज दैट इज करंट ठीक है तो i जितना यहां से गया था उतना ही करंट यहां पर मिलेगा ये आप अपने दिमाग में बैठा के रख लो ठीक है करंट इनपुट इज ऑलवेज इक्वल टू करंट आउटपुट ये बात आप ध दिमाग में रखोगे चलिए अभी हम आगे बढ़ेंगे और देखो इसके क्वेश्चंस करेंगे या उससे पहले हमें करना है डेरिवेशन अब डेरिवेशन करना है तो आप समझिए कि अब डेरिवेशन किसके लिए करना है ड्रिफ्ट वेलोसिटी के लिए किसके लिए ड्रिफ्ट वेलोसिटी के लिए सर अभी तो किया है वो था रिलेशन करंट और ड्रिफ्ट वेलोसिटी के बीच में क्या रिलेशन है अब हमें ये बताना है कि आखिरकार ड्रिफ्ट वेलोसिटी का फार्मूला क्या होता है ड्रिफ्ट वेलोसिटी का फॉर्मूला अभी हम डिराइवर करेंगे e टा / m अब ये फार्मूला कैसे डिराइवर करेंगे उसकी पहले हिंट समझ लो उसके बाद लाइन बाय लाइन बताऊंगा आपको देखो ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या होता है मैंने कहा ड्रिफ्ट वेलोसिटी इज द एव देखो आप समझो बात पहले समझो दिमाग में बैठा हो आराम से घबराने की जरूरत नहीं है सारी चीजें बिल्कुल आपको समझ में आ जाएगी टेंशन मत लो देखो आप समझते हो कि यह कंडक्टर है इस कंडक्टर में ये इलेक्ट्रॉन इधर भाग रहा है ये इलेक्ट्रॉन इधर भाग रहा है ये इलेक्ट्रॉन ऐसे-ऐसे शिफ्ट हो गया है ना ये इस साइड को ड्रिफ्ट हुआ इसकी ड्रिफ्ट वेलोसिटी कुछ होगी ठीक है इसकी ड्रिफ्ट वेलोसिटी कुछ होगी ये वाले की ड्रिफ्ट वेलोसिटी कुछ होगी सभी इलेक्ट्रॉन क्योंकि करोड़ों अरबो इलेक्ट्रॉन हैं तो जरूरी नहीं होता कि सबकी एक ही ड्रिफ्ट वेलोसिटी हो है ना सब सभी इलेक्ट्रॉन की अलग-अलग ड्रिफ्ट वेलोसिटी यानी सभी इलेक्ट्रॉन की अलग-अलग इंडिविजुअल वेलोसिटीज होती हैं तो अब हमें क्या निकालना है ड्रिफ्ट वेलोसिटी तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या है सभी इंडिविजुअल वेलोसिटीज का जो है एवरेज है है ना आपने देखो डेफिनेशन नहीं पढ़ी फिर से बता देता हूं है ना फिर से बता देता हूं देखो क्या लिखा है द एवरेज वेलोसिटी ऑफ ऑल फ्री इलेक्ट्रॉन है ना तो इसका मतलब है कि ये जो सभी फ्री इलेक्ट्रॉन हैं इनकी एवरेज वेलोसिटी हमें निकालनी है एवरेज वेलोसिटी क्या होगी भाई देखो पहले इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी लेट्स से v1 ठीक ध्यान दो पहले इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी v1 ठीक है दूसरे इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी v2 तीसरे इलेक्ट्रॉन की v3 चौथे इलेक्ट्रॉन की v4 अब तक ये कहां पहुंचेगा होता है u + ए v इक्व टू होता है u प् ए ये हमने फर्स्ट इक्वेशन ऑ मोशन पढ़ी है ये u क्या होता है य होता है इनिशियल वेलोसिटी य क्या होता है इनिशियल वेलोसिटी ठीक है v क्या है फाइ v क्या है फाइनल वेलोसिटी अच्छा ठीक है अगर यह पहले इलेक्ट्रॉन के लिए कह रहा हूं मैं तो पहले इलेक्ट्रॉन की वेलोसिटी होगी v1 ठीक दूसरे पहले इलेक्ट्रॉन की इनिशियल वेलोसिटी होगी u1 पहले इलेक्ट्रॉन का एक्सीलरेशन हो सक सकता है a1 और टाइम हो सकता है t1 अब हम क्या करेंगे कि टाइम को t1 ना लिखते हुए लिखेंगे टा व क्योंकि यहां पर जो टाइम है वो रिलैक्सेशन टाइम है और आप आगे पाएंगे कि एक्सीलरेशन सभी इलेक्ट्रॉन के लिए सेम है अच्छा ठीक है सर अच्छा ये बताओ सर कि इनिशियल वेलोसिटी कौन सी है आप सोचो कि पहले इलेक्ट्रॉन मोशन कर रहा था ना वो किसके कारण कर रहा था थर्मल एनर्जी के कारण तो इसको हम बोलते हैं थर्मल वेलोसिटी क्या बोलते हैं थर्मल वेलोसिटी ठीक है और फाइनल वेलोसिटी क्या है वह जो इलेक्ट्रॉन ड्रिफ्ट कर रहा था ना उसकी ड्रिफ्ट वेलोसिटी इंडिविजुअल ड्रिफ्ट वेलोसिटी को हमने बोला फाइनल वेलोसिटी इंडिविजुअल समझ लेना इंडिविजुअल लिखा है ये ठीक है अब समझना ध्यान से देखो तो v1 = u1 + a1 ठीक है और v2 की वैल्यू क्या हो जाएगी v2 v2 की वैल्यू क्या हो जाएगी देखो जरा यह हो जाएगी u2 + a2 ठीक है वेक्टर वेक्टर प्रॉपर साइन वेलोसिटी वेक्टर है तो वेलोसिटी के ऊपर वेक्टर साइन एक्सीलरेशन वेक्टर है तो एक्सीलरेशन के ऊपर ही वेक्टर साइन टा टा क्या है टाइम तो टाइम वेक्टर नहीं है तो उसके ऊपर कोई वेक्टर साइन नहीं लगाना ठीक है अब हम इनका इस्तेमाल करेंगे अब देखना इस फार्मूले में अपन को यहां पे एक्सीलरेशन की जरूरत पड़ेगी ना तो सबसे पहले हम क्या करते हैं कि एक्सीलरेशन ही निकाल लेते हैं ठीक है तो देखो आप समझिए आप समझिए कि ये मेरे पास एक कंडक्टर है इस कंडक्टर में जो फ्री इलेक्ट्रॉन है उस पे क्या लग रहा है फोर्स उसपे क्या लग रहा है फोर्स ठीक है ठीक है अब आप मुझे बताओ कि फोर्स कितना लगता है किसी भी इलेक्ट्रॉन पे या चार्ज पे जो इलेक्ट्रिक फील्ड में रखा हो फोर्स लगता है f = q कितना लगता है f = qe2 करेगा मतलब इस फर्स के कारण इसके मास में इलेक्ट्रॉन के मास में एक्सीलरेशन होगा ठीक है तो वो हमने यहां लिख दिया तो देखिए जरा f इक्वल टू क्या होगा फ इसके मास में क्या होगा इसके मास में एक्सीलरेशन होगा और कितना फोर्स लगता है f = q अगर मैं बात करता हूं q क्या है चार्ज ऑन इलेक्ट्रॉन तो इलेक्ट्रॉन पे कितना चार्ज है - e तो - e की जगह - e और इलेक्ट्रिक फील्ड की जगह इलेक्ट्रिक फील्ड ठीक है अभी देखिए जरा ध्यान से देखना तो फोर्स एक वेक्टर क्वांटिटी है तो वेक्टर लगा दिया ये भी वेक्टर क्वांटिटी तो वेक्टर लगा दिया इलेक्ट्रिक फील्ड हां एरिया वेक्टर क्वांटिटी है तो उसके ऊपर ही वेक्टर साइन इलेक्ट्रिक फील्ड के ऊपर ही वेक्टर साइन तो आप ये देखें कि एक्सीलरेशन का फार्मूला क्या बन गया - e e अप m है ना तो - e क्या है इलेक्ट्रॉन पे चार्ज फिक्स है सभी इलेक्ट्रॉन के लिए सेम रहेगा कंडक्टर के अंदर जो इलेक्ट्रिक फील्ड बन रही है वो भी सेम है और जो इलेक्ट्रॉन का मास है वो भी सेम है तो चाहे कोई सा पहला इलेक्ट्रॉन हो दूसरा इलेक्ट्रॉन हो तीसरा हो सबके लिए एक्सीलरेशन कैसी रहने वाली है सेम रहने वाली है क्योंकि ये तीनों वैल्यू सभी इलेक्ट्रॉन के लिए सेम है इसलिए हमने वहां पे a1 a2 a3 नहीं लिखा ठीक है अब देखो तो ये हमने एक्सीलरेशन निकाल ली f = q होता है q की जगह - e तो f = हो गया - e * e फोर्स कितना लगता है एक इलेक्ट्रॉन पे ये होता है अब इस फोर्स के कारण इस इलेक्ट्रॉन के मास में एक्सीलरेशन होगी ना f = m हमने पढ़ा है तो वो हमने लिखा आमने सामने रख के एक्सीलरेशन की वैल्यू निकाल दी ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या है सभी इलेक्ट्रॉन की एवरेज वेलोसिटी तो वो हमने ये लिखा है अब हमें v1 की वैल्यू चाहिए थी तो हमने ये निकाली v1 की वैल्यू इस फॉर्मूले से ये निकाली v2 की वैल्यू इसी प्रकार से ये निकाली ली क्या un8 टा n ठीक है जो क्वांटिटी वेक्टर है जैसे कि वेलोसिटी एक्सीलरेशन उनके ऊपर वेक्टर साइन लगा दिया बाकी के ऊपर नहीं लगाया तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी क्या है सभी इंडिविजुअल वेलोसिटीज का एवरेज तो ये देखो ये लिखा है v1 की वैल्यू प् v2 की वैल्यू प्स v3 की वैल्यू और अप टू यहां पर देखो क्या हो गया u1 प् ए टाव प् u2 प् ए टाट प् u3 प् a टा 3 ् un8 टाव अब हम क्या करते हैं ये सारी वैल्यूज प्लस में है ना तो हमने u1 u2 u3 u4 ये एक साइड कर लिया ठीक है तो देखो u1 u2 u3 u4 एक ब्रैकेट में प्लस लगा के अपॉन में सबके नीचे n है तो ये हमने एक साइड कर लिया ठीक है ठीक अब देखा आपने एक्साइड कर लिया ठीक है अब इसके बाद हमने देखा a टा व था देखो जरा यहां पे क्या क्या था a टा 1 + a टाट प् a टाथ + ए टा 4 ् a टा ए तो हमने क्या किया कि भाई सबका a यानी एक्सीलरेशन कॉमन निकाल लिया टा 1 + टाट + टा 3 + टा n अपॉन में क्या लिखा है n लिखा है ठीक है अब आप ये देखो कि ये क्या है ये u1 क्या है इनिशियल वेलोसिटी इनिशियली कौन सी वेलोसिटी थी इलेक्ट्रॉन के पास थर्मल वेलोसिटी तो ये क्या है सभी थर्मल वेलोसिटीज का एवरेज है क्या है सभी थर्मल वेलोसिटीज का एवरेज u1 + u2 + u3 प् u4 / बा n ये क्या है थर्मल वेलोसिटीज का एवरेज तो आप ये देखें कि एवरेज करंट मतलब करंट में थर्मल वेलोसिटी का क्या योगदान है क्या थर्मल वेलोसिटीज के कारण कोई करंट बनता है आंसर नहीं बनता तो आप ये देखिए कि एवरेज थर्मल वेलोसिटी इज जरो क्योंकि कोई इलेक्ट्रॉन यहां भाग रहा है तो प्लस कोई इलेक्ट्रॉन नीचे भाग रहा है तो माइनस कोई इलेक्ट्रॉन लेफ्ट में भाग रहा है तो प्लस कोई इलेक्ट्रॉन राइट में भाग रहा है मतलब कोई इलेक्ट्रॉन लेफ्ट में भाग रहा है तो नेगेटिव राइट में भाग रहा है तो पॉजिटिव तो इस प्रकार से जो एवरेज थर्मल वेलोसिटी है वो क्या निकल के आती है जीरो और इसका कोई करंट में कोई रोल नहीं होता करंट बनाने में ठीक है एवरेज रिलैक्सेशन टाइम जो लिख दिया है टा 1 + टाट + टा 3 + टा 4 + टा n / n इसको हमने क्या बोला टाव बोल दिया क्या बोल दिया टाव ठीक है तो देखो फाइनली ये क्या बन गया vd0 जीरो हो गया + a टा 1 टाट की जगह ये हो गया टा ठीक है चलिए अब इसके बाद आप ये देखो तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी फॉर्मूला क्या बन गया vd0 0 + a टा ठीक है चलिए तो vd0 a वेक्टर और ये टाव दिया है ठीक है अब देखो a की जगह हम क्या लिखते हैं - e टा अप मतलब - e / m और टा की जगह टा तो ये क्या हो गया भाई वेक्टर फॉर्म हो गया क्या हो गया वेक्टर फॉर्म यहां पर हमें ये बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक फील्ड और ड्रिफ्ट वेलोसिटी की जो डायरेक्शन है ये जस्ट अपोजिट है ठीक है अब ये देखो तो अगर मैं इसका सिर्फ मैग्नी ूडल रहा हूं ड्रिफ्ट वेलोसिटी का मैग्नी अगर मैं ले रहा हूं जिसको मैं ड्रिफ्ट स्पीड ही बोलता हूं तो ये हो जाता है e टा / m ये माइनस साइन हटा देते हैं मैग्नी ूडल हैं अच्छा ठीक है अब इलेक्ट्रिक फील्ड का फार्मूला होता है जैसे आपने पढ़ा e = तो यह ड्रिफ्ट स्पीड का या ड्रिफ्ट वेलोसिटी का फार्मूला बन गया टा अपन ए होता है तो यह बन गया e टा अपन ए ए ठीक है ये ड्रिफ्ट स्पीड का फार्मूला हो गया इसको आप अच्छे से दिमाग में बिठा करके रखेंगे ठीक है चलो आप यहां तक का स्क्रीनशॉट तीनों लाइन से ले सकते हो ठीक है मैं आपको टाइम देता हूं उसके बाद हम आगे बढ़ जाएंगे यह देखो इसका स्क्रीनशॉट ले लो इसका स्क्रीनशॉट ले लो इसका भी इसका भी इसका भी और इसका और इसका स्क्रीनशॉट ले लो अभी हम आगे बढ़ेंगे नेक्स्ट देखते हैं क्या देखिए नेक्स्ट जो है दैट इज मोबिलिटी अब मोबिलिटी क्या होता है मोबिलिटी का मतलब है मोबाइल मोबाइल मतलब मूवेबल आप समझिए जैसे होता क्या है कि इलेक्ट्रॉन एक फिक्स डायरेक्शन में मूव कब करता है जब कंडक्टर के अंदर इलेक्ट्रिक फील्ड अप्लाई की जाती है मतलब उसका एक एंड उसका दूसरा एंड मतलब पॉजिटिव नेगेटिव बीच में इलेक्ट्रिक फील्ड बनती है तो इस इलेक्ट्रॉन में फोर्स लगता है और ये इस साइड को खिसक है ड्रिफ्ट होता है है ना तो मोबिलिटी क्या है भाई रेशो है ड्रिफ्ट वेलोसिटी और इलेक्ट्रिक फील्ड अप्लाइड का मतलब इलेक्ट्रिक फील्ड लगाने पर कितनी ड्रिफ्ट वेलोसिटी मिलती है ये चीज हमें क्या बताती है मोबिलिटी तो मोबिलिटी जो है इसका फार्मूला है ड्रिफ्ट वेलोसिटी पर यूनिट इलेक्ट्रिक फील्ड ठीक अब यहां पर ध्यान से देखना मोबिलिटी पर बेस्ड जो क्वेश्चन बनता है उसमें एक क्वेश्चन बड़ा फेमस है आपसे कहा जाएगा कि भाई मैंने अगर पोटेंशियल डिफरेंस बैटरी की पावर को अगर v से 2v कर दिया 3 भी कर दिया हाफ कर दिया तो मोबिलिटी पे क्या फर्क पड़ेगा तो नोट डाल के लिख लेना मोबिलिटी जज नथिंग टू डू विद पोटेंशियल डिफरेंस पोटेंशियल डिफरेंस से कोई लेना देना नहीं है पोटेंशियल डिफरेंस बढ़ाओ पोटेंशियल डिफरेंस घटाओ मोबिलिटी रिमेंस कांस्टेंट सर ऐसा कैसे ये आप हमें थोड़ा सा बता दें तो जरा ध्यान से देखना तो मोबिलिटी का फॉर्मूला ड्रिफ्ट वेलोस वेलोसिटी अपि e ड्रिफ्ट वेलोसिटी को मैं लिखता हूं e टा / m ठीक है e टा / m और e को लिखता हूं v / l ठीक है और आप यहां पे देखो तो ये तो हो गया ड्रिफ्ट वेलोसिटी और e की जगह क्या लिखता हूं v / l ये लिखता हूं तो अगर मैं इसको लिखूंगा तो ऊपर जाके पलट जाएगा l / v बन जाएगा ठीक तो आप यहां पर देखिए कि v से तो v कटा l से l कटा तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी का फार्मूला बन गया e टा बा m तो ड्रिफ्ट वेलोसिटी ना तो खुद इलेक्ट्रिक फील्ड पे ही डिपेंड कर रही है है ना और ना ही ये पोटेंशियल डिफरेंस पे डिपेंड कर रही है फाइनली फाइनली तो आप यहां पर देखें कि पर यूनिट इलेक्ट्रिक फील्ड लगाने से कितनी जो है ड्रिफ्ट वेलोसिटी अ बनती है उसका रेशो तो भाई ये है लेकिन पोटेंशियल डिफरेंस को घटाओ बढ़ाओ कोई फर्क नहीं पड़ता ड्रिफ्ट वेलोसिटी पर ठीक है चलिए आगे बढ़ेंगे ठीक आगे बढ़ेंगे नेक्स्ट हमें पढ़ना है ओम्स लॉ अब ओम्स लॉ क्या कहता है इस समझो ओम्स लॉ सिंपल सा लॉ है जो हमें बताता है कि किसी कंडक्टर में अगर जो करंट फ्लो हो रहा है उसका पोटेंशियल डिफरेंस के साथ क्या रिलेशन है देखो बैटरी जो है बैटरी बैटरी से अगर हम किसी कंडक्टर को कनेक्ट करते हैं तो वो बैटरी क्या करती है इसके एक एंड को हायर पोटेंशियल पे रखती है और इसके एक एंड को लोअर पोटेंशियल पे रखती है तो इसके दोनों एंड पे एक पोटेंशियल डिफरेंस बन जाता है जितना ज्यादा पोटेंशियल डिफरेंस होगा ओम ने कहा कि उतना ही ज्यादा इस कंडक्ट के अंदर करंट फ्लो होगा अगर आप पोटेंशियल डिफरेंस को दो गुना कर देंगे तो करंट भी दो गुना हो जाएगा पोटेंशियल डिफरेंस को तीन गुना कर देंगे तो करंट भी तीन गुना हो जाएगा प्रोवाइडेड दैट और कंडीशन ये रखी कि ये रिलेशन जब काम करेगा जब टेंपरेचर लेंथ है ना और जो फिजिकल कंडीशंस है वो कांस्टेंट रहे क्यों सर क्योंकि देखो आप जब टेंपरेचर बढ़ाते हो तो इलेक्ट्रॉन का कोलिजन वगैरह बढ़ जाता है है ना उनको कोलिजन बढ़ जाने के कारण से वो इजली करंट नहीं बना पाते तो कहा कि भाई टेंपरेचर लेंथ ये सारी चीजें कांस्टेंट अगर होंगी तो पोटेंशियल डिफरेंस और करंट ये एक दूसरे के डायरेक्टली प्रोपोर्शनल होंगे जैसा जैसा चेंज आप पोटेंशियल डिफरेंस में करेंगे वैसा वैसा चेंज करंट में हो जाएगा तो ओम ने बड़ी सिंपल सी बात कही ना अकॉर्डिंग टू ओम्स लॉ करंट फ्लोइंग इन ए कंडक्टर इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द पोटेंशियल डिफरेंस अप्लाइड अक्रॉस द एंड्स ऑफ कंडक्टर प्रोवाइडेड दैट कंडीशन ये है कि फिजिकल कंडीशन जैसे कि टेंपरे चर है ना और इसकी जो लेंथ वगैरह है वो कांस्टेंट रहना चाहिए ठीक है अच्छा इसके बाद आप ये देखिए डायग्राम बना हुआ है तो हमने यहां पर देखा v इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू i प्रोपोर्शनल डी साइन हटा तो इस बार एक कांस्टेंट आया और कांस्टेंट जो आया इस बार इसको हमने बोला रेजिस्टेंस तो रेजिस्टेंस का फार्मूला क्या हो गया v / i रेजिस्टेंस का सीधा सा मीनिंग है रुकावट यानी कि परेशानी तो जब करंट फ्लो होता है तो हमेशा करंट ऐसा नहीं है कि इलेक्ट्रॉन जो है अपने आप एक शैडो खिसक गए एक बार में नहीं जब करंट फ्लो होता है तो सभी इलेक्ट्रॉन आपस में एक दूसरे से कोलाइड करते हैं क्या करते हैं कोलाइड कोलाइड करते हैं तो हम कहेंगे भाई टकरा रहे हैं तो आपस अब इलेक्ट्रॉन से इलेक्ट्रॉन भी टकरा रहे हैं आयन से भी इलेक्ट्रॉन टकरा रहे हैं एटम से भी इलेक्ट्रॉन टकरा रहे हैं तो ये इलेक्ट्रॉन जो यहां पे जाना चाहता है यहां से यहां तक जाना चाहता है उसको इनके साथ में आपस में बहुत सारा कोलिजन करना पड़ेगा तब जाकर के वो यहां तक पहुंच पाएगा तो ये जो रुकावट इस चार्ज के रास्ते में आ रही है उसी को हमने बोला रेजिस्टेंस और रेजिस्टेंस का फार्मूला है पोटेंशियल डिफरेंस अपॉन करंट यानी कि r = v / i ठीक है अगर हम ई ग्राफ बनाते हैं ई ग्राफ बनाते हैं तो जो ई ग्राफ का स्लोप होगा ये हम स्लोप मतलब जो बीच वाली जो लाइन है कितने डिग्री पर है ये बताएगी रेजिस्टेंस ठीक है स्लोप जितना ज्यादा रेजिस्टेंस उतनी ज्यादा स्लोप जितना कम रेजिस्टेंस उतनी कम स्लोप के बारे में अपन चर्चा करेंगे लेकिन आगे आगे आगे ठीक है तो रेजिस्टेंसस क्या है ऑब्स्ट्रक्ट यानी कि रुकावट ऑफर्ड इन द पाथ ऑफ करंट करंट के रास्ते की रुकावट क्योंकि इलेक्ट्रॉन के बीच में कोलिजन हो रही है ना उसी के कारण ठीक है इलेक्ट्रॉन आयन के बीच में जो कोलिजन हो रही है उसके कारण जो रुकावट पैदा होती है हम उसको बोलते हैं रेजिस्टेंस ठीक है रेजिस्टेंस के बाद जो दूसरा शब्द आता है इसको हम बोलते हैं रेजिस्टिविटीज हैंस का मतलब पूरे कंडक्टर में थोड़े से कंडक्टर में या कितने भी पार्ट में जो रुकावट है उसको रेजिस्टेंस कहा जाता है रेजिस्टिविटीज यानी स्पेशली 1 सेंटीमीटर कब या 1 मीटर क्यूब या एक यूनिट वॉल्यूम में जो रुकावट है उसको हम बोलते हैं रेजिस्टिविटीज रेजिस्टेंस है ना समझ गए टोटल वायर में जो रुकावट है उसको हमने बोला रेजिस्टेंस लेकिन एक यूनिट वॉल्यूम में 1 सेंटीमीटर क या 1 मीटर कूब में जो रेजिस्टेंस है जो रुकावट है उसको हम बोलते हैं रेजिस्टिविटीज रेजिस्टेंस समझ में आ गई बात ठीक है तो रेजिस्टेंस जो होती है ये किन फैक्टर पे डिपेंड करती है तो रेजिस्टेंस लेंथ के डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है अगर आप लेंथ बढ़ाओ ग तो रेजिस्टेंस भी बढ़ जाएगी जैसे मान के चलो ये कंडक्टर है आपने खींच के पकड़ के इसको ऐसे कर दिया लेंथ बढ़ा दी है ना तो लेंथ बढ़ा दी तो आप क्या देखते हैं कि अगर लेंथ बढ़ गई तो या खींच के नहीं कि ऐसे ही कर दिया लेंथ बढ़ गई तो इलेक्ट्रॉन को ज्यादा टकराना पड़ेगा तो रुकावट भी बढ़ गई है ना तो लेंथ बढ़ गई तो रेजिस्टेंस भी बढ़ गई इसके बाद अगर एक छोटा मोट एक पतला सा एक छोटा सा जो है कंडक्टर है ये ये कंडक्टर है ठीक है अब इस कंडक्टर में से इस इलेक्ट्रॉन को यहां तक जाना है इस जगह तक ठीक तो ज्यादा टकराना पड़ेगा लेकिन मान के चलो कि अगर मैंने इसी कंडक्टर को मोटा कर दिया और ऐसे कर दिया ठीक है तो अब आप ये देखेंगे इस कंडक्टर में क्या है काफी अच्छी खासी स्पेस बन गई तो ये कम टकराएगा है ना तो आपने देखा कि अगर एरिया बढ़ा रहे हो आप एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन तो रेजिस्टेंस घट जा रही है क्योंकि उसको काफी स्पेस मिल मिल गई ना और एरिया अगर छोटा है तो रेजिस्टेंस ज्यादा है ठीक है तो r इज इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू a हमें मिला इसके बाद हमने क्या किया कि इन दोनों फैक्टर को मिला दें r इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू l इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू a ये बन गया प्रोपोर्शनल टी साइन हटेगा तो कांस्टेंट आएगा और इस कांस्टेंट को हम बोलते हैं रेजिस्टिविटीज इविलेस्ट इविक डिपेंड करती है रेजिस्टिविटीज करती है मटेरियल पे हर मटेरियल की रेजिस्टिविटीज एक सिंगल मटेरियल के लिए चाहे आप उसकी लेंथ बढ़ाओ घटाओ कोई फर्क नहीं पड़ता रेजिस्टिविटीज सेंस घटती बढ़ती है लेकिन रेजिस्टिविटीज सिवि है वो फिक्स है कॉपर की जो रेजिस्टिविटीज में आ रही है है ना तो याद रखेंगे अपन टेंपरेचर पे डिपेंड करती है अगर आप टेंपरेचर बढ़ाते हैं तो इलेक्ट्रॉन में जो कोलिजन है वो बढ़ जाता है उस 1 सेंटीमीटर क्यूब में तो उसके कारण से जो रेजिस्टिविटीज है ठीक है याद रखेंगे याद रखेंगे आगे बढ़ेंगे अब इसके बाद देखो कंडक्टेंस रेजिस्टेंस का जस्ट उल्टा होता है कंडक्टेंस तो कपि g इ इक्वल टू रेसिप प्रोकल ऑफ रेजिस्टेंस इज़ कंडक्टेंस ठीक है रेजिस्टेंस की जो यूनिट है रेजिस्टेंस की जो यूनिट है यह क्या है भाई ओम क्योंकि इसको हमने ओम्स लॉ से बनाया था तो रेजिस्टेंस की यूनिट है ओम ठीक है तो रेजिस्टेंस का रेसिप प्रोकल आपने किया तो क्या मिला कंडक्टेंस तो कंडक्टेंस की यूनिट हो गई ओम इवर्स और साइंटिस्ट के नाम पे जॉर्ज साइमन ओम के नाम पे इसकी य यूनिट पड़ी साइमन ठीक है याद रखेंगे ठीक है आगे बढ़ जाते हैं नेक्स्ट देखो अब आपको ये समझना है इस टाइप के क्वेश्चन जरूर पूछे जा सकते हैं आपसे और पूछे जाते हैं कि यहां पर देखो क्या लिखा हुआ है अगर आप किसी कंडक्टर की लेंथ को बढ़ा रहे हो तो आंसर है कि कंडक्टर की लेंथ को बढ़ा रहे हो तो रेजिस्टेंस भी बढ़ेगी यह बात आप जानते हो लेकिन लेंथ को दो तरीके से बढ़ाया जा सकता है एक तो सेम लेंथ वाला एक और वायर जोड़ दिया जाए या फिर उसी वायर की लेंथ को म मतलब उसी वायर को खींच के अपन जो है उसकी लेंथ को बढ़ा सकते हैं है ना तो जब जैसे मान के चलो आपके पास ये कंडक्टर है जिसकी लेंथ कितनी है इस कंडक्टर की लेंथ है l और इसका एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन मान लेते हैं a है ठीक है अब मान के चलो आपने क्या किया कि एक और कंडक्टर इसके आगे जोड़ दिया या कहे बड़ी लेंथ का कंडक्टर ले आए तो आपने लेंथ तो बढ़ा दी लेकिन एरिया इसका सेम है यानी कि आपने इसके अ इस वायर में कोई छेड़छाड़ नहीं की बस इतने ही बड़े य साइज का वायर आप और लिया यानी कंडक्टर तो जब लेंथ बढ़ जाती है तो रेजिस्टेंस भी बढ़ जाती है रेजिस्टेंस कैसी है डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है लेंथ के है ना तो अगर लेंथ इस बार आपने डबल कर दी तो रेजिस्टेंस भी कितनी हो जाएगी नई रेजिस्टेंस पुरानी वाली रेजिस्टेंस के डबल मतलब r ड विल बी इक्वल टू टू टाइम्स ऑफ r लेकिन मान के चलो आपने लेंथ तो डबल की लेकिन आपने क्या किया उसको खींच के स्ट्रेच करके लेंथ को डबल कि है तो जब आप स्ट्रेच करके लेंथ को डबल करते हैं खींच के लेंथ को डबल करते हैं तो ऐसे केस में ये वायर है जब आप इसको खींचो ग तो भाई बीच में से पतला होता जाएगा तो उसका जो एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन है वो भी छोटा हो जाता है है ना यहां पे तो सेम था a लेकिन यहां पर क्या हो गया आपने उसी को पकड़ के खींचा ना तो एरिया ऑफ़ क्रॉस सेक्शन फोर टाइम्स फोर टाइम्स नहीं कहूंगा मैं तो आप सिंपल ये कहूंगा एरिया ऑफ़ क्रॉस सेक्शन भी बदल जाता है क्वेश्चन में 3l भी तो कर सकते हैं खींच के तीन गुना बढ़ा दिया तो जब स्ट्रेच करके जब खींच करके लेंथ को बढ़ाते हैं तो जितने गुना आप खींचते हो उसकी स्क्वायर टाइम्स रेजिस्टेंस बढ़ जाती है जैसे अगर आपने टू टाइम्स मतलब इसको खींच दिया तो रेजिस्टेंस इसकी फोर टाइम्स बढ़ जाएगी ठीक है जैसे मान के चलो अगर आपने तीन गुना खींच दिया तो रेजिस्टेंस जो होगी पुरानी वाली रेजिस्टेंस के 3 का स्क्वायर यानी कि नाइन टाइम्स बढ़ जाएगी ये क्वेश्चन पूछा जाता है आपसे इस टाइप का क्वेश्चन आपको डायरेक्ट टिक करना है सीबीएसई वाले बच्चों को डायरेक्ट और स्टेट बोर्ड वाले बच्चों को करने का सॉल्व करने का मेथड बता देता हूं ठीक है देखिए जरा अगर आपने एंड टा इसको खींच के स्ट्रेच करके एंड टाइम्स जो है इसकी लेंथ बढ़ा दी तो रेजिस्टेंस भी n स् टाइम्स बढ़ जाएगी ये नियम है आप इसको याद रखेंगे ठीक है आगे बढ़ जाएंगे आगे बढ़ जाएंगे और मैं आपको देखो इसमें किस टाइप के क्वेश्चन पूछे जाएंगे ये बताता हूं देखो लेंथ क्या