हेलो एंड जय हिंद स्टूडेंट वेलकम बैक टू योर ओन चैनल सरत पानी एक्सक्लूसिव चैनल फॉर आईसीएससी बो स्टूडेंट्स क्लाइमेट है क्या क्लाइमेट इज अ लॉन्ग पैटर्न ऑफ वेदर कंडीशंस ओवर अ ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम यूजुअली दिस पीरियड इज 30 इयर्स तो एक बड़े से रीजन में कैसा वेदर कंडीशन है एक लंबे समय तक उसको कहते हैं क्लाइमेट तो सर ये वेदर क्या है जो रोज मौसम बदल रहा है डे टू डे चेंज इन दी एटमॉस्फियर इन दी टेंपरेचर इन दी रेनफॉल तो इस डे टू डे बदलाव को हम कहते हैं वेदर और मैंने कहा लॉन्ग पैटर्न ऑफ वेदर कंडीशन ओवर अ बिग एरिया ओवर अ लार्ज एरिया इज कॉल्ड एज द क्लाइमेट तो समझ में आ गया क्लाइमेट क्या है जैसे अभी क्या चल रहा है जब मैं ये लाइव वीडियो आपके साथ कर रहा हूं क्या कहते हैं कौन सा समय चल रहा है सही साउथ वेस्ट मानसून चल रहा है हम इसको कहते हैं रेनी सीजन चल रहा है हां आप देखिए कितनी बारिश पड़ रही है पूरे इंडिया भर में जहां देखिए सुनिए रेनफॉल हो रही है पूरे इंडिया में तो इंडिया इज अ ट्रॉपिकल मानसून कंट्री ये है हमारा क्लाइमेट अब आता है सर इंडिया को ट्रॉपिकल मानसून क्यों कहते हैं तो दो रीजंस है पहला रीजन है ट्रॉपिकल होने का तो इंडिया का जब आप मैप देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि इंडिया को कट बाय इंडिया इज कट बाय ट्रॉपिक ऑफ कैंसर ट्रॉपिक ऑफ कैंसर इंडिया को टू हाफ में कट करता है ये वो लटटू है जो 23/2 डिग्री नॉर्थ में है ये लटटू इंडिया को किसमें टेंपरेट और ट्रॉपिकल जोन में कन्वर्ट करता है ऊपर वाला रीजन नॉर्थ ऑफ इंडिया इज कॉल्ड एज टेंपरेट एंड साउथ ऑफ इंडिया इज कॉल्ड एज ट्रॉपिकल तो इस ट्रॉपिक की वजह से इसका नाम है ट्रॉपिकल और मानसून यस सीजनल रिवर्सल ऑफ विंड इज कॉल्ड एज मानसून हां एक मौसम शब्द है जो कि अरेबिक शब्द है जिसका मतलब है विंड्स का एक बार अंदर की तरफ आना फ्रॉम लैंड टू सी और दोबारा लैंड से सी की तरफ जाना सीजनल रिवर्सल इसे कहते हैं हम लोग क्या मानसून तो इंडिया इज इन्फ्लुएंस बाय ट्रॉपिक्स एंड मानसून सो इट इज कॉल्ड एज अ ट्रॉपिकल मानसून तो कैसा कंडीशन होता है कैसे टेंपरेचर होते हैं पूरे भारत में इन जनरल अगर आप भारत का कंडीशन समझेंगे तो यूजुअली पूरे भारत में ही हाई टेंपरेचर है क्योंकि सन इज ओवरहेड हमारे भारत के ट्रॉपिक ऑफ कैंसर के ऊपर सन डायरेक्टली ओवरहेड वंस इन अ ईयर आता है जानते हैं आप कब 21 जून सन इज डायरेक्टली ओवरहेड द ट्रॉपिक और नतीजा सन के डायरेक्ट से क्या होता है हाई टेंपरेचर और दूसरा विंटर्स ड्राई है हमारे पास विंटर्स ड्राई है एक्सेप एक्सेप्ट कोरोमंडल कोस्ट और कह सकते हैं तमिलनाडु मतलब बाकी इंडिया क्या रहता है ड्राई रहता है ड्यूरिंग दी एंटायस ये है हमारे इंडिया का क्लाइमेट जब भी कोई आपसे पूछ पूछे वन वर्ड तो आप जवाब दे देंगे ट्रॉपिकल मानसून क्लाइमेट अब हमारे पूरे भारत को कहते हैं ना भारत जो देश है दुनिया का सबसे बेहतरीन देश है दुनिया का सबसे खूबसूरत देश है क्योंकि यहां पर वाइड वैरायटी टेंपरेचर की भी है प्रेसिपिटेशन की है तो इसीलिए यहां पर अनेक प्रकार के जीव जंतु रहते हैं अनेक प्रकार के कह सकते हैं एनवायरमेंट हमारे पास उपलब्ध है ताकि वाइड रेंज ऑफ फ्लोरा एंड फना आर फाउंड यर आइए समझते हैं पहला रीजनल वेरिएशंस का तो हमारे इंडिया कोर आप कंपेयर करेंगे तो नॉर्थ ऑफ इंडिया में टेंपरेचर्स क्या है कोल्डर है जबकि साउथ ऑफ इंडिया में जो टेंपरेचर है वो वार्मर है साउथ इंडिया मतलब आप सदर्न इंडिया की तरफ चले जाएंगे तमिलनाडु और बिहार की तरफ केरला की तरफ चले जाएंगे तो यहां पे टेंपरेचर कंडीशंस अलग है बिकॉज ज्यादातर ये कंडीशंस कैसी है मॉडरेट टाइप की कंडीशंस है और नियर टू दी कहते हैं इक्वेटर है जबकि नॉर्थ में बिहार में और उत्तर प्रदेश में जहां मैं हूं इन दोनों जगह क्या है एक्सट्रीम्स ऑफ कंडीशंस है अवे फ्रॉम द इन्फ्लुएंस ऑफ दी सीए तो क्लाइमेटिक कंडीशंस हमारे देश में क्या है बहुत वेरिएबल है बट एक चीज कॉमन है और वो है क्या मानसून का इफेक्ट तो हम सब पे पूरे भारत पे मानसून का इफेक्ट पड़ता है आइए अब रेनफॉल प्रेसिपिटेशन को समझते हैं हिमालय तो स्नो फॉल रिसीव करता है पर बाकी इंडिया में क्या होता है देखिए चेरा पुंजी और मौसन राम हां अभी मैं आपको दिखाऊंगा चेरा पुंजी मौसन राम को आपको दिखाऊंगा कि वर्ल्ड का सबसे रेनिस और वेटेस्ट प्लेस ये है क्यों है ये भी देखेंगे तो ये मेघालय के छोटे शहर हैं जहां पे 1100 सेमी रेनफॉल होती है 1100 ठीक है अब आप पूछेंगे सर वाराणसी में कितनी होती है मैं वाराणसी में हूं जहां से वीडियो बना रहा हूं वाराणसी की एवरेज रेनफॉल 110 है मतलब बनारस मैं जहां पे हूं जहां से आप लाइव सेशन देख रहे हैं आपको तो मालूम ही है आपके सर तरुण रूपानी वाराणसी में रहते हैं यहां से आप लाइव देख रहे हैं वाराणसी से तो मेरे यहां 110 सेमी है और आप देखिए चेरा पुंजी और मौसन राम 1100 10 टाइम्स ज्यादा रेनफॉल पड़ रही है और हमारे बनारस में रेनफॉल बहुत अच्छी खासी है अच्छी खासी मतलब कि जब बारिश पड़ती है तो सड़कें पूरी भरी रहती हैं और गंगा मैया भी हमारी क्या करती है हां शहर में आ जाती हैं कई बार उफान पे रहती है चढ़ जाती है समझ गए गंगा पास करती है तो यू कैन इमेजिन कि कितनी हैवी रेनफॉल होती होगी वर्ल्ड की रेनिस प्लेस में चेरा पुंज मौसन राम में और दूसरा एग्जांपल देखिए जैसलमेर का जहां पे हार्डली हार्डली 9 सेंटीमीटर रेनफॉल हो रही है पूरे साल भर में सो ड्राएस्ट प्लेस भी है हमारे पास इंडिया के पास और वेटेस्ट प्लेस वर्ल्ड का भी हमारे पास है और एग्जांपल देखें वेरिएशंस का टूरा एक प्लेस है अगेन ये मेघालय में इसमें जितनी रेनफॉल पड़ती है जितनी रेनफॉल एक दिन में पड़ती है उतनी जैसलमेर में पूरे साल भर में 10 साल में पड़ती है इमेजिन करिए एक दिन की बारिश टूरा की कितनी 10 साल की बारिश के बराबर है जैसलमेर की ठीक है और एग्जांपल देखिए एक और वेरिएशन देखिए इससे क्या पता चलता है कि हमारा भारत विविधताओं का देश इंडिया इज लैंड ऑफ वेरिएशन और एग्जांपल एक और है हमारे इंडिया में देखेंगे तो मोस्ट ऑफ द प्लेसेस में जून से सितंबर ही रेनी सीजन है मतलब जून से रेन शुरू और सितंबर तक रेनी सीजन जिसको मानसून सीजन कहते हैं चल रहा है मैंने बताया आजकल चल रहा है ये सीजन और तमिलनाडु एक ऐसा रीजन है हमारे देश में जहां विंटर में रेनफॉल पड़ती है बाकी रेस्ट ऑफ द इंडिया डज नॉट गेट विंटर रेनफॉल आइए टेंपरेचर का वेरिएशन समझते हैं टेंपरेचर का वेरिएशन सबसे पहला एक एग्जांपल कि बारमेर नाम का एक छोटा सा शहर है राजस्थान में वहां समर्स के टाइम पे टेंपरेचर 48 से 50 डिग्री तक पहुंच जाता है जबकि उसी साइम पे उसी दिन पर जब यहां 50 डिग्र टेंपरेचर चल रहा है बारमेर में आप पहलगाम चले जाएंगे गुलमर्ग चले जाएंगे जो कि कश्मीर की बादय में है वहां पर क्या है 22 डिग्री सेंटीग्रेड है इसीलिए लोग इसीलिए लोग समर में क्या करते हैं हिल स्टेशन जाते हैं क्या आप जाते हैं हिल स्टेश और हिल स्टेशन जाने की वजह यही है क्योंकि हिल स्टेशंस ऊंचाई पर होते