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सोशल मीडिया मार्केटिंग | Unit 5

[संगीत] हेलो दोस्तों तो आज इस वीडियो में हम लोग बात करने जा रहे हैं सोशल मीडिया मार्केटिंग के यूनिट फाइव के बारे में और नोट्स का लिंक डिस्क्रिप्शन में अवेलेबल है वहां से जाके आप लोग डाउनलोड कर सकते हो तो चलो हमेशा की तरह सबसे पहले जान लेते हैं कि इस पूरे वीडियो में किन-किन टॉपिक्स के बारे में हम लोग डिस्कस करने वाले हैं तो सबसे पहले हम लोग बात करेंगे डिजिटल इनोवेशन इन डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग के ट्रेंड्स के बारे में बात करेंगे कंटे री डिजिटल रिवोल्यूशन के बारे में बात करेंगे डिजिटल रिवोल्यूशन के फेजेस के बारे में बात करेंगे डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क विथ एलिमेंट्स की बात करेंगे सिक्योरिटी एंड प्राइवेटाइजेशन की बात करेंगे ट्रेंड्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग इन इंडिया बात करेंगे और ग्लोबल कॉन्टेक्स्ट में बात करेंगे ऑनलाइन कम्युनिटीज और इसके टाइप्स के बारे में बात करेंगे को क्रिएशन और इसके टाइप्स के बारे में बात करेंगे और हमेशा की तरह ये वीडियो हम लोग की हैप्पी एंडिंग हो जाएगी और आपके चेहरे पर एक स्माइल होगी और आप बोलोगे कि वन टू थ 3 4 5 पूरी यूनिट आपकी तैयार हो गई है डीएस एमएम की और एग्जाम में कोई भी एकटी में पूछा जाएगा तो आप बहुत ही आराम से लिख के आओगे आई होप कि आपको पिछली यूनिट की वीडियो अच्छी लगी होगी तो इस वीडियो को एक लाइक जरूर करें तो चलो आगे बढ़ते हैं तो सबसे पहले बात करते हैं डिजिटल इनोवेशन इन डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल इनोवेशन डिजिटल मार्केटिंग में इसका डेफिनेशन देखो क्या होता है डिजिटल इनोवेशन इन डिजिटल मार्केटिंग रेफर्स टू एडॉप्शन ऑफ न्यू टेक्नोलॉजी यानी डिजिटल इनोवेशन डिजिटल मार्केटिंग के अंदर यही होता है कि नई टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट करना नई टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट करना इनोवेशन मतलब क्या होता है कि कोई एजिस्टिफाई एंड क्रिएटिव स्ट्रेटेजी टू एनहांस मार्केटिंग एफर्ट्स एंड क्रिएटिव स्ट्रेटेजी बनाना जिससे मार्केटिंग एफर्ट्स को एनहांस किया जा सके इंप्रूव कस्टमर इंगेजमेंट इंगेजमेंट कस्टमर की इंगेजमेंट को इंप्रूव किया जा सके एंड ड्राइव बिजनेस ग्रोथ एंड बिजनेस के ग्रोथ को आगे बढ़ाया जा सके ओके देन अब बात करते हैं डिजिटल इनोवेशंस कौन-कौन से हैं जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो गया ठीक है मतलब डि चीजें तो डिजिटली थी लेकिन उनमें क्या चीजें ऐड करके उसे इनोवेशन इनोवेट किया गया जैसे कि उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यूज किया जाने लगा वर्चुअल रियलिटी जिसको शॉर्ट में वीआर बोलते हैं वाई सर्च हो गया ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी हो गया इन्फ्लुएंस मार्केटिंग प्लेटफॉर्म्स हो गया सोशल मीडिया इनोवेशन हो गया ओके एक-एक करके इन सभी चीजों को हम लोग समझते हैं तो यहां पर देखो सबसे पहला जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है इसमें पहला पॉइंट जो है पर्सनलाइजेशन का पर्सनलाइजेशन का मतलब क्या है है एआई हेल्प्स डिलीवर पर्सनलाइज्ड कंटेंट ध्यान देना पर्सनलाइज कंटेंट एंड प्रोडक्ट रिकमेंडेशन बेस्ड ऑन यूजर बिहेवियर एंड प्रेफरेंसेस तो जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता है वो पर्सनलाइज्ड होता है जैसे कि हम कुछ भी सर्च करते हैं बिहेवियर के अकॉर्डिंग ही रिजल्ट्स को शो कर रहा होता है तो यही होता है पर्सनलाइजेशन चैट बॉट्स चैट बॉट्स का क्या हो गया कि ऑटोमेटिक चैट बॉट्स प्रोवाइड 24 * 7 कस्टमर सर्विस एंड सपोर्ट आप लोग बहुत सारे वेबसाइट पे आजकल जाते होंगे तो वहां पे चैट बॉट है कोई आदमी नहीं है तो आप सिंपल सा वहां पे जो बेसिकली नॉर्मल क्वेरी होती है जो हर लोग पूछते हैं तो वो चैट बॉक्स में डाल दिया जाता है ऑटोमेटिक रिप्लाई करने के लिए तो आप चैट बोट में जैसे ही लिखते हो कोई चीज तो अगर वो क्वेश्चन बहुत सारे लोगों ने पूछा और चैट बट के अंदर वो एजिस्ट करती है तो वो आंसर वहां से करता है कि ये चीजें ऐसे होती है ठीक तो वो चीजें होती है चैट बट करता है तो ये भी एआई के अंतर्गत ही आता है ओके तो आई होप कि पहला पॉइंट क्लियर सेकंड पॉइंट देखो वर्चुअल रियलिटी वर्चुअल रियलिटी में क्या है ये करता है एनहैंस्ड विजुलाइजेशन तो जो आप लोग विजुलाइजेशन आपका होता है उसे बहुत एनहांस कर देता है कैसे करता है दिस टेक्नोलॉजी अलाउ कस्टमर टू विजुलाइज प्रोडक्ट इन देयर ओन स्पेस रिड्यू सिंग अनसर्टेनटीज एंड बूस्टिंग कॉन्फिडेंस इन परचेसिंग डिसीजन आप लोग वीआर का नाम सुने होंगे कि आजकल एल ने वीआर निकाला है कि आप दिमाग मतलब एक चश्मे जैसा होता है पहन लो और आपको सारी चीजें दिखाई देंगी रियलिटी जैसा आजकल के टाइम पे जो बिजनेस ये जो घर वगैरह का बिजनेस हो रहा है ना तो ये लोग क्या कर रहे हैं वीआर की मजद से पूरा घर ही डिजाइन कर दे रहे हैं और बंदे को एक आंख में चश्मा पहना दे रहे हैं तो सारी चीजों को विजुलाइज कर सकता है रियल जैसा कि हां उसका घर ऐसा रहेगा यहां पे ऐसा रहेगा ठीक है मतलब एक घर एजिस्ट नहीं करता है लेकिन वर्चुअल रियलिटी से वह फील कर सकता है ठीक तो यह चीजें डिजिटल इनोवेशन के अंदर यूज की गई है डिजिटल मार्केटिंग में यानी जब डिजिटल मार्केटिंग करते हैं तो वीआर की मदद से उसे हम चीजों को दिखाते जिससे वो रियल फील करता है ठीक है जिसे वो रियल फील करता है तो कस्टमर जो है वो चीजों को और खरीदेगा ओके देन देखो वाई सर्च वाई सर्च में क्या है ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट इसमें है मार्केटर्स आर ऑप्टिमाइजिंग कंटेंट फॉर वाइस सर्च क्वेरीज टू कैप्चर ग्रोथ ग्रोइंग नंबर्स अ ग्रोइंग नंबर ऑफ़ यूजर्स रिलाइंग ऑन स्मार्ट असिस्टेंसिया al-ain टेक्नोलॉजी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी आपको भी पता है कि यह बेसिकली हैश फंक्शन पे एक तरह से काम करती है और बहुत सारे ब्लॉक्स होते हैं बहुत सारे ब्लॉक्स होते हैं जो एक दूसरे से कनेक्टेड होते हैं ठीक है तो वो बेसिकली ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी में स्मार्ट कांट्रैक्ट वगैरह बहुत सारी चीजें क्रिप्टोग्राफी है ना बहुत सारी चीजें इसके अंतर्गत है तो वैसे देखो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के अंदर ट्रांसपेरेंसी एंड ट्रस्ट का आता है एक पॉइंट तो ब्लॉकचेन इंश्योर ट्रांसपेरेंट एंड वेरीफिएबल ऐड इंप्रेशंस एंड क्लिक्स रिड्यूस फ्रॉड तो ब्लॉकचेन जो होता है ये इंश्योर करता है बहुत ट्रांसपेरेंट सारी चीजें रहती हैं कोई फ्रॉड वगैरह नहीं होता है जिससे जो इंप्रेशन एंड क्लिक्स वगैरह आते हैं वो जेनुइन आते हैं ठीक है वेरीफाइड होते हैं वहां पे फ्रॉकिंग वगैरह नहीं होती है द सेकंड पॉइंट पर देखो सिक्योर ट्रांजैक्शन इट ऑफर्स सिक्योर एंड ट्रांसपेरेंट ट्रैकिंग ऑफ ट्रांजैक्शन एनहांसिंग क्रेडिबिलिटी ठीक है क्रेडिबिलिटी मतलब क्या होता है विश्वसनीयता ठीक है यह विश्वसनीयता को बढ़ाता है जैसे कि ये इट ऑफर सिक्योर एंड ट्रांस्पायर इन ट्रैकिंग ऑफ ट्रांजैक्शन जो भी ट्रांजैक्शन हो रहे होते हैं ठीक है उनको ट्रैक करना ठीक है एक सिक ट्रांसपेरेंट ट्रैकिंग सिस्टम हमें ऑफर करता है जिससे जो विश्वसनीयता होती है व एनहांस होती है ओके फिफ्थ नंबर पर देखो इन्फ्लुएंस मार्केटिंग प्लेटफॉर्म तो यहां पर पहला पॉइंट है डेटा ड्रिवन कोलबो प्लेटफॉर्म्स लाइक इनफ्लुएंस यूज एनालिटिक्स टू आइडेंटिफिकेशन को फाइंड आउट कर लिया जाता है जिससे उनकी जो पार्टनरशिप हो वोह बहुत अच्छी हो अच्छी इन द सेंस यह होता है कि आप कोई प्रोडक्ट सेल करना चाहते हो कपड़े से रिलेटेड और जो इनफ्लुएंसर है वह हमेशा कंटेंट बनाता है कपड़ों से रिलेटेड लाइफ स्टाइल से रिलेटेड तो उससे अगर आप प्रचार करवाओ एडवर्टाइजमेंट करवाओ ग तो आपके प्रोडक्ट ज्यादा बिकने के चांसेस होते हैं सेकंड पॉइंट देखो टारगेटेड आउटरीच दीज प्लेटफॉर्म्स इनेबल प्रेसा इज टारगेटिंग ऑफ इनफ्लुएंसर कैंपेन ओके तो ये जो प्लेटफॉर्म्स होते हैं यह मतलब इनेबल कर देते हैं जिससे आप जो इनफ्लुएंसर कैंपेन होते हैं ना वोह बहुत अ अच्छे तरीके से आप लोग टारगेट कर सकते हो सोशल मीडिया इनोवेशन सिक्स नंबर पर है इसमें सोशल मीडिया जैसे कि पर देखो डिजिटल मार्केटिंग ट्रेंड्स के अंदर सबसे पहला आपका आता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जस्ट अभी मैंने पीछे बताया तो उसी से रिलेटेड है तो मुझे नहीं लगता इसको फिर बताने की जरूरत है तो यहां पर देखो एक इनफ्लुएंसर मार्केटिंग है तो इनफ्लुएंसर मार्केटिंग में क्या होता है कि ऑथेंटिक कनेक्शन होता है इनफ्लुएंसर हैव डेडिकेटेड फॉलोइंग एंड कैन प्रमोट प्रोडक्ट्स इन अ रिलेटेबल एंड ऑथेंटिक वे इंक्रीजिंग ट्रस्ट एंड क्रेडिबिलिटी अब एक इन्फ्लुएंस कौन होता है जैसे कि कोई से रिलेटेड बेसिकली लाइफ स्टाइल से रिलेटेड पोस्ट कंटेंट को पोस्ट करता है तो उसकी जो ऑडियंस है बेसिकली वो उसी से रिलेटेड है तो अगर वोह बंदा कुछ अगर प्रमोट करता है किसी प्रोडक्ट को लाइफ स्टाइल से रिलेटेड तो लोग खरीदेंगे और उस परे ट्रस्ट करेंगे और आपका प्रोडक्ट अच्छे से बिकेगा ठीक नीच टारगेटिंग कोलैबोरेटिंग विद माइक्रो इनफ्लुएंसर्स हु हैव इंगेज नीच ऑडियंस ऑफ एन इ बेटर आरओ आई रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट देन वर्किंग विद ब्रॉड रीच सेलिब्रिटीज जो सेलिब्रिटी होती है उनके जो फॉलोअर्स होते हैं वो डिफरेंट डिफरेंट टाइप्स के होते हैं किसी पर्टिकुलर एक नीच के नहीं होते नीच इन द सेंस क्या होता है कोई कंटेंट बना रहा है न्यूज़ से रिलेटेड कोई कंटेंट बना रहा है घूमने से रिलेटेड कोई कंटेंट बना रहा है फूड से रिलेटेड कोई कंटेंट बना रहा है किचन से रिलेटेड ठीक है तो ये नीच होता है अब जैसे आप शाहरुख खान क ले लो शाहरुख खान के जो इन्फ्लुएंस है वो डिफरेंट शाहरुख खान के जो फॉलोअर्स हैं वो डिफरेंट डिफरेंट टाइप्स के हैं है ना कोई बंदा न्यूज़ भी देखता है कोई बंदा फैशन से रिलेटेड भी देखता है डि डिफरेंट है लेकिन नीज से रिलेटेड अगर वहीं पर अगर आप किसी इन्फ्लुएंस को टारगेट करते हो जिसके पास एक पर्टिकुलर ऑडियंस जो है उसी से रिलेटेड है न्यूज़ से रिलेटेड है या फैशन से रिलेटेड है तो वहां से अगर उस इन्फ्लुएंस को पकड़ के करोगे प्रमोट अपने प्रोडक्ट का तो वो अच्छे तरीके से होगा और आपका सामान ज्यादा बिकेगा चैट बॉट्स मैंने पीछे बता दिया तो इसमें एक चीज आप ध्यान दोगे कि बहुत सारे हेडिंग्स एक दूसरे से मिलती जुलती है बहुत सारे क्वेश्चन से तो ध्यान देना आप एग्जाम में आपको बहुत आसानी होगा लिखने में अब इसके बाद वाई सर्च भी मैंने अभी पीछे बता दिया और पर्सनलाइजेशन भी मैंने अभी जस्ट पीछे एआई के अंदर बता दिया था तो आई होप कि ये चीजें आपको आसानी से समझ में आ जाएगी अभी देखो इसमें पांचवा नंबर पर एसओ अभी देखो नेक्स्ट एसईओ है नंबरिंग थोड़ी गड़बड़ हो गई है यहां पे सिक्स होना चाहिए और ये सेवन और ये एट ठीक है एसईओ क्या होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन मैंने पीछे बात किया इसके बारे में तो ये करता क्या है इंप्रूव विजिबिलिटी यानी कि जो आपकी वेबसाइट होती है वो सर्च इंजन पर उसकी विजिबिलिटी को बढ़ा देता है ऑर्गेनिक ट्रैफिक वहां से आपकी आती है और जो आपका ब्रांड अवेयरनेस होता है उसकी इंक्रीजिंग होती है ठीक कीवर्ड ऑप्टिमाइजेशन तो एसओ जो होता है बहुत ही इफेक्टिव होता है कीवर्ड ऑप्टिमाइजेशन में जिससे आपकी वेबसाइट रैंक करती है इस किसी पर्टिकुलर कीवर्ड पर ओके सिक्स पर देखो वीडियो मार्केटिंग वीडियो मार्केटिंग में क्या होता है इंगेजिंग कंटेंट वीडियो मार्केटिंग क्रिएट्स इंगेजिंग एंड शेरेबल कंटेंट दैट कैन कैप्चर एंड रिटेन ऑडियंस अटेंशन मोर इफेक्टिवली देन टेक्स्ट और इमेजेस आपको ही पता है कि जो वीडियो होती है बहुत ही इंगेजिंग होती है और बहुत