ग्रेविटेशन और उसके सिद्धांत

Oct 3, 2024

ग्रेविटेशन (Gravitation)

परिचय

  • प्रिशान भाईया ने ग्रेविटेशन का नया चेप्टर शुरू किया।
  • यह चेप्टर आपकी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

ग्रेविटी और ग्रेविटेशनल फोर्स

  • ग्रेविटी एक आकर्षण बल है।
  • दो वस्तुओं के बीच आकर्षण बल को ग्रेविटेशनल फोर्स कहा जाता है।
  • यह बल हमेशा दोनों वस्तुओं पर समान रूप से कार्य करता है।

न्यूटन का सिद्धांत

  • न्यूटन ने बताया कि जब दो वस्तुएं एक-दूसरे के करीब होती हैं, तो उनके बीच एक बल कार्य करता है।
  • F = G (M1 * M2) / R²
    • जहां F = ग्रेविटेशनल फोर्स, G = यूनिवर्सल ग्रेविटेशनल कॉन्स्टेंट, M1 और M2 = वस्तुओं का मास, R = दूरी।

ग्रेविटेशनल कॉन्स्टेंट

  • ग्रेविटेशनल कॉन्स्टेंट (G) की वैल्यू: 6.67 x 10⁻¹¹

एक्सेलेरेशन ड्यू टू ग्रेविटी

  • एक्सेलेरेशन ड्यू टू ग्रेविटी (g) की वैल्यू: 9.8 मीटर/सेकंड²।
  • इसे हमेशा नीचे की दिशा में माना जाता है।

मास और वेट के बीच का अंतर

  • मास को केजी में मापा जाता है।
  • वेट न्यूटन में मापा जाता है।
  • वेट = मास × एक्सेलेरेशन ड्यू टू ग्रेविटी (W = mg)

कैपिलर के नियम

पहला नियम

  • सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर एक अंडाकार पथ में घूमते हैं।

दूसरा नियम

  • एक ग्रह और सूर्य के बीच की रेखा समान समय में समान क्षेत्रफल को कवर करती है।

तीसरा नियम

  • किसी ग्रह का समय अवधि का वर्ग उसके सूर्य से दूरी के घन के समानुपाती होता है।

प्रेशर और थ्रस्ट

  • थ्रस्ट एक लंबवत बल होता है।
  • प्रेशर = थ्रस्ट / एरिया
  • यूनिट: पास्कल

बायंट फोर्स

  • बायंट फोर्स वह बल है जो किसी वस्तु पर ऊपर की ओर कार्य करता है।
  • आर्किमिडीज का सिद्धांत: बायंट फोर्स = वेट ऑफ फ्लूइड डिस्प्लेस बाई ऑब्जेक्ट।

निष्कर्ष

  • इस लेक्चर में ग्रेविटेशन, ग्रेविटेशनल फोर्स, बायंट फोर्स, और प्रेशर के सिद्धांतों को समझा गया।
  • विभिन्न अवधारणाओं को समझने के लिए उदाहरणों का उपयोग किया गया।