हैं हाइट पे होते हैं एल्टीट्यूड पे होते हैं एंड हाईयर वी गो कूलर इट गेट्स इसीलिए वहां पर क्या होता है ठंडा होता है इसीलिए हम लोग जाते हैं हिल स्टेशंस गर्मी में हिल स् रहना पसंद करते हैं समझ में आ गया तो आप देख लीजिए वेरिएशन इन टेंपरेचर का एग्जांपल है अब एक स्क्रीन पे एक डायग्राम आपके पास और आ रहा है यहां पे देख लीजिए इसमें मैं दिखाना चाहता था कि देखिए साउथ वेस्ट मानसून ओरिजनेट कर रहा है इंडियन ओशन से और वो कॉज रेन कर रहा है टू द वेस्टर्न साइड ऑफ द वेस्टर्न घाट जबकि नॉर्थ ईस्ट मानसून जो कि रिटर्न करके लौट के आने वाला मानसून है याद है ना मानसून का मतलब क्या बताया था मानसून आ पीरियोडिक विंड्स दे इज अ इज अ अरेबिक वर्ड नाम है है मौसिम जिसका मतलब है सीजनल रिवर्सल मतलब विंड्स का एक बार जाना लैंड की तरफ और वहां से फिर वापस लौट के आना तो एक बार साउथ वेस्ट मानसून विंड्स जाती है नाम क्यों है साउथ वेस्ट क्योंकि वो साउथ वेस्ट से ब्लोक करती है नहीं अभी साबित कर देते हैं अभी दिखा देते हैं आपको देखिए ये इंडिया का नॉर्थ ऊपर की तरफ तो यहां साउथ यहां पे वेस्ट तो यहां पर ईस्ट तो देखिए साउथ और वेस्ट के बीच में है साउथ वेस्ट समझ में आ रहा है साउथ वेस्ट नाम के है जबकि नॉर्थ ईस्ट नाम क्यों है समझ में आ गया नॉर्थ और ईस्ट के बीच में है नॉर्थ ईस्ट क्लियर बात करते हैं अब और टेंपरेचर वेरिएशंस की पहला टेंपरेचर वेरिएशन दे दिया बारमेर और पहलगाम का अब जो दे रहा हूं वो केरला का और पंजाब का केरला साउथ ऑफ इंडिया में लाई करता है है ना आप देखेंगे यहां मैप प देखिए केरला यहां पर है साउथ ऑफ इंडिया में ये इंडिया के मैप में आप देखेंगे केरला यहां साउथ ऑफ इंडिया में लाई करता है यहां पर केरला लाई करता है अब केरला देखिए एक कोस्टल प्लेन है यहां पर टेंपरेचर कैसा होगा मॉडरेट होगा ठीक जबकि पंजाब में कैसा है कॉन्टिनेंटल अवे फ्रॉम दी इन्फ्लुएंस ऑफ द सी यहां पे ट्रॉपिकल भी क्यों है क्योंकि बिलो दी ट्रॉपिक्स है ठीक बिलो दी ट्रॉपिक्स है एक और एग्जांपल देखते हैं टेंपरेचर वेशन का अब कुछ प्लेसेस में जैसे कारगिल की बात करते हैं कारगिल एक माउंटेन टॉप है एक पहाड़ी इलाका है वहां पर -40 डिग्री टेंपरेचर चलता है विंटर्स में -40 मतलब आप अगर पानी फेंकें जग से या जार से बाहर तो जब तक वो जमीन पे गिरेगा तब तक वो बर्फ यस इमेजिन करिए - 40° तो कारगिल का टेंपरेचर कितना है - 40° है जबकि केरला का टेंपरेचर उसी समय दिसंबर में ही कितना रीच करता है 202 22° इसका मतलब है केरला का टेंपरेचर ठंडक में भी बहुत ठंडा नहीं रहता है मॉडरेटिंग इफेक्ट है आइए अब समझते हैं फैक्टर्स अफेक्टिंग क्लाइमेट ऑफ इंडिया इस टॉपिक से आपको इस टॉपिक से आपको रीजन बेस्ड क्वेश्चन जरूर आता है इसलिए इन टॉपिक्स को अच्छे से समझिए इन फैक्टर्स को अच्छे से समझिए क्योंकि इसम बेज रीजनिंग के क्वेश्चन आएंगे पहला पहला फैक्टर जो हमारे इंडिया के क्लाइमेट को असर डालता है वो है हिमालयाज हिमालय हमारे देश का कहते हैं ना हमारे देश की शान है भारत का मस्तक है भारत का मस्तक है माथा है क्या हिमालय तो हिमालय इज द क्राउन ऑफ दी इंडिया तो हिमालय सेपरेट करता है क्लाइमेटिक बैरियर है हमें बचाता है किससे नॉर्थ से आने वाली साइबेरिया से आने वाली ठंडी हवा को रोकता है और रेन बेयरिंग विंड्स को इंडिया के बाहर नहीं जाने देता है उनको रेन कॉज करने के लिए इंडिया में धकेल देता है डबल फायदा दोहरा लाभ ठंडी हवा ऊपर से आने नहीं दिया आपको मैप में दिखाऊ अभी मैप में दिखा देता हूं हिमालय कुछ इस तरीके से है नॉर्थ में एक इस तरीके से हिमालय नॉर्थ पे है तो नॉर्थ से आने वाली कोल्ड विंड साइबेरिया से आने वाली कोल्ड विंड हिमालय से रुक जाती है और यहां से जो साउथ वेस्ट वि जा रही होती है इंडिया से बाहर निकल रही होती है वो हिमालय से टकरा करके यही रुक जाती है सो डबल फायदा रेनफॉल भी कॉज करा दिया और ठंडी हवा को भारत में आने से रोक दिया काश काश हिमालय ना होता तो शायद हमारा भारत एक ठंडा डेजर्ट होता इंडिया वुड हैव बीन अ कोल्ड ड्राई डेजर्ट इफ हिमालया वड नॉट हैव बीन देयर कल्पना करके देख लीजिए हिमालय ना होता तो क्या भारत का हाल होता इसीलिए कहते हैं उसको क्या क्लाइमेटिक बैरियर वर्ड याद करें क्लाइमेटिक बैरियर अब आते हैं मानसून विंड्स की बात करते हैं अभी डिटेल में इस टॉपिक पे हम चर्चा करेंगे मानसून एक ऐसी विंड्स है हमारे देश में बहुत कह सकते हैं पूरे साल भर हमारे क्लाइमेट को इन्फ्लुएंस करती है इसीलिए नाम में भी है ट्रॉपिकल मानसून क्लाइमेट तो ये विंड्स डिपेंड करती है किसम डिफरेंशियल इन हीटिंग ऑफ लैंड एंड वाटर या मानसून विंड्स आर प्रोड्यूस्ड बिकॉज ऑफ द डिफरेंस इन दी टेंपरेचर कंडीशंस धूप पड़ने से टेंपरेचर कंडीशंस लैंड का और वाटर का अलग-अलग होता है जिसकी वजह से प्रेशर कंडीशंस चेंज होती है तो हमेशा विंड ब्लो करती है फ्रॉम हाई प्रेशर टू लो प्रेशर दिमाग में बैठा लो क्या फिर से बोलूं कभी भी विंड लो प्रेशर से हाई प्रेशर नहीं जाएगी विंड विल ऑलवेज ब्लो फ्रॉम हाई प्रेशर टू लो प्रेशर कभी भी लो से हाई कभी नहीं जाती है विंड्स की पहचान है दे विल ऑलवेज ब्लो तो विंड पैदा क्यों हो रही है मैंने कहा जहां पर हाई प्रेशर है सर हाई प्रेशर कहां पर है जहां पर जहां पर टेंपरेचर लो है जहां पर क्या है टेंपरेचर लो जहां ठंडी पड़ रही है वहां पर प्रेशर हाई है जहां पर ठंडी पड़ रही है जहां पर टेंपरेचर लो है और इसका रिवर्स कर दो जहां पर टेंपरेचर हाई है जहां पे बहुत गर्मी पड़ रही है वहां प्रेशर है लो बस ऐसे पहचानो तो विंड ऑलवेज ब्लो फ्रॉम हाई प्रेशर टू लो प्रेशर अब यह विंड अगर समुद्र से स्टार्ट हो रही हो तो ऐसे विंड्स को हम लोग कहते हैं ऑन शोर विंड्स क्या ऑन शोर विंड मतलब समुद्र से निकलने वाली विंड वि ब्लो फ्रॉम सी टू लैंड दे कंटेन लॉट ऑफ मॉइश्चर एंड गिव रेनफॉल इसका उल्टा कर दो इसका उल्टा कर दो इसका उल्टा कर दो ऑफ शोर विंड्स ये वो विंड्स होती है जो ब्लो करती है फ्रॉम लैंड टू सी तो जब लैंड से ब्लो करेंगी लैंड में पानी कहां से आएगा तो इसलिए वो क्या होंगे वो ड्राई हो अब क्लियर है समझ में आ रहा है हां इस बेस क्वेश्चन पूछूंगा ध्यान देना तो हमारे देश में मानसून बहुत इंपोर्टेंट इफेक्ट डालता है सबसे पहला मानसून बात करते हैं साउथ वेस्ट मानसून तो साउथ वेस्ट मानसून की दो ब्रांचेस है पहला है अरेबियन सी ब्रांच दूसरा है बे ऑफ बंगाल ब्रांच ये हमारे पूरे इंडिया को पूरे सबकॉन्टिनेंट को रेनफॉल देता है क्लियर और जब विंटर आता है समर में तो ऐसा होता है विंटर आता है तो क्या होता है विंटर में नॉर्थ ईस्ट मानसून ब्लो करते हैं मतलब मानसून अपना डायरेक्शन रिवर्स कर देता है और जब रिटर्न करके आ रहा होता है उस समय पूरे इंडिया को रेनफॉल नहीं देता है उस समय इंडिया को रेनफॉल नहीं देता है सिर्फ ताम तमिलनाडु कोरमंडल कोस्ट का रीजन जो है बस वो रेनफॉल पाता है समझ में आया पूरे भारत को रेनफॉल नहीं मिलती है नॉर्थ ईस्ट मानसून से क्योंकि उस समय मानसून मिड्स रिवर्स कर रही होती है नॉर्थ से नॉर्थ ईस्ट से साउथ की