थी l आपने इसको खींच के कैसे स्ट्रेच किया और इसकी लेंथ को 2l कर दिया तो रेजिस्टेंसस 4r हो गई है ना टू का स्क्वायर टाइम्स बढ़ गई खींच के 3l किया तो रेजिस्टेंस कितनी हो गई भाई 3 का स्क्वायर टाइम्स 9r हो गई अब मान के चलो ऐसा भी बोल सकते हैं है कि खींच के आपने इसकी लेंथ को 0.1 पर बढ़ा दिया जो भी लेंथ पहले थी l उसका 0.1 पर बढ़ा दिया तो देखो पहली लेंथ क्या दी l अब आपने आपने इस l में ही इस 0.1 पर को बढ़ा दिया तो फाइनल जो लेंथ निकल के आएगी वो क्या आएगी l + 0.1 पर परट का मतलब होता है 100 का डिवाइड है ना तो ये बन गया 0.001 ऑफ इनिशियल लेंथ तो फाइनल जो लेंथ निकल के आई l ' इ इक्वल टू वो कितनी है 1.001 ए मतलब आपने उसको खींच के टू टाइम्स नहीं किया थ्री टाइम्स नहीं किया 1.001 टाइम्स कर दिया तो जो फाइनल रेजिस्टेंस होगी वो कितनी होगी इस 1.001 का स्क्वायर * r मतलब जो रेजिस्टेंस है वो इतनी हो जाएगी 1.00 2 r कभी पूछे जाए कि परसेंटेज चेंज निकालो या कहेगे भाई कितना चेंज आ गया तो देखो फाइनल परसेंटेज चेंज अगर कभी पूछ लिया जाए कि कितने परसेंट रेजिस्टेंस में चेंज आ गया परसेंटेज चेंज इन रेजिस्टेंस तो फार्मूला क्या है फाइनल रेजिस्टेंस मतलब r ' माइनस इनिशियल रेजिस्टेंस अपॉन इनिशियल * 100% करके आप परसेंटेज चेंज निकाल सकते हैं ठीक है चलिए आगे बढ़ेंगे मैं आपको बताता हूं कि एक्चुअल में आप इसको और किस प्रकार से सॉल्व कर सकते हैं ठीक है किसी स्टेट बोर्ड वाले बच्चों को करना मेथड देखो किसी क्वेश्चन में आपसे कह दिया जाए कि किसी वायर की इनिशियल रेजिस्टेंस 30 थी 30 ओम ठीक है और आपने इस वायर को थ्री टाइम्स तीन गुना खींच दिया अब आपने इस वायर को अगर तीन गुना खींच दिया तो बताओ जरा इसकी लेंथ तीन गुना हो गई तो बताओ कि नई रेजिस्टेंस क्या है तो आप डायरेक्ट इसका आंसर बता सकते हो कि तीन गुना खींच दिया तो न्यू रेजिस्टेंस नौ गुना हो जाएगी 3 के स्क्वायर टाइम्स बढ़ जाएगी तो पुरानी रेजिस्टेंस 30 थी तो नाइन टाइम्स बढ़ा के 270 आप डायरेक्ट आंसर बता सकते हो लेकिन लेकिन अगर आपको इसको सॉल्व करना है डिटेल में सर ये कैसे निकल के आता है तो वो भी बता देता हूं आपको देखो आप समझते हैं जब आप किसी वायर को खींचते हैं तो खींच रहे हो तो लेंथ बढ़ रही है लेकिन एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन घट रहा है है ना तो जो वॉल्यूम है वॉल्यूम है वो क्या होता है एरिया इंटू लेंथ तो आपने देखा कि पहले कुछ एरिया था a1 और लेंथ कितनी थी l1 लेकिन बाद में क्या हो गया कि एरिया हो गया a2 और लेंथ हो गई l2 खींचने के बाद ऐसा होता है लेकिन जो वॉल्यूम है ना वॉल्यूम वॉल्यूम तो वायर का पहले भी जितना था अभी भी उतना ही है बस एक जगह एक क्वांटिटी घट गई तो दूसरी क्वांटिटी बढ़ गई मतलब इनिशियल वॉल्यूम इज इक्वल टू फाइनल वॉल्यूम इनिशियल वॉल्यूम a1 * l1 है फाइनल वॉल्यूम क्या है a2 * l2 और नई लेंथ कितनी हो गई थ्री टाइम्स है ना तो 3l हमने लिख दिया इसको 3l इससे l1 से l1 काटा तो a2 की वैल्यू कितनी आ गई a1 / 3 बस अब देखो r2 = क्या होता है रो l2 / a2 तो r2 = रो l2 की जगह 3 l1 a2 की जगह a1 / 3 जो हमने अभी निकाला है ठीक है तो आप ये देखेंगे थ के ये थ इनटू हो जाएगा तो बचेगा 9 रो ए1 बा a1 और रो ए1 बा a1 क्या होता है r1 इस प्रकार से आप इसको सॉल्व कर सकते हैं ठीक है नेक्स्ट हमें जो पढ़ना है दैट इज ग्राफ है ना अब ग्राफ हमें क्या बताएगा इसको समझ लो जैसे मान के चलो यहां पर मैंने सारी चीजें लिख कर के रखी है लेकिन फिर भी मैं आपको बताना चाहता हूं भाई ग्राफ के अंदर हमें क्या पढ़ना है इसमें देखो यहां पे हम पढ़ेंगे ये v और आ ग्राफ ठीक है v आई ग्राफ की हम बात करेंगे तो देखो v ग्राफ का जो स्लोप है यानी कि जो बीच वाली लाइन है ये रेजिस्टेंस को बताती है स्लोप बताता है कि भाई कितना एंगल है इस लाइन का हॉरिजॉन्टल के साथ जैसे मान के चलो अगर यह एंगल थीटा जो है यह 90 से छोटा है थीटा 90 से छोटा है तो समझ लो कि स्लोप कैसा है स्लोप पॉजिटिव कहलाता है स्लोप कैसा है पॉजिटिव कहलाता है और पॉजिटिव स्लोप हमें यह बताता है कि रेजिस्टेंस भी जो है पॉजिटिव है यानी कि बढ़त की ओर है घटने की ओर नहीं है ठीक है इसके बाद आप यह देखो कि थीटा की वैल्यू अगर 90 से बड़ी है 90 से बड़ी है थीटा की वैल्यू है ना तो आप यह देखिए कि स्लोप जो होगा ये नेगेटिव कहलाएगा और नेगेटिव स्लोप ये बताता है कि रेजिस्टेंस जो है ये घट रही है पॉजिटिव स्लोप ये बताएगा रेजिस्टेंस जो है बढ़ने की ओर है ठीक है ध्यान रखेंगे आप अगर स्लोप बढ़ रहा है तो फिर रेजिस्टेंस बढ़ रही है स्लोप घट रहा है तो रेजिस्टेंस घट रही है यहां पर आप ये चीज समझिए ठीक है अब देखो अब होता क्या है कि ई ग्राफ का ई ग्राफ का समझिए ई ग्राफ का स्लोप जितना ज्यादा होगा स्लोप ज्यादा होगा तो रेजिस्टेंस भी ज्यादा होगी ठीक है लेकिन लेन अगर इसी चीज को हम आईवी ग्राफ की बात करें यानी कि यहां पर लिखा है i और यहां लिखा है v और यहां पे दिया हुआ है कुछ एंगल थीटा ठीक है तो अगर हम आईवी ग्राफ की बात करते हैं तो स्लोप अगर ज्यादा है स्लोप अगर ज्यादा है ठीक है तो रेजिस्टेंस वहां पर कम हो जाएगी ठीक ये चीज आप ध्यान में रखेंगे क्लियर है तो यही सारी चीजें सर ऐसे कैसे हो जाएगा देखो सिंपल सी बात है कि भाई अगर मैं आपसे कहता हूं ये लिखा है v और ये लिखा है i ये समझ लो कुछ इस प्रकार से कि यहां पर ये लाइन जा रही है कितने डिग्री पे ये ऐसे मान लो ये 60 डिग्री पे है 60 डिग्री पे ठीक है अब आप ये समझिए कि यहां पर है करंट 5 एंपियर और ये है वोल्टेज है 10 वोल्ट समझना अगर मैं अगर मैं सेम ग्राफ यहां पे बनाता हूं नीचे कुछ इस प्रकार से ठीक है बट मैं यहां पे क्या कर रहा हूं बट मैं यहां पर बस ये एक्सेस बदल दे रहा हूं ये यहां पर करंट हो गया और यहां पे हो गया वोल्टेज तो अब इसका मतलब देखो इसका मतलब क्या है इसका मतलब ये हो रहा है कि 10 वोल्ट अप्लाई करने पे हमें 5 वोल्ट का करंट मिल रहा है 10 वोल्ट पर 5 एंपियर का करंट मिल रहा है ठीक है जबक आप यहां पे देखो जबक आप यहां पे देखो क्या मतलब हो रहा है जबकि आप यहां पे देखो कि 5 वोल्ट पे ये वोल्ट दिखा रहा है ना 5 वोल्ट पे 10 एंपियर का करंट मिल रहा है 5 वोल्ट पर 10 एंपियर का करंट यानी कि आप ये देखो कि बस पांच वोल्ट अप्लाई किया है बस 5 वोल्ट और करंट कितना मिल गया 10 एंपियर 10 एंपियर का तो इसका मतलब है यहां पे रेजिस्टेंस कम है रेजिस्टेंस कम है जबकि यहां पे देखो यहां 10 वोल्ट अप्लाई किया है तब जाकर के 5च एंपियर का ही करंट मिला है इसका मतलब है यहां पे रेजिस्टेंस ज्यादा है तो समझ गए आप रटना नहीं है समझ गए तो ई ग्राफ में स्लोप ज्यादा तो रेजिस्टेंस ज्यादा आईवी ग्राफ में स्लोप ज्यादा तो रेजिस्टेंस कम ये बात समझ में आ गई आपको ठीक है तो ये दोनों इवर्स बातें हैं इनको ध्यान रखेंगे और यही चीज मैंने यहां पर लिख कर के रखी है क्लियर है चलिए आगे आप ये देखेंगे कि यहां पर क्वेश्चन किस प्रकार से पूछे जाते हैं अच्छा ये बताओ मेटल वाले केस में हम क्या पढ़ रहे हैं कि टेंपरेचर बढ़ाओ ग तो रेजिस्टेंस बढ़ जाएगी है ना बात समझना तो अब आपसे यहां पर ये पूछा जाएगा कुछ इस प्रकार ग्राफ बना के दे देते हैं और आपको ऑप्शन में दे दिया कि भाई यहां पर यह बताना है कि रेजिस्टेंस किसकी ज्यादा है या टेंपरेचर किसका ज्यादा है ठीक है आपको बताना है कि a और b में से ज्यादा टेंपरेचर किसका है देखो तो ई ग्राफ में जिसका स्लोप ज्यादा उसकी रेजिस्टेंस ज्यादा तो यहां पर आप ये देखें कि स्लोप किसका ज्यादा है b का स्लोप ज्यादा है a के स्लोप से तो ई ग्राफ है ई ग्राफ तो ई ग्राफ में स्लोप ज्यादा तो रेजिस्टेंस भी ज्यादा तो b का स्लोप ज्यादा है तो b की रेजिस्टेंस ज्यादा है जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा उसका म वहां पे क्या है टेंपरेचर ज्यादा हो क्यों क्योंकि जितना ज्यादा टेंपरेचर उतना जल्दी-जल्दी फास्ट फास्ट कोलिजन और जितना ज्यादा कोलिजन उतनी ही ज्यादा रेजिस्टेंस टेंपरेचर बढ़ाया रेजिस्टेंस बढ़ गई और अगर रेजिस्टेंस ज्यादा है तो स्लोप भी ज्यादा होगा तो यहां पर b का टेंपरेचर ज्यादा है और a का टेंपरेचर कम है क्लियर है अच्छा इसमें देखो अभी अब यहां पे देखना जरा आईवी ग्राफ है तो आईवी ग्राफ में जिसका स्लोप ज्यादा होता है जिसका स्लोप ज्यादा होता है उसकी रेजिस्टेंस कम होती है स्लोप किसका ज्यादा है बी का तो रेजिस्टेंस a की ज्यादा होगी और अगर a की रेजिस्टेंस ज्यादा है तो ये वाले केस में a का टेंपरेचर ज्यादा हो क्योंकि टेंपरेचर ज्यादा तो रेजिस्टेंस ज्यादा टेंपरेचर कम तो रेजिस्टेंस कम यह बात समझ में आ गई तो ये रिलेशन याद रखना बहुत काम की चीज है ठीक है अच्छा इसके बाद इसके बाद मैंने आपको बताया पॉजिटिव स्लोप कब बोलते हैं जब जब सॉरी पॉजिटिव रेजिस्टेंस कब बोलेंगे जब स्लोप 90 डिग्री छो हो और नेगेटिव रेजिस्टेंस कब बोलेंगे जब स्लोप 90° से बड़ा हो ठीक है तो 90° से छोटा कुछ इस प्रकार से एंगल दिखाया जाएगा 90° से बड़ा कुछ ऐसे दिखाया जाता है है ना तो देखो अब ये काफी इंपॉर्टेंट गैलियम आर्सेनाइट एक सेमीकंडक्टिंग कंपाउंड होता है इसके लिए आईवी ग्राफ आपको बताया जा रहा है और यहां पर आपको बताना है कि इन व्हिच रीजन काफी इंपॉर्टेंट ग्राफ है रिपीटेड है कई बार इन व्हिच रीजन रेजिस्टेंस नेगेटिव तो कौन से रीजन में रेजिस्टेंस नेगेटिव है तो तो हम क्या करते हैं ए बी सीडी इस प्रकार से नाम लिखे हैं तो हम हर पॉइंट पे टेंज एट ड्रॉ करते हैं तो आप यहां पे टच करती हुई लाइन जो कि हॉरिजॉन्टल से मीट करेगी ये ड्रॉ करो आपने देखा कि भाई ये तो हॉरिजॉन्टल से 90 से बड़ा एंगल बन रहा है तो यहां पे रेजिस्टेंस कैसी है नेगेटिव है इसी प्रकार से एक टेंज एट आपने यहां ड्रॉ किया तो यहां पे भी देखा कि थीटा की वैल्यू 90 से बड़ी है तो यहां पे भी रेजिस्टेंस कैसी है नेगेटिव तो d पॉइंट पे और e पॉइंट पे रेजिस्टेंस कैसी है नेगेटिव अब पॉजिटिव रेजिस्टेंस के लिए क्या करेंगे ब पॉइंट पे स्लोप बनाया देखो 90 छोटा बन रहा है सी पे भी 90 छोटा बन रहा है तो कहां-कहां पे रेजिस्टेंस पॉजिटिव है इन विच रीजन ओम्स लॉ और तो देखो तो आप देख रहे हो पॉजिटिव रेजिस्टेंस कहां पे है b पे और सी पे पॉजिटिव रेजिस्टेंस है और आप यहां पर देख रहे हैं कि यहां यहीं पर ओम्स लॉ फॉलो हो रहा है ये जो बसी वाला जो रीजन है b स b से लेके c तक का जो रीजन है b से लेकर c तक बिल्कुल आपको स्ट्रेट लाइन देखना को मिल रही है तो ये जो बी टू सी वाला जो रीजन है यहां पे ओम्स लॉ फॉलो हो रहा है ठीक है चलिए याद रखें काफी इंपॉर्टेंट है मोस्ट इंपॉर्टेंट लगा के दिया है चलिए काफी इंपॉर्टेंट एक डेरिवेशन कहूंगा मैं रिलेशन कहूंगा जो काफी बार सीबीएसई में पूछा गया है ये तो मतलब डेरिवेशन पूछा जाएगा वो तो एक अलग ही बात है लेकिन इसमें से एक-एक नंबर के क्वेश्चन बहुत फ्रेम होते हैं किस प्रकार से बनते हैं क्वेश्चन वो भी आपको अभी समझ में आ जाएगा तो पहले हमें यहां पर क्या दिया जा रहा है है रिलेशन बिटवीन फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी जिसको हम स्मल n से रिप्रेजेंट करते हैं फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी को और रेजिस्टिविटीज में एक रिलेशन हमें निकालना है यानी कि फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी और रेजिस्टिविटीज लॉ को भी प्रूफ कर देते हैं मान के चलो यही अपने पास कंडक्टर है इसमें अपन ने व्यू पोटेंशियल डिफरेंस अप्लाई किया इसकी लेंथ वगैरह l हो गई समझिए तो इसके अंदर जो करंट फ्लो होता है वो कितना है i इ इक्व n एडी ठीक है अब आप समझते हैं कि i = n n a v ड्रिफ्ट वेलोसिटी अभी हमने निकाला e टा बा m होता है ड्रिफ्ट वेलोसिटी e टा बा m होता है i इ इक्वल टू अब हम समझते हैं कि n स् a टा बा m ये हो गया e रह गया सर e इ इक्वल टू हम जानते हैं क्या होता है v / l तो मैंने e की जगह v / l लिख दिया यहां से आप ये देखिए कि अगर मैं ऐसा चाहूं कि i को मैं भेज दूं इस साइड तो ml2 a इ इक्वल टू यहां बचा v / i ध्यान से देखिएगा कि आप यहां पर ये समझो अच्छा चलो ठीक है i को मैं नहीं लेके आता है इस साइड यहां पे देखो तो ये मैं इसको ऐसे लिख सकता हूं कि ये ब्रैकेट में ml1 a टा नीचे और ये लिखा हुआ है i क्या लिखा हुआ है i ठीक है ध्यान से देखो अच्छा ठीक है क्या मैं अच्छा ये बताओ क्या मैं इसको ऐसे लिख सकता हूं v = मतलब आगे इस साइड मतलब साइड बदल दी बस मैंने इसकी तो देखने में ज्यादा अच्छा लगेगा m ए अप n स् एटा ठीक है इंटू में क्या लिखा है i लिखा है अच्छा ध्यान से देखना क्या ये ऐसा नहीं बन रहा कि v = r आ भाई v इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू i पढ़ा है ना हमने ठीक तो v इ इक्वल टू प्रोपोर्शनल साट आते हैं r आता है और ये i हो जाता है तो ये कुछ ऐसा बन रहा है ना तो यहां पर आप ये देखो कि यहां पर अगर हम इसकी कंपैरिजन करें r से तो ये r की वैल्यू हो जाए क्या हो जाएगी तो ये जो आप देख रहे हो ना r हमने किसकी जगह पे रखा हुआ है m ए / n स् ए टा की जगह पे सर आपने तो कहा था कि होम्स लॉ में ये जो r जो निकल के आया था ये कांस्टेंट की जगह पे निकल के आया था सर देखना जरा एक बार चेक कर लेना कहीं गलत तो नहीं पढ़ा रहे हो ठीक है तो दिखाता हूं जरा क्या लिखा है v = r आ वेयर r इज रेजिस्टेंस और ये प्रोपोर्शनल कांस्टेंट की जगह पे आया था ना तो मतलब जो r है r की वैल्यू हम अपने मन से कैसे किसी की वैल्यू r मान सकते हैं तो आपको अभी यहां पे ये पता पड़ेगा कि ये जो वैल्यू जो आप देख रहे हो ml1 n स् a टा ये भी एक कांस्टेंट है और उस कांस्टेंट की जगह पे हमने r रखा है सर कैसे कांस्टेंट है देखो कौन फ्लो हो रहा है करंट तो करंट में कौन इलेक्ट्रॉन तो इलेक्ट्रॉन का ये क्या है मास तो मास कांस्टेंट होता है इलेक्ट्रॉन का ठीक है ओम्स लॉ कब वैलिड है जब फिजिकल कंडीशन जैसे कि लेंथ टेंपरेचर कांस्टेंट रहे तो अगर लेंथ जो है कांस्टेंट है तो l की वैल्यू भी नहीं नहीं बदलेगी ठीक है अगर टेंपरेचर नहीं बदल रहा है तो फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी भी नहीं बढ़ती क्योंकि टेंपरेचर बढ़ता है तब जाकर के इलेक्ट्रॉन और फ्री होते हैं तो अगर टेंपरेचर कांस्टेंट है जैसा कि ओम्स लॉ में कहा गया है तो फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी भी कांस्टेंट है ठीक है इलेक्ट्रॉन का चार्ज हमेशा कांस्टेंट है टेंपरेचर नहीं बदल रहा है तो लेंथ और एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन दोनों कांस्टेंट है ठीक टेंपरेचर नहीं बदल रहा है तो फिर रिलैक्सेशन टाइम भी कांस्टेंट रहेगा ठीक है आप समझिए इस बात को तो इसका मतलब है फॉर कांस्टेंट टेंपरेचर ये सारी चीजें क्या है कांस्टेंट है और इस कांस्टेंट को जगह पे हमने क्या लिख दिया r और ये कैपिट r क्या है रेजिस्टेंस है तो रेजिस्टेंस का हमें फॉर्मूला मिल गया रेजिस्टेंस क्या मिल गया फॉर्मूला तो अगर मैं यहां पे अगर ये प्रोपोर्शनल टी साइन हटा देता तो यहां पे आ जाता मतलब कांस्टेंट हटा देता तो आ जाता i ठीक है तो ये क्या हो गया दिस प्रूव्स ओम्स लॉ दिस प्रूव्स दिस प्रूव्स ओम्स लॉ और ये क्या है भाई ओम्स लॉ का प्रूव हो गया ठीक है यह कम पूछा जाता है सीबीएससी में और बाकी बोर्ड्स में भी यह जो फॉर्मूला जो आप देख रहे हो यह क्या है रेजिस्टेंस और यह है फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी यह फॉर्मूला बहुत पूछा जाता है ठीक है अब आप यहां पर देखो कि अगर मैं रेजिस्टेंस को रेजिस्टेंस की जगह पे क्या लिखता हूं रो l / a क्या लिखता हूं रो l / a तो यहां पे देखना ml8 टा बच रहा है ठीक है तो आप यहां पर यह देखिए कि l से तो l कटेगा a से a कटेगा तो रेजिस्टेंस रेजिस्टिविटीज क्या बन गई m अपन n स्क्वा n स्क्वा टाव तो रेजिस्टिविटीज ये कैसे हैं इवर्स है कैसे हैं इवर्स हैं ठीक है आप यहां पर ये देखो एक्चुअल में क्या होता है कि अगर मैं टेंपरेचर बढ़ाता हूं तो फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी यानी कि n की वैल्यू बढ़ जाती है क्या बढ़ जाती है n की वैल्यू बढ़ गई n की वैल्यू में हालांकि बहुत ज्यादा चेंज नहीं आता क्योंकि मेटल के पास तो काफी सारे फ्री इलेक्ट्रॉन ऑलरेडी बहुत ज्यादा होती है मेटल्स के लिए फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी तो इनमें बहुत फर्क नहीं पड़ता ठीक है रिलैक्सेशन टाइम भी थोड़ा सा जो है डिक्रीज तो आप ये देखें यहां पर तो होता क्या है कि यहां पर बहुत फर्क नहीं पड़ता क्योंकि फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी बढ़ जाती है और रिलैक्सेशन टाइम घट जाता है ठीक है तो ओवरऑल बहुत ज्यादा इफेक्ट नहीं पड़ता लेकिन आप ये देखें कि रेजिस्टिविटीज है ओवरऑल बढ़ जाती है क्यों बढ़ जाती है क्योंकि देखो फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी जो है फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी आप ये समझे कि टेंपरेचर आपने बढ़ाया फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी बढ़ गई हां लेकिन इसकी वैल्यू में कोई बहुत ज्यादा चेंज नहीं आता नेगलिजिबल चेंज आता है क्योंकि फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी ऑलरेडी बहुत ज्यादा है मेटल्स के लिए 10 टू द पावर 28 वीडियो को स्टार्टिंग में पढ़ा 10 टू पावर 28 फ्री इलेक्ट्रॉन पर मीटर क्यूब तो अगर 1 लाख इलेक्ट्रॉन बढ़ भी गए तो क्या फर्क पड़ रहा है कोई फर्क नहीं पड़ रहा 100 200 इलेक्ट्रॉन अगर बढ़ गए तो ठीक है टेंपरेचर बढ़ाने से तो ए की वैल्यू में जो चेंज है वो नेगलिजिबल है लेकिन टेंपरेचर बढ़ाने से जो रिलैक्सेशन टाइम है यह घट जाता है है ना जल्दी जल्दी टकराते हैं रिलैक्सेशन टाइम घट गया यानी नोमर छोटा हो गया नोमर छोटा हो गया तो आप ये देखेंगे कि जो ओवरऑल आंसर है वो बड़ा हो जाएगा यानी रेजिस्टविटी बढ़ जाएगी ठीक है तो यहां पर आप इसको याद रखेंगे तो रिलेशन यह हो गया रिलेशन इसका और इसका ये हो गया ये रिलेशन किसका है रेजिस्टेंस वर्सेस आपका रिलैक्सेशन टाइम या फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी और ये रेजिस्टिविटीज हो गया ठीक है इसको याद रखेंगे इस पर बेस्ड क्वेश्चन बन जाते हैं क्लियर कैसे बनेंगे क्वेश्चन वो आपको आगे बताया जाएगा ठीक है लेकिन आगे आप पढ़ने वाले हैं इफेक्ट ऑफ टेंपरेचर ऑन रेजिस्टेंस ठीक है रेजिस्टेंस का फार्मूला देखिए जरा m ए ए स् एटाओ तो मैंने अभी आपको क्या बताया कि ये जो n की वैल्यू है य ऑलरेडी बहुत ज्यादा है तो इसमें कोई खास चेंज नहीं आता है इसको हम ध्यान नहीं देते लेकिन टेंपरेचर बढ़ाने से रिलैक्सेशन टाइम घटता है तो ओवरऑल रेजिस्टेंस बढ़ जाती है ये बात आपको समझ में आई ध्यान रखेंगे इसमें अब देखो ये जो पूरी सीरीज है इसको आप समझिए टेंपरेचर बढ़ाते हैं कभी भी अपन कभी भी टेंपरेचर बढ़ाएंगे तो थर्मल एनर्जी बढ़ेगी इलेक्ट्रॉन की थर्मल एनर्जी बढ़ेगी तो उनकी काइनेटिक एनर्जी बढ़ेगी जल्दी-जल्दी जल्दी जल्दी टकराएंगे जल्दी-जल्दी टकरा रहे हैं देख रहे हो देखो समझो टेंपरेचर बढ़ा थर्मल एनर्जी बढ़ी थर्मल एनर्जी बढ़ी तो दौड़ लगा रहे हैं खूब काइनेटिक एनर्जी बढ़ गई काइनेटिक एनर्जी बढ़ गई तो कोलिजन बढ़ गया जल्दी-जल्दी टकरा रहे हैं जल्दी टकरा रहे हैं तो रिलैक्सेशन टाइम घट गया रिलैक्सेशन टाइम घट गया तो रेजिस्टेंस और रेजिस्टिविटीज में आया रे बाबा आपको समझा देखो आसान भाषा में समझ लो कि टेंपरेचर बढ़ेगा तो एनर्जी बढ़ेगी एनर्जी बढ़ेगी तो कोलिजन बढ़ेगा यानी टकराना बढ़ेगा और टकराना बढ़ गया तो समझ लो कि रुकावट बढ़ गई बस ये बात हो गई जितने ज्यादा इलेक्ट्रॉन टकराएंगे उतनी ज्यादा करंट के रास्ते में रुकावट आने वाली है ये चीज आप समझ गए होगे ठीक है कॉपर की फ्री इलेक्ट्रॉन ड 10 पावर 28 29 अप्रॉक्स आपको अलग-अलग जगह पे अलग-अलग मिल जाएगी ठीक है पर मीटर क्यूब अब ग्राफ यहां पे समझिए कई सारे ग्राफ जो है आपको बिल्कुल एकदम दिमाग में छपे होना चाहिए ग्राफ देखो टेंपरेचर बढ़ाने से टेंपरेचर बढ़ाने से जो रेजिस्टेंस है या रेजिस्टिविटीज है किसकी मेटल की और किस प्रकार से बढ़ती है यह काफी फास्ट बढ़ती है तो काफी फास्ट बढ़ती है तो हम इस प्रकार के ग्राफ से बताते हैं कि पहले थोड़ी-थोड़ी बढ़ रही थी और अब ज्यादा बढ़ गई ठीक है अब देखिए आगे देखो आप समझिए एलॉय के लिए भाई एलॉय के एग्जांपल जैसे कांस्टेंटिन हो गया मैंगनजोन हो गए मतलब मिक्सचर ऑफ मेटल एंड नॉनमेटल या मेटल एंड मेटल ठीक है अब एलॉय में क्या होता है एलॉय की रेजिस्टिविटीज बहुत भा भारी होती है है ना मेटल की रेजिस्टिविटीज नहीं होती मेटल के पास फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी ज्यादा होती है ठीक है अलोय की रेजिस्टेंस यानी कि रेजिस्टिविटीज है एलॉय की रेजिस्टिविटीज है तो टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टिविटीज [प्रशंसा] थोड़ी-थोड़ी सी बढ़ती है ठीक है याद क्योंकि उसकी ऑलरेडी बहुत ज्यादा रेजिस्टिविटीज समझो कैसे बनाया है हमने कहा यहां रेजिस्टिविटीज दी यहां टेंपरेचर तो मैंने कहा कि अलॉयू ऑलरेडी बहुत ज्यादा है जीरो नहीं है ऑलरेडी बहुत ज्यादा है ठीक है तो टेंपरेचर बढ़ा रहे हो तो आप ये देख रहे हो धीरे-धीरे धीरे लाइन ऊपर जा रही है है ना स्लोप इसका काफी छोटा है तो रेजिस्टेंस ऑलरेडी बहुत ज्यादा है इसलिए हमने इसको बीच से दिखाया लेकिन टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टिविटीज बढ़ रही है तो ये जो ग्राफ आप देख रहे हो उस प्रकार का बनेगा जल्द जल्दी बढ़ती तो ऐसा बन जाता ठीक है चलिए तो आपने क्या देखा इफेक्ट ऑफ टेंपरेचर ऑन रेजिस्टिविटीज लॉय इज वेरी लो मतलब टेंपरेचर का जो असर है रेजिस्टविटी एलॉय की रेजिस्टिविटीज जो एलॉय है ये ऑलरेडी बहुत ज्यादा रेजिस्टिविटीज मेंटल जो है वायर के तौर पे यूज करते हैं स्टैंडर्ड वायर जैसे कि पोटेंशियोमीटर मीटर ब्रिज जब हम एक्सपेरिमेंट करने होते है लंबे समय के लिए तो ज्यादा टाइम तक अगर करंट फ्लो होगा तो टेंपरेचर बढ़ेगा टेंपरेचर बढ़ेगा तो आप जानेंगे कि भाई रेजिस्टिविटीज से बने हुए वायर का इस्तेमाल करते हैं एक्सपेरिमेंट परपस के लिए ताकि लंबे समय तक करंट फ्लो होने से अगर टेंपरेचर बढ़ भी रहा है तो रेजिस्टिविटीज नहीं आए अदर वाइज स्टार्टिंग की रीडिंग में तो करंट कम आएगा करंट ज्यादा आएगा बाद में करंट घट जाएगा क्योंकि रेजिस्टिविटीज जाएगी ना तो इसलिए हम एलॉय को ही प्रेफर करते हैं ताकि रेजिस्टिविटीज लो चेंज वाली रहे इसलिए जो है अपना जो रिजल्ट है वो बार-बार सेम आए ठीक तो ग्राफ मैंने बता दिया अच्छा सेमीकंडक्टर के बारे में याद रखो सेमीकंडक्टर जैसा इसका नाम बता रहा है आधा कंडक्टर आधा इंसुलेटर तो सेमीकंडक्टर ऐसे मटेरियल होते हैं जिनके अंदर मैंने फर्स्ट चैप्टर में भी बताया था सेकंड में भी बताया था जिनके अंदर स्टार्टिंग में फ्री इलेक्ट्रॉन देखो करंट बनाने के