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इनकम टैक्स: निवासीय स्थिति का अध्ययन

Hello guys, most welcome. हम कर रहे हैं income tax और आज के इस lecture में हम chapter number second को one sort में ही complete कर लेंगे. Chapter number second जो है आपका वो है residential status.

तो आईए इस chapter का concept समझते हैं, इसके rules and regulations समझते हैं और इसके लावे एक दो numerical question भी solve करते हैं. चलिए, so chapter number second, income tax, आज हम कर रहे हैं, chapter का नाम है residential status, जिसको हिंदी में बोलते हैं, निवासिय स्थिती, income tax, अगर आपको calculate करना है, किसी भी person का, किसी भी SAC का, SAC क्या होता है, मैंने previous lecture में आपको समझाया था, basic concept वाला, आपने first chapter अच्छे से किया होगा, तो आपको इस chapter में, में काफी help मिलेगी, तो कोई भी person, कोई भी SEC जो है, उसकी पहले residential status पता किया जाता है, उसकी निवास्य स्थिति पता किया जाती है, फिर उसके उपर income tax calculate किया जाता है, अब residential status पता क्यों करें, देखो, बहुत सा सारे लोग होते हैं जो इंडिया में कमाते हैं बहुत सारे लोग होते हैं जो इंडिया से बाहर फॉर एंड में कमाते हैं विदेशों में जाकर कमाई करते हैं कोई जॉब करता है कोई बिजनेस करता है तो लोग इंडिया में भी कमाते हैं लोग विदेशों में भी कमाते हैं इंडियन कंपनी भी होती है फॉर एंड कंपनी भी होती है है तो अब उन पर टेक्स कौन सी कंट्री लगाएगी कि इंडिया के अंदर टेक्स लगेगा या इंडिया से जो बाहर कमा रहा है उस अब एक इंकम पर डबल टेक्सेशन तो हो नहीं सकता ना, ऐसा जाने एक इंकम है, उस पर बाहर वाली कंट्री भी टेक्स लगा रही है, एंडियन कंपनी भी टेक्स लगा रही है, वैसे डबल टेक्सेशन के उपर एक अलग ही पूरा इंकम टेक्स के अंदर चाप्टर आता ह कि वह व्यक्ति जो है वह इंकम टेक्स के इसाप से कहां का रहने वाला है ताकि उसके ऊपर इंकम टेक्स कैलकुलेट कर सके रेजिडेंशियल स्टेटस जो हम इंकम टेक्स से पता करती है उसका सिटीजनसिप से कोई लेना देना नहीं है नागरिकता से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि रेजिडेंशियल स्टेटस जो होता है इंकम टेक्स के हिसाब से जो हम यहां पढ़ेंगे यह हर साल किसी भी परसन का किसी भी इंडिजिवल का चेंज हो सकता है लेकिन सिटीजनसिप नागरिकता डेली चेंज हर साल चेंज नहीं होती है तो citizenship को residential status मत मारना दोनों अलग चीज़ी है, नागरिकता अलग है, यहाँ जो हम residential status calculate करेंगे, वो अलग है, क्योंकि यहाँ पर जो residential status हम निकालेंगे, वो केवल income tax purpose के लिए हम use करेंगे, उसको citizenship के तौर पर use नहीं clear हो गया होगा, okay. अब इस chapter के अंदर जो persons होते हैं, अब आपको पता है कि income tax के अंदर जो persons होते हैं, उसकी definition कहीं बड़ी है, persons का मतलब यहाँ पर individual से भी है, person का मतलब यहाँ पर AOP, BOI से भी है, association of person, body of individual, person का मतलब यहाँ पर company से भी है, person का मतलब यहाँ पर firm से भी है, person का मतलब, तो यहां पर आर्टिफिशियल पर संसेवी है जो इन्हें नहीं आता तो यह सब पर संभेश अब इनकी रेजिडेंशियल स्टेटस क्या है इस पर इंकम टेक्स तो देखो रेजिडेंशियल स्टेटस के जो टाइप्स है यह पर संखोनों के ऐसे और यह परसन यही हो सकते हैं, इनका