तरफ जा रही होती है ठीक अब लेटी ट्यूड लटटू क्या होता है लटटू आर लाइंस जॉइनिंग प्लेसेस नॉर्थ एंड साउथ ऑफ द इक्वेटर मतलब ये वो प्लेस है जो जो कि पैरेलल्स होती है बेसिकली लटटू क्या होते हैं पैरेलल्स होते हैं ध्यान से सुनिए और लटटू ्सअप ऑफ कैंसर 23 1/2 डिग्री नॉर्थ तो ट्रॉपिक ऑफ कैंसर हमारे इंडिया को दो पार्ट में बांटता है जिसमें नॉर्दर्न रीजन को हम कहते हैं जो भी ट्रॉपिक के ऊपर का रीजन है हमारे इंडिया के जो ट्रॉपिक के ऊपर का रीजन है 23 ए हाफ डिग्री से ऊपर का रीजन है उसे कहते हैं टेंपरेट जन और उसके नीचे को कहते हैं क्या ट्रॉपिकल जन तो मैंने पहले ही बताया हमारे देश में ये दो जनस पैदा होते है इसीलिए ट्रॉपिकल नाम भी है ट्रॉपिकल मानसून क्लाइमेट बात करेंगे जब नॉर्थ की बात करते हैं जो नॉर्थ वाला हिस्सा है तो नॉर्थ वाले हिस्से में सन क्या होता है डायरेक्ट ओवरहेड नहीं होता है आपको पता होना चाहिए कि सन इज डायरेक्टली ओवरहेड दी ट्रॉपिक्स तो साउथ में सन दो बार डायरेक्टली ओवरहेड होता है साउथ इंडिया ज्यादा गर्म है ठीक है जबकि नॉर्थ इंडिया में सन क्योंकि ज्यादा ऊपर ट्रॉपिक के ऊपर जाता ही नहीं है सन इज नेवर डायरेक्टली ओवरहेड बियोंड द ट्रॉपिक्स ट्रॉपिक के बियोंड डायरेक्टली ओवरहेड नहीं रहता है मतलब डायरेक्ट सनलाइट वन नहीं पड़ती है इसलिए ऊपर ठंडा रहता है क्यों ट्रॉपिक के ऊपर के जनस ठंडे होते हैं ट्रॉपिक के ऊपर आता है टेंपरेट जन और उसके ऊपर आता है फ्रिजड जन समझ गए जैसे-जैसे नॉर्थ की तरफ बढ़ते जाएंगे ऊपर टॉप की तरफ बढ़ते जाएंगे फ्रिजड जन आ जाएगा तो सनलाइट वहां पड़ती ही नहीं है स्लांटिंग पड़ती इसीलिए अब क्लियर है बात करते हैं वेरी रिलीफ की हमारे भारत का रिलीफ रिलीफ लैंड फॉर्म को कहते हैं हाइट्स ऑफ दी प्लेसेस अलग-अलग है ना कोई एकदम पहाड़ है तो कोई थोड़ा हिल है तो कोई एकदम वैली है पहाड़ों के बीच में वैली है तो कोई एकदम फ्लैट प्लेंस हैं तो ये रिलीफ हमारे देश में बहुत वैरायटी का है फ्रॉम दी डिफरेंस ऑफ दी हाइट्स जो है अलग-अलग है हर जगह तो हमारे यहां रिलीफ बहुत इंपोर्टेंट रोल प्ले करता है उनमें से आप देखिए जो वेस्टर्न घाट है आइए वेस्टर्न घाट का एग्जांपल दे तो वेस्टर्न घाट जो होता है वो वेरी हैवी रेनफॉल रिसीव करता है साउथ वेस्ट मानसून उसे क्या करती है डायरेक्टली क्या करती है स्ट्राइक करती है साउथ वेस्ट मानसून साउथ और वेस्ट से ओरिजनेट करती है यह रहा सीन देखिए साउथ वेस्ट मानसून साउथ वेस्ट मॉनसून विंड्स जब इंडिया के साउथ वेस्ट से ब्लो करती है तो सबसे पहले वो टकराती है इधर सबसे पहले वो टकराती है इससे साउथ वेस्ट मानसून स्ट्राइक्स द वेस्टर्न घाट वेस्टर्न घाट हां वेस्टर्न घाट में सदरी वेस्टर्न घाट रीजन कहां पर पाया जाता है वेस्ट ऑफ द इंडिया य घाट घाट आर द लो लाइन ठीक इसलिए इसका नाम रखा गया वेस्टर्न घाट तो ये पहाड़ है छोटे पहाड़ है ठीक है गंगा घाट नहीं है समझ वो वाला घाट नहीं है तो ये छोटे पहाड़ होते हैं यहां पे सबसे पहले रेनफॉल पड़ती है साउथ वेस्ट मानसून विंड्स इनको सबसे पहले रेनफॉल देती है वो भी कौन से साइड में विंड वर्ड साइड में इसका जो पीछे वाला साइड है लीव साइड दे रिमन लेसर रेनफॉल वहां पे रेनफॉल कम मिलती है ठीक तो डेकन प्लेटो जो कि पीछे है इसके बाद यहां पर कौन सा रीजन है डेकन प्लेटो द रीजन ऑफ दी रेन शैडो एरिया साउथ वेस्ट मानसून डायरेक्ट रेनफॉल कहां दे रही है तो मैंने कहा डायरेक्ट रेनफॉल दे रही है वेस्टर्न साइड ऑफ वेस्टर्न गाट की वर्ड याद करिए वेस्टर्न साइड ऑफ वेस्टर्न घाट में हैवी रेनफॉल पड़ रही है जबकि इसके ली वर्ड साइड में डेकन प्लेटो है यहां डेकन प्लेटो है यहां पे रेन शैडो एरिया है मतलब बारिश तो पड़ती है सिर्फ इसका छीट पड़ते हैं या ज्यादा बारिश क्योंकि वो सारा विंड्स अपना यहां क्या करती है दे देते हैं समझ में आया तो यहीं पर मुंबई भी पाया जाता है मुंबई में बहुत बारिश पड़ती है ठीक है मुंबई गेट्स हैवी हेवी रेनफॉल ठीक है अब एक इमेज को और ध्यान से देखिए तो आपको दिखेगा कि साउथ वेस्ट मानसून जब साउथ वेस्ट से ब्लो कर रहा है तो वो राजस्थान को क्यों नहीं पानी देता है राजस्थान में पानी की कमी क्यों वहां क्यों डेजर्ट है है ना आओ देखें डायग्राम को देखो तो जो साउथ वेस्ट मानसून विंड्स है जब वो ब्लो कर रहे हैं तो रास्ते में पड़ता है अरावली रेंज अरावली आर दी ओल्ड फोल्ड माउंटेन दुनिया के सबसे पुराने पहाड़ों में से एक है अरावली बट आप देखिए डायरेक्शन ऑफ अरावली क्या है इट इज पैरेलल टू द डायरेक्शन ऑफ दी साउथ वेस्ट मानसून विंड्स तो साउथ वेस्ट मानस मसून विंड्स उसके बगल से गुजर जाती है काश काश ऐसा होता कि अरावली ऐसे होते अरावली के माउंटेन ऐसे होते तो राजस्थान भी आज तर बतर होता पानी में डूब रहा होता पानी की ऐश होती राजस्थान में वो एक ड्राई डेजर्ट ना होता थाार डेजर्ट ना होता यहां पर तो व्हाई बिकॉज द अरावली आर पैरेलल टू दी साउथ वेस्ट मनसन विंड्स क्लियर है अब समझ में आ गया आगे नेक्स्ट टॉपिक पढ़ते हैं नेक्स्ट बढ़ते हैं एल्टीट्यूड मतलब हाइट मतलब ऊंचाई तो हम जानते हैं हाईयर वी गो कूलर इट गेट्स तो इसीलिए हिल स्टेशंस ठंडे होते हैं ऊटी ऊटी एक हिल स्टेशन है वो एक ठंडी प्लेस है जबकि कोची जो कि एक लोलैंड है एक एक प्लेन है वहां पर इतनी ठंडी नहीं है तो समर वेकेशंस को मनाने कहां जाएंगे उटी जाएंगे कि कोची जाएंगे या बनारस आएंगे वाराणसी तो एकदम नहीं आएंगे क्यों सर वाराणसी क्यों नहीं आएंगे लोग समर वेकेशंस में अरे सम में यहां प एक्सट्रीम ऑफ टेंपरेचर चलता है मेरे बनारस में मैं जहां रहता हूं ये एक प्लेस है जो अवे फ्रॉम द इन्फ्लुएंस ऑफ सी हमारे आसपास समुद्र नहीं है बनारस के तो यहां पर एक्सट्रीम ऑफ टेंपरेचर है गर्मी में बेहद गर्म और सर्दी में बेहद सर्दी और जबक मेरे साउथ में रहने वाले जो केरला में रह रहे हैं या मुंबई के मेरे सुपरस्टार्स या मेरे वो स्टूडेंट्स जो कि कोलकाता रह रहे हैं तो जो कोस्टल रीजन में रह रहे होंगे समुद्र के किनारे रह रहे होंगे उनके मजे हैं उनके मजे हैं साल भर क्या है मॉडरेट टेंपरेचर हम इक्वेबल टेंपरेचर भी बोलते हैं इक्वेबल क्लाइमेट भी मस्ती है पूरे साल भर तो ना बहुत ठंडी है ठंडक में ना बहुत गर्मी है बिकॉज ऑफ दी इन्फ्लुएंस ऑफ लैंड एंड सी ब्रीज इसीलिए वहां पर तो एल्टीट्यूड बहुत इंपॉर्टेंट है एल्टीट्यूड तो जो प्लेसेस एल्टीट्यूड पे होंगी वहां पे टेंपरेचर कम होगा एक नंबर याद कर लीजिए देयर इज अ डिक्रीज इन 1 डिग्री टेंपरेचर विद द राइज ऑफ 166 मीटर इसका मतलब है अगर आप पहाड़ चढ़े आप एक पहाड़ चढ़ते जाएं जैसे ही आप 166 मीटर चढ़ जाएंगे ऊपर टेंपरेचर 1 डिग्री कम हो जाएगा अज्यू करता हूं कि यहां पर टेंपरेचर है 30 डिग्री जैसे ही आप 166 मीटर और ऊपर चढ़ जाएंगे कितना 166 मीटर पहाड़ के ऊपर चढ़ना है आपका टेंपरेचर 1 डिग्री कम हो जाएगा 29 डिग्री फिर 166 मीटर ऊपर चढ़ जाएंगे टेंपरेचर आपके पास और कम हो जाएगा 1 डिग्री तो एक समय आएगा जब आप टॉप पे पहुंच चुके होंगे जहां पर टेंपरेचर जीरो या इवन बिलो जीरो पहुच चुका होगा इसीलिए माउंटेंस आर