लिए कौन जिम्मेदार ध्यान से ध्यान सुनो करंट बनाने के लिए कौन जिम्मेदार फ्री इलेक्ट्रॉन करंट तो वही फ्लो कराते हैं ना तो कंडक्टर के पास फ्री इलेक्ट्रॉन होते हैं इंसुलेटर के पास फ्री इलेक्ट्रॉन नहीं होते लेकिन सेमीकंडक्टर में डबल रोल है सेमीकंडक्टर में ऐसा है कि लो टेंपरेचर पे उनके पास फ्री इलेक्ट्रॉन नहीं होते वो इंसुलेटर की तरह एक्ट करते हैं हाई टेंपरेचर जब टेंपरेचर बढ़ा देते हैं तो टेंपरेचर बढ़ाने से इलेक्ट्रॉन फ्री हो गया तो टेंपरेचर बढ़ाने से टेंपरेचर बढ़ाने से यानी कि अगर आपने रूम टेंपरेचर भी कर दिया तो बहुत हो गया इलेक्ट्रॉन के लिए टेंपरेचर बढ़ाने से सेमीकंडक्टर के अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन जनरेट हो जाते हैं और वो कंडक्टर की तरह एक्ट करने लगता है तो इसका मतलब है कि अगर हम बात करें कि टेंपरेचर बढ़ाएंगे तो फ्री इलेक्ट्रॉन बढ़ जाएंगे यानी क्रिएट हो जाएंगे तो करंट फ्लो होने लगेगा यानी कि रेजिस्टेंस या रेजिस्टिविटीज जाएगी तो टेंपरेचर में क्या है टेंपरेचर में रेजिस्टिविटीज सेंस कैसे इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है और इन्वर्सली प्रोपोर्शनल ग्राफ कुछ इस प्रकार का बनता है ये कैसा ग्राफ है ये इन्वर्सली प्रोपोर्शनल ग्राफ है ठीक है इसको आप याद रखेंगे हर एक ग्राफ जो बताया जा रहा है इंपॉर्टेंट नहीं है मोस्ट इंपॉर्टेंट है हर एक ग्राफ इसलिए इस इसको ध्यान रखना है आपको बढ़िया तरीके से ठीक है आगे बात आती है इफेक्ट ऑफ टेंपरेचर ऑन इलेक्ट्रोलाइट भाई इलेक्ट्रोलाइट में भी तो करंट फ्लो होता है जैसे कि बैटरी के अंदर तो बैटरी के अंदर भी क्या है देखो जरा ये देखो पूरी सीरीज लिख के रखी है आपको कुछ दिमाग नहीं लगाना जब आप टेंपरेचर बढ़ाते हैं तो इलेक्ट्रोलाइट पतला हो जाता है टेंपरेचर बढ़ने से कोई भी लिक्विड पतला होता है समझना अब टेंपरेचर बढ़ा इलेक्ट्रोलाइट यानी कि जो केमिकल सॉल्यूशन है इलेक्ट्रोलाइट किसको बोलते हैं वो केमिकल सॉल्यूशन जो इलेक्ट्रिसिटी जनरेट कर सकता है है ना तो जैसे बैटरी एसिड बैटरी में जो एसिड डाला जाता है वो क्या है घर की बैटरी में भी वो क्या है इलेक्ट्रोलाइट है है ना तो जब टेंपरेचर बढ़ता है तो इलेक्ट्रोलाइट पतला होता है पतला होता है पतला होता है इसका मतलब उसके जो मॉलिक्यूल हैं आयस हैं वो दूर-दूर हो रहे हैं दूर-दूर हो रहे हैं तो उनमें कोलिजन क्या होगा कम होगा कोलिजन कम तो रेजिस्टेंस भी कम हो जाएगी तो टेंपरेचर बढ़ाया इंटरमॉलिक्युलर डिस्टेंस यानी कि बढ़ गई दूर दूर हो गए तो कोलिजन घट गया तो कोलिजन घट गया यानी कि रुकावट यानी रेजिस्टिविटीज गई ठीक है तो यहां पर भी आपने क्या देखा रेजिस्टेंस टेंपरेचर के या टेंपरेचर के कैसे हैं इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है और इन्वर्सली प्रोपोर्शनल ग्राफ कुछ इस प्रकार से होता है उम्मीद करूंगा यहां पर आपको ये समझ में आया होगा आगे बढ़ जाते हैं नेक्स्ट हमें पढ़ना है थर्मल को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस अभी थर्मल को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस क्या होता है इसको एक बार समझेंगे आप देखो क्या होता है कि हमने अभी तक पढ़ा कि टेंपरेचर आप जब-जब बढ़ाओ ग तब तब रेजिस्टेंस बदलेगी ये अगर मेटल है तो रेजिस्टेंस बढ़ेगी और अगर अ इलेक्ट्रोलाइट या फिर सेमीकंडक्टर हो तो टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टेंस घटेगी मतलब ओवरऑल हम यह कह सकते हैं कि टेंपरेचर बदलने से रेजिस्टेंस भी बदलती है तो अल्फा जिसको हम थर्मल को एफिशिएंट ऑफ़ रेजिस्टेंस कहते हैं यह हमें बताता है कि भाई कितना टेंपरेचर बदलने से कितनी रेजिस्टेंस में चेंज आएगा ठीक है ओरिजिनल रेजिस्टेंस की कंपैरिजन में ठीक है तो इसको हमने क्या बोला चेंज इन रेजिस्टेंस अल्फा क्या है रेशो ऑफ़ चेंज इन रेजिस्टेंस विद चेंज इन टेंपरेचर इन कंपेरिजन टू द ओरिजिनल रेजिस्टेंस जैसे मान के चलो कि मैं ऐसे बोल रहा हूं कि भाई ओरिजिनल रेजिस्टेंस थी r1 तो रेजिस्टेंस में कितना चेंज हुआ r2 - r1 क्योंकि टेंपरेचर बदलेगा तो रेजिस्टेंस कुछ और हो जाएगी r2 - r1 और टेंपरेचर में जो चेंज है उसको हमने क्या बोला t2 - t1 ध्यान से समझना अगर मैं ऐसे बोल रहा हूं इफ यदि मैं ऐसे बोल रहा हूं कि r1 इइ टू r न ठीक है r1 को मैंने क्या बोला r न r न का मतलब हो गया रेजिस्टेंस एट 0 डिग्री सेल्सियस ठीक है अगर 0 डिग्री सेल्सियस पे हम मेजरमेंट कर रहे हैं कैलकुलेशन तो हम कैसे लिखेंगे तो r2 माइनस ठीक है और r2 की जगह मैं क्या लिख दे रहा हूं r2 की जगह लिख दे रहा हूं r ठीक है तो अल्फा इ r2 - r1 तो r - आन अपॉन आन आन क्या है ओरिजिनल रेजिस्टेंस अगर मैं 0 डिग्री सेल्सियस की बात कर रहा हूं तो r0 हो जाएगा रेजिस्टेंस एट 0 डिग्री सेल्सियस और t2 - t1 की अगर मैं बात कर रहा हूं अगर टेंपरेचर 0 डिग्री सेल्सियस है t1 पे तो फिर क्या हो जाएगा इसको मैं सिंपल क्या लिख दूंगा t तो यहां पर देखिए जरा फार्मूला क्या बन जाएगा अच्छा और मान के चलो कि यह 0 डिग्री सेल्सियस वाला केस है ठीक है तो यहां पे बन जाएगा फार्मूला अल्फा r न t = r - r न तो यहां यहां से अगर मैं वैल्यू निकालू r की तो ये आ जाएगी r नॉ 1 प् अल्फा t ठीक है यहां पर हम किसके लिए ले रहे हैं फॉर 0 डिग्री सेल्सियस फॉर t1 = 0 डिग्री सेल्सियस ठीक है और r0 क्या है रेजिस्टेंस एट 0 डिग्री सेल्सियस ठीक है ध्यान देंगे ये फार्मूला आपको यूज करना पड़ेगा जहां-जहां इसकी जरूरत पड़ेगी अच्छा इसी फार्मूले को हम रेजिस्टिविटीज न 1 प् अल्फा * t ये रेजिस्टिविटीज शॉट ले सकते हैं अब इस पर बेस्ड क्वेश्चन किस तरीके से बनते हैं जरा आप इसको समझना कोई दिक्कत नहीं आएगी आपको देखो अच्छा अगर मैं यूनिट की बात करता हूं तो अल्फा की यूनिट क्या होती है देखो अल्फा इज इक्वल टू चेंज इन रेजिस्टेंस अपॉन ओरिजिनल रेजिस्टेंस विद चेंज इन टेंपरेचर है ना तो ऊपर भी रेजिस्टेंस नीचे भी रेजिस्टेंस तो ओम से ओम कट गया ठीक है डेटी क्या है भाई जिसकी यूनिट क्या है केल्विन तो अपॉन में क्या बचा है केल्विन तो जब ये केल्विन ऊपर जाएगा तो बन जाएगा केल्विन इवर्स ठीक है और इसकी यूनिट डिग्री सेल्सियस इवर्स भी आपको देखने को मिलेगी तो इसकी क्या हो गई ये यूनिट हो गई क्या हो गई यूनिट हो गई ध्यान रखेंगे चलिए आगे बढ़ जाएंगे अब देखो नेक्स्ट हमें क्या दिया जा रहा है इक्वेशन किस तरीके से इस पर से क्वेश्चन बनते हैं ध्यान से समझेंगे सभी बच्चे देखो व्हाट विल बी द रेजिस्टेंस क्या कहा जा रहा है व्हाट विल बी द रेजिस्टेंस ऑफ कंडक्टर एट 100 डिग्री सेल्सियस मतलब कह रहा है कि 100 डिग्री सेल्सियस पर रेजिस्टेंस क्या होगी व्हेन रेजिस्टेंस एट 0 डिग्री सेल्सियस इज 10 ओम मतलब आपसे कहा जा रहा है कि जब टेंपरेचर जो t1 है ये 0 डिग्री सेल्सियस था तो रेजिस्टेंस जो कि r न जिसको हम बोलेंगे 0 डिग्री सेल्सियस प रेजिस्टेंस कितनी थी 10 ओम ठीक है तो कह रहा है कि भाई कितने टेंपरेचर पे या फिर 100 डिग डिग्री सेल्सियस पे 100 डिग्री सेल्सियस पे रेजिस्टेंस क्या होगी ये आपको निकालना है क्या कह रहा है आपसे कह रहा है कि 0 डिग्री सेल्सियस पर रेजिस्टेंस 10 ओम है तो 100 डिग्री सेल्सियस पे रेजिस्टेंस कितनी होगी ये आपको निकालना है तो जल्दी से इसको फाइंड कर दें r = r न 1 प् अल्फा t ठीक है वैसे डेटी अपन लेते हैं लेकिन ये 0 डिग्री सेल्सियस के लिए है ना इसलिए अपन ने यहां पे तो आप यहां पे t की वैल्यू मतलब अल्फा की वैल्यू आप ले सकते हैं 0.0045 डिग्री सेल्सियस इवर्स ये अल्फा की वैल्यू हो गई ठीक है चलिए तो r = मुझे निकालना है r0 की वैल्यू क्या दी है भाई 10 ओम 1+ अल्फा की वैल्यू 0.0045 ठीक है t जो हमें दिया है ये दिया है 100 डिग्री सेल्सियस तो r = ट मतलब आप इसको t2 बोल सकते हो t2 - t1 बोल सकते हो अच्छा आप चाहो अगर कंफ्यूजन हो रही है तो आप इसको अल्फा डेल t ले लो क्या ले लो डेटी है ना डेल t ले लोगे तो दिक्कत नहीं आएगी r = r0 r0 की वैल्यू क्या है बोला 10 ओम ठीक है चलिए तो 10 लिख देता हूं सिंपल 1 प् अल्फा अल्फा की वैल्यू 0.045 डेल t डे t मतलब t2 - t1 तो t2 है 100 t1 है 0 तो कितना हो जाएगा भाई 100 का इसमें इंटू हो गया बस r = 10 1 प् ये हो जाएगा 0.45 इस से इंटू करने के बाद तो r = 10 * 1.45 ठीक है तो r = 14.5 ओम मतलब आप ये देख लो कि अगर 0 डिग्री सेल्सियस पे रेजिस्टेंस 10 ओम है तो आप 0 से 100 डिी सेल्सियस ले गए तो 4.2 ओम रेजिस्टेंस बढ़ गई मतलब यहां पे हमने आंसर जो निकाल दिया वो हमारा हो गया 14.5 ओम क्लियर है ये फार्मूला हो गया ठीक है इसके बाद अब आप चाहो चाहो अगर आपको आगे कंफ्यूजन ना हो ठीक है तो मैं इस फार्मूले में भी डेटी का इस्तेमाल कर देता हूं ताकि आपको कोई दिक्कत यहां पर ना हो ठीक है चलिए आगे हम बढ़ेंगे नेक्स्ट क्वेश्चन देखते हैं जरा नेक्स्ट क्वेश्चन क्या दिया जा रहा है इसको भी समझेंगे द रेजिस्टेंस यह थोड़ा अलग आपको इसको अलग तरीके से सॉल्व करना पड़ेगा द रेजिस्टेंस ऑफ टंगस्टन फिलामेंट एट 150 डिग्री सेल्सियस इज 133 ओम मतलब ऐसा कह दिया कि रेजिस्टेंसस कितने टेंपरेचर पे जब टेंपरेचर 150 डिग्री से था तो रेजिस्टेंस कितनी थी 133 ओम हमने लिख लिया ठीक है आगे व्हाट विल बी द रेजिस्टेंस व्हाट विल बी द रेजिस्टेंस आपको नई रेजिस्टेंस निकालनी है व्हाट विल बी द रेजिस्टेंस व्हेन टेंपरेचर इज 500 डिग्री सेल्सियस यानी कि 500 डिग्री सेल्सियस ज रेजिस्टेंस है तो आपको यहां पर म सॉरी 500 डिग्री सेल्सियस ज टेंपरेचर है तो आपको रेजिस्टेंस निकालनी है अब आप सिंपल ये फार्मूला अगर लगाएंगे r = r0 1 + अा डे t तो भाई यहां पे काम नहीं चलेगा क्योंकि r0 की वैल्यू आपको नहीं पता तो हम क्या करेंगे कि दोनों के लिए इसके लिए और इसके लिए इसी फॉर्मूले से इक्वेशंस बनाएंगे कंपैरिजन करेंगे डिवाइड करेंगे आपका आंसर आ जाया करेगा ठीक है जरा देखते हैं जरा चेक करते हैं तो देखिए जरा यहां पे फॉर्मूला लगाऊं ठीक है तो इन फर्स्ट केस इन केस वन केस वन में देखो जरा तो r1 इ इ r0 मतलब रेजिस्टेंस 0 डिग्री सेल्सियस 1 + अल्फा डेटी ठीक है देखिए जरा तो r1 की वैल्यू कितनी है यह मुझे पता है 133 r0 की वैल्यू नहीं पता 1 प् अल्फा की वैल्यू क्या गिवन है 0.00 0.00 45 और डेटी डेटी की अगर हम बात कर रहे हैं तो 150 आ जाएगा ये 150 ठीक है और ये r0 लिखा है तो t1 कितना होगा रो होगा ठीक है तो r 133 = r0 1 प् यहां पर थोड़ा सा हम जरूरत पड़ेगी हमें कैलकुलेटर की ताकि हमारी कैलकुलेशन थोड़ी सी फास्ट हो जाए ठीक है तो 150 में हम इंटू करेंगे 0 प 0045 का तो ये आ गया 0.67 0675 ठीक है तो 133 = आन 1.67 5 ये आ गया ठीक है ये वैल्यू आ गई अब मैं चाहूं तो यहां से r0 की वैल्यू भी निकाल सकता हूं या क कंपेयर कर लेंगे अपन एक ही बात है ठीक r0 की वैल्यू आ गई अब क्या करेंगे इन केस टू इन केस टू केस टू की अगर मैं बात कर रहा हूं देखना जरा सेकंड वाली इक्वेशन केलिए लगाऊंगा r2 = r0 1 + अफ डे t 1 + अफ डेल t ठीक है तो r2 कितना है ये मुझे निकालना है r0 कितना है r0 r0 ये मुझे पता नहीं है क्योंकि 0 डिग्री सेल्सियस वाली रेजिस्टेंस नहीं दी ना ठीक है तो 1 प् अल्फा की जगह 0.0 045 लेना है डे t डे t देखना जरा कितना है t2 - t0 तो t2 - t1 अगर और r0 वाले केस में t1 कितना है रो तो आप सिंपल जब भी r0 ले रहे हैं तो पहला टेंपरेचर रो ही लेंगे तो ये कितना है भाई 500 तो सिंपल 500 आ जाएगा ठीक है तो देखो सिंपल सी बात है यहां पर मैं क्या करूंगा 500 * 0.0045 कितना हो गया भाई 2.25 तो r2 = r0 1 + 2 25 तो ये बन गया r2 = r0 3.25 ठीक है आप इसको सॉल्व करें आंसर आ जाएगा ये कौन सी इक्वेशन लेट्स से दिस इज योर इक्वेशन नंबर फर्स्ट एंड दिस इज योर इक्वेशन नंबर सेकंड डिवाइड कर दो डिवाइड कर दो तो आंसर निकल आगा डिवाइड इक्वेशन 1 बा 2 देखिए तो फर्स्ट इक्वेशन में क्या लिखा है 133 ठीक सेकंड में क्या लिखा है r2 यहां क्या लिखा है r न 1.67 अगर ट को वन से डिवाइड करूंगा तो ज्यादा ठीक रहेगा है ना जल्दी से आ जाएगा देखिए जरा डिवाइड इक्वेशन 2 बाव ठीक है तो ट क्या है r2 अपन r1 की वैल्यू 133 आन 3.25 अपन आन 1.67 ठीक है तो बस देखिए जरा r न से r न कैंसिल हो जाएगा ठीक तो यहां पर क्या बचेगा आ न मतलब आ आ2 लिखा है r2 आ2 इक्व टू 133 इन 3.25 अपन 1.65 ठीक है तो 3.25 अप 1.67 इनटू कर देता हूं 13 से 28.0 5 मतलब r2 की जो वैल्यू आ गई दैट इज 28.05.19 डिग्री सेल्सियस एंड करंट इज 10 ओम 10 एंपियर देखो क्या कहा जा रहा है आपसे कहा जा रहा है कि पहला वाला टेंपरेचर आपको दे दिया लेट्स से आपको दे दिया कि भाई सॉल्व ठीक है आपको दे दिया कि टेंपरेचर जब t1 था t1 कितना था 15 डिग्री सेल्सियस ठीक तो समझो कि रेजिस्टेंस कितनी थी तो रेजिस्टेंस कितनी थी चलो इसको r1 नाम दे देता हूं तो अब रेजिस्टेंस डायरेक्ट नहीं दी उसने v और i दे दिया तो v कितना है v / i क्या होता है रेजिस्टेंस 200 / 10 तो ये आ गया 20 ओम मतलब जब टेंपरेचर t1 था तो रेजिस्टेंसस कितनी थी r1 t1 की वैल्यू 15 डिग्री सेल्सियस थी तो रेजिस्टेंस की वैल्यू कितनी थी 20 ओम ठीक है जब टेंपरेचर t2 हुआ अब कह रहा है व्हाट विल बी द मीन टेंपरेचर ऑफ कॉइल व्हेन करंट जज फॉलन टू 5 एंपियर बोला जब करंट 5 एंपियर हो गया जब करंट 5 एंपियर हो गया तो बताओ जरा रेजिस्टेंस कितनी हो जाएगी जल्दी बताओ मुझे 200 अप वोल्टेज अपॉन करंट कितनी हो जाएगी भाई 5 एंपियर यानी कि य आंसर आ जाएगा 40 ओम ठीक है तो टेंपरेचर आपको यह वाला निकालना है तो आपको यहां पर क्या कंडीशन दी हुई है आपको t1 और r1 की वैल्यू दी है और t2 की वैल्यू निकालनी r2 की वैल्यू आपको दी है अब यह आपको सॉल्व करना है इसका आंसर आपको कमेंट सेक्शन में बताना है अल्फा की वैल्यू यहां पर इतनी दी हुई है 1/24 डिग्री सेल्सियस इन व ठीक है तो आप यहां पे जल्दी से फार्मूला लगा सकते हैं r2 = r0 1+ अल्फ डेटी ठीक है अपॉन r1 डायरेक्टली डिवाइड कर सकते हो अप r1 = r0 1+ अल्फा डेल t आप ऐसे सॉल्व कर सकते हो आपका आंसर आ जाएगा दिक्कत नहीं है r2 की वैल्यू 40 है r1 की वैल्यू 20 है ठीक है तो अपन इसको यहां पे सॉल्व करेंगे इज इक्वल टू r0 से r0 कैंसिल हो जाएगा 1 प् अल्फा की वैल्यू दी हुई है मुझे 1/24 कितने टेंपरेचर पे 0 डिग्री सेल्सियस पे तो यहां पे देखो r2 है ना ऊपर तो 40 r2 की वैल्यू तो सॉरी ये ऊपर क्या है r2 वाली सेकंड वाली जो वैल्यूज है ना तो यहां पे क्या आएगा t2 तो मुझे पता नहीं है तो यहां पे मैंने t2 लिखा छोड़ दिया अपॉन r1 की वैल्यूज 1 प् अल्फा की जगह 1/24 और डेल t की जगह जो t1 की वैल्यू 15 और 0 डिग्री सेल्सियस से कंपेयर कर रहे हो आप तो यह हो जाएगा 15 ठीक है अब देखिए जरा तो यहां पे इसको सॉल्व करेंगे तो 2 बचेगा और यहां पे कितना हो जाएगा एक बार इसको चेक कर लेते हैं तो 234 + t2 अप t2 अपॉन 234 यह ऊपर वाले का एलसीएम सॉल्व करने पे और नीचे वाले का एलसीएम सॉल्व करने पर 249 कैसे कैसे सर 234 + 15 / 230 ठीक है इसको सॉल्व करने पर ऐसे आएगा तो 2 = 234 प् t2 अप 234 यह पलट जाएगा 234 अप 249 ठीक है तो 2 = 234 सेय कैंसिल हो जाएगा 234 प् t2 अप 249 ये हो जाएगा मेरे पास 500 498 = 234 प् t2 तो 498 - 234 = t2 t2 = 2064 64 ठीक है 264 डिग्री सेल्सियस इस प्रकार से आप इसको सॉल्व कर सकते हैं तो ऐसे क्वेश्चंस आप कर लेंगे थोड़ी सी प्रैक्टिस और कर लेना काम आपका हो जाएगा ठीक है अभी के लिए मतलब आज इस टॉपिक के लिए इतना ही अभी अपन आगे बढ़ेंगे और नेक्स्ट टॉपिक पढ़ेंगे देखिए अभी नेक्स्ट पढ़ेंगे इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स अब आप इसको समझना बहुत शानदार सा कांसेप्ट है आपके डेली लाइफ में यूज़ होता है इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स जिसको हम शॉर्ट में ईएमएफ भी बोलते हैं ये इसमें जो फोर्स जो शब्द जुड़ा हुआ है यह बस एक कंफ्यूजन है जो बहुत सालों पहले हुई थी जब बैटरी की अ के बारे में स्टडी करी जा रही तो लगता था कि बैटरी क्या करती है कोई फर्स लगाती है तब जाकर एक करंट बनाती है ठीक है तो बैटरी कोई फोर्स नहीं लगाती ठीक है और ना ही बैटरी करंट का सोर्स है बैटरी ना ही फोर्स लगाती है और ना ही करंट का सोर्स है तो सर बैटरी करती क्या है तो आप समझिए कि एक्चुअल में क्या होता है जैसे मान के चलो मेरे पास यह कंडक्टर है है ना और आप समझते हैं कि भाई कंडक्टर में अगर मैं पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड कराऊंगा तब जाकर ये करंट फ्लो होगा ठीक है तो मान के चलो इसके पास तीन पॉजिटिव चार्ज मैंने यहां दे दिए तीन नेगेटिव चार्ज यहां दे दिए तो यह तीनों इलेक्ट्रॉन कहां जाएंगे बोला इस साइड भाग जाएंगे और जाक के इससे चिपक जाएंगे तो अब यह तीनों इलेक्ट्रॉन जब इससे जाकर के चिपक गए हमने क्लास के स्टार्टिंग में आपको बताया था तो यह जो करंट तो बनेगा क्योंकि इलेक्ट्रॉन एक फिक्स डायरेक्शन में भागे लेकिन ये करंट कैसा होगा इंस्टंटे नियस करंट होगा बहुत छोटे से टाइम के लिए ये करंट होगा है ना क्यों क्योंकि एक टाइम के बाद ये जो है चार्जेस न्यूट्रलाइज हो जाएंगे अब इसके अंदर कोई करंट फ्लो नहीं होगा तो अगर हम चाहते हैं कि करंट लगातार फ्लो होता रहे तो बैटरी तो इस कंडक्टर का ये वाला एंड हमेशा पॉजिटिव बना रहे और इसका जो एंड है वो हमेशा नेगेटिव बना रहे तब जाकर के लगातार करंट हमेशा फ्लो होता रहता है तो ऐसा करने के लिए हम एक बैटरी कनेक्ट करते हैं बैटरी का ये पॉजिटिव टर्मिनल और ये बैटरी का ने नेगेटिव टर्मिनल अब मेन काम की बात सुनिए अग कि बैटरी क्या करती है बैटरी का एक पॉजिटिव टर्मिनल यहां से इलेक्ट्रॉन निकालती है तो ये पॉजिटिव बन जाता है एंड और इस इलेक्ट्रॉन को इस इलेक्ट्रॉन को यहां पर इलेक्ट्रॉन को इलेक्ट्रॉन को यहां पर इंसर्ट करा देती है तो ये बन गया नेगेटिव यहां से एक और इलेक्ट्रॉन निकाल के यहां घुमा दिया ये बन गया नेगेटिव ये बन गया पॉजिटिव क्योंकि यहां से एक इलेक्ट्रॉन निकाला और ये बन गया नेगेटिव तो इस प्रकार से बैटरी क्या कर रही है इस प्रकार से अब ये इलेक्ट्रॉन जाएगा घूम घाम के यहां घूम घाम के यहां यही इलेक्ट्रॉन क्या होता रहेगा सर्कुलेट होता रहेगा इसका मतलब क्या किया बैटरी ने तो कुछ किया ही नहीं बैटरी ने तो इस एंड से इलेक्ट्रॉन निकाला और यहां पे भेजा बैटरी ने यहां से इलेक्ट्रॉन निकाला यहां भेजा तो बैटरी ने खुद का करंट दिया क्या नहीं बैटरी ने खुद का करंट नहीं दिया बैटरी ने इसी के चार्जेस को इसी के इलेक्ट्रॉन को एनर्जी देकर के सर्कुलेट कराया कौन सी एनर्जी सर बैटरी के अंदर केमिकल एनर्जी बन रही थी उसी केमिकल एनर्जी को देन इलेक्ट्रिकल एनर्जी के फॉर्म में कन्वर्ट कर दिया गया तो बैटरी बैटरी क्या कर रही है इलेक्ट्रिकल एनर्जी प्रोवाइड करा रही है तो बैटरी इज नॉट द सोर्स ऑफ करंट का सोर्स नहीं ऑप्शन में आता है बच्चे गलत कर देते हैं बैटरी इज द सोर्स ऑफ चार्ज बिल्कुल नहीं बैटरी इज द सोर्स ऑफ इलेक्ट्रिकल एनर्जी ठीक है याद रखिए तो इसका मतलब है कि ये करंट लगातार बनता रह रहा है तो इसमें क्या हो रहा है इसमें यही इलेक्ट्रॉन हैं जो पूरा चक्कर बार-बार लगा रहे हैं और इन इन्हीं चार्जेस को इन्हीं इलेक्ट्रॉन को एक कंप्लीट साइकिल पूरा करने में जो एनर्जी की रिक्वायरमेंट होती है उसको हम बोलते हैं इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स और या फिर ईएमएफ ऑफ सेल ठीक है द एनर्जी रिक्वायर्ड बाय चार्ज टू कंप्लीट इट्स साइकिल इज कॉल्ड इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स और इसी को हम बोलते हैं ईएमएफ पहले ही लगता था कि बैटरी फोर्स प्रोवाइड कराती है फर्स लगाती है लेकिन अब तो ऐसा नहीं है अब तो हमें पता पड़ गया कि भाई बैटरी इलेक्ट्रिकल एनर्जी देती है मतलब बैटरी एनर्जी देती है ठीक है तो बैटरी एनर्जी का सोर्स है फोर्स का सोर्स नहीं है पहले ये बात बात जो है पता नहीं पड़ पाई थी ठीक है तो गलती से नाम रख दिया गया इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स ठीक है तो ये कोई फोर्स नहीं है ठीक अच्छा सर ईएमएफ की ये डेफिनेशन हो गई लेकिन आप हो सकते हैं बुक में कोई और डेफिनेशन नहीं पढ़ेंगे वो भी आपको पढ़ाऊंगा तो बैटरी में ईएमएफ क्या होता है कई बार अपन ने सुना है ना कि जैसे आपको मैं बताता हूं जैसे ये सेल है ठीक है इस सेल में दो टर्मिनल होते हैं ठीक हर किसी सेल में ये देखो ये एक ये जो ढक्कन सा डिब्बी से ऊपर लगी होती है इसको हम प्लस बोलते हैं और पीछे जो फ्लैट वाला एंड होता है उसको हम माइनस बोलते हैं ठीक जब आप कोई सेल खरीदते हैं तो सेल पे आप हमेशा देखेंगे कुछ ना कुछ लिखा होगा जैसे कि 1.2 वोल्ट ठीक लेकिन आप भी देखते हैं 1.2 वोल्ट इसका पोटेंशियल डिफरेंस है तो ये कैसा पोटेंशियल डिफरेंस है ये जो कंपनी कह रही है कि सर ये मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस है क्या है मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस और ये मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस कब बना रहेगा जब तक आप इसमें से कोई चार कोई करंट इसमें से नहीं ले रहे हो ठीक है तो मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस कब इन ओपन सर्किट ओपन सर्किट क किसे बोलते हैं जब इसमें से कोई करंट कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है तो हम इसको बोलते हैं कि भाई जब ये ओपन सर्किट है जैसे ही मान के चलो जैसे ही मान के चलो कि मैंने इसको क्या किया मैंने इसको इस रिमोट में लगा दिया मैंने इसको इस रिमोट में लगा दिया अब क्या होगा रिमोट में लगा दिया या घड़ी में लगा दिया तो आप ये देखेंगे धीरे-धीरे धीरे-धीरे एक एक टाइम ऐसा आएगा कि ये सेल काम करना बंद कर देगा सर क्यों बंद कर देगा क्योंकि जैसे-जैसे हम इसमें से करंट निकाल रहे हैं वैसे-वैसे इसमें से क्या हो रहा है पोटेंशियल डिफरेंस घट रहा है और एक टाइम ऐसा आ जाएगा कि पोटेंशियल डिफरेंस जी0 वोल्ट हो जाएगा सर क्या ये अचानक से 0 वोल्ट हो गया था क्या बिल्कुल नहीं अचानक से 0 वोल्ट नहीं हुआ था बच्चों ये ये 1.2 वोल्ट था फिर धीरे-धीरे जैसे-जैसे अपन इसमें से एनर्जी लेते रहे जैसे-जैसे इसमें करंट का फ्लो होता रहा वैसे-वैसे इसका पोटेंशियल डिफरेंस घटता रहा घटता रहा घटता रहा घटता रहा घटता रहा घटता रहा घटता रहा और घटते घटते ये कहां तक पहुंच गया 0 वोल्ट तक इसका मतलब यह हुआ कि ये 1.2 वोल्ट मैक्सिमम है और मैक्सिमम केवल कब रह सकता है जब तक इसमें से कोई करंट कोई चार्ज नहीं निकाला जा रहा हो लेकिन जैसे ही आप इसमें से करंट लेना इसको सर्किट में यूज़ करना स्टार्ट करेंगे वैसे-वैसे इसका पोटेंशियल डिफरेंस घटता रहेगा और फिर ये मैक्सिमम नहीं रहेगा तो याद रखिए कि मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस कब मेंटेन हो सकता है सिर्फ ओपन सर्किट में ओपन सर्किट का मतलब है जब इसमें से कोई करंट ना लिया जा रहा हो तब ठीक है तो आप समझिए कि ये क्या है बैटरी के टर्मिनल है ठीक तो टर्मिनल के बीच