हमको residential status पता करना है, ताकि हम उसके उपर फिर income tax calculate कर सकें, तो residential status की जो types हैं, वो आपके सामने हैं यहाँ पर, residential status जो है, वो मोटा मोटी दो type का होता है, एक होते हैं residential status के साप से resident और एक होता है non-resident, अब यहाँ citizenship को mix मत कर देना, वहाँ अलग चीज़े हैं, कि वहाँ रहने वाला है इंडिया का या NR है non-resident, रेजिडेंट है वह सिटीजनसिप के असाप से पिछलों वगैरह में सुनते हैं ना कि एनराई है वह अलग चीजें यहां इंकम टेक्स परपॉस के लिए कैलकुलेट कर रहे हैं और इसमें दो चीजें है या तो रेजिडेंट होगा या नॉन रेजिडेंट अब रेजिडेंट में भी फिर दो है एक तो ताकि ऑडिनेरी रेजिडेंट और एक होता है नॉट ऑडिनेरी रेजिडेंट तो यह क्या गया इनको शॉट फॉर्म में बात लिया टोटल देखा जाए तो तीन टाइप के रेजिडेंट हो सकते हैं एक होगा ओर्डिनेरी रेजिडेंट जो वार है एक होगा नॉट ऑर्डिनेरी रेजिडेंट जिसको एन ओर बोलते हैं और एक होता है नॉन रेजिडेंट जिसको एन आर बोलते हैं तो तीन तरह की निवासी इस्तिति हो सकती है रेजिडेंशियल इस्तिति हो सकती है स्टेटस हो सकता है क्या क्या ओर एन आर अब कौन किस पर्सन की पर्सन का मतलब इन दिशवल से नहीं आपको पता है क्या किस से कि किस पर्सन की स्थिति ओर है किस पर्सन की स्थिति एनोर है किस पर्सन की स्थिति एनर है वह में पता करना होगा वह कैसे पता करें आइए नेक्स्ट लाइट पर चलते हैं उसको पता करना है तो हमें कुछ conditions income tax के अंदर दे रखी है उसको अच्छे से समझना होगा अब देखिए क्या conditions है सबसे पहले आप किसके बारे में पता कर रहे हैं हम सबसे पहले SSC कौन सा लेने देखो इस table के अंदर आप ये table अगर अच्छे से समझ लेते हैं तो काफी help मिलेगी तो हम यहाँ पर कर रहे हैं सेसी फिर ले रहे हम कंडीशन फिर वह वार है एनवार है या एनआई अब ऐसे में मैंने बताया था पर संदेश में मैंने बताया था इंडिज़वल भी होता है एचवेब भी होता है ओपी भी आई ले रहे हैं इंडिज़वल का मतलब हो गया कोई व्यक्ति जो नैचुरल पर्सन है ठीक है इंडिज़वल कोई व्यक्ति अगर उससे आपका और बहतर हो जाएगा यह देखो वह क्या है कि जो इंडिजुअल है जो व्यक्ति है जैसे मैं आप राम शाम मोहन गनेश मुकेश सुनिता ठीक है तो जो इंडिजुअल है हां उसको अगर वाली स्थिति प्राप्त करनी है यानि कि उसको वार बनना है तो उसको दो कंडीशन पूरी करनी पड़ी एक करनी पड़ी बेसिक कंडीशन और एक करनी पड़ी एडिशनल कंडीशन अगर कोई भी व्यक्ति बेसिक और एडिशनल एडिशनल यह दोनों कंडीशन पूरी कर देता है यस बेसिक कंडीशन भी पूरी एडिशनल कंडीशन भी पूरी तो उसको हम बोलेंगे ओर ऑडिनेरी रेजिडेंट अगर कोई पर्सन बेसिक कंडीशन तो पूरी कर लेता है यस बट एडिशनल कंडीशन पूरी नहीं करता है नो तो हम उसको बोलेंगे एनो आफ नॉर्ड ऑडिनेरी रेजिडेंट अगर कोई पर्सन बेसिक कंडीशन ही पूरी नहीं करता है तो आपको एडिशनल कंडीशन देखने की जरूरती नहीं है उस पर्सन को अमेज़न रोलेंगे तो कोई भी individual को OR बनना है, N-OR बनना है या NR वो कहलाएगा, उसकी स्थिति कौन सी होगी, वो पता करने के लिए दो condition है, basic, additional.

अगर basic भी पूरी कर लेता है, additional भी पूरी कर लेता है, तो OR, ordinary resident. अगर basic पूरी कर लेता है, लिकिन additional पूरी नहीं करता है, तो N-OR, non-ordinary resident. अगर वो basic ही पूरी नहीं करता है, तो additional चेक करने की जरूती नहीं है, उसको हम बोलेंगे NR, बिल्कुल simple है.