स्नो क्लैड हाई माउंटेंस आर स्नो क्लैड मतलब बर्फ से ढके हुए क्यों क्योंकि वहां पर बर्फ जम जाती है टेंपरेचर वहां पे लो है बिलो फ्रीजिंग पॉइंट है यहां पर क्लियर तो हायर वी गो कूलर इट गेट्स और दिस फिनोमिना की टेंपरेचर डिक्रीज होगा 1 डिग्री टेंपरेचर डिक्रीज होगा विथ 166 मीटर राइज में इसे कहते हैं लेप्स रेट इस प्रोसेस को कहते हैं लेप्स रेट ऑफ टेंपरे र ये जो लेप्स रेट ऑफ टेंपरेचर है ये फिनोमेना है एल्टीट्यूड की वजह से इसीलिए इसीलिए मैंने कहा कि आपको समर वेकेशंस में हिल स्टेशंस पसंद आते हैं अब आते हैं एक टॉपिक है इन्फ्लुएंस ऑफ द सराउंडिंग एरियाज तो मैंने बताया ये वाला पॉइंट जो प्लेस समुद्र के नजदीक होगी वहां पे मॉडरेट क्लाइमेट होगा इक्वेबल क्लाइमेट होगा और इसका उल्टा कर दो तो आप देखें यह रहा वो सीन जो मैंने इस बार पहले बताया जब साउथ वेस्ट मानसून ब्लो करते हैं तो सबसे पहले वो स्ट्राइक करते हैं किसको वेस्टर्न घाट के वेस्टर्न साइड में जबकि ईस्टर्न साइड में देखिए रेन शैडो एरिया है जरा मुंबई और पुणे का एग्जांपल देखिए तो मुंबई रिसीव मोर रेनफॉल देन पुणे व्हाई अब आपको जवाब मिल गया जवाब मिल गया बिकॉज मु मुंबई इज ऑन दी वेस्टर्न साइड ऑफ दी वेस्टर्न गार्ड मुंबई रिसीव डायरेक्ट रेन फ्रॉम फ्रॉम दी साउथ वेस्ट मानसून वेयर एज पुणे पुणे कहां है देखिए पुणे इज ऑन दी विंड वर्ड नहीं ली वर्ड साइड विंड वर्ड का उल्टा साइड होता है पहाड़ का वो साइड जहां से विंड आके टकरा रही है उसे कहते हैं विंड वर्ड साइड और उसके पीछे वाली साइड को कहते हैं ली वर्ड साइड दिखाता हूं समझाता हूं ये है माउंटेन और ये है समुंद्र ध्यान से देखिए तो इस साइड से विंड राइज कर रही है ठीक है यहां पे विंड राइज कर रही है क्लाउड यहां बनेंग तो यहां रेनफॉल ज्यादा पड़ेगी इस साइड को कहते हैं विंड वर्ड साइड तो विंडवुड वर्ड साइड है साया दीज के वेस्टर्न घाट के विनवर्ड साइड में जबकि पुणे कहां है लीव साइड इस साइड को कहते हैं ली वर्ड उल्टा साइड लीव साइड में क्या होता है रेन शैडो एरिया मतलब सिर्फ रेन की परछाई पड़ेगी बारिश नहीं पड़ेगी ये देखिए पुणे इज ऑन द रेंच डो एरिया क्लियर है वेरी क्लियर है आइए पढ़ते हैं नेक्स्ट आगे नेक्स्ट वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक बहुत इंपॉर्टेंट फिनोमिना है मैं कई बार आपसे पूछ चुका हूं क्या विंटर में कभी-कभी रेनफॉल होती है हां आपके शहर में ठंडी के दिनों में जब ठंडी पड़ रही होती है कड़ाके की ठंड पड़ रही होथ इस बार भी हुआ था कुछ दिनों की बारिश पड़ती है दो चार दिनों की बहुत लंबे समय नहीं पड़ती है महीने भर नहीं पड़ती है सडन टू थ्री डेज फाइव डेज बस तो ये बारिश जब नॉर्थ में होती है खास करके हिमालय रीजन में होती है वहां वो स्नो फॉल बन जाता है और बाकी एरिया में सिंपल रेनफॉल होती है एंड दिस रेनफॉल इज गुड फॉर क्रॉप्स ये जो वेस्टर्न डिस्टरबेंस है एक्चुअली में ये एक डिप्रेशन है साइक्लोनिक डिप्रेशन है सर ये साइक्लोनिक डिप्रेशन क्या होता है आइए दिखा साइक्लोनिक डिप्रेशन क्या होता है तो वेस्टर्न साइक्लोनिक डिप्रेशन जो है ये वेस्टर्न डिस्टरबेंस इसका नाम है वेस्टर्न डिस्टरबेंस डिप्रेशन क्या होता है यजली इसमें लो प्रेशर बीच में होता है और हाई प्रेशर ऑल अराउंड होता है क्या क्या क्या मैंने कहा यह देखिए अब आप समझिए इसमें क्या होगा विंड ऑलवेज ब्लो फ्रॉम फम हाई प्रेशर टू लोर याद है तो विंड य पर क्या करेगी हर दिशा में से हर दिशा से विंड क्या करेगी बीच की तरफ आएगी नतीजा यहां पे क्या होने लगेगा चक्रवाती हवा एक वर्लविंड पैदा हो जाएगी एक तेज तेज राउंड चक्र हवा का पैदा हो जाएगा जो बहुत तबाही वाला होगा इट कॉसेस ह्यूज लाइफ ऑफ लॉस ऑफ लाइफ एंड प्रॉपर्टी बट क्योंकि ये डिप्रेशंस है सडन लो प्रेशर सर आया कहां से हमारे इंडिया में तो इसकी वेस्टर्न डिस्टरबेंस का ओरिजन ओरिजन कहां है वेस्ट एशिया नियर दी मेडिटेरियन सी मतलब वेस्टर्न डिस्टरबेंस लो प्रेशर बेल्ट कहां पैदा हुआ था मेडिटेरियन सी में पैदा हुआ था यूरोप में है मेडिटेरियन सी याद रखिएगा जहां पे इटली है याद है ना तो वहां पे ये पैदा हो रहा है लो प्रेशर सिस्टम सर वहां पे भी क्यों पैदा हो रहा है तो वहां पे चेंज इन दी प्रेशर बेल्ट्स हो रहा है शिफ्टिंग ऑफ द प्रेशर बेल्ट्स की वजह से वहां पे पैदा हो रहा है वहां से वो मूव करता हुआ ईरान इराक इंडिया हां रास्ते में पाकिस्तान पड़ रहा है सबको पार करता हुआ ये लो प्रेशर बैंक इंडिया तक फ महसूस हो रहा है और इंडिया में क्या करता है ये रेन कस ठीक है तो रेन नॉर्दर्न प्लेंस में आती है बाकी जम्मू कश्मीर में पहाड़ों में क्या होती है स्नो फॉल आती है इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस की पर मैंने बता दिया इसकी अच्छाई भी है अच्छाई क्या है दिस लिटिल रेनफॉल इज गुड इज गुड फॉर द क्रॉप्स और आते हैं एक और चीज के बारे में समझते हैं नाम है जेट स्ट्रीम जेट मतलब होता है तेज चलने वाले हवाई जहाज हां जेट प्लेन सुना होगा आपने नाम से तो ये तेज बहने वाली ठंडी हवा है और नीचे नहीं बहती है हायर एल्टीट्यूड में बहती है सही सुन रहे हैं आप ये एक तरह की तेज बहने वाली तेज गति से बहने वाली ठंडी हवा है जो कि हायर एल्टीट्यूड ऊंचाई में एटमॉस्फियर में बहुत ऊंचाई में क्या करती है ये ब्लो करती है नाम है जेट स्ट्रीम्स तो इससे होता क्या है सर हां इससे बहुत असर पड़ता है इसमें एक वेस्टरली जेट स्ट्रीम्स होती है मतलब ये तेज ब्लो करने वाली हवा वेस्टर्न दिशा से ब्लो करती है वेस्टरली जेट ये वेस्टरली जेट्स कहां ब्लो करती है हमारे नॉर्थ में ब्लो करती है क्या पैदा करती होंगी थंडर समझ में आया ठंडी हवा है हायर एल्टीट्यूड से ब्लो करती है इसके बाद एक ईस्टरली जट विंड्स भी होती है ये ईस्टरली जेट विंड्स कहां ब्लो करती हैं हमारे इंडिया के साउथ में ब्लो करती हैं तो जेट विंड्स मतलब तेज चलने वाली हवा वेस्टर्लीज और ईस्टर लीज दो है वेस्टर्लीज नॉर्थ में ब्लो करती है हमारे नॉर्थ इंडिया में और ईस्टर्लीज कहां करती है हमारे साउथ इंडिया में तो इसका इफेक्ट क्या पड़ता है ईस्टर लीज की वजह से डिप्रेशंस पैदा होते हैं लो प्रेशर रीजंस पैदा होते हैं कहां पर ईस्टर लीज की वजह से जिसकी वजह से क्या होता है हाई रेनफॉल जितने भी प्लेसेस में ईस्टर लीज ब्लो कर रही है वही रीजन रेनफॉल का रीजन है दैट इज द ट्रैक ऑफ द रेनफॉल समझ में आया द हाईएस्ट रेनफॉल अकर अलोंग द ट्रैक ऑफ दस डिप्रेशंस य डिप्रेशन कहां से आए ये लो प्रेशर रीजन कहां से आए ईस्टर लीज लेके आया ईस्टर लीज जो जक थी जो कि साउथ में ब्लो कर रही थी वो ये डिप्रेशंस पैदा कर रहे हैं समझ में आ गया नेक्स्ट है डिस्टेंस फ्रॉम द सी मुझे नहीं लगता है कि ये टॉपिक अब आपको पूछना है डिस्टेंस फ्रॉम द सी समुद्र से दूर चले जाओगे अवे फ्रॉम द इन्फ्लुएंस ऑफ द सी चले जाओगे एक्सट्रीम ऑफ क्ला हो जाएगा जैसे मैंने कहा आप किस रीजन में है आपको बताना है क्या आप मॉडरेट क्लाइमेट वाले प्लेस में है तो आप लिखिए कि आप मॉडरेट क्लाइमेट में है क्यों आप मॉडरेट में है आपको रीजन भी