का जो डिफरेंस है उसी को हम टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस कहते हैं तो टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस मैक्सिमम कब हो सकता है ओपन सर्किट में सर्किट क्लोज यानी करंट फ्लो हो रहा है तो कभी भी मैक्सिमम हो सकता है क्या नहीं तो अगर मैं आपसे ये कह रहा हूं कि भाई ईएमएफ क्या होता है तो इसको हम दूसरे शब्दों में ये बोलते हैं ईएमएफ इज द मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस ईएमएफ इज द मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस बिटवीन टर्मिनल्स ऑफ सेल इन ओपन सर्किट इन ओपन सर्किट क्लियर है ठीक है इसके बाद देखिए जरा सेल की अगर हम बात करें सेल की अगर हम बात करें सेल के अंदर करंट की जो डायरेक्शन है वो क्या होगी तो एक बार देख लो कि एक्चुअल में क्या करती है ये देखो या ध्यान से देखना इस सेल को हमने किसी भी सर्किट में लगा दिया ठीक जैसे मान के चलो कि हम कोई वॉच वगैरह चला रहे हैं या कोई भी डिवाइस ठीक है हमने इसको इसमें लगा दिया तो करंट का फ्लो बताओ कहां से कहां होता है प्लस से माइनस पॉजिटिव से नेगेटिव क्या है करंट फ्लो की डायरेक्शन है तो घड़ी मतलब सेल के बाहर जो करंट है वो प्लस से माइनस होता है लेकिन सेल क्या कर रहा है सेल या बैटरी क्या कर रही है कि इन चार्जेस को सर्कुलेट करा रही है क्या कर रही है चार्जेस को सर्कुलेट करा रही है तो अगर हम बात करें कि भाई सर्कुलेट कराने का मतलब क्या है कि यहां से ले जाक यहां नहीं छोड़ देना सर्कुलेट कराने का मतलब है कि इनकी साइकिल पूरी कराना साइकिल पूरी कराना तो चार्ज जो है पॉजिटिव चार्जेस की अगर हम बात करें कन्वेंशनल डायरेक्शन तो प्लस से माइनस जो है ये जो करंट का फ्लो है वो आउटसाइड द सेल माना जाएगा लेकिन सेल के अंदर यही चार्जेस का कैसे जाएंगे नेगेटिव टू पॉजिटिव है ना तो प्लस से माइनस सेल के बाहर माइनस से प्लस सेल के अंदर तो करंट की जो डायरेक्शन है वो क्या मानी जाएगी डायरेक्शन ऑफ करंट आउटसाइड द सेल इज पॉजिटिव टू नेगेटिव प्लस से माइनस एंड इनसाइड द सेल इज नेगेटिव टू पॉजिटिव ध्यान रखेंगे अच्छा अब देखो ईएफ को हम किससे रिप्रेजेंट करते हैं और यह फार्मूला जो सामने लिखा है वो कैसे बनेगा ईएफ को हम e से रिप्रेजेंट करते हैं किससे रिप्रेजेंट करते हैं ईएफ को हम e से रिप्रेजेंट करते हैं ध्यान से देखना ध्यान से देखना ईएमएफ को हम e से रिप्रेजेंट करते हैं समझो इसको अच्छा कोई भी बैटरी है यह हमने एक बैटरी मान ली ठीक है चलो मैं इसको एक मिनट मैं इसको हटा देता हूं जैसे मान के चलो कि ये मेरे पास कोई बैटरी है नॉर्मल कोई बैटरी ठीक है यह प्लस टर्मिनल और ये माइनस टर्मिनल अभी होता क्या है कि इसके अंदर इलेक्ट्रोलाइट भरा हुआ है यानी कि केमिकल सॉल्यूशन भरा हुआ है ठीक है केमिकल भरा हुआ है अब क्या होगा कि भाई देखिए अब होगा यह कि यहां से चार्ज निकलेगा बीच में कोई डिवाइस लगा हुआ है जिसको हम रेजिस्टेंस इससे रिप्रेजेंट करेंगे और यहां जाएगा क्लियर है अभी होगा क्या कि ये बैटरी है ठीक है ये क्या है एक्सटर्नल रेजिस्टेंस कैपिटल r सर्किट मतलब बैटरी के बाहर की जो रेजिस्टेंस होती है उसको हम बोलते हैं एक्सटर्नल रेजिस्टेंस ठीक है बैटरी के अंदर भी रेजिस्टेंस होती है क्यों सर क्यों होती है क्योंकि बैटरी के अंदर भी तो आयस हैं तो वो भी आपस में एक दूसरे से टकराते हैं ठीक है तो वहां भी रेजिस्टेंस है तो उसको हमने बोला इंटरनल रेजिस्टेंस स्ल r ठीक है तो अब आप ये देखो बाहर करंट क्या बन रहा है कैपिटल आ और वही करंट क्या रहेगा अंदर भी रहेगा कैपिटल आ तो आप ये देख देखें कि टोटल एनर्जी जो है जिसको हम ईएमएफ भी कह रहे हैं तो टोटल एनर्जी का काम क्या है चार्जेस को सर्कुलेट कराना तो टोटल एनर्जी का काम क्या है चार्जेस को सर्कुलेट कराना ठीक है तो करंट तो करंट जो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस से पास हो रहा है उसको मैंने लिखा i * r ठीक है फिर करंट कहां से पास हो रहा है इंटरनल रेजिस्टेंस तो इसको मैंने लिखा i * r ठीक है ये आप ये देख रहे हो ये जो करंट जो फ्लो हो रहा है पॉजिटिव टू नेगेटिव ये दो टर्मिनल्स के बीच में फ्लो हो रहा है ना किसके बीच में दो टर्मिनल के बीच में तो इसको हम क्या बोलते हैं इसको हम बोलते हैं टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस कपि v + ir5 डिफरेंस कैपिटल v और ये irvtus3n यहां से यहां तक चार्ज को फ्लो करा रहा है बात क्लियर है अगर सर्किट ओपन है अगर सर्किट ओपन है ओपन सर्किट की हम बात करते हैं तो आप सभी बच्चे समझते हैं कि ओपन सर्किट में जो मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस होता है ये मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस है और जो ईएमएफ है वो बराबर होते हैं नहीं समझे भाई कहां गया रे सेल सेल ये अपन ने इसमें डाल दिया था मैंने क्या कहा कि जब ओपन सर्किट की बात कर रहे हैं तो इसके अंदर जो भी एनर्जी होगी ये क्या होगी टर्मिनल्स के पोटेंशियल डिफरेंस के बराबर होगी बात समझ में आ रही है ठीक है तो यह चीज क्लियर हो गई ओपन सर्किट में ओपन सर्किट में अगर मैं बहू कहूं कि भाई जो करंट है वो ज़ीरो हो जाएगा तो ईए विल बी इक्वल टू v टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस तो जब तक इस पे चार्जेस हैं तब तक ज़ीरो नहीं हो सकता ना बस ये बात आप समझे तो ईए = ि v बना रहेगा कब ओपन सर्किट में ओपन सर्किट का मतलब समझते हो ना कि जब यहां से कोई भी जो है करंट नहीं लिया जा रहा तो बैटरी के अंदर कोई करंट फ्लो नहीं होगा ठीक चलिए आगे हम बढ़ेंगे ठीक है देखिए तो इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स अब हम बात करेंगे इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स यानी कि ईएमएफ की जब अच्छा पहली चीज ईएमएफ बड़ा होता है कि टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस तो आंसर है सर ईएमएफ बड़ा है क्योंकि ईएमएफ का मतलब मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस इन ओपन सर्किट और पोटेंशियल डिफरेंस तो कुछ भी हो सकता है मैक्सिमम भी मिनिमम भी बीच वाली वैल्यू भी ठीक है तो आप याद रखें कि ईएमएफ बड़ा होता है टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस से लेकिन जब हम सेल को रिचार्ज कर रहे होते हैं क्या कर रहे होते हैं रिचार्ज जब सेल को रिचार्ज कर रहे हैं इसका मतलब है सेल के अंदर एनर्जी कम है बाहर से एनर्जी दी जा रही है तो पहले जो एनर्जी आएगी वो कहां पहुंचेगी टर्मिनल पे उसके बाद सेल के अंदर रिएक्शन होगी ठीक है तो रिचार्जिंग की जब बात करते हैं तो टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस यानी कि टर्मिनल वोल्टेज ज्यादा होता है ईएमएफ से ठीक है तो रिचार्जिंग के समय पे आप ये देखें कि रिचार्जिंग के समय पे टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस ज्यादा है ईएमएफ से और जब करंट लिया जा रहा है तो ईएफ ज्यादा है टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस से ठीक है तो ये फार्मूला है e = v + iran-iraq टर के अंदर रेजिस्टेंस कैसे बनती है जब इलेक्ट्रॉन आपस में एक दूसरे टकराते हैं तभी बनती है ना इंटरनल रेजिस्टेंस ऑफ सेल तो सेल के अंदर क्या है केमिकल भरा है इलेक्ट्रोलाइट भरा है ना सेल के अंदर तो एक्चुअल में क्या होता है कि भाई सेल के अंदर जो इलेक्ट्रोलाइट भरा है उसके अंदर भी जो आयस वगैरह हैं वो आपस में जब एक दूसरे से टकराते हैं तो क्या करते हैं जो रेजिस्टेंस पैदा करते हैं और उसी रेजिस्टेंस को हम बोलते हैं इंटरनल रेजिस्टेंस ऑफ सेल यानी कि सेल के अंदर जो केमिकल भरा है उसके अंदर जो आयस वगैरह हैं जब वोह एक जगह से दूसरी जगह पे जाते हैं तब आपस में एक दूसरे टकराते हैं और टकरा करके रेजिस्टेंस जो पैदा करते हैं उसका नाम इंटरनल रेजिस्टेंस ऑफ सेल क्या डेफिनेशन लिखी है द रेजिस्टेंस ऑफर्ड बाय द इलेक्ट्रोलाइट यानी कि केमिकल सॉल्यूशन जो इलेक्ट्रिसिटी बना सकता है ऑफ सेल टू द फ्लो ऑफ आयस इज कॉल्ड इंटरनल रेजिस्टेंस ठीक है अब ये जो इंटरनल रेजिस्टेंस सेल की है ये कुछ फैक्टर पे डिपेंड करती है क्या-क्या कुछ फैक्टर पे डिपेंड करती है पहली चीज आप ये सम समझ लो कि कंसंट्रेशन इंक्रीजस इंटरनल रेजिस्टेंस आल्सो इंक्रीजस मान के चलो कि कंसंट्रेशन का मतलब ये हो गया कि hc2 की बढ़ाते हैं तो वहां पे मॉलिक्यूल ज्यादा हो जाएंगे जो रिएक्शन करेंगे और उनके कारण से ज्यादा टकराना होगा और उससे रेजिस्टेंस जो है ये बढ़ जाएगी इंटरनल रेजिस्टेंस टेंपरेचर बढ़ाओ ग तो इंटरनल रेजिस्टेंस घट जाती है इस पर हम ऑलरेडी डिस्कशन कर चुके हैं इलेक्ट्रोलाइट वाले केस में टेंपरेचर बढ़ाते हैं तो इलेक्ट्रोलाइट पतला हो जाता है उसके मॉलिक्यूल दूर-दूर हो जाते हैं और कोलिजन कम होता है तो रेजिस्टेंस घट जाती है ठीक है अब देखिए अगर आप अगर आप रॉड्स के बीच की जो दो इसके अंदर हम रॉड डालते हैं अगर आप रॉड के बीच की सेपरेशन को बढ़ा देंगे तो आयस को ज्यादा चल के आना पड़ेगा ज्यादा चल के आना पड़ेगा तो ज्यादा चांसेस हैं कि वो आपस में टकराएंगे खूब ज्यादा ठीक है तो आप ये देखिए अगर आप सेपरेशन बढ़ा देंगे तो इंटरनल रेजिस्टेंस जो होती है वो भी इंक्रीज हो जाएगी ठीक इसके बाद देखो इंटरनल रेजिस्टेंस इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू इमर्जड सरफेस एरिया ऑफ इलेक्ट्रोड क्या कहा जा रहा है कि जितनी ज्यादा जैसे मान के चलो अगर आपने इस रॉड को इलेक्ट्रोड को जैसे बैटरी का पॉजिटिव टर्मिनल है अब आपने इसको अब आपने क्या किया कि इसको कम डुबाया सिर्फ इतना से डुबाया तो जो आइंस जो आएंगे इसके अंदर जैसे मान के चलो कि बैटरी का ये टर्मिनल पॉजिटिव कब बनता है जब रिएक्शन होती है और यहां पर सभी पॉजिटिव चार्जेस इकट्ठे होते हैं अब क्या अगर आपने इसको थोड़ा सा डुबाया है केमिकल के अंदर थोड़ा सा डुबाया है बस ठीक है सभी चार्जेस को यहीं पर आक के जो है इससे टकराना है केमिकल के अंदर तो यहीं पे आके टकराएंगे तो कोलिजन बहुत ज्यादा होगा है ना कोलिजन ज्यादा होगा तो तो रेजिस्टेंस बढ़ जाएगी लेकिन आपने इतना सा इतना सारा डुबा दिया इसको केमिकल के अंदर तो कोई यहां पे आके चिपक जाएगा कोई यहां आके चिपक जाएगा कोई यहां कोई यहां तो अगर सोच लो कि इतनी सी भाई सीट एक ही है और हज लोगों को बैठना है वहां पे आके तो कोलिजन ज्यादा होगा ना सीट 500 1000 को बैठना है तो कोलिजन कम होगा तो बस यही चीज यहां पर कही जा रही है कि इंटरनल रेजिस्टेंस इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू इमर्स सरफेस एरिया ऑफ इलेक्ट्रोड अगर सरफेस एरिया कम डूबा है तो रेजिस्टेंस ज्यादा होगी सरफेस एरिया ज्यादा डूबा है तो रेजिस्टेंस कम होगी ठीक है आप इसका स्क्रीनशॉट लेना चाहते हैं तो आराम से ले सकते हैं अभी हम आगे बढ़ेंगे देखो नेक्स्ट यहां पर काफी इंपॉर्टेंट एक रिलेशन होता है एक रिलेशन तो आपने पढ़ ही लिया एक रिलेशन आपने क्या पढ़ लिया भाई यहां पर आपने देखा कि e = v + ठीक है तो एक काफी इंपॉर्टेंट रिलेशन होता है जिसको हम जो है आपको डिराइवर करवाना चाहेंगे किस-किस के बीच में इंटरनल रेजिस्टेंस ऑफ सेल एक्सटर्नल रेजिस्टेंस और पोटेंशियल डिफरेंस के बीच में और ईए के बीच में एक रिलेशन होता है और यही जो फार्मूला है इसको हम इंटरनल रेजिस्टेंस ऑफ सेल के फॉर्म में यूज़ करते हैं ठीक है आप जो है इस फॉर्मूले को अभी अपन डिराइवर करना सीखेंगे क्लियर तो ये जो क्वेश्चन है आपसे पूछा जा सकता है डिराइवर रिलेशन बिटवीन ईएमएफ टर्मिनल वोल्टेज एंड इंटरनल रेजिस्टेंस या या फिर सिंपल आपसे ऐसे भी कह सकते हैं कि भाई आपको इंटरनल रेजिस्टेंस के लिए डेरिवेशन करना है फॉर्मूला फॉर इंटरनल रेजिस्टेंस फार्मूला फॉर इंटरनल रेजिस्टेंस ये बनाना है देखो तो अभी आप समझ गए कि कोई भी सेल है तो सेल के अंदर कोई ना कोई केमिकल तो जरूर होगा तो कोई भी सेल ऐसी नहीं हो सकती कि उसके अंदर भाई इंटरनल रेजिस्टेंस ना हो है ना कोई सेल बिना इंटरनल रेजिस्टेंस के पॉसिबल नहीं है ठीक है तो आप हमेशा याद रखेंगे कि सेल के अंदर की रेजिस्टेंस कोल r बोला जा रहा है और सेल के बाहर जो एक्सटर्नल सर्किट के रेजिस्टेंस को क्या बोला जा रहा है उसको बोला जा रहा हैप r ठीक है और हमेशा जैसे मान के चलो ये बैटरी है तो इसके पास में जो रेजिस्टेंस बनाई गई उसको हम बोलते हैं इंटरनल रेजिस्टेंस क्या बोलते हैं इंटरनल रेजिस्टेंस ठीक है और कभी-कभी हम इसको ऐसे डॉटेड बॉक्स में भी बंद कर देते हैं और बाहर की जो रेजिस्टेंस है उसको हमने बोला r ठीक है देखिए जरा तो सबसे पहले आप ये देख रहे हो ये बैटरी का टर्मिनल पोटेंशियल डिफरेंस v है ये इंटरनल रेजिस्टेंस स्ल r है और ये बाहर की रेजिस्टेंस कपिल r है जब जब इस सर्किट में करंट फ्लो होगा करंट फ्लो होगा i तो ये करंट दोनों में से फ्लो होगा इसमें से भी और इसमें से भी तो टोटल करंट का फार्मूला भाई ओम्स लॉ क्या कहता है ये बताओ टोटल करंट का फार्मूला जो होता है ओम्स लॉ कहता है ना i v = ई स्टेटमेंट की बात नहीं कर रहे फॉर्मूले v = irrfan-khan-whatsapp-status ईएमएफ सेल का कितना होता है e तो ये हो गया e अगर दो सेल होती तो 2e कर देते सीरीज में ठीक है आगे पढ़ेंगे तो टोटल ईएमएफ अपॉन टोटल रेजिस्टेंस टोटल ईएमएफ कितनी है e और टोटल रेजिस्टेंस करंट के रास्ते में टोटल कितनी रेजिस्टेंसस आई कपि r और r तो ये हो गई तो यहां से हमने करंट की एक इक्वेशन बनाई अब ओम्स लॉ क्या कहता है बाय ओम्स लॉ i = v / r तो हमने ये लिख लिया ओम्स लॉ में सिर्फ पोटेंशियल डिफरेंस की बात करनी है ठीक है अब हमने दोनों i की वैल्यू क कंपेयर किया कंपेयर किया i की वैल्यू सेकंड इक्वेशन से ये है और i की वैल्यू फर्स्ट इक्वेशन से ये है यहां से हमने क्रॉस मल्टीप्लाई किया तो ये आ गया और यहां पे ये आ गया इस प्रकार से हमने यहां पर देखा कि इसको भी हमने यहां भेज दिया इस साइड तो ये क्या बन गया देखिए जरा देखो मतलब कॉमन निकाल लिया v तो v कॉमन निकाल के इसके अपॉन में भेज दिया r इसके माइनस में भेज दिया तोल r की वैल्यू ये निकल के आ गई तो ये क्या है भाई ये इंटरनल रेजिस्टेंस का फार्मूला हो गया ठीक है इसके अलावा आप ये देखें इंटरनल रेजिस्टेंस का यह फार्मूला हो गया ये एक्सटर्नल रेजिस्टेंस हो गई ये ईएमएफ हो गया और ये टर्मल पोटेंशियल डिफरेंस हो गया कभी-कभी क्या होता है कि आपसे ये भी कह सकते हैं कि रिलेशन आपको यह बताना है रिलेशन बिटवीन e v आ और r इनके बीच में रिलेशन चाहिए होता है कभी-कभी आपको ठीक तो कैसे करेंगे तो आप ये देखो आप समझते होग e = v प्स आ होता है ठीक है तो e - v = i तो e - v / i = r है ना अलग-अलग कंडीशन में अलग-अलग फार्मूला आपको लगाने पड़ जाते हैं ठीक है और कोई बात नहीं है इसमें तो यह आपने कर लिया अब इस पर बेस्ड किस तरीके से क्वेश्चंस आते हैं वो जरा हम एक बार समझ लेते हैं अच्छा यहां पर देखो ज्यादा काम की बात यहां पर आ गई स्लाइड में इसी को मैं ढूंढने वाला था कि इन केस ऑफ शॉर्ट सर्किट शॉर्ट सर्किट कब कहा जाता है जैसे मान के चलो ये मेरे पास एक सेल है और इस सेल से मैं कोई एक्सटर्नल रेजिस्टेंस में कनेक्शन ना लूं ठीक है सीधे क्या करूं कि एक वायर लूं और वायर को सीधे यहां पे जोड़ दूं तो इसका मतलब है कि एक्सटर्नल रेजिस्टेंस मैंने नहीं लगाई तो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस नहीं लगाई करंट के रास्ते में कोई रुकावट ही नहीं है तो करंट क्या होगा खूब स्पीड में भागेगा और खूब स्पीड में भागेगा तो करंट कैसा मिलेगा मैक्सिमम मिलेगा और मैक्सिमम करंट मिलेगा वो आपके शॉर्ट सर्किट वाला केस हो हो जाएगा ठीक है और सेल जल्दी से डिस्चार्ज हो जाएगा तो इसका मतलब है एक्सटर्नल रेजिस्टेंस जब जीरो होती है हालांकि किसी भी वायर में ऐसा नहीं होता कि एक्सट रेजिस्टेंस जीरो है बट किसी डिवाइस की कंपैरिजन में जैसे बल्ब जलाना है तो बल्ब की रेजिस्टेंस खूब सारी है किसी डिवाइस की कंपैरिजन में एक खाली वायर है उसकी रेजिस्टेंस बहुत कम होती है तो है ना तो उसको हम ऑलमोस्ट जीरो ही मान लेते हैं ठीक तो इस इस केस को हम क्या बोलते हैं शॉर्ट सर्किट बोलते हैं क्या बोलते हैं शॉर्ट सर्किट बोलते हैं ठीक है ध्यान रखोगे तो कैपिटल आ इ इ 0 तो आ मैक्स इ इक्वल टू मैक्सिमम करंट इज इक्वल टू देखना करंट का फार्मूला टोटल ईएमएफ ऑ टोटल रेजिस्टेंस टोटल रेजिस्टेंस में कपि r ् r आता है अब शॉर्ट सर्किट वाले केस में तो कैपिटल r की वैल्यू जीरो हो गई तो मैक्सिमम करंट आपको कब मिलेगा जब e = ू मतलब e बा r मतलब ईएफ में जब आप इंटरनल रेजिस्टेंस का डिवाइड लगाते हैं तो आपको मैक्सिमम करंट मिलता है और इस टॉपिक से काफी सारे क्वेश्चंस पूछे जाते हैं ग्राफ पूछे जाते हैं जिन पर अभी अपन डिस्कशन करने वाले हैं ठीक है आगे बढ़ते हैं ें जो क्वेश्चन यहां पे मिल रहा है जो फार्मूला अभी हमने यहां पे पढ़ा उस पर बेस देखिए जरा क्या किस तरीके से क्वेश्चन पूछा जाता है लिखा हुआ है द स्टोरेज बैटरी ऑफ कार हैज एन ईएमएफ ऑफ 12 वोल्ट कार की बैटरी है उसका ईएमएफ दिया जा रहा है 12 वोल्ट और इंटरनल रेजिस्टेंस जो यहां पे दी जा रही है दैट इज 0.4 ओम क्या निकालना है मैक्सिमम करंट दैट कैन बी ड्रॉन फ्रॉम द बैटरी कितना मैक्सिमम करंट इस बैटरी से निकाला जा सकता है तो देखो सिंपल सी बात है आपसे पूछ रहा है मैक्सिमम करंट तो फॉर्मूला लगाओ e / r + r लेकिन हमें पता है फॉर मैक्सिमम करंट या यह तो करंट का फॉर्मूला है ना तो i इ इतना होता है ठीक तो i अगर आपको मैक्सिमम करंट निकालना है ठीक है मैक्सिमम करंट के लिए क्या करोगे फॉर i मैक्सिमम r यानी एक्सटर्नल रेजिस्टेंस क्या हो जानी चाहिए ज़ीरो हो जानी चाहिए तो मैक्सिमम करंट क्या बनेगा e / r क्योंकि r तो ज़ीरो हो गया एक्सटर्नल रेजिस्टेंस ज़ीरो होगी तभी तो मैक्सिमम करंट मिलेगा e / r की वैल्यू कितनी है 0.4 e की वैल्यू कितनी है 12 वोल्ट / 0.4 सॉल्व करेंगे यह यहां पर ये इतना आ जाएगा i मैक्सिमम इज इक्वल टू i मैक्सिमम इज इक्वल टू कितना हो जाएगा भाई 30 और यह एंपियर 30 एंपियर यहां पर आपका करेक्ट ऑप्शन हो जाएगा 30 एंपियर इज योर करेक्ट ऑप्शन ठीक है ध्यान रखेंगे इसको 30 एंपियर हमारा सही जवाब है आगे हम बढ़ेंगे और देखो नेक्स्ट क्वेश्चन में हमें क्या मिल रहा है नेक्स्ट आपको समझने है मोस्ट मोस्ट इंपॉर्टेंट ग्राफ इस ग्राफ के अंदर आपको क्या दिया जा रहा है आपसे किस तरीके के सवाल पूछे जाएंगे तो क्वेश्चन में लिख के आएगा ड्रॉ ए ग्राफ अ ड्रॉ ए ग्राफ बिटवीन पोटेंशियल डिफरेंस वर्सेस करंट व्हाट डज इट्स स्लोप टेल अबाउट ठीक है तो आपको v वर्सेस i ग्राफ बताना है और यहां पर आपको ये बताना है कि इसका जो स्लोप है वो क्या रिप्रेजेंट कर रहा है ठीक है तो v वर्सेस i ग्राफ कुछ जि प्रकार से बनता है जिसमें इसका जो स्लोप है वो इंटरनल रेजिस्टेंस को बताता है क्या बताता है इंटरनल रेजिस्टेंस इस को और अपन ने ऐसा ही क्यों बनाया तो देखो ये v कहां है ये v y एक्सिस में है ठीक है और यहां पर अगर आप ये देखें करंट ये ये कहां है भाई ये x एक्सिस में तो जो - r बचा है ये किसकी जगह आया है स्लोप की जगह m = वही आ y = ये mx2 + c तो आप यहां पर देखो कि x क्या है x तो i पे है m की जगह फिर क्या है m की जगह - r ठीक है और c क्या है इंटरसेप्ट को बता रहा है जो कि हमारा ये प्लस का e हो जाएगा ठीक है ध्यान रखेंगे आप इसको क्लियर है तो इस प्रकार से जो इसका स्लोप मतलब ग्राफ बनने वाला है जिसको बिल्कुल अपने दिमाग में बैठा के आप रखो ठीक अब नेक्स्ट आपसे पूछा जाता है कि भाई आपको ग्राफ बनाना है v वर्सेस r मतलब पोटेंशियल डिफरेंस वर्सेस एक्सटर्नल रेजिस्टेंस कौन सा ग्राफ पोटेंशियल डिफरेंस वर्सेस एक्सटर्नल रेजिस्टेंस तो कैसे बनता है तो याद रखो आप समझते हो कि जैसे v इक्वल टू क्या होता है i * r ये होता है अब जैसे-जैसे आप करंट को जैसे-जैसे मान के चलो रेजिस्टेंस की वैल्यू बढ़ाओ ग वैसे-वैसे क्या होगा पोटेंशियल डिफरेंस बढ़ेगा जैसे मान के चलो 2 एंपियर करंट फ्लो होता है ठीक है 2 एंपियर और अगर एक्सटर्नल रेजिस्टेंस है 1 ओम तो पोटेंशियल डिफरेंस कहलाएगा 2 वोल्ट अगर 2 एंपियर करंट फ्लो हो रहा है और एक्सटर्नल रेजिस्टेंस है 2 ओम तो पोटेंशियल डिफरेंस हो गया 4 वोल्ट अगर 2 एंपियर करंट फ्लो हो रहा है और एक्सटर्नल रेजिस्टेंस की वैल्यू बढ़ के 3 ओम हो गई या मान के चलो 5 ओम हो गई तो वोल्टेज कितना होगा 10 वोल्ट होगा तो आप देख रहे हैं कि जैसे-जैसे एक्सटर्नल रेजिस्टेंस की वैल्यू बढ़ रही है वैसे-वैसे पोटेंशियल डिफरेंस क्या हो रहा है बढ़ रहा है ठीक है लेकिन एक पॉइंट ऐसा आएगा कि जब पोटेंशियल डिफरेंस मैक्सिमम हो जाएगा और उससे ज्यादा वैल्यू नहीं बढ़ पाएगी यानी कि एक पॉइंट पे आकर के ये स्टेबल हो जाएगा ना तो वही चीज यहां पर बताई जा रही है कि देखो ये जब कैपिटल r की वैल्यू जीरो थी तो पोटेंशियल डिफरेंस भी जीरो था फिर जैसे-जैसे ये r की वैल्यू बढ़ी पोटेंशियल डिफरेंस बढ़ता गया लेकिन एक पट पे आ कर के यह जो पोटेंशियल डिफरेंस है ये ईएमएफ यानी कि मैक्सिमम करंट के बराबर हो जाएगा उससे ज्यादा पोटेंशियल डिफरेंस आ ही नहीं सकता सर्किट के अंदर ठीक है तो यहां पर आप ये समझ जाए कि भाई ये बात क्लियर हो गई होगी आपको तो किसी पर्टिकुलर वैल्यू परल r = r ये जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो किसके बराबर होता है हाफ ऑफ ईएफ e / 2 के बराबर होता है ठीक है चलिए इसके बाद याद रखोगे जो ईएमएफ है ईएमएफ देखो पोटेंशियल डिफ्रेंस तो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस पर डिपेंड करता है लेकिन ईएमएफ एक्सटर्नल रेजिस्टेंस पर डिपेंड नहीं करता तो e वर्सेस कपि r का ग्राफ कुछ इस प्रकार से बनता है इसको आप अपने दिमाग में बिठा के रखो अच्छे से ये ग्राफ डायरेक्ट आपके एग्जाम में पूछे जा सकते हैं ठीक है आगे बढ़ेंगे क्वेश्चन आपको मिल रहा है अब इस क्वेश्चन में ध्यान से देखना क्या लिखा है इस क्वेश्चन में आपको दिया जा रहा है कि आपको v वर्सेस i ग्राफ मिल गया और इस ग्राफ में आपको क्या निकालना है भाई इंटरनल रेजिस्टेंस निकालना है अगर देखो अगर आपको पता है है कि v वर्सेस i ग्राफ का स्लोप आपको क्या देता है तो आप एक सेकंड में इसका आंसर बता देंगे तो आपको पता है कि v वर्सेस i ग्राफ का जो स्लोप है वो इंटरनल रेजिस्टेंस को बताता है जैसा कि अभी हमने देखा और स्लोप कैसे निकालते हो स्लोप निकालने का तरीका वही है y एक्सिस अपन x एक्सिस है ना t थीटा से निकाल सकते हो तो y एक्सिस में देखना y एक्सिस अगर हम इस पूरे ट्रायंगल को चेक कर ले है ना तो आप ये देखो y एक्सिस में कितना जा रहा है 5.6 ठीक है ये पूरा ये पूरा y एक्सिस में कितना है 5.6 और ये पूरा x एक्सिस में कितना है टू तो इसका आंसर कितना आ जाएगा 2.8 ओम क्योंकि स्लोप क्या बता रहा है इसकी इंटरनल रेजिस्टेंस इफ वी आर टॉकिंग अबाउट वैल्यू ओनली ठीक है नाउ तो ये इतना हो गया अच्छा सर अगर मान के चलो