अब हमको यह समझना है कि basic condition क्या कहती है और additional condition हमें क्या बताती है वो condition है क्या तो देखिए basic condition आपको बोलती है कि he is in India previous year for period of 182 days or more basic condition यह बोलती है कि कौन अगर किसी person को basic condition पूरी करनी है ना हाँ तो उसको previous year के अंदर 182 days या उससे ज़्यादा इंडिया में रहने है रहना जरूरी है अब हमारा प्रिवियस यह कौन सा है बड़ा हमारा प्रिवियस यह है यहां पर अब हमारा प्रिवियस यह कौन सा चल रहा है 2022-23 और हमारा एसेसमेंट यह कौन सा 2023-24 यहां पर आपको ऑनली प्रिवियस यह को ध्यान करना है यानि कि इसको यानि कि 2022-23 में अगर कोई व्यक्ति इंडिया में 182 दिन कम से कम 182 दिन या उससे ज्यादा रहा है तो वह बेसिक कंडीशन पूरी कर लेगा जैसे मैं पूरे साल 2022-23, 1 अप्रेल 2022 से लगा कर 31 मार्श 2023 तक मैं कहीं नहीं गया, अंडिया में ही था, फ़ोरेन नहीं गया कहीं भी, तो मैं कितनी दिन रहा, 365 days, तो इसका मतलब मैं 182 दिन से ज़्यादा रहा, तो मैं क्या कर रहा हूँ, basic condition पूरी कर रहा हूँ, I hope आप भी तो वह बेसिक कंडीशन पूरी कर लेंगे। ओके सर। अब कुछ लोग होते हैं जो 182 दिन भारत में नहीं रहें। तो उनकी किसका मतलब कोई रहा 180 दिन कोई 160 दिन रहा बाकी बाहर था वो इंडिया से बाहर था प्रीवियस इयर के अंदर 2223 के अंदर वह बेसिक कंडीशन पूरी नहीं करेगा नहीं उसके पास में एक और मौका है अगर आप बेसिक कंडीशन में दो ऑप्शन है आपके पास यह देखो यह भी बेसिक कंडीशन है फर्स्ट और यह भी बेसिक कंडीशन है सेकंड दोनों बेसिक कंडीशन है दोनों में से कोई आपके पास एक और ऑप्शन है तो दूसरा ऑप्शन क्या है कि आपको प्रिवियस येर के अंदर यानि कि 2022-23 के अंदर 60 दिन भारत में रहना जरूरी है प्लस प्लस प्रिवियस येर को छोड़ करके प्रिवियस येर को कौन सा बार हो गया 22-23 22-23 को छोड़ दूं उससे पिछले चार साल 22-23 से पिछले साल चार साल कौन-कौन से हो जाएंगे आपका हो जाएगा आप 22-23 से पिछले चार साल तो 22-23 इसको छोड़ना है 2022-23 अ फिर हो गया आपका 21, 22, 20, 21, 19, 20, 18, 19 यह वाले 4 साल की बात चल रही है इसको जोड़ दो, इसमें कितना, इसमें 60 दिन, कम से कम, 60 से ज़्यादा रहते तो बढ़िया है, और 182 से ज़्यादा रहते हैं, तो फिर इसको कोई प्रॉब्लम ही नहीं है, ये वाली पूरी कर रहे होते हैं, ये क्यों चेक करेंगे, लेकिन अगर कोई 182 दिन से कम रह ज तो फिर बेसिक कंडीशन पूरी होगी नहीं फिर वह जाएगा लेकिन कोई अगर पर संगीत से कम है लेकिन शाड़ से ज्यादा है कम से गम साठ दिन यह उससे ज्यादा रह रहा है इंडिया में पूरी प्रीवेश यह तो केवल साठ दिन तो देखना है लेकिन उसके साथ में यह देखना है कि previous year में तो 60 दिन रहना चाहिए उससे ज़्यादा रहना चाहिए previous year को छोड़कर पिछले जो 4 वर्स है यह रहें 21, 22, 20, 21, 19, 20, 18, 19 यानि कि 18, 19, 19, 20, 21, 22 इसमें total 4 सालों में मिला करके उसको कितने दिन इंडिया में रहना ज़रूरी है 365 days 365 तो previous year में 60, previous year को छोड़कर पिछले जो 4 year है उसमें कितना? 