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Periodic Table and Element Properties

हां जी बार में क्या हाल चाल कैसे बत सारे लोग तो भाई हमने पहला सेशन लगाया था एटमिक स्ट्रक्चर का करेक्ट और अब दूसरा सेशन क्लास 11थ का जो लेकर के हाजिर हो चुके हैं पीरियोडिक टेबल का यानी कि क्लासिफिकेशन ऑफ एलिमेंट्स एंड पीरियोडिक इन प्रॉपर्टीज जो कि एनसीईआरटी का टाइटल इस चैप्टर का तो इस चैप्टर में हम क्या-क्या करने वाले हैं और कैसे चलने वाले हैं ये सब जानने से पहले एक बार चैट बॉक्स में आग लगाइए और भरपूर एनर्जी डाल दीजिए जल्दी से चैट बॉक्स में मेरी तरफ से आपका ढेर सारा प्यार और ढेर सारी दुआएं जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी एक बार एक बार एक बार चैट बॉक्स में आग लगा दीजिए फटाफट फटाफट बस्ट आर्मी एक बार तो यार आग लगाना बनता है सेशन की एनर्जी एकदम बढ़ा दीजिए 5x कर लीजिए और चलिए शुरू करते हैं फटाफट बताना चाहेंगे आपको कि इस इस इस इस इस अरे अरे हां इस चैप्टर का नेचर क्या है जब भी हम स्टार्ट करते हैं सेशन तो आपको ये इंफॉर्मेशन क्यों देते हैं इंफॉर्मेशन इसलिए देते हैं क्योंकि कई बच्चे होते हैं जो कि पहली बार चैप्टर को हमारे साथ ही कर रहे होते हैं बोलते हैं वो कि वन शॉर्ट में एक साथ ही करेंगे मोहित सर के साथ तो नेचर ऑफ चैप्टर क्या अभी क्लास 11थ में और सिर्फ क्लास 11थ में नहीं क्लास 12थ भी कह सकते हैं क्लास से 11थ में बट पार्टिकुलरली जो केमिस्ट्री का जो बेस तैयार किया जाता है ना ऐसा समझो जैसे कि मैथ्स में आप जो लोगरिथम पढ़ते हो और पता हो कि उसका एप्लीकेशन हर जगह दिखाई दे सकता है आपको किसी भी क्वेश्चन में राइट वो क्लास 12थ का कैलकुलस होगी या फिर कोई भी ऐसा एप्लीकेशन वाला पार्ट होगा उसमें लोगरिथम कहीं भी छुपा हुआ जोड़ करके दिया जा सकता है राइट छुपा हुआ क्या जोड़ करके दिया जा सकता है तो वैसे ऐसे ही है यहां जो कांसेप्ट हम पढ़ते हैं ना वो बेसिकली पीरियोडिक टेबल के बेसिक्स है एंड पीरियोडिक टेबल के एलिमेंट्स वही कंपाउंड बना रहे होते हैं और वही ऑर्गेनिक में कार्बन चेन के साथ डिफरेंट फंक्शनल ग्रुप्स में भी दिखाई दे रहे होते है जो कि केमिकल और फिजिकल प्रॉपर्टीज को इफेक्ट करते हैं तो ऐसे ही कुछ आपको समझना है कि ये एक ऐसी चीज है जो कि ए बी सीडी है पूरी केमिस्ट्री की लोग सोचते हैं ये सिर्फ इनॉर्गेनिक केमिस्ट्री है नहीं ये आपका बेस तैयार करती है पूरी केमिस्ट्री का तो आपको ये समझ में आता है कि कैसे किसी पीरियोडिक टेबल में हम किसी एलिमेंट पोजीशन को समझ सकते हैं और कैसे हम समझ सकते हैं कि वो एलिमेंट वो पोजीशन पर्टिकुलर पोजीशन जो एलिमेंट की है वह हमें क्याक इंफॉर्मेशन दे सकती है साथ साथ वैसे इस चैप्टर में कौन-कौन से क्रिटिकल टॉपिक्स वो भी आपको सिखाते बताते हैं यह क्रुशल किन किन बातों के लिए टू ग्रास दिस चैप्टर एस दिस चैप्टर फॉम द बेसिस फॉर स्टडिंग वेरियस अदर टॉपिक्स इन केमिस्ट्री जैसे मैं कह रहा था राट एंड इंक्लूडिंग केमिकल बॉन्डिंग रिएक्शन एंड द बिहेवियर ऑफ डिफरेंट एलिमेंट्स एंड कंपाउंड वो आप अगर चाहेंगे कि आगे केमिकल बॉन्डिंग पढ़े ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पढ़े फिजिकल केमिस्ट्री पढ़े हर जगह एलिमेंट के नेचर को समझना बहुत जरूरी होता है तो जैसे मैंने कहा कि ए बी सीडी है ये केमिस्ट्री की ये ए बी सीडी ठीक होनी जरूरी है राइट तभी आप वर्ड बना पाएंगे तभी आप सेंटेंस बना पाएंगे तभी आप कन्वर्सेशन कर पाएंगे डायरेक्ट क्वेश्चंस कैन बी सीन इन जेई मेन बिल्कुल दो टॉपिक्स ऐसे हैं जैसे कि डायरेक्ट क्वेश्चन दिखते रहते हैं इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी एंड आयनाइजेशन एनर्जी ये दो ऐसे टॉपिक है जहां पर से क्वेश्चन आपको आपको डायरेक्टली दिखाई देते रहते हैं सो अगर क्रिटिकल टॉपिक्स की बातचीत करें ये दो है जहां से कि जेई मेन क्वेश्चन पूछते रहता है और जेई एडवांस भी पूछते हैं बट जेई एडवांस थोड़ा ज्यादा एनालिटिकल हो करके या फिर एप्लीकेशन और ज्यादा दूसरे कांसेप्ट के साथ जोड़ करके करते हैं जेई मेन तो खैर डायरेक्ट ही पूछते रहते हैं तो जेई मेन में भरे पड़े हैं डायरेक्ट क्वेश्चन भरे पड़े हैं अब देखिए भरे पड़े हैं का ना जो मीनिंग होता है आपको ऐसा लगेगा जैसे कि इसी चैप्टर से भर भर के क्वेश्चन वो नहीं है अगर आप ऐसे वेटेज देखेंगे ध्यान से तो वेटेज में आपको दिखाई देगा कि एवरेज वेटेज वो 3.1 पर है किसी किसी साल जो आपको ज्यादा क्वेश्चन दिखाई देंगे 2020 और 2024 इसमें आपको 4.3 फोर को क्रॉस करना एक डिसेंट एवरेज माना जाता है अच्छा एवरेज माना जाता है तो दैट मींस कि आपको अच्छे नंबर ऑफ क्वेश्चंस दिख रहे होते हैं इस बार चकि ज्यादा जनरल इऑर्टिक पर ध्यान था जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पर ध्यान था जई मेन का तो आपको वो परसेंटेज ज्यादा दिखाई दे रही है राइट और नहीं तो यह मान कर के चलिए कि हर एक पेपर में वो जो 10 अलग-अलग शिफ्ट में पेपर हो रहे उसमें हर शिफ्ट में आपको क्वेश्चन दिखाई देंगे ऐसा यहां पर तो एवरेज से ज्यादा चला गया मतलब कि हर शिफ्ट में क्या किसी किसी शिफ्ट में एक से ज्यादा क्वेश्चन भी दिखाई दिए अब यह सारे टॉपिक जो हम कवर करने वाले भाई क्वांटम नंबर से स्टार्ट करेंगे पीरियोडिक टेबल हमने एटमिक स्ट्रक्चर में ऑलरेडी कुछ क्वांटम नंबर्स के बारे में जानकारी ली थी तो क्वांटम नंबर्स की जो बेसिक जानकारी थी उसी जानकारी को हम अभी आगे बढ़ाएंगे और इलेक्ट्रॉनिक फशन सीखेंगे पहले फिर बीच में कुछ छोटू मोटू टॉपिक्स है जो कि आज के टाइम पर रिलेवेंट नहीं है बट एनसीआरटी में है तो हम इन्हें देखते हुए चलेंगे वह यहां तक है नहीं वो यहां तक है हा शिल्डिंग इफेक्ट त कहा जाए तो बेटर होगा सही है तो यह छोटे मोटे टॉपिक्स निकलेंगे पहले यह इतिहास है पीरियोडिक टेबल का एंड देन उसके बाद हम यहां से आगे बढ़ेंगे तो यह वो सेक्शन है जिससे कि आपको डायरेक्ट क्वेश्चन दिखाई देते हैं डायरेक्ट क्वेश्चन वाले सेक्शन है राइट उसमें भी यही व दो हैं जिसमें कि आपको एफर्ट डालने पड़ते हैं बाकी सब निपट जाते हैं तो चले शुरू करें देखिए हम क्वांटम नंबर से स्टार्ट करने वाले आप देख रहे होंगे यहां पर एक डायग्राम बना हुआ है जिसमें ग्लोब में अलग-अलग अलग-अलग कंट्रीज का नाम लिखा हुआ है है ना टैप किया हुआ है भा सब कुछ है नेपाल इंडिया सब कुछ साथ साथ यहां पर अपने कंट्री में हमने ये भी मार्क किया हुआ है कि राजस्थान का है गुजरात कहां है यूपी कहां है बिहार का सब कुछ मार्क किया हुआ है तो ऐसा इसलिए किया हुआ है क्योंकि क्वांटम नंबर्स का जो डिस्कशन है वह बेसिकली इलेक्ट्रॉन के एड्रेस से ही रिलेटेड है जब हम टर्म बोलते हैं ना इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन तो वह मीन करता है इलेक्ट्रॉन के एड्रेस को इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन क्वांटम नंबर्स के थ्रू हम क्या ढूंढने वाले हैं इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन जब-जब यह टर्म कॉन्फ़िगरेशन केमिस्ट्री में यूज़ किया जाए आपको समझ जाना है कि अच्छा यह बातें कर रहे हैं कॉन्फ़िगरेशन की बातचीत अगर कर रहे हैं तो दैट मींस यह इलेक्ट्रॉन के एड्रेस की बातचीत कर र है भाई इलेक्ट्रॉन के एड्रेस का क्या सेंस बना इलेक्ट्रॉन के एड्रेस का सेंस क्या है इलेक्ट्रॉन एटम में कहां पर है यही तो मीनिंग है इलेक्ट्रॉन एटम में कहां पर है एटम में कहां पर है है ना ये है ना क्वेश्चन इलेक्ट्रॉन एटम में कहां पर है तो एड्रेस ही तो ढूंढ रहे हैं एड्रेस ढूंढ रहे हैं तो इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन जानना जरूरी है जितने बच्चे आप में से ना जो केमिकल बॉन्डिंग वगैरह चैप्टर को अच्छा करना चाहते हैं ऑर्गेनिक केमिस्ट्री को अच्छा करना चाहते हैं देखिए क्लास 11थ के चार सबसे बड़े चैप्टर्स हैं इनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है वो चैप्टर्स कौन-कौन से हैं बॉन्डिंग जीओसी और इनके बिल्डिंग ब्लॉक्स पता होने चाहिए चार चैप्टर के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते आप तो बॉन्डिंग का बॉन्डिंग पर जो ग्रिप है व यहां से स्टार्ट होती है कन्फेशन बहुत स्ट्रांग होना चाहिए पीरियोडिक प्रॉपर्टीज के सारी चीजें एकदम क्लियर होनी चाहिए एटमिक स्ट्रक्चर में क्वांटम नंबर एनसीआरटी ने क्वांटम नंबर की सारी जानकारी वहीं पर डाल दि है लेकिन एक्चुअल यूज़ यहां होता है तो बात है कि एटमिक स्ट्रक्चर में पढ़ करके बच्चे जो है उसको भुला देंगे अप्लाई करते हैं हम एप्लीकेशन वाला पार्ट हमारा अगर जो कुछ भी हम पढ़ रहे हैं उसका अगर एप्लीकेशन करते हैं तब तो वह चीज जो दिल दिमाग में बैठती है राइट तो इसीलिए हम पढ़ते हैं इसे पीरियोडिक टेबल वाले चैप्टर ठीक है तो इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन लिखा रहेगा तो उसका मीनिंग हम क्या लगाएंगे इलेक्ट्रॉन का एड्रेस इलेक्ट्रॉन एटम में कहां पर है यह पता करना है हमें करेक्ट ठीक है अब आपने जैसे देखा कि हम पोस्टल एड्रेस की बातचीत कर रहे हैं क्वांटम नंबर्स आए कहां से यह भी पहले डिस्कस कर लेते हैं पता है हमें कि हमारे पास श्रोडिंगर के मॉडल को हम क्वांटम मॉडल बोलते हैं इस क्वांटम मॉडल से हमें कितने क्वांटम नंबर्स मिलते हैं किसी भी पॉइंट को अगर हमें लोकेट करना होता है डी स्पेस में तो हमें कितने कोऑर्डिनेट्स की जरूरत पड़ती है एक्स और वा एक्सिस अगर हमने डी स्पेस में पॉइंट को लोकेट करना है तो हम दो कार्टीजन कोऑर्डिनेट से य काम करते हैं अगर डी स्पेस में करना हो तब हम कैसे करते हैं जरा बताइएगा अगर डी स्पेस में कहीं पर कर रहे होंगे तो हमें तीन कोऑर्डिनेट्स की जरूरत पड़ती है लेकिन यह कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स है राइट मान लीजिए हम 3डी स्पेस इमेजिन कर रहे हैं बट यहीं पर पॉइंट को लोकेट कर रहे है ठीक है जड एक्सिस इधर है तो एक्स वाई जड ये कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स है लेकिन पोलर कोऑर्डिनेट्स के थ्रू भी तो आप काम करते हैं ना ऐसा थोड़ी ना है कि सिर्फ और सिर्फ कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स में आप इस पॉइंट को लोकेट कर सकते हैं आप कार्टीजन कोऑर्डिनेट से भी लोकेट करते हैं करेक्ट तो अगर आप कार्टीजन कोऑर्डिनेट से लोकेट करते हैं तो वो कौन-कौन से कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स होंगे भाई एक ये कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स है ये पोलर कोऑर्डिनेट्स है पोलर कोऑर्डिनेट्स में पता है हमें कि यह जो डिस्टेंस है यह डिस्टेंस जो है वह r और अभी इसे आप 3d में समझेंगे यह जो लाइन ड्रा की गई है यह 3d में इसे 2d में ना समझे यह 3d में होगा y एक्सिस एकस एक्सिस z एक्सिस तो यह 3d में कहीं पर है यह पॉइंट राइट और अब यह जो डिस्टेंस है यह r है ऑरिजिन से 3d स्पेस में इस पॉइंट का राइट और उसी तरह हमारे पास पता है हमें कि 360 डिग्री एंड 360 डिग्री यह पूरे एक स्फेयर को बिल्ड करने के लिए हमें दो 360 डिग्री एंगल का यूज करना पड़ता है तो दो एंगुलर पार्ट आपको दिखाई देंगे थीटा एंड फ नॉर्मली आप क्या करते डी स्पेस में सिर्फ आ और थीटा लेकिन अगर डी स्पेस है तो फिर आपको फ भी मिलने वाला है राइट तो मैं जान बू करके बस यहां पर क्या कर रहा हूं थ और फ ऐसे कर रहा हूं ज्यादा कॉम्प्लिकेट नहीं कर रहे क्योंकि हम डी स्पेस में इमेजिन तो कर ही सकते कि स्फेयर है और हमें पता है कि हमें जो 360 डिग्री ऐसे और ऐसे यानी कि परपेंडिकुलरली दो रिंग्स आप इमेजिन कीजिए हर बार जब भी आप देखि आप एक रिंग अगर बनाएंगे तो दैट मींस आप एक सिर्फ सर्किल पर रुकने वाले हैं लेकिन दो रिंग्स है और वोह पूरे स्पेस में रोटेट करेंगे तो एक स्फीयर बनाएंगी करेक्ट नहीं समझ में आ रहा तो चिल कीजिए ऐसे ध्यान में रखिए एक्सवाई जड 3d स्पेस के लिए कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स है पोलर कोऑर्डिनेट्स हो गए r थीटा और फ थर्ड वाला एंगुलर ही होता है हमें एंगल डिस्टेंस वो तो हमने एक बार ओरिजिन से पॉइंट को कनेक्ट किया वो हमें डिस्टेंस मिल गया लेकिन हमें पूरे 3डी स्पेस में लोकेट करने के लिए दो एंगल्स मेंशन करने पड़ते हैं और यह होता हैं हमारे एंगुलर पार्ट अब मजेदार बात क्या है कि पूरा जो क्वांटम मॉडल है वो इन्हीं तीनों टटी को समझाता है इन्हीं तीनों क्वांटिटीज को ढूंढ रहा होता है क्योंकि किसी इलेक्ट्रॉन को अगर लोकेट करना है तो उनके लिए भी ऐसे ही कोऑर्डिनेट्स हमें चाहिए होंगे एटम के अंदर हम कोई एग्जैक्ट कोऑर्डिनेट नहीं निकाल सकते क्वांटम मॉडल क्या कहता है आप इलेक्ट्रॉन की पोजीशन अगर ढूंढने गए तो मोमेंटम नहीं बता पाएंगे मोमेंटम ढूंढने गए तो पोजीशन नहीं बता पाएंगे कुछ ना कुछ एरर दोनों ही क्वांटिटीज में हमेशा होगा तो आप जो भी पोजीशन और मोमेंटम बताने वाले हैं कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ अनसर्टेंटी जरूर होगी तो हमेशा आप बातें करने वाले हैं किसके टर्म्स में प्रोबेबिलिटी के टर्म्स में प्रोबेबिलिटी ऑफ फाइंडिंग एन इलेक्ट्रॉन हमेशा बातें इस टर्म में होंगी प्रोबेबिलिटी के टर्म्स में प्रोबेबिलिटी के टर्म्स में सब कुछ डिस्कस होगा प्रोबेबिलिटी के टर्म्स में सब कुछ डिस्कस होगा ठीक है प्रोबेबिलिटी के टम सब कुछ डिस्कस होगा बिल्कुल तो प्रोबेबिलिटी के टर्म्स में अगर सब कुछ डिस्कस होगा तो हम इलेक्ट्रॉन की प्रोब इलेक्ट्रॉन को ढूंढने की प्रोबेबिलिटी ही फाइंड आउट कर रहे हैं बट डेफिनेटली उसमें मैथमेटिकल पार्ट यही है यह तीन जो इंफॉर्मेशन है जो इलेक्ट्रॉन को लोकेट करेंगे यही तीन इंफॉर्मेशन हमारे तीन क्वांटम नंबर्स है यही तीन इंफॉर्मेशन हमारे तीन क्वांटम नंबर से मैं क्या लिख सकता हूं यह वो तीन इंफॉर्मेशन है यह वो तीन इंफॉर्मेशन है थ्री इंफॉर्मेशन थ्री इंफॉर्मेशन च च आर नेसेसरी टू लोकेट इलेक्ट्रॉन च आर नेसेसरी टू लोकेट इलेक्ट्रॉन नेसेसरी टू लोकेट इलेक्ट्रॉन यही तीन इ फॉर्मेशन यही तीन इंफॉर्मेशन क्या कहलाएंगे तीन क्वांटम नंबर्स क्वांटम मॉडल से हमें तीन क्वांटम नंबर्स मिलते हैं तीनों क्वांटम नंबर्स को प्यार प्यार से समझते हैं तीन ही क्यों मिले होते तो चार है चौथा क्यों नहीं मिला उसका रीजन साफ है कि कोऑर्डिनेट आप जब डिस्क्राइब करने जाओगे कोडिनेट के थ्रू लोकेट करने जाओगे इलेक्ट्रॉन को तो डेफिनेटली आपको वहां पर क्या चाहिए ये तीन ही मिलेंगे अब चौथा थोड़ी ना मिलेगा चौथा डायमेंशन नहीं है आपके पास तो ये जो चौथा क्वांटम नंबर है ये किस लिए है ये जानते हैं थोड़ा सा पेशेंस रखिए फोर्थ क्वांटम नंबर होता क्यों है लेकिन एक बात तो आपको समझ में आया देखिए आपके पैदा होने से पहले जेई एडवांस ने क्वेश्चन पूछा था अबाउट 2000 2001 के अराउंड कि इस फोर्थ क्वांटम नंबर के बारे में स्पिन क्वांटम नंबर इसके बारे में सही स्टेटमेंट बताओ और उन्होंने लिखा था कि स्पिन क्वांटम नंबर इज नॉट फ्रॉम क्वांटम मॉडल एंड इट हैज नो क्लासिकल एनालॉग कोई क्लासिकल एनालॉग नहीं मतलब आप जिस तरह से ऐसी क्लासिकल थ्योरी बता रहे हैं तीनों क्वांटम नंबर के लिए और बता रहे हैं कि इस तरह से कनेक्ट कर सकते हैं श्रोडिंगर मॉडल में यही काम किया गया है इलेक्ट्रॉन को लोकेट करने के लिए बस ऐसा कुछ भी अलग से फोर्थ क्वांटम नंबर के लिए नहीं है फोर्थ क्वांटम नंबर रखा गया है सारे साइंटिस्ट के आपस में डिस्कशन से फोर्थ वाला हमें चाहिए लेकिन कोई उसके पीछे क्लासिकल थ्योरी नहीं है वो रिक्वायरमेंट बेस्ड क्वांटिटी है वो इलेक्ट्रॉन की इंट्रिसिक प्रॉपर्टी पर बेस्ड है दो इलेक्ट्रॉन में से किस इलेक्ट्रॉन की आप बात कर रहे हैं यह डिफरेंशिएबल क्ट्रॉनिक प्रॉपर्टी ऑफ स्पिन पर बेस्ड है तो आएंगे उस पर बट पहले बारी-बारी से सारे क्वांटम नंबर्स को समझते हैं ठीक है तो हमें यह समझ में आया कि क्वांटम मॉडल ने हमें तीन नं दि करेक्ट बो क्वांटम मडल लिख रहा सभी जान रहे श मॉडल की बातचीत हो क्वांटम नंबर मडल तीन क्वांटम नंबर्स दिए और देखि मैं तीनों क्वांटम नंबर को कुछ इस तरह से समझा सकता हूं यह क्या कर रहे हैं एड्रेस ऑफ इलेक्ट्रॉन के रूप में और एड्रेस ऑफ इलेक्ट्रॉन इसे समझिए कि एड्रेस ऑफ इलेक्ट्रॉन की बातचीत अगर हम करते हैं तो लोकेशन की बातचीत कर रहे लोकेशन इन 3डी स्पेस इनसाइड एटम है लोकेशन इन 3डी स्पेस इनसाइड एटम है 3डी स्पेस इनसाइड एटम लोकेशन इन 3डी स्पेस इनसाइड एटम ओके 3डी स्पेस में एक एटम के अंदर लोकेशन की बातचीत हो रही है तो हमने कार्टीजन कोऑर्डिनेट्स दिखाया हमने पोलर कोऑर्डिनेट्स दिखाया बेसिकली हम इन्हीं पोलर कोऑर्डिनेट्स के थ्रू श्रोडिंगर इक्वेशन को बना रहे होते हैं यही हमारे