मुझे इस तरीके से ना करना हो तब कैसे करूंगा तो देखो सिंपल सी बात है इस ग्राफ को थोड़ा सा रीड करना आप सीखो आप देखेंगे कि इस ग्राफ में आप ये पाओगे कि देखना ये करंट कितना है टू ये करंट 1.5 ये करंट वन ये 0.5 और यहां पे करंट कितना यहां पे करंट हो गया जीरो जब करंट जीरो है तब पोटेंशियल डिफरेंस कितना है 5.6 वोल्ट अच्छा एक बात बताओ आप ये बताओ कि जब सर्किट में करंट जीरो होता है यानी कि ओपन सर्किट की हम बात कर रहे होते हैं जब सर्किट में करंट जीरो है मतलब उसमें से कोई अ पोटें मतलब जब सर्किट में करंट जीरो होता है तो पोटेंशियल डिफरेंस जो होता है यह मैक्सिमम होता है जब सर्किट में करंट जीरो होता है याद रखिए तो ईए = इ v है ना तो जो v आपको जो दिया जा रहा है यह क्या है ईएमएफ है जब सर्किट में करंट जीरो है जब उसमें से कोई करंट नहीं लिया जा रहा तो जो पोटेंशियल डिफरेंस से मैक्सिमम होगा 5.6 वोल्ट और यही क्या है ईएमएफ तो जब सर्किट में करंट जीरो है तो ईएमएफ हमें कितना मिल गया 5.6 वोल्ट ठीक है अच्छा तो जैसे आपको फॉर्मूला पता है e = v + ir8 2 एंपियर है जब सर्किट में करंट 2 एंपियर है तो y एक्सिस में चेक करना पोटेंशियल डिफरेंस कितना है जीरो तो आप यहां पे लिखेंगे फॉर 2 एंपियर करंट v = 0 अच्छा कैपिटल e e जो है ये तो सेल की फिक्स प्रॉपर्टी है भाई मैक्सिमम पोटेंशियल डिफरेंस इतना इसमें कितना होगा तो हर केस में हमें कितना लेना है 5.6 ठीक है v इ इक्वल टू कितना है भाई 0 रो कब जब मैं करंट की वैल्यू को 2 एंपियर लूंगा क्योंकि देखना 2 एंपियर करंट पे पोटेंशियल डिफरेंस जीरो हो रहा है ठीक है मान के चलो जब करंट 1.5 एंपियर होगा तो पोटेंशियल डिफरेंस कुछ 1.4 से ऊपर होगा ठीक है इस प्रकार से हम वैल्यू पुट करते हैं तो 2 एंपियर करंट पे ये कितना है जीरो है ठीक चलिए आगे देखते हैं r की वैल्यू निकालनी है तो 5.6 में हम टू का डिवाइड कर देंगे तो r की वैल्यू 2.8 ओम आ गई तो इस प्रकार से भी आप निकाल लो और जैसे मैंने स्लोप करके बताया वैसे भी आप निकाल सकते हो उम्मीद करूंगा ये आपको समझ में आया होगा चलिए आगे बढ़ जाएंगे अब देखो इस टाइप के क्वेश्चन आ सकते हैं कांसेप्चुअल ग्राफ पर बहुत सारे क्वेश्चन आते हैं जो मैंने अभी आपको ग्राफ बताया इनको अच्छे से पढ़ना ठीक है अब नेक्स्ट क्वेश्चन जो आपको मिल रहा है ये अगर मान के चलो कि दो नंबर में दे दे देना हो आपको एग्जाम में तो आप इस तरीके से क्वेश्चन आपको मिल सकता है क्वेश्चन में क्या लिखा जा रहा है यहां पर आपके कुछ कांसेप्ट भी क्लियर होंगे इसको अच्छे से समझना द पोटेंशियल डिफरेंस बिटवीन टर्मिनल्स ऑफ सेल टर्मिनल्स के बीच में पोटेंशियल डिफरेंस की बात कर रहा है इसका मतलब ये v है क्या है v इज 8.5 वोल्ट व्हेन 3 एंपियर करंट फ्लोज फ्रॉम नेगेटिव टू पॉजिटिव पॉजिटिव टर्मिनल इनसाइड सेल देखो नॉर्मल एक सेल है ये पॉइंट हमने डिस्कस कर लिया है कि भाई देखो नॉर्मल सेल में क्या होता है कि जब करंट फ्लो होना है बाहर से देखो नॉर्मल सेल में क्या है भाई करंट ये फ्लो हो रहा है एक्सटर्नल रेजिस्टेंस लगी हुई है तो बाहर करंट कैसे फ्लो होता है फ्रॉम पॉजिटिव टू नेगेटिव और अंदर कैसे फ्लो होगा नेगेटिव टू पॉजिटिव यानी कि यह कैसा केस है जब करंट निकाला जा रहा है जब इसमें से करंट लिया जा रहा है करंट ड्रॉन वाला केस है ये केस वन इस केस में क्या दिया है कि आपको v की वैल्यू कितनी है v की वैल्यू 8 5 वोल्ट दी है और करंट जो है इस बार वो 3 एंपियर है अगला केस देखो क्या दिया जा रहा है अगला केस हमें ये दिया जा रहा है आगे व्हेन 2 एंपियर करंट फ्लोज थ्रू द सेल जब सेल से 2 एंपियर करंट फ्लो होता है व्हेन टू एंपियर करंट फ्लोज थ्रू द पॉजिटिव टू नेगेटिव टर्मिनल पॉजिटिव टू नेगेटिव टर्मिनल द पोटेंशियल डिफरेंस इज पोटेंशियल डिफरेंस इज 11 वोल्ट है ना यहां पे लिखो यहां पे लिखना थोड़ा सा ये इसमें एक एडिशन है थ्रू सेल लिख लेना ठीक है बोला सेल के अंदर सेल के अंदर जब करंट फ्लो होता है पॉजिटिव से नेगेटिव टर्मिनल में तो जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो 11 वोल्ट होता है अब आप समझो सेल के अंदर करंट कैसा फ्लो होता है पला नेगेटिव टू पॉजिटिव जब करंट निकाला जा रहा हो लेकिन जब करंट सेल को दिया जाता है कब दिया जाता है इस करंट सेल को सेल को करंट कब दिया जाता है जब हम सेल को रिचार्ज कर रहे हो रिचार्ज कर रहे होते हैं तब सेल को करंट दिया जाता है तो ऐसे केस में तो ऐसे केस में क्या हो रहा है कि सेल के अंदर करंट कितना हमें मिल रहा है 2 एंपियर और पोटेंशियल डिफरेंस कितना हो गया 11 वोल्ट ठीक है अब आपको ऐसे केस में जो इक्वेशंस वगैरह लगा कर के क्या फ फाइंड करना है अ कैलकुलेट द ईएमएफ सेल का ईएमएफ कितना है और इंटरनल रेजिस्टेंस कितनी है तो याद रखिए सेल के अंदर पॉजिटिव टू नेगेटिव करंट कब जाता है जब वो रिचार्ज हो रही हो और नेगेटिव टू पॉजिटिव सेल के अंदर की बात कर रहा हूं कब जाता है जब करंट उसमें से लिया जा रहा हो ठीक है तो अगर हम केस वन केस वन में जो फार्मूला लगेगा आप हमेशा याद रखो केस वन में जब करंट निकाला जा रहा है तो फार्मूला होता है v = e - ir-a होता है ठीक और जब करंट लिया जा रहा है केस वन केस टू की हम बात करें जब करंट उसमें से लिया जा रहा है तो तो ठीक है लेकिन जब रिचार्ज किया जा रहा है तो रिचार्जिंग के समय पोटेंशियल डिफरेंस बड़ा होता है और ईएमएफ छोटा हो जाता है ठीक है याद रखो ठीक चलिए हालांकि एक चीज दिमाग में बैठा के रखो जो चीज जो बदलती नहीं है ईएमएफ बदलता नहीं है पोटेंशियल डिफरेंस बदलता रहता है ईएमएफ की वैल्यू जैसे 10 वोल्ट है तो वो 10 वोल्ट ही रहेगी पोटेंशियल डिफरेंस कम हो सकता है पोटेंशियल डिफरेंस ज्यादा हो सकता है ड्यूरिंग रिचार्ज ठीक है ईएमएफ सेल की प्रॉपर्टी है है ना वो चेंज नहीं होती ठीक चलिए याद रखो तो v की जगह हम क्या लिखेंगे पहली इक्वेशन में 8.5 ईए मुझे निकालना है - आ पहली इक्वेशन में करंट कितना मिल रहा है ्र और ये r क्लियर है और दूसरे वाले केस में v कितना है 11 वोल्ट ईएफ मुझे निकालना है प्लस आ कितना है करंट है इस बार 2 और ये r ये हो गई इक्वेशन नंबर वन ये हो गई इक्वेशन नंबर टू अगर मैं इन दोनों को कंपेयर कर दूं या सॉल्व करूं तो 8.5 = e - 3r और 11 = e प् 2r सबट कर दूंगा दोनों को माइनस माइनस और माइनस तो यहां पर क्या हो जाएगा e से तो e कट जाएगा यहां पर माइनस का 5r बचेगा और यहां पर माइनस का 2.5 बचेगा बचेगा ठीक है तो माइनस से तो माइनस कट जा आगा और r इ 2.5 अप 5 तो आ की वैल्यू हो जाएगी यहां पर अपने पास 0.5 आ = 05 ओम ये आ गई क्लियर है तो आ की वैल्यू आपने निकाल दी इसके बाद क्या करना है आपको इसके बाद आपको इसी वैल्यू को उठा के इक्वेशन नंबर कोई सी में पुट कर दो तो जैसे अगर मैं यहां पर वैल्यू पुट कर रहा हूं सेकंड इक्वेशन में कर देता हूं सेकंड इक्वेशन में तो इ e माइन 3 इन आ की वैल्यू 0.5 तो 11 इ e माइ 1.5 ठीक है तो 11 प्स 1.5 अच्छ सॉरी दूसरे वाले इक्वेशन में तो प्लस लगा है ना प्लस लगा है क्या बात कर रहे हा दूसरे वाले में तो प्लस लगा हुआ है यह मैंने गलत नोट कर दी ना इक्वेशन पुट दिस वैल्यू पुट इन इक्वेशन टू तो इक्वेशन टू में अपन पुट कर रहे इसको तो सेकंड इक्वेशन 11 = e + 2 r की जगह 0.5 रखना है तो 11 = e + 2 * 0.1 ठीक है तो 11 - 1 = e तो e इ इक्वल टू आ गया 10 वोल्ट तो 10 वोल्ट ईएफ हो गया है ना तो जब करंट निकाला जा रहा था तो 10 वोल्ट ईएमएफ था लेकिन 88.5 वोल्ट शो हो रहा था लेकिन जब करंट दिया गया तो 10 वोल्ट से बढ़ के कितना दिखाने लगा 11 वोल्ट क्लियर है तो इस तरीके से क्वेश्चंस आपको मिल सकते हैं दोनों अलग-अलग केसेस का आप ध्यान रखेंगे क्लियर है चलिए अब हम आगे बढ़ेंगे और नेक्स्ट टॉपिक की ओर बढ़ अभी देखो नेक्स्ट देखेंगे भाई इक्विवेलेंट ईएमएफ इन सीरीज कॉमिनेशन पैरेलल कॉम्बिन इसके लिए हमें डेरिवेशन करना है इसको अच्छे से समझना है देखो आपको बता दूं एग्जाम में पूछे जाते हैं ठीक है तो सबसे पहली बात आप ये ध्यान रखें कि आपको यहां पे करना क्या है जब आप सेल्स को सीरीज कॉमिनेशन में कनेक्ट करते हैं सीरीज कॉमिनेशन कैसा कि भाई एक सेल का नेगेटिव टर्मिनल दूसरे सेल के पॉजिटिव से कनेक्ट होगा दूसरे का नेगेटिव तीसरे के पॉजिटिव से कनेक्ट होगा तीसरे का नेगेटिव चौथे के पॉजिटिव से कनेक्ट होगा और यही सीक्वेंस जब चलता है तो हम इसको सीरीज कॉमिनेशन बोलते हैं ठीक है और हर एक सेल के अंदर कुछ इंटरनल रेजिस्टेंस होती है बिना इंटरनल रेजिस्टेंस से कोई सेल नहीं होती तो इस प्रकार से हमने कनेक्ट कर दिया ये सीरीज कॉमिनेशन में कुछ इस प्रकार से मान लिया कि पहले सेल का ईएफ e1 है दूसरे सेल का ईए e2 है दोनों की रेजिस्टेंस r1 और r2 है तो जब हम उसको सीरीज में कनेक्ट कर देते हैं तो ईएमएफ जो होती है यह ऐड हो जाती है क्लियर कैसे मैं आपको अभी बताता हूं क्लियर है और इंटरनल रेजिस्टेंस क्या होगा वो भी समझेंगे अगर मैं सेल्स को पैरेलल कॉमिनेशन में कनेक्ट करता हूं पैरेलल का मतलब देखो पहले सेल का पॉजिटिव टर्मिनल और दूसरे सेल का पॉजिटिव टर्मिनल एक साथ कनेक्टेड है मतलब एक ही तरीके से कनेक्ट है और दूसरे का नेगेटिव और इसका नेगेटिव भी कनेक्टेड है ठीक है तो आप ये देखें कि ये हो गया पैरेलल कॉमिनेशन सीरीज कॉमिनेशन में सभी सेल्स के अंदर जो करंट होगा वो सेम होगा लेट्स से कुछ भी करंट फ्लो हो रहा है i तो ये i होगा सभी सेल के अंदर ठीक है क्योंकि रास्ता एक ही है लेकिन यहां पे क्या होगा यहां पे करंट अलग-अलग होगा e1 ये हो गया e2 मतलब i1 i2 और फिर दोनों मिलकर के दोनों ने i बना दिया क्लियर है ठीक है तो ऐसे केस में पैरेलल कॉमिनेशन में भले ही आपने दो सेल लगा के रखे हैं e1 और e2 वाले लेकिन उसका इ वेलेंट ईएमएफ इस फॉर्मूले से बनता है आइए जानते हैं कि यह फॉर्मूले किस तरीके से डिराइवर किए जाते हैं क्योंकि एग्जाम में ये पूछ लिए जाते हैं ठीक है तो सबसे पहले आप ये समझेंगे कि मान के चलो इक्विवेलेंट ईएमएफ इन सीरीज कॉमिनेशन ऑफ सेल मान के चलो ये मेरे पास ये सेल है e1 और उसकी इंटर रेजिस्टेंस r1 ये सेल की ईए e2 है और उसकी इंटर रेजिस्टेंस r2 है हमने यहां पे क्या किया तीन पॉइंट्स बना लिए a b और c जबजब जबजब करंट के रास्ते में कोई भी रुकावट आती है तब मब पोटेंशियल डिफरेंस जो है वहां पर दो पॉइंट्स के बीच में आ जाता है तो लेट्स से इस सर्किट में जो करंट फ्लो हो रहा है पॉजिटिव से निकल के घूम घाम के यहां पे आएगा तो i करंट इस सर्किट में फ्लो हो रहा है ठीक है ध्यान से देखिए अभी होता क्या है कि अब मैं क्या करूंगा ना दो पॉइंट्स के बीच में पोटेंशियल डिफरेंस निकालूं जैसे एक पॉइंट ये प्लस के इस साइड है और ये माइनस के इस साइड तो दो पॉइंट्स जो a बी दिख रहे हैं इसके अक्रॉस कुछ पोटेंशियल डिफरेंस होगा है ना तो हमने देखा कि पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस ए हम कैसे निकाल सकते तो देखो va-vb करके va-vb करके हम v निकालेंगे तो अब देखो आप जरा ध्यान से सेल से करंट लिया जा रहा है ना तो फार्मूला क्या बनेगा e - i तो पहले सेल का ईए e1 और - i क्योंकि दोनों में सेम करंट है है ना और ये r1 दूसरे केस के लिए हम बात करेंगे जब हम इसके अक्रॉस b और c के अक्रॉस पोटेंशियल डिफरेंस निकाल रहे तो b देखो हायर पोटेंशियल की साइड है और c कहां है लोअर पोटेंशियल की साइड ठीक है तो vbcv.jsr v स ठीक है अब मुझे की अकेले की वैल्यू नहीं पता ना तो अगर आप इसको ध्यान से देखेंगे कि माइ v स कैसे कैसे मिलेगा तो आप यह देखो v ए माइनस v बीसी करो ध्यान से देखना तो v ए की वैल्यू क्या है माइनस v ब और v और इसकी वैल्यू क्या है येय यहां पर देखो जरा v बीसी की वैल्यू देखो जरा अच्छा प्लस करना पड़ेगा तब जाके आएगा तो v + vbcv.jsr अब इसमें देखो जरा यहां पे पहली इक्वेशन का i1 r1 और ये भी ir2 मतलब ir1 और ir2 दोनों माइनस के माइनस बाहर निकाल लिया ir1 + r2 बचा देखो i ये इसका i बाहर निकल गया - i और इसका i - i बाहर निकल गया अंदर क्या बचा r1 + r2 तो हमने देखा कि ये जो e1 + e2 आया ये इक्विवेलेंट ईए आ गया और ये जो r1 + r2 आया ये इक्विवेलेंट इंटरनल रेजिस्टेंस आ गई क्लियर तो तो आप ये देखें कि ये हमने फाइनली फार्मूला इस तरीके से डिराइवर कर दिया उम्मीद करता हूं आपको ये समझ में आया होगा क्लियर आगे बढ़ेंगे और नेक्स्ट जो है पैरेलल कॉमिनेशन समझेंगे ये सीबीएससी ने 2023 में ये सवाल पूछा था किस प्रकार से वैसे मैं डायरेक्ट हेडिंग बना देता लेकिन आपको ये बताने के लिए कि ऐसे क्वेश्चन आ जाता है इसलिए मैंने रखा है कैसे पूछा टू सेल्स दो सेल है जिसका ईएमएफ e1 एंड e2 है इंटरनल रेजिस्टेंस r1 एंड r2 2 है ये दोनों किसमें कनेक्टेड है पैरेलल में विद देर टर्मिनल्स ऑफ सेम पोलैरिटी पैरेलल में कनेक्ट है तो भाई सेम पोलैरिटी वाले टर्मिनल प्लस को प्लस से ही कनेक्ट करा जाता है ऑब्टेन एक्सप्रेशन फॉर इक्विवेलेंट ईएमएफ ऑफ कॉमिनेशन यानी कि आपको इक्विवेलेंट ईएमएफ के लिए डेरिवेशन करना है बड़ा सा देख करर एक कंफ्यूज मत हो इसमें आपको बहुत सिंपल सी बातें बताई जा रही है कनेक्शन किया पहले ये सेल e1 है इंटर रेजिस्टेंस r1 है ये सेल e2 इंटर रेजिस्टेंस r2 है अब करंट कहां से निकलता है जरा देखना करंट i यहां से निकलेगा प्लस टर्मिनल से और इस साइड गया यहां पे भी प्लस से निकला यहां पे i1 और i2 मिलके i बना रहा है यहां से भी i एंटर कर रहा होगा ऊपर में चला गया i1 नीचे चला गया i2 बताओ कोई बात तो नहीं है कोई दिक्कत वाली बात तो नहीं है ठीक है सर कोई बात नहीं अब आप ये देखो ये पॉइंट कौन सा है a और ये पॉइंट कौन सा है b अगर मुझे फार्मूला लगाना है पोटेंशियल डिफरेंस निकालना है v ए देखो पैरेलल कॉमिनेशन में पोटेंशियल डिफरेंस सेम रहता है देखो आप यहां पे समझो कि सीरीज कॉमिनेशन में क्या होता है सीरीज कॉमिनेशन में रास्ता क्योंकि एक ही होता है तो सीरीज कॉमिनेशन में करंट सेम होता है लेकिन पोटेंशियल डिफरेंस अलग-अलग होता है लेकिन पैरेलल कॉमिनेशन में क्या होता है पैरेलल कॉमिनेशन में कक दोनों सेम टर्मिनल से कनेक्टेड है ना तो दोनों के अक्रॉस जो पोटेंशियल डिफरेंस होगा वो भी सेम होगा भले ही दोनों सेल का ईएमएफ अलग-अलग हो ठीक तो हमने कहा कि दोनों सेल सेम टर्मिनल पे कनेक्टेड है तो v की वैल्यू v ए v ए का पोटेंशियल हो गया लेट्स से v अब इस v की वैल्यू क्या होगी फॉर्मूला तो v = e - ir-w और इंटरनल रेजिस्टेंस कितनी है r1 तो ये बन गया क्लियर है अच्छा यहां से मैंने i1 r1 की वैल्यू निकाली i1 r1 को इस साइड लेके गया प्लस का हो गया v को इस साइड ले गया तो ये बन गया i1 r1 = e1 - v अब यहां से मैंने i1 की वैल्यू निकाल ली i1 की वैल्यू निकाली e1 - v / r1 यह आ जाएगा ठीक है इसके बाद आप यह देखें इसी प्रकार से i2 की वैल्यू निकालूं तो e2 - v / r2 आ जाएगा क्लियर है ठीक है डायरेक्ट भी लगा सकते थे जो हमने रिलेशन पढ़ा था उससे ठीक है इंटरनल रेजिस्टेंस वाला ठीक यह देखो आपको डिराइवर भी करवाया था यह यह देखो यह डिराइवर करवाया मैंने यह देखो करवाया e - v / i = r तो i ऊपर चला गया तो इस प्रकार से यह आ जाएगा क्लियर है तो अब आप डायरेक्ट भी कर सकते थे कोई इसमें प्रॉब्लम वाली बात नहीं है ठीक कहां चला गया रे यह देखो ये आगा तो मैंने i1 की वैल्यू निकाली और i2 की वैल्यू निका ली क्लियर इसके बाद अब आप देखो पैरेलल कॉमिनेशन में क्या होता है जो करंट i घुस रहा है और i1 i2 दो पार्ट में डिवाइड हो रहा है तो यहां पे i इक्वल टू क्या है i1 + i2 i1 की वैल्यू पुट की और i2 की वैल्यू पुट की अब यहां पे देखना जरा यहां पे देखो हमने क्या किया एलसीएम लेंगे तो r1 r2 एलसीएम आ गया और यहां पे इसका हो गया क्रॉस मल्टीप्लाई ठीक इस r2 का इंटू इसमें हो गया e1 r2 - vr2 और यहां पर r1 का इनटू हो गया क्लियर है अब देखिए जरा हमने क्या किया कि ये जो आप देख रहे हो यहां पे देखो यहां पे देखना r1 r2 का इंटू हमने i के साथ कर दिया समझिए जरा e1 r2 + e2 r1 यहां पे भी देखो - v और यहां भी - b दोनों का - b कॉमन लेके r2 यहां से r2 यहां से प्लस हो गया r2 r + r1 ठीक है हमने इस माइनस वाले टर्म को कहां भेज दिया इस साइड तो ये प्लस का हो गया इस प्लस वाले टर्म को कहां भेज दिया इस साइड भेज दिया ये माइनस का हो गया अब देखो अगर मुझे सिर्फ v की वैल्यू निकालनी है तो r1 + r2 को नीचे भेज दिया तो अकेले इसके नीचे थोड़ी ना जाएगा वो इसके नीचे भी जाएगा तो इसके बाद आप यहां पर देखो कि हमने अगर मैं इसी इक्वेशन को कंपेयर करता हूं किससे ये जो v की इक्वेशन क्या बनी e1 r2 + e2 r1 प्लस इतना प्लस इतना ठीक है तो अगर मैं इसे इक्वेशन को इससे कंपेयर करता हूं किससे v = e - r v = e - आ तो आपको क्या देखने को मिलेगा कि v की जगह तो v है लेकिन e की जगह क्या लिखा हुआ है देखिए e की जगह क्या लिखा हुआ है e1 r2 + e2 r1 अपन दिस तो ये जो वैल्यू निकल के आई क्या है इक्विवेलेंट ईएफ ये देखो i की जगह तो i है इसकी जगह क्या लिखा है r की जगह ये आ गई हमारी इक्विवेलेंट इंटरनल रेजिस्टेंस तो हमने इस इक्वेशन से कंपेयर किया तो हमने यह पाया कि इक्विवेलेंट या नेट जो ईएमएफ निकल रहा है वो इतना है नेट इंटरनल रेजिस्टेंस इतनी है उम्मीद करता हूं यह जो आपको है डेरिवेशन है ये समझ में आया होगा किस प्रकार से हमने किया है आप चाहो तो इसका स्क्रीनशॉट भी ले सकते हो ठीक है चलिए आगे हम बढ़ जाएंगे तो इस टाइप के क्वेश्चन आपके एग्जाम में आते हैं ठीक चलिए आगे बढ़ते हैं देखिए भाई अभी अपन को पढ़ना है सीरीज कॉमिनेशन पैरेलल कॉमिनेशन ऑफ सेल लेकिन यह सिलेबस से हटे हुए हैं तो मैं भी आपको डेरिवेशंस वगैरह नहीं करवा रहा हूं एनसीआरटी में और बाकी बोर्ड्स में भी यह सिलेबस में नहीं है तो आप ये समझ लीजिए कि सीरीज और पैरेलल कॉमिनेशन ऑफ सेल क्या होता है और डायरेक्ट इसका रिजल्ट जो आता है वो क्या है देखो जब रेजिस्टेंसस रेजिस्टेंस तो आप समझते हो किसी भी सर्किट में आने वाली किसी भी करंट के रास्ते में आने वाली रुकावट को हम रेजिस्टेंस कहते हैं और रेजिस्टेंस को हम इस तरीके से रिप्रेजेंट करते हैं क्लियर है जिसको हमने पहले भी बताया हुआ है ठीक तो ये एक रेजिस्टेंस हो गई ये एक दूसरी रेजिस्टेंस हो गई से दिस इज r1 दिस इज r2 एंड दिस इज r3 और इस प्रकार से काफी सारी रेजिस्टेंसस अगर एक ही लाइन में कनेक्टेड है इस प्रकार से कि सभी रेजिस्टेंसस में सेम करंट ही फ्लो हो रहा है ये हमने एक बैटरी बता दी पोटेंशियल डिफरेंस का v है अगर ये सभी रेजिस्टेंसस में सेम करंट फ्लो हो रहा है जैसे कि जो करंट आई इसमें से फ्लो हुआ सेम वही करंट आई इसमें से भी फ्लो होगा वही करंट आई अगर इसमें से भी फ्लो होगा तो ऐसे कॉमिनेशन को को हम सीरीज कॉमिनेशन ऑफ सेल कहते हैं तो जब रेजिस्टेंसस सीरीज में कनेक्ट होती हैं तो इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस यानी कि जो नेट रेजिस्टेंस होती है वो ऐड हो जाती है r1 + r2 + r3 जबकि कैपेसिटर में हमने पढ़ा था कि सीरीज में 1 / r1 + 1 / r2 + 1 / r3 ऐसे सॉल्व करना पड़ता है याद रखें कि सीरीज कॉमिनेशन में जो पोटेंशियल डिफरेंस v है ये तीनों रेजिस्टेंसस के अक्रॉस ये अलग हो सकता है इसके अक्रॉस v 1 इसके अक्रॉस v2 और इसके अक्रॉस v3 क्योंकि ये तीनों सेल के पॉजिटिव और नेगेटिव से डायरेक्टली अटैच या डायरेक्टली कनेक्टेड नहीं है क्लियर है जबक हम पैरेलल कॉमिनेशन की बात करते हैं तो सेल्स के पैरेलल कॉमिनेशन में क्या होता है ये एक सेल मतलब सॉरी रेजिस्टेंसस के पैरेलल कॉमिनेशन में क्या होता है कि ये तीनों रेजिस्टेंस बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल से और तीनों बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से डायरेक्टली कनेक्टेड होती है जैसे कि ये तीनों तीनों कनेक्टेड हैं एक पॉइंट पे और ये तीनों कनेक्टेड हैं एक पॉइंट पे इसकी रेजिस्टेंस इज r1 इसकी रेजिस्टेंस r2 इसके रेजिस्टेंस r3 यहां से करंट अगर i निकलेगा तो इन तीनों में करंट जो है यहां से डिस्ट्रीब्यूटर रखें जहां से करंट डिस्ट्रीब्यूटर है जहां से करंट अलग-अलग रास्ते में बिखर जाता है वहीं से ब्रांचेस पैरेलल में हो जाती हैं i1 i2 और i3 तो पैरेलल में तीनों के अक्रॉस करंट डिफरेंट है बट तीनों के क्रॉस जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो सेम होगा अभ क्योंकि तीनों बैटरी के पॉजिटिव और बैटरी के नेगेटिव से डायरेक्टली कनेक्टेड हैं तो यहां पर जो हम बात करेंगे इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस की वो कैसे निकल के आएगी 1 / r = 1 / r1 + 1 / r2 + 1 / r3 इस प्रकार से हम ये निकालेंगे ठीक है सीरीज एंड पैरेलल कॉमिनेशन वाले अ जो सवाल है वो अभी अपने सिलेबस में नहीं है तो बस आपको इनका जो रिजल्ट है वो याद रखना है क्लियर है हम आगे बढ़ जाएंगे और आपको समझाएंगे कि भाई किस तरीके से अगर सेल्स जैसे मान के चलो कि अगर आपसे कह दिया तीनों 1010 ओम की है रेजिस्टेंस तो सीरीज में हो जाएंगी 30 और यहां पर ये हो जाएंगी तीनों 1010 ओम की है तो 1/1 + 1/1 + 1/1 1 बा r इ जब सॉल्व करेंगे तो 10/3 निकल के आ जाएगा क्लियर है चलिए आगे हम बढ़ेंगे देखिए भाई अभी हमें पढ़ना है कॉमिनेशन ऑफ सेल्स में मैक्सिमम एंड मिनिमम करंट की कंडीशन इसका मतलब यह हुआ सभी बच्चे ध्यान से सुने कि अगर मान के चलो मेरे पास बहुत सारे सेल्स हैं है ना तो जैसे मान के चलो कि ये मेरे पास सेल है एक ये सेल हो गया ये ऐसे लगा है ठीक है दूसरा ये सेल देखना सीरीज कॉमिनेशन किसको बोलते हैं एक ये सेल और इसके ये पॉजिटिव ये नेगेटिव इसके नेगेटिव में इसका पॉजिटिव घुस गया ठीक है तो आप ये देखो ये कैसा कॉमिनेशन सीरीज कॉमिनेशन फिर हमने एक और सेल लगा दिया एक और सेल लगा दिया बहुत सारे सेल लगाते गए अब मान के चलो हमने सेल तो लगा दिए 10 इस तरह सीरीज में ठीक है और हमने क्या देखा कि जो लोड है या जिस सेल से छोटे से डिवाइस को चलाया जा रहा है उसकी रेजिस्टेंस बहुत कम भी हो सकती है और बहुत ज्यादा भी हो सकती है है ना तो ऐसे केस में ये सेल जो है कब मैक्सिमम करंट देंगे कब मिनिमम करंट देंगे ये सारी चीजें आपको अभी समझ में आएंगी ठीक है तो ये क्या है भाई कंडीशन फॉर मैक्सिमम एंड मिनिमम करंट इन सीरीज कॉमिनेशन ऑफ सेल तो देखो ये मेरे पास अलग-अलग सेल है मान लिया कि सभी सेल्स का जो ईएमएफ है वो e है और सभी के अंदर की जो इंटरनल रेजिस्टेंस है वो r है ठीक है चलिए तो सबसे पहले मुझे करंट का फार्मूला बताओ जरा आप टोटल करंट इज इक्वल टोटल ईए अपन टोटल रेजिस्टेंस यही होता है फार्मूला ठीक है मान लिया ये सभी सेल्स हैं और इन सबसे जो डिवाइस मुझे चलाना है उसकी रेजिस्टेंस कैपिटल r है तो ये हमने ये लगा दी इसको हम एक्सटर्नल रेजिस्टेंस बोल रहे हैं ठीक है टोटल ईएमएफ देखो एक सेल का ईएमएफ e सीरीज में दूसरे का भी e तीसरे का e यानी यानी कि सभी सेल का ईए e + e + e + e तो एक सेल है तो e दो है तो 2e तीन है तो 3e चार है तो 4e और इस प्रकार से n सेल है