आसानी से लोग उसकी मदद से समझ जाते हैं और लोग इंटरेस्ट शो करते हैं ठीक तो जैसे कि बहुत बड़ा रीच जो है वीडियो मार्केटिंग में वो प्लेटफार्म हो गए कैंपेन टारगेटेड कैंपेन क्या होता है डिजिटल एडवर्टाइज इंग अलाव प्रेसा इज टारगेटिंग बेस्ड ऑन डेमोग्राफिक्स इंटरेस्ट एंड बिहेवियर इंश्योर्स इंश्योरिटी में आप किसी सकते हो समझे तो ये सारी चीजें होती है अब हम लोग बात करते हैं द कंटेंपररी डिजिटल रिवोल्यूशन के बारे में बात करेंगे कंटेंपररी बेसिकली क्या होता है कि अरिंग एट द सेम टाइम सेम टाइम पे कोई चीज अकर हो रही है तो उसी को कंटेंपररी बोलते हैं कंटेंपररी के बारे में बात करने से पहले इस चैनल के बारे में बात कर लेते हैं अगर आप नए हो तो चैनल को जरूर सब्सक्राइब करो इस वीडियो को एक लाइक करो जिससे मुझे लगे कि वीडियो आपको अच्छी लग रही है और ये दोनों वेबसाइट पे जरूर विजिट करें इस वेबसाइट पर मैं आपको एटीवी से रिलेटेड बहुत सारे पोस्ट वगैरह कंटेंट वगैरह प्रोवाइड करता हूं और यहां पर आपको इंटरव्यू से रिलेटेड मैं आपको क्वेश्चन प्रोवाइड करता हूं डीएसए जावा जो भी इंटरव्यू में चार वगैरह क्वेश्चन पूछते हैं उससे रिलेटेड मैं आपको यहां पे क्वेश्चंस वगैरह आंसर प्रोवाइड करता हूं जिससे आपको एग्जाम इंटरव्यू देने जा रहे हो सिंपल्स ओपन करो और पढ़ लो आपका काम हो जाएगा तो बात करते हैं कंटेंपरेरी के बारे में ये ऊपर वाला आपको सेम दिख रहा होगा पीछे से तो यहां पे आप चेंज कर लेना ठीक है कंटेंपरेरी ही मान लेना यहां पे पीछे वाला ही मैं कॉपी किया था तो थोड़ी दिक्कत हो गई थी ओके राइटिंग में तो वो चीजें तो देखो कंटेंपररी क्या होता है द कंटेंपरेरी डिजिटल रिवोल्यूशन रेफर्स टू द रैपिड ए एडवांसमेंट एंड इंटीग्रेशन ऑफ डिजिटल टेक्नोलॉजीज इनटू ऑल एस्पेक्ट्स ऑफ सोसाइटी ट्रांसफॉर्मिंग हाउ वी लीव वर्क एंड इंटरेक्ट ठीक तो बेसिकली यही आपका होता है कंटेंपरेरी डिजिटल रिवोल्यूशन ठीक है तो ये एडवांसमेंट में काम आता है डिजिटल मार्केटिंग में जो भी टेक्नोलॉजी वगैरह यूज करते हैं जैसे कि सोसाइटीज में जैसे हाउ कैसे कि हम लोग जीते हैं रहते हैं ठीक है वर्क कैसे करते हैं इंटरेक्ट करना यह सारी चीजें आपका कंटेंपरेरी के अंतर्गत आता है तो इसकी एक टाइम लाइन थी ठीक है कि कैसे लोग जो टेक्नोलॉजी वगैरह आई ठीक है डिजिटल टेक्नोलॉजी वगैरह आई कैसे आई ठीक है तो 1950 से 1960 तक जो था वो द बर्थ ऑफ डिजिटल कंप्यूटिंग का था ठीक है इस पर डिजिटल कंप्यूटिंग का मतलब जन्म हुआ तो बेसिकली इसमें आपका नाम सुने होंगे ई एन आई ए सी इसका सुने होंगे और यू एन आईवी एसी यूएन आईवी एसी का नाम सुने होंगे तो ये बेसिकली फर्स्ट इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर्स थे ठीक है ये फर्स्ट इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर्स थे तो उस टाइम पे आए थे तो बर्थ वहां पे डिजिटल कंप्यूटिंग का बर्थ हुआ था तो ये बेसिकली लार्ज रूम एक रूम का साइज जितना होता है ना उतने बड़े-बड़े ये लोग मतलब ये होते रहते थे ठीक है तो उस टाइम पे ये सारी चीजें थी तो ये पहले स्टार्ट हुआ था फिर 1970 में क्या हुआ था राइज द राइज ऑफ पर्सनल कंप्यूटिंग जो हम पर्सनल कंप्यूटिंग यूज करते ते हैं ना तो वो आपका 1970 के करीब आया था तो यहां पर आपका माइक्रोप्रोसेसर यहां पे माइक्रोप्रोसेसर का आपका इंट्रोड्यूस किया गया अ पर्सनल कंप्यूटर के अंतर्गत देन थर्ड पॉइंट पे देखो 1980 में द पर्सनल कंप्यूटर का रिवोल्यूशन आया अब पर्सनल कंप्यूटर के रिवोल्यूशन में क्या आ गया तो जो आईबीएम था ना आईबीएम पर्सनल कंप्यूटर था उसने एक स्टैंडर्ड सेट किया किसके लिए पर्सनल कंप्यूटिंग के लिए और एल का जो मैक इटस था उसने एल ने मैक इटस को इंट्रोड्यूस किया और इसमें ग्राफिकल यूजर इंटरफेस जीआई का कांसेप्ट आया जिससे लोग बहुत ही आसानी से कंप्यूटर वगैरह को इंस्टॉल कर सकते थे और जैसे कि सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन जैसे कि वर्ड प्रोसेसर स्प्रेडशीट ठीक है ये सारी चीजें बिजनेस में आपकी आने लगी थी ठीक है उसके बाद 1990 में द इंटरनेट एर आया इंटरनेट एरर जब आया तब तो समझ लो खतरनाक ही टीम बर्नर्स ली टीम बर्नर्स बर्नर्स ली ठीक है टीम बर्नर्स ली थे इन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब का ड्ड ड का वर्ल्ड वाइड वेब को इंट्रोड्यूस किया और जहां से आप ब्राउजिंग वगैरह कर सकते थे इंटरनेट पे पब्लिकली ठीक है जैसे कि यहां पे अन ठीक है जैसे amazon-cognito-identity-js [संगीत] बूम तो यहां पे मोबाइल नाम से आपको हेडिंग समझ में आ रहा है कि मोबाइल और सोशल मीडिया का जमाना बहुत खतरनाक तरीके से फैलने लगा ठीक है जैसे कि i आ गए ए स्मार्टफोन वगैरह आ गए ठीक है ये सारा कांसेप्ट आने लगा तो क्या हुआ कि ये सोशल मीडिया वगैरह और मोबाइल एप्लीकेशन का बहुत भयानक स्पीड से बढ़ने लगा 2010 में क्या हुआ द एरा ऑफ बिग डाटा एआई एंड आईओटी भाई जब बिग डाटा आया एआई आया आईओटी आया तब तो खतरनाक लेवल की चीजें पहुंच गई ठीक है एआई में जब एडवांसमेंट हुआ ना तो बहुत सारी चीज ऑटोमेटिक हो गई बिग डाटा जब आए तो बहुत सारे मिलियंस और ट्रिलियंस डाटा पकड़ के टीवी ऑफ डाटा यूज करके पर्टिकुलर एक एनालिसिस करके उसपे फिर मार्केटिंग किया जाने लगा आईओटी वगैरह का कांसेप्ट आ गया रोबोटिक्स वगैरह में इंटरनेट घुसने लगा ये सारी चीजें आपकी 2010 में होने लगी 2020 में द एक्सपेंशन ऑफ डिजिटल इकोसिस्टम अभी देखो कोविड-19 आया ठीक है कोविड-19 पेंडम वगैरह आया तो यहां बहुत सारी चीजें लेकिन यहां पे देखो 5g वगैरह का भी नई टेक्नोलॉजी वगैरह आने लगी वर्स का कांसेप्ट आने लगा ठीक है तो ये सारी चीजें भी इंट्रोड्यूस की गई तो आई होप ये सारी चीजें आपको समझ में आ गई होगी ओके उसके बाद चलो बात करते हैं फेजेस ऑफ डिजिटल रिवोल्यूशन तो फेजेस ऑफ डिजिटल रिवोल्यूशन में सबसे पहला फेज जो आता है वो आपका आता है ऐप एंड वेब एक्सपीरियंस ठीक तो पहला पॉइंट देखो इन दिस फेज द डिजिटल रिवोल्यूशन इज कैरेक्ट इज्ड बाय इमरजेंस ऑफ स्टैंड लोन एप्लीकेशन एंड वेबसाइट ठीक है तो इस फेज में डिजिटल रिवोल्यूशन जो कैटेगरी इज होता है वो एप्लीकेशन और वेबसाइट के बेस पे होता है ओके सेकंड पॉइंट देखो कंपनीज जो होती है फोकस करती है यूजर फ्रेंडली इंटरफेस को डेवलप करने में अपने डिजिटल प्रोडक्ट के लिए ठीक है एक्सेसिबल थ्रू वेब ब्राउजर और डेडिकेटेड मोबाइल एप्लीकेशन डिजिटल रिवोल्यूशन में क्या हुआ जो भी कंपनी थी व अपनी क्या करने लगी कि एप्लीकेशन बनवाने लगी मोबाइल एप्लीकेशन और साथ में वेबसाइट भी बनवाने लगी ताकि यूजर्स चाहे तो फोन से खरीद सके सामान और यूजर्स चाहे तो वेबसाइट से भी सामान खरी री सके तो बेसिकली बहुत ही ज्यादा फोकस करती है यूजर फ्रेंडली इंटरफेस है ताकि हर कोई बंदा आसानी से शॉपिंग कर सके पहले इंटरनेट चलाना बहुत मुश्किल था लेकिन देखो ज्यादा रिसर्च हुआ फिर आज देखो बच्चे जो पढ़ नहीं पाते वो भी आज फोन इतने अच्छे तरीके से चलाते हैं है ना उसके बाद देखो थर्ड पॉइंट यूजर इंटरेक्ट विद दज प्लेटफॉर्म प्राइमर थ्रू प्री डिफाइंड इंटरफेस एंड फंक्शनालिस विथ लिमिटेड पर्सनलाइजेशन ऑप्शन लिमिटेड पर्सनलाइजेशन ऑप्शन यानी कि आप जो चाहते हो वो ऑप्शन नहीं होते हैं लेकिन प्री डिफाइन इंटरफेस होता है पहले से डिफाइन आपको यूआई डिजाइन मिलता है जिससे आप इंटरेक्ट करते हो ठीक है है ना आप अपने अकॉर्डिंग तो नहीं कर सकते हो ना कि यह बटन इधर से उधर ऑप्शन कर दो नहीं ना पहले से करके सारी चीजें होती है जो कि बहुत रिसर्च करके ही की जाती है जिको आप बहुत ही आसानी तरीके से आप यूज कर पाते हो ओके तो आई होप कि पहला फेज आपको समझ में आ गया होगा सेकंड फेज देखो प्लेटफॉर्म बेस्ड एक्सपीरियंस तो इसका पहला पॉइंट देखो एज डिजिटल इकोसिस्टम इवॉल्व प्लेटफॉर्म बिकम सेंट्रल टू द यूजर एक्सपीरियंस ओके कंपनी जैसे कि [संगीत] google.it फ्रॉम इंटरकनेक्टेड सर्विसेस सच एज सिंगल साइन ऑन यूनिफाइड डाटा मैनेजमेंट एंड क्रॉस प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन इ हैंस कन्वीनियंस एंड एफिशिएंसी सिंगल सिंगल साइन इन क्या होता है कि अ ज सिंपल वेबसाइट पे जाते हो google3 देखो ब्लेंडे एक्सपीरियंस फॉर पर्सनलाइजेशन तो इस फेज में क्या होता है डिजिटल एक्सपीरियंस बिकम इंक्रीजिंगली पर्सनलाइज एंड अडॉप्टिव तो इसमें जो डिजिटल एक्सपीरियंस होते हैं वह आपका पर्सनलाइज एंड अडॉप्टिव हो जाते हैं कंपनी क्या करती है लेवरेज इस्तेमाल करती है डटा एनालिटिक्स मशीन लर्निंग एंड एआई टेक्नोलॉजी का ठीक है टू टेलर कंटेंट रिकमेंडेशन एंड इंटरेक्शन टू इंडिविजुअल यूजर प्रेफरेंसेस एंड बिहेवियर तो कंपनी जो होती है ना वह डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल करती है मशीन लर्निंग ए आई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है रिकमेंडेशन वगैरह देने के लिए द फोकस शिफ्ट फ्रॉम वन साइज फिट्स ऑल एप्रोचे टू डायनेमिक कांटेक्ट अवेयर एक्सपीरियंस दैट एंटीसिपेट एंड रेस्पों टू यूजर नीड्स इन रियल टाइम ठीक है यह सारी चीजें आपकी फेज थ्री के अंतर्गत होती हैं फेज फोर देखो पहला पॉइंट एज डिजिटल इको सिस्टम मैचोर दे एक्सटेंड बियोंड इंडिविजुअल प्लेटफॉर्म टू इनकंपास ब्रॉडर नेटवर्क फॉर इंटरकनेक्टेड सर्विस एंड डिवाइसेसपोर्ट एंड इंटीग्रेट देयर ऑफ ंग टू क्रिएट कंप्रिहेंसिव इकोसिस्टम एक्सपीरियंस दैट स्पैन मल्टीपल इंडस्ट्रीज एंड टच पॉइंट तो कंपनी जो होती है कोलैबोरेट करती इंटीग्रेट करती है बहुत सारे अपने ऑफर्स के थ्रू और एक कंप्रिहेंसिव इकोसिस्टम बनाती है जिस कंप्रिहेंसिव इकोसिस्टम एक एक्सपीरियंस बनाती है जिससे मल्टीपल जगह पे स्पैन करना फैलना बहुत ही आसान हो जाता है ठीक यूजर्स बेनिफिट्स फ्रॉम सीमलेस ट्रांजीशन बिटवीन डिफरेंट सर्विसेस एंड डिवाइसेसपोर्ट इनोवेशंस तो ये चीजें आपकी फेज फोर में होती है तो बेसिकली चार ही फेज है 1 2 3 4 तो चारों की हेडिंग आप लोग याद कर लेना देखो इसके इसमें दोनों में बीबी है और इसमें दोनों में ए है तो आप याद कर सकते हो बाप ठीक है बाप याद कर सकते हो जि रहेगा कि फेजेस ऑफ डिजिटल रिवोल्यूशन ये होता है तो आई होप कि चारों फेज आपको समझ में आ गए होंगे नेक्स्ट आपका है डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क विथ इट्स एलिमेंट तो डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन नाम से आपको समझ में आ रहा होगा कि मैंने यूनिट फोर में बात किया है डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का बहुत अच्छे से तो अगर आपने देखा है तो ये चीजें बहुत अच्छे तरीके से आपको समझ में आने वाली हैं डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क में सबसे पहला पॉइंट देखो अ डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क सर्व एज अ स्ट्रक्चर रोड मैप दैट गाइड्स ऑर्गेनाइजेशन थ्रू द प्रोसेस ऑफ अडॉप्टिंग एंड लेवरेजिंग डिजिटल टेक्नोलॉजी टू अचीव स्ट्रेटेजिक ऑब्जेक्टिव तो डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन बेसिकली क्या करता है ये एक तरह का रोड मैप स्ट्रक्चर्ड रोड मैप प्रोवाइड करता है ध्यान देना यह स्ट्रक्चर्ड रोड मैप प्रोवाइड करता है किसको ऑर्गेनाइजेशन को ताकि वो टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल कर सके और जो भी उसका ऑब्जेक्टिव हो उसे अचीव कर सके मार्केट में ओके दिस फ्रेमवर्क आउटलाइंस द स्टेप्स स्ट्रेटेजी एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस नेसेसरी फॉर सक्सेसफुल डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इनिशिएटिव तो ये जो फ्रेमवर्क होता है आपको स्टेप्स स्ट्रेटेजी बेस्ट प्रैक्टिस वगैरह देता है जिससे आप लोग इनिशिएटिव ले सकते हो फॉर एग्जांपल के तौर पे लेट्स कंसीडर अ रिटेल कंपनी दैट वांट्स टू डिजिटली ट्रांसफॉर्म इट्स ऑपरेशन टू स्टे कंपट इन मार्केट कोई एक कंपनी रिटेल कंपनी है जो चाहती है कि मैं डिजिटली सारे चीजों को एक्वायर करूं अपने कंपनी में यूज करूं और मैं अपने कंपीटर से आगे पहुंच जाऊ तो आपको पता होगा कि snapdeal-in