365 days, अगर वो ऐसा सर्थ पूरी कर लेता है तो भी उसकी basic condition पूरी मानी जाएगी और basic condition उसकी पूरी होगी तो हम additional check करें आया समझ में तो बिल्कुल बेसिक कंडीशन सिंपल बेसिक कंडीशन में आपको दो ऑप्शन फर्स्ट है कि आप प्रिवियस यह 182 दिन इंडिया में रह रहे हो तो बस आपकी बेसिक कंडीशन पूरी बट आप 182 दिन से कम रह रहे हो तो आपके बाद एक ऑप्शन और है कि कम से कम 60 दिन रहे हो और previous year को छोड़कर पिछले 4 सालों में टोटल मिला कि 365 दिन अगर इंडिया में रह रहे हो तो फिर आपकी basic condition पूरी मानी जाएगी तो basic condition में आपके बाद दो option पड़ते हैं लेकिन जो basic condition में second वाला option है basic condition में second वाला second वाला कौन सा previous year में 60 दिन और previous year को छोड़कर पिछले 4 सालों में 365 days इसके कुछ exception है यानि कि इसके कुछ अपवाद है condition number ये जो 2 है इसके कुछ exception है अपवाद है दो अपवादेश के इन दो केसिस के अंदर यह वाला ऑप्शन अवेलेबल नहीं है आपको हर आल में 182 दिन रहना ही पड़ेगा वह दो कौन से हैं उसका सिंपल भंडा याद रखने का इंडियन सिटीजन हुई लिव इंडिया और इंडियन सिटीजन हुआ कम ऑन विजिट टो इंडिया इसका सिंपल में हिंदी बताता हूं फर्स्ट कंडीशन है जाये तो नोकरी आये तो घूमने कि यह जब मैं पढ़ाई करता तब मेरे सर ने मेरे को सॉटकेट बताया था इसको याद रखने का और मेरे बहुत काम आया जब निमेजिकल सॉल करते हैं डेस कल्कुलेट करते हैं तो यह सेकंड कर्निशन यह वाली सेकंड कर्निशन जो इसकी देश प्लस 365 डेश इन यह वाली कंडीशन कब अवेलेबल नहीं है जब कोई इंडिया से बाहर जाता है नौकरी करने के लिए तो यह वाली कंडीशन अवेलेबल नहीं है फर्स्ट वाली पूरी करनी पड़ेगी और बाहर से कोई इंडियन है और इंडिया में आ गूमने के लिए इंडिया म वाली अवेलेबल नहीं है फिर आपको 182 वाला पूरा करना पड़ेगा बेसिक अपनी तो यह आपका पूरा का पूरा बेसिक कंडीशन मैंने समझा दी है अब आते हैं एडिशनल कंडीशन पर कि ठीक है सर अपने बेसिक पूरी कर ली एडिशनल कंडीशन क्या है एडिशनल कंडीशन यह रही नीचे देखो यहां पर सॉरी मैंने फालते ऊपर किया आपको आराम जानती की जाएगी यह एडिशनल कंडीशन है कि एडिशनल कंडीशन में देखो बेसिक कंडीशन में दो थी ना लेकिन दोनों में ऑप्शन था या तो यह या तो यह दोनों में से एक लेकिन सेकंड वाली इन दो केस में अवेलेबल नहीं होगे लेकिन बेसिक कंडीशन में भी दो पूरी करनी पड़ी लेते किसी ने बेसिक कंडीशन पूरी कर ली चाहिए कर यह कर लेकिन बेसिक पूरी हो गई अब उसको एडिशनल अगर वह पूरी कर लेता है तो वह क्या बन जाएगा वह बन जाएगा तो वह क्या बन जाएगा और डिवेट तो वह एडिशनल कंडीशन इसको बेसिक कंडीशन कितनी बार पूरी करनी है पूरी करनी है प्रीवियस इयर इमीडिटली प्रिसीडिंग प्रीवियस इयर अभी जो प्रीवियस इयर 2223 इसको छोड़ दो इसके पिछले 10 साल बाइस तेज कुछ और तो पिछले 10 साल यानि 1112 तक चला जाएगा पिछले 10 सालों में कभी भी दो बार बेसिक कंडीशन पूरी होनी चाहिए किसी भी दो साल में उसने बेसिक कंडीशन पूरी करनी चाहिए ओके और सेकंड है ही हैस मिनट इंडिया एट ली सेवन थर्टी डेज इन इमीडिटली प्रिसीडिंग सेवन यह इस प्रीविशीर