लिखना है और मैं मेरा क्लाइमेट वारसी वारना स इज एक्सट्रीम एक्सट्रीम क्यों है हां अगर लखनऊ भी कोई कहता मुझे तो मैं अगेन कहता एक्सट्रीम क्योंकि वो प्लेसेस जो समुद्र से दूर है वहां पर इक्वेबल क्लाइमेट नहीं है मॉडरेटिंग इफेक्ट ऑफ द सी नहीं है नतीजा वेरी हाई टेंपरेचर इन विंटर सॉ समर्स एंड वेरी लो टेंपरेचर इन विंटर ठंडी में बहुत ठंडी और गर्मी में बहुत गर्मी चलो आगे बढ़ जाता हूं एलनीनो इफेक्ट वेरी इंपॉर्टेंट ये एलनीनो है कौन एलनीनो एक वर्ड है जिसका मतलब है बर्थ ऑफ अ क्राइस्ट और एक्चुअली में इसका मतलब है ये एक वर्म करंट है एक गरम पानी का एक करंट है जो कि ऑफ द कोस्ट ऑफ पीरू पीरू एक छोटा सा देश है है साउथ अमेरिका में पाया जाता है बहुत छोटा सा कंट्री है इक्वेटर के नजदीक पाई जाने वाली कंट्री है पीरू ठीक है साउथ अमेरिका में वहां पे ये ये ये ये विंड ओरिजनेट ये करंट ओरिजनेट करती है कैसी करंट है मैंने कहा वर्म करंट है गर्म समुंद्र का पानी है कौन ये एलनीनो करंट का नाम है ठीक है साउथ अमेरिका में ब्लो करता है ठंडी के दिनों में विंटर के मंथ में मैंने बताया ना एलनीनो का मतलब बर्थ ऑफ क्राइस्ट है और इसका इफेक्ट इंडिया में क्या है तो जब इसका इंडिया के जब ये समुद्र में आ जाती है नियर इंडियन सबकॉन्टिनेंट आ जाती है तो इसकी वजह से समुद्र का टेंपरेचर बढ़ जाता है क्योंकि ये वार्म करंट है इसका इफेक्ट यह है कि ये मानसून को स्लो डाउन कर देती है मानसून के फिनोमिना को रिड्यूस कर देती है क्या करती है ड्रॉट लाइक कंडीशन सूखा पैदा कर देती है आपको पता होना चाहिए कि मानसून अगर कहीं कम हो रहा है तो उसका सबसे बड़ा रीजन यह है मतलब किसी रीजन में मानसून का इफेक्ट बारिश कम हो रही है तो बिकॉज ऑफ द एन लीनो है समझ गए नेक्स्ट तो हमारे पूरे भारत में मैंने बताया मानसून एक एक बहुत ही कॉमन फिनोमिना है तो मानसून है क्या तो मैंने कहा पीरियोडिक और सीजनल विंड्स है ये क्यों पैदा होती है मैंने बताया रीजन पहले ही दिया डिफरेंशियल हीटिंग ऑफ दी लैंड एंड वाटर मासेज समुद्र के और लैंड क्योंकि आपको पता होना चाहिए लैंड की खास बात क्या है हीट पढ़ते ही जल्दी गर्म हो जाती है और जल्दी ठंडी भी हो जाती है जबकि वाटर ठीक उल्टा है जल्दी गर्म नहीं होता है और जब गर्म हो जाता है तो जल्दी ठंडा नहीं होता है ठीक है तो इस डिफरेंशियल हीटिंग एंड कूलिंग ऑफ द लैंड एंड सी की वजह से पैदा होती है ये मानसून विंड्स दो मानसून है पहला मानसून की बात करेंगे समर मानसून हां अभी ये चल रहा है वर्तमान में समर मानसून मैं और आप समर मानसून जिसको हम साउथ वेस्ट मानसून के स्टार्ट करते हैं तो हमारे समर में इंडिया में मानसून क्यों आता है आपको लॉजिक बताते हैं अभी मानसून क्यों आया अभी बारिश क्यों पड़ रही है तुम्हारे यहां पर तुम्हारे शहर में मैं पूछ रहा हूं बारिश क्यों पड़ रही है इसका रीजन देता हूं तो अभी इंडिया की बात करते हैं तो इस समय इंडिया में इस समय वर्तमान में इंडिया में आइए थोड़ा सा मैप की खूबसूरती मत देखिएगा ठीक है हां मैप की खूबसूरती मत देखिएगा इस समय इंडिया में आप देखेंगे जब गर्मी चल रही थी तो जो सेंट्रल इंडिया था सेंट्रल इंडिया था वहां पर हाई टेंपरेचर था इंडिया के नॉर्दन रीजन में सेंट्रल रीजन में धूप बहुत पड़ रही थी हाई टेंपरेचर था तो यहां पर प्रेशर हो गया लो क्या हो गया प्रेशर लो प्रेशर डेवलप हो गया इंडिया के सेंट्रल रीजन में लो प्रेशर डेवलप हो गया बिकॉज ऑफ द हाई टेंपरेचर गर्मी का दिन था समर का टाइम था इसीलिए यहां प लो प्रेशर हो गया जबकि इंडियन ओशन में यहां पर इंडियन ओशन में यहां पर डेवलप हो गया हाई प्रेशर तो हाई प्रेशर यहां क्यों डेवलप हुआ सर हाई प्रेशर यहां इसलिए डेवलप हो गया क्योंकि पानी जल्दी गर्म नहीं होता है धूप पड़ रही थी टेंपरेचर था हाई पर पानी जल्दी गर्म नहीं होता है तो पानी ठंडा था ठीक है यहां पर टेंपरेचर क्या है लो तो यहां ठंडक है टेंपरेचर टेंपरेचर प्रेशर एक दूसरे के उल्टे होते हैं याद कर लो ठीक है टेंपरेचर और प्रेशर एक दूसरे के उल्टे होते हैं तो प्रेशर लो है प्रेशर हाई है तो टेंपरेचर लो है तो यहां से विंड ब्लो करना शुरू कर रही है और इसी विंड को हम कहते हैं साउथ वेस्ट मानसून सर साउथ वेस्ट नाम क्यों है अरे भाई साउथ और वेस्ट के बीच से ब्लो कर रही है यहां वेस्ट है यहां साउथ है दोनों के बीच से ब्लो कर रही है सो विंड्स आर नेम फ्रॉम द डायरेक्शन फ्रॉम विच दे ब्लो इसीलिए इसका नाम है साउथ वेस्ट मानसून विंड्स तो हाई प्रेशर से विंड्स कहां जा रही है लो प्रेशर की तरफ जा रही है क्लियर अब समझ में आ गया समर मानसून के बारे में क्लियर आ गया कि लो प्रेशर ओवर लैंड है और हाई प्रेशर ओवर दी सीज है तो लैंड से सी से लैंड की तरफ विंड जा रही है समर मानसून क्लियर आइए साउथ वेस्ट मानसून नाम क्या है साउथ वेस्ट मैंने रीजन दे दिया ये रीजन मैंने हाईलाइट भी कर रखा है इसका रिवर्स कर दो विंटर मानसून उल्टा होगा विंटर में विंटर में ऊपर नॉर्थ इंडिया में क्या हो जाएगा ठंडक होगी जब नॉर्थ इंडिया ठंडा होगा तो क्या होगा आइए देखिए हाई प्रेशर डेवलप हो जाएगा मैं आपको यहां दिखाऊं हाई प्रेशर याद रखिएगा विंटर की बात कर रहा हूं अ हाई प्रेशर डेवलप हो जाएगा कहां पर सेंट्रल एशिया में पूरे और हम बात क्योंकि इंडिया की कर रहे हैं तो नॉर्थ ऑफ इंडिया में नॉर्थ वेस्ट ऑफ इंडिया में हाई प्रेशर डेवलप हो जाएगा ठीक है नॉर्थ वेस्ट में क्या हो जाएगा हाई प्रेशर प्रेशर हाई क्यों है बताया तो वहां टेंपरेचर लो होगा ठंडी बहुत ज्यादा पड़ती है हिमालय जन ऊपर कोल्ड विंड्स ब्लो रही ऊ पर ना स्नो फॉल हो रहा है ना इसीलिए वहां पर क्या है हाई प्रेशर हाई प्रेशर क्यों है क्योंकि वहां पर है लो टेंपरेचर बता दे रहा हूं फिर से टेंपरेचर और प्रेशर एक दूसरे के दुश्मन है क्लियर अब क्या होगा हाई प्रेशर हो गया लैंड पर और लो प्रेशर हो जाएगा सी पर तो लो प्रेशर कहां है इंडियन ओशन पर और विंड हमेशा कहां से कहां ब्लो करती है विंड हमेशा ब्लो करती है फ्रॉम हाई प्रेशर टू लो प्रेशर क्योंकि ये विंड्स लैंड से सी आ रही है ध्यान से सुनिए ये विंड्स क्या कर कर रही हैं लैंड टू सी दे आर कॉल्ड ड्राई विंड्स हम इनको कहते हैं ऑफशोर विंड्स ठीक है नतीजा नतीजा नतीजा वहां पे रेनफॉल नहीं पड़ती है ठीक है ध्यान दीजिएगा नेक्स्ट अब साउथ वेस्ट मानसून विंड जब ब्लो करती है सॉरी विंटर मानसून जब ब्लो करते हैं तो वो तमिलनाडु और आंध्र के साउथ में रेनफॉल लाते हैं ठीक है हम इन्हें कहते हैं नॉर्थ ईस्ट मांसून क्योंकि इनकी डायरेक्शन क्या है नॉर्थ और ईस्ट ईस्ट है क्लियर नॉर्थ और ईस्ट इनकी डायरेक्शन है इसलिए इसका नाम है नॉर्थ ईस्ट मानसून आगे बढ़ जाते हैं चलिए नेक्स्ट टॉपिक देखते हैं इस चैप्टर को वेरी इंपोर्टेंट चैप्टर मानते हुए आपको सीरियसली करना है नेक्स्ट चार सीजंस हैं तो सारा सीजन किस पे बेस्ड है मानसून पे ही बेस्ड है पहला है हॉट एंड ड्राई समर बात करते हैं समर की तो समर हमारे देश में मार्च से शुरू हो जाना शुरू हो जाता है स्टार्टिंग करता है टेंपरेचर राइज करना और समर चलता