तो ne0 टोटल ईएमएफ हो गया अपॉन टोटल रेजिस्टेंस तो टोटल रेजिस्टेंस की अगर मैं बात कर रहा हूं तो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस प्लस इंटरनल रेजिस्टेंस सीरीज में तो सभी रेजिस्टेंस ऐड हो जाएंगी ठीक है तो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस कैपिटल r और इंटरनल रेजिस्टेंस r 2r 3r यानी सभी रेजिस्टेंस जुड़ते जुड़ते ऐसे बन जाएंगी r प् n ठीक है तो ये करंट का फार्मूला हो गया इस फॉर इस वाले सर्किट के लिए अब मुझे बताना है कि भाई मैक्सिमम करंट कब मिलेगा तो मैक्सिमम करंट कब मिलता है इसकी सिचुएशन हमने लिखी पहले तो आप ये भूल जाओ कि मैक्सिमम करंट सिचुएशन मुझे याद है ठीक है तो मुझे तो क्या याद है कि भाई मैंने दो कंडीशन लगाई मैंने कहा कि यदि यदि r जो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस की वैल्यू इंटरनल रेजिस्टेंस जो मतलब भले ही हमने 10 सेल लगाए लेकिन जो एक डिवाइस जो हमने लगाया इन सेल से चलने के लिए उसकी खुद की रेजिस्टेंस बहुत-बहुत ज्यादा कम है n की वैल्यू से भी छोटी तो ऐसे केस में हम इस कैपिटल r को नेगलेक्ट कर सकते हैं और जब हम इस r को नेगलेक्ट करेंगे तो क्या बचेगा n अप n ये लिख दिया तो n से क्या कट गया n कट गया क्लियर है तो ये क्या बचा i = e / r ये बचा और ये कंडीशन कैसी है मिनिमम करंट की कंडीशन है कैसी मिनिमम करंट की कंडीशन सर क्यों क्योंकि देखो सेल भले ही हमने e 2e 3e 4e 5e 6e सेल तो भले ही हमने 10 लगाई है लेकिन यहां पर आपको करंट कितने का मिलेगा एक सेल के ईएमएफ के बराबर बात समझ में आ रही है ठीक है तो बस ये चीज आप समझे कि भले ही हमने 10 सेल लगाई हो n सेल लगाई हो लेकिन करंट कितना मिल रहा है एक सेल के ईएमएफ के बराबर ठीक है तो इसका मतलब बाकी की सेल किसी मतलब की नहीं है अगर आपकी एक्सटर्नल रेजिस्ट बहुत छोटी है तो याद रखिए कि आप एक ही सेल लगाओगे तो भी आपको उतना करंट मिलेगा जितना 10 सेल लगाने पे मिलेगा तो ये इस केस में मिनिमम करंट आपको सर्किट में मिलेगा ठीक है चलिए दूसरा केस क्या है यदि एक्सटर्नल रेजिस्टेंस की वैल्यू nrrmsvacancy.com n टाइम्स ऑफ़ e यानी कि जितने सेल लगाओगे वो सभी सेल का ईएमएफ काम करेगा करंट प्रोवाइड कराने के लिए तो इस वाले केस में आपको n सेल के के जितना ही करंट मिलेगा दैट मींस मैक्सिमम करंट मिलेगा ठीक है तो सीरीज कॉमिनेशन में मैक्सिमम करंट कब मिलता है जब आपका जो लोड है जब एक्सटर्नल रेजिस्टेंस है जब बड़ी हो तब आपको सीरीज कॉमिनेशन में ज्यादा या नहीं मैक्सिमम करंट मिलता है क्लियर है बताओ जरा क्लियर है कमेंट सेक्शन में आपका जवाब चाहता हूं जल्दी से मुझे कमेंट में बता देना ठीक है चलिए आगे हम बढ़ेंगे अब हमें पढ़ने को मिलता है भाई पैरेलल कॉम्बिन ऑफ सेल तो पैरेलल कॉमिनेशन में क्या है देखो एक सेल इसका पॉजिटिव सेल का पॉजिटिव यहां कनेक्ट है दूसरी सेल इसका पॉजिटिव भी यहां कनेक्ट है तीसरी सेल का पॉजिटिव भी यहां कनेक्ट है ठीक है और ये सबका नेगेटिव यहां कनेक्ट है ये इन सब की इंटरनल रेजिस्टेंस है सभी सेल का ईएफ e है और इस प्रकार से कितनी रो हमने लगाई पहली रो दूसरी रो तीसरी रो चौथी रो पांचवी रो और इस प्रकार से m n नहीं m नंबर ऑफ रोज हमने ली सर m क्यों n ले लेते तो बढ़िया होता ना अ ये मिक्स्ड कॉमिनेशन करेंगे तो वहां आप m और n में कंफ्यूज ना हो जाओ बस इसलिए लिया है ठीक है और ये पैरेलल यानी कि मेरे पास 8 10 सेल है 10 सेल है मान के चलो इस प्रकार से मैंने कनेक्ट किए ये सब ये सभी इस तरीके से मैंने एक के ऊपर एक के ऊपर ले लिया वायर लिया और एक बल्ब मुझे जलाना है छोटा सा ठीक है तो उसकी एक्सटल रेजिस्टेंस मैंने जो है r ले ली ठीक है अब फिर से फार्मूला क्या है टोटल करंट का भाई टोटल अपॉन टोटल रेजिस्टेंस टोटल ईएमएफ टोटल ईएमएफ ध्यान से समझना टोटल ईएमएफ जो हम कंसीडर करेंगे वो इस बार कितना कंसीडर करेंगे ए नहीं देखो ए कब लेते हैं जैसे मान के चलो मान के चलो एक ये सेल है यह दूसरी सेल है और यह यहां पर तीसरी सेल है यह चौथी सेल है तो एक रो में एक रो में जितना पोटेंशियल होता है ना उतना आप लोगे ठीक है समझना नहीं समझे तो मैं आपको बताता हूं देखो पैरेलल कॉमिनेशन में क्या होता है कि सभी इन दोनों टर्मिनल के अक्रॉस जो पोटेंशियल डिफरेंस होगा वो कैसा होगा सबका कॉमन पोटेंशियल डिफरेंस होगा ना सबका कॉमन ईएमएफ होगा तो सबका ईएमएफ ई ई है है ना तो कॉमन ईएमएफ कितना आएगा e इसलिए हमने पैरेलल कॉमिनेशन में टोटल ईएमएफ की जगह मे या n नहीं लिया क्या लिया है e लिया है तो ये e ले लिया ठीक क्योंकि हम पैरेलल कॉमिनेशन में सबके अक्रॉस पोटेंशियल डिफरेंस सेम होता है तो तो हमने यही ले लिया ठीक है टोटल ईएमएफ अपॉन टोटल रेजिस्टेंस टोटल रेजिस्टेंस कितनी है देखो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस कैपिटल r प्लस इंटरनल रेजिस्टेंस अब इंटरनल रेजिस्टेंसस की बात अगर हम कर रहे हैं तो इंटरनल रेजिस्टेंस सीरीज में कैसे हैं सीरीज में एक ये है दूसरी ये है तीसरी ये है चौथी ये है है ना तो सीरीज में सॉरी पैरेलल में किसमें पैरेलल में तो पैरेलल कॉमिनेशन में अगर हम आ आर आर ये जो है रेजिस्टेंसस हैं और इनकी एमरो जा रही है है तो हम जो इंटरनल तो सीरीज पैरेलल कॉमिनेशन में इसको अगर अपन सॉल्व करते हैं तो आता है r / m सर मुझे समझ में नहीं आया तो आप मैं आपको समझा देता हूं जैसे मान के चलो कि मेरे पास जो है देखना जरा मेरे पास एक दो तीन चार पाच छह ठीक है ये छह रेजिस्टेंस लगी है सबकी वैल्यू 33 ओम है कितनी है चलो सात मान लेते हैं सबकी वैल्यू कितनी है 33 ओम तो इसका इसकी r की वैल्यू कितनी है 3 और कितनी रो है 7 1 2 3 और ये 7 तो आंसर 3/7 आना चाहिए चेक कर लेते हैं तो पैरेलल कॉमिनेशन में रेजिस्टेंस का फॉर्मूला 1 / r = 1 / r1 + 1 बा r2 + 1 बा r3 + 1 बा r4 + 1 बा r5 + 1 / r6 + 1 / r7 और 8 होता तो ऐसे कर लेते तो 1 / r = सॉल्व किया तो ये आ गया 3 एलसीएम 1 + 1 + 1 + 1 + 1 + 3 और 3 6 और एक सात ठीक है तो 1 / r = टू कितना आ गया 7 / 3 मुझे चाहिए r तो इसको पलट दिया तो ये भी पलट दिया 3/7 अगर यहां पर एट होती तो 3/8 आ जाता 9 होती तो 3/9 आ जाता ठीक तो इस प्रकार से यहां पे कितनी रो है यहां पर कितनी है सर m रो है तो यहां पे कितना आ गया r / m बताओ समझ में आ गया इंटरनल रेजिस्टेंसस की इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस कैसे निकाली इस प्रकार से तो i = e अप अब देखना एलसीएम लिया तो एलसीएम लेने के बाद क्या होगा m एलसीएम आया और m है इसका इंटू हो गया तो r + m ये बन गया ऐसे नहीं समझ में आता तो ऐसे देख लो m + r ये m चला गया ऊपर चला गया तो क्या बन जाएगा मे अपॉन में में क्या है r + m ये लिखा है तो ये करंट के लिए फार्मूला आ गया अब फिर से इसमें वही मैक्सिमम और मिनिमम की सिचुएशन हमने बताई तो मैक्सिमम करंट के लिए हमने माना कि इंटरनल रेजिस्टेंस की वैल्यू यदि बहुत बड़ी है और ए ए ये जो कैपिटल r की वैल्यू है इसके साथ अगर रो का इंटू कर दें m की वैल्यू बहुत छोटी है तो ऐसे केस में आपको मिलेगा मैक्सिमम करंट और यदि इंटरनल रेजिस्टेंस की वैल्यू बहुत छोटी है और ए की वैल्यू बहुत बड़ी है तो ऐसे केस में आपको मिलेगा मिनिमम करंट दैट मींस एक सेल के बराबर करंट और यहां पे मिलेगा m सेल के बराबर करंट क्लियर है तो ये पैरेलल और सीरीज कॉमिनेशन में मैक्सिमम करंट की सिचुएशन हो जाती है बताओ जरा क्लियर है क्या ठीक है अभी हम आगे बढ़ेंगे और नेक्स्ट आपको समझना है कि भाई मिक्स्ड कॉमिनेशन अगर लगा है तो वहां पे मैक्सिमम करंट की कंडीशन क्या बनती है ठीक है तो देखिए सबसे पहले ये समझ लो मिक्स्ड कॉम्बिन क्या बोलते हैं पहली सेल में मतलब पहली वाली में सभी सेल किसमें सीरीज में इसमें भी सीरीज में इसमें भी सीरीज में इसमें भी सीरीज में लेकिन आप ऊपर देखो यह सीरीज ये वाली ब्रांच और ये वाली ब्रांच किसमें है पैरेलल में ये वाली ब्रांच भी किसमें है पैरेलल में ठीक है मान के चलो कि एक ब्रांच में कितनी सेल लगी है n नंबर ऑफ सेल लगी हैं तो पहली ब्रांच का ईएमएफ कितना n दूसरी ब्रांच में भी n सेल लगी है दूसरी ब्रांच का ईएमएफ कितना ne3 ब्रांच का भी ईएमएफ कितना टर्मिनल पर जाकर एक कनेक्ट हुई है तो इन सभी ब्रांचेस का कॉमन पोटेंशियल डिफरेंस या कॉमन ईएफ कितना होगा ए ठीक है जिसको हम टोटल ईएमएफ कंसीडर करेंगे ठीक चलिए ध्यान से देखना इन सेल की तो अपन करंट का फार्मूला क्या होता है टोटल ईएमएफ अपॉन टोटल रेजिस्टेंस ठीक है अब देखना पहली ब्रांच की रेजिस्टेंस क्या है n आ दूसरी की भी n आ तीसरी की भी n आ और इस प्रकार से कितनी रो है बोला ए रो है तो एक्सटर्नल रेजिस्टेंस प्लस इंटर ल रेजिस्टेंस एक्सटर्नल रेजिस्टेंस क्या है कैपिटल r इंटरनल रेजिस्टेंस हर एक ब्रांच की n आ n आ n आ कितनी ब्रांचेस है m तो n बा m हो गया बताओ जरा क्लियर हो गया एलसीएम ले लिया एलसीएम ले लिया तो क्या बच गया i = n अप n + m n + m ये m भी चला गया ऊपर तो क्या बन गया m ए / n + m अब यहां पर क्या है अब यहां पर हमें मैक्सिमम करंट की सिचुएशन बतानी है अब अगर मैं यह बोल दूं कि n बड़ा है या m बड़ा है तो हम किसी कंक्लूजन पे नहीं पहुंच पाएंगे क्योंकि हमें नहीं पता ना कि कितनी रोज हैं कितने जो है एक सेल एक ब्रांच में कितने जो है सेल लगे हुए हैं तो यहां पर मैक्सिमम करंट कैसे मिलेगा तो मैक्सिमम करंट के लिए फिर कंडीशन बताई गई कि जैसे मान के चलो आप इसको करंट की इक्वेशन मत सोचो आप इसको सोचो कि भ ये कोई कोई भी नॉर्मल इक्वेशन लिखी हुई है ठीक है इसमें ये न्यूमरेशन है और इसमें ये डिनॉमिनेटर है तो करंट इसका इसका आंसर आ रहा है ठीक है तो ये बताओ करंट मैक्सिमम कब हो सकता है जब डेनोमेट छोटा हो जब डेनोमेट जितना ज्यादा मिनिमम होगा डेनोमेट की वैल्यू जितनी कम होगी आंसर उतना ही बढ़ाएगा भाई आपने 100 से डिवाइड लगाया किसी वैल्यू में तो आंसर कुछ आया अगर आप टू से डिवाइड लगाओगे तो आंसर ज्यादा आएगा डेनोमेट जितना मिनिमम होगा आंसर उतना ही मैक्सिमम आएगा क्लियर है ठीक है ध्यान रखेंगे तो अभी हम ये कंडीशन बनाएंगे कि जो nrrmsvacancy.com यह मिनिमम कैसे हो सकता है सो दैट यह करंट की वैल्यू मैक्सिमम आए तो आप पहले ये समझिए कि हम n + m को लिख क्या सकते हैं तो हम n + m को देखो a को हम क्या लिख सकते हैं ध्यान से देखो √ a का स्क्वायर भाई एक ही बात है ना तो हमने n + m को क्या लिखा √ n का स्क्वा + √ m का स्क्वा ऐसे लिखा ठीक है अगर मैं इस रूट तो लिख सकते हैं ना पक्का ऐसे ठीक a को हमने √ a स् लिखे कोई प्रॉब्लम नहीं तो n को हमने √ nr1 लिखा कोई प्रॉब्लम नहीं m को हमने √ m स् लिखा कोई प्रॉब्लम नहीं ठीक है लिख दिया ठीक है बताओ जरा क्लियर है अब देखना ये एज इट इज स्क्वायर ये एज इट इज स्क्वायर अगर मैं इसमें 2 √ nr2 √ n को प्लस करूं तो ओवरऑल इक्वेशन में कोई फर्क पड़ा क्या नहीं क्योंकि 2 √ n माइनस का और ये प्लस का तो ओवरऑल क्या आया जीरो मतलब इक्वेशन में तो कोई फर्क नहीं पड़ा जैसे मान के चलो कि यहां पर मेरे पास लिखा है 2 अब मैं इसमें माइनस का सेन और प्लस का सेन ऐड कर दूं कर सकता हूं ना तो आप ये देखेंगे कि भाई फर्क तो कुछ नहीं पड़ा बिल्कुल अभी भी ये टू ही आंसर आएगा लेकिन अपना काम चल जाएगा यहां पे इसी प्रकार से इस इक्वेशन में फर्क तो नहीं पड़ा कुछ भी लेकिन अपना काम चल जाए सर क्या काम चल जाएगा कि अब आप इसको चेक करो जरा ये कुछ ऐसा लग रहा है a स् प् b स् हां या फिर a स् + b स् -2 a + 2ab अच्छा अब चेक करना क्या मैं इस फॉर्मूले को a - b स् लिख सकता हूं सर बिल्कुल लिख सकते हो तो यह a है यह b है इसका होल स्क्वायर कर दिया a - b स् + 2ab भी एज इट इज लिखा छूट गया है ना तो इसका मतलब है कि जो डेनोमेट था पिछले वाले जो है स्लाइड का ये डेनोमेट को मैंने इस फॉर्म में लिख सकता हूं इस डेनोमेट को मैं इस फॉर्म में लिख सकता हूं ठीक है तो अब आप ये सोचो कि ये डेनोमेट को मैंने इस फॉर्म में लिखा तो अगर मैं चाहता हूं कि डेनोमेट की वैल्यू मिनिमम हो जाए कैसे हो जाए सबसे कम सबसे कम तो मैंने कहा कि डेनोमेट ये दो टर्म से मिलके बना है दो टर्म से मिलके अगर मैं चाहूं कि भाई एक टर्म जीरो हो जाए तो डेनोमेट की वैल्यू थोड़ी कम हो जाएगी ना ये वाला टर्म जीरो कर दूं तो डेनोमेट की वैल्यू क्या हो जाएगी कम तो इसका मतलब है फॉर n + m टू बी मिनिमम करंट टू बी मैक्सिमम मतलब n प् n आ जब मिनिमम होंगे तब करंट मैक्सिमम होगा और यह कंडीशन कब बन सकती है जब ये दोनों वैल्यूज बराबर हो जाए ये दोनों वैल्यू अगर बराबर हो गई जैसे मान के चलो इसकी वैल्यू भी सेन इसकी वैल्यू भी सेवन तो ये वाला टर्म तो जीरो हो जाएगा यानी कि n + ए दो टर्म से मिलके बना है इससे और इससे और ये वाला अगर जीरो हो गया तो सिर्फ क्या बचेगा ये यानी कि डेनोमेट पर मिनिमम हो जाएगा तो आप ये समझो तो हमने लिखा फॉर n आ फॉर n आ एंड m टू बी मिनिमम ये वैल्यू इसके बराबर होनी चाहिए है ना बीच में माइनस लगा है तो जब हम इस वैल्यू को एक दूसरे के बराबर रखते हैं तो हम ये पाते हैं कि कैपिटल r की वैल्यू क्या आई n अप m ठीक है तो ये जो रेजिस्टेंस जो निकल के आई ये हमें कब मिलती है जब हमें मैक्सिमम करंट जो है निकालना हो देखो ये रेजिस्टेंस अगर होगी ये रेजिस्टेंस तो डेनोमेट मिनिमम होगा और डेनोमेट अगर मिनिमम होगा तो हमें मैक्सिमम करंट मिलेगा ठीक है दिस शुड बी रेजिस्टेंस फॉर मैक्सिमम करंट यानी कि मिक्स्ड कॉमिनेशन ऑफ सेल्स की अगर हम बात करते हैं और उसमें हमें मैक्सिमम करंट चाहिए तो आप रेजिस्टेंस एक्सटर्नल रेजिस्टेंस जो सिलेक्ट करें वो ऐसी करें कि जिसका जिसकी वैल्यू इतनी होना चाहिए ठीक है उम्मीद करता हूं ये समझ में आया होगा ये मिक्स्ड कॉमिनेशन थोड़ा सा बच्चों को लेट समझ में आता है तो अगर आप इसको एक बार रिवाइंड करके देख लेंगे तो ज्यादा बेटर रहेगा आपके लिए क्लियर है चलिए आगे हम बढ़ेंगे आगे हम बढ़ जाते हैं देखिए नेक्स्ट हमें जो बढ़ना है दैट इज किरचॉफ रूल आप समझ लो कि सबसे पहले तो यह जो टॉपिक है बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है इसके बिना इस करंट इलेक्ट्रिसिटी में काम नहीं चलता किरचऑफ ल लॉ जो है इसका काम क्या है इसका काम यह होता है सबसे पहले जान ले कि कॉम्प्लेक्शन कौन सा है और पैरेलल कॉमिनेशन कौन सा है और ऐसी सर्किट में अगर हमें करंट निकालने को दे दिया जाए तो वो अपन से नहीं निकलेगा कि इस ब्रांच में कितना करंट है इस ब्रांच में कितना करंट है क्योंकि हमें समझ में नहीं आता कि एक्चुअल में कौन सी रेजिस्टेंस सीरीज में लगी है कौन सी रेजिस्टेंस पैरेलल में लगी है क्योंकि हो सकता है कि एक सेल नहीं दो सेल लगा दें तीन सेल लगा दें अलग-अलग जगह पे तब कैसे जो है कैलकुलेशन करेंगे तो ऐसी कॉम्प्लेक्टेड इसी को हम जंक्शन रूल भी कहते हैं और दूसरा जो किरचॉफ का नियम था वो था किरचॉफ वोल्टेज रूल इसको हम लूप लॉ भी कहते हैं क्लियर है तो सबसे पहले समझेंगे जंक्शन रूल को जंक्शन रूल को हम किरचॉफ का करंट रूल भी कहते हैं तो पहले ये जान लो कि जंक्शन क्या होता है जंक्शन हम ऐसे पॉइंट को बोलते हैं जहां पे दो से ज्यादा कंडक्टर्स आकर के मीट कर रहे हो जैसे ये जो पॉइंट आप देख रहे हैं यहां पे दो से ज्यादा कंडक्टर आ कर के मीट कर रहे हैं तो इस पॉइंट को हम क्या बोलेंगे जंक्शन बोलेंगे तो किरचॉफ ने ये कहा कि भाई साहब जंक्शन जो होता है ये अपने पास कोई भी करंट नहीं रखता जितना करंट इसमें आता है वो पूरा करंट यहां से वापस चला जाता है जो जंक्शन है वो किसी प्रकार की जमाखोरी नहीं करता है जैसे 10 एंपियर करंट इसमें से आया और 10 एंपियर ही चला गया तो बताओ उसके पास कितना करंट बचा बोला जीरो सर कैसे 10 आया और 10 घटा दो जो चला गया बस इसी प्रकार से कितना करंट बचा जीरो तो बस यहां पर यही बात कही जा रही है अकॉर्डिंग टू दिस रूल अलजेब्रिक क्या अलजेब्रिक सम ऑफ करंट एट द जंक्शन इज ऑलवेज जीरो अलजेब्रिक सम ऑफ करंट का मतलब वही है कि अगर आया तो आपने कहा 10 जुड़ गए और अगर चला गया जाने वाले को आपने कहा कि 10 माइनस हो गए तो नेट करंट यहां पे जीरो बचा है ना तो आने वाले को आपने जोड़ दिया जाने वाले को घटा दिया तो कहा गया देखो i1 i2 i3 आ रहा था तो प्लस लगा दिया i4 i5 जंक्शन से जा रहा है तो माइनस लगा दिया कह रहे हैं कि सबको जोड़ दोगे तो आंसर जीरो आएगा ठीक है तो प्लस वाले यहां माइनस वाले यहां कर दिए तो आपने देखा कि जितने भी ये प्लस वाले हैं ये जंक्शन पर आ रहे हैं करंट रिचिंग एट द जंक्शन इज इक्वल टू करंट लीविंग द जंक्शन तो किरचॉफ का जो पहला जो लॉ है ये कंजर्वेशन ऑफ चार्ज को फॉलो करता है तो जब अपन प्रॉब्लम्स को सॉल्व करते हैं जैसे आप आगे मैं आपको क्वेश्चन कराऊंगा तो आप ये पाएंगे कि हमेशा आप एक बात का याद रखें कि जंक्शन पे जितना करंट आएगा जंक्शन पे जितना करंट आएगा उतना ही करंट जो है वहां से चला जाएगा क्लियर है है ना तो ये बात अपन ध्यान रखेंगे चलो इसको अपन अप्लाई करेंगे किरचॉफ के वोल्टेज लॉ से मिले हुए जो अपन क्वेश्चन करने वाले हैं अगला जो हमें पढ़ना है किरचॉफ वोल्टेज लॉ देखिए किरचॉफ का वोल्टेज रूल बहुत सिंपल सी बात कहता है पहली चीज आप याद रखें किरचऑफ का जो वोल्टेज रूल है यह क्लोज लूप यानी क्लोज पाथ के लिए एप्लीकेबल है ठीक है इसीलिए हम इसको लूप लॉबी कहते हैं एक चीज अपने दिमाग में बिठा के रखो कि जबजब करंट के रास्ते में रेजिस्टेंस आएगी तब तब पोटेंशियल चेंज होगा जबजब करंट के रास्ते में रेजिस्टेंस आएगी तब तब पोटेंशियल चेंज होगा ठीक है ध्यान से समझना अब देखो तो जैसे मान के चलो ये क्लोज लूप है क्लोज रास्ता ए बी सीडी ए तो किरचॉफ ने बड़ी सिंपल सी बात कही कि जैसे मान के चलो आप a से चलना स्टार्ट करो और वापस से a पे आ जाओ तो नेट चेंज इन पोटेंशियल डिफरेंस जीरो आएगा कैसे सर देखो आपको समझाता हूं आप a से लेकर b तक चले ठीक है तो करंट के रास्ते में कुछ रुकावट आई इसमें कितना करंट फ्लो हो रहा है लेट्स से आ करंट रुकावट यानी रेजिस्टेंस कितनी r1 तो इस रेजिस्टेंस के अक्रॉस जो पोटेंशियल डिफरेंस आएगा जो पोटेंशियल का चेंज आएगा दैट इज v1 और वो कितना ir1 फिर करंट आगे बढ़ेगा तो फिर इससे पास होगा r2 से तो करंट के रास्ते में रुकावट आई तो फिर से पोटेंशियल चेंज होगा कितना पोटेंशियल चेंज आ गया बोला v2 लिख दिया ir2 ठीक है फिर हम आगे बढ़े सीत तक पहुंचे ठीक फिर हमने देखा कि हम बैटरी का ये लोअर पोटेंशियल है लोअर टर्मिनल लोअर पोटेंशियल वाला टर्मिनल और ये वाला जो टर्मिनल है वो हायर पोटेंशियल वाला है तो हम बैटरी के नेगेटिव से हायर टर्मिनल तक जाएंगे नेगेटिव से पॉजिटिव तक तो फिर से पोटेंशियल चेंज होगा है ना तो आप ये देखें कि फिर पोटेंशियल चेंज होगा हम यहां तक आ गए तो हम ये देखेंगे कि एक सर्किट के अंदर जैसे-जैसे करंट किसी भी रुकावट को पार करता है वैसे-वैसे पोटेंशियल में चेंज आता है ठीक है तो किरचॉफ ने कहा कि अगर आप इन सभी चेंजेज को जोड़ देंगे सभी चेंज इन पोटेंशियल को जोड़ देंगे तो उनका जो जोड़ होगा ये जीरो के बराबर होगा क्लियर है आगे कैसे इसको सॉल्व करना है ये सारी चीजें आपको समझ में आ जाएंगी ठीक है जैसे मान के चलो एग्जांपल के तौर पे आपसे ये कहता हूं कि ये मेरे पास दो रेजिस्टेंस लगी है एक बैटरी है ये लगी हुई है ठीक है करंट इसमें से फ्लो हो रहा है बैटरी है 10 वोल्ट की ठीक है तो आप ये देखो 10 वोल्ट की है ये हायर पोटेंशियल ये लोअर पोटेंशियल ठीक है मान के चलो कि भाई यहां पे 5 वोल्ट का जो है चेंज आया जब करंट जो है पास हुआ यहां पे भी 5 वोल्ट का चेंज आया जब करंट पास हुआ ठीक है और जब आप बैटरी से यहां से यहां आ रहे हो तो करंट पास होगा बैटरी से 10 वोल्ट का चेंज आएगा ठीक है तो ध्यान से देखो कि अब यहां पे पोटेंशियल ये हायर पोटेंशियल कहलाता है ये लोअर पोटेंशियल तो हम हायर से लोअर जा रहे हैं ना तो ये 5 वोल्ट का जो चेंज आएगा वो पोटेंशियल ड्रॉप कहलाएगा ये पांच 5 वोल्ट का चेंज आएगा वो भी पोटेंशियल ड्रॉप कहलाएगा देखो इस पॉइंट का पोटेंशियल अर 10 वोल्ट है और इस पॉइंट का 0 वोल्ट है तो आप ये देखेंगे हम 10 से जीरो की ओर जा रहे हैं तो पोटेंशियल घट रहा है 10 से रो की ओर जा रहे हैं तो पोटेंशियल घट रहा है तो यहां पे 5 वोल्ट घटा यहां 5 वोल्ट घटा और जब हम बैटरी के लोअर टर्मिनल रो से 10 की ओर आए तो पोटेंशियल बढ़ा तो हमने इसको + 10 वोल्ट किया तो हम इन सभी पोटेंशियल्स को अगर ऐड करेंगे -5 प् -5 प्लस प्लस का 10 है ना तो आप पाएंगे कि सम कितना आ रहा है जीरो आ रहा है ठीक है आगे जो साइन कन्वेंशन अपन यूज करते हैं वह आपको सिखाऊंगा तो हमने देखा कि यह जो रूल है इस रूल में क्या है कि नेट चेंज इन पोटेंशियल डिफरेंस इन ए जं इन ए क्लोज लूप विल ऑलवेज इक्वल टू जीरो और ये जो लॉ है ये कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी को फॉलो करता है किसको फॉलो करता है कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी को ठीक है तो हमने पाया अकॉर्डिंग टू कचो वोल्टेज रल मतलब वोल्टेज लॉ सम ऑफ ऑल चेंज इन पोटेंशियल डिफरेंस अराउंड ए क्लोज लूप इज जीरो ठीक है आगे इसका एक क्वेश्चन कराऊंगा तो आपको समझ में आ जाए किस तरीके से आपको अप्लाई करना है लेकिन लेकिन उससे पहले आप साइन कन्वेंशन जो हम कंसीडर कर रहे हैं वो आप ध्यान दें ठीक है साइन आप कैसे भी कंसीडर कर सकते हो है ना लास्ट ईयर मैंने जो अभी बता रहा हूं उसके अपोजिट बताया था वो भी कई बुक्स में दिया जाता है लेकिन फिर बच्चों ने मुझे कमेंट करा कि सर हमारे सर ने तो ऐसे साइन कन्वेंशन बताया है तो ऐसे आप देख ले ये भी आपको कई बुक्स में देखने को मिलेगा ठीक है तो पहली चीज समझ ले आप देखो आपको एक चीज सम समझनी है कि जब हम इसको सॉल्व करते हैं तो हमें डायरेक्शन जो है इसमें डिसाइड करनी पड़ती है कि आप चल कैसे रहे हो ठीक है आपने डिसाइड किया मैं ए से लेके बी बी से लेके सी सी से लेके डीडी से लेके ए चलूंगा तो आपके चलने की डायरेक्शन यानी कि मेरे चलने की डायरेक्शन किसी ब्रांच में अगर मेरी ये मैं चल रहा हूं और ये करंट है अगर मेरी डायरेक्शन और करंट की डायरेक्शन ऑपोजिट है कैसी है अपोजिट तो मैं प्लस साइन लूंगा ठीक है अगर अगर तो जैसे मान के चलो कि इस ब्रांच में मैं जा रहा हूं a टू बी कहां जा रहा हूं a से लेके b तक जा रहा हूं मैं जा रहा हूं a टू बी और करंट आ रहा है b से लेके a तक तो मैं कैसा साइन लूंगा पॉजिटिव साइन करंट कितना i1 रेजिस्टेंस कितनी r1 तो ये पॉजिटिव साइन अगर मेरी डायरेक्शन और करंट की डायरेक्शन सेम है है ना किसी ब्रांच में तो कैसा साइन लूंगा नेगेटिव साइन तो मैं जा रहा हूं a टू ब और करंट भी जा रहा है a टू ब तो कैसा माइनस साइन तो - i1 r1 ठीक है जब मैं ब्रांच में आगे बढ़ते हुए नेगेटिव मतलब ब्रांच में आगे बढ़ते हुए हायर पोटेंशियल से लोअर पोटेंशियल की ओर जाऊंगा ऐसे ठीक है तो मैं नेगेटिव साइन लूंगा क्योंकि पोटेंशियल ड्रॉप हो रहा होगा ठीक है लेकिन जब मैं लोअर पोटेंशियल