को छोड़ दो रहते हैं इसको उससे पिछले साथ साल अब पिछले साथ साल में कम से कम साथ सुतीश दिन भारत में रहना जरूर जैसे पर यह तीन सुपश्चित दिन होते हैं लेकिन टोटल कितना रहना शासु 30 दिन है तो यह दोनों एडिशनल कंडीशन पूरी होनी जरूरी इसमें ऑप्शन नहीं और और नहीं है दोनों ही है एंड एन के बीच में तो अगर कोई बेसिक और जाए��ा आपको याद देखो बेसिक कंडीशन क्या है 182 डेज इंडिया में रहना जरूरी है अगर यह वाली कंडीशन पूरी नहीं करता एक ऑप्शन और है 60 दिन इंडिया में और साथ प्रीविस यह को छोड़कर पिछले चार सालों तीन सौ पैसे इंडिया में य उससे पिछले जो 10 साल है उसमें दो बार basic condition पूरी करी होनी चाहिए and इसके साथ ही previous year को छोड़ दो और पिछले 7 सालों में 730 दिन भारत में रहना जरूरी है अगर कोई basic और additional दोनों पूरी कर लेता है तो over अगर only basic पूरी करता है additional पूरी नहीं करता है तो n-or n-or अब यह याद करनी पड़ी गया यह तो हो गया हमारा प्यारा सा indies world का मामला अब हम आगे चलते हैं next आता हमारा HOF हेलो एक्शन क्या है एक्शन मताया हिंदू अंडिवाइडेड फैमिली इसमें दो कंडीशन बेसिक और एडिशनल अगर ऐसी को नोटेड एक्शन बेसिक कंडीशन का कंट्रोल एंड मैनेजमेंट ऑफ बिजनेस पार्टली और होली इन इंडिया अब एक बिजनेस फॉर्म है तो उस एच एच का जो बिजनेस है उसका कि या तो पूरा कंट्रोल या आराघंट रोल इंडिया में होना चाहिए और एडिशनल कंडीशन यह है कि एक चुटका जो करता है एक चुटका में जो में पर्सन होता है ना हिंदू अंडिवाइडिट फैमिली में एक में पर्सन होता खुद बोलते हैं सबसे बुजर्ग जो होता है दिक्तर वह होता तो करता जो है उसने वह करता जो है वह क्या होना चाहिए और लगेगी तो करता जो है वह क्या होना चाहिए और ओर्डिनेट रेजिडेंट होना चाहिए और जो बिजनेस है उसका कंट्रोल एंड मैनेजमेंट का होना चाहिए इंडिया में होना चाहिए तो अगर बिजनेस का कंट्रोल एंड मैनेजमेंट इंडिया में है करता ओर ह है तो क्या हो जाएगा यह जो एक्शन इसका रेजिडेंशियल स्टेट्स क्या हो जाएगा ऑडिनेटी रेजिडेंट है बट अगर बेसिक कंडीशन ही आ बेसिक कंडीशन तो पूरी कर लेता है यह थोड़ा सा नीचे यह थोड़ा सा फ्रूट हो गया है मैं इसको सही कर देता हूं मिटा देता हूं ताकि आपको यहां पर प्रॉब्लम नहीं हो एक सेकेंट ना कर दो एक सेकंड दो मिनट लगेंगे मैं थोड़ा सा इसको सही कर देता हूं इस सारी चीजें अटा देता हूं ताकि आपको अच्छे से जन्माई कि आप ठीक है अब करते हैं देखो हां जी तो एचोएप में क्या है अगर बेसिक कंडीशन भी पूरी यस एडिशनल कंडीशन भी पूरी यस तो वार हो गया बेसिक कंडीशन पूरी लेकिन एडिशनल कंडीशन पूरी नहीं है तो एनवार हो गया बेसिक कंडीशन पूरी नहीं कर रहा है तो यह चेक करने की जरूर है नहीं नॉट एप्लीकेबल और वह क्या हो जाएगा एनर्ड आगे समझ ऐसे-ऐसे नेक्स्ट आता है मारा थर्ड नंबर फर्म एवं पी और बीवाई यानि कि पार्टनर्सी फर्म है एसोसिएशन ऑफ पर्सन है या बॉडी ऑफ इंडिज़वल है तो इसमें एक ही कंडीशन है, additional है ही नहीं, basic condition है, basic condition क्या है, कि उस firm का, उस AOP या BOI ये business firm है, उसका control और management, control और management partly