तीन क्वांटम नंबर की शक्ल लेकर सामने आते हैं साफ पता चल रहा है जो पहला वाला है वह कनेक्टेड टू डिस्टेंस है बिल्कुल है पहला वाला ऑर्बिट को प्रेजेंट करता है और वही क्या है कनेक्टेड टू डिस्टेंस है करेक्ट ना हां जी बोलो ना बोलो ना भाई जोश कम दिखाई क्यों दे रहा मुझको जोश क्यों कम दिखाई र ये बताओ पहले पहले जोश थोड़ा बढ़ा करके रखो क्योंकि आप अभी जोश बढ़ाओ ग तब तो हम जो है आपका जोश जो है और आगे बढ़ाने का काम करेंगे माना पीरियोडिक प्रॉपर्टीज जो है वो लाइट फील कराता है लोग को फील करता है क्या यार क्या ही है पीरियोडिक टेबल तो पढ़ना है वही तो ओल्ड एंड न्यू पीरियोडिक टेबल तो पढ़ना है मॉडर्न पीरियोडिक टेबल में है ही क्या भाई अलोंग द पीरियड चलो तो साइज जो है वो साइज घट जाता है डाउन द ग्रुप जाओ तो साइज बढ़ जाता है बस यही तो पढ़ना है ऐसा नहीं है किसी भी टॉप 100 रैंकर के लिए भी हमेशा से यह चैप्टर बेस रहा है और आने वाले जितने रहेंगे उनके लिए भी यह बेस रहेगा यह बेसिक्स रहेंगे एलिमेंटल केमिस्ट चैनल आपने देखा है एलिमेंटल केमिस्ट इस चैनल पर भी आज मैंने टू ईयर जितने भी बच्चे हैं ू ईयर एलीट बैच के उनका प्लानर डाला है व एक फ्री ट बैच है आप वहां पर जाकर के भी आप स्टार्टिंग से एकदम जीरो से सब कुछ कवर कर सकते हैं वो चैनल कांसेप्ट के लिए है जेई तो आप ऐसे ही फोड़ देंगे कांसेप्ट अच्छा करने पर तो वहां पर कांसेप्ट अच्छा करने पर ध्यान होता है ठीक है हम जीरो से लेकर के एकदम डेप्थ तक जाते हैं एंड यू विल नेवर फाइंड अ चैनल लाइक दैट क्यों क्योंकि दैट चैनल इज बोर्न आउट ऑफ लव लव एंड पैशन एंड यू नो आग केमिस्ट्री के लिए ठीक है तो यह समझ में आया कि तीन क्वांटम नंबर यहां से आए हैं ठीक है अब इन्हें कुछ वैसे भी लिख लेते हैं आपको एटमिक स्ट्रक्चर में भी बताया था कि देखिए एड्रेस ऑफ इलेक्ट्रॉन ना जैसे हमारा एड्रेस होता है जिसमें कुछ बातें बहुत इंपॉर्टेंट है क्या इंपॉर्टेंट है हमें पता है कि हमें यह दिखाना जरूरी है कि कौन से स्टेट में रहते हैं स्टेट मतलब कौन से राज्य में रहते हैं आप कर्नाटका में रहते हैं बेंगलोर में आपको कोई गिफ्ट हमें भेजना है तो बेंगलोर में भेजिएगा या फिर जो आप भेज रहे हैं कहां उत्तराखंड में भेज रहे हैं हरिद्वार ऋषिकेश कहां भेज रहे हैं स्टेट बताइए स्टेट के अंदर सिटी बताना भी जरूरी है क्योंकि ऐसा नहीं कि कर्नाटका में भेजो और आपको बंगलोर और बेंगलोर में आपको डिफरेंस ही नहीं पता है और आपने कर दिया कांट भेजना था गिफ्ट बैंगलोर भेज दिया बैंगलोर तो पता होना जरूरी है कि कहां है कौन से सिटी में मैं हूं कर्नाटका में भी कौन सी सिटी में करेक्ट तो वैसे ही आप अगर हैं यूपी में तो कहां है लखनऊ में कानपुर में राजस्थान में है तो कहां पर है कोटा में जयपुर में है कहां पता होना चाहिए ना राइट तो एड्रेस ऑफ इलेक्ट्रॉन के लिए जो जरूरी चीजें हैं वो क्याक है उनमें से एक यह भी है कि आपको समझ में आए कि जैसे किसी भी इंसान के लिए स्टेट राज्य मैटर करता है इलेक्ट्रॉन के लिए यही स्टेट जो है वह एक्चुअली ऑर्बिट है या शेल जिसे आप बोलते हैं जब हम सब शेल पर जाएंगे तो यह जो सब शेल है ना एक्चुअली स्टेट के अंदर सिटी का काम करते हैं स्टेट के अंदर सिटी का काम करते हैं और स्टेट के अंदर सिटी मतलब के सब ऑर्बिट या सब शेल की बातचीत हो रही है ठीक है एंड देन अगर देन अगर सिटी की बातचीत करें तो अब सिटी के अंदर आपको यह भी बताना है कि आप कौन सी गली में रहते हैं कौन से मोहल्ले में रहते हैं एगजैक्टली आप घर का एड्रेस बताओ तो इसे इन शॉर्ट गली मोहल्ला नहीं लिखते हम होम लिखते हैं कि भैया घर के बारे में बताओ अब यह जो घर है ना इलेक्ट्रॉन का 3डी स्पेस में इलेक्ट्रॉन को पाए जाने की प्रोबेबिलिटी जहां सबसे ज्यादा होती है वह स्पेस ही इलेक्ट्रॉन का घर कहलाता है और इस घर को हम बोलते हैं ऑर्बिटल तो फाइनली हम कह सकते हैं क्या कि इलेक्ट्रॉन को पाए जाने की प्रोबेबिलिटी सबसे ज्यादा यहां होती है आपको पाए जाने की प्रोबेबिलिटी कहां होती है घर पर होती है या घर के बाहर वाले जो है वो मैदान में होती है जहां पर आप क्रिकेट या गुल्ली डंडा खेलते हैं कितने लोगों ने गुल्ली डंडा खेल लिया अभी तक ये बताओ पहले शिमला अरे सच्ची शिमला लिखा किसी ने ठंड लग गई मुझे तो उ क्या बात है यार मजा आ गया सर ये क्लास कितनी लंबी देखो क्लास स्टार्ट हुई नहीं कि क्लास कितनी लंबी हो करके बोल करके मोटिवेशन कम हो जाता है देखो सबसे पहले तो हम लाइक्स हमें कम दिखाई दे रहे पहले मोटिवेशन बढ़ा दो जल्दी से हमारा जल्दी से लाइक फोड़ करके उसे मिस ना करो लाइक सेशन के खत्म होते होते 1000 हो जाने चाहिए नहीं हुए तो मैं यहीं पर जो है ना बाल्टी लेकर खड़ा हो जाऊंगा और पूरे आंसू भर भर के रोगा मोटिवेशन बढ़ करके रखे ओके चलिए यह बात समझ में आई तो एक बार चैट बॉक्स में क्लियर लिख दीजिए यह समझ में आया कि इलेक्ट्रॉन इस तरह से अपना एड्रेस प्रेजेंट करते हैं स्टेट सिटी होम वैसे ही ऑर्बिट सब ऑर्बिट और ऑर्बिटल है हम अभी समझने वाले देखने वाले हैं कि ऑर्बिट यह कौन से कन क्वांटम नंबर के थू हम रिप्रेजेंट करते हैं प्रिंसिपल क्वांटम नंबर ए देन सब ऑर्बिट इनके बारे में जानकारी हमने एटमिक स्ट्रक्चर में ली है ब जिन बच्चों ने नहीं पढ़ा है वहां पर व यहां पर देख सकते हैं चुपचाप कोई बात नहीं आपने एटमिक स्ट्रक्चर में नहीं पढ़ा तो यहां पर एमल क्वांटम नंबर जितने बच्च ने पढ़ व साथ साथ रिप्लाई करते रहेंगे जितने बच्चों ने नहीं पढ़ा साथ साथ सुनते रहेंगे और उसके बाद रिप्लाई करते रहेंगे जब हम ऑर्बिटल की बातचीत करेंगे तोय मैग्नेटिक क्वांटम नंबर हो जाएगा और यहां पर आप देख रहे हैं एजम थल क्वांटम नंबर हम बारी-बारी से तीनों क्वांटम नंबर के बीच में रिलेशन को देखते हैं क्योंकि तीनों कनेक्टेड है ओके तो तीनों क्वांटम नंबर्स के बारे में अच्छे से जानते हैं एकदम अच्छे से नॉलेज लेते हैं भा कैसे कैसे ये रिलेटेड है फिर मैं उसके बाद क्विक रिवीजन भी कराऊंगा स्लाइड्स के थ्रू तो सबसे पहले प्रिंसिपल क्वांटम नंबर n ठीक है पहले हम पढ़ते चले जाएंगे प्यार प्यार से साथ साथ पढ़ेंगे उसके बाद फिर मैं रिवीजन भी कराऊंगा इसी सेक्शन का तो कन्फ गरे एकदम तगड़ा करके रखना है अभी के अभी आज के दिन अभी के लेक्चर में आपको ना कन्फेशन सही करना है इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन और आयनाइजेशन एनर्जी यह दो चीजें आपसे डिमांड करता हूं मैं अगर यह दोनों कर लेते हैं बाकी सब निपटा देंगे इलेक्ट्रॉन गेन एंपी भी आप निपटा देंगे अगर आपने आयनाइजेशन एनर्जी समझ ली तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी तो खैर बड़ी आसान चीज है तो टेंशन है मेनली आपका इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन आयनाइजेशन एनर्जी ये दो टॉपिक है जो आपको अच्छे क्रिटिकल टॉपिक्स में हालाकि मैंने क्या लिखा हु इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी एनर्जी क्योंकि डायरेक्टली उन्ही टॉपिक से क्वेश्चन आ बट आयना एनर्जी आप सही कर ले कन्फेशन सही आपका इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी आप गड़बड़ करेंगे ही नहीं इतना आपको हम प्रूव बना देंगे तो प्रिंसिपल क्वांटम नंबर n यह क्या क्या रिप्रेजेंट करता है प्रिंसिपल क्वांटम नंबर ये रिप्रेजेंट ऑर्बिट नंबर और यह रिप्रेजेंट करेगा साथ ही साथ क्या रिप्रेजेंट करेगा हम ऑर्बिट नंबर कह रहे शल नंबर कह रहे राइट तो जैसे जैसे ऑर्बिट नंबर की संख्या बढ़ेगी आप कह सकते हैं ए की वैल्यू बढ़ रही है मैंने एरो डाला ट मींस कि हम वैल्यू बढ़ा रहे ऑर्बिट नंबर इनक्रीस कर रहा है ठीक है इसे मैं लिख भी दे रहा हूं सोट आप समझ समझ जाया करें कि एरो ऊपर की तरफ मार मतलब इंक्रीज करते दिखा रहे उसको तो ऑर्बिट नंबर इंक्रीजिंग ऐसे हमने लिखा ऑर्बिट नंबर इंक्रीजिंग ठीक है ऑर्बिट नंबर इंक्रीजिंग ऐसे लिखा तो ऑर्बिट नंबर अगर इंक्रीज करेगा तो क्या होगा डेफिनेटली न्यूक्लियस से डिस्टेंस इंक्रीज कर जाएगा बड़े ऑर्बिट के अगर आप बड़े ऑर्बिट को देखें तो डेफिनेटली साफसाफ पता चलता है कि से दूरी आपने बढ़ा दी है याद कीजिए एटॉमिक वेल रिकॉल करा रहे हैं आपको एटॉमिक वेल रिकॉल करा रहे हैं आपको छोटा ऑर्बिट न्यूक्लियस के पास बड़ा ऑर्बिट न्यूक्लियस से दूर और भी बड़ा ऑर्बिट न्यूक्लियस से और ज्यादा दूर और ज्यादा बड़ा ऑर्बिट न्यूक्लियस से और ज्यादा दूर इसी तरह से आप और बड़ा ऑर्बिट बनाते जाएंगे और न्यूक्लियस से और दूर होते चले जाएंगे राइट और ज्यादा दूर होते चले जाए तो एटमिक वेल कुछ इस तरह की चीज है जिसमें कि आप ऊपर की तरफ जा रहे होते हो तो न्यूक्लियस से दूर होते जा रहे होते हो एटमिक स्ट्रक्चर में य सेम काम किया था हमने राइट फर्स्ट ऑर्बिट सेकंड ऑर्बिट आप देख रहे हैं ऑर्बिट नंबर की संख्या बढ़ रही है ऑर्बिट की संख्या बढ़ा रहे हैं तो जितना वैल्यू बढ़ाएंगे ऑर्बिट का जो साइज है वह बढ़ता चला जाएगा यह डायग्राम जो मैंने बनाया है अभी यह क्वांटम मॉडल के हिसाब से डायग्राम नहीं है यह डायग्राम बेसिकली बोर्स मॉडल के हिसाब से बट अगर मैं इसको क्वांटम मॉडल के अकॉर्डिंग कुछ कुछ कुछ कुछ बताना चाहूंगा तो मैं क्या बताऊंगा कि किसी पर्टिकुलर ऑर्बिट में आपको सब ऑर्बिट मिलने वाले मान लीज मैंने थर्ड ऑर्बिट की बातचीत की और थर्ड ऑर्बिट में मुझे तीन सब ऑर्बिट मिले सब ऑर्बिट मतलब सिटी है ना यह इसे कैसे ट्रीट करना है हम थर्ड ऑर्बिट को एक सिटी के रूप में और उस सिटी में हमें अलग-अलग अलग-अलग सॉरी हमें स्टेट के रूप में ट्रीट करना है किसी राज्य के रूप में और उसमें अलग-अलग टाउनशिप्स है टाउन सिटीज है राइट तो थर्ड ऑर्बिट में मान लीजिए ऐसे तीन सिटीज है अब हर सिटी के अंदर भी घर है और वही घर जो है वो एक्चुअली किसके घर है व घर किसके हैं इलेक्ट्रॉन के जो ऑर्बिटल कहलाएंगे करेक्ट तो कई सारे ऐसे ऑर्बिटल होंगे जहां पर के इलेक्ट्रॉन रह रहे होंगे उन्हें कैसे कैलकुलेट करते कैसे समझते व सारी चीज आएंगी एक एक करके बट बट मैंने ऐसे थर्ड ऑर्बिट में बताने की कोशिश की कि देखो यार थर्ड ऑर्बिट में ना कुछ ऐसे स्पेस होते हैं जो कि सब ऑर्बिट होते हैं उन सब ऑर्बिट के अंदर ऑर्बिटल होते हैं जहां इलेक्ट्रॉन एक्चुअली रहते हैं तो था तो यह बड़ा सा स्टेट लेकिन उसमें इलेक्ट्रॉन पाए कहां चा जाएंगे इन्हीं ग्रीन वाले स्फियर्स के अंदर वही जो ऑर्बिटल के रूप में काम आएंगे राइट तो यह तो हम रफ डायग्राम ऐसा कुछ कुछ बना कर के समझा रहे होते हैं कि ऑर्बिट सब ऑर्बिट और ऑर्बिटल क्याक होता है ओके लेकिन जो मैथमेटिक्स है तीनों क्वांटम नंबर से रिलेटेड वो हमें क्लेरिटी देती है कि कैसे यह क्वांटम नंबर्स एक दूसरे के साथ रिलेटेड है आपको इस डायग्राम से समझ में आया एटॉमिक वेल ऊपर की तरफ जाएंगे आपको साफसाफ दिख रहा है देखिए रेडियस को ना कुछ इस तरह से निकालते हैं ये है वो लाइन वैसे बोर्स मॉडल की बात करें तो इतना सोचते ही नहीं है इसे कहां मान लेते हैं इसे ठीक मान लेते हैं बीच में ठीक बीच में मान करके जिस किसी भी ऑर्बिट की आप बातचीत कर रहे हैं उस ऑर्बिट के साथ आपको क्या दिखाई देता है कि वह जो न्यूक्लियस है उस न्यूक्लियस से जो डिस्टेंस होगा इलेक्ट्रॉन जहां पर भी रिवॉल्व कर रहा है न्यूक्लियस से जो डिस्टेंस है इलेक्ट्रॉन के पोजीशन का जो डिस्टेंस है उसे ही रेडियस बोल देते हैं राइट और बोर्स मॉडल में आप रेडियस कैलकुलेट करते हैं शॉर्ट मॉडल में क्वांटम मॉडल में तो करते भी नहीं उसका रफ पिक्चर आप अपने माइंड में लेके चलते हैं ठीक है बट इतना तो क्लियर है जो आप कह सकते हैं वो ये कि जैसे जैसे ऑर्बिट नंबर इंक्रीज कर रहा है वैसे-वैसे रेडियस इंक्रीज कर रहा है डिस्टेंस फ्रॉम न्यूक्लियस यह इंक्रीज कर रहा है डिस्टेंस फ्रॉम न्यूक्लियस यह इंक्रीज कर रहा है ठीक है यह बात सिखानी थी आपको ओके और भी क सारी बात ब देखो अभी हम इतना फैल के काम नहीं करेंगे मोटी मोटी बातों के साथ चलेंगे तो ये दोनों बहुत इंपॉर्टेंट है इसके बाद आप ये जानना जरूरी है कि एमल क्वांटम नंबर कैसे काम करता है तो चेक करते हैं एमल क्वांटम नंबर क्या है और व कैसे काम करता है एमल क्वांटम नंबर के और भी नाम है मैं साथ साथ ही लिख रहा हूं देखिएगा एमल या सेकेंडरी क्वांटम नंबर और भी नाम है सेकेंडरी की जगह पर सब्सिडियरी क्वांटम नंबर भी है तो सब्सिडियरी क्वांटम नंबर सब्सिडियरी के साथ-साथ इन्ह एंगुलर मोमेंटम क्वांटम नंबर भी कहा जाता है एथल ज्यादा फेमस उसके बाद एंगुलर मोमेंटम है और बाकी बीच वाले लास्ट तो य एंगुलर मोमेंटम भी इलेक्ट्रॉन का बता सकते हैं एक फार्मूला एक रिलेशन जो हम भी देखेंगे बट यह चार नाम है वैसे य पॉपुलर किससे एल क्वांटम नंबर के थ या एंगुलर मोमेंटम क्वांटम नंबर के थू तो एज मथल क्वांटम नंबर ए यह एंगुलर पार्ट है जब कभी भी आप इलेक्ट्रॉन के कन्फेशन में एंगुलर पार्ट का डिस्कशन कर रहे हैं इसका मतलब कहीं ना कहीं अब आप सब ऑर्बिट के बारे में ज्यादा जानने वाले कि सब ऑर्बिट दिखते कैसे हैं सब ऑर्बिट के अंदर ऑर्बिटल होंगे तो वह उनका कोई उनका कोई फॉर्म है उनका कोई रूप है उनका कोई ओरिएंटेशन है यह सखते तो एमल क्वांटम नंबर अगर इसकी बातचीत करें एमल क्वांटम नंबर की देखि अगर एमल क्वांटम नंबर की बातचीत करें एल तो पहली बात जो आपको ध्यान में रखनी व यह कि एल प्रिंसिपल क्वांटम नंबर के साथ कुछ ऐसे मैथमेटिकली रिलेटेड है और यह एक और ये एक इंटी जर है नॉन नेगेटिव इंटी जर नॉन नेगेटिव में जीरो भी आ जाता ना पॉजिटिव नहीं बोल सकते क्योंकि पॉजिटिव में फिर जीरो भी नहीं आएगा नॉन नेगेटिव इंटी जर नॉन नेगेटिव इंटी जर जो भी एल के कोड होंगे जो भी वैल्यूज हम य पर डिस्कस करेंगे एक्ली व एल के लिए ए के जो वैल्यू कोड्स है कोड्स या वैल्यूज ऑफ l कोड्स ऑफ एल या वैल्यूज ऑफ l ये है क्या तो ये करते क्या है दे रिप्रेजेंट अ पार्टिकुलर सब ऑर्बिट दे रिप्रेजेंट अ पार्टिकुलर सब ऑर्बिट दे रिप्रेजेंट अ पार्टिकुलर सब ऑर्बिट ू रिप्रेजेंट पर्टिकुलर सब ऑर्बिट य एल के कोड जो आपको ध्यान में रखने हर कोड के करेस्पॉन्डिंग्ली सब ऑर्बिट ये कौन से कोड्स की बातचीत कर रहे हैं देखिए अगर आपने फर्स्ट ऑर्बिट में सब ऑर्बिट को ढूंढने की कोशिश की तो डेफिनेटली सब ऑर्बिट की कहानी किससे आएगी एमल क्वांटम नंबर से आएगी आपने प्रिंसिपल क्वांटम नंबर के बारे में बता दिया कि वो पहला ऑर्बिट है n प्रिंसिपल क्वांटम नंबर वन है ए की वैल्यू 0 टू n माइव होगी n की जगह पर वन पुट करेंगे 0 टूव माइन विल बी जीरो सिर्फ एक कोड है ओनली वन कोड एंड दिस कोड स्टैंड्स फॉर ए सब ऑर्बिट ए स्टैंड्स फॉर शार्प आप कभी व वर्ड लिखने वाले नहीं है बट ऐसे ध्यान में रख सकते ए मींस शार्प तो एस सब ऑर्बिट इसके लिए कोड फिक्स्ड है एल के लिए एल की वैल्यू जीरो होती है अगर ए सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल का आप डिस्कशन कर रहे हैं लेकिन सेम ये चीज नहीं होगी जब आप n = ऊ पर आएंगे n = 2 को अगर ध्यान से देखेंगे तो दिखाई देगा कि l की वैल्यू 0 टू n-1 यानी कि 2-1 देन 0 टूव इसलिए 0 1 इसलिए 0 1 राइट यह पहचान है किसकी ए सब ऑर्बिट की यह पहचान है किसकी प सब ऑर्बिट की ठीक है यह प सब ऑर्बिट है हर सब ऑर्बिट के आगे जो आपको एस प या फिर जो नोटेशन डी एफ सब जो लिखा हुआ दिख रहा है सबके अपने अपने फुल फॉर्म से शार्प प्रिंसिपल डिफ्यूज जनरेट डी फॉर डिफ्यूज आगे डी सब ऑर्बिट के लिए एफ से फंडामेंटल जी से ऐसे ही हर सब ऑर्बिट के आगे जो आप नाम लिखा हु देख रहे सबका फुल फॉर्म है जो आप यूज नहीं करने वाले मैंने रेडी बोल दिया वो आप नोट कर लीजिए या ग सर्च कर सकते हैं बट वो यूज नहीं होने वाला कभी जिंदगी में शार्प प्रिंसिपल डिफ्यूज फंडामेंटल जनरेट और आगे भी है वो तो हमने एफ तक संभाल लिया मामला आगे जी भी बता दिया आपको आगे तो हमें नहीं याद रहता है कि क्या क्या वो कभी किसी जन्म में यूज नहीं होने वाला तो कोड्स का ध्यान रखें य ए सब ऑर्बिट और यह प सब ऑर्बिट है और इंडिविजुअली हर सब ऑर्बिट के आपको कैरेक्टरिस्टिक समझ में आएंगे उनके ऑर्बिटल की जानकारी समझ में आएगी n इ 3 पर अगर गए तो क्या होने वाला है तो होने वाला है ये ए इ 0 टू 3 माइव यानी के 2 रो टूटू ट मीन जीव एंड टू राइट जीरो व एंड ू ठीक है कौन-कौन से सब ऑर्बिट आ रहे हैं ए प एंडडी क्या अभी आपको कुछ एक पैटर्न सा कुछ दिखाई दिया क्या हम यह कह सकते हैं कि जितने भी दिखाई दे रहे हैं नंबर ऑफ सब ऑर्बिट ध्यान से देखिएगा और मुझे बताइएगा ट्रू फॉल्स कीजिएगा नंबर ऑफ सब ऑर्बिट जितने भी दिखाई दे रहे हैं ये एक्चुअली ऑर्बिट नंबर के बराबर है ऑर्बिट नंबर के बराबर है नंबर ऑफ सब ऑर्बिट इन एन ऑर्बिट कहे तो ज्यादा सही लगेगा है ना एंड दिस इज एक्चुअली नंबर ऑफ सब ऑर्बिट इन एन