है जून तक और आप वर्तमान में जलाई के महीने में है ना दिस इज जुलाई मंथ तो आपका समर मानसून शुरू हो चुका है ठीक है तो समर में गर्मी क्यों होती है टेंपरेचर हाई क्यों होता है तो मैंने बताया हमारे इंडिया का पोजीशन कैसा है कि ट्रॉपिक ऑफ कैंसर पास कर रही है हमारे इंडिया को और समर के टाइम पर जून के मंथ में क्या होता है सन इज डायरेक्टली ओवरहेड दी ट्रॉपिक ऑफ कैंसर ध्यान रखिएगा सन ट्रॉपिक ऑफ कैंसर में 21 जून को डायरेक्टली ओवरहेड होता है सो डायरेक्ट रीज ऑफ द सन पड़ रही होती है इसीलिए गर्म ठीक है तो वही लिखा है कि नॉर्थ वर्ड सन का मूवमेंट है सन नॉर्थ की तरफ मूव कर रहा होता है समर्स के टाइम पे और इंक्रीज इन द सोलर रेडिएशन सूरज की किरणें ज्यादा पड़ रही है सूरज की धूप ज्यादा पड़ रही है इसीलिए ज्यादा गर्म है ठीक है जबकि टेंपरेचर 48 डिग्री होना कॉमन है जबकि साउथ इंडिया में उस समय इतनी ज्यादा गर्मी नहीं होती है ठीक है साउथ इंडिया में क्योंकि ओशन है नजदीक इंडिया का साउथ जो रीजन है वो टेपरिंग रीजन है मतलब नीचे जाकर देखेंगे वी शेप टेपरिंग रीजन है तो नैरो रीजन होने की वजह से इनफ्लुएंस ऑफ दी सी की वजह से वहां टेंपरेचर लो है दोनों में डिफरेंस क्या है नॉर्थ के टेंपरेचर्स हाई होते हैं ज्यादा गर्म होता है साउथ गर्म तो है पर एज कंपेयर्ड टू नॉर्थ कम गर्म है बात करते हैं प्रेशर कंडीशंस की दोर पहले बताया था कि हाई टेंपरेचर होने की वजह से इंडिया के नॉर्थ में इंडिया के नॉर्थ वेस्ट में हाई टेंपरेचर है खूब गर्मी है 50 डि 55 डिग्री हां इस बार तो रिकॉर्ड तोर गर्मी पड़ी थी क्या कहते हैं इस बार गर्मी भी गजब पड़ी थी हमारे इंडिया में तो टेंपरेचर हाई है प्रेशर तो लो होना ही होना है ठीक है ये प्रेशर लो हो गया कहां पर इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट ठीक है और साउथ में इंडियन ओशन में क्या हो जाएगा इंडियन ओशन में हाई प्रेशर डेवलप हो जाएगा फिर आता है स्टॉर्म्स के और रेनफॉल के बारे में ज्यादातर मैंने कहा इस समय विंड होती है वक विंड होती है ठीक है और विंड ज्यादातर कैसी होती है डस्टी विंड होती है इस सम यह इंपोर्टेंट क्वेश्चन आ रहा है वेरी इंपोर्टेंट टॉपिक आ रहा है इसी का पार्ट है आपको इस एमसीक्यू या शर्ट क्वेश्चन तो बनना ही बनना है शर शॉट पहला शब्द है लू ये हमा हमारे इंडिया के नॉर्थ का फिनोमेना है नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट में इंडिया के नॉर्दर्न और नॉर्थ वेस्टर्न रीजन में ये एक विंड है कैसी विंड है ये एक लोकल विंड है सर ये लोकल विंड क्या होती है अ विंड व्हिच ओरिजनेट इन अ पर्टिकुलर रीजन ओनली थ्रू आउट द कॉन्टिनेंट ये विंड नहीं ग्लो करती है अरे पूरे इंडिया में भी नहीं ब्लो करती है ये तो ये लोकल विंड है ठीक है कैसी विंड होती है ये एक स्ट्रांग एंड डस्टी विंड होती है जो कि नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट इंडिया में ही ब्लो करती है और कब ब्लो करती है जब टेंपरेचर 45 से 50 डिग्री तक पहुंच चुका होता है सोच लीजिए एट वेरी हाई टेंपरेचर दिस विंड्स ब्लो एंड इसको ब्लो करने का मतलब है कि अगर आप समर में बाहर निकले गर्मी के दिनों में बाहर निकले तो तो समर्स में ही आता है लू और नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट इंडिया में आता है लू ठीक है इस समय जब जब जब क्या हो टेंपरेचर कंडीशंस बहुत हाई हो और लोगों को कहते हैं लू लग गई है हीट स्ट्रोक लग जाना और लोग बेड पे आ जाते हैं बहुत खतरनाक होता है लू लगना और कुछ और विंड्स के बारे में देखें देखिए पंजाब में और उत्तर प्रदेश में और ना तीन स्टेट ऐसे हैं जहां पर ये डस्ट स्टम्स ब्लो करते हैं देखते हो कभी-कभी गर्म गरम हवाएं तेज राउंड विंड्स ब्लो करती है ये तीन स्टेट्स में और नेक्स्ट रि देखिए एक विंड है जिसका नाम होता है काल बैसाखी काल मतलब मौत तबाही बैसाख के मंथ में आने वाली तबाही तो कैलेमिटी इन द मंथ ऑफ बैसाख ठीक है कहां आती है विंड ये ये एक गरजने वाली थंडर स्टॉर्म वाली क्या है विंड्स है मतलब जब तेज गर्जना हो बादलों की तेज गर्जना हो और साथ में खूब तेज हवा ब्लो करे और खूब बारिश हो तीनों चीज खूब खूब हो रही है तेज गर्जन की आवाज बादलों की गरजने की थंडर की आवाज साथ में तेज हवाएं और साथ में खूब जम के झमाझम बारिश समझ जाओ काल बैसाखी लोग डर जाते हैं खूब बिजली कड़कती है हां इधर बीच आप महसूस करिए कई बार आपके भी आसपास कभी तेज बिजली कड़क रही होगी वो आसाम और वेस्ट बंगाल में क्योंकि बहुत कॉमन है तो यहां पर इसका नाम है उसी रीजन के हिसाब से नाम है काल बैसाख अब आसाम में आसाम में एक स्पेशल विंड्स और ब्लो करती है जिसको कहते हैं बाडोली चेरा ये बाडोली चेहरा क्या होता है ये एक विंड है जो कि छोटा नाप रीजन से ब्लो करती है ये एक वेस्टरली विंड्स है ठीक है क्या खास बात है ये रेनफॉल लाती है आसाम में वेस्ट बंगाल में उड़ीसा में देखिए काल बैसाखी तो तबाही लाती है काल काल समझ गए ना तो कैलेमिटी इन द मंथ ऑफ बैसाख जबक बडली चेरा क्या लाती है रेनफॉल लाती है ये रेनफॉल बहुत फायदेमंद रेनफॉल है ये मित्र ये दोस्त रेनफॉल है नाम है बडोली चेरा तो आसाम वेस्ट बंगाल उड़ी तीनों स्टेट्स में रेनफॉल आती है ये रेनफॉल जूट और राइस ग्रो करने में मदद करती है वेस्ट बंगाल को जबकि यही रेनफॉल बाडोली चेरा टी ग्रो करने में आसाम को मदद करती है आपको पता होगा दुनिया के सबसे ज्यादा बागान सबसे लार्जेस्ट प्रोडक्शन ऑफ टी करने वाला स्टेट आसाम है तो आसाम को चाय उगाने में मदद करती है ये बाडोली चेरा कितने काम की ये विंड है आइए एक और विंड का नाम पढ़े तो समर की चल रही बात समर मानसून के दौरान ही क्या होता है थंडर स्टॉर्म्स होते हैं तेज बाजल बादलों के गरजने की बिजली कड़कने की आ जाती है रेनफॉल भी होती है अब ये रेनफॉल केरला कर्नाटका में भी होती है केरला और कर्नाटक के कोस्टल रीजंस में होती है वहां पे रेनफॉल बहुत कम पड़ती है याद रखिएगा हैवी नहीं है लिटिल रेनफॉल पड़ती है पर ये लिटिल रेनफॉल भी बड़े कमाल की है बहुत काम की है क्योंकि यहां पर मैंगो टी और कॉफी तीन प्लांट्स मैंगो टी और कॉफी इसको ग्रोथ के लिए ये पानी अमृत के समान है थोड़ा है पर बहुत काम का ये पानी है तो ये रेनफॉल्स मैंगो शॉवर्स कहलाती है क्योंकि ये मैंगो के अर्ली राइपिंग के काम करते मैंगो को राइट कर देती है पका देती हैं ठीक है आम पक जाते हैं इस थोड़ी सी रेनफॉल से जो लिटिल रेनफॉल हो रही है इसलिए इसका नाम है मैंगो शावर शावर तो है बारिश तो है मैंने कहा लिटिल रेनफॉल है और यही रेनफॉल जब कर्नाटका में आती है तो इन्हें कहते हैं चेरी ब्लॉसम्स क्योंकि वहां पर कॉफी कॉफी के प्लांटेशन को ये बहुत हेल्प करती है ठीक है कर्नाटका में कॉफी के बहुत ज्यादा क्या बागान है कॉफी के बहुत ज्या वहां पे ना कॉफी के जो चेरी होते हैं चेरी फल होता है उनका उसको ग्लो करने में मदद करती है तो कॉफी के लिए चेरी ब्लॉसम्स इस तरह सेय यूजफुल विंड्स भी है हर जगह नुकसान नहीं पहुंचा रही है देखा लू नुकसान पहुचा रही थी है काल बैसाखी न नुकसान पहुचा दो दो