इसके दिए हुए हैं तो सबसे पहले पॉइंट पर आता है कस्टमर अंडरस्टैंडिंग ठीक है तो यार देखो कोई भी बिजनेस आप करते हो ना कस्टमर बहुत ही मेन रोल प्ले करता है वहां पे तो कस्टमर अंडरस्टैंडिंग में क्या होता है कि इसमें कस्टमर को बहुत ही अच्छे तरीके से समझना होता है जैसे कि कस्टमर के बिहेवियर को कस्टमर के नीड्स को कस्टमर के प्रेफरेंसेस को और यह चीजें कैसे आप समझोगे डाटा एनालिटिक्स की मदद से और यह डाटा कहां से आएगा जब आप मार्केट में रिसर्च करोगे और जब कस्टमर आपको फीडबैक देंगे अगर आप देखो होता है ना कि आप जितने बेटर कस्टमर को समझेंगे आपकी ऑर्गेनाइजेशन उतनी बेटर होती चली जाएगी तो इसीलिए होता है कि कस्टमर अंडरस्टैंडिंग बहुत इंपॉर्टेंट होती है टॉप लाइन ग्रोथ टॉप लाइन ग्रोथ में क्या होता है कि इसमें बेसिकली डिजिटल टेक्नोलॉजी को यूज किया जाता है और इंक्रीज किया जाता है रिवेन्यू को मार्केट शेयर जो होता है और प्रॉफिटेबिलिटी को ठीक है और इसमें नए डिजिटल प्रोडक्ट को लॉन्च किया जाता है ठीक है नए मार्केट में एंटर किया जाता है तो ये सारी चीजें होती टॉप लाइन ग्रोथ यानी कि ये जो लाइन है ना ये लाइन जो है ना ऐसे बढ़ती चली जाती है नई-नई चीजों को यूज करते चले जाते हो कस्टमर टच पॉइंट कस्टमर टच पॉइंट का क्या होता है कि आपको जो मार्केट में आपके कस्टमर जो एजिस्ट कर रहे हैं ठीक है उनके टच पॉइंट को आइडेंटिफिकेशन के साथ इंटरेक्ट कैसे कर रहे हैं ठीक है कैसे कर रहे हैं कि वो लोग ऑनलाइन इंटरेक्ट कर रहे हैं ठीक है की ऑफलाइन इंटरेक्ट कर रहे हैं उनके टच पॉइंट्स को लेखो ठीक है यह सारी चीजें आपकी वेबसाइट में इवॉल्व हो सकती है मोबाइल एप्लीकेशन हो सकता है सोशल मीडिया के थ्रू जान सकते हो फिजिकल स्टोर्स अगर आपके बिजनेस के हैं तो वह सारी चीजें कॉल सेंटर जहां पर कॉल वगैरह करके इन सारे चीजों की मदद से आप लोग टच पॉइंट जान सकते हो ठीक तो यह एलिमेंट होता है प्रोसेस डिजिटाइजेशन प्रोसेस डिजिटाइजेशन में क्या होता है किस में जो मैनुअल पेपर बेस्ड वर्कफ्लो होता है ना जो मैनुअल होता है जो पेपर बेस्ड वर्कफ्लो जो भी चीजें काम होती है ना टूल्स वगैरह होती है उनको रिप्लेस करना होता है ठीक है उनको रिप्लेस करना होता है नई-नई चीजों से नई-नई टेक्नोलॉजी से डिजिटल डिजिटल चीजों से उन्हें रिप्लेस करना होता है ठीक है इससे क्या होता है कि जो एरर्स आपकी आती है वो आपकी कम होती है एफिशिएंसी वगैरह आपकी इंप्रूव होती है तो ये सारी चीजें होती हैं वर्कर इनेबल वर्कर इनेबल में क्या होता है कि वर्कर आपको काम समझ में आ गया कि यहां पे एंप्लॉई जो आ गए ठीक है तो जो भी कंपनी में एंप्लॉई काम कर रहे हैं उनको इंपावर करना होता है डिजिटल टूल से जो भी नए-नए टूल्स आ रहे हैं उनको स्किल सिखाना होता है उनको ट्रेनिंग देके उनकी प्रोडक्टिविटी को एनहांस करना होता है उनको कोलबोर्न किया जाता है इनोवेशन में पार्टिसिपेट करने के लिए बोला जाता है कि व अपने आइडियाज वगैरह शेयर कर सके ठीक है तो ये सारी चीजें आपकी होती हैं ओके परफॉर्मेंस मैनेजमेंट परफॉर्मेंस मैनेजमेंट में क्या होता है कि इसमें डिजिटल टूल्स जो होते हैं मैट्रिक्स वजह मैट्रिक्स वगैरह होती है जिससे हम लोग मेजर कर सकते हैं जो भी परफॉर्म आपकी कंपनी का जो भी ऑर्गेनाइजेशन का परफॉर्मेंस है ठीक है उसे मैनेज कर सकते हैं मेजर कर सकते हैं ठीक तो ये सारी चीजें आपकी अंतर्गत होती हैं और इसमें आप जैसे कि टारगेट सेट कर सकते हो मैट्रिक्स आपने देखा तो आप उससे अंदाजा लगा सकते हो ना कितना सेल हो रहा है अच्छा नेक्स्ट मंथ क्या करना है तो टारगेट सेट कर सकते हो प्रोग्रेस को आप लोग ट्रैक कर सकते हो रियल टाइम फीडबैक अपने एंप्लॉई को दे सकते हो तुम काम लोग तुम लोग काम कर रहे हो यह ग्रो नहीं कर रहा है अच्छा तुम लोग काम कर रहे हो तो बहुत अच्छा ग्रो कर रहा है ऐसे चीजें आप फीडबैक दे सकते हो ओके डिजिटल ग्लोबलाइजेशन डिजिटल ग्लोबलाइजेशन मतलब क्या होता है कि आपकी जो ऑर्गेनाइजेशन की रीच होती है ठीक है डिजिटली वो बहुत दूर तक हो जाती है एक्सपेंड कर जाती है वर्ल्ड वाइड आपकी एक्सपेंड कर जाती है अगर आप डिजिटली सारी चीजों को आप लोग डिजिटल चीजों को आप लोग यूज करते हो नए मार्केट में एंटर कर सकते हो आज इंडिया में बेच रहे हो तो कल अमेरिका में भी पहुंच सकते हो अपने सामान को बेचने के लिए ओके तो ये डिजिटल ग्लोबलाइजेशन वगैरह होता है तो अगर आपने 1 2 3 4 यूनिट देखा है ना तो मुझे लगता है फिफ्थ यूनिट में आपको दिक्कत नहीं होगा कहीं से क्वेश्चन आएगा बना के लिख दोगे अब यहां पे देखो इसको याद करने का तरीका है सी टी सी और पी डब्लू पी और डी ठीक है पीडब्ल्यूडी याद कर लो पब्लिक पीडब्ल्यूडी वाला जो रोड बनता है ना पीडब्ल्यूडी रोड बनाते हैं ठीक है और सीटीसी जो 14 लाख 13 लाख 14 लाख का सीटीसी जो लगता है तो आप याद कर सकते हो पीडब्ल्यूडी को मिला 14 लाख का सीटीसी ठीक है तो ऐसे याद कर सकते हो तो आपका हो गया डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन फ्रेमवर्क तो बस सी से कस्टमर अंडरस्टैंडिंग टी से टॉप लाइन ग्रोथ सी से कस्टमर टच पॉइंट पी से प्रोसेस डिजिटाइजेशन डब्लू से वर्कर इनेबल डी से आपका डिजिटल ग्लोबलाइजेशन एक छूट भी जाएगा तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन फिर भी पी से आपको याद रहेगा कि दो है इसमें ठीक है परफॉर्मेंस मैनेजमेंट ओके तो याद करने का ऐसे टेक्निक्स होती है अब बात करते हैं हम सिक्योरिटी एंड प्राइवेटाइजेशन इश्यूज विद डिजिटल मार्केटिंग सबसे पहला पॉइंट देखो डाटा ब्रीचेस डाटा ब्रीचेस में क्या होता है पहला पॉइंट आप लोग अगर साइबर सिक्योरिटी में इंटरेस्ट हो होगा आपका तो ब्रीचेस वगैरह यह सारी चीज आप समझ रहे होगे डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म जो होता है कलेक्ट वस्ट अमाउंट ऑफ कस्टमर डाटा ठीक है डिजिटल मार्केटिंग जो भी प्लेटफॉर्म होते हैं जो भी प्लेटफॉर्म कलेक्ट करते हैं फॉर टारगेटेड एडवरटाइजिंग टारगेटेड एडवरटाइजिंग करने के लिए अभी जो [संगीत] डेमोग्राफिक्स में देख सकता हूं कि किस लोकेशन से मेरी वीडियो देखी जा रही है यह सारी चीजें देखी जा सकती है यानी आपका डाटा कहीं ना कहीं बेसिकली एडिक्ट प्रोटेक्टेड यह ध्यान देना नॉट एडिक्ट यानी पर्याप्त रूप से बहुत अच्छे तरीके से अगर प्रोटेक्ट नहीं है तो इट कैन बी वल्नरेबल टू हैकर हैकर के लिए फिर एक वल्नरेबल हो जाती है और यह उसको हैक कर लेता है उसी को साइबर क्रिमिनल्स वगैरह कहते हैं तो वो सारा डटा लेके आपका लीक कर देते हैं उसी को हम लोग बोलते हैं डेटा ब्रीज आप सुनते होंगे डेटा ब्रीज हो गया डोमिनोज का पता नहीं कितने लाखों लोगों का डाटा पब्लिक कर दिया गया था बहुत पहले एक दो साल पहले है ना तो वही होता है डटा ब्रीज होता है एक्सपोजिंग सेंसिटिव इंफॉर्मेशन जो भी सेंसिटिव इंफॉर्मेशन को एक्सपोज करना ठीक वो डेटा ब्रिज होता है सेकंड पॉइंट देखो प्राइवेसी वायलेशंस कंज्यूमर्स आर इंक्रीजिंगली कंसर्न्ड अबाउट द प्राइवेसी ऑफ देयर पर्सनल डाटा जो भी कंज्यूमर होता है वह चाहता है कि उसका डाटा लीक ना हो ठीक है हर कोई चाहता है यार कि मैं अगर अपना पर्सनल इंफॉर्मेशन डाल रहा हूं तो मेरा डाटा ना लिखो ठीक है तो वही होता है कि सेकंड पॉइंट देखो अनऑथराइज्ड यूज और शेयरिंग ऑ पर्सनल इंफॉर्मेशन विदाउट कंसेंट कैन लीड टू प्राइवेसी वायलेशन एंड इरोड ध्यान देना इरोड ट्रस्ट बिटवीन बिजनेस एंड देयर कस्टमर्स तो अगर अनऑथराइज्ड यूज और शेयरिंग पर्सन अबाउट देर कंसेंट कैन लीड टू प्राइवेसी वायलेशन अगर आप ठीक है जो कस्टमर का डाटा है अगर आप फर्जी तरीके से कहीं इधर-उधर कंपनी यूज कर रही है तो वह क्या करती है इरोड इरोड मतलब क्या होता है नष्ट करना खत्म करना तो क्या करती है तो वो बिजनेस बिजनेस जो होता है उससे कस्टमर होते हैं उनके बीच का जो ट्रस्ट होता है ना यह जो ट्रस्ट होता है ना वो इरोड हो जाता है यानी नष्ट हो जाता है ठीक है नष्ट कर दिया जाता है तो इसलिए प्राइवेसी का भी बहुत ध्यान दिया जाता है आइडेंटिटी थेफ्ट पुअर सिक्योरिटी मेजर्स कैन मेक इट इजियर फॉर साइबर क्रिमिनल्स टू स्टील आइडेंटिटी एंड परपेट्रेट आइडेंटिटी थेफ्ट तो अगर पुअर सिक्योरिटी वगैरह होती है ठीक है तो क्या करते साइबर क्रिमिनल्स वगैरह होते हैं वो आइडेंटिटी को चुरा लेते हैं मतलब बहुत आसानी डाटा ले लेते हैं ठीक है तो चुरा लेते हैं वोह ठीक सेकंड पॉइंट देखो दिस कैन अकर थ्रू फिशिंग अटैक मालवेयर एंड डेटा ब्रजेस वेयर पर्सन इंफॉर्मेशन इज कंप्रोमाइज तो जैसे कि आप लोग फिशिंग अटैक का नाम सुने होंगे बहुत जो साइबर वो आप लोगों में से बहुत सारे लोग साइबर में इंटरेस्ट होते हैं साइबर सिक्योरिटी में तो फिशिंग अटैक तो बहुत बार सुने होंगे आप लोग कि अरे यार चलो अटैक करते हैं पहले बहुत आसान था फिशिंग करना अभी लोग जागरूक हो गए तो लोग ऑफर आया है लॉग य जल्दी से लिंक पर क्लिक करो तो facebooksignup.in [संगीत] ठीक है ससेप्टिबल मतलब क्या होता है अति संवेदनशील बहुत ही संवेदनशील होते हैं वेयर फेंट एक्टिविटीज सच एज क्लिक फ्रॉड और इंप्रेशन फ्रॉड आर्टिफिशियल इन्फ्लेट एडवरटाइजिंग मैट्रिक्स क्या होता है कि जब कोई कैंपेन चल रहा है ऑनलाइन तो आर्टिफिशियल भी बहुत सारे लोग क्लिक्स आ जाते हैं क्लिक कर दिए जाते हैं जिससे जो आपकी बेसिकली जो मैट्रिक्स बनती है किसी ऑर्गेनाइजेशन की वो रियल नहीं बनती वो अच्छे डिसीजन नहीं ले पाते हैं ठीक है तो वो सारी चीज आप लोग में से कुछ लोग ऐड एप्लीकेशन बनाए होगे मोबाइल एप्लीकेशन तो वहां पे होता है कि आपको ऐड तुरंत मतलब ऐड करने के लिए आ जाता है ठीक है एड मब से आप ऐड लगा सकते हो आप आप ये सोचते हो चलो यार ऐड तो मिल गया चलो एप्लीकेशन लगा खुद ही क्लिक कर करके कर करके खूब पैसे कमा लेता हूं तो जैसे ही आप करके बहुत सारा क्लिक करोगे ना तो वो वहां पे लिमिट लगा देगा देख सकता है [संगीत] google3 होती है उसे भी नजरअंदाज कर दिया जाता है अंडरमाइंस का मतलब ही नजरअंदाज होता है पांचवे नंबर पर देखो रेपुटेशन डैमेज सिक्योरिटी ब्रीचेज और प्राइवेसी स्कैंडल कैन सेवरली डैमेज अ कंपनी रेपुटेशन हां भाई ये तो है कंपनी का रेपुटेशन तो डैमेज कर ही देगी अब देखो डोमिनोज इतना डटा लीक हुआ तो बहुत सारे लोग सोचेंगे कि यार नहीं अकाउंट नहीं बनाते इस बले पिज्जा नहीं खाएंगे लेकिन डाटा ना लीक हो जाए है ना यह सारी चीजें लोग करते हैं इरोड कंज्यूमर ट्रस्ट और जो कंज्यूमर का ट्रस्ट होता है वो वहां पर नष्ट हो जाता है कंज्यूमर आर मोर लाइक टू अवॉइड बिजनेस दैट हैव हिस्ट्री ऑफ सिक्योरिटी इंसिडेंट और प्राइवेसी वायलेशन और ये नॉर्मल सी बात है लोगों को पता है कि जो कंपनी जो भी बिजनेस वगैरह अगर उसका हिस्ट्री देख जाते हैं कि पहले इसको सिक्योरिटी की प्रॉब्लम आई थी यहां पे कोई अटैक वगैरह हुआ था तो उसको नहीं यूज करते हैं ओके तो ये सारी चीजें आपकी थी सिक्योरिटी एंड प्राइवेटाइजेशन इशू विद डिजिटल मार्केटिंग जो डीएम मैंने लिखा इसका मतलब डिजिटल मार्केटिंग ओके तो डिजिटल मार्केटिंग में ये सारी चीजें होती है जैसे डेटा ब्रीचेस होता है प्राइवेसी वायलेशन आइडेंटिटी थे ऐड फ्रॉड रेपुटेशन डैमेज वगैरह यह सारे इश्यूज वगैरह आपको देखने के लिए मिलते हैं डिजिटल मार्केटिंग में अब बात करते हैं हम ट्रेंड्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग इन इंडिया ओके तो डिजिटल मार्केटिंग का ट्रेंड देखते हैं हम इंडिया के अंदर क्या है तो उसके पहले बात कर लेते हैं इस चैनल के बारे में अगर यार अभी तक वीडियो अच्छी लग रही है तो यार प्लीज वीडियो को एक लाइक करो चैनल को प्लीज सब्सक्राइब करो ताकि मुझे हेल्प होगी ओके और इस वेबसाइट प जाओ देखो बहुत सारे कंटेंट अवेलेबल है और इंटरव्यू की प्रिपरेशन करना है कंपनी बहुत सारी आ रही होगी आप प्रिपेयर कर रहे होंग तो इस वेबसाइट प जाके आप प्रिपेयर कर सकते हो तो ट्रेंड्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग इन इंडिया में आपको यहां पे कुछ हेडिंग्स मिल रही है यहां पे बेसिकली सेवन हेडिंग्स है और एसओ एसएम कंटेंट क्रिएशन