ऑर्बिट इ ट ऑर्बिट नंबर ठीक है परफेक्ट क्या हम इसी तरह से गेस कर सकते हैं कि n 4 इसमें चार सब ऑर्बिट दिखने वाले चेक करते हैं एल की वैल्यू आएगी 0 टू 4 माइव तोय वैल्यू हो जाएगी 0 टू 3 जो इंटीग्रल वैल्यूज आपके पास आएंगे वो 0 1 2 एंड 3 आएंगे चार वैल्यूज है चार अलग-अलग सब ऑर्बिट आएंगे शार्प प्रिंसिपल डिफ्यूज फंडामेंटल अगर फोर होता तो जनरेट भी आ जाता ठीक है फोर्थ ऑर्बिट में चार सब ऑर्बिट कह सकते हैं ना फोर्थ ऑर्बिट में चार सब ऑर्बिट फोर्थ ऑर्बिट में चार सब ऑर्बिट करेक्ट है बिल्कुल बिल्कुल सही है अच्छा अगर यह ऐसा है तो फिर ए और एल में क्या डिफरेंस है साफ डिफरेंस है भ एक बड़ा स्टेट था जैसे अभी हमने फोर्थ की बातचीत की यह राज्य एक एक सब एक ऑर्बिट के अंदर डिफरेंट नंबर ऑफ सब ऑर्बिट होंगे चौथे ऑर्बिट में चार सब ऑर्बिट और अभी इंडिविजुअल हर सब ऑर्बिट के अंदर ऑर्बिटल भी है है ना पूरी कॉलोनी है पूरी पूरी फैमिली घर परिवार कितने घर परिवार है वो पता कीजिएगा तो वो नंबर ऑफ ऑर्बिटल में आ जाएगा हम अभी चलने ही वाले मैग्नेटिक क्वांटम नंबर की तरफ बट आप समझ रहे ना कोड्स हर एक हर एक ऑर्बिट के अंदर कितने सब ऑर्बिट है वो एल की वजह से पता चल रहा है तो एल हमें क्या बताता है एल बताता है नंबर ऑफ सब ऑर्बिट भी उनकी आइडेंटिटी भी और का शेप भी बताता है कई बार तो सिर्फ और सिर्फ शेप पर ही बहुत ज्यादा बातें करवाई जाती हैं तो शेप ऑफ सब ऑर्बिट एज मथल क्वांटम नंबर अगर है तो शेप ऑफ सब ऑर्बिट की बहुत बातें होती है शेप ऑफ सब ऑर्बिट कैसे ऑर्बिट दिखते कैसे हैं अगर हम ए सब ऑर्बिट की बात करेंगे एक स्फेरिकल मैंने अच्छे अच्छे खूबसूरत प्यारे प्यारे डायग्राम भी रखे हुए हैं बट पहले मैं चाहता हूं कि बिल्कुल जैसे हम सभी बिल्कुल रॉ तरीके से जैसे सीखते हैं ना वैसे थोड़ा सीखने की कोशिश जरूर कीजिए क्योंकि बाद में जब आप डायग्राम एक्चुअल डायग्राम देखेंगे एकदम प्रिंटेड खूबसूरत चकाचक डायग्राम देखेंगे तो आपको समझ में आएगा कि अच्छा वह डायग्राम और जो हम हाथों से बनाते हैं उसमें क्या आप सच में कुछ कंफ्यूजन आपको आएगा या फिर आपको लगता है कि नहीं यह हाथ से बनाए हुए खूबसूरत जो डायग्राम से वो ज्यादा यूजफुल है कई लोगों के लिए तो यह बहुत ज्यादा यूजफुल होता है क्योंकि उनको उन्होंने बनते हुए देखा होता है अच्छा यह बना कैसे था तो आप देख रहे होंगे कि यहां पर जैसे जैसे ना दूर जाने की कोशिश कर रहे न्यूक्लियस से वैसे वैसे प्रोबेबिलिटी फाइंडिंग इलेक्ट्रॉन हम कम दिखा रहे हैं राइट स्पेस ज्यादा हो रहा है और प्रोबेबिलिटी ऑफ फाइंडिंग इलेक्ट्रॉन कम होते चला जा रहा है ऐसा नहीं कि जीरो है बट वो कम होते चला जा रहा है कुछ कुछ सही है दिखाया जाए हा कहां गया दिखो तो सही है ना बिल्कुल देखिए कितने लोगों को ऐसा लग रहा है कि यहां जो सेंटर है इस सेंटर पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी जितना डॉट्स हम बना रहे हैं ना वह सभी इलेक्ट्रॉन के वेव मोशन को दिखाने के लिए और सेंटर पर मैं दिखाना चाह रहा हूं कि कैसे किसी ए ऑर्बिट में सेंटर पर ना इलेक्ट्रॉन डेंसिटी हाई होती है तो इसीलिए टंगी टंगी यहां पर ज्यादा करने की कोशिश है आया समझ बोलो ना अरे बोलो ना बोलो ना है ना बोलो ना नहीं बोलिएगा फिर भी बोलो ना ऐसे तो दिख रहा है कि सेंटर पर हमने बताने की कोशिश की है के इलेक्ट्रॉन डेंसिटी हाई होती है स्फेरिकल शेप है ए सब ऑर्बिट का ए सब ऑर्बिट क्या होता है स्फेरिकल होगा एंड हाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी होगी स्फेरिकल है एंड हाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है कहां पर हाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है कहां पर बताइए हाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी कहां पर है हाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी एट सेंटर फिर रेडियली जैसे जैसे आप बाहर की तरफ आए रेडियली बाहर आने का क्या मतलब होता है रेडियली बाहर आने का क्या मतलब होता है य सेंटर से ना आप बाहर की तरफ चल रहे हो तो स्फीयर है ना स्फेरिकल है तो आप किसी भी रास्ते पर चलो व रेडियस ही होगा तो रेडियली आउट वर्ड आप आ रहे हो तो जैसे जैसे आप रेडियली आउटवर्क हो रही है डेंसिटी डिक्रीजस वन यू कम रेडियली सही है बोलो अरे बोलो ना बोलो ना बोलो ना सही ना बिल्कुल क्या ऐसे ही बाकी सारे सब ऑर्बिट भी दिखते हैं नहीं भाई पी और डी बड़े इंपोर्टेंट और प तो बहुत इंपॉर्टेंट है यह सारे जितने भी हम सब ऑर्बिट देख रहे हैं ना इनके शेप देख रहे हैं बट इनमें हम नोट्स भी दिखा सकते हैं वो भी देखेंगे आपसे वैसे नोट्स के बारे में डिस्कशन किया एटमिक स्ट्रक्चर में बट व विल सी यर ल् आहा एकदम अच्छे से यस प्यार प्यार से डिटेल डिटेल तो शेप ऑफ सब ऑर्बिट में ए सब ऑर्बिट हो गया जरा पी सब ऑर्बिट को देखते हैं बड़ा फेमस है य पी सब ऑर्बिट इस नाम से कि यह ना डंबल शेप का होता है बाइसेप्स बनाने वालों की तो फेवरेट बात हो गई डंबल की बात हो गई तो प सब ऑर्बिट य दिखाई देगा देखिए मैं पसंद करता हूं कि मैं ऐसे बनाऊं कुछ लोग बोलेंगे ऐसे कैसे डंबल बना डंबल तो ऐसे बनता है तो बना लो ऐसे ही तुम्हें लगता है तो क्या ही करें हम अरे डंबल को सीधा खड़ा कर दिए तो वैसा दिख गया और नहीं तो ऐसा दिखेगा हम देखने वाले अभी मैग्नेटिक क्वांटम नंबर में कि मैग्नेटिक क्वांटम नंबर के थ्रू हमें ना एगजैक्टली ये भी पता चल रहा होता है कि कौन से एक्सिस पे रखा गया है कौन से प्लेन पे रखा गया है है ना और सर मजा नहीं आ रहा बच्चे कैसे मजा दिलाए आपको कुछ फ्रूट चाट खिलाए क्या बताइए देखिए हैप्पीनेस इज अ स्टेट ऑफ माइंड तो ऐसा नहीं हो सकता कि मैं यहां पर जो है वो नाचने लगूंगा और आपको जो खुश कर दूंगा राइट डेफिनेटली उससे आप बहुत खुश हो जाएंगे बहुत सारे रील्स बना सकते हैं आप बहुत सारे मसाले मिल जाएंगे आपको चारों तरफ वायरल कर सकते हैं आप मजा आ गया वाओ लेकिन जितने बड़े गोल्स दुनिया में अचीव किए जाते हैं ना जितने बड़े चेंजेज लाए जाते हैं लाइफ में पता है वह कैसे आते हैं यू हैव टू रिपीट बोरिंग थिंग्स एवरी डे एंड वही जिन चीजों को लोग बोलते हैं बोरिंग एक्चुअली वही चीजें उन्हीं चीजों का उन्हीं ऑर्डिनरी चीजों का समेशन एक्स्ट्राऑर्डिनरी रिजल्ट देता है किसी को वेट लूज करना है एक दिन 10 किलोमीटर दौड़ करके वेट नहीं लूज हो जाएगा हो सकता है कि फिर बेड पर लेट जाए और एक हफ्ते बेड रेस्ट मिल जाए पानी चढ़ने लगे लेकिन एक एक किलोमीटर हर दिन 10 दिन दौड़ना डेफिनेटली डिफरेंस लाएगा तो देखिए ट्स स्टेट ऑफ माइंड उसका कुछ नहीं कर सकते है हम तो बहुत खुश है हम पढ़ाते हुए बहुत खुश है प्यार से पढ़ रहे हैं हमने पहले भी पढ़ा है एटमिक स्ट्रक्चर आप लोगों नहीं पढ़ा है साथ में कुछ नहीं हो सकता नहीं पढ़ा हो आज पहली बार क्लास में आए हो डजन मैटर एनर्जी तो देखिए और यही एनर्जी अगर हमारी रह जाती है पा साल पाच साल बोल रहा हूं मैं 5 घंटे छ घंटे जसे तो हमारी तो सालों साल से ऐसे ही एनर्जी है पा घंटे 6 घंटे लास्ट क्लास तो हमारी 8 घंटे थी अगर वही एनर्जी हम बरकरार रख जाते हैं और आप थकते हैं तो फिर देखिए जेई एडवांस का एग्जाम इतने ही लेंथ का होता है तीन घंटे से पहले तो पहले तो मुह ही नहीं खोलना है वैसे आपको दो घंटे पहले सेंटर पर पहुंचना है पा घंटे की एनर्जी तो चाहिए और एडवांस में तो खैर और भी जदा दो दो पेपर है और बीच में गैप भी है तो एनर्जी बढ़ा करके भाई एनर्जी बढ़ा करके राइट तो यहां पर बातचीत हो रही है पी सब ऑर्बिट के शेप की और यह जो पी सब ऑर्बिट का जो शे है वो है डंबल शेप अब जिस किसी भी सब ऑर्बिट को हम दिखा रहे हैं हम अभी शेप डिस्कस कर रहे हैं हमने अभी ओरिएंटेशन डिस्कस नहीं किया है ओरिएंटेशन का मतलब होता है कि एगजैक्टली क्या दिया गया सब ऑर्बिट किसी एक्सिस पर दिखाया जा सकता है किसी प्लेन में उसे रखा जा सकता है क्या उसके इलेक्ट्रॉन क्लाउड पार्टिकुलरली किसी प्लेन में दिखाए जा सकते हैं किसी एक्सिस पर एक्स वाई जड किसी एक्सिस पर रखे हुए दिखाए जा सकते हैं दैट मींस कि ओरिएंटेशन s सब ऑर्बिट का ना ए ए सब ऑर्बिट के लिए कोई भी डायरेक्शन जो है वो सेम ही है रेडियल है किसी भी डायरेक्शन में चल दीजिए आप रेडियस पर चल रहे हैं स्फेरिकल है किसी भी डायरेक्शन में चले एक ही बात है इसीलिए हम इस सब ऑर्बिट को बोलते हैं डायरेक्शन लेस डायरेक्शन लेस ओरिएंटेशन लेस यहां पर सारे डायरेक्शन सेम सारे डायरेक्शन रेडियस सेंटर से चले बाहर की तरफ सारे डायरेक्शन सेम है सारे डायरेक्शन सेम ठीक है न तो डी सब ऑर्बिट का क्या हाल है डी सब ऑर्बिट तक हम शेप को समझते हैं ओरिएंटेशन को भी समझते हैं ए सब ऑर्बिट के ना तो शेप की जरूरत पड़ती है ना तो ओरिएंटेशन की जरूरत पड़ती है हम सिर्फ य लिखते कि सब ऑर्बिट हो गया कॉम्प्लेक्टेड पर ड्र भी नहीं कर पाएंगे मतलब कर तो सकते ही है बट आपको लगेंगे कई दिन तो वन चॉट बन जाएगा कई दिन का डी सब ऑर्बिट इसके शेप की अगर बातचीत कर तो यह एक डबल डंबल शेप रखने वाले ऑर्बिटल के रूप में फेमस है और यह डबल डबल शेप वह कैसा दिखेगा डबल डंबल शेप कैसा दिखेगा डबल डंबल शेप कैसा दिखेगा कुछ ऐसा दो डंबल है और क्या दो डंबल और क्या एक ये एक ये यह और ये मिलक एक डंबल नहीं बना रहे हैं बदमाश की के है ना य ऐसे ही सोच रहे हो राइट प्रॉपर ओरिएंटेशन पर बातचीत करेंगे जब हम जाएंगे किसम मैग्नेटिक क्वांटम नंबर तो डबल डबल शेप के होते हैं और इनम कुछ वेरिएशन होते हैं जिनको अच्छे से जानना है तो वो ओरिएंटेशन वाले पार्ट में देखते मैग्नेटिक क्वांटम नंबर पर सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल के लिए हम क्या बोलते हैं कॉम्प्लेक्टेड यही तक है जरूरत नहीं मैंने बोला ग सर्च तो कर सकते हो फन के लिए पता चल जाएगा क्यों बोल रहे तुम बो हा य तो हमारे भले के लिए बोला गया है करेक्ट ठीक है तो हमने यहां पर क्या किया सारे स्पीस के शेप वगैरह समझ लिए ओके तो अभी हमें यह समझ में आ गया है कि अगर हम यहां पर समरा करें कि यह दो क्वांटम नंबर्स हमारे लिए क्या इंफॉर्मेशन ला रहे हैं तो एन के थ्रू हम समझ चुके हैं कि बातें हर बार जो होंगी वह डिस्टेंस की होंगी एल के थ्रू मोस्टली हम बातें कर रहे होंगे किसकी सब ऑर्बिट की और स्पेशली उनके शेप की ठीक है यहां तक तो सही है अब हमें चाहिए कि एमल क्या बताएगा एल एक्चुअली हमें ओरिएंटेशन बताने वाला है ऑर्बिटल का ठीक है यह तीनों चीजें पूछी भी जाती है कई बार क्वेश्चन में ऐसे लिखा होता है प्रिंसिपल क्वांटम नंबर एथल और मैग्नेटिक क्वांटम नंबर य क्या क्या रिप्रेजेंट करते हैं तो हमें वो ऑप्शन ढूंढना पड़ता है जहां पर डिस्टेंस शेप और ओरिएंटेशन को मैच कराया गया देखते हैं कि यह मैग्नेटिक क्वांटम नंबर कैसे रिलेटेड है मैग्नेटिक क्वांटम नंबर मैग्नेटिक क्वांटम नंबर ए यह रिलेटेड है एज मथल क्वांटम नंबर से कुछ ऐसे आपको फिर से ध्यान रखना है कि य इंटीग्रल वैल्यू है जहां पर एल नॉन नेगेटिव इंटी जर था नेगेटिव नहीं होगा जीरो पॉजिटिव दोनों होगा वैसे ही ये पॉजिटिव नेगेटिव जीरो कुछ भी हो सकता है बस इंटी जर होना चाहिए फ्रैक्शन नहीं राइट कैसे समझेंगे इसे तो बड़ा आसान है एग्जांपल उठाते हैं ना समझते चले जाते हैं मान लीजिए हमने स्टार्ट किया बिल्कुल n = 1 से वहां पर l = 0 की वैल्यू आएगी 0 टू n-1 फर्स्ट ऑर्बिट में सिर्फ एक ही सब ऑर्बिट होगा ए सब ऑर्बिट इस ए सब ऑर्बिट के लिए ए की वैल्यू है जीरो एए की वैल्यू क्या आएगी यह पता लगानी है हम एए की वैल्यू क्या तो व मस्ट राइट इसकी जो भी वैल्यू होगी वह माइनस ऑफ एल से यानी कि माइनस ऑफ जीरो से प्लस जीरो तक जाएगी यानी कि घुमा फिरा के जीरो की बातचीत की जा रही है एक कोड आया है एल का एक कोड आया जैसे आप लिखते थे ना एल के जो कोड व इंडिविजुअली सब ऑर्बिट की आइडेंटिटी होती है यहां क्या जो भी वैल्यूज ऑफ एमल है वो भी तो वैसे ही कोड है और य कोड क्या करेंगे कोड्स ऑफ ऑर्बिटल जो भी एमल के वैल्यूज है वो कोड है जो ऑर्बिटल बता रही है यह भी समझना है कि कितने डिफरेंट कोड्स नंबर ऑफ डिफरेंट कोड्स इक्वल टू नंबर ऑफ डिफरेंट नंबर ऑफ डिफरेंट ऑर्बिटल इन अ सब ऑर्बिट किसी एक सब ऑर्बिट में कितने ऑर्बिटल हैं इसकी जानकारी भी आपको कैसे लगेगी जो भी नंबर ऑफ जो भी आपको नंबर्स दिखाई दे रहे हैं डिफरेंट नंबर्स दिखाई दे रहे हैं किसके मैग्नेटिक क्वांटम नंबर एक कोड दिखाई दिया है मतलब एक ऑर्बिटल है यही तो फार्मूला है देखि य तो फार्मूला है एक कोड मतलब के एक ऑर्बिटल तो नंबर ऑफ डिफरेंट कोड्स बराबर नंबर ऑफ डिफरेंट ऑर्बिटल इन सब ऑर्बिट सही है बिल्कुल है नंबर ऑफ डिफरेंट कोड ज नंबर ऑफ डिफरेंट ऑर्बिटल इन सब ऑर्बिट नंबर ऑफ डिफरेंट कोड्स बराबर नंबर ऑफ डिफरेंट ऑर्बिटल इन अ सब ऑर्बिट डिफरेंट ऑर्बिटल इन अ सब ऑर्बिट कितने डिफरेंट ऑर्बिटल हैं देखिएगा फर्स्ट ऑर्बिट में एक सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट हो गया उस ए सब ऑर्बिट में एक ही कोड आया एए का मतलब एक ही ऑर्बिटल होगा और एक ऑर्बिटल में मैक्सिमम आप दो इलेक्ट्रॉन फिल कर सकते हैं समझे किसी एक ऑर्बिटल में एक ऑर्बिटल इसे हम दिखाते हैं एक बॉक्स से जिसके अंदर हम रख सकते हैं मैक्सिमम दो इलेक्ट्रॉन मैक्सिमम टू इलेक्ट्रॉन मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन ठीक अगर हम एट में चले और भी ज्यादा अच्छे से समझ में आएगा कि कैसे काम हो रहा चलते ए की दो वैल्यू आएंगी जिससे पता चलेगा सेकंड ऑर्बिट में दो सब ऑर्बिट दो सब ऑर्बिट लिख सकते हैं ऐसा लिख देते हैं दो सब ऑर्बिट ठीक है दो सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट एंड प सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट के लिए एल की वैल्यू जीरो है तो ए एल की वैल्यू माइनस 0 से प्लस 0 ट इ जीरो एक वैल्यू एक वैल्यू मतलब एक ऑर्बिटल और एक ऑर्बिटल मतलब कितने मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन जाएंगे वहां पर दो इलेक्ट्रॉन जाएंगे दो इलेक्ट्रॉन जाएंगे हम इलेक्ट्रॉन को ऐसे कैसे दिखा रहे हैं उस पर बात करेंगे अभी थोड़ी देर बाद पहले जो रिलेशन पर हम काम कर रहे हैं प्रिंसिपल एज मथल और मैग्नेटिक क्वांटम नंबर के और भी फोकस मैग्नेटिक क्वांटम नंबर यानी फोकस एंड नंबर ऑफ ऑर्बिटल तो उस पर ही हम अभी लगे रहेंगे यहां बातचीत हो रही है पी सब ऑर्बिट की करेक्ट ध्यान से देखिएगा बातचीत हो रही है पी सब ऑर्बिट की प सब ऑर्बिट की बातचीत हो रही है अगर मैंने एल की वल्य रखी है वन प सब ऑर्बिट के लिए l की वैल्यू वन है करेक्ट अगर हमने l की वैल्यू वन रखी है तो एए की कितनी वैल्यूज आएंगी फ्रॉम माइनस l टू प् ए दैट मींस फ्रॉम -1 टू प्व सारे वैल्यूज जो आएंगे वो इंटी जर आएंगे तो -1 उठाएंगे जीरो उठाएंगे देन प्व उठाएंगे हाउ मेनी वैल्यूज हाउ मेनी वैल्यूज तीन वैल्यूज है तीन कोड्स है और तीन कोड्स है दैट मींस के तीन ऑर्बिटल है यही तो फर्मूला लिखा था मैंने पीछे तीन ऑर्बिटल आएंगे ना करेक्ट तीन ऑर्बिटल आएंगे ना तीन ऑर्बिटल याद रखें तीनों में से किसी के लिए भी हम माइव लिख सकते हैं यूजुअली स्टूडेंट्स की आदत बन जाती है स्कूल में -1 0 प्व लेफ्ट से राइट ऐसा होता जाता नहीं है तो इसीलिए केएफसी बना कर के यहां पर लिखेंगे कि ये ना डी जनरेट है डी जनरेट मतलब एनर्जी सेम है तीनों बॉक्स को चिपका के बनाने का क्या मतलब एनर्जी सेम है एनर्जी सेम डी जनरेट ऑर्बिटल एनर्जी सेम एनर्जी कैसी है सेम है ठीक है केसी नंबर वन क्या भैया बॉक्स चिपका कर बनाए बॉक्स चिपका कर बनाए हैं मींस डी जनरेट एनर्जी सेम है मींस एनर्जी सेम मींस डी जनरेट राइट री जनरेट सेकंड जितने अलग-अलग कोड जाएंगे उतने अलग-अलग ओरिएंटेशन होंगे यानी कि ऐसा नहीं हो सकता कि एक्स एक्सिस प है तो यह भी एक्स एक्सिस पर होगा यह भी एक्स एक्सिस पर होगा और यह भी नहीं होगा कि अगर यह एक्स एक्सिस पर है यह डिफरेंट एक्सिस पर गया तो यह अब और डिफरेंट एक्सिस पर जाएगा तीन दिखाई दे ऑर्बिटल तीनों अलग-अलग ही ओरिएंटेशन रखेंगे जितने ऑर्बिटल दिखेंगे सबके ओरिएंटेशन अलग अलग होते हैं सेम किसी का भी नहीं होता एक सेम हो सेम हो ही नहीं सकता आप चाहे तीन ऑर्बिटल रखो किसी सब ऑर्बिट में अभया प सब ऑर्बिट में हो तो तीन ऑर्बिटल दिख रहे हैं डी सब ऑर्बिट में जाएंगे तो पाच ऑर्बिटल दिखाई देंगे पाच ऑर्बिटल दिखने का मतलब पांच ऑर्बिटल दिखने का मतलब पाच ऑर्बिटल अगर दिखाई दिए पांचों के ओरिएंटेशन अलग अलग होंगे सेम नहीं होते किसी के भी यह समझ अच्छा फिर की भी किसी का भी कोड तीनों में से किसी का भी कोड ऐसा लिख तीनों में से किसी का भी कोड माइनस व हो सकता है माइनस व हो सकता है या जीरो या वन भी हो सकता है या जीरो वन या जीरो या वन भी हो सकता है इसको यही पर लिख देते हैं