विंड्स का नाम लिया जो नुकसान पहुचा रहे थे लोकल विंड्स जबक बाडोली चेरा और दूसरा ये मैंगो शावर और चेरी ब्लसम ये फायदेमंद है क्रॉप्स के लिए बहुत अमृत है अब बात करते हैं साउथ वेस्ट मानसून की आइए साउथ वेस्ट मानसून को पहले देख ले यह रहा साउथ वेस्ट मानसून जब हाई प्रेशर है जब हाई प्रेशर है इंडि इडियन ओशन में यहां पर हाई प्रेशर है इंडियन ओशन में और लो प्रेशर है क्या लो प्रेशर है नॉर्थ एंड नॉर्थ वेस्ट ऑफ इंडिया में नॉर्थ एंड नॉर्थ इंडि में लो प्रेशर है तो विंड्स हमेशा कहां से कहां ब्लो करती है फ्रॉम हाई प्रेशर टू लो प्रेशर तो जब विंड यहां से यहां ब्लो कर रही है तो ये सी है और ये लैंड है तो जब समुद्र से विंड निकलेगी मॉइश्चर लेके निकलेगी मॉइश्चर उठा के जाएगी तो जब जाएगी तो बारिश लाएगी इसीलिए यहां पर खू खूब रेनफॉल होती है इस रीजन में जहां पर ये वेस्टर्न घाट है गिव हैवी रेनफॉल स्पेशली द वेस्टर्न साइड जबकि इधर ककन रीजन में क्या होगा रेनफॉल तो होगी पर कम होगी रेन शैडो एरिया होगी क्लियर है अब बात करते हैं मानसून विंड्स की तो जब मानसून स्टार्ट होता है तो हैवी रेनफॉल पड़ती है तेज बिजली कड़कने की आवाज आती है लाइटनिंग होता है इसको हम कहते हैं ऑनसेट ऑफ रेनफॉल क्या शुरुआत स्टार्टिंग ऑफ रेनफॉल इस स्टार्टिंग ऑफ रेनफॉल की कब शुरुआत होती है जून के पहले हफ्ते में होती है इसका एक स्पेशल नाम है स्पेशल नाम है बर्स्ट ऑफ मानसून तो जब मौसम आता है क्या जब सावन आता है तो बड़ा झूम के आता है मतलब बड़ी मद मस्ती के साथ आता है और सबको पता चल जाता है कि अब बारिश आ गई है तो ये सावन मतलब ये मानसून जिसे हम सावन कहते हैं हिंदी में है ना हिंदी शब्द है सावन आया मानसून तो ये मानसून क्या करता है अपनी पहचान है तेज बिजली कड़कने से तेज बारिश से अचानक आता है और सबको भिगो देता है हम इसे कहते हैं क्या आया सावन आया बर्स्ट ऑफ मानसून तो ये मानसून क्या पूरे तीनों चारों महीने तक धर धर धर धर बस्ट करता रहता है नहीं नहीं अरे बीच में हफ्ता दो हफ्ते के बाद मानसून ब्रेक ले लेता है अरे भाई उसको भी तो आराम चाहिए है ना मतलब कि ऐसा नहीं है कि सारे तीनों चारों महीने तक बारिश लगातार पड़ रही है नहीं नहीं बीच में कुछ ड्राई स्पेल्स आते हैं बीच में कुछ पीरियड होता है जब बारिश नहीं पड़ती है मानसून के उस बीच के पीरियड को कहते हैं ब्रेक ऑफ मानसून इट्स अ इट्स अ पीरियड वेयर ड्राई पीरियड बिटवीन द रेनी सीजन रेनी सीजन का बीच का पीरियड समय रेनफॉल नहीं पड़ रही उसे कहते हैं ब्रेक मानसून भी क्या कर रहा है ब्रेक ले ले रहा है भाई कितना काम करवाओ ग बादलों से हर समय पानी देते रहेंगे तुमको क्या भर भर के समुद से लाते हैं पानी फेंक देते हैं तुम्हारे पास भर भर के लाते हैं फेंक देते हैं अरे थक गए हैं भाई वो लोग तो ब्रेक ले लेंगे अब समझ में आया तो पहला स्टेट और वो आखिरी स्टेट जहां बारिश शुरू होती है पहला स्टेट केरला और आखिरी स्टेट भी केरला क्योंकि हमारे देश में केरला को आप ध्यान से देखेंगे तो आपको केरला दिखाई देगा यहां ये है वो स्टेट केरला जहां मैंने अभी मार्क किया तो केरला इज द फर्स्ट फर्स्ट स्टेट टू रिसीव द साउथ वेस्ट मानसून एंड द लास्ट फॉर द विड्रॉल ऑफ मानसून मानसून यहीं से विड्रॉ भी होता है यहीं से एंटर करता है साउथ वेस्ट और यहीं से लीव भी करता है ठीक है अच्छा अब साउथ वेस्ट मानसून तीन स्टेजेस में क्या तीन एक दो तीन हां तीन स्टेजेस में काम करता है और उसकी ब्रांच कितनी होती है दो स्टेज है तीन ब्रांच है दो आइए कौन से दो ब्रांच है तो ये इंडिया का जो शेप है ये टेपरिंग शेप है क्या मैंने कहा इंडिया जो साउथ में है वो कैसी है वी शेप है टेपरिंग है टेपरिंग नैरो तो इसकी वजह से क्या हो जा रहा है कुछ विंड्स तो अरेबियन सी की तरफ से जा रही है यह सारी विंड्स कहां जा रही है इंडिया में ही जा रही है इसका नाम है अरेबियन सी ब्रांच पर कुछ विंड्स क्या करती है इंडिया के बे ऑफ बंगाल रीजन से एंटर करती है तो यह साउथ वेस्ट मानसून दो पार्ट में ब्रेक हो गया दो ब्रांच बन गई इसकी ठीक है किसकी वजह से दो ब्रांच बनी इंडिया के इस टेपरिंग जो हम पेनिंस इंडिया है साउथ इंडिया जो है वो टेपरिंग है तो इसके लिए ब्रांच में ब्रेक हो गई मानसून विंड्स अरेबियन सी ब्रांच एंड बेयर ऑफ बंगाल ब्रांच बात करते हैं अरेबियन सी ब्रांच की तो अरेबियन सी ब्रांच आगे जाके तीन स्टेप में ब्रेक हो जाएगा क्या अरेबियन सी ब्रांच तीन पार्ट में ब्रेक हो जाएगा पहला पार्ट वेस्टर्न घाट को रेनफॉल देगा हैवी रेनफॉल न द वेस्टर्न साइड होगा मैं कई बार बता चुका हूं इसी का दूसरा पार्ट क्या करेगा मुंबई को रेनफॉल देगा और तीसरा पार्ट इसका सौराष्ट्र पेनिनसुला को देगा अब इस रीजन को ध्यान से देखिए ये बे ऑफ बंगाल ब्रांच का रीजन है जो साउथ वेस्ट का बे ऑफ बंगाल ब्रांच है देखिए क्या मैंने कहा बे ऑफ बंगाल ब्रांच है वो ये रीजन है आप इस रीजन को देखिए यहां पर है ये है बे ऑफ बंगाल ब्रांच का साउथ वेस्ट मानसून यहां पर ध्यान से सुनिए यहां पर अराकान योमा है सर ये क्या है अराकान योमा कहां है भाई अराकान योमा पहाड़ है माउंटेन है जो कि म्यानमार में है तो ये जो साउथ वेस्ट मानसून है वो इंडिया को पूरा पार नहीं कर जाती है क्योंकि अराकान योमा उसे इंडिया की तरफ डाइवर्ट कर देता है ये जो पहाड़ है अराकान योमा इसे इंडिया की तरफ मोड़ देते हैं साउथ वेस्ट मानसून को तो साउथ वेस्ट मानसून इंडिया की तरफ एंटर कर जाता है रास्ते में तीन पहाड़ पड़ते हैं कौन से तीन पहाड़ गारो खासी जयंतिया तीन नाम लिया मैंने गारो खासी जयंतिया यहीं पर है मौसम राम चेरा पुंजी आपने नाम सुना था ना वो यहीं पर है अब ध्यान से देखिएगा इसमें बहुत हैवी रेनफॉल मिलती है देखिए गारो खासी और ये तीसरी वाली जयंतिया हिल्स कहां से रेनफॉल इनको मिल रही है ये बे ऑफ बंगाल ब्रांच की रेनफॉल है देखिए जब बे ऑफ बंगाल आ रहा है तो इसके वेस्टर्न साइड में वेस्ट वर्ड विंड वर्ड साइड में हैवी रेनफॉल ये रहा जैंतिया ये रहा खासी ये गारो तो गारो खासी जैंत आस ठीक है जबकि ऊपर की तरफ चले जाएंगे शिलम की साइड चले जाएंगे तो वहां लो रेन फॉल होगी क्योंकि शिलोंग की तरफ लेन फॉल लो क्यों है क्योंकि शिलोंग विंड वर्ड साइ रेन शैडो साइड में है ली वर्ड साइड में है जबकि चेरा पुंजी कहां है ये देखिए चेरा पुंजी यहां पर है विंडवुड वर्ड साइड देखिए इस डायग्राम को देखिए चेरा पुंजी कहां है विंड वर्ड साइड में है सो चेरा पंजी रिसीव हैवी रेनफॉल समझ में आया चेरा पंजी वर्ल्ड की रेनिस और वेटेस्ट प्लेस क्यों है समझ में आया आइए ये रहा चेरा पुंजी और मोसन राम कहां पर है लोकेटेड एट द क्रेस्ट ऑफ द सदर्न रीजन ऑफ खासी खासी हिल्स दिखाया आपको मैंने ये रहा खासी हिल्स देखिए खासी हिल्स के के क्रेस्ट पे है ठीक है मतलब विंड वड साइड में है इसलिए दे रिसीव हैवी रेनफॉल चेरा पुंजी मोसन राम आइए आगे बढ़ जाते हैं रिट्रीटिंग मानसून मानसून का वापस लौटना तो ऐसा नहीं है कि मानसून विंड्स अगर अप गए हैं मतलब साउथ से साउथ वेस्ट से अप इंडिया गए हैं तो लौटेंगे भी तो तो जब लौट रहे