और पूरी तरीके से हो ली, कहां होना चाहिए, इंडिया में, अगर है, तो वो OR नहीं है, तो NOR और NR तो होता ही नहीं है, not applicable, okay, next, यानि कि ये NOR नहीं होगा, firm AOP, BOI अगर basic condition पूरी कर लेता है तो OR यह not applicable और अगर बेसिक कंडीशन पूरी नहीं करता है तो क्या हो जाएगा एनर सिंपल बेसिक कंडीशन पूरी करता है तो वह बेसिक कंडीशन पूरी नहीं करता था एनर एनोआर इसमें अवेलेबल नहीं होकर नेक्स्ट कंपनी कंपनी में देखो बेसिक कंडीशन क्या है इंडियन कंपनी होनी चाहिए इन प्रीवियस यह कंट्रोल एंड मैनेजमेंट ओली इन इंडिया दोनों में से एक कंडीशन पूरी कर लो और इनके बीच में अगर इंडियन कंपनी है अ है तो क्या हुआ गई वह अगर कंट्रोल एंड मैनेजमेंट पूरी तरीके से कहा है कंट्रोल एंड मैनेजमेंट जो है वह पूरी तरीके से इंडिया में होली लिखा हुआ पूरी तरीके से इंडिया में तो क्या हो गया बेसिक पूरी माने जाएगी और अगर ऐसा नौर एप्लीकेबल नहीं होगा वह क्या हो जाएगा एनर्म क्योंकि इसमें एडिसिनल कंडीशन है बेसिक पूरी तो वह बेसिक नहीं पूरी एनर्म ओके नेक्स्ट एनी अदर आर्टिफिशियल पर सेंटिवर्स और कोई आर्टिफिशियल पर सेंट है तो उसका कंट्रोल और मैनेजमेंट जो है वह पार्टली या होली इंडिया में होना चाहिए अगर है तो वह नहीं है तो एनर्म यह नोट एक कि सिंपल कि आपके समय तो आप आपको अच्छे से यह कंडीशन सारी समझ में आ गई होगी इंडिज़वल की हुए फीवर पीवाई फर्म कंपनी और अधर आईटिफिशल पर्सन आप इनको अच्छे से याद कर लेना मैं आपके क्वेश्चन थोड़ा करके बताता तो आपको थोड़ा सा और समझ में आएगा तो एक हम करते हैं देखो प्र� इस लिए इस्टेटर्स आप द ऐसे सीन द फॉलोविंग केसेस फॉर द एसेसमेंट यह 2023 24 तो हमारा प्रीवियस यह रोगे 2022 पेस्ट हमारा प्रीवियस यह जो एक अप्रेल 2022 को स्टार्ट होगा और 31 मार्च 2003 को कंप्लीट होगा और इस येर के इसाब से हमको देखना है basic condition को अब क्या ए पॉइंट है अजे है इस ए सिटीजन आफ इंडिया है तो सिटीजन इंडिया का है लेकिन हमको सिटीजन सिप सी कोई लेना देना नहीं है मैंने पहले बता दिया था ओके वो इंडिया से इरान गया कब गया 18 अप्रिल 2022 को गया कि देखो कब गया एक अप्रेल 2022 वह लेफ्ट कब किया उसने इंडिया 18 अप्रेल को कि 2022 ठीक है 18 अप्रेल को वह इंडिया से बाहर चला गई ठीक है ओके लेफ्ट ठीक कुड नॉट रिटेंड टू इंडिया टिल द एंड ऑफ द फाइनेंसिल यह 2023-24 यानि कि फिर वह 31 मार्च 2023 तक इंडिया आया ही नहीं बापस है तो प्रीवियस येर में वह इंडिया में कितने दिन रहा केवल 18 दिन है क्यों एक अप्रेल से लगाकर 18 अप्रेल तक आने जाने का दिन गिना जाता है एक अप्रेल से 18 अप्रेल यानी कि जाने का दिन गिना जाएगा तो एक अप्रेल को भारत था दो अप्रेल को 18 तक था 18 तक तीजाने दिन वाला दिन गिना जाता है तो 18 अप्रेल तक भारत में तो इंडिया में कितना था 18 डिस है फिर तो 18 अप्रेल से लगाकर जब तक यह प्रीवियस येर एंड नहीं हुआ हमारा 22 तक वह बाहर था तो प्रीवियस येर 18 दिन कम से कम वन एटी टू डेस या फिर एक और ऑप्शन था 60 दिन वाला तो ना तो 60 दिन वाला पूरा हो रहा ना 182 दिन वाला पूरा हो रहा तो बेसिक कंडीशन पूरी नहीं कर रहा है और जब कोई बंदा बेसिक