ज्यादा अच्छा लगेगा या जीरो या वन भी हो सकता है है ना और जीरो और वन हो सकता है ठीक है इसी का भी कोड माइनस व या जीरो या वन भी हो सकता है माइनस व या जीरो या वन हो सकता है ठीक है तो मानव या जी याव हो सकता है बिल्कुल तो यह समझ समझिए कि आप माइव यहां लिखेंगे फिर जीरो यहां लिखेंगे फिर वन जीरो इनमें से किसी को भी बोला जा सकता है दिया जा सकता है यह आपको पता नहीं है एटली किसको क्या कोड दिया जा सकता है तीनों में से किसी एक का भी अगर माइनस व है तो बाकी दोनों बचे जो है उनमें जीरो और वन का कोड जाना है किसी को भी जीरो लिख दीजिए किसी को प् लिख दीजिए चलेगा राइट ठीक है इसी तरह से अगर हम n की वैल्यू लेकर के गए 3 तो हमारे पास n = 3 में l की वैल्यूज आएंगे 0 1 एंड टू राइट तो 0 और वन पर तो हमने काम कर लिया थोड़ा टू पर काम कर लेते हैं अगर l की वैल्यू टू है तो ml-2161 स माइन के बाद माइन आता कसे बेशर्म हो यार जी प्सव प्लट सही है अब क्या होगा इससे क्या होने वाला है पांच कोड आए हैं पांच ऑर्बिटल बनेंगे पांच को चिपका दीजिए चिपका दिया पाच को चिपका दिया चिपका करके आप क्या बताना चा रहे एनर्जी सेम एनर्जी डी जनरेट है डी जनरेट है एंड सेम वही केसी जो पीछे लिखा था डी जनरेट डी जनरेट है किसी भी ऑर्बिटल का कोड किसी भी ऑर्बिटल का कोड मानव और माइनू माइनस और माइनस व और जीरो और प्लव और प्लसटू हो सकता है किसी का भी समझे यह ध्यान रखना सब ऑर्बिट में कितने ऑर्बिटल किसके लिए सब ऑर्बिट के लिए हैना देखो यहां पर ऐसा तो नहीं ना कि ऐसे सम करके लिखने की जरूरत है जैसे डी सब ऑर्बिट की बातचीत की s सब ऑर्बिट की बातचीत की हमने तो ये l = 0 है ठीक है कांड तो नहीं हो रहा ना यह l = वन है p सब ऑर्बिट राइट देन d सब ऑर्बिट के लिए l = 2 ये कोड है फिक्स्ड कोड्स हैं f के लिए l = 3 l = 4 के लिए g एंड उसी तरह से h आ ज के एमन p q r ए t w एक्वा z करेक्ट ठीक है तो यह समझ में आया कि अच्छा मैग्नेटिक क्वांटम नंबर में काम कैसे होता है राइट अब किसी ने आपसे ऐसे पूछा कि लीजिए जरा बता दीजिए तो चेक कीजिए इन थर्ड ऑर्बिट नंबर ऑफ सब आर्बिट्स इ x राइट नंबर ऑफ नंबर ऑफ डिफरेंट कोड्स ऑफ एल कोड्स ऑफ एल इवा जरा ध्यान से देखिए आपका अभी तक आपने जो भी पढ़ा वो चेक हो जाएगा देन एक्स लेसवा एक्स ग्रेटर दनवा एक्स इक्वा एंडडी नन ऑफ दिस यह पहचानना है जरा आंसर फटाफट डाल देंगे चैट बॉक्स में अगर दम तो दिखाइ दो सॉल्व करके जितने ब रिकॉर्डेड देखने वाले हैं भैया यहां पर टाइम स्टप डाल करके आंसर जरूर लिखना कमेंट्स में है ना और लाइक्स करना मत भूलना भाई बहुत बेशर्मी लाइक्स में तो देखिए नंबर ऑफ सब ऑर्बिट जो है वह x है तो थर्ड ऑर्बिट की बातचीत हुई n = 3 l की वैल्यू हो जाएगी 0 टू 2 यानी 0 1 2 कितने सब ऑर्बिट आ गए तीन तीन डिफरेंट कोड्स दिखाई दिए तीन सब ऑर्बिट दिखाई दिए तीन डिफरेंट कोड्स दिखाई दिए तो x और y क्या है सेम एक छोटू सा क्वेश्चन उसको उठा कर के अगर ऐसे लिख दिया जाए पता है आपको यह जेई मेन में आएगा बहुत बच्चे गलतियां करेंगे बहुत बच्चे गलतियां करेंगे क्योंकि ऐसे यह बातें इतनी इतना आसान मानते हैं क्वांटम नंबर को कि रिवाइज ही नहीं करेंगे एंड देन एग्जाम के टाइम पर बत्ती गुल अभी माहौल कुछ ऐसा है जेई मेन का कि कुछ ऐसे ही बेसिक्स उठा उठा के टच कर दिए जाते हैं और गलती करवा बाद में रिलाइज होता है आसान था बहुत तो पेपर ओवरल तो आसान था एग्जाम के टाइम पर आसान नहीं लगता गलतिया करवा रहा होता है फील हो रहा ऐसे कैसे पूछ सकते हैं है ना ठीक तो जरा एक और क्वेश्चन कर दीजिए इस क्वेश्चन को देखिए बताइएगा मुझे इन फोर्थ ऑर्बिट नंबर ऑफ ऑर्बिटल इज इक्वल टू x नंबर ऑफ ऑर्बिटल इक्ट x एंड नंबर ऑफ सब आर्बिट्स इ टवा a एक्स इवा बी एक्स इ ग्रेटर दनवा एक्स इ ग्रेटर दनवा सी एक्स इ लेसवा डी एक्स इवा स्क एंड e नन ऑफ दिस एक से ज्यादा सही हो सकते हैं मोर देन वन मे बी करेक्ट अपना जो एडवांस का सेक्शन होता है ना वन और मोर देन वन कोई एक ही हो सकता है या फिर एक से ज्यादा भी हो सकते हैं यह आपको वांट कर दिया गया आपको खुद से समझना है ऐसे क्वेश्चन में खुद ही देखना पड़ता है सारे ऑप्शंस को अब देखिए फोर्थ ऑर्बिट की बातचीत की गई है तो n 4 है n = 4 में पहले हम समझेंगे l के कौन-कौन से वैल्यूज है तो 0 है व हैट है 3 है ए सब ऑर्बिट प सब ऑर्बिट डी सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट के लिए एक ही कोड मिलेंगे आपको m ए की वैल्यू जीरो राइट लेकिन प सब ऑर्बिट के लिए हमें पता है कि m ए के तीन वैल्यूज मिलेंगे कौन-कौन से -1 0 प्व कितने ऑर्बिटल आ गए बताइए तीन ऑर्बिटल आ गए वैसे ही आपको पांच ऑर्बिटल कहां से मिलेंगे d सब ऑर्बिट से पांच ऑर्बिटल एंड वैसे ही बढ़ कर के सात ऑर्बिटल कहां मिलेंगे f में f में वैल्यू कहां-कहां से चली जाएगी -3 टू + 3 एक बार -3 टू + 3 सारे इंटी जर्स को लिख करके दिखाएंगे -3 -2 -1 0 देन + 1 देन + 2 देन + 3 कितने वैल्यूज दिखाई दे रहे हैं सेवन वैल्यूज तो सात ऑर्बिटल होंगे ना f में आपको अब यह बात तो समझ में आ ही गई होगी कि अगर हम ऑर्बिटल की बातचीत करते सब ऑर्बिट प सब ऑर्बिट डी सब ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट अगर इन सबकी बातचीत करें तो यह समझ में आ रहा है देखि क्या समझ में आता है यह समझ में आता है यह समझ में आता है एल की वैल्यू एंड नंबर ऑफ ऑर्बिटल एल का कोड जीरो है बट एक ही वैल्यू एल की भी आएगी इसका कोड वन है बट तीन ऑर्बिटल आएंगे पांच ऑर्बिटल सात ऑर्बिटल ट कोड जाएंगे -10 प्व माइट माइव 0 प्व प्लट -3 माइट माइव 0 प्व प् 2 सारे वैल्यूज लिख दिए कोड लिख दिए और नंबर ऑफ ऑर्बिटल भी लिख दिया जैसे जैसे आप आगे बढ़ रहे होते ए के कोड ए के वैल्यू बढ़ रहे होते आपको पता नंबर ऑ ऑर्बिटल बढ़ रहे होते हैं करेक्ट है बता इसे विजुलाइज करवा दिया है और अब यहां पर वापस आते हैं नंबर ऑफ ऑर्बिटल एकस नंबर ऑफ सब ऑर्बिट इवा अब बताइए मुझको ए पडी ए सभी है तो एस की तरफ से वन प की तरफ से तीन डी की तरफ से पा एफ की तरफ से सा कितने ऑर्बिट ब आ गए नंबर ऑफ ऑर्बिटल को हमने दिखाया था एक से एक्स की वैल्यू 1 प् 3 प् 5 9 प् 7 16 और सब ऑर्बिट तो चार ही है ना वो तो हमें इसी से पता चल गया था किवा तो फोर होंगे ए पडी ए ठीक है एक्स इवा का ऑप्शन खत्म एकस 16 है वा 4 है एक्स ग्रवा होगा लेसवा वा ऑप्शन खत्म एक्स है 16 क्या ये 4 के स्क्वायर के बराबर आ सकता है बिल्कुल आ सकता है तो डी ऑप्शन भी सही जल्दी बता दो सीडी सही है जल्दी बता दीजिए करेक्ट एकदम चकाचक है ना ऐसे ही कंपेयर करना था ऐसे ही समझना था नंबर ऑफ ऑर्बिटल अब पता है एक फॉर्मूलेशन आप ले सकते हैं किसी भी सब ऑर्बिट में कितने ऑर्बिटल आएंगे ना यहां पर जो हमने किया इससे एक बड़ा प्यारा सा फार्मूला निकल करके आता है हमें वही फर्मूला य पर ऑब्जर्व करना है नंबर ऑफ ऑर्बिटल इन अ सब ऑर्बिट नंबर ऑफ ऑर्बिटल इन सब ऑर्बिट य निकालने नंबर ऑ ऑर्बिटल इन सब ऑर्बिट कैसे निकाले जरा देखिएगा एल की वैल्यू को देख करके आपको कितने ऑर्बिटल दिखाई दिए वन यहां पर प की वैल्यू वन थी तो ऑर्बिटल हो गए थ ऐसा नहीं लग रहा कि इससे कनेक्टेड है कुछ जरा चेक करके देखिए ना ऑड है यह तो श्यर है तो कोई एक ऐसा नंबर जो ऑड आ रहा है उसके फॉर्मूलेशन को भी हमें ऐसा ही करना चाहिए कि साफसाफ दिख जाए कि ऑड ही नंबर आएगा य सब ऑर्बिट में एक ऑर्बिटल यहां पर तीन यहां पर पांच यहां पर सात तो ऑड नंबर होना चाहिए तो कुछ ऐसा ही फार्मूला आना चाहिए ना ट् वाइस कुछ ऐसा फार्मूला आना चाहिए समथिंग कुछ पहला टर्म और प्लस वन कर देते हैं यह वाला टर्म बारबार बार बार आपको इवन नंबर दे लेकिन उसमें एक ऐड करके हम क्या कर सकते हैं उसको ऑड बना सकते हैं क्या मैं एल की वैल्यू से कुछ डिराइवर कर सकता हूं मुझे दिखने लगा है अगर मैं एल की वैल्यू डायरेक्टली जीरो पुट कर देता तो 0 प्सव य पर व आ जाता लेकिन अगर ए की वैल्यू य परव पुट करो तो 1 प्व आता अगर ए की वैल्यू टू पुट करता तो 2 प् 3 मुझको दिख रहा है अरे अरे अरे अरेरे अगर डायरेक्टली ए की वैल्यू मैं पुट करूं ना तो मुझे ऐसा फील होने लगा कि ए की वैल्यू पुट करूंगा तो यहां पर तो वन आ जाएगा लेकिन यहां पर वाला पीछे रह जाएगा राइट यहां पर वैल्यू टू ही आएगी जबक थ्री है एक मिसिंग है यहां पर वैल्यू आ जाएगी कितनी अगर मैं टू पुट करू तो थ टू मिसिंग है टू मिसिंग है यहां से चेक करते ए की वैल्यू थ्र पुट करके ए की वैल्यू थ पुट कर तो फोर है थ्री मिसिंग है हर बार जैसे जैसे मैं ए की वैल्यू वन बढ़ा रहा हूं यहां पर जो मि वल्य है वो भी एक यूनिट से बढ़ता जा रहा है यह तभी प्रॉब्लम सॉल्व हो सकती है जब मैं एल के आगे ट लगा द अब जरा चेक कीजिए 12 प्व से येव आ जाएगा 2 इन 0 प्व 2 नव प्व सेय 3 आ जाएगा 2 इन 2 प्व से 5 आ जाएगा 2 इन 3 प्व से 7 आ जाएगा तो नंबर ऑफ ऑर्बिटल जो किसी सब ऑर्बिट में होते हैं वो एज मथल क्वांटम नंबर के हिसाब से निकाला जा सकता है यही वो आप नंबर ऑफ ऑर्बिटल बता रहे हो और हर ऑर्बिटल में मैक्सिम कितने इलेक्ट्रॉन रख सकते हैं दो तो क्या आप नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन से नहीं बता सकते बिल्कुल फार्मूला लिख सकते हैं हम नंबर ऑफ सब ऑर्बिट पहले आप बता दीजिए सब ऑर्बिट इन एन ऑर्बिट यह कितना होता है नंबर ऑफ सब ऑर्बिट इन एन ऑर्बिट यह ऑर्बिट नंबर के बराबर होता है राइट यह ऑर्बिट नंबर हमारा प्रिंसिपल क्वांटम नंबर देन अभी हमने देखा नंबर ऑफ सब ऑर्बिट ऑर्बिटल में ढूंढ रहे थेना अब नंबर ऑफ ऑर्बिटल इन एन ऑर्बिट यह कितना होगा नंबर ऑ ऑर्बिटल इनन ऑर्बिट यह कितने के बराबर होगा 12 प्व के ए इ एमल क्वांटम नंबर नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन ढूंढना है इन एन ऑर्बिट नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन नंबर ऑर्बिटल इन अ सब ऑर्बिट ना सॉरी इन अ सब ऑर्बिट सब ऑर्बिट के अकॉर्डिंग आप लिखोगे ना ए की वैल्यू पुट कर कर के नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन एन ऑर्बिटल कितना होगा फिक्स्ड ऑर्बिटल में कितना होता है दो ऑर्बिटल नहीं सब ऑर्बिट में बताइए नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन अ सब ऑर्बिट यहां प सब ऑर्बिट में पहले ऑर्बिटल बताया था और हर एक ऑर्बिटल में दो-दो इलेक्ट्रॉन है हर एक ऑर्बिटल में दो दो इलेक्ट्रॉन तो नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन सब ऑर्बिट कितना होगा ट वाइस ऑफ नंबर ऑफ ऑर्बिटल लिख सकद नंबर ऑफ ऑर्बिटल इससे आ जाएगी वैल्यू कितनी बताइए टवा ऑफ 12 प्व वैल्यू क्या आ जाएगी 4l प् 2 यह नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन की संख्या निकालने के लिए फॉर्मूला है फाइनली य आप बताएंगे नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन ऑर्बिट कितना होगा नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इनन ऑर्बिट यह कितना होगा नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन ऑर्बिट यह बताइए कितना होगा यह वाला बहुत इंपॉर्टेंट है इसे जगमगा देते हैं राट बाकी इसे तो आप जगमगा देंगे नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन ऑर्बिट किसी ऑर्बिट में पहले ना ऑर्बिटल पता करो जितने ऑर्बिटल होंगे उसका दोगना मैं लिख सकता हूं नंबर ऑफ ऑर्बिटल इन एन ऑर्बिट तो बताओ ऑर्बिटल कितने होंगे किसी ऑर्बिट में कैसे पता लगाएंगे अरे पीछे जो काम किया उसे पता लगा लेंगे देखिए ना कितने सारे तो ऑर्बिट में हमने काम किया है राइट थर्ड ऑर्बिट की बातचीत कर लेते हैं आइए देखिए तो थड ट में कितने सब ऑर्बिट थे तीन थे ए पडी एक ऑर्बिटल तीन ऑर्बिटल और पाच ऑर्बिटल नाइन ऑर्बिटल आ गए ना ऑर्बिटल और जब आप फोर्थ में गए थे तो आपने बोला था 16 ऑर्बिटल ए 4 16 ऑर्बिटल दिख नहीं गया 4 का स्क्वायर य तो मैंने फॉर्मूले के बताया था देखिए n = 4 फोर्थ ऑर्बिट और 16 ऑर्बिटल थर्ड ऑर्बिट और नाइन ऑर्बिटल क्या पता चला जो ऑर्बिट नंबर उसका स्क्वायर कर दीजिए बस नंबर ऑफ ऑर्बिटल इनन ऑर्बिट ये कितना होता है अगर ऑर्बिट नंबर n तो ऑर्बिटल कितने होंगे n स्क्वा और इलेक्ट्रॉन कितने निकल कर के आएंगे 2n स्क्वा ट्स इट हो गया सेट कर दीजिए सेट कर दीजिए ठीक है डन है ओके तो इस तरह से हमने सारे ऑर्बिट ऑर्बिटल उनकी संख्या उनके रिलेशन सबका सबकी जानकारी हमने जान लि अभी स्पिन क्वांटम नंबर जानना है ए देन हमें कन्फेशन लिखने पर आना है तो चलिए बढ़ाते हैं आगे सिलसिला स्पिन क्वांटम नंबर को जानते हैं या आगे अब साथ-साथ रिवीजन करते रहते हैं जो भी बातें हमने सीखी है अब साथ साथ स्लाइड्स के साथ-साथ पढ़ते चले जाते हैं बेस बहुत अच्छे से तैयार हो गया है तो अब थोड़ा मुझे लिखने में एफर्ट जो है कम पड़ेगा मुझे पता है कि आपको मेरा लिखा हुआ बहुत पसंद है और आपका भी मन करते रहता कि ऐसे लिख लिख करके बताएं तभी हम जो है बिल्कुल लिखते रहते हैं लेकिन बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो कि हम पढ़ चुके हैं दोबारा लिखने की जरूरत नहीं है राइट क्वांटम नंबर्स सेट ऑफ फोर नंबर्स है लेकिन तीन आते हैं कहां से क्वांटम मॉडल से चौथा अलग से रखा गया है ये आ गया श्रोडिंगर वेव इक्वेशन से चौथा स्पिन क्वांटम नंबर जो कि अभी हम पढ़ने वाले हैं जस्ट आगे मैंने उसका डिस्क्रिप्शन लिखा हुआ है तो उनको देख ही लेते हैं इन तीनों को तो हमने दो डाला है ठीक है तो इनमें प्रिंसिपल क्वांटम नंबर जो है ऑर्बिट नंबर बताएगा मैंने तो बिल्कुल कोनिकल जो एटॉमिक वेल होता है वो बना करके दिखाया है ठीक है ये होता है चुन्नू मुन्नू वो होता है एकदम स्टैंडर्ड प्रो लेवल ठीक है डन एमथ क्वांटम नंबर में सारे कोड्स जो हैं वो डिफरेंट डिफरेंट सब शेल के नाम बताते हैं करेक्ट है ठीक है फिर अगर मैं पार्टिकुलरली किसी एक ऑर्बिट में हूं तो उसके अंदर कितने सब ऑर्बिट होंगे ऑर्बिट नंबर के बराबर सेकंड में दो थर्ड में तीन फोर्थ में चार सारे फॉर्मूले एक जगह मैंने आपके किए ही हैं राइट फिर एक है ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम का फार्मूला जो कि एमथ क्वांटम नंबर का दूसरा नाम होता है ना एंगुलर मोमेंटम क्वांटम नंबर मैं कह भी रहा था कि इसे डायरेक्टली निकाल सकते हैं तो सिलेबस में डायरेक्ट फार्मूला है निकालने का ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम 10 सेकंड जरा फॉर्मूले को देखिएगा देखिए ये h बा 2 पा ना रूट से बाहर है तो कई बार इस फॉर्मूले को क्या करते हैं ऐसे भी लिखते हैं ध्यान से देखिएगा h बाटू पाई को ना ऐसे क्रॉसड h भी लिखते हैं और l * ए प् 1 रूट के अंदर होता है देख रहे h बा 2 पा तो अगर किसी ने पूछा नहीं यार मैं इस सब ऑर्बिट के लिए ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम डिस्कस करना चाहता हूं तो इस सब ऑर्बिट के लिए ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम बड़े प्यार से ए की वैल्यू जीरो पुट कीजिए ना तो ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम को अक्सर कैपिटल एल से दिखाते हैं उसकी वैल्यू जीरो आ जाएगी क्यों आ जाएगी क्योंकि आप एल की वैल्यू जीरो पुट करेंगे ना प सब ऑर्बिट की बातचीत करते हैं प सब ऑर्बिट के लिए क्या होगा एल की वैल्यू नव प्व रट अंडर ू ए बाटू पाई या सिंपली ए क्रॉस ठीक है वैसे डी सब ऑर्बिट की बातचीत कर लीजिए डी सब ऑर्बिट की बातचीत कर लीजिए बताइए ए की वैल्यू टू ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम हो जाएगा यहां पर टू पुट करेंगे एंड 2 प्व 3 कितना हो जाएगा सि रट अंडर सि इन ए ठीक है यह आंसर कीजिए आप सपोज दैट देर इज एन इलेक्ट्रॉन इन 3 एस ऑफ नाइट्रोजन लिख देते हैं यूजुअली नाइट्रोजन के नाइट्रोजन के कन्फेशन में ना 3s आता नहीं है देखेंगे अभी सीखेंगे तो बट डायरेक्टली बोल दिया गया कि थर्ड ऑर्बिट का जो ए सब ऑर्बिट है उसको हम 3s कहेंगे यह नोटेशन समझना फर्स्ट ऑर्बिट का जो एस होगा व 1s सेकंड ऑर्बिट का जो ए सब ऑर्बिट होगा व 2s अगर थर्ड ऑर्बिट का ए सब ऑर्बिट है यह सब तो एनर्जी लेवल है ना सब अलग-अलग ऑर्बिट क्या होता है एनर्जी लेवल और हर एक ऑर्बिट के अंदर जो सब ऑर्बिट है वो भी एनर्जी लेवल और सब ऑर्बिट के अंदर जो ऑर्बिटल है वो भी एनर्जी लेवल सबकी एनर्जी सेम नहीं होती है देखिए हमने पीछे एक जगह पर डायग्राम बनाया था प्यारा सा एटॉमिक वेल का मैं उसी की तरफ जा रहा हूं बनाने की बजाय थोड़ा सा घूम लेते हैं बिल्कुल देखिए यह थर्ड ऑर्बिट है अलग-अलग सब ऑर्बिट थे ग्रीन वाले ऑर्बिटल है तो यहां और यहां वाले सब ऑर्बिट दोनों की एनर्जी सेम नहीं होगी वो अलग-अलग होगी कौन सा सब ऑर्बिट है ये जानना पड़ेगा पहले और फिर देखना पड़ेगा कौन न्यूक्लियस के ज्यादा नजदीक है जो न्यूक्लियस के ज्यादा नजदीक होगा वो ज्यादा स्टेबल होगा उसके पोटेंशियल एनर्जी कम होगी ऐसे बनती कहानी करेक्ट तो अगर आप देखें अगर आप देखें अगर आप देखें यहां इस डायग्राम को तो साफ पता चलता है कि भैया अलग-अलग सब ऑर्बिट अगर होंगे ना अलग-अलग सब ऑर्बिट अगर होंगे डेफिनेटली अलग-अलग सब ऑर्बिट होंगे अलग-अलग एनर्जी लेवल होंगे वो अलग-अलग ऑर्बिटल होंगे तो वो भी अलग-अलग एनर्जी लेवल है तो आपको ऐसे समझना है कि आप जब जब अलग-अलग सब ऑर्बिट की बातचीत कर रहे तो अलग अलग एनर्जी लेवल की बातचीत कर रहे हैं अलग-अलग ऑर्बिटल की बातचीत कर रहे तो अलग-अलग एनर्जी लेवल्स की बातचीत कर रहे हैं करेक्ट है ना बोलो ना अरे बोलो ना ठीक है तो देर इ एन इलेक्ट्रॉन इन 3s तो थर्ड ऑर्बिट के ए सब ऑर्बिट की बातचीत हो रही है ऑफ नाइट्रोजन यूजुअली होता नहीं है बट दिस इज गोइंग टू शो कौन सा हमें जो दिया गया क्वेश्चन देखिएगा क्वेश्चन में कुछ नहीं होता अगर ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम होता है तो देर इज एन इलेक्ट्रॉन इन 3s ऑफ नाइट्रोजन सोडियम भी लिख सकते हैं सोडियम के पास 11 इलेक्ट्रॉन होते है सोडियम के तो इलेक्ट्रॉन होते ही है 3s में एक इलेक्ट्रॉन होता है तो हम सोडियम ले सकते हैं नाइट्रोजन भी ले सकते हैं नाइट्रोजन के लिए यही होगा कि इलेक्ट्रॉन जो है वो जंप लेकर के जाएगा थर्ड ऑर्बिट में हो सकता है उसका भी मैंने ले लिया नॉर्मल केस कि सोडियम का है र इलेक्ट्रॉन 3 ऑफ ए फाइंड इट्स एंगुलर मोमेंटम ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम का फार्मूला रिकॉल किया आपने और फार्मूला रिकॉल करके क्या पता लगाया आप ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम ये रूट अंडर ए इन एल प्व h बाटू पाई इसके लिए देखि इतनी बातें बोली गई लेकिन था क्या आपको तो बस ए की वैल्यू देखनी थी वलू जीरो कुछ करने की जरूरत नहीं चकाचक ठीक है आगे बढ़ते मैग्नेटिक क्वांटम नंबर में हमने देखा कि कैसे मैग्नेटिक क्वांटम नंबर के अलग अलग कोड जो है वो नंबर ऑफ डिफरेंट कोड्स जो होते हैं वो बताते हैं नंबर ऑफ ऑर्बिटल को बट हमने वहां पर ओरिएंटेशन की बातचीत नहीं की बचा करके रखी ई थी य के लिए हमने एक जगह आपको दिखाया था वैसे कि अगर ए की बात करें एल की बात करें एमएल की बातचीत करें तो यह डिस्टेंस बताएगा यह शेप बताएगा और यह क्या बताएगा बोलिए यह बताएगा ओरिएंटेशन अब ओरिएंटेशन का मतलब क्या कौन से एक्सिस पर कौन से प्लेन पर उस ऑर्बिटल के इलेक्ट्रॉन क्लाउड्स रखे हुए हैं कौन से एक्सिस पर या कौन से प्लेन में कौन से प्लेन में कौन से एक्सिस पर या कौन से प्लेन में ऑर्बिटल के इलेक्ट्रॉन क्लाउड्स रखे हुए हैं ऑर्बिटल के इलेक्ट्रॉन क्लाउड्स रखें ऑर्बिटल के इलेक्ट्रॉन क्लाउड से रखें समझ कौन से एक्सिस पर या कौन से प्लेन में ऑर्बिटल के इलेक्ट्रॉन क्लाउड्स रखे यह होता है ओरिएंटेशन का मतलब राइट ए सब ऑर्बिट के ओरिएंटेशन की बातचीत होगी पहले ही हमने देखा है स्फेरिकल होता है और ये ओरिएंटेशन लेस है ये डायरेक्शन लेस है है ना पीछे ही देखा था इसी बात को यहां पर रिकॉल करा रहे हैं स्फेरिकल है एंड ओरिएंटेशन लेस डायरेक्शन लेस क्योंकि किसी भी एक्सिस की बातचीत कर ले किसी भी प्लेन की बातचीत कर ले इनके इलेक्ट्रॉन क्लाउड में वह सारे एक्सिस और सारे प्लेन है स्फेरिकल है सारे एक्सिस आएंगे सारे प्लेन आएंगे तो कोई पार्टिकुलर एक्सिस या पार्टिकुलर प्लेन पर इलेक्ट्रॉन क्लाउड स्फेरिकल इलेक्ट्रॉन क्लाउड किसी पर्टिकुलर एक्सिस पर या प्लेन पर नहीं होता सारे प्लेन और सारे एक्सिस तो इसी स्फीयर के अंदर आ जाते हैं इसलिए ए सब ऑर्बिट डायरेक्शन लेस प सब ऑर्बिट डंबल शेप का होता है एंड यहां बहुत सेंस बनता है कि हम यह बताएं कि देखो अगर वा एक्सिस पर रखा हुआ है पी सब ऑर्बिट तो व प सब ऑर्बिट का पवा ओरिएंटेशन है अगर यही प सब ऑर्बिट इसके इलेक्ट्रॉन क्लाउड अगर एक्स एक्सिस के अबाउट रखे हुए हैं तो अब जो ओरिएंटेशन है वह p एक ऑर्बिटल बनाकर देगा अगर यही z एक्सिस के अबाउट है तो यह p z देने वाला है यह p z देने वाला है ये तीन ओरिएंटेशन है वो जो हमने -1 0 और + 1 लिखा था ना l = 0 से ml2 किसी के लिए भी -1 किसी के लिए भी जीरो और किसी के लिए प्लव दे सकते हैं सभी डिजनरेट है सबकी एनर्जी सेम है ठीक ऐसे ही डी सब ऑर्बिट है जिनके ओरिएंटेशन है हमने बना करके रखा होगा तो उसे देख लेते हैं मेहनत बच जाएगी ए सब ऑर्बिट हमारे उनके ऑर्बिटल इस तरह के ओरिएंटेशन में स्फेरिकल सारे एक्सेस अंदर है सारे प्लेन अंदर है पी सब ऑर्बिट वाले दो अलग-अलग कलर वाले लोब्स यूज किए हमने और उसी में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह से आप देख सकते हैं यह प जड हो गया यह वाला यह किधर आ रहा है वा की तरफ राइट ना है ना बोलो बोलो हमें तो चमक चमक जा रहा है पवा हो गया यह प एक हो गया यह वा एक्सिस पर करेक्ट ये प सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल का ओरिएंटेशन है डी सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल का कुछ मैं साथ साथ भी बना देता हूं थोड़ा सा ज्यादा समझ में आएगा एक दो जगह पर जैसे यह वाला ऑर्बिटल एक्सक्लूसिव डी जड स्क्वायर कहलाता है इसमें हो सकता है कि आप तंग हो जाए परेशान हो जाए फिर बाकी दिखाई दे रहे हैं हमें यह तीन एक साथ दिखाई दे रहे हैं यह हमारा d एकस स्क्वा स्क्वा मैं खुद बना देता हूं कुछ ऑर्बिटल को सो ट आपको समझ में आए कि यहां पर लोब्स के कलर के साथ आप उनको कैसे रिलेट कर सकते हैं तो य याद रखिए कि डी सब ऑर्बिट में ना डी सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल में तीन ऐसे होते हैं जिनका नाम एक जैसा लगेगा एक्सवा प्लेन वाला वा जड प्लेन वाला ज एक्स प्लेन वाला फिर एक्स एक्सिस पर दो लोब वा एक्सिस पर दो लो एक्स स्वा स् लिख रहे एक्स एक्सिस पर दो लोब वा एक्सिस पर दो लो ज पर दो लोग इसमें रिंग पाई जाती है रिंग ऑफ इलेक्ट्रॉन क्लाउड बीच में यूनिक है इंटरेस्टिंग है काम का है बहुत काम का बहुत सारे स्ट्रक्चर इसको यूज करते हैं डी ज स्क्र को सो हम क्लास 12थ में पढ़ते हैं कि य सच में इनका बिहेवियर अलग तरह से होने लगता है इनका अलग तरह से होने लगता है बस इस बेसिस पर पूरी कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री पढ़नी पड़ती है हम 11थ में नहीं क्योंकि 11 तक जो है इन पा एनर्जी सेम में एनर्जी सेम भी हो सकती है और डिफरेंट भी हो सकती है और उसी पर पूरा चैप्टर कोनेशन केमिस्ट्री तो अभी ध्यान रखना अभी तो एनर्जी सेमभी चल मामला एनर्जी सेम डी जनरेट जडी जनरेट ठीक है बढ़िया चका चक अब लीजिए पहचानिए हमने ऐसे तो चमका दिया ऐसे तो लिख दिया देखिए इसका मतलब होता है ये वाले सारे के सारे जो है ना ये एक्सियल नहीं है यानी के नॉन एक्सियल यह बीच में रखे रहते हैं दो एक्सिस के बीच में इनके क्लाउड होते हैं दो एक्सिस के बीच में इलेक्ट्रॉन क्लाउड्स होंगे एंड यहां पर क्या होगा दो एक्सिस के बीच में नहीं एक्सिस पर ही क्लाउड होगा एल कहलाते हैं यह एक्सिस पर इलेक्ट्रॉन क्लाउड होगा एक्सिस पर इलेक्ट्रॉन क्लाउड होना है एक्सिस पर इलेक्ट्रॉन क्लाउड होना है ठीक है एक्सिस पर इलेक्ट्रॉन क्लाउड होना है यह बातें समझ में आ गई तो नॉन एक्सियल वाले देखिए पहचानिए देखिए यह रखा इलेक्ट्रॉन क्लाउड अगर देखें तो एक्स और जड के बीच में यह रखा हु एक्स और वा के बीच में तो यह है एक्सवा यह है डी ज एक्स और यह वा और जड के बीच में तो दिस डी वा जड देख कौन-कौन से एक्सिस के बीच में क्लाउड है जैसे देखिएगा मैंने यहां पर d एक्सवा बनाने की कोशिश की तो मुझे एक्स और वा प्लेन बनाने पड़ेंगे पहले और एक्स और वा सॉरी प्लेन नहीं एक्स और वा एक्सेस बनाने पड़ेंगे और फिर उससे मुझे मिल जाएगा एक्सवा प्लेन इस एक्सवा प्लेन इसम बीच में जो भी क्लाउड है देखिएगा ठीक बीच में ना क्लाउड ऐसा लगेगा जैसे ये एक्स एक्सिस य वा एक्सिस और 45 डिग्री के आसपास में ना यह वाला इलेक्ट्रॉन क्लाउड जो है वो मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन डेंसिटी दिखा रहा है ऐसा फील होगा 45 डिग्री एंगल पर ऐसा लगेगा लोब्स रखे हु आप एक्सिस चेंज कर दीजिए एक्स और वा की जगह वा जड कर दीजिए नाम बदल जाएगा डी वा जड तो भाई तीन प्लेन तो पॉसिबल है ना एक्स वा और जड एक्सिस से एक्सवा प्लेन वा जड प्लेन ज एक्स प्लेन करेक्ट और इन्हीं तीनों प्लेन के थ्रू यह तीनों का जन्म होता है d एकवा d वा ज और ज एक्स और एक्सिस के बीच के एक्सिस के बीच के एक्सिस पर नहीं है एक्सिस के बीच में एक्सिस पर नहीं है राइट तो इसी तरह से आप बना सकते हैं कौन सेवा जड और डी ज एक्स भी इसी तरह सेवा और जड एक्सिस अगर आ गया तो बस वा और जड एक्सिस के ठीक बीच में आपने क्लाउड अगर रखा तो व क्लाउड आपको क्या बना करके देगा डी वा इस बार डी वा जड बनाया आपने देन इसी तरह से आपने अगर एक्स और जड रखा तो क्या होगा यह ज एक्स बन जाएगा ओके ये अब मजा आएगा जब आप करेंगे d एकस स्क्वा स्क्वा इसमें एक्स एक्सिस और वा एक्सिस पर ही सारी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी दिखाई देती एक्स एक्सिस वा एक्सिस दो क्लाउड आपको बनाने हैं दो लोब आपको रखने वा एक्सिस पर और दो लोब रखने आपको एक्स एक्सिस पर इसीलिए नाम है d एक स्वा स् तो वैसे ही अगर z एक्सिस है तो z एक्सिस पर अगर आपने रखा दो लोब तो वो d z स्क्वा हो जाना चाहिए लेकिन नहीं भाई जितने भी आपने डी ऑर्बिटल देखे सारे डी ऑर्बिटल में आपने चार-चार लोब देखे हैं अगर यहां पर चार लोब नहीं है तो कुछ तो होना चाहिए जो उसे कंपनसेटरी को तो इस ऑर्बिटल के पास ना चक्र होता है पावर चक्र होता है देखिएगा यह होता है जो इलेक्ट्रॉन क्लाउड की रिंग होती है जस्ट लाइक जैसे सैटर्न की रिंग होती है सैटर्न की होती है ना या पलूटो की होती सैटर्न की होती है राइट ये आप देख रहे थे यहां पर य रिंग वाला ज स्क्वायर वाला करेक्ट ये डिफरेंट इंटरेस्टिंग है चार लोबस सब में होते हैं लोबस हम इन्ह बोलते हैं इलेक्ट्रॉन डेंसिटी वाले लोब्स को एक डंबल और एक डंबल का आपको दिखाई दे रहा है अरे यार थोड़ा प्यार से बना देते हैं ऐसे बनाएंगे तो आप तो दिल प ले लेंगे लीजिए हमारे पास तो हथियार है जी यह लीजिए बना दिए हैं य लीजिए बना दिए [संगीत] है ना तो चार लोब है दो दो डंबल होते हैं डबल डंबल इसलिए तो लिखते हैं यह बेचारा डबल डंबल नहीं हो पाया तो इसने बोला कि हटाओ डबल डंबल नहीं तो डबल और रिंग थोड़ा तो डिफरेंट हो लेते हैं तो डिफरेंट होता है लेकिन य दोनों ही एक्सियल है क्योंकि एक्सिस पर होते है अयो एल है ना और ये वाला भी बस दो ही एकल होते हैं बाकी सारे तो नॉन एसिल है ठीक है तो हमने शेप देख लिया अब देखिए अगर आप दिल्ली तमन्ना पूरी करना चाहते थे ऑर्बिटल का तो देखिए पता ही नहीं चलेगा कौन कहां पर कैसे रख रहे हैं बनाने में य ऑफ वैसे तो बना दिया ड्राइंग ंग लगा तो दी है लेकिन बैंड बच जाएगी तो हम चिल करते पूरी केमिस्ट्री में हम कु जरूरत ही नहीं है हम लिखते हैं अरे कॉप्लेक्स बट जिन लोगों को कीड़ा है कि देखना ए दिखा तो दिया है अब आप कोई भी एक ना ड्राइंग करके दिखाइए तो चौथे क्वांटम नंबर पर आते है स्पिन क्वांटम नंबर यह क्वांटम नंबर यह डिफरेंशिएबल में जो दो इलेक्ट्रॉन हैं दोनों को डिफरेंशिएबल में किसी भी इलेक्ट्रॉन किसी भी दो इलेक्ट्रॉन के तीनों क्वांटम नंबर सेम होते हैं जो आप श्रोडिंगर मॉडल से निकालते हैं राइट अगर चौथा क्वांटम नंबर भी सेम हो गया तो दोनों इलेक्ट्रॉन सेम ही हो जाएंगे वह हो नहीं सकता तो चौथे क्वांटम नंबर को डिफरेंट होना ही पड़ेगा चौथे क्वांटम नंबर को डिफरेंट होना ही पड़ेगा नहीं आया य समझ कोई कोई एक इलेक्ट्रॉन उठा लेते हैं किसी भी एनर्जी लेवल से मान लीजिए अभी आपने थोड़ी देर पहले 3s की बातचीत की थी राइट थर्ड ऑर्बिट उसमें ए सब ऑर्बिट भी है उसमें प सब ऑर्बिट भी है उसमें डी सब ऑर्बिट भी है मैंने फोकस किया ए सब ऑर्बिट प यहां पर एक ही ऑर्बिटल होता है इसीलिए एक ही है चलिए इसी पर एक्सपेरिमेंट करते हैं मैक्सिमम दो इलेक्ट्रॉन होंगे हमने दो दो इलेक्ट्रॉन उठा लिए मैंने बोला कि दोनों इलेक्ट्रॉन का ना नामकरण कर देते हैं एक है a एक है बी तो ए के सारे क्वांटम नंबर लिखना शुरू करते हैं प्रिंसिपल क्वांटम नंबर थर्ड ऑर्बिट है तो थ एज मथल क्वांटम नंबर ए है तो ए इ 0 और ए इ 0 से ए ए की वैल्यू भी जीरो तीन क्वांटम नंबर लिख दिए तीन जानते तीन लिख दिया बी के लिए लिखते ऑर्बिट नंबर तीन है सब ऑर्बिट का कोड जीरो होगा m ए की वैल्यू जीरो ही होगी तीनों में से तीनों क्वांटम नंबर सेम निकले अब चौथा क्वांटम नंबर भी सेम होगा तो कभी भी आप समझ पाएंगे कि बात दोनों में से किसकी हो रही है बात दोनों में से किसकी हो रही है क्या ये आप समझ पाएंगे नहीं समझ पाएंगे बात दोनों में से किसकी हो रही है समझ नहीं पाएंगे तो चौथा क्वांटम नंबर स्पिन क्वांटम नंबर इसी बात को इसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए फोर्थ क्वांटम नंबर फोर्थ क्वांटम नंबर डिफरेंशिएबल सेम ऑर्बिटल में रखे गए दो इलेक्ट्रॉन के बीच में क्या डिफरेंस है यह बात हमें पता चलती है फोर्थ क्वांटम नंबर से कैसे पता चलेगी कोई भी दो इलेक्ट्रॉन आपको दिखाए जाएंगे दोनों के स्पिन अगर दोनों सेम ऑर्बिटल में है तो दोनों के स्पिन अपोजिट होंगे एक क्लॉक वाइज तो एक एंटीक्लॉक वाइज और इन दो स्पिन को डिनोट करने के लिए जो क्वांटम नंबर दिया गया वही स्पिन क्वांटम नंबर है कभी भी किसी भी केस में एक ही ऑर्बिटल के अंदर सेम स्पिन वाले इलेक्ट्रॉन नहीं रहेंगे यह नेचर का नियम कानून है अगर ऐसा हुआ तो ऑर्बिटल फोड़ दिया जाएगा टूट जाएगा एटम एजिस्ट नहीं करेगा ऑर्बिटल एजिस्ट नहीं करेगा और यह बात डिस्कस कहां होती है अभी जस्ट सारी चीज हमने कर ली इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन लिखने का समय है यहीं पर हम तीन चार लॉस पढ़ेंगे बेसिकली हम डिस्कस कर रहे हैं पॉलीस एक्सक्लूजन प्रिंसिपल को यह पॉलिस एक्सक्लूजन प्रिंसिपल का ही एक फॉर्म है जो हम यहां पर डिस्कस कर रहे हैं के किसी भी एटम के अंदर किसी भी दो इलेक्ट्रॉन के चारों क्वांटम नंबर सेम नहीं हो सकते किसी भी एटम के अंदर दो किसी भी दो इलेक्ट्रॉन की बातचीत करले यहां पर ऐसा नहीं सिर्फ 3s में रखे हुए एक 3s में एक 3डी में एक 3s में 3p में एक 3 प में एक 3डी में कहीं से भी दो को उठा लीजिए और दोनों के चारों क्वांटम नंबर लिखना शुरू कीजिए मैक्सिमम से मैक्सिमम तीन क्वांटम नंबर सेम हो सकते हैं चौथा कभी सेम नहीं होगा चौथा सेम होने का मतलब आप सेम इलेक्ट्रॉन को दो बार डिस्कस कर रहे हैं दो अलग अलग इलेक्ट्रॉन के मैक्सिमम तीन क्वांटम नंबर सेम हो सकते एटलीस्ट एक नंबर पक्का डिफरेंट होगा हो नहीं है कभी भी जब स्पिन की बातचीत आएगी तो स्पिन क्वांटम नंबर के लिए दो वैल्यूज असाइन किए जाते हैं दो वैल्यूज असाइन किए जाते हैं स्पिन क्वांटम नंबर में प्लस हाफ एंड माइनस हाफ यहां पर भी एक कांड होता बच्चे सोचते हैं कि प्लस हाफ जो है क्लॉक वाइज के लिए है माइनस हाफ एंटी क्लॉक वाइज के लिए जो गलत है प्लस हाफ दोनों में से किसी के लिए भी असाइन कीजिए जो बच गया उसके पास माइनस हाफ जाएगा - हाफ किसी को भी दे दीजिए जो बच गया उसके पास प्लस हाफ जाएगा तो कोई नियम कानून नहीं है कि क्लॉक वाइज को प्लस हाफ देंगे और एंटीक्लॉक को माइनस हाफ ये काम मत कीजिएगा दो क्वांटम नंबर है किसी एक को प्लस हाफ देंगे जैसे मान लीजिए इस वाले को मैंने लिख दिया इस वाले को मैंने लिख दिया कि इस वाले का स्पिन क्वांटम नंबर इज प्लस हाफ ठीक है कौन सा लेफ्ट वाले का तो इस वाले का फिर माइनस हाफ बन गया अगर मैं पहले ही वाले का माइनस हाफ लिखता तो वह ् हाफ बन जाता समझे यह पॉइंट ठीक है अब क्वांटम नंबर से रिलेटेड जितनी बातें हमने की फार्मूला जो हमने वहां पर लिखा था ना उन्हीं को यहां पर भी बताया हुआ है तो मैंने फॉर्मूले में लिखा था व आपको ज्यादा समझ में आएगा वही बातें लिखी है फिर फॉर्मूला यहां पर सराइज किया य सारी चीज आपको पहले बता दि ठीक है यह सॉल्व करके जरा बताएंगे क्वांटम नंबर नॉट ऑब्टेन फ्रॉम द शर्स वेव इक्वेशन इस यह तीनों आते हैं या नहीं आते आप कर दी डन देखते के साथ कर दिया वेरी गुड स्पिन क्वांटम नंबर जिसका डिस्कशन चल रहा है राइट फॉलोइंग स्टेटमेंट कंसर्निंग द फोर क्वांटम नंबर्स इ फल्स ए गिव आइडिया ऑफ द साइज एल गिव्स द शेप एंड ए मींस ए एल गिव्स द एनर्जी ऑफ द इलेक्ट्रॉन इन द ऑर्बिटल कुछ अजीब अजीब लगा ए गिव्स द डायरेक्शन ऑफ स्पिन ऑफ द इलेक्ट्रॉन एन ऑर्बिटल अभी जस्ट पढा है जरा चेक कीजिए और बताइए एल शेप सही है साइज की बात आएगी तो ए से समझ में आने लगेगा एमएल गिव्स द एनर्जी ऑफ द इलेक्ट्रॉन इन द ऑर्बिटल ओरिएंटेशन कहीं पर मिसिंग नहीं लगा परफेक्ट ओरिएंटेशन मिसिंग लगा फटाफट मार दिया जो हमने