हैं तो हम कहेंगे रिट्रीट करना दो महीने रिट्रीटिंग मानसून में लगते हैं अक्टूबर और नवंबर क्या अक्टूबर और नवंबर ये दो महीना है जब रेनफॉल नहीं होती है स्काई क्लियर होता है और ह्यूमिडिटी ज्यादा होती है हाई ह्यूमिडिटी होती है चिपचिपाहट होती है बहुत सारी इंटेंस हीट पड़ती है इस फिनोमेना को हम कहते हैं अक्टूबर हीट मतलब अक्टूबर का महीना तो है पर ऑब्रेस सा वेदर है बहुत अच्छा वेदर नहीं है क्योंकि आसमान तो साफ है धूप दिखाई दे रही है सन दिखाई दे रहा है धूप है और ह्यूमिडिटी बहुत हाई है इस फिनोमेना को हम कहते हैं अक्टूबर हीट ये किस समय होती है रिट्रीटिंग के टाइम पे होती है रिट्रीटिंग टाइम कब होता है मैंने कहा अक्टूबर से शुरू हो जाता है रिट्रीट मतलब लौटना किसका लौटना साउथ वेस्ट मानसून विंड्स का वापस लौटना देखिए य यहां पर आ गया है हाई प्रेशर और यहां पर है लो प्रेशर क्लियर कट लिखा भया हाई प्रेशर देखिए तो विंड्स अब क्या कर रही है लौट रही है अब क्योंकि ये विंड्स ये विंड्स लैंड से सी की तरफ जा रही है इसलिए ड्राई विंड्स होती है नो रेनफॉल यहां पे रेनफॉल नहीं होती देखिए दो महीने उसको लगते हैं ऐसा करने में कोई रेनफॉल नहीं है ठीक है ना अक्टूबर हीट समझ में आ गया टेंपरेचर दिन का हाई होता है क्योंकि आसमान क्लियर होता है आसमान क्लाउडलेस है मतलब आसमान क्लियर है टेंपरेचर हाई और ह्यूमिडिटी भी बहुत हाई है नाम है ठीक है अक्टूबर हीट अब आता है इसी फिनोमिना में इसी समय में आता है ट्रॉपिकल साइक्लोंस ये डिप्रेशंस होते हैं इनमें लो प्रेशर सेंटर में होता है और चक्रवाती हवाएं ग्लो करती हैं तो ये लो प्रेशर सिस्टम होते हैं बे ऑफ़ बेंगाल में डेवलप होते हैं क्यों डेवलप होते हैं बिकॉज़ ऑफ़ द वेरिएशन इन हीट एंड मॉइश्चर ठीक है ये साइक्लोंस तबाही लाते हैं कहां तबाही लाते हैं अंडा मान एंड निकोबार आइलैंड वाले रीजन में तबाही लाते हैं और कोस्टल प्लेन ऑफ दी उड़ीसा में भी तबाही लाते हैं ठीक है बहुत नुकसान करते हैं बे बंगाल के कोस्टल रीजस में ग्रेट लॉस ऑफ लाइफ प्रॉपर्टी कौन ये ट्रॉपिकल साइक्लोन ठीक है ये आपको कुछ यहां पैदा होते हैं कहां पैदा होते हैं कुछ यहां पर बे ऑफ बंगाल के बाद ठीक है यहां पैदा होते आइए आगे बढ़ जाते हैं नेक्स्ट है नॉर्थ ईस्ट मानसून जिसको हम कहते हैं कोल्ड वेदर सीजन विंटर सीजन यह सीजन नवंबर से मार्च तक चलता है देखिए नाम क्या है नॉर्थईस्ट मानसून यह मानसून बेसिकली टंग मानसून के बाद का है मतलब नवंबर तक चला गया था अक्टूबर नवंबर अब उसके बाद से शुरू हो रहा है फ्रॉम एंड ऑफ द नवंबर मतलब दिसंबर से मार्च तक चलता है क्योंकि ये ठंडक का सीजन है तो डेज आर लो दिन छोटा हो जाता है नाइट्स आर बिगर नतीजा टेंपरेचर भी इस समय क्या होते हैं ज्यादा कम होते हैं मतलब लो टेंपरेचर होता है और जनवरी इस समय कोल्डेस्ट मंथ होता है और क्या खास बात है द्रास वैली का ब ने टेंपरेचर बताया था द्रास नाम की प्लेस है कश्मीर में -45 डिग्री टेंपरेचर तक पहुंच जाता है इंडिया का कोल्डेस्ट प्लेस भी है याद रखिएगा नेम द क्लोज कोल्डेस्ट प्लेस इन इंडिया तो द्रास वैली अब क्या रीजन है कि इंडिया का नॉर्थ बहुत कोल्ड होता है साउथ इतना कोल्ड क्यों नहीं होता है जो समर्स विंटर्स में इतनी इनी ठंडक क्यों होती है नॉर्थ में हां तो रीजन दे रहा है तीन रीजन दिया पहला जो कोल्ड वेव ब्लो करती है कहां से आती है कोल्ड वेव ये कैस्पियन सी से आती है ये कोल्ड वेव इंडिया को ठंडा कर देती है नॉर्थ में कोल्ड वेव ब्लो करती है जो कैस्पियन सी से आ रही है दूसरा रीजन दिया है जो नॉर्थ वाले जो स्टेट्स हैं पंजाब हरियाणा राजस्थान ये मॉडरेटिंग इन्फ्लुएंस ऑफ द सी से दूर है कॉन्टिनेंटल है लैंड से घिरे हुए हैं चारों तरफ समुद्र नहीं है इसीलिए यहां पर क्या है ठंडक ज्यादा होती है और गर्मी भी ज्यादा होती है और तीसरा है विंटर्स में स्नो फॉल होती है हिमालयाज में स्नोफॉल होने की वजह से विंड चिली ठंडी विंड्स ठंडी हवाएं क्लियर है आइए और प्रेशर कंडीशंस कैसे हैं यहां पर तो मैंने बताया विंटर्स में लैंड पे हो जाता है सेंट्रल इंडिया नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट इंडिया वेरी वेरी ठंडक बहुत-बहुत ठंडी ठंडी है मतलब टेंपरेचर लो है प्रेशर क्या हो जाएगा हाई हो जाएगा ठीक है ना तो नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट इंडिया में क्या है हाई प्रेशर और इंडियन ओशन में क्या है लो प्रेशर नतीजा विंड्स ब्लो डाउन वर्ड करेंगी फ्रॉम लैंड टू सी क्योंकि विंड्स नॉर्थ ईस्ट से ब्लो करती है इसीलिए इसका नाम है नॉर्थ ईस्ट मॉनसूंस इसके बारे में डिस्कस कर चुका हूं वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बारे में डिटेल में बता चुका हूं बात करते हैं रेनफॉल तो ये जो नॉर्थ ईस्ट मानसून विंड्स हैं ये बहुत रेनफॉल इंडिया में नहीं लाती पूरे इंडिया में रेनफॉल नहीं लाती है क्योंकि ये मानसून विंड्स विंटर वाले मानसून की विंड्स है तो इनमें ह्यूमिडिटी कम होती है एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी होता है इसमें और मोस्ट ऑफ द टाइम ये ब्लो करती है लैंड से सी की तरफ इसीलिए रेनफॉल नहीं कॉज करती है रेनफॉल देती है तो किसको देती है तमिलनाडु एंड सदर्न पार्ट ऑफ द आंध्र प्रदेश को देती है आइए डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ रेनफॉल समझते हैं जहां पर 200 सेंटीमीटर से ज्यादा रेनफॉल पड़ेगी उसे कहेंगे रीजन ऑफ हैवी रेनफॉल और जहां 100 से 200 मॉडरेट और 50 से 100 लो और स्कैंटी रेनफॉल लेस दन 50 क्या आप मुझे बता सकते हैं एरिया ऑफ हैवी रेनफॉल तो वेस्टर्न घाट ऑफ वेस्टर्न स्लोप ऑफ वेस्टर्न घाट और स्कैंटी रेनफॉल थर्ड डेजर्ट तो इसी तरह से मॉडरेट रेनफॉल रीजंस ऑफ छोटा नागपुर रीजन है ना और लो रेनफॉल कश्मीर चलो फीचर्स ऑफ द रेनफॉल हमारे भारत के रेनफॉल का फीचर क्या है तो रेनफॉल ज्यादातर दो से तीन महीनों में ही पड़ जाती है बेसिकली हमारे देश में तीन मंथ रेनफॉल के लिए ज्यादा मैक्सिमम मतलब 70 पर बारिश इसी में पड़ जाती है और रेनफॉल ज्यादातर कैसी टाइप की है रिलीफ टाइप की है मतलब रेनफॉल इज इन्फ्लुएंस बाय अ माउंटेन व्हेन अ माउंटेन इज नियर द रेन कॉजिंग विंड्स दैट इज कॉल्ड एज अ रिलीफ तो हमारे यहां मैक्सिमम रेनफॉल रिलीफ टाइप की है ठीक है उसमें भी विंड वर्ड साइड में ज्यादा रेनफॉल पड़ती है ली वर्ड में जो अपोजिट साइड होता है माउंटेन का वहां रेनफॉल नहीं पड़ती है मैंने डायग्राम दिखाया था इसका फिर बहुत कम रेनफॉल पड़ती है अदर देन मानसून मतलब साइक्लोनिक रेन कन्वेंशनल रेन ये भी टाइप ऑफ रेनफॉल होती है ये पड़ती तो है इंडिया में पर बहुत कम मैक्सिमम रेन कौन सी है हमारे देश में मॉनसून मेंट्स दूसरा हमारे यहां रेनफॉल रेटिक है मतलब बिहेवियर ऑफ रेनफॉल इज नॉट वेरी क्लियर आप आप कल्पना कर रहे हैं कि बारिश कम पड़ेगी बाढ़ आ जाएगी आप सोच रहे हैं कि इस बार खूब बारिश पड़ेगी झमाझम पड़ेगी सूखा पड़ जाएगा तो रेनफॉल इज अनपेक केबल और इंडिया एग्री गरिया इकॉनमी है रेनफॉल इंडिपेंडेंट है सो दिस ब्रिंग्स टू द एंड