🌧️

भारत की जलवायु और मौसम की विविधताएँ

May 27, 2025

क्लाइमेट और वेदर

क्लाइमेट क्या है?

  • क्लाइमेट एक लंबे समय तक के लिए वेदर कंडीशंस का पैटर्न है, आमतौर पर 30 साल तक का समय।
  • बड़े क्षेत्र में लंबे समय तक कैसा मौसम रहता है, उसे क्लाइमेट कहा जाता है।

वेदर क्या है?

  • वेदर रोज बदलता है। यह एटमॉस्फियर, टेंपरेचर, और वर्षा में डे टू डे बदलाव को दर्शाता है।

इंडिया का क्लाइमेट

  • इंडिया एक ट्रॉपिकल मानसून कंट्री है।
  • दो प्रमुख कारण:
    • ट्रॉपिक ऑफ कैंसर का गुजरना
    • सीजनल रिवर्सल ऑफ विंड्स (मानसून)

मानसून

  • मानसून विंड्स लैंड और वॉटर के डिफरेंशियल हीटिंग के कारण उत्पन्न होती हैं।
  • मानसून का प्रभाव पूरे भारत में पड़ता है।

क्षेत्रीय विविधताएँ

टेंपरेचर वेरिएशंस

  • उत्तर भारत: ठंडा रहता है, जैसे बारमेर में गर्मी में 48-50°C जबकि पहलगाम में 22°C।
  • दक्षिण भारत: वार्मर रहता है, मॉडरेट टेंपरेचर।
  • माउंटेन ऊँचाई पर जाते हुए टेंपरेचर घटता है।

बारिश और प्रेसिपिटेशन

  • चेरा पुंजी और मौसन राम दुनिया की सबसे वेटेस्ट जगहें हैं।
  • जैसलमेर में बहुत कम बारिश होती है।

मानसून के प्रकार

साउथ-वेस्ट मानसून

  • मई से लेकर सितंबर तक
  • बारिश का मुख्य समय
  • केरला पहला राज्य है जहां मानसून आता है और आखिरी से वापस जाता है।

नॉर्थ-ईस्ट मानसून

  • सर्दियों में, मुख्य रूप से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बारिश लाता है।

टॉपिकल साइक्लोन और जेट स्ट्रीम्स

  • साइक्लोनिक डिप्रेशन बे ऑफ बंगाल में विकसित होते हैं और तबाही लाते हैं।
  • जेट स्ट्रीम्स ऊँचाई पर चलने वाली ठंडी हवाएं हैं।

महत्वपूर्ण स्थानीय विंड्स

लू

  • नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट इंडिया में गर्मियों में चलती है।
  • ये स्ट्रांग और डस्टी विंड्स होती हैं।

काल बैसाखी

  • पश्चिम बंगाल और असम में गरज और बारिश के साथ आती है।

मौसम के प्रकार

गर्मियां

  • मार्च से जून तक
  • उच्च तापमान के कारण प्रेशर कम होता है।

रिट्रीटिंग मानसून

  • अक्टूबर और नवंबर
  • स्काई क्लियर, हवा में चिपचिपाहट होती है (अक्टूबर हीट)।

भारत की जलवायु के प्रभावित कारक

  • हिमालय: साइबेरिया की ठंडी हवाओं को रोकता है।
  • लेटिट्यूड: ट्रॉपिक ऑफ कैंसर भारत को दो क्षेत्रों में बांटता है।
  • एल्टीट्यूड: ऊँचाई के साथ टेंपरेचर घटता है।

निष्कर्ष

  • भारत की जलवायु विविधताओं से भरपूर है।
  • अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न रेनफॉल पैटर्न और टेंपरेचर वेरिएशंस हैं।
  • मानसून का प्रभाव पूरे देश पर होता है, कृषि के लिए आवश्यक।