फर्मूला बनाया था कि साइज शेप ओरिएंटेशन वही मिसिंग है यह तो स्पिन के बारे बता ही रहा है नंबर ऑफ सब शेल्स एसोसिएटेड वि n = 4 बहुत काम कराए इस पर तो आपसे बट अभी क्या है ना नंबर ऑफ सब शेल्स की बात की तो n = 4 में नंबर ऑफ सब शेल्स कितने होते हैं चार वही तो फार्मूला पढ़ा हमने नहीं याद आया तो ऐसे लिखते चले जाइए एस पीडीएफ करके रुक जाइए चा चौथा चौथा ऑर्बिट है तो फोर सब ऑर्बिट हो जाएंगे और अब क्या करना है अगर आपको अगर आपसे कहा जाता कि नंबर ऑफ सब सब ऑर्बिट बताइए विद n 4 तो चारों हो जाते बट इसमें भी कंडीशन अप्लाइड है कि वही चूज कीजिए जहां देर इज अ पॉसिबिलिटी दैट मैग्नेटिक क्वांटम नंबर हो सकता है माइनस में और वो भी टू तो भाई l की वैल्यू जीरो तो एए की वैल्यू जीरो यहां तो पॉसिबल नहीं है यहां पर ए की वैल्यू वन तो एए की वैल्यू -1 टू प्व है यहां भी पॉसिबिलिटी नहीं है यहां पर l की वैल्यू टू है तो m ए की वैल्यू ये -2 से प्लट पॉसिबल है सही है ये एक है देन 4f में l की वैल्यू है 3 तो ml-3310nd एंड 4f 4s एंड 4p में नहीं होगा अब इसको आप ओरली भी कर सकते हैं देखिए 0 1 तो मैक्सिमम वैल्यू -1 2 प्व वाली -1 और व ही तक जाएगा ये डी है जिसमें ए की वैल्यू टू होती है तो वो -2 से 2 तक जाएगा तो आप देख लीजिए वो क्या पूछ रहा था -2 तो यहां तक तो आएगा ही नहीं कभी भी -2 या प् 2 वो स्टार्ट कहां से हो ग l = 2 से राइट ना रिवर्स इंजीनियरिंग कर सकते हैं अब आप बना लिया आपने सॉल्व कर लिया तो इसके लिए l = 2 चाहिए तो एटलीस्ट डी याडी से आगे की बातचीत करेंगे डी से पहले वाले तो काम क्या है ही नहीं करेक्ट बिल्कुल सही ऑर्बिटल विथ जीरो एंगुलर मोमेंटम कितनी बार बनाया हमने l = 0 तो रो एंगुलर मोमेंटम चकाचक या कचाकच फॉर एन इलेक्ट्रॉन विद n = 3 हैज ओनली वन रेडियल नोड ये याद कीजिए रेडियल नोड के बारे में क्या पढ़ा था हमने एटमिक नंबर से n - l -1 राइट एक रेडियल नोड बोला गया है प्यार से उसी फॉर्मूले को यहां पर इक्वेट कर दीजिए भूल गए हैं क्या फार्मूला भूल गए पता चल रहा है मुझे जो चनीय मुस्कान दे रहे हैं ना अब सब पता चल रहा है उससे तो n की वैल्यू 3 डाली हमने माइ l - 1 = 1 कर दिया जरा चेक करेंगे गाइस 2 - 1 = l लिख लेते हैं तो l = 1 भालो ठीक है अब इसके बेसिस पर निकालना है हमें ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम l = 1 ही तो निकालना था एंड h बा 2 पा बाहर में आ जाएगा 1 1+ 2 √2 सही है आंसर कर दीजिए जल्दी से कौन सा आ जाएगा √2 वाला ठीक है च ऑफ द फॉलोइंग सेट्स ऑफ क्वांटम नंबर रिप्रेजेंट्स एन इंपॉसिबल अरेंजमेंट कौन सी पॉसिबिलिटी है ही नहीं तो पॉसिबिलिटी नहीं है यह कैसे चेक करेंगे जहां पर लिमिटेशन होती है देखिए l की वैल्यू 0 से n -1 तक होती है चलेगा और एए की वैल्यू इसी पर डिपेंड करती है एल पर यहां तक तो बात ठीक है इस ये तो ये तो प्लस हाफ या माइनस हाफ होना ही है क्या चिल है इसका मामला इसको तो कोई देख ही नहीं रहा है राइट क्योंकि ये डिपेंडेंट नहीं है ना इन पर यह आपस में डिपेंडेंट है और इन्ही में हम फसाया जा रहा होगा अच्छा ए की वैल्यू फोर है तो एल तो आराम से थ तक जाएगा 0 2 3 ए ए जीरो के लिए जीरो हो जाएगा यह ए है तो ये एल मैक्सिमम ट तक ही जाएगा दिया हुआ है ये टू है तो ये थ्री कैसे हो गया इसकी मैक्सिमम ही वैल्यू टू है तो एए की मैक्सिमम वैल्यू टू तक जाएगी ना ये कैसे हो गया यही है अपराधी और यही हमारा आंसर है ये गलत है पॉसिबल ही नहीं है ये तो पॉसिबल है ये n = 5 है तो l जा सकता है 4 तक और ये जा सकता है -4 टू + 4 सही है तो यही है आंसर यही है गलत करेक्ट ना ऐसे पहचानते हैं आपको ये चेक ए चेक मत कीजिए वो तो दिया ही हुआ रहेगा अगर कोई अजीब वैल्यू दे दी गई प्लस माइनस हा के अलावा तो वो पॉसिबल नहीं है नहीं तो अक्सर इसी बात फसा रहे होते कि इन दोनों में क्या पॉसिबिलिटी बन सकती है यह चेक करो तो हम यही देख रहे होते कि ए की वैल्यू क्या है और एए कहां से कहां तक हो सकता है ऐसे ठीक है अब आते हैं इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन पर तो कभी भी इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन अगर बोला जाए लिखने के लिए तो पहले ना ऑर्बिट नंबर लिखेंगे फिर सब ऑर्बिट की पहचान लिखेंगे हम लिख रहे हैं क्वांटम नंबर आपको वैल्यू लिखनी है n की वैल्यू देन सब ऑर्बिट की वैल्यू अगर ए इ टू जीरो मतलब ए सब ऑर्बिट है तो ए सब ऑर्बिट लिखना होगा और उस पर्टिकुलर सब ऑर्बिट में कितने इलेक्ट्रॉन है सब ऑर्बिट में अलग-अलग ऑर्बिटल हो सकते हैं जैसे प सब ऑर्बिट में तीन है तो तीनों में टोटल इलेक्ट्रॉन जोड़ करके बता दो यहां पर ऐसे मतलब यह कॉन्फ़िगरेशन का बेस है अब आपको धीमे-धीमे धीमे-धीमे सारे एनर्जी लेवल में जो भी इलेक्ट्रॉन रखे गए हैं उनको इसी फॉर्म में दिखाना पड़ता है यानी कि किसी पार्टिकुलर एनर्जी लेवल का प्रेजेंटेशन ऐसे होता है बट जितने एनर्जी लेवल्स हैं सब दिखाने पड़ेंगे हर ऑर्बिट के डिफरेंट सब ऑर्बिट के अंदर कितने इलेक्ट्रॉन से यह दिखाने पड़ते हैं इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन में ऑर्बिटल से नहीं दिखाते हैं वह अलग से बॉक्स बना के दिखाते हैं फिर से बोल रहा हूं इलेक्ट्रॉनिक जब भी होगा तो ऑर्बिट और सब ऑर्बिट के कॉमिनेशन दिखाए जाते हैं कि किसी दिए गए ऑर्बिट में कौन से सब ऑर्बिट की बातचीत हो रही है और उस सब ऑर्बिट में कितने इलेक्ट्रॉन है और ऐसे ही सारे ऑर्बिट सब ऑर्बिट के कॉमिनेशन जो एजिस्ट कर सकते हैं एटम के अंदर वो लिखे जाते हैं ऑर्बिटल नहीं लिखे जाते ऑर्बिटल अलग से बॉक्स बना के दिखा दिए जाएंगे या जो पूछा जाएगा ऑर्बिटल से रिलेटेड वो बता दिया जाएगा दिखाते नहीं है ठीक है तो अब हम इसी तरह से लिखना शुरू करना है हमें यह ध्यान में रखना है कि हर ऑर्बिट के अंदर कौन-कौन से सब ऑर्बिट है जब हमें पता चला कि ऑर्बिट और सब ऑर्बिट के ही कॉमिनेशन दिखाए जा रहे होते हैं बारबार ऑर्बिट एंड सब ऑर्बिट का कॉमिनेशन ही दिखाना होता ऑर्बिट एंड सब ऑर्बिट का कॉमिनेशन दिखाना होता ऑर्बिट एंड सब ऑर्बिट का कॉमिनेशन दिखाना होता है ऑर्बिट सब ऑर्बिट का कॉमिनेशन दिखाना होता है और किसी एटम के अंदर जितने पॉसिबल कॉमिनेशन है सब दिखाई किसी भी एटम के अंदर जितने भी पॉसिबल कॉमिनेशन है ना सब दिखाने होते हैं कुछ छोड़ नहीं सकते सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने हो इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने होते हैं सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने होते हैं ठीक है सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने होते हैं सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने होते हैं सारे पॉसिबल कॉमिनेशन दिखाने होते हैं यानी कि तभी जाकर के बनेगा कंप्लीट इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन ठीक है अब दिखाना कैसे शुरू करेंगे तो हर ऑर्बिट के ना जितने भी सब ऑर्बिट है पहले वो माइंड में लाइए फिर पेन पर पेन से पेपर पर उतारिए कुछ इस तरह से लिख लीजिए लिख सकते हैं ऐसे बिल्कुल हर ऑर्बिट के ना सब ऑर्बिट को उठाइए आपको पता है कि किसी दिए गए ऑर्बिट में उतने ही सब ऑर्बिट होंगे फर्स्ट ऑर्बिट है तो आपको कितने सब ऑर्बिट मिलेंगे इसी तरह से आगे बढ़ सकते हैं फोर्थ ऑर्बिट में चार सब ऑर्बिट है ना और भी आगे बढ़ सकते हैं य याद रखें कि टू 36 ना हमेशा से जेई में माना जाता है टू 36 हमेशा क्या माना जाता है माना जाता है कि टू 36 जो एटमिक नंबर है ना वो आपको अच्छे से पता होने चाहिए किस किस एटम के हैं और क्या-क्या कमियां होती है क्याक चीजें नहीं होती 11 के हिसाब से वैसे तो अगर पूरे जेई के हिसाब से बातचीत कर करें तो फिर 12 में जो डी एंड एफ है उसमें तो कन्फेशन तो उ अलग ही लेवल पर है यह जितने भी आप नियम कानून सीखते हैं ना स्कूल लेवल पर व तो सब ऐसे ही रह जाते हैं हम जो करेंगे वह अभी के 11थ का 11थ में काम 12 का 12 में काम डी एंड ब्लॉक को मिक्स नहीं करते य नहीं तो मामला बहुत लंबा फैल जाता तो वो नहीं फैलाते है ना लाइक्स अभी तक नहीं हुए हैं इतना कि मोटिवेशन बढ़े मेरा तो लाइक जल्दी से फोड़ करके 1000 कीजिए तो थोड़ा कुछ मोटिवेशन आए वो कर दीजिएगा यहां पर हम क्या बताना चाह रहे हैं इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन को फाइनली अब आप लिखना सीख रहे हैं तो आपको यह समझ में आना चाहिए कि हर सब ऑर्बिट और ऑर्बिट वाला ऑर्बिट एंड सब ऑर्बिट वाला जो कॉमिनेशन है वही यूज हो रहा होता है क फिगरेशन लिखने में किसी एटम के अंदर एक मैक्सिमम लिमिट होगी कि कहां तक उसके ऑर्बिट और सब ऑर्बिट का कॉमिनेशन हम दिखा सकते हैं विद रिस्पेक्ट टू इट्स मैक्सिमम स्टेबिलिटी वाला कन्फेशन यानी कि ग्राउंड स्टेट वाला कन्फेशन अब ये ग्राउंड स्टेट वाला कन्फेशन क्या होता है तो ग्राउंड स्टेट कन्फेशन सारी चीज ना विद रिस्पेक्ट टू ग्राउंड स्टेट कन्फेशन हो रही है इसका मतलब होता है लोएस्ट एनर्जी और मैक्सिमम स्टेबिलिटी ग्राउंड स्टेट कन्फेशन के रिस्पेक्ट में हो रहा ठीक है यह ध्यान रखिएगा बब क्या होता है ग्राउंड स्टेट कन्फेशन में मिनिमम पोटेंशियल एनर्जी वाला यह स्टेट होता है पानी भी लिया जाए पानी पी लि जाए पानी पी लिया जाए एक मिनट रुकेंगे एक मिनट पानी पी रहे हा बोतल जो है ना [प्रशंसा] हमारी किसी को ब्रेक तो नहीं चाहिए अरे हमारे साथ रहिएगा तो ब्रेक लेने की आदत ही कम हो जाएगी सीधे जा एडवांस की प्रिपरेशन एडवांस लेवल की सेटिंग तो आपकी अभी से हो जाएगी जरूरत नहीं सोचने की है ना जी बिल्कुल चलिए कंटिन्यू तो हम बातचीत कर रहे थे कन्फेशन लिखने के लिए ऑर्बिट सबर्ट का कने लेना चाहिए इसमें भी क्या होता है कुछ नियम कानून फॉलो करने होते हैं तो नियम कानून सुन लीजिए देख लीजिए हमने लिखे होंगे हा यह है नियम कानून पॉली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल ऑफ बॉस प्रिंसिपल और हंस रूल अब पॉली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल क्या है वह पीछे बताया था अभी फिर से बता दू बट हमें अभी काम करना है ऑफ बस पर मैं पॉलि एक्सक्लूजन प्रिंसिपल आगे ही देखते हैं हमने लिखा हु भी आगे है इन शॉर्ट एक बार रिकॉल करा देते हैं कि किसी भी दो इलेक्ट्रॉन के एटम के अंदर किसी भी दो इलेक्ट्रॉन के चारों क्वांटम नंबर्स ऑल फोर क्वांटम नंबर्स सेम नहीं हो सकते सेम नहीं हो सकते सेम नहीं हो स तो फिर कैसे होंगे सेम नहीं हो सकते तो क्या होंगे डिफरेंट होंगे और क्या राइट क्वांटम नंबर सेम नहीं हो सकते ऑफ बस रूल क्या कहता है इलेक्ट्रॉन पहले लोवर एनर्जी लेवल्स में फिल किए जाएंगे लोअर एनर्जी लेवल्स में फिल किए जाएंगे लोअर एनर्जी लेवल्स में फिल किए जाएंगे जब तक लोअर एनर्जी लेवल में फिल नहीं किए जाएंगे हायर एनर्जी लेवल की बात तक मत कीजिए जो सबसे लोवेस्ट होगा उसम पहले जाएंगे उसके बाद फिर उसके ऊपर देन उसके ऊपर देन उसके ऊपर ऐसे कहानी चलेगी यह बताया गया है ठीक है हसल का क्या कहना है देखिए जब तक आपके पास इतने ऑर्बिटल रखे हुए हैं देखिए जितने भी रूल्स है ना इनको अभी आप यूज करेंगे तब समझ में आएगा क्वेश्चंस वगैरह में अप्लाई करेंगे तो बहुत क्लेरिटी आएगी क्लेरिटी ऐसे भी आएगी देखिए ये वाला तो पहले ही देखा था आपने किसी भी दो इलेक्ट्रॉन के पास चारों क्वांटम नंबर सेम हो ही नहीं सकते अगर तीन के तीन सेम हुआ पीछे एग्जांपल दिखाया था मैंने क स्पिन क्वांटम नंबर डिफरेंट हो जाएगा करेक्ट फिर यह देखिए ये कह रहे हैं कि इलेक्ट्रॉन हमेशा पहले ना सबसे लोएस्ट पोजीशन ऑक्यूपाइड फिर ऊपर फिर ऊपर फिर ऊपर और बात बनती भी है वह जो हमने एटॉमिक वेल देखा था अगर एक इलेक्ट्रॉन आपने उस वेल में डाला तो इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा सबसे पहले एकदम फर्स्ट ऑर्बिट में फर्स्ट ऑर्बिट में जगह फुल हो जाएगी तो आने वाले इलेक्ट्रॉन फिर सेकंड ऑर्बिट को फुल करेंगे फिर थर्ड को फुल करेंगे फिर फोर्थ को फुल करेंगे ऐसे होगा ऐसा नहीं कि इलेक्ट्रॉन का मन किया है कि फोर्थ में रुक जाए तो रुक गया न्यूक्लियस रुकने नहीं देगा न्यूक्लियस क्या बोलेगा कि एटम को स्टेबलाइज करना है चुपचाप पास में आओ जितने पास में आ सकते हो ऐसे चलती है कहानी हर्स रूल क्या बोलता है कि जब तक आपके पास जगह है इलेक्ट्रॉन विल बी फीड वन बाय वन पैरेलल टू ईच अदर वन बाय वन मतलब के पेयरिंग नहीं करनी है पैरेलल स्पिन के साथ रख पैरेलल स्पिन मतलब सेम स्पिन वन बाय वन पैरेलल टू ईच अदर अंट्स आर फील्ड फिड लाइक दिस जब ऐसा हो जाएगा ओनली देन पेयरिंग स्टार्टस देखिए इन दोनों नियम कानून पर काम करना है अच्छे से इन दोनों प इन दोनों पर अच्छे से काम करना है तो हम क्या करें कैसे करेंगे भाई ऐसे करेंगे देखिए ऑज रूल में क्या बताया कि लोअर एनर्जी लेवल को पहचानिए राइट तो लोवेस्ट एनर्जी लेवल को कैसे पहचानेंगे एक ये क्वेश्चन है जिससे आस प्रिंसिपल समझ में आएगा तो लोवेस्ट एनर्जी लेवल को पहचानना है लोवेस्ट एनर्जी लेवल को पहचानेंगे लोएस्ट एनर्जी लेवल को पहचानेंगे कैसे पहचानेंगे इधर लिख रहे देन हंस रूल के अकॉर्डिंग फिलिंग इन दोनों चीज को साथ साथ देखते पहले लोएस्ट एनर्जी लेवल इसे पहचानना बहुत आसान है आपने क्या करना है मेडल रूल फॉलो करना है जिसे हम बोलते ए प् ए रूल ए प्स एल यह प्रिंसिपल क्वांटम नंबर और एमल क्वांटम नंबर की वैल्यू है ए प् ए की वैल्यू कम सीधी बात एनर्जी कम सीधी बात है कि एनर्जी कम होगी सीधी बात एनर्जी कम हो n प् ए की वैल्यू कम सीधी बात है एनर्जी कम होगी राइट ऐसा बात ही खत्म हो गई आप पीछे जाकर के चेक कर सकते हैं देखिए कहीं पर भी किसी भी एनर्जी लेवल को उठाइए देखिए इसके लिए आप अगर n प् ए लिखेंगे चेक कीजिए तो n प् ए की वैल्यू 1 प् 0 = 1 2 प् 0 = 2 2 प् 1 = 3 आपसे पूछ कि 1s 2s और 2p में सबसे पहले इलेक्ट्रॉन किसके पास जाएगा 1s के पास क्योंकि सबसे लोएस्ट वैल्यू है n+ l की देन किसके पास जाएगा 2s के पास क्योंकि उसके लिए n + l की वैल्यू है 2 एंड देन किसके पास जाएगा 2p के पास क्योंकि उसके पास वैल्यू है 2 + 1 = 3 इन तीनों में सबसे पहले 1s देन 2s देन 2p यानी कि कॉन्फिन लिखते समय मैं 1s को पहले लिखूंगा लोएस्ट एनर्जी लेवल उसके बाद ज्यादा एनर्जी वाला 2s है उसके बाद ज्यादा एनर्जी वाला 2p है तो इस तरह से इलेक्ट्रॉन फिल होंगे तो अ बस प्रिंसिपल फॉलो होगा यह है कहानी ठीक है देन 3s ओ भाई साहब इसका तो सेम हो गया जहां जहां n प् ए सेम हो जाए यह ध्यान रखिए अगर ए प् एल सेम तो लोअर ऑर्बिट नंबर मतलब लोअर एनर्जी लेवल ऐसे डिसाइड करते तो अगर ए प् ए सेम देन लोवर ऑर्बिट नंबर मींस लोअर एनर्जी लोअर एनर्जी ऐसे ठीक है यह चलो यहां पर की बातचीत करते हैं फिर हमें अगर आपसे पूछना हो कि 2p और 3s में पहले इलेक्ट्रॉन किसम जाएगा तो जहां पर n की वैल्यू छोटी यहां पर इलेक्ट्रॉन पहले यहां जाएगा देन आगे बढ़ते हैं 3p में 3 + 1 = 4 n + l 3d में 3 + 2 = 5 4 + 0 4s के लिए 4 है दैट मींस भाई 3p और 4s में कंपटीशन 3p में इलेक्ट्रॉन पहले जाएगा करेक्ट है फिर क्या 3d और 4s में भी कंपटीशन है जी 4s की वैल्यू कम है पहले इलेक्ट्रॉन 4s में जाएगा 3d में नहीं भर देना अब यही वह क्लाइमेक्स है जिसकी जिसका इंतजार सभी कर रहे होते हैं और स्कूल में यह वाला जो पॉइंट है वो बहुत पॉपुलर होता है स्कूल में बहुत दिल दिमाग से पढ़ते सब बहुत बहुत बहुत समझ रहे हैं बात बहुत जरूरी समझे ना ये ये ये ये येय समझना जरूरी है ओके तो यहां पर अगर हम बातचीत करें देखिए यहां तक जो है ना 4s और 3d तक यहां तक कन्फेशन बहुत बहुत यूज किया जाता है हमारे अपने सिलेबस में बहुत डिस्कशन होते हैं यहां तक आगे भी जा सकते हैं जैसे देखिए 3d और 4p में डेफिनेटली 4 प् 1 इ 5 आ रहा है तो 3d पहले आएगा 4p बाद में आएगा एंड देन उसके बाद 4 प् 2 = 6 आ रहा है तो ये यहां तक जाएगा ठीक है यहां तक ही कन्फेशन बहुत यूज होता है अपने सिलेबस में 95 96 पर 34 पर ब्लक जो पढ़ते वहां पर कुछ बातें होती है ठीक है सो अभी क्लियर करते हैं देखो पॉली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल क्या बोलता है कि एक ही ऑर्बिटल में आपने स्पिन अलग-अलग दिखाएंगे दोनों इलेक्ट्रॉन का साथ साथ यह भी ध्यान में रखना है कि भाई किसी भी दो इलेक्ट्रॉन को उठा लेंगे हमें पता है कि किसी भी हाल में हम चारों क्वांटम नंबर सेम नहीं होने देंगे आ बस प्रिंसिपल सबसे लोएस्ट एनर्जी लेवल में चले जाइए n + l चेक कीजिए डन हंस रूल कहता है एक-एक करके भरिए खबरदार जो आपने बदमाशी की अगर स्टेबिलिटी की बातचीत की जाए देखिए हमारे पास है मान लीजिए यह p सब ऑर्बिट में दो इलेक्ट्रॉन फिल कर रहे हैं ठीक है आप एकदम s से स्टार्ट कर सकते हैं s1 कन्फेशन के लिए एक ऑर्बिटल एक इलेक्ट्रॉन