कंडीशन पूरी स्टेटस क्या हो गया तो क्या सरम को एग्जाम में भी ऐसी लिखना है नहीं एग्जाम में से सोल्यूशन नहीं है एग्जाम में सबसे पहले आपको क्या करना है मैं सोल्यूशन का तरीका बताता हूं एक्जाम एक्जाम के अंदर क्या करना है, सबसे पहले आपको लिखना है Mr. Ajay, फिर लिखना है previous year कौन सा है, 2022-23, ठीक है, अब आपको क्या करना है, basic condition लिखनी है, पूरी की पूरी basic condition, दोनों, first, और लगा के second, उसके exceptions, फिर आपको additional condition लिखनी है, दूरों, दोनों, कौन सी वाली, first वाली और second वाली, यानि की, मेरा कहने का मतलब यह है, आपको exam के अंदर, कि यह पूरा लिखना क्या पूरा लिखना है यह जैसे इंडियल ना यह यह सारा लिखना सरम ऐसा चार्ट बना सकते हैं बिल्कुल बना सकते हैं यह पूरा यहां से लगाकर यहां तक यह पूरा लिखना अच्छे से कि अ कि अ अ अ अ अ अ कि उसके बाद में आपको प्रॉब्लम को सॉस यहां पर एक्सप्लेड करना फिर नीचे क्या करेंगे यह जैसे आपने लिख दिया फिर प्रॉब्लम को एक्सप्लेड करना और प्रॉब्लम को आप एक्सप्लेड करके गिन के बताएंगे कि वहीं वह जो है प्रॉब् और फिर आपके आगे लिखना है, so Mr. Ajay not satisfied basic condition, so we not check additional condition, that's why in this situation, in this problem Ajay's residential status is non-resident. तो वह पूरा लिखना पड़ेगा आपको कंडीशन बतानी पड़ेगी आया समझ में इस तरीके से आपको question solve करने है next अब हमारा आता है यहाँ पर मैं ज़्यादा question solve करूँगा तो बहुत time लग जाएगा फिर one sort में revision होई नहीं पाएगा तो देखिए अगर आपको question भी बहुत detail में solve करने है तो आप हमारा live batch join कर सकते हैं app का link इस video के नीचे description box में मिल जाएगा वहाँ पर live classes और बहुत सारे questions हम solve कर सकते हैं लगते हैं यहां पर तो मैं आपको पूरा चैप्टर का और यह दे रहा हूं ताकि फटाफट से आपके वन सॉट में हो जाएं वर्ना वन सॉट में पॉसिबल नहीं इंसिडेंस ऑफ टैक्स और स्कॉल अब हम टैक्स कैलकुलेट करेंगे टैक्स कैलकुलेट करेंगे लिए हमको यह टेबल जरूरी होनी चाहिए यह क्या कहता है कि जो कोई भी बंदा ओर है एनोर है एनर है तो उसका इंडिया में टैक्स लगेगा नहीं लगेगा वैसे हम क्या माल लेते हैं अगर कोई एनर है तो इंडिया में ओर की इंकम पे भी इंडिया में टेक्स लग सकता है, ओर की और नहीं भी लग सकता अब वह सिचुएशन क्या है तो देखो इसके लिए हमको क्या देखना पड़ेगा फर्स्ट पॉइंट नेचर ऑफ इंकम नैचुरल नहीं नेचर नेचर ऑफ इंकम फर्स्ट इव एनी इंकम आउटसाइड इंडिया बट रिसीव इन इंडिया अगर कोई इंकम कमाई भारत की बाहर है आउटसाइड इंडिया कमाई कहां है आउटसाइड इंडिया मान लेते जाओ गरता है भारत के बाद लेकिन उसको इंकम मिलती कहां है और इंडिया में और आउटसाइड इंडिया रिसीव इंडिया अगर उसने वह इंटम रिसीव करें रेमिटेंस अलग है लाना अलग है रिसीव अगर अनुसार करिए रिसीव इंडिया में करिए वह जैसे आजगल होता ना ऑनलाइन काम करते हैं बहुत सारे कंपनी बाहर की है तो बाहर कमाया लेकिन प्राप्त कहां कर रहा है वह पर संवोर कर रहा है इंडिया तो चाहे वह और है एनोर