एसएमएम सोशल मीडिया मार्केटिंग मोबाइल मार्केटिंग ईमेल मार्केटिंग इनफ्लुएंसर मार्केटिंग ये मैंने पीछे डिस्कस कर चुका है तो मुझे नहीं लगता फिर बताने की जरूरत है पीछे की यूनिट देखे हो तो सच में नहीं बताने की जरूरत है आपको बस हेडिंग याद कर लो कि इसके अंदर यही ये होता है और आप आसानी से सारी चीजों को लिख पाओगे अरे सिंपल है यार एसओ से क्या करते हैं वेबसाइट की जो रीच होती है वो google2 में बताया था पिछले यूनिट्स में तो ये सारी चीजें हैं आपको आराम से बना के लिख सकते हो बस याद कर लेना ठीक है जैसे कि पहला पहला हेडिंग ले लो एस एससी ठीक है फिर आपका आ गया एस एमई आई एस एमई आई ठीक है तो आप एक तरीके से एसएससी आई एमई आई याद कर सकते हो एसएससी का आईएमआई आईएमआई वही फोन का आईएमआई नंबर होता है ना ऐसे याद कर सकते हो एसएससी आई एमआई तो याद कर सकते हो इस टेंड को है ना ये शॉर्टकट होता है देखो हेडिंग नहीं याद होती है यार रट के जाओगे तो बस शॉर्टकट तरीके से याद करके जाओ ऐसे तो बहुत मस्त से याद रहेगा तुम्हें ठीक है चलो ट्रेंड्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग इन ग्लोबल कॉन्टेक्स्ट ग्लोबल कॉन्टेक्स्ट में देखते हैं कि इसका ट्रेंड क्या है तो ट्रेंड्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग इन ग्लोबल कॉन्टेक्स्ट में अगर आप देखते हो तो सबसे पहले पॉइंट पर आता है वाई सर्च ऑप्टिमाइजेशन वाई सर्च ऑप्टिमाइजेशन में क्या होता है कि आज के टाइम पे आपको भी पता है कि बहुत सारे स्मार्ट स्पीकर्स आ चुके हैं वर्चुअल असिस्टेंट आ चुके हैं तो यहां पे लोग क्या करते हैं अपने मुंह से बोलते हैं ना किसी लैंग्वेज में तो जाके वो वहां से रिजल्ट निकाल के देता है तो बोलते हैं ना अलेक्सा प्लीज प्ले द सनमरे सॉन् तो वो सरम रे सॉन्ग वहां पे सुनाती है तो कैसे चीजों को सुनती है कहां से कंटेंट कैसे उठाती है आप youtube1 वीडियो तो वो कैसे वहां से उठाता है ठीक है तो इसके लिए भी आप जो कंटेंट डाल रहे हो इंटरनेट पे वो भी ऑप्टिमाइज होना चाहिए कि बंदा क्या बोल के सर्च कर रहा है समझ पा रहे हो तो इसीलिए भाई सर्च ऑप्टिमाइजेशन भी आज के टाइम पे बहुत ही मैटर कर रहा है जितना सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एसओ वगैरह करता है ओके देखो सेकंड पॉइंट वीडियो मार्केटिंग डोमिनेंस वीडियो मार्केटिंग डोमिनेंस क्या है आज के टाइम प आपको भी पता है कि ध्रु राठी देख लो बंदे के पास 20 मिलियन के सब्सक्राइबर है अगर वो कोई प्रोडक्ट प्रमोट करेगा तो जल्दी कर देगा है ना यानी कि ये भी बहुत बड़ा मतलब दुनिया हो गई है चीजों को प्रमोट करने के लिए अब ऐसा नहीं है कि आप न्यूज़पेपर आप [संगीत] ई-कॉमर्स का एक हब बन चुके हैं तो वो क्या कर रही हैं कि वो इतना ज्यादा अलाव कर दे रही हैं कि बंदा उस एप्लीकेशन को छोड़े बिना भी वहां से सामान खरीद सकता है जैसे कि शॉपेबल पोस्ट करके एक आपका आ जाता है कॉमर्स सोशल कॉमर्स में आ जाता है एक फीचर्स शॉपेबल पोस्ट जिसमें आप ऐप के अंदर ही चीजों को परचेज वगैरह कर सकते हैं ओके प्राइवेसी एंड डाटा प्रोटेक्शन प्राइवेसी एंड डेटा प्रोटेक्शन तो बहुत इंपॉर्टेंट चीज है ठीक है इसमें सारी चीजों कंसर्न किया जाता है ताकि जो भी डाटा वगैरह हो ठीक है वो सारा चीज आपका सिक्योर हो ओके जो भी मैसेजिंग व जितनी भी चीजें होती है आर्गुमेंट रियलिटी एंड वर्चुअल रियलिटी अभी पीछे बताया हूं वही सेम चीज है इधर लिख देना यूजर जनरेट कंटेंट यूजीसी यूजीसी में क्या होता है कि जो भी बड़ी-बड़ी कंपनियां है ऑर्गेनाइजेशन है वो क्या करती है अपने कस्टमर को मोटिवेट करती है कि भाई तुम भी मेरे प्रोडक्ट से रिलेटेड रिव्यू दो कुछ कंटेंट बनाओ और कंटेंट वेबसाइट प पोस्ट करो होता है ना आप जाते हो बहुत सारे लोगों के देखते हो कि लोगों ने रिव्यू लिख रखा है कंटेंट लिख रखा है अरे मतलब आपने वो सामान खरीदे और सामान खरीद के सामान के साथ फोटो क्लिक करके डाल रहे हैं टीशर्ट खरीदे टीशर्ट पहन के फिर फोटो डाल र आप भी जब [संगीत] amazon2 प्लेटफॉर्म पे मार्केटिंग कर सकते हो है ना तो इससे आपकी जो आउट रिचिंग है वो आपकी बहुत दूर-दूर तक होगी और सारी चीजें मस्त चलेंग ओके आई होप कि सारी चीजें य आपको समझ में आई होंगी अब हम लोग बात करते हैं ऑनलाइन कम्युनिटीज एंड इसके टाइप्स के बारे में ठीक है ये बहुत मस्त तरीके से आपको समझ में आएगा यार आप भी बहुत सारे ऑनलाइन कम्युनिटी में आप लोग होंगे ही जॉइन ही होंगे तो ऑनलाइन कम्युनिटीज अ डिजिटल स्पेस एक डिजिटल दुनिया होती है एक तरीके से समझ डिजिटल स्पेस होता है जहां पे आप लोगों जैसे ही लोग क्या करते हैं अपने इंटरेस्ट को शेयर करते हैं अपने गोल को शेयर करते हैं ठीक है कैरेक्टरिस्टिक वगैरह होते हैं है ना और एक दूसरे के साथ वो लोग इंटरेक्ट कर इंफॉर्मेशन शेयर करते हैं और डिस्कशन में इंगेज होते हैं जैसे लिंकडन पे आप शेयर करते हो कि मैंने ये सर्टिफिकेशन कर लिया ये प्रोजेक्ट बना लिया ोट करते हो कि मैं यहां घुमा वहां घुमा यह कपड़ा पहना है ना तो एक तरह की कम्युनिटी ही है यार देखो तो अब बहुत सारे ग्रुप्स होते हैं ग्रुप्स में आप लोग चैट करते हो चीजों करते हो वो सारी चीजें भी उसी में आती हैं दीज कम्युनिटीज फोस्टर्स कनेक्शन सपोर्ट नेटवर्क एंड कोलबो अमंग मेंबर्स ऑफ एंड ट्रांसडिफरेंटशिएशन आपकी होती है ऑनलाइन कम्युनिटीज में इसके टाइप्स क्या-क्या होते हैं जैसे इंटरेस्ट बेस्ड कनि कम्युनिटीज होती है अभी देखो टाइप्स मैं बता रहा हूं कम्युनिटीज के ऑनलाइन प्रोफेशनल कम्युनिटीज होती है सपोर्ट ग्रुप्स होते हैं जियोग्राफिक कम्युनिटीज होती है ब्रांड कम्युनिटीज होती है सोशल मीडिया कम्युनिटीज होती है तो यहां पर सबसे पहला देखो इंटरनेट बेस्ड कम्युनिटी क्या होता है तो दज कम्युनिटी इवॉल्व अराउंड स्पेसिफिक हॉबीज एक्टिविटी जैसे कि टॉपिक ऑफ इंटरेस्ट जैसे कि फोटोग्राफी गार्डनिंग करते हो गेमिंग कुकिंग ये सारी चीजें आपकी इंटरनेट बेस्ड कम्युनिटी के अंतर्गत एक बेसिकली स्पेसिफिक हॉबी के अंतर्गत