चुन मुन ऐसे कीजिएगा ए2 दो इलेक्ट्रॉन अपोजिट स्पिन के साथ पॉल एक्सक्लूजन प्रिंसिपल अपोजिट स्पिन रखिए नहीं रखिएगा चारों क्वांटम नंबर सेम कहानी खत्म पॉलिश प्रिंसिपल तो बस इतना मान ली आपको कोई डायग्राम बना करके दे दिया गया तो आपको क्या करना होता है आप चेक करना होता भैया यहां पर जो है सेम स्पिन वाला तो नहीं रख दिया ना एक ही ऑर्बिटल में बस च हो गया पॉलिस प्रिंसिपल को चेक कर लिया आपने सही से फॉलो किया ना हा किया ऑर्बिट में तो इलेक्ट्रॉन ही कम होते हैं तो वहां पर तो ज्यादा टेंशन ही नहीं होती प सब ऑर्बिट की बातचीत करते हैं तीन-तीन ऑर्बिटल है दो इलेक्ट्रॉन फिल करने हैं पहले तो देखिए कभी ये मत सोचिए कि मैं यहीं से स्टार्ट करूंगा तभी सही है अरे नहीं आप यहां भी फिल कर सकते हैं और फिर यहां फिल कर सकते हैं लेकिन पैरेलल स्पिन के साथ क्योंकि जगह बची हुई है एकएक करके अभी फिल नहीं हुए है ना सारे ऑर्बिटल एकएक करके फिल नहीं हुए हैं तो चुपचाप पहले पैरेलल स्पिन के साथ कीजिए देखिए जब जब इलेक्ट्रॉन जबजब अलग-अलग ऑर्बिटल में होते हैं इलेक्ट्रॉन जब-जब अलग-अलग ऑर्बिटल में होते हैं इलेक्ट्रॉन जबजब अलग-अलग ऑर्बिटल में होते हैं तब तब आप उनको सेम स्पिन देंगे तो वो पूरे सिस्टम की स्टेबिलिटी बढ़ा देते हैं जब वो सेम ऑर्बिटल में होते हैं ना तो लड़ने लगते हैं तो वो रिपल करने लगते हैं तो स्पिन अपोजिट करने से स्टेबिलिटी तब आती है लेकिन अगर आपने अलग-अलग कमरे में रखा अलग-अलग ऑर्बिटल में तो फिर जो उनका स्पिन है वह पैरेलल रखेंगे तो टोटल स्पिन स्टेबिलिटी देता है एक ही ऑर्बिटल में रखा नहीं कि अब कहानी पलट गई अब रिपल्शन ज्यादा डोमिनेंट है तो रिपल्शन को काउंटर कैसे करेंगे तो स्पिन अपोजिट कर देते हैं उ इलेक्ट्रॉन क्या दिमाग वाली चीज है अलग-अलग है तो कॉपी करेंगे एक दूसरे की तो सिस्टम को स्टेबलाइज करेंगे यही हंस ने बताया एकएक करके फिल कीजिए तो ऐसे फिल कीजिए ये फिल करना सही है ऐसे ऐसे किया देखि किसी ने बोला कि सर ऐसे किया मैंने तो अरे ये भी सही है तुमने स्पिन तो सेम रखा है ना सही है किसी ने बोला कि ना हमने ऐसे रखा तो ये गलत है क्या अरे सही है यार पैरेलल स्पिन रखना इंपॉर्टेंट होता है किसीने बोला ऐसे रख लिया तो अरे सही है यार पैरेलल स्पिन रखो किने बोला ना ऐसे रख लेते हैं देखना यहां भरा और बोला कि यहां उल्टा भरेंगे और गलत हो गया रंग यह नहीं कर सकते फिर ऐसे ग ये उठाया यह किया यह किया फिर से रंग हो गया रंग है रंग नहीं हो सकता ऐ ठीक है चलिए अब मैं आपसे पूछ रहा हूं कौन कौन से रूल वायलेट हो रहे हैं दिखा दिखा करके पूछ रहा हूं या प्रैक्टिस p3 पर करवा दे क्या और p4 प भी करवा देते देखिए p3 में यह तरीका सही होगा यह तरीका सही होगा ऐसे फिल कर दीजिए या यही दोनों तरीके सही है कुछ भी और किया गड़बड़ कुछ भी और किया गड़बड़ आप ऐसे चाहते हैं इसको ऐसे रख करके ट करना हो गया खत्म कहानी कहानी ही खत्म हो गई कुछ भी कीजिएगा सब गलत हो जाएगा वो दो तरीके बस p4 में p4 में किसी ने बोला ऐसे फिल कर सकते हैं क्या सही है देखिए तीन इलेक्ट्रॉन एक एक करके हमें रास्ता तो दिख रहा है ना कि आपने तीन को पैरेलल भरा होगा तब जाकर के अपोजिट स्पिन किया होगा इस बात का हमें अंदेशा लग रहा है ना मतलब सही है कुछ नहीं सोचना आगे सही हो गया फिर ऐसा किसी ने बोला कि भाई ऐसा है ना इसमें एक भरा है इसमें दो भरा है और इसमें एक भरा है सही है क्या दिक्कत एक-एक करके पैरेलल वाला कंडीशन तो दिख रहा है ना कि फॉलो किया होगा किसी ने बोला कि नहीं भाई ये देखिए ऐसे करके ऐसे करके ऐसे कर दिया मुझे कोई ऐसा रास्ता नहीं दिख रहा जिसम मैं बोल सकूं कि तीन इलेक्ट्रॉन एक-एक करके पैरेलल स्पिन में भरे गए हो ना नहीं दिख रहा आपको दिख रहा है नहीं नहीं है ट मींस तरीका गलत वायलेशन ऑफ हस रू वायलेट हंस रू पॉलीस प्रिंसिपल को वायलेट किया है क्या नहीं पॉलीस प्रिंसिपल सही है देखिए अपोजिट स्पिन सेम ऑर्बिटल में अपोजिट स्पिन सेम ऑर्बिटल में ठीक है इसे देखिए ऐसा बोला ऐसा बोला p5 परफेक्ट है पैरेलल पैरेलल पैरेलल का सीन तो बन गया ना सही है कोई प्रॉब्लम नहीं है कोई और तरीका भी अरेंज किया जा सकता ऐसे किया ऐसे किया फिर ऐसे किया फिर ऐसे किया और ऐसे किया ये भी सही है डाउन वर्ड जो आप दिखा रहे हैं वो एंटी क्लॉक वाइज मान सकते हैं या अगर आपने इस वाले को ही एंटीक्लॉक वाइज बोला तो इसे आप क्लॉक वाइज मान सकते हैं राइट अब क्या करेंगे अब क्या करेंगे सही है क्या ही करेंगे आप हंस रूल तो सिर्फ यही चाहता है कि आप उस कंडीशन को कंफर्म कीजिए कि एक-एक करके जितने भी ऑर्बिटल थे पहले वो सिंगली ऑक्यूपाइड बा इलेक्ट्रॉन हुए ना विथ पैरेलल स्पिन आपको वो कंडीशन फुलफिल होते हुए दिखाई दे रही दैट मींस कि सब सही है और पॉलिस प्रिंसिपल तो वायलेट होगा तब जब कि आप अपोजिट स्पिन उस वाले कंडीशन को खराब करेंगे करेक्ट तो ऐसा देख लेते हैं देखिए हमने आपसे डायरेक्टली पूछ लिया कि भाई च रूल्स आर बीइंग वायले च रूल्स आर बीइंग वायलेट ऐसे पूछ च रूल्स आर बी लेटेड कौन कन से रूल वायलेट किए जा रहे तो रूल्स कौन कन से वायलेट हो रहे भाई यहां पर एक डायग्राम बनाया गया पूछ जिसम रूल्स कौन कौन से वालेट हो रहे ड ड एंड ड एक एक करके तीनों ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन पैरेलल स्पिन के साथ जाने चाहिए थे पैरेलल स्पिन का मतलब होता है सेम स्पिन राइट और हर्ट्स रूल को जहां पर हम लिख रहे थे हंस रूल वहां पर हमने लिखा कि देखिए इलेक्ट्रॉन फील्ड होने चाहिए वन बाय वन राइट पैरेलल स्पिन के थ्रू मैंने क्या बताया था कि आपको टोटल स्पिन भी बढ़ते हुए दिखाई देता है ठीक है अब टोटल स्पिन वाला पॉइंट मैंने अभी डिस्कस नहीं किया क्योंकि मैं पहचानना पहले दिखा कैसे आपके सामने अगर लिखा जाए ना कन्फेशन तो आप पकड़ सकते हैं कि हां भाई यह तो साफसाफ समझ में आ रहा है कि हंस रूल लेटेड है कि पॉली रूल लेटेड है या फिर र्स प्रिंसिपल लेटेड तो टोटल स्पिन वाले पॉइंट पर भी आते हैं पहले इस समझिए च रूल्स आर बी लेटेड तो साफ दिख एक एक करके सारे ऑर्बिटल में सेम स्पिन यह हंस रूल है हंस रूल लेटेड ह लेटेड लेटेड बिल्कुल ह लेटेड ना एक ही ऑर्बिटल में सेम स्पिन ह लेटेड सेम स्पिन पैरेलल स्पिन वाली कंडीशन वायलेट ठीक है यहां पर पॉली प्रि लेटेड पॉलि रूल भी बोल देते हैं उसे पॉलि रूल लेटेड क्यों भाई इसलिए वायलेट क्योंकि सेम स्पिन ऑफ इलेक्ट्रॉन इज नॉट अलाउड इन द सेम ऑर्बिटल है ना इन सेम ऑर्बिटल सेम ऑर्बिटल में सेम स्पिन नहीं रख सकते अलग अलग ऑर्बिटल में आप सेम स्पिन रख सकते हैं करेक्ट तो दोनों रूल वायलेट हो रहे हैं और लोअर एनर्जी लेवल में इलेक्ट्रॉन पहले भरना है और हायर में बाद में यह चीज फॉलो हो रही है डेफिनेटली और यहां पर सबकी एनर्जी सेम है तो यहां पर जो हंस रूल और पॉली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल जो इंपॉर्टेंट है बाकी रूल्स आपको यहां पर आप यहां पर आस प्रिंसिपल जब सारे के सारे का एनर्जी लेवल सेम है तो सारे के सारे जनरेट है तो यहां पर थोड़ी ना वो वाली बात होगी कि लोअर एनर्जी लेवल में भरा कि नहीं भरा पहले वो तो आप दो अलग-अलग एनर्जी लेवल दिखाएंगे तब बातचीत होगी वैसे ठीक है तो इस तरह से हम पहचानते हैं कि हंस रूल वायलेट है यानी पॉलि रूल लेटेड है कि नहीं एक साथ अब टोटल स्पिन वाली बात को देखते हैं हंस रूल को कई बार ऐसे भी बोला जाता है ह ऑफ मैक्सिमम स्पिन मल्टीपलीसिटी मैक्स स्पिन मल्टीपलीसिटी मैक्सिमम स्पिन मल्टीपलीसिटी यह भी कहा जाता है अब यह क्या है इसे ही मैं समझाना चाह रहा था कैसे इसे समझाते क्या होता क्या हैय मैक्सिमम स्पिन मल्टीपलीसिटी तो मैक्सिमम स्पिन मल्टीपलीसिटी में पहले ऐसे समझिए के टोटल स्पिन क्या होता है टोटल स्पिन हम निकालते हैं सम ऑफ स्पिन ऑफ ऑल इलेक्ट्रॉन देन टर्म होता है हमारे पास स्पिन मल्टीपलीसिटी यह जो टर्म है ना इसे हम कहते हैं ए और यह हो जाता है टवा ऑफ ए प्सव मान लीजिए आपके पास ऐसा कन्फेशन है p3 जिसमें आपने एक बॉक्स में तीन ऑर्बिटल में मतलब एक सब ऑर्बिट में आपने तीन ऑर्बिटल दिखाए सब ऑर्बिट में और आपने बिल्कुल हंट्स रूल फॉलो करते हुए देखिए हंस रूल इ फॉलो हंस रूल फॉलो सही है हसल फॉलो अब इसके अकॉर्डिंग देखिए टोटल स्पिन कैसे निकलता है मैग्नी पर ध्यान दिया जाता है साइन पर तब ध्यान देंगे जब ना अलग अलग स्पिन होग आप य माइनस हाफ बोले या प्लस हाफ बोले मैंने प्लस हा मान लिया कस्टमरी यानी ट्रेडीशन है आप माइनस हाफ प्लस कुछ भी ले लीजिए लेकिन सबको सेम देना पड़ेगा एक को माइनस तो सबको माइनस एक को प् तो सबको प्लस तभी सबके जोड़ेंगे तो आ जाएंगे 3 बाटू माइनस भी होता तभी पर बा ही लिखते अब निकालेंगे स्पिन मल्टीपलीसिटी वो कितनी आएगी वो इस फॉर्मूले से निकालते हैं 2s + 1 से आप बता दे मुझको कितना दिख रहा है वो टवा ऑफ s + 1 टवा ऑफ 3/2 प् 1 4 सही है फोर आएगा अच्छा फोर क्यों आएगा फोर क्यों आएगा बताइए जरा फोर क्यों आएगा भ आएगा व तो दिख रहा है मैथ सेय तो अगर किसी ने कहा कि कन्फेशन ऐसे नहीं लिखते ऑर्बिटल में कुछ चेंजेज कर देते हंस रूल को वायलेट कर देते हैं देखि हंस रूल का वायलेशन हो गया पैरेलल स्पिन के साथ आपने नहीं भरा आपने स्पिन अपोजिट फिल कर दिया अलग-अलग भर रहे थे एकएक करके हस रूल को वायलेट कर दिया आपने वायलेशन ऑफ हंड्स रूल है ना अब देखिए टोटल स्प निकालते हैं इस केस में एक का हाफ तो दूसरे का माइनस हाफ तो तीसरे का हाफ ऐड कीजिए हाफ माइनस हाफ और हाफ कितनी वैल्यू आएगी सिर्फ हाफ इससे स्पिन यह आ रही है ट वाइस ऑफ हाफ प्सव यानी ू यहां फोर और यहां ू क्या स्पिन मल्टीपलीसिटी कम होते हुए नहीं दिखाई दे रही मल्टीपलीसिटी यहां भी है यहां भी है लेकिन हंस रूल मैक्सिमम स्पिन मल्टीपलीसिटी वाले कंडीशन को ही सबसे ज्यादा स्टेबल बोलता है सबसे स्टेबल यही है यही कंडीशन ग्राउंड स्टेट कन्फेशन के लिए इंपॉर्टेंट है यही कंडीशन चाहिए कुछ और नहीं यही कंडीशन मांगते हैं भाई यही कंडीशन चाहिए इसीलिए दिस इज रंग क्योंकि मल्टीपलीसिटी कम हो रही है वायलेशन से प्रूफ हो गया है ना प्रूफ कर दिया ना क्या प्रूफ कर दिया वायलेशन ऑफ हंस रूल वायलेशन ऑफ हंस रूल वायलेशन ऑफ हस रूल गिव्स वायलेशन ऑफ हंस रूल गिव्स लो स्पिन मल्टीपलीसिटी लो स्पिन मल्टीपलीसिटी वायलेशन ऑफ गिव लो स्पिन मल्टीपलीसिटी सही है ना एंड इसीलिए जब कभी भी बातचीत आएगी हं ल को फॉलो करने की हस इलेक्ट्रॉन आर फड फर्स्ट विथ पैरेलल स्पिन सो एस टू मैक्सिमाइज स्पिन सो टू मैक्सिमाइज स्पिन मल्टीपलीसिटी यह है कहानी पूरी समझे यह थी बात अब कन्फेशन लिखने की बात आ रही है सारी कहानी होग सारी कहानियां हो गई आपको ख क्या क्या करना है ग्रेशन की बातचीत आ गई है तो देखिए आपको ध्यान रखना है कि पॉलिस एक्सक्लूजन प्रिंसिपल यह भी फॉलो होना चाहिए व बस प्रिंसिपल भी फॉलो होना चाहिए जिसके लिए आप n प् ए रूल मेड लंग्स रूल भी नाम देते हैं उसको फॉलो करना है हंस रूल है तो वो तो ऑर्बिटल डायग्राम में यूज होगा उसका ऐसे नहीं यूज होगा ऑर्बिटल डायग्राम के लिए ही आपको हंस रूल आना चाहिए अगर ऑर्बिटल डायग्राम नहीं दिखा रहे हैं तो आप अगर इस तरीके से चलना चाहते हैं ना यह फिल करके चलना चाहते तो वो तो आप चल ही लेंगे ऐसे समझे यस तो अगर अब देखा जाए अब यह देखा जाए कि आप कन्फेशन कैसे लिखेंगे तो कन्फेशन लिखना अगर हम स्टार्ट करें पहले एटम से यानी कि हाइड्रोजन से तो तरीका आपका क्या है ऑर्बिट नंबर है ना ऑर्बिट नंबर एंड सब ऑर्बिट इनका कॉमिनेशन दिखाना है यह फॉर्मेट है आपका ऑर्बिट नंबर सब ऑर्बिट और सब ऑर्बिट के अंदर जो टोटल नंबर ऑफ इलेक्ट वो दिखाइए और ऐसे करके सारे एनर्जी लेवल्स को दिखाइए ए प् ए का ध्यान रखिए सबसे इंपॉर्टेंट ए प् ए का ध्यान रखना है हाइड्रोजन से स्टार्ट कर रहे हैं अगर हाइड्रोजन से स्टार्ट करेंगे फर्स्ट ऑर्बिट उसमें ए सब ऑर्बिट एक इलेक्ट्रॉन फिल करेंगे इतना एनर्जी लेवल है आगे बात करने की जरूरत ही नहीं आगे बात करने की क्या जरूरत है हीलियम पर चलते हैं हो गया य ऐसा नहीं देखि आगे जो 2 है आगे सेकंड ऑर्बिट के यह सब ऑर्बिट भी है लेकिन इलेक्ट्रॉन यही जाना चाहेगा क्योंकि लोएस्ट एनर्जी स्टेट यही है आप जीरो जीरो लिख करके दिखा सकते हैं मेहनत क्यों करना है इतनी यहीं पर कन्फेशन ग्राउंड स्टेट और सबसे स्टेबल कन्फेशन डन है आगे बढ़ आगे बढ़ आगे बढ़ हीलियम के लिए बताइए क्या लिखेंगे हीलियम के लिए फर्स्ट ऑर्बिट ए सब ऑर्बिट दो इलेक्ट्रॉन यहां पर जड की वैल्यू न एटमिक नंबर वन यहां पर जड की वैल्यू टू एटमिक नंबर टू लिथियम कैसे लिखेंगे ए2 एव करेक्ट बेरिलियम क्योंकि जैसे जैसे लिथियम में तीन इलेक्ट्रॉन है तो नस की कैपेसिटी हो चुकी फुल मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन आप कितने फिल कर सकते हैं किसी भी सब ऑर्बिट में जितने ऑर्बिटल उसका डबल राइट तो अभी आपको दिखाई दे रहा है ए सब ऑर्बिट इसमें एक ऑर्बिटल मैक्सिमम दो इलेक्ट्रॉन प सब ऑर्बिट देखा हुआ हमने तीन ऑर्बिटल है तो मैक्सिमम कितने इलेक्ट्रॉन होंगे सिक्स इलेक्ट्रॉन ऐसे अपोजिट स्पिनस के साथ यह होने वाला है प्रेजेंटेशन राइट ना इसमें कोई अगर ट्रबल है तो यह यहां पर पहले बना देते हैं लीजिएगा ठीक है देखिए अगर फिलिंग की बात करें ऑर्बिटल डायग्राम की बात करें तो ऑर्बिटल डायग्राम कुछ ऐसा बनेगा कन्फेशन लिखने में तो जरूरत नहीं होती इसकी बट समझने की होती है कि कैसे कैसे फिल किया हुआ होगा तो ऑर्बिटल डायग्राम अगर बनाएंगे ए सब ऑर्बिट का तो इसमें मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन के साथ दिखाएंगे तो प के साथ हमें पता है कि प स वाला कन्फेशन है मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन वाला और कैसे वो फिल होगा ऐसे फिड हो जाएगा ठीक है देन ी में कितने हैं 10 d में 10 10 है तो फिल करते हैं ना एकएक करके फिल किया फिर दो दो करके फिल किया ऑसम ठीक है टेल वैसे ए 14 भी फिल कर सकते हैं सात ऑर्बिटल दोती च पा तीनती 6 और एक सा एक एक करके फिल करते जाएंगे सेन इलेक्ट्रॉन अब जाक के पेयरिंग स्टार्ट करें यह हंस रूल वाला तरीका बिल्कुल राइट ना फिलिंग कहीं से भी स्टार्ट कर सकते हैं क्योंकि सबकी एनर्जी सेम है बट एक एक करके पहले फिल कर लेंगे उसके बाद फेयरिंग स्टार्ट करेंगे राइट ओके ठीक है यहां पर आते हैं ए सब ऑर्बिट में दो इलेक्ट्रॉन प सब ऑर्बिट में छ इलेक्ट्रॉन फिल कर सकते हैं यहां पर अभी जगह खाली है 2s में दो जाएंगे अब फिल हो गया 2s भी सेकंड ऑर्बिट का ए ऑर्बिट फ फिड हो गया तो बोन में आएंगे क्या करेंगे बोन में 1s कई बार ऐसा भी करते हैं देखिए ये हीलियम का कन्फेशन और इनर्ट गैस का है तो हीलियम ऐसे लिख देते हैं हालाकि हीलियम कितना छोटा है कि जितनी देर में हीलियम लिखेंगे उतनी देर में व एस भी लिख लेंगे तो फर्क क्यों पड़ा तो ये चीज तब फायदेमंद होती है जब कन्फेशन थोड़ा बड़ा होता है इनर्ट गैस को पहले लिख देने से क्या होता है कि उतना आप छोटा कर सकते हैं कन्फेशन को देखिए सोडियम से हम स्टार्ट कर सकते हैं क्योंकि सोडियम तक सोडियम के केस में निन तक का जो कन्फेशन छोटा हो जाएगा दिखाते ब यहां पर मजे के लिए य यहां पर भी लिख के छोड़ते हैं बोन में क्या करना है आपको 22 लिखने के बाद 2 प में जाना है राइट पांचवा इलेक्ट्रॉन में जाएगा 2s फीड है तो कार्बन का कन्फेशन कैसे लिखेंगे ट हीलियम यानी के देन 22 एंड देन में कितना लिखेंगे सही है है ना बोलो नाइट्रोजन में क्या हो जाएगा फिर यह पूरा पार्ट सेम होगा और यहां पर क्या आ जाएगा 23 सही है यह जानबूझ करके थोड़ा डिफरेंट डिफरेंट करके दिखा रहे हैं ऐसा तो नहीं आप घूम रहे हैं ऑक्सीजन की बातचीत आ गई ओ लिखा तो लड्डू म समझना ऑक्सीजन 24 सही है फ्लोरीन की बातचीत करते हैं क्या लिखेंगे 25 निन की बातचीत करते हैं क्या लिखेंगे 26 आपको यह डैश डैश जो अजीब लग रहा है तो चलिए कीजिए मेहनत मुझे से करवाएगा ना यही तो रीति रिवाज है दुनिया की लिखवा लो क्या ही कर सकते जानबूझ के आपको तंग करने के लिए हीलियम लिख रहे कुछ लोग बोले जितने देर हीलियम लिख रहे उर लिख लेंगे लिखिए ना मैं तो याद दिलाने के लिए बोल रहा देखि आगे चल कर के हम इनर्ट गैस ज्यादा यूज करेंगे निन आही गया निन ने यह बात सुन ली हमारी अब चलते हैं सोडियम तो चन हो ग सारे सोडियम से स्टार्ट करते 11 इलेक्ट्रॉन निन तक फिल कर लेंगे ना तो 2 प तक फिल हो चुका है अब 3s में एक इलेक्ट्रॉन ठीक है मैग्नीशियम कुछ बच्चे ढूंढ रहे होंगे सोडियम के बाद क्या है मैग्नीशियम के बाद क्या है बचपन में याद करके मैडम को सुनाया करते थे अब तो बुढ़ापा आ गया तो अब तो भूल गए 3 ए2 एलुमिनियम नियोन 3s के बाद फिर 3 प आएगा देखिए अभी तक वह कंडीशन नहीं आई है याद है जहां पर के n प् एल की वैल्यू सेम हो जाती थी और