टू हायर पोटेंशियल जाऊंगा छोटे टर्मिनल से बड़े टर्मिनल की ओर है ना तो वहां पे पोटेंशियल गेन हो रहा होगा तो वहां पे प्लस साइन होगा कैसे इसको सॉल्व करना है आइए आपको समझाता हूं जैसे मान के चलो कि मेरे पास क्या है मेरे पास एक और यहां पर देखो मैं आपको कुछ यह भी समझाना चाह रहा हूं तो इसको मैं हटा देता हूं मान के चलो कि मेरे पास ये एक चलो इसको सबको हटा दिया मैंने क्यों ताकि मैं आपको समझा पाऊं कि कैसे हमें ये समझाना डायरेक्शन खुद से कंसीडर करनी है ध्यान से देखना तो ये मेरे पास एक सर्किट हो गई या मैं कहूं कि मेरे पास एक नेटवर्क हो गया इस नेटवर्क के अंदर क्या है इस नेटवर्क के अंदर हमारे पास दो सेल है एक e1 है और एक e2 है ठीक है e1 के साथ जो रेजिस्टेंस अटैच है एक्सटर्नल वो r1 है और इसी प्रकार से इसमें रेजिस्टेंस r2 है और यह एक्सटर्नल रेजिस्टेंस एक और लगी है जो कि r है ठीक है हमें सर्किट में किस प्रकार से ईएमएफ वगैरह निकालना है वो आपको अब अभी सिखाया जाएगा ठीक है तो सबसे पहले हमने क्या कंसीडर किया कि e1 से कितना करंट निकल रहा होगा हमने खुद से माना खुद से मानना पड़ेगा लेट्स से i1 e2 से कितना निकल रहा होगा i2 और हमेशा प्लस टर्मिनल से ही करंट बाहर निकालना है इसमें i1 करंट आया इसमें i2 आया यहां से i2 करंट ऊपर जा रहा है और यहां से i1 यहां पे आ रहा है दोनों मिल जाएंगे तो i1 + i2 हो जाएगा देखो इस जंक्शन पे कितना करंट आया i2 नीचे से i1 यहां से तो इस जंक्शन पे करंट कितना आया i1 + i2 तो इस जंक्शन से जाएगा भी कितना i1 + i2 लग गया किरचॉफ का पहला रूल ठीक है अब देखो यहां पे कितना करंट आया i1 + i2 अब इस बैटरी से जितना करंट निकला था i1 वो वापस से इसमें घुस जाएगा इससे जितना निकला ला था i2 ये वापस से इसमें घुस गया यानी कि i1 + i2 में से i1 यहां चला गया और i2 यहां चला गया जंक्शन पे आया था i1 + i2 चला भी गया i1 + i2 ठीक है तो ये इस प्रकार से हमने देखा अब हमें डायरेक्शन कंसीडर करनी होती है कि हमारी कैलकुलेशन की डायरेक्शन क्या होगी तो हमने कैलकुलेशन की डायरेक्शन मान ली क्लॉक वाइज क्या मान ली क्लॉक वाइज जैसे आपको कंसीडर करना हो वैसे कर सकते हैं तो इसका मतलब ये हो गया कि देखो हम किस लूप में चलेंगे तो हमने कहा हम जाएंगे e से b b से c c से f f और एफ से e लूप कब कंप्लीट होता है जब आप यहां से चलो और वापस वहीं पे आ जाओ तो e बी सी ए e e ब स ए e में हम काम करेंगे है ना तो देखो ये क्लॉक वाइज चलना है तो मैं कैसे चलूंगा e टू ब सबसे पहले मैं कहां गया e से लेके b तक मैंने देखा कोई रेजिस्टेंस नहीं है रास्ते में तो कोई जो है पोटेंशियल चेंज नहीं होगा तो मुझे कुछ लिखना नहीं पड़ा अब मैं चला b से लेके c तक तो मैंने देखा कि मैं जा रहा हूं b टू c b टू c और करंट भी जा रहा है टू c दोनों की डायरेक्शन सेम है तो माइनस साइन कंसीडर किया तो करंट इंटू रेजिस्टेंस करंट इसमें और रेजिस्टेंस की और माइनस साइन ठीक है फिर हम आगे बढ़े c पर आ गए c2f जाना है तो c2f में कोई रेजिस्टेंस नहीं है कुछ नहीं लिखा अब जाना है f टू e तो f से लेके e तक जाना है पहले रास्ते में क्या आया बैटरी का नेगेटिव टर्मिनल तो नेगेटिव से कहां पहुंचे पॉजिटिव पे पोटेंशियल का गेन हुआ तो क्या ले लिया अपन ने प्लस का साइन तो + e1 ठीक है आगे बढ़े बे आगे बढ़े देखो यहां पे समझना यहां पे करंट किस डायरेक्शन में है r1 के अंदर इस डायरेक्शन में और हम भी कहां जा रहे हैं इसी डायरेक्शन में ठीक है तो इसका मतलब दोनों सेम है तो अपोजिट साइन यानी कि माइनस साइन ले लो तो माइनस का i1 r1 = 0 ठीक है क्योंकि नेट चेंज जो होता है पोटेंशियल डिफरेंस का वो कितना आएगा जीरो आएगा ठीक है नेट सम ऑफ या सम ऑफ चेंज इन पोटेंशियल डिफरेंस जीरो होगा तो हमने प्लस प्लस वाले एक साइड कर दिए और माइनस माइन वाले एक साइड कर दिए तो आप यह पाएंगे कि यहां पर जो e1 की वैल्यू है ये ये निकल के आएगी देखो e1 को हमने यहीं पर छोड़ दिया जो प्लस का था और जो माइनस के थे दूसरी साइड जाके वो प्लस के हो जाएंगे तो यह कुछ इस प्रकार से हो ग बताओ जरा ठीक है अब देखिए अब दूसरे लूप में हम काम करेंगे ए कौन से लूप में a e एडी ए अब ए e एडी में काम करेंगे तो ए से से लेके e तक गए कुछ नहीं आया रास्ते में कुछ नहीं लिखा e से लेके f तक हम जा रहे हैं हम कहां से कहां जा रहे हैं e से f तक ठीक है ये डायरेक्शन बताइ है e से f तक लेकिन करंट कैसे आ रहा है अपोजिट तो कैसा साइन हमारी डायरेक्शन और करंट की डायरेक्शन अगर अपोजिट है तो हमने प्लस साइन लिया ठीक है अब देखो प्लस साइन लिया करंट i1 इसमें देखो इस ब्रांच में i1 करंट आ रहा है और रेजिस्टेंस कितनी r1 तो i1 r1 ठीक है अब देखो हम आ गए e टू f जाना है हमें तो e से f तक जाते समय बैटरी के प्लस से माइनस पे आए तो प्लस से माइनस पे आए पोटेंशियल ड्रॉप हुआ तो हमने माइनस साइन लगा दिया e1 इसकी बैटरी की ईए है ठीक है अब आ गए f तक ठीक है अब आए f से d f से d में कोई रेजिस्टेंस है ही नहीं तो कोई पोटेंशियल चेंज नहीं होगा फिर आए d से लेके a तक तो d से a तक आए तो नेगेटिव टू पॉजिटिव आ रहे हैं लोअर पोटेंशियल टू हायर पोटेंशियल तो अपन प्लस साइन लेंगे ठीक है तो e2 आ गया फिर हम कहां से कहां तक आए फिर हम आए यहां से यहां तक तो हम जा रहे d से a तक ठीक है और करंट भी जा रहा है d से a तक दोनों की डायरेक्शन सेम हमने नेगेटिव साइन कंसीडर किया इसमें करंट कितना है i2 और ये रेजिस्टेंस कितनी है r2 तो i2 r2 पोटेंशियल चेंज हो गया ये हमने लिखा इक्वल टू में 0 और इस प्रकार से यहां पे e2 - e1 की वैल्यू ये आ गई आप e1 की वैल्यू इसमें पुट करेंगे तो आंसर जो है आपका निकल के आ जाएगा चलो एक सवाल इ क्वेश्चन यहां पे करवाता हूं सो दैट आपको कोई देखो ये क्वेश्चन हमें मिल रहा है इस क्वेश्चन में एज इट इज आपको डायग्राम बना के दिया गया और इस क्वेश्चन में कहा जा रहा है कि आपको किरचऑफ लॉग का इस्तेमाल ये नहीं कहेगा किर्च ऑफ लॉ का इस्तेमाल करके लेकिन अब इसमें हमें थोड़ी समझने में दिक्कत आएगी दो-दो सेल लगी हुई है तो हम इसमें सिंपल किर्च ऑफ लॉ लगाएंगे और इसके अंदर करंट जो है फाइंड करें क्या लिखा है फाइंड रीडिंग एन अमीटर तो इस अमीटर में आपको करंट फाइंड भाई रीडिंग एन अमीटर का मतलब क्या है अमीटर क्या रीड करता है पोटेंशियल डिफरेंस तो नहीं करेगा अमीटर करंट रीडिंग करता है तो हमें करंट निकालना है और अमीटर लगा है s क ब्रांच में तो ये निकालना है देखो बहुत सिंपल सी बात है अगर इसमें करंट हमें बताया भी नहीं होता ना तब भी हम खुद से डिसाइड कर सकते थे कि मान लेते हैं i करंट इसमें से निकला है तो अब ये जंक्शन पे i आया तो यहां से जैसे i में से i1 यहां चला गया तो ऊपर कितना जाएगा i - i1 हम उल्टा भी ले सकते थे कि i नीचे दिखा दें i इसमें से आ रहा है इसमें i1 चला गया इसमें i - i1 चला गया तो आप बस करंट डिस्ट्रीब्यूशन जब भी करें जब भी करें करंट डिस्ट्रीब्यूशन तो एक बात का ध्यान रख कि जंक्शन पे जितना करंट आए एग्जैक्ट उतना ही करंट इसको छोड़ कर के जाए जिस बैटरी में से जितना करंट निकल रहा है वापस उसमें उतना ही करंट जाएगा जैसे उसमें से i करंट निकल रहा है तो इसके अंदर वापस i करंट ही जाना पड़ेगा ठीक है तो i करंट इसमें जाना पड़ेगा तो यहां पे भी कितना आएगा i आएगा यहां पे i1 आया है ठीक है और यहां पे कितना है भाई i - i1 इसमें से जा रहा है ठीक है तो यहां पे भी कितना आएगा i - i1 ही इसके अंदर आएगा ठीक है चलो देखो ध्यान से देखेंगे सबसे पहले यहां से जो घुसा है वो यहीं से निकलेगा ठीक है तो सबसे पहले कोई सा भी लूप आप कंसीडर कर लो लेट्स से इन लूप कौन से लूप में जो आपका मन करे s आ q ए s आ क ए अच्छा और डायरेक्शन दिखा दो कैसी डायरेक्शन बनाई है ठीक है तो s से r तक हम जा रहे हैं s से r और करंट जा रहा है देखना उल्टा लेकिन पहले तो बैटरी बढ़ रही है ना तो हम जा रहे हैं हायर पोटेंशियल टू लोअर पोटेंशियल तो माइनस का फोर ठीक है अब अब देखो करंट हम कहां से कहां r से q और करंट आ जा रहा है q से r अपोजिट डायरेक्शन में तो प्लस साइन लगा दो प्लस करंट कितना i और रेजिस्टेंस कितनी 60 ठीक है अब हम गए q से s और करंट कैसे जा रहा है s से q यानी कि उल्टा करंट हमारे अपोजिट चल रहा है तो फिर से कितना प्लस का लगाएंगे 20 और ये i1 = 0 ठीक है देख तो देखो फोर को उस साइड भेज दो ये कितना बचेगा 60i प्लस का 20 i1 = 4 ठीक है इ इ 4 ठीक है माइनस का उस साइड पहुंच गया फोर आ गया अब देखो अब इस कौन से लूप में वर्क करेंगे इन लूप अब देखना जरा इस लूप में p ए क प इसमें कर लो p ए कप किसी मतलब आप कैसे भी लिख सकते हो आपका मन है तो s से लिखना स्टार्ट कर दो p से s तक आएंगे तो लोअर पोटेंशियल से हायर पोटेंशियल तक आएंगे तो प्लस का फव ठीक है s से q तक जाओ s से q तक हम जा रहे हैं और करंट भी जा रहा है तो माइनस साइन आएगा दोनों की डायरेक्शन से माइनस साइन तो माइनस का 20 i1 हो गया ठीक है अब जाओ q से p तक वापस q से p तक तो हम जा रहे हैं q टू p और करंट आ रहा है उल्टा करंट आ रहा है उल्टा तो प्लस का साइन तो प्लस का 200 आ - i1 ठीक है = 0 देखिए जरा तो 5 - 20 i1 प्लस का 200i माइनस का 200 i1 = 0 सॉल्व करेंगे तो ये अपन इसको कुछ ऐसे लिख सकते हैं 5 माइनस का 220 i1 और ये प्लस का 200i = 0 ठीक है इसको हम देखो अब हम क्या कर सकते हैं हम कुछ ऐसा कर सकते हैं कि देखना जरा 200i आ 200i मैंने यहां पे लिखा देखो ये वाला 200i लिख दिया ये माइनस का 220 i1 लिख दे रहा हूं 220 i1 कर दिया ठीक है यहां पे 5 इस साइड है तो माइनस का 5 हो जाएगा ठीक है अगर मैं यहां से फ कॉमन ले रहा हूं तो ये बचेगा 40i यहां से यह बचेगा 44 i1 और ये बचेगा फव कॉमन ले लिया था ना तो माइनस का व यहां बच जाएगा यह हो गई इक्वेशन नंबर 2 तो फर्स्ट इक्वेशन और सेकंड इक्वेशन को हम एक काम करते हैं कंपेयर कर देते हैं तो यहां पे देखो क्या लिखा है यहां लिखा है 60i + 20 i1 और ये कितना है भाई इज इक्वल टू में क्या लिखा है फोर लिखा है ठीक है ये मेरे पास फर्स्ट इक्वेशन थी अब मैं क्या करूंगा एलिमिनेशन मेथड लगा के इसको सॉल्व कर देता हूं एलिमिनेशन मेथड लगाता हूं तो एक काम करूंगा ऊपर कर देता हूं मैं 3 का इनटू और नीचे कर देता हूं 2 का इनटू तो यह बन जाएगा 12i ये बन जाएगा 4 3 12 132 i1 और ये बन जाएगा माइनस के 3i 3 ठीक है और ये बन जाएगा 120 आ और ये बन जाएगा माइनस नहीं प्लस के 60 i1 = 8 ठीक है देखो सबै करेंगे ये कैंसिल हो जाएगा ये बन जाएगा माइनस के 172 2 और ये हो जाएगा सबट क्ट करेंगे तो माइनस के 5 नहीं प्लस के 5 आएंगे ये माइनस के 11 - 11 तो माइनस से माइनस कट जाएगा i1 लिखा है i1 की वैल्यू आ जाएगी 11/12 इसको सॉल्व करेंगे तो 11/12 करेंगे तो 0.06 39 मतलब 0.064 अपन लिख सकते हैं तो i1 = 0.064 एंपियर ये अपना हो जाएगा करंट तो उम्मीद करता हूं कि इस न्यूमेरिकल से आपको कम से कम यह तो समझ में आएगा कि किस तरीके से आपको किरचॉफ लॉ लगाना है ठीक है आप इसका स्क्रीनशॉट ले सकते हैं देन अभी हम वीट स्टोन ब्रिज पर पहुंचेंगे जो कि काफी इंपॉर्टेंट है ठीक है इसका स्क्रीनशॉट ले लो नेक्स्ट हमें जो पढ़ना है दैट इज वीट स्टोन ब्रिज ध्यान से देखिएगा वीट स्टोन ब्रिज क्या होता है जैसे मैं आपको बताऊं कि अगर मेरे पास अननोन रेजिस्टेंसस हैं और अगर उसकी वैल्यू मुझे चाहिए तो उसके लिए मुझे वीट स्टोन ब्रिज की जरूरत पड़ती है वीट स्टोन ब्रिज कोई डिवाइस नहीं है वीड स्टोन ब्रिज बस क्या है चार रेजिस्टेंसस का एक कॉमिनेशन है जो कि क्वाड्रीलेटरल के फॉर्म में इस तरीके से कनेक्टेड होती हैं इन चार रेजिस्टेंसस की अगर मैं बात करता हूं तो इन चार रेजिस्टेंसस में एक रेजिस्टेंस अननोन होगी जिसकी वैल्यू हमें निकालनी होती है तो लेट्स से अगर मैं आपसे ये कह रहा हूं कि मेरे पास ये चार रेजिस्टेंसस हैं ये हो गई p अ जैसे मैं इसको ऐसे बोल दूं कि ये p हो गई ये ये q हो गई ये r हो गई ये s हो गई ये चार रेजिस्टेंसस हैं लेट्स से ये रेजिस्टेंस अननोन है इसकी वैल्यू मुझे निकालनी है और यहां पर मैंने एक बैटरी कनेक्ट कर दी वो बैटरी जो इस पूरे नेटवर्क में करंट सप्लाई करेगी ठीक है थोड़ा सा ये तिरछा सा नजर आ रहा है मुझे इसलिए मैं इसको सीधा कर दूंगा ठीक ध्यान से देखिए तो यहां पर मेरे पास ये चार रेजिस्टेंसस का एक अरेंजमेंट होता है वीट स्टोन बेस ठीक है चलिए और इस पर बेस्ड एक डिवाइस होता है जिको हम बोलते हैं मीटर ब्रिज हालांकि मीटर ब्रिज अब हमारे सिलेबस में नहीं है मीटर ब्रिज और पोटेंशियोमीटर p क आ ए ठीक है ये हमारे पास चार रेजिस्टेंसस हो गई जिसमें से r एक वेरिएबल रेजिस्टेंस है जिसको हम रेजिस्टेंस बॉक्स के तौर पे भी कई बार यूज करते हैं ये हमारे पास एक बैटरी लगी है ठीक है इस बैटरी का ईएमएफ लेट से हमने कहा e है ठीक इसके बाद यहां पर जैसे मैं इन ब्रांचेस का नाम a b c और ये d कहता हूं तो यहां पर हम एक गैल्वेनोमीटर लगा देते हैं गैल्वेनोमीटर काम होता है कि छोटे से छोटा करंट भी यदि किसी ब्रांच में आ गया सर्किट में तो वो उसको डिटेक्ट कर लेता है क्लियर है ठीक तो गैल्वेनोमीटर की जो रेजिस्टेंस है वो हमने कैपिटल जी मानी है ये रेजिस्टेंस को p इसको q इसको r इसको s माना है ठीक है अब हम क्या करते हैं कि अगर मुझसे कहा जाए व्हाट इज गवन व्हाट इज वीड स्टोन ब्रेज तो वीड स्टोन ब्रेज इज एन अरेंजमेंट ऑफ फोर रेजिस्टेंसस इन द फॉर्म ऑफ क्वाड्रीलेटरल क्वाड्रीलेटरल के शेप में होती है इन व्हिच थ्री रेजिस्टेंसस आर नोन एंड वन रेजिस्टेंस इज अननोन ये किस प्रिंसिपल पे काम करती है तो ये अ ये किस प्रिंसिपल पे काम करती है तो ये ब तो ये इस प्रिंसिपल पे काम करती है भाई कि अगर दो पॉइंट्स का जो पोटेंशियल डिफरेंस है या कहू पोटेंशियल सेम है तो उस ब्रांच में करंट फ्लो नहीं होगा मतलब ये नल पॉइंट मेथड पे काम करती है नल पॉइंट मेथड ये कहता है कि जब ये जो बी और डी का पोटेंशियल सेम होगा तो इस ब्रांच में कोई भी करंट नहीं आएगा तो जैसे मान के चलो कि हमने यहां पर i करंट फ्लो कराया इस बैटरी से अब इस i के बाद यहां पे दो रास्ते हो गए लेट्स से यहां पे गया i1 करंट और नीचे गया i2 करंट अब i1 में से मान के चलो अगर मुझे ई दिखाना है जैसे मान के चलो इस ब्रांच पे i1 करंट आया समझना i1 करंट आया अब i1 में से ई चला गया नीचे ठीक तो क्या बचेगा यहां पे i1 में से ई तो नीचे चला गया तो यहां बचा i1 - ई ठीक है मान लो कि ई नीचे से नीचे आया ठीक है तो यहां से आ रहा था i2 तो इसमें क्या जुड़ गया i2 + ई इज इक्वल टू में क्या है भाई कुछ नहीं ठीक है ये बन गया अब इस ब्रांच में ये जैसे ही आएगा आ करंट इस बैटरी में से निकला था वापस आई करंट जाएगा ठीक है तो अब हम अननोन रेजिस्टेंस कैसे सॉल्व करते हैं और इसकी जो बैलेंस वीड स्टोन बेज की कंडीशन क्या होती है उसको समझते हैं बैलेंस बीट स्टोन ब्रिज क्या होता है जब इस ब्रांच में कोई करंट फ्लो नहीं होता तो हम उसको बोलते हैं बैलेंस वीट स्टोन ब्रिज या बैलेंस कंडीशन ऑफ वीट स्टोन ब्रिज ठीक है तो देखो तो सबसे पहले हम क्या करेंगे इस लूप में वर्क करते हैं इन लूप कौन सा लूप ले लो भाई एडी एडी इस लूप में हमें वर्क करना है ध्यान से समझिए तो देखो होता क्या है इस लूप में वर्क करना तो फिर से देखना आप भी कहां से कहां जा रहे हो एडी है तो अगर आप ए और करंट भी ए जा रहा है तो आएगा - साइन तो - i1 * रेजिस्टेंस कितनी है p अब आप जा रहे हो देखो b से d और करंट भी रहा b b से d तो आएगा फिर से माइनस साइन और गैल्वेनोमीटर में करंट ई और रेजिस्टेंस कैपिटल g हम जा रहे हैं d2b और करंट आ रहा है अपोजिट तो आ जाएगा प्लस साइन कितना हो जाएगा i2 * r और लूप पूरा तो इक्वल टू में जीरो हम क्या जानते हैं बैलेंस्ड कंडीशन में इन बैलेंस्ड कंडीशन इन बैलेंस्ड कंडीशन जब वीट स्टोन बज बैलेंस होता है है ना तो बैलेंस कंडीशन में इस ब्रांच में कोई करंट फ्लो नहीं होता मतलब ई की वैल्यू क्या हो जाती है जी ठीक है तो यहां पे कितना - i1p और यह वैल्यू जीरो हो गई और यह आ गया प्लस का i2r प्लस का i2r ठीक है इक्वल टू में रो है तो i1p इस साइड आ जाएगा i2r = i1p ये बन गया i1p = i2r मैं लिख सकता हूं इक्वेशन नंबर वन आप इसको बना सकते हैं इसी प्रकार से अब मैं दूसरे लूप में वर्क करूंगा कौन से लूप में इन लूप मैं यहां पे लूप कौन से लूप में वर्क कर रहा हूं b cdc1 db1 करंट कितना है देखो जरा i1 - i g रेजिस्टेंस कितनी है q ठीक है मैं जा रहा हूं b टू c करंट भी b टू c तो माइनस साइन लगा दिया मैं जा रहा हूं c टूडी और करंट जा रहा है अपोजिट तो प्लस साइन लगा दिया देखते हैं जरा i2 + ई * ठीक है अच्छा इसके बाद मैं जा रहा हूं d टू ब और करंट जा रहा है अपोजिट डायरेक्शन में तो प्लस साइन लगाया ई * g = 0 ठीक है बस देखो कुछ नहीं यहां पे फिर से क्या इन बैलेंस बीट स्टोन ब्रिज इन बैलेंस कंडीशन अगर बैलेंस कंडीशन का मतलब क्या है ये b पॉइंट और d पॉइंट का पोटेंशियल सेम हुआ तो ऐसे केस में क्या होगा भाई इसमें कोई करंट जाएगा ही नहीं तो ई की वैल्यू जीरो हो गई तो माइनस का i1 * q हो जाएगा और यहां का प्लस का i2 * s हो जाएगा ई की वैल्यू रो होही गई इक्वल टू में ये बचा है तो i1 क प्लस का मतलब साइड चेंज कर देखो माइनस और इक्वल टू - i2s आ जाएगा माइनस से माइनस कैंसिल तो i1 क इ इ i2s बचा है ये हो गई इक्वेशन नंबर सेकंड अगर मैं दोनों इक्वेशन का डिवाइड कर दूं डिवाइड इक्वेशन 1 बाय इक्वेशन टू तो कितना आ जाएगा i1 p अपॉन आव क = आ2 आ अपन i2s तो यहां से आप ये देखेंगे जो कैंसिल हो रहा होगा वो कैंसिल हो जाएगा बचेगा p बाय क = r बा s यह कंडीशन है बैलेंस बीड स्टोन ब्रिज की दिस इज कंडीशन इन बैलेंस्ड वीड स्टोन ब्रिज ठीक है मतलब बैलेंस्ड कंडीशन में गैल्वेनोमीटर में कोई करंट नहीं आता लेकिन अगर वीट स्टोन ब्रिज बैलेंस होगा अगर उसको पहचानना है तो कैसे पहचानेंगे कि भाई p बा q का जो रेशो होगा p बा q का जो रेशो होगा वो r बा s के रेशो के बराबर निकल के आएगा हमेशा ठीक है एक क्वेश्चन कराऊंगा आपको समझ में आ जाएगा s की वैल्यू निकालनी है तो कितनी आ जाएगी r क बा p ये s की वैल्यू निकल के आ जाएगी इसको आप बढ़िया से समझ गए होगे तो ये वीट स्टोन ब्रिज का हो गया ठीक है डेफिनेशन भी मैंने आपको बता दी क्या लिखनी है और अगर डेफिनेशन समझ में नहीं आए तो आप ये डेफिनेशन लिख सकते हैं ये डेफिनेशन लिख सकते हो ठीक है बताओ जरा ये क्लियर हो गया आपका ठीक आगे बढ़ेंगे हम अब आपको यहां पर एक क्वेश्चन मिल रहा है इस क्वेश्चन को देखो इस टाइप का जब क्वेश्चन आ रहा है तब भी हम सीरीज और पैरेलल कॉमिनेशन नहीं पहचान पा रहे हैं तो ऐसे केस पे अब जब देखना वीड स्टोन ब्रिज में हमने देखा कितनी रेजिस्टेंस नी बोला चार यहां लगी थी और पांच भी बीच में लगी लगी थी जो गैल्वेनोमीटर के रेजिस्टेंस थी उसमें कोई करंट नहीं जा रहा था ठीक है तो जब पांच रेजिस्टेंसस कुछ इस प्रकार से कनेक्ट होना आड़ टेल तरीके से तो उसको एक बार चेक कर लेना चाहिए कहीं ये वीट स्टोन बेज की कंडीशन तो नहीं है ठीक है तो हम इसको एक बार चेक करेंगे ध्यान से देखना कि एक्चुअल में क्या हो रहा है अगर ऐसा क्वेश्चन हमें मिल जाए जिसमें पांच रेजिस्टेंस हो ए बी सीडी पॉइंट्स बने हो तो एक वो एक बार उसको चेक करना जरूरी होता है कहीं ये वीट स्टूडेंट बिजी कंडीशन तो नहीं है तो देखो जैसा इसमें लिखा है वैसे ही करेंगे बस a और b के बीच में एक रेजिस्टेंस लगी है तो a और b के बीच में एक रेजिस्टेंस लगा ली ठीक है b और d के बीच में एक रेजिस्टेंस लगी है तो b और d के बीच में मैंने एक रेजिस्टेंस लगा ली अच्छा b और c दे b पॉइंट यह है और c पॉइंट यह है ठीक है तो इसके बीच में भी एक रेजिस्टेंस लगी है तो मैंने एक रेजिस्टेंस लगा ली a के बीच में है 1 ओम की b और इसके बीच में है d के बीच में 5 ओम की d और c तो नहीं b और c के बीच में है 2 ओम की ठीक है इसके बाद देखिए जरा यह c हो गया ठीक c और d के बीच में इसको थोड़ा और नीचे लेके जाता हूं c और d के बीच में 4 ओम की है तो c और d के बीच में ये 4 ओम की हो गई ठीक है अब देखो a a ये रहा a ये रहा और a और d के बीच में कितने की है 2 ओम की 2 ओम की देखो हमने कुछ नहीं किया हमने बस पॉइंट्स को मार्क किया है बस ठीक है यहां मार्क किया ये a है a और b के बीच में 1 ओम है तो 1 ओम देखो यहां भी दिख रहा है b और d के बीच में 5 ओम तो 5 ओम यहां भी दिख रहा है d और c के बीच में 4 ओम तो तो देखो यहां d और c के 4 ओम देखो ये दिख रहा है ठीक है b स b और c के बीच 2 ओम देखो ये दिख रहा है कहां गया रे ये हैगा और a और b तो ढ हो गया ये सबके बीच में आप देख रहे हो तो यानी कि जैसा इसमें दिया वैसे ही इसमें बना दिया बस आकार यानी शेप बदल दिया बस ठीक है तो अब देखिए आप तो कुछ नहीं करना ये p है ये q है ये r है ये s है अगर ये अगर अपने पास ये ऐसा हो जाए कि p / q और r बा s की वैल्यू सेम निकल के आ गई तो तो ठीक है तो ये बैलेंस बीट स्टोन बज की कंडीशन है इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस अल निकाल देंगे लेकिन अगर लेकिन अगर इसमें ऐसा नहीं हुआ तो हमें फिर पूरी प्रॉपर सर्किट बना के यहां पे क्या करना पड़ेगा किर्च ऑफ जो है लॉ अप्लाई करना पड़ेगा बड़ी कॉम्प्लेक्शन हो जाएगी ठीक है तो p बा क 1/2 इ इक्वल टू q बाय सॉरी p बा क हो गया r बा s 2/4 तो हमने देखा ये भी 1/2 तो 1/2 = 1/2 तो ये बैलेंस बीट स्टू बीच की कंडीशन हो रही है और बैलेंस्ड वीट स्टोन ब्रिज में क्या होता है ये जो आप देख रहे हो बैलेंस्ड ब्रिज में क्या होता है कि ये वाली ब्रांच में कोई करंट नहीं जाता यानी कि ये ब्रांच बस बेवकूफ बनाने के लिए रखी गई है तो य ये जो ब्रांच है ये कैसी है भाई हम इसको इस लूप को ऐसे बना लेंगे क्वेश्चन को ये ऐसा तो देखो इसमें क्या है ये वन और टू ये वन और ये टू ठीक है और ये क्या है भाई टू और ये फोर टू और ये ये ऐसे ठीक है तो ध्यान से देखना अब आखिरकार क्या है कि करंट मान के चलो ये यहां से ऐसे आ रहा होगा ये दो ब्रांचेस में चला गया है ठीक है यह ऊपर करंट गया है और कुछ करंट जो है नीचे गया है गया है अब देखो ऊपर वाला कितना है ्र और ऊपर वाले की इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस थ आएगी और नीचे वाले की इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस कितनी आएगी सिक्स आएगी आएगी ठीक है और ये दोनों किसम है पैरेलल में पैरेलल में सॉल्व करें कितना आएगा 1/3 + 1/6 हालांकि डायरेक्ट फॉर्मूला लगा सकते हो ठीक है इसको आप सॉल्व करोगे तो ये आएगा आपका 6 एलसीएम और ये 2 + 1 तो r की वैल्यू निकल के आएगी 2 ओम इस तरीके से आप इसको सॉल्व कर सकते हैं तो ये बैलेंस्ड बीट स्टोन ब्रिज की कंडीशन पर बेज न्यूमेरिकल आपको यहां पर मिल गया ठीक है आगे बढ़ जाएंगे देखिए नेक्स्ट हमें जो पढ़ना है दैट इज इलेक्ट्रिकल एनर्जी एंड पावर तो आप समझिए कि इलेक्ट्रिकल एनर्जी क्या है बैटरी के अंदर जो एनर्जी स्टोर्ड है वो तो केमिकल एनर्जी है