आती है यहां पे जो मेंबर्स होते हैं वो अपने एक्सपर्टाइज्ड करते हैं ठीक है और जो भी उनका इंटरेस्ट होता है वो सारी चीजें यहां पे करते हैं ओके उसके बाद देखो सेकंड नंबर पे प्रोफेशनल कम्युनिटीज में क्या होता है प्रोफेशनल कम्युनिटीज कैटर टू इंडिविजुअल्स विद इन स्पेसिफिक इंडस्ट्री प्रोफेशनल और कैरियर फील्ड जैसे कि आप लिंकडन का ग्रुप का एग्जांपल ले सकते हो ओके सपोर्ट ग्रुप में क्या होता है बेसिकली सपोर्ट ग्रुप होता है जहां पे आपकी कोई प्रॉब्लम होती है ठीक है वहां पे पोस्ट करते हो और लोग देखते हैं और वहां से वो लोग आपकी सिचुएशन समझ के आपसे मैसेज करते हैं और आपके प्रॉब्लम को सॉल्व करते हैं आपको प्रॉब्लम प्रॉब्लम आता है ना तो उस ग्रुप में मैसेज कर देते हो कोई भी होता है सॉल्व कर देता है कोरा का एग्जांपल ले सकते हो कोरा भी एक तरह का वैसा ही कम्युनिटी है यहां पे लोग प्रॉब्लम डालते हैं और कोई सॉल्यूशन उसका लिख के बेचता है है ना चलो इसके बाद देखो जियोग्राफिक कम्युनिटी जियोग्राफिक कम होता है ब्रिंग टूगेदर इंडिविजुअल बेस्ड ऑन देयर लोकेशन सच एज नेबरहुड सिटीज एंड रीजन रीजन सिटीज एंड नेबरहुड के अकॉर्डिंग जो जियोग्राफी कम्युनिटीज होती है सबको साथ में लाती है और ये जो कम्युनिटीज होती है सर्व एज अ प्लेटफॉर्म फॉर रेसिडेंट टू डिस्कस लोकल इवेंट डिस्कस करने के लिए रिकमेंडेशन शेयर करने के लिए मीटअप ऑर्गेनाइज करने के लिए है ना कम्युनिटी इ शूज को एड्रेस करने ये सारी चीजें करने के लिए होती है ब्रांड कम्युनिटीज क्या होती है ब्रांड कम्युनिटीज बेसिकली कोई प्रोडक्ट है ठीक है तो वो क्या करता है उसकी कम्युनिटीज बना देता है जैसे ह्यूमन बीइंग सलमान खान का है तो उसकी एक कम्युनिटीज बनी रहती है जहां पे सारे लोग होते हैं वहां पे फीडबैक देते हैं कस्टमर का फीडबैक आता है को क्रिएशन वगैरह का आइडियाज वगैरह कांसेप्ट वहां पे चलता रहता है वो ब्रांड कम्युनिटीज में आ जाता है सोशल मीडिया कम्युनिटी इसका तो मुझे बताने की जरूरत नहीं है वही की डिस्क्रिप्शन में लिंक अवेलेबल है और नोट्स का भी लिंक नोट्स का लिंक डिस्क्रिप्शन में अवेलेबल है वहां से जाके आप लोग डाउनलोड कर सकते हो देन अब बात करते हैं हम को क्रिएशनस के टाइप्स के बारे में को क्रिएशन क्या होता है को क्रिएशन इज अ कोलबेट प्रोसेस वेर मल्टीपल स्टेक होल्डर्स इंक्लूडिंग कस्टमर्स पार्टनर्स एंड एंप्लॉई वर्क टुगेदर टू जनरेट आइडिया डेवलप सॉल्यूशन एंड क्रिएट वैल्यूज यानी कि इसमें सारे लोग मिलके काम करते हैं और आईडिया को जनरेट करते हैं सॉल्यूशन डेवलप करते हैं और क्रिएट करते हैं वही होता है को क्रिएशन है ना और टाइप्स इसके जो होते हैं सबमिटिंग टिंकरिंग को डिजाइनिंग कोलबो मेटिंग इसके चार टाइप्स हैं तो चलो चारों टाइप को समझते हैं पहला सबमिटिंग इवॉल्व स्टेक होल्डर्स होते हैं इसमें इव सबमिटिंग देयर आईडिया वो अपने आईडिया को इसमें सबमिट करते हैं फीडबैक जो होता है और कंट्रीब्यूशन टू ए प्रोजेक्ट और इनिशिएटिव ये काम खत्म फिर सेकंड पॉइंट देखो दिस कुड बी थ्रू ऑनलाइन फॉर्म्स के थ्रू हो सकता है सजेशन बॉक्सेस के थ्रू हो जाता है या फीडबैक मैकेनिज्म के थ्रू हो सकता है कि वो लोग सबमिट करते हैं चीजों को बाय सबमिटिंग देयर इनपुट स्टैक होल्डर्स एक्टिवली पार्टिसिपेट इन शेपिंग द आउटकम ऑफ द को क्रिएशन प्रोसेस वो को क्रिएशन प्रोसेस में एक्टिव प मतलब इनपुट दे दिया लेकिन फिर भी वो एक्टिव रहता है टिंकरिंग में क्या होता है टिंकरिंग मतलब फेर बदल हिंदी में होता है इसमें होता है रेफर्स टू स्टेकहोल्डर एक्सपेरिमेंटिंग एक्सप्लोरिंग एंड मेकिंग इंक्रीमेंटल इंप्रूवमेंट टू एसिस्टिंग प्रोडक्ट सर्विस और प्रोसेस तो इसमें जो होता है अ स्टेक होल्डर जो होता है ना एक्सपेरिमेंट वगैरह करते हैं एक्सप्लोर करते हैं जो एजिस्टिफाई ठीक है प्रोटोटाइप्स सॉल्यूशंस लीडिंग टू इनोवेटिव आउटकम्स थ्रू इंटरेक्ट रिफाइन मेंट आइट टिव रिफाइन मेंट ठीक है तो ये सारी चीजें टिंकरिंग के अंदर होती है फिर को डिजाइनिंग में आता है पास्ट देखो इवॉल्व स्टैक होल्डर्स कोलबो टिली डिजाइनिंग एंड शेपिंग प्रोडक्ट सर्विसेस और एक्सपीरियंस इसमें स्टॉक होल्डर्स वगैरह इवॉल्व होते हैं कोलैबोरेट तौर पे और भी लोग होते हैं जिसमें वो सेव करते हैं प्रोडक्ट और सर्विसेस इनके एक्सपीरियंस को इसमें जैसे कि थ्रू वर्कशॉप डिजाइन थिंकिंग सेशन होती है ब्रेन स्टॉर्मिंग एक्सरसाइज वगैरह होती है पार्टिसिपेटेड वर्क टू टुगेदर टू आईडिएट किसी एक पर्टिकुलर पॉइंट प आईडिएट करने के लिए सारे लोग पार्टिसिपेट करते हैं स्केच बनाते हैं तो सशन का प्रोटोटाइप वगैरह बनाते हैं तो यह सारी चीजें आपकी होती है को डिजाइनिंग में ओके को डिजाइनिंग य भी इंश्योर करता है कि सॉल्यूशन दैट यूजर सेंट्रिक एंड टेलर टू स्टैक होल्डर्स रिक्वायरमेंट कि जो सॉल्यूशन है यूजर सेंट्रिक और स्टैक होल्डर के सारे रिक्वायरमेंट वगैरह वो फुलफिल करता हो ओके फोर्थ नंबर देखो कोलबोंग इंटेलस स्टेक होल्डर्स वर्किंग टूगेदर इन टीम्स और ग्रुप टू सॉल्व प्रॉब्लम ओके जनरेटिंग आइडियाज अचीव कॉमन गोल्स कॉमन गोल अचीव करने के लिए सारे लोग एक दूसरे टीम में काम करते हैं कोलबो र्स सिनर्जी डाइवर्सिटी ऑफ पर्सपेक्टिव्स एंड कलेक्टिव इंटेलिजेंस लीडिंग टू मोर रोबट एंड इनोवेटिव आउटकम्स देन इंडिविजुअल्स एफर्ट्स ओके बाय कोलैबोरेटिंग स्टेकहोल्डर्स पुल देयर एक्सपर्टाइज्ड को पुल करते हैं रिसोर्सेस एंड इंसाइट टू को क्रिएट वैल्यू एंड ड्राइव पॉजिटिव चेंज ठीक है तो सारे जो भी इनसाइट्स वगैरह होते हैं ठीक है जो को क्रिएट वैल्यू को सारी चीजों को वो देते हैं स्टक होल्डर प्रोवाइड करते हैं ठीक है और जो भी चीजें होती हैं ठीक ड्राइव पॉजिटिव चेंजेज और पॉजिटिव चेंजेज जो भी होते हैं वो सारी चीजें होती हैं ओके आई होप कि सारी चीजें आपको समझ में आ गई होगी और ये वीडियो हम लोग की हैप्पी एंडिंग हो चुकी है एंड कांग्रेचुलेशन टू ऑल ऑफ यू जिन लोगों ने वीडियो अभी तक देखी थैंक यू सो मच फॉर वाचिंग दिस वीडियो