है या एनर है उसकी कोई भी रेजिडेंशियल स्टाटस क्यों ना हो उसकी इंकम टेक्सेबल होगी इंडिया के अंदर कि यह यह यह कि वापस बताओ अगर कोई परसन इंडिया से बाहर कमाता है लेकिन प्राप्त वह कमाई इंडिया में करता है तो चाहे वह उसकी स्थिति ओर हो तो भी उसकी इंकम इंडिया में टैक्सबल होगी उसकी जो रेजिडेंशियल स्टेटर से वह एनोर है तो उसकी इंकम टेक्सिबल होगी उसका रेजिडेंशियल स्टेट अगर एनर है तो भी उसकी इंकम इंडिया में टेक्सिबल होगी कि नेक्स्ट सेक्ट इफ एनी इंकम आर्म इन इंडिया अब इस बार क्या हुआ है कमाया इंडिया में बट रिसीव्ड आउटसाइड इंडिया बट रिसीव्ड कहां कर रहा है आ तो उल्टा हो गया पहले क्या था कमाया बाहर प्राप्त भारत में किया अभी क्या है कमा भारत में रहा है लेकिन प्राप्त कहीं ओर कर रहा है तो इंडिया के अंदर चाहे अर्ण और रिसीव दोनों में से कोई भी घटना हो गई चाहे अर्ण कर रहा है चाहे रिसीव कर दोनों में से कोई भी एक घटना अगर हो गई तो फिर उस बलेवो वारो एनवारो एनारो इंडिया में टेक्सेबल है तो फर्स्ट में क्या था रिसीव कर रहा था तो तीनों में टेक्सेबल सेकिन्ड में क्या है रिसीव नहीं कर रहा है लेकिन अर्ण इंडिया में कर कि इफ एनी इंकम आउटसाइड इंडिया एंड रिसीव आउटसाइड अब बोलो अब ना तो इंडिया बे आर्म कर रहा है ना रिसीव आउटसाइड इंडिया तो यहां पर हम देखेंगे कि सोर्स क्या है एक शोर्स क्या है तो दो सोर्स हो सकते हैं एक हो सकता है बिजनेस है और एक सोर्स हो सकता है अधर कोई जॉब वगैरह कर रहा है कोई सैलरी वगैरह अगर बिजनेस सोर्स है तो हम देखेंगे उसका कंट्रोल कहां अगर कंट्रोल कि ऐसा पर संजो इंकम कमा भारत के बाहर रहा है कि रिसीव भारत के बाहर कर रहा है तो हम देखेंगे उसका सोर्स क्या है कि सब्सक्राइब कर दो तो एनर्ड ओर के लिए टेक्सेबल एनर्ड के लिए टेक्सेबल एनवार के लिए टेक्सेबल एनर्ड के लिए टेक्सेबल नहीं होगा सब कंट्रोल जो है वह भी आउटसाइड इंडिया अगर आउटसाइड इंडिया विशेष भी आउटसाइड इंडिया कंट्रोल भी आउटसाइड इंडिया तो ऑनली ओर के लिए टेक्सिबल होगा एनर एनवार और एनर के लिए टेक्सिबल नहीं होगा यह ओके अ जो बिजनेस नहीं है अधर एस्ट्रोस सोर्स अधर अधर मतलब वगैरह होगी तो फिर अब बाहर कर रहा है रिसीव बाहर कर रहा है और सोर्स बिजनेस सोर्स भी जो है कमाई का वह बिजनेस नहीं है अधर कोई सोर्स है तो ऑनली ओर के लिए टेक्सिबल होगा एनोआर और एनर के लिए टेक्सिबल नहीं है तो आपने देखा होगा हर हाल में ओर के लिए तो हर बार बिजनेस का सोर्स है और उसका कंट्रोल एंडिया में एनर के लिए कब टेक्सिबल है जब एंड इंडिया में करें रिसीव इंडिया में करें इसके अलावा कभी भी टेक्सिबल नहीं तो यह एक टेबल है जिसको अच्छे से अगर बनाते हैं तो आपको बहुत अच्छे से इसको समझ में आएगा है और अगर आप हमें लाइट ग्लासेस अटेंड करते हैं तो आपको बहुत सारे अच्छे रही है वह साफ रिवाइज कर रहे हैं तो यूट्यूब पर वीडियो देखना आपके लिए सफीशेंट होगा इससे आपको काफी हेल्प मिलेगी हम मिलते हैं नेक्स्ट लेक्चर के अंदर और वन सोट में चैप्टर नंबर थर्ड करेंगे वह लेक्शन काफी बड़ा comment करें support करें तो हम आपके लिए इसी तरीके content लाते रहेंगे मिलते हैं next lecture में आज के लिए इतना ही तब तक के लि