वहां पे लेकिन जब वही केमिकल एनर्जी चार्ज को सर्कुलेट कराती है तो वो इलेक्ट्रिकल एनर्जी के फॉर्म में कन्वर्ट हो जाती है बैटरी का काम ही है चार्ज के अंदर चार्ज को सर्कुलेट कराना ठीक है तो ये बैटरी है जिसका पोटेंशियल डिफरेंस है v पोटेंशियल डिफरेंस v है बैटरी क्या कर रही है भाई यहां पे चार्ज को सर्कुलेट करा रही है जिससे क्या बन रहा है करंट बन रहा है तो आपने चैप्टर सेकंड का फर्स्ट फार्मूला नहीं पढ़ा था v = w / q तो बस मान के चलो कि v इज बैटरी का पोटेंशियल डिफरेंस तो उसी फॉर्मूले से हमने बनाया w = v * q v क्या है v क्या है पोटेंशियल डिफरेंस ठीक है पोटेंशियल डिफरेंस को हम क्या लिखते हैं irtc.in एनर्जी से ही तो हमें मिला है ना तो जो वर्क फम जो फॉर्मूला वर्क का है वही फार्मूला एनर्जी का है तो एनर्जी = i स् rt0 समझते हैं i स् rt0 किसका फार्मूला हो गया इलेक्ट्रिकल एनर्जी का और आप हमेशा याद रखें कि जब किसी कंडक्टर से जब किसी कंडक्टर से अगर आप करंट फ्लो करा रहे हो तो उस कंडक्टर में हीट जनरेट होगी और वो हीट कितनी बनेगी तो फार्मूला होता है i स् लॉ ऑफ हीटिंग जब करंट किसी कंडक्टर से फ्लो होता है तो करंट जब फ्लो होता है तो उसके इलेक्ट्रॉन बाकी के इलेक्ट्रॉन से आयन से टकराते हुए आगे बढ़ते हैं तो उस टकराने के कारण क्या होता है हीट जनरेट होती है इस रेजिस्टेंस के कारण हीट जनरेट होती है और वो हीट कितनी होती है उसको जूल ने बताया उसी को हमने बोला जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग है ना तो ज जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग क्या हुआ जब किसी कंडक्टर में करंट i फ्लो हो रहा है उस कंडक्टर के रेजिस्टेंस r है लेट्स से करंट t टाइम तक फ्लो होता है है तो उससे जो हीटिंग का फार्मूला बन के आया दैट इज i स् आटी ठीक है आपको जब आप पीडीएफ डाउनलोड करोगे और जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग से हमें हीट का ये फार्मूला मिलता है i स् rt2 का फार्मूला क्या बन गया i स् rt1 rt0 r से करंट फ्लो हो रहा है i तो पावर का फार्मूला बनाना है पावर का फार्मूला वर्क अपॉन टाइम होता है तो वर्क i स् आटी अपॉन टाइम i स् r t अपन टाइम करेंगे तो t से ये t कट्टे हो जाएगा ठीक है तो क्या बचा i स् r तो पावर का फार्मूला क्या आ गया i स् r जब रेजिस्टेंसस सीरीज में होती है आप समझते हो तो सब में सेम करंट आ फ्लो होता है है ना तो हम ऐसा लिख सकते हैं p इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू i यानी कि जो अगर सीरीज कॉमिनेशन चल रहा है तो उसमें पावर का ये फार्मूला लगेगा i स् r क्योंकि सीरीज में i कॉमन होता है सेम होता है ठीक है और अब देखना i स् r है तो i को मैं ऐसे लिख सकता हूं i को दो बार i * i और r बीच में ठीक है तो ir1 r लिख सकता हूं तो पावर का एक और फॉर्मूला बन गया v स् / r ठीक है और ये फॉर्मूला कब लगाते हैं पैरेलल कॉमिनेशन में ठीक है समझिए तो अब समझना पावर का फार्मूला i स् r बन गया ठीक है तो हीट जो मिल रही है ये क्या थी i स् rt1 की जग तो पावर लिख सकता हूं और t की जगह t लिख सकता हूं तो ये हीट का फार्मूला पावर नटू टाइम भी होता है जो कि एनर्जी का फार्मूला भी होता है ठीक है एसआई यूनिट क्या है इलेक्ट्रिकल एनर्जी की या किसी भी एनर्जी की वो जूल होती है नॉर्मल इलेक्ट्रिकल एनर्जी के लिए या कमर्शियल यूनिट की अगर हम बात करें तो किलोवाट आर यूज करते हैं ठीक है देखो पावर की यूनिट वाट टाइम की यूनिट सेकंड तो वट * सेकंड हो गई लेकिन जो एनर्जी कंज्यूम होती है डेली लाइफ में बहुत ज्यादा होती है तो वाट की जगह किलोवाट टाइम की में सेकंड की जगह आर तो किलोवाट आर हम यूज करते हैं जैसे अपने घर में अगर 10 किलोवाट आर एनर्जी कंज्यूम हो गई तो हम इसको बोलते हैं 10 यूनिट बन गई मीटर के अंदर ठीक है तो ये कमर्शियल यूनिट के तौर प भी किलोवाट आ को हम यूज करते हैं 1 किलोवाट आवर को जूल में कन्वर्ट करते हैं 3.6 10 पावर 6 जूल निकल के आता है किलोवाट आर मीटर की जो है यूनिट होती है जैसे अपन मीटर में एक यूनिट दो यूनिट बनती है तो उसको किलोवाट आर में बताते हैं ठीक है चलिए आगे बढ़ेंगे जरा अब हमें पढ़ना है पावर रेटिंग पावर रेटिंग क्या होता है समझो एक्चुअल में क्या होता है जैसे मान के चलो मैं पंखा खरीद के लाया उस परे लिखा है 250 वाट ठीक है तो जो पावर जो लिखी हुई है ना मेंशन है किसी भी डिवाइस पे वो बोल उसको अपन बोलते हैं रेटेड पावर क्या बोलते हैं रेटेड पावर कि भाई इस पे इतनी पावर लिखी है ठीक है इस पे इतनी पावर लिखी है अब देखो एक्चुअल में जो पावर लिखी होती है ना किसी भी डिवाइस पे भारत के अंदर वो 220 वोल्ट के लिए है इसका मतलब ये हुआ जैसे मान के चलो आप अगर एक बल्ब लेके आए और उस बल्ब पे लिखा है 100 वाट का बल्ब है तो इसका मतलब यह हुआ जो 100 वाट लिखा है ना वो रेटेड पावर है कि मतलब इतनी पावर है उसका मीनिंग क्या है उसका मीनिंग ये है कि अगर अगर आप इसको दो क्योंकि भारत में डोमेस्टिक वोल्टेज कितना आ रहा है 220 वोल्ट ठीक है तो अगर आप इसको 200 वल्ट 220 वोल्ट सप्लाई करेंगे इस बल्ब को तो ये 100 वाट जितना लिखा हुआ है उतनी पावर कंज्यूम करेगा जैसे मान के चलो ये पैनल है ये डिजिटल बोर्ड ठीक है ये चार 450 वाट कंज्यूम करता है तो 450 वाट कब कंज्यूम करेगा जब मैं इसको 220 वोल्ट सप्लाई दूंगा है ना 220 वोल्ट सप्लाई दूंगा अब भाई उतनी सप्लाई ही नहीं मिल पा रही है इसको तो जितना लिखा है उतना नहीं करेगा ये बात समझ में आ रही है जैसे अगर लिखा हुआ है किसी गाड़ी पे जैसे आप मार्केट मतलब आप कोई गाड़ी उठाओ टू व्हीलर फोर व्हीलर उस पे लिखा है 20 केएम पीएल मतलब 20 किमी पर लीटर का ये एवरेज देगी और स्टार लगा होगा आप चला रहे हो तब 10 का ही एवरेज दे रही है 12 का ही एवरेज दे रही है अब आप कंपनी में क्लेम करने जाओ कि भाई तुमने तो इतना लिखा था अब इतना क्यों नहीं मिल रहा तो वो आपको बताएगा सर जब आप एग्जैक्ट 60 की स्पीड प चलाएंगे तो आपको 20 का एवरेज देगी नहीं तो नहीं देगी इसका मतलब यह हुआ कि रेटेड पावर जो 100 वाट लिखी है डिवाइस पे उसकी शर्त यह है कि जब आप भारत में उसको 220 वोल्ट पे चलाओगे तब आपको उतनी पावर ये देगा अगर आप अलग-अलग वोल्ट पे चलाओगे तो आपको अलग-अलग पावर मिलेगी ठीक है तो यहां पर वही चीज हमने आगे मेंशन करी हुई है एक डिवाइस में डिलीवर डिफरेंट पावर कोई भी डिवाइस अलग-अलग पावर की वैल्यूज दे सकता है ठीक है एट डिफरेंट वोल्टेज बट इट्स रेजिस्टेंस ऑलवेज रिमें सेम लेकिन इसकी जो रेजिस्टेंस है वो हमेशा हमेशा सेम रहती है हमेशा सेम रहती है ठीक है चाहे आप ज्यादा पावर दो कम पावर दो एक बल्ब है 100 ओम 100 ओम अगर इसकी रेजिस्टेंस है ठीक है तो 220 वोल्ट पे चलाओगे तब भी 100 वोल्ट 700 पे चलाओगे तब भी 100 वोल्ट सॉरी 100 ओम रेजिस्टेंस रहेगी अगर 400 पर चलाओगे तब भी रेजिस्टेंस सेम रहेगी ये बातें आप याद रखेंगे ठीक है ये फार्मूला है पावर का v स्क्वा बाय v स् बा r तो r का फार्मूला क्या हो गया v स् बा p ठीक है और ये कौन सा वोल्टेज है भाई देखो अगर आपको किसी डिवाइस की समझो अपने क्वेश्चंस के लिए किसी डिवाइस की अगर आपको रेजिस्टेंस निकालनी है तो कैसे निकालेंगे तो रेजिस्टेंस का फार्मूला v स् बा p लगाना और यह प क्या है भाई यह प क्या है रेटेड पावर है जो पावर रेटेड हो है ना वो आपको लगाना है और ये वोल्टेज का है भाई कहा जाए कि ये रेटेड पावर के लिए इतना वोल्टेज है जैसे किसी क्वेश्चन में आगे चलके मैं आपको बताता हूं ठीक है तो रेजिस्टेंस निकालनी है किसी डिवाइस की तो कैसे निकालो जो भी रेटेड पावर है उसमें गिवन वोल्टेज का आप क्या कर दो डिवाइड कर दो ठीक है ये कौन सा वोल्टेज है जिस वोल्टेज पर क्वेश्चन में कहा गया है कि इतने वाट पावर देती है ठीक है जैसे एक क्वेश्चन आपको यहां पर मिल जाता है जैसे मान के चलो इस क्वेश्चन में लिखा है फाइंड पावर कंज्यूम्ड बाय ए बल्ब ऑफ़ 100 वाट तो ये क्या है ये रेटेड पावर आपको दी है यानी कि 100 वाट का ये बल्ब है ठीक है तो ये रेटेड पावर है ठीक इसके बाद आप ये देखो तो ये रेटेड पावर के लिए जो वोल्टेज होगा ये कितना दिया है 220 वोल्ट दिया नहीं है लेकिन आपको ये कंसीडर करना है कि भाई घरों में इतना वोल्टेज आता है तब जाकर के इतनी पावर मिलेगी तो 220 वोल्ट जो है ये रेजिस्टेंस निकालने के काम आएगा अभी देखते हैं ठीक है तो देखो आगे कहा है व्हेन इट इज ऑपरेटेड 200 वोल्ट यानी कि जब आप इसको 100 वाट का बल्ब है 100 वाट कब देगा जब इसको 220 वोल्ट मिलेंगे ठीक है 100 वाट का बल्ब है जब 200 वोल्ट मिलेंगे तब कितनी पावर कंज्यूम करेगा ये हमें बताना है तो देखो रेजिस्टेंसस कैसे निकालेंगे v स् / r v स् कितना है 220 का स्क्वा तो 220 * 220 क्योंकि इतने पे ही तो मिलती है गिवन पावर 220 * 220 ठीक है अपॉन रेजिस्टेंस मतलब सॉरी p आएगा p आएगा क्योंकि रेटेड ये अपन को निकालना है ना ठीक है तो ये 100 हो गया तो अगर मैं इसकी रेजिस्टेंस निकाल रहा हूं तो आएगी ये 484 दो 0 दो जीरो कट जाएंगी 22 का ये तो 484 ओम इसकी रेजिस्टेंस आ गई ठीक है अब सुनो अब हमें निकालना क्या है भाई इसकी रेजिस्टेंस फिक्स है ना अब मुझे निकालना है पावर कंज्यूम्ड क्या निकालना है पावर कंज्यूम्ड भाई देखो पावर कंजमपट्टी सप्लाई है जो जो वोल्टेज सप्लाई है वो कौन सी लेनी है सर वो 220 लेनी है कि 200 लेनी है तो याद रखो पावर कंजमपट्टी दिया है 220 सॉरी 200 तो 200 दिया है तो 200 जो है का दो बार इंटू कर दो बस देखो जरा कितना आंसर आ जाएगा आप बताओगे चलो ठीक है पावर कंज्यूम्ड ये आपको कमेंट सेक्शन में बताना है भाई साहब रात से सुबह हो गई ये पढ़ाते पढ़ाते आपको इसलिए ये जो कितनी पावर निकाल के दे रहा है आपको कमेंट सेक्शन में मुझे बताना है ठीक है मुझे कमेंट सेक्शन में बताना है सच में रात को पढ़ाना स्टार्ट किया था आज और आज की सुबह आ चुकी है लेकिन ये अभी तक खत्म नहीं हुई क्लास आप जरूर से मुझे कमेंट करके बताना ठीक है बच्चों ठीक तो अभी हम आगे बढ़ेंगे और नेक्स्ट जो है आपको देखो नेक्स्ट एक मेन चीज बता रहा हूं आपको यहां पे ठीक है उसको समझ लो क्या है यहां पे समझो कभी भी जब कोई क्वेश्चन पूछा जाए ना च बल्ब विल ग्लो ब्राइटर जब आपसे यह सवाल पूछा जाए ना तो एक चीज बस अपने दिमाग में बैठा के रखो एक चीज के सीरीज कॉमिनेशन में लगा के देगा या पैरेलल कॉमिनेशन में ठीक है सीरीज में अगर रेजिस्टेंस ज्यादा है डिवाइस की डिवाइस की रेजिस्टेंस ज्यादा है तो जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा वह बल्ब ज्यादा ग्लो करेगा बल्ब ग्लो ब्राइटर पैरलल उल्टा है रेजिस्टेंस जिसकी कम होगी वह बल्ब ज्यादा जो है ब्राइट ग्लो करेगा पैरलल कॉमिनेशन में ठीक है जैसे एक क्वेश्चन आपसे पूछता हूं यहां पे तीन डिवाइस है 20 वाट 40 वाट 60 वाट तीनों सीरीज में कनेक्ट है फिर तीन डिवाइस है चलो 20 वाट रेजिस्टेंस नहीं लिखी 40 वाट और यह 60 वाट 20 वाट 40 वाट और यह 60 वाट 60 60 वाट अरे ये पैरेलल में है ना तो तीनों एक ही बैटरी से कनेक्टेड होंगे ठीक है तो याद रखना आप इतनी बातों समझते हो अगर मुझे रेजिस्टेंस निकालनी है r निकालना है r तो फार्मूला क्या होगा v स्क्वा बाय पावर रेटेड ठीक है तो देखिए जरा तो आप यह देख लो कि जो रेजिस्टेंस है ये किसी भी डिवाइस की रेटेड पावर के इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है ठीक है इसका मतलब यह हुआ कि जिसकी पावर रेटिंग ज्यादा उसकी रेजिस्टेंस कम होगी तो आप ये देखोगे इसकी रेजिस्टेंस सबसे कम है लीस्ट रेजिस्टेंस है इसकी ठीक है और इसकी रेजिस्टेंस कैसी है मैक्सिमम है तो अगर सीरीज में लगे हैं ना तीन डिवाइसेज तो याद रखना तो याद रखना सीरीज में लगे हैं तीन डिवाइसेज तो जो छोटा वाला बल्ब होगा ये ज्यादा ज्यादा ब्राइट ग्लो करेगा ग्लो ब्राइटेस्ट ऑफ ऑल या ब्राइटर ठीक है और अब यहां पे देखो पैरेलल में क्या है पैरेलल में यह है कि भाई जिसकी रेजिस्टेंस छोटी वो सबसे कम यानी कि जिसकी रेजिस्टेंस आपने देखा इसकी रेजिस्टेंस कैसी है मैक्सिमम आएगी निकाल के देखो तीनों की ठीक है तो मैक्सिमम आएगी तो ये ज्यादा ग्लो करेगा जबकि पैरेलल में देखो जिसकी रेजिस्टेंस सबसे कम सबसे कम रेजिस्टेंस किसकी है भाई इसकी रेजिस्टेंस सबसे कम है तो ये क्या है ये मैक्सिमम ग्लो करेगा ठीक है याद रखना क्लियर है उम्मीद करता हूं यह बात आपको समझ में आ गई होगी ठीक अब यहां पर एक चीज देखना देखिए हीटिंग इफेक्ट ऑफ करंट वाले क्वेश्चंस में इस टाइप का क्वेश्चन बहुत ज्यादा ही कॉमन है और काफी ज्यादा पूछा जाता है देखिए इस क्वेश्चन में क्या लिखा है जरा ध्यान से पढ़ेंगे सारी चीजों को ध्यान से समझोगे बच्चे कहां गलती करते हैं वो भी आपको बताऊंगा सो दैट आप अपने एग्जाम में गलती ना कर दें क्वेश्चन में क्या लिखा है कांस्टेंट वोल्टेज इज अप्लाइड बिटवीन टू एंड्स ऑफ ए यूनिफॉर्म मेटलिक वायर हीट एच इज डेवलप्ड मान के चलो कि ये आपके पास एक मेटलिक वायर है आपने कांस्टेंट पोटेंशियल डिफरेंस दैट मींस v प्रोवाइड कराया है ना तो इसमें जो हीट डेवलप हुई ये कितनी हीट डेवलप हुई h भाई करंट फ्लो होगा वायर से तो हीट तो फ्लो होगी ठीक है अनदर वायर ऑफ सेम मटेरियल मटेरियल सेम है मटेरियल सेम है भाई साहब मटेरियल सेम है मैंने आपको स्टार्टिंग में क्या बताया था कि रेजिस्टिविटीज ऑन मटेरियल और अगर मटेरियल सेम है तो ये वाले केस में जो रेजिस्टिविटीज में भी सेम होगी है ना तो याद रखें आपने क्या किया डबल द रेडियस ट् वाइस द लेंथ मतलब अब आपने सेम पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड कराया लेकिन इस बार आपने क्या किया कि इसकी रेडियस को डबल कर दिया रेडियस को पिछले वाले की कंपैरिजन में आपने डबल कर दिया डबल द रेडियस एंड टवा इस द लेंथ यानी कि लेंथ को भी डबल कर दिया लेंथ और रेडियस दोनों को डबल कर दिया कहने का बस तरीका बदल दिया भाई साहब कंफ्यूज कर दिया रे एक बार को तो है ना डबल द रेडियस वाट वाइज द लेंथ एज कंपेयर टू द ओरिजिनल वायर यूज्ड देन हीट डेवलप्ड विल बी तो कितनी हीट डेवलप होगी ये हमें h ' बताना है ऑप्शन दे दिए h / 2 2h 4hh ये ऑप्शन दे दिए तो देखो हम क्या करेंगे सबसे पहले तो h देखो h कितना है h है i स् rt1 rt4 दिया है v तो दोनों केस में सेम है दोनों केस में सेम है बस वायर ही तो बदला है क्योंकि v के बारे में तो उसने कुछ कम कमिटमेंट की नहीं है ठीक है अब देखो अब यहां पर क्या है सभी बच्चे ध्यान देंगे कि यहां पर क्या है हीटिंग कितनी हो रही है h अब इस बार हीटिंग कितनी होगी h ' i स् आटी मतलब यहां पे देखो आ स्क आटी फार्मूला तो ये रहेगा लेकिन इस बार आप ये देखो उसने वायर की रेडियस को डबल कर दिया चलो मैं आड यहां छोटा वाला दिखाऊंगा छोटा वाला उसने वायर की रेडियस को डबल कर दिया और लेंथ को भी डबल कर दिया इससे रेजिस्टेंस प कुछ इंपैक्ट पड़ेगा और अगर रेजिस्टेंस बदली तो फिर करंट भी तो बदलेगा रेजिस्टेंस बदली तो करंट भी बदलेगा बच्चे इस पर ध्यान नहीं देते सिर्फ रेजिस्टेंस को बदल देते हैं आंसर इन चार ऑप्शन में से कोई ना कोई एक और मिल जाता है वो गलत हो जाता है इसलिए याद रखें रेजिस्टेंस बदली तो करंट ही बदलेगा चलो फार्मूला लगाते हैं r = रो ए बा ए हुआ करता था ठीक है रो l बाय ए की जगह पा आ स्क्वा हम ले सकते हैं ठीक है अब आप r ' निकाल रहे हो क्या निकाल रहे हो r ' r ' = रो क्योंकि मटेरियल सेम है तो रो को रो लिखा ठीक है r ' = l l की जगह क्या लिखा 2l यानी कि ट् वाइस कर दिया ठीक है अब देखो एरिया एरिया रो l / a होता है ना तो एरिया की जगह p r स् की जगह पा 2r का स् करेंगे तो हो जाएगा पा 2r का स्क्वा करोगे ना 2r का होल स् तो हो जाएगा 4r स् तो 4 बाहर निकाल दिया और यह r स् तो रेडियस तो आपने देखा कि रेजिस्ट प ओवरऑल क्या इंपैक्ट पड़ा तो रेजिस्टेंस जो है रो ए बा r पा आ स् जो है इसमें 1/2 आ गया यानी कि रेजिस्टेंस ऐसा करने से कैसी हो गई हाफ हो गई अगर रेजिस्टेंस हाफ हो गई तो करंट तो डबल हो जाएगा करंट कितना हो जाएगा डबल तो आड कितना हो जाएगा टू टाइम्स ऑफ i भाई रेजिस्टेंस हाफ तो करंट डबल तो देखो h ' इ इक्वल टू करंट डबल हो गया तो 2 का स्क्वायर यानी 2i का स्क्वायर करेंगे तो 4i स् आएगा r ' की जगह 2 r ' की जगह r बा 2 लिखेंगे ठीक है और t की जगह t लिखेंगे देखिए अब देखिए टू से ये कटा तो h ' = 2i स् आटी आ गया h ' इक्वल टू ये क्या है ये h 2h तो यहां पे ऑप्शन कौन सा करेक्ट हो जाएगा अपना बी ऑप्शन करेक्ट हो जाएगा 2 ए इसका सही आंसर है बच्चे गड़बड़ कहां करते हैं बच्चे गड़बड़ करते हैं जहां पर वो रेजिस्टेंस तो उने बदल दी लेकिन करंट नहीं बदल पाया ठीक है ये अपन ने बहुत सारे क्वेश्चंस कर लिए ना ठीक है इसलिए अभी अपन और आगे बढ़ जाते हैं पढ़ते हैं थोड़ा सा अच्छा एक चीज ध्यान से देखो यह सारे टॉपिक्स अपने अभी खत्म हो गए है ना इस चैप्टर में जितने भी टॉपिक थे हमने सबको कवर कर लिया सबके एग्जांपल्स देखे और क्या-क्या क्वेश्चन पूछे जा रहे थे हमने वो देखा एक चीज छूट गई थी जो थोड़ी सी आप याद रखना टेंपरेचर को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस हमने पढ़ा था टेंपरेचर को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस याद दिला देता हूं मुझे बीच में अभी याद आया था ठीक है तो मैंने कहा चलो अब मैं पढ़ा देता हूं लास्ट में एंड में थोड़ा सा टेंपरेचर को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस हमने पढ़ा था देखो कितनी सारी स्लाइड्स पढ़ दी यार भाई अपन ने ठीक है अ कहां रह गया भाई कहां रह गया देखो टेंपरेचर को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस हमने पढ़ा था ये अल्फा वाला वो पढ़ा था ठीक है ये पढ़ा था तो हमने क्या पढ़ा था अल्फा अल्फा वाला कांसेप्ट याद आ रहा है भूल तो नहीं गए सब अल्फा याद रखो अल्फा यानी टेंपरेचर को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस अगर रेजिस्टेंस अगर टेंपरेचर बढ़ाने से टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टेंस बढ़ रही है रेजिस्टेंस बढ़ रही है तो अल्फा पॉजिटिव यानी थर्मल को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस पॉजिटिव कंसीडर करा जाता है अगर टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टेंस घट रही है तो थर्मल को एफिशिएंट ऑफ रेजिस्टेंस दैट मींस अल्फा जो है नेगेटिव कंसीडर किया जाता है तो टेंपरेचर बढ़ाने से किसकिस की रेजिस्टेंस बढ़ती है बोला मेटल यानी कंड टर की बढ़ती है और एलॉय की बढ़ती है अलोय की बल्कि थोड़ी सी बढ़ती है लेकिन बढ़ती तो है ठीक है अच्छा यहां पे देखो टेंपरेचर बढ़ाने से रेजिस्टेंसस किस-किस की घटती है सेमीकंडक्टर की घटती है और और किसकी भाई सेमीकंडक्टर घटती है और और और और अपने इलेक्ट्रोलाइट की घटती है है ना इलेक्ट्रोलाइट ठीक तो अभी आप समझिए कि कभी-कभी पूछ लिया जाता है भाई अल्फा की वैल्यू पॉजिटिव किसके लिए है नेगेटिव किसके लिए तो आप याद रखेंगे अच्छा कुछ एकाद रिलेशन जैसे कि ज इ सिगमा यह रिलेशन याद रखना कई बार अपन को ऑप्शन टिक विक करने काम आ जाता है जे क्या है भाई ज है करंट डेंसिटी करंट डेंसिटी सिग्मा क्या है सिग्मा है आपके पास कंडक्टिविटी रेजिस्टिविटीज ठीक है और e क्या है e है आपके पास इलेक्ट्रिक फील्ड e क्या है e है आपके पास इलेक्ट्रिक फील्ड याद रखोगे ये रिलेशन काफी इंपॉर्टेंट है अच्छा आपने पढ़ा है ना i = n एडी पढ़ा है कि नहीं पढ़ा पढ़ा है ना ठीक है अब एक चीज देखो जरा एक चीज समझना समझना i अप a i बा a = n वडी कर सकता हूं ठीक है सर कर सकते हो i बा ए को j लिख सकता हूं हां सर बिल्कुल लिख सकते हो ठीक है i बा a को ज लिख सकता हूं हां सर लिख सकते हो n की जगह n रखा e की जगह e रखा डी की जगह क्या लिख सकता हूं e टा बाय m ये लिख सकता हूं ना लिख सकता हूं ना ठीक है देखना तो j = n स्क्वा टा बाय m इन e लिख दिया j = टू ये जो है ये रेजिस्टिविटीज सिवि है कि नहीं नहीं है सर नहीं है ये रेजिस्टिविटीज दिला रहा हूं भाई याद दिला रहा हूं रेजिस्टिविटीज करा देता हूं चेक करा देता हूं चेक करा देता हूं भैया चेक करा देता हूं देखना ये अपन ने डेरिवेशन किया था रिलेशन बिटवीन फ्री इलेक्ट्रॉन डेंसिटी एंड रेजिस्टिविटीज अब कोई ऑप्शन ही नहीं बचता ठीक है तो आप ये देखिए तो ये क्या बन गया भाई ये बन गया रो का फार्मूला m / n स् टा आ रहा था तो ये बन गया 1 बा रो e कभी-कभी डिराइवर करने को दे दिया जाता है तो और 1 बा रो क्या है भाई रेजिस्टिविटीज क्या है कंडक्टिविटी सिमा e ये रह गया था मुझसे मुझे थोड़ा सा लग रहा था कि आप छूट तो गए ही है क्या करूं छोड़ दूं क्या मैंने कहा नहीं छोड़ नहीं सकता ठीक है तो आपको ये सारी चीजें करना है पिछले साल के लेक्चर में इस साल के लेक्चर में क्या डिफरेंस है जिन बच्चों ने पूरी वीडियो देखी होगी वो जरूर से बता देंगे काफी डिफरेंस है इस बार को और मॉडिफाई किया है तभी तो पिछले बार का जो लेक्चर सवा का है इस बार सवा घंटे का हो सकता है ठीक है तो बस ये चीज आप याद रखेंगे और उम्मीद करूंगा कि आज जो मैंने आपको पढ़ाया और यह पूरा आपको समझ में आया होगा रात के 11 11:1 से शायद 11:30 से यह जर्नी को मैंने स्टार्ट कर रहा था सुबह के 7:00 7:30 बज चुके हैं बीच में थोड़ा बहुत दिक्कत हो जाती है ठीक है कई बार फ्लो नहीं बन पाता उतना अच्छा ठीक तो लगता है कि ज्यादा अच्छे समझ में आना चाहिए तो दोबारा से रिपीट मार देते हैं ठीक है तो अगर आप चाहते हो कि भाई सर की ये मेहन जस्टिफाई हुई अगर आप ये बात मुझे बताना चाहते हैं तो आपके कमेंट्स का प्यार भरे कमेंट्स का मैं इंतजार कर रहा हूं सर क्या जरूरत पड़ी थी रात को आपको अ 11:00 बजे स्टार्ट करने की मुझे थोड़ा सा टाइम कम मिल पा रहा था मैं आपको बताऊं और बच्चे लगातार कमेंट्स कर ही रहे थे कि सर जल्दी से वीडियो लेकर के आओ तो मैं आपको बताऊं मैं पहले सो गया मैंने कहा सुबह उठक पढ़ा था हूं लेकिन ना मन में ऐसा गिल्ट सा लग रहा था कि भाई नहीं हो पाएगा सुबह कोई दिक्कत आ गई क्यों मतलब सो नहीं पाऊंगा मैं उतनी प्यार की नींद नहीं आ रही तो मैंने कहा कि मन भरते हैं तरीके से ठीक है और फिर बढ़िया से हो जाएगा हां तो बढ़िया मेहनत की हिम्मत जुटाई और लग गया काम पे तो आप यह देख रहे हैं यह वीडियो भी आपकी कंप्लीट हो गई ठीक है तो आज के लिए इतना ही कमेंट सेक्शन में जरूर से मुझे बताना मिलेंगे आपसे कल और तब तक के लिए थैंक यू सो मच थैंक्स अ लॉट सीय इन द नेक्स्ट वीडियो गाइज थैंक यू हां एक और जरूरी बात कि अगर आपको लग रहा है कि खूब सारे न्यूमेरिकल और मुझे प्रैक्टिस करने हैं तो आप विनर्स बैच के अंदर अभी एनरोल कर सकते हैं बहुत सारे न्यूमेरिकल वहां पे कराए जाएंगे फर्स्ट सेकंड चैप्टर का आपका बैकलॉग बैकलॉग हो चुका है तो आपको वहां भी ऐसे सेशंस मिल जाएंगे जो कि आप देखेंगे आपका बैक लॉक कंप्लीट हो जाएगा तो मिलेंगे अभी नेक्स्ट वीडियो में बब तक के लिए थैंक यू सो मच थैंक्स अ लॉट सी यू इन द नेक्स्ट वीडियो थैंक यू गाइज