फिर समझदारी से हमें समझना पड़ता था किसमें पहले जाएगा इलेक्ट्रॉन वो कंडीशन आई नहीं आएगा अभी हां हां वो 3d और 4s वाला वो बड़ा इंपॉर्टेंट है और स्कूल लेवल पर बहुत डिस्कशन होता है उसका 11थ क्लास में तो आपके लिए कन्फेशन का मतलब ही है अरे एक्सेप्शन जो क्रोमियम में होता है अरे एक्सेप्शन जो कॉपर में होता है एक्सेप्शन क्या है अब n ् l वो एनर्जी डिटरमाइंड करता है तो उसी के बेसिस पर सारी बातें होती है उसी के बेसिस प सारी बातें होती है ठीक है अच्छा यहां पर क्या कर रहा था मैं क्या डिस्कस कर रहा था हां वो n प् ए दिखाने की कोशिश कर रहा था ना मैं n प् ए दिखा देते हैं हा यह देखिएगा जो 2p और 3s में बातचीत थी तो 2p और 3s में तो हमने देख लिया कि ू में पहले चला जाएगा तो मस्त हमने 1s में 2s में 2p में पहले भरा देन 3s में भरा आगे बढ़ते गए 3p में कोई टेंशन नहीं है 3d और 4s का ही कंडीशन है जो कि बहुत टेंट है बाकी कुछ नहीं है जितने कन्फेशन में पढ़ने है अभी 11थ में यही है पूरे 11 12 में भी सबसे इंपोर्टेंट जो अभी पढ़ रहे कन्फेशन वही है बट डी एंड ब्लॉक वाला व ऐड होगा 12थ में बट व हमने ट्रिक्स बनाई हुई है तो जो पूछते हैं सब हम कर ही देते हैं एलुमिनियम तक हो गया ना आगे बढ़ते हैं चलिए बता कितने लोगों को याद है कि सिलिकन होता है इसके आगे आंसर बताही दिया ग सर्च किया किसी ने पाप लगेगा 3s 3 प2 सिलिकन के बाद फास्फोरस इसने पूरा ही अच्छे से ग सर्च कर करके बैठ गए टेंशन नहीं याद नहीं किया ऐसे ही है बता देंगे गाना बहुत याद किया सर बचपन में हाय लीना करो रब से फरियाद बेटा मांगे कन्या सुंदर बहुत याद किया सर कन्फेशन नहीं पूछिए बस हमने बचपन में यह वाला कन्फेशन पढ़ा है सोडियम का दो आठ एक यह तो काम ही नहीं आ रहा ऐसा नहीं है कुछ के काम नहीं आ रहा है यह जो तरीका है ना यह बोर्स मॉडल वाला है जो हम लिख रहे हैं वो क्वांटम मॉडल वाला है और उसी पर पूरी की पूरी केमिस्ट्री चलनी है राइट बोर्स वाले मेथड से नहीं क्वांटम मॉडल वाले मेथड से फास्फोरस तक बातचीत हो गई है सल्फर की एंट्री है भाई सल्फर के केस में नियोन लिखा 32 3 p6 कर दिया क्लोरीन लिखा देखिए मैं क्रोमियम तक ही लेकर के जा रहा हूं खुश मत हो जाइएगा कि आज जो है पूरा 118 एलिमेंट का लिख रहे हैं 11थ है ये आप क्रोमियम तक ही झेल पाएंगे उसके बाद आप वैसे ही नहीं पढ़े ऐसे ही एनर्जी डाउन है पहली क्लास में क्या एनर्जी थी 11 में बतासे मैं जानता हूं बहुत सारे बच्चे रिकॉर्डेड देखेंगे उनको ढेर सारा प्यार लाइक करना मत भूलिए मोटिवेशन कम मत कीजिएगा लेकिन एनर्जी बढ़ा के रखी और 11 के स्टार्टिंग व एनर्जी ज्यादा है और बाद में एनर्जी कम है तो कसम से फिर क्या बोलू मैं बोलो सही बात नहीं है ना क्या लिख बताओ क्लोरीन के लिए नियन देन 32 किसी ने बोला 3 प से अरे यार सॉरी किसी ने बोला 35 सही है बिल्कुल है 36 तक जाएगा वहां पर आपसे गप्पे मारने के चक्कर में लिख दिए थे आप तो बस यही ढूंढते रहते हो कि टीचर गलती कर दे कैसे भी मोहल्ले में हम यही फैलाए थ प सि देख रहे अब हमें आर्गन भी मिल चुका है जैसे ही हम आर्गन के आगे पोटेशियम में जाएंगे क्यों मेहनत करेंगे पूरा का पूरा आर्गन का कन्फेशन लिखो एंड 3 प के बाद कौन आता है 4s आता है चिपका में हो गया छोटा कन्फेशन कैल्शियम आता है ज इ 20 आर्गन 42 अब आती सबसे मजेदार कहानी अब डी ऑर्बिटल आएगा यह याद रखिए कि डी ऑर्बिटल आया नहीं कि दुखों की शुरुआत हो गई दुख की शुरुआत का मतलब भाई डी ऑर्बिटल बहुत बहुत बहुत पूरी केमिस्ट्री में डी जब जब आएगा ध्यान दीजिए डी फॉर ध्यान दीजिए डी फॉर दुख है डी फॉर दर्द है ध्यान दीजिए डी फॉर दूरी भी है न्यूक्लियस से दूरी यह दुख दर्द दूरी सब है डिस्टेंस आहा ध्यान देना होता है डी सब ऑर्बिट के बिहेवियर पर अब यहां से स्टार्ट होने वाला है तो आगे है किसी में हिम्मत के बता दे कि 21 किसका है अ जी हम तो बताएंगे ही आप बताइए ना 21 आर्गन 18 इलेक्ट्रॉन निपट गए 4s के दो इलेक्ट्रॉन निपट गए अब 3d देखिए 3d और 4s में हमने 4s पहले क्यों भरा क्योंकि n प् ए है ना हम चाहते तो यहीं पर बोल सकते थे 4s पहले क्यों 4s पहले 4s 3d से पहले 4s फिल करेंगे क्यों 3d से पहले 4s फिल करेंगे ऐसा क्यों है 3d से पहले 4s इसलिए फिल करेंगे पहले फस फिल करेंगे क्योंकि n प् ए 4s के लिए कम है के लिए कम है 4s के लिए कम है डी से पहले 4s फिल करेंगे क्योंकि n प् ए 4s के लिए कम है ठीक है बिल्कुल अब आते है 4s 3d से पहले 4s फिल करेंगे क्योंकि n प् ए 4s के लिए कम है क्लियर है ना फिर से एक बार ये केएफसी कूल एंड फोड कांसेप्ट रिकॉल करा दिया है बढ़ते हैं आगे यहां देखिए 4s में पहले 3d में बाद में जब 4s फुल हो गया तो टाइटेनियम 22 र्गन 4s 2 3d 2 आने वाला है क्रोमियम कुछ लोग दिल थाम के तैयार बैठे होंगे सुनना है क्रोमियम के बारे में है ना आर्गन 42 33 क्रोमियम हम स्पेशली य लिखें क आपको बहुत बेसब्र से इंतजार है चमका करके बिल्कुल लिखेंगे क्रोमियम सिंबल्स वगैरह है ना ध्यान में बचपन में खूब सिंबल वगैरह भी याद करवाए जाते हैं मरकरी का हाइड्रा जयम हाइड्रा सोडियम ही बोल लीजिए सोडियम का लियम देखिए ए स कोई भी बोल लेगा जरा एक बार पूछिए तो कि ये ए है क्या ना ना नाना निकल जाएगा है ना मुझे ल बहुत सारे लोग जिनको सोडियम का व लैटिन नेम जो है वो दिल दिमाग से निकला हुआ होगा सच ना एकदम ना क्रोमियम क्या लिखें देखि क्रोमियम का कन्फेशन 4 एव 35 होता है यह नेचुरल कन्फेशन बहुत सारी बातें इससे रिलेट करके पढ़ाई जाती है हम उसी को डिस्कस करते हैं अभी बट यह जो कन्फेशन है नेचुरली यह अकर होता है एक्सपेक्ट यह किया जा रहा था एक्सपेक्टेड क्या था एक्सपेक्टेड ये था एक्सपेक्टेड वाज के आर्गन होगा 4s 2 होगा 3d 4 होगा नहीं हुआ ऐसा नॉट फाउंड नेचुरली ये होता है नेचुरली फाउंड है ना ग्राउंड स्टेट में मोस्ट स्टेबल फॉर्म में ये नॉट फाम क्यों आप बताएं हाफ फीड फुल फीड हाफ फीड फुल फीड है ना बहुत किया है जिन्होंने नहीं किया है अच्छी बात है य सुनिए एकदम ध्यान से क्रोमियम का कन्फेशन एक्सपेक्टेशन से डिफरेंट क्यों है यह समझाने के लिए हम समझेंगे स्टेबिलिटी ऑफ हाफ फीड एंड फ और यह चीज हमें अभी आयनाइजेशन एनर्जी में भी हेल्प करेगी समझने में इलेक्ट्रॉन गेन एंथा पी में भी हेल्प करेगी समझने में इसीलिए अच्छे से समझेंगे स्टेबिलिटी ऑफ हाफ फीड एंड फुली फीड कन्फेशन हाफ फील्ड एंड फुली फीड आधी अधूरी बातें बहुत सुनी जाती है बट अभी आपको बहुत अच्छे से समझना है कि क्या क्यों कैसे होता है सो समझिए देखिए स्टेबिलिटी हाफ भाई एक चीज होती है जिसे हम कहते हैं सिमेट्री हां जरा सोच करके देखिए सिमिट्रिकली हमने अपने आईफो को रख दिया बड़े प्यार से ऐसे है ना थोड़ा अनसिमिट्रिकल बनाए इसे इसे इसे ऐसे इसे ऐसे रख रहे हैं हमें पता है जान हथेली पर है ये जैसे जैसे इधर भाग रहा है हमें बैलेंस बनाने के लिए संभालना पड़ता नॉर्मल फोर्स भाई न्यूटन लॉज ऑफ मोशन नॉर्मल फोर्स लगाने की कोशिश हो रही है ऐसे कि बैलेंस हो जाए लेकिन अगर मैं बोलूं कि नहीं एकदम ऐसे कर दिया मैंने आगे की तरफ रख दिया सिमेट्री खराब कर रहे हैं सिमेट्री तो तब है ना जब कि इधर जितना पार्ट दिख रहा है उतना पार्ट इधर से दिखाई दे और मैंने बीच से ऐसे फोर्स लगाया हुआ भाई पकड़ा हुआ है लेकिन बहुत ज्यादा इधर रख देंगे तो क्यों क्लासिकल एग्जांपल भाई लाइफ में हमें पता है हर समय हम स्टेबिलिटी को सिमेट्री से रिलेट कर सकते हैं पेन घुमाने वाला काम तो बहुत करते हैं आप पेन को थोड़ा सा रख भी लेते हैं आहा क्या स्टेबिलिटी है है ना पता है किय आप कहे कि ऐसे करके स्टेबलाइज करो इधर ज्यादा पार्ट रख लो और इधर कम रख लो ना होने वाला सिमेट्री हर जगह अगर ध्यान से देखें दिखेगी कि स्टेबिलिटी का रीजन ज्यादा सिमेट्री ज्यादा स्टेबिलिटी डेफिनेट है ज्यादा सिमेट्री ज्यादा स्टेबिलिटी ज्यादा सिमेट्री ज्यादा स्टेबिलिटी लेकिन ज्यादा सिमेट्री ज्यादा स्टेबिलिटी वो तो सही है अगर हम बात करें कि ज्यादा सिमेट्री ज्यादा स्टेबिलिटी कन्फेशन में कैसे दिखाए दिखा सकते हैं जब आप ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन फिल कर रहे हैं ना वह भी इलेक्ट्रॉन की फिलिंग के हिसाब से सिमेट्री कैच करते हैं देखिए सिमेट्री ए ऑर्बिटल यह ज्यादा सिमिट्रिकल है एस कंपेयर टू इसके अब यह कैसे पता लगाया हमारे पास तो हमने बहुत एक्सपेरिमेंट अभी तक कर लिए जो बता रहे हैं इलेक्ट्रॉन निकालने जाओ तो यहां से इलेक्ट्रॉन निकालना बहुत मुश्किल है और यहां से निकालना आसान है इलेक्ट्रॉन निकालना कहां से मुश्किल होगा जहां स्टेबिलिटी ज्यादा होगी जहां स्टेबिलिटी कम है वहां से इलेक्ट्रॉन निकल जाएगी निकल जाएगी या जाएगा जो भी है अभी नहीं करते इस इलेक्ट्रॉन के लिए है ना इट्स इजियर देखि अंग्रेजी प आ जा इटस इयर टू रिमूव एन इलेक्ट्रॉन फ्रॉम दिस कन्फेशन एस कपे टू दिस कन्फेशन दिस हायर सिट्री हर वो केस जहां पर आपको लग रहा एनर्जी ज्यादा लगानी पड़ेगी व ज्यादा स्टेबल है कितना सीधा केमिस्ट्री सारी चीज ऐसे हो जाते है थोड़ा सा आप अपना लगाइए ज्यादा एनर्जी लग रही है भाई ज्यादा स्टेबल कंडीशन है साफ दिख रहा हैया यह दोनों मिलकर के स्पिन कैंसिल कर रहे हैं सिमेट्री दे रहे अगर प ऑर्बिटल की बातचीत हुई वैसे ही एक एक ऑर्बिटल को आप फुली फिड कर दीजिए हर एक ऑर्बिटल सिमिट्रिकल है हर एक ऑर्बिटल सिमिट्रिकल है हाफ फीड और फुली फीड साफ साफ दिख र इसी वाले फंडे को हमने तीन ऑर्बिटल के साथ लगा दिया इसको तीन गुना किया तो इसको भी तीन गुना कर द मैथ्स यह तो समझ में आ बट पता है क्या अगर मैं आपसे पूछूं कंपेयर कर दीजिए चार इलेक्ट्रॉन वाली कंडीशन डाल दी मैंने प में यह p3 है p3 और p4 को कंपेयर कर दीजिए हस रूल के हिसाब से एक एक करके भरिए और किसी एक में पेयरिंग कर दीजिए और p3 और p4 को कंपेयर कीजिए हर बार हमने पाया कि p3 ज्यादा स्टेबल है एक एक्स्ट्रा इलेक्ट्रॉन डालना स्टेबिलिटी को खराब कर देता है एक एक्स्ट्रा इलेक्ट्रॉन डालना स्टेबिलिटी को खराब कर रहा है यह मजेदार चीज होती है अभी आ एनर्जी में बहुत डिस्कशन करेंगे इस पॉइंट का देख रहे जो ऑर्बिटल जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा न्यूक्लियस से दूर होगा जो भी सब ऑर्बिट न्यूक्लियस से जितना ज्यादा दूर होगा जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा दूर होगा उसको सिमेट्री उतनी ज्यादा चाहिए कौन सबसे ज्यादा दूर होगा एस प और डी में पहले इस केसी को लिखिए एकदम मौज कीजिए केसी क्या जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा जितना ज्यादा दूर होगा न्यूक्लियस से दूर होगा न्यूक्लियस से जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा दूर होगा न्यूक्लियस से जितना ज्यादा दूर होगा न्यूक्लियस से उतनी ही ज्यादा उसे सिमेट्री की जरूरत होती है क्योंकि न्यूक्लियस से दूर है तो अनस्टेबल है तो कैसे किस वजह से कैसे स्टेबलाइज करें लीजिए स्टेबलाइज करने का तरीका क्या है सिमेट्री दीजिए क्योंकि न्यूक्लियस से दूर होने से वैसे ही अनस्टेबल है वो तो जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा दूर होगा न्यूक्लियस से उतनी ही ज्यादा उसे सिमेट्री की जरूरत होगी सिमेट्री की जरूरत होगी होती है लिख देते हैं और क्या जरूरत होती है समझे तो जो भी सब ऑर्बिट जितना ज्यादा दूर होगा न्यूक्लियस से उतनी ही ज्यादा उसे सिमेट्री की जरूरत होती है समझे तो सिमेट्री के लिए भूख किसके पास सबसे ज्यादा है सिमेट्री के लिए भूख सिमेट्री के लिए भूख जरा चेक कीजिए सिमेट्री के लिए भूख किसके पास सबसे ज्यादा है एफ सब जो जितना दूर होगा हम चार सब ऑर्बिट पर डिस्कशन करते हैं ए पडी एरे सिलेबस में एफ सबसे ज्यादा देन डी और काफी डिफरेंस आ जाता डी और प में क्योंकि अचानक से जैसे ही आप प के आगे बढ़ते हैं डी से ना जो दूरी होती है व अचानक से बहुत ज्यादा हो जाती है एस और प को कहीं ज्यादा ही न्यूक्लियस के नजदीक मानते हैं एस और प को न्यूक्लियस से कहीं ज्यादा नजदीक मानते हैं यह जो एफ और डी प के आगे बढ़े नहीं कि एकदम डी से ना दूरी बढ़ जाती है डी दूरी तो सिमेट्री के लिए भूक यह इसका ऑर्डर य और इसको केसी लगा दीजिए कूल एंड फोड कांसेप्ट भाई यह सब नहीं मिलने वाली य सब चीज बुक्स में सिर्फ बीस्ट केमिस्ट के नोट्स में मिलेंगे बस सिमेट्री के लिए भूख अब सिमेट्री के लिए भूख और आप क्या करेंगे ये तो सिमेट्री के लिए भूक है ठीक है दूरी की बात करें न्यूक्लियस से दूरी ए सबसे नजदीक है है ना न्यूक्लियस से दूरी भी तो एफ की सबसे ज्यादा है जो जितना ज्यादा दूर है उसको उतना ज्यादा जो है वो ट्री के लिए भूख है करेक्ट स्टेबिलिटी एस की ज्यादा है प से तो न्यूक्लियस से नजदीक रहने की वजह से एस सब ऑर्बिट न्यूक्लियस से नजदीक कैसे पता लगाया हमने भाई एस सबसे पहले आएगा हमने देखा फर्स्ट ऑर्बिट में एक सब ऑर्बिट होता है ए स्टार्ट किया हमने सब ऑर्बिट को ए सब ऑर्बिट से सब ऑर्बिट के बारे में प हमने कहां से शुरू किया एस सब ऑर्बिट से तो न्यूक्लियस के सबसे नजदीक कौन होता है एस सब ऑर्बिट उसके बाद प सब ऑर्बिट और जैसे ही आप डी सब ऑर्बिट में एंटर करते हैं अचानक से दूरी बढ़ जाती है ये फंडा समझे तो क्या समझना है आपको यह है हिसाब किताब जो जितना ज्यादा दूर होगा उसे सिमेट्री की आवश्यकता उतनी ज्यादा तो डी सब ऑर्बिट को इन तीनों में कन्फेशन में यह तीन इंपॉर्टेंट है कन्फेशन के लिए कन्फेशन में यही तीन यूज होते हैं मे कन्फेशन के लिए सबसे इंपॉर्टेंट ठीक है तोडी सब ज्यादा दूर है तोडी को सबसे ज्यादा सिमेट्री चाहिए अब कमिंग बैक टू क्रोमियम वाला पार्ट आपको समझ में आ गया s p और डी में सबसे ज्यादा सिमेट्री की जरूरत किसको है d को और अगर आप देखेंगे अगर देखेंगे ध्यान से यहां पर हमने p की बात कर ली s की बात कर ली s2 और s1 की बातचीत कर ली ये बातचीत हो रही थी p6 की p6 ्र p3 ग्र p4 है d की बातचीत कर लेते हैं देखिए d10 ये कहीं ज्यादा स्टेबल होगा d5 से और d5 तो खैर बाकी किसी भी कन्फेशन से बहुत ज्यादा होगा तो d4 है और d5 का भी ऑप्शन अगर है किसी भी स्पेसस के पास किसी भी स्पेशियस के पास तो क्या होने वाला है है ना किसी भी स्पेसस के पास अगर यह कंडीशन है कि वो d5 भी अचीव कर सकता और d4 तो वो d5 लेगा इसके वजह से स्टेबिलिटी कम क्यों करेगा व क्रोमियम के पास यही तो था ना देखिए हमने इसी तरह से टे इसकी बातचीत कर ली अब इस वाले पॉइंट को हमने सीखा एंड इसके बाद हम क्या कर सकते हैं यह लिख सकते हैं कि भाई दोनों चीजों को हमने सीखा तो समझ में आ रहा है कि स्टेबिलिटी डी सब ऑर्बिट की डी सब ऑर्बिट की स्टेबिलिटी है1 की कहे तो वो d5 से ज्यादा होगी यह फुली फीड है यह हाफ फील्ड है राइट देन कोई भी आप उठा लेंगे d5 से नीचे वाले तो d5 बहुत ज्यादा हो और d5 d4 में तो मौका मिल जाए तो बस अब सोच करके देखिए ना ये इस पॉइंट को समझिए कि क्रोम के पास यह ऑप्शन है कि वो 4s 2 3d 4 को फॉलो करें और एक है कि नहीं वह इलेक्ट्रॉन ऐसे फिल करें कि 4s में एक और 3d में 5 हो जाए तो देखिए यहां फायदा है करोड़ों का बहुत बड़ा फायदा बहुत बड़ा फायदा बहुत बड़ा फायदा क्योंकि डी सब ऑर्बिट उसे तो सिमेट्री दे दीजिएगा तो बहुत खुश हो जाएगा वो तो न्यूक्लियस से दूर है उसे और ज्यादा सिमेट्री चाहिए बहुत बड़ा फायदा कुछ लोग बोलेंगे कि ये यहां तो नुकसान हो गया हां इतना नुकसान नहीं हुआ ए सब ऑर्बिट के लिए जरूरत नहीं है इतनी ज्यादा फुली फीड होने की हाफ फील्ड होने की सिमेट्री लेने की छोटा सा एक ऑर्बिटल तो होता है सब ऑर्बिट में तो नुकसान है हल्का फुल का नुकसान और बहुत बड़ा फायदा दोनों को जोड़े हल्का नुकसान ₹1 का नुकसान और लाखों का फायदा आप बोले ₹10 लगा कर के लॉटरी लग रही है तुम्हारी लाखों की श्यर अभी कभी ले लेते हैं लगाए ₹10 का ₹1 के 000 लगा देंगे लाख रुपए का फायदा है मैंने अभी करोड़ों बोला था अरे करोड़ों बोल लो वो करोड़ों से भी ज्यादा का फायदा है इसको दो ऐसे होता है तो इसीलिए क्रोमियम कभी इस ऑप्शन को या कोई भी दूसरा एटम ऐसे किसी ऑप्शन को नहीं लेता इसे लेता है समझ ठीक ऐसे ही आपसे मैंने क्वेश्चन किया जरा देखिए तो f7 और f6 होगा डेफिनेटली ए के लिए हाफ फील्ड कौन होता है से उसमें 14 इलेक्ट्रॉन जाते हैं f7 और f6 में f7 आ जाएगा नेट समझे बट यह कहानी 12थ में यह कहानी 12थ में पढ़ेंगे 12थ में आएगा अभी तो है ही नहीं पॉइंट समझे तो इसीलिए इस केएफसी का ध्यान रखेंगे कि कुछ भी हो जाए इसमें फायदा बहुत है इसीलिए क्रोमियम हमेशा ऐसा कन्फेशन फॉलो करेगा एंड सेम ऐसे ही कुछ हम पाएंगे कॉपर में भी देखि अगर कॉपर का केस है तो कॉप के केस में भी हम कुछ ऐसा पाएंगे कॉपर का 29 एटमिक नंबर अब आप फिल करते जाए आर्गन 18 इलेक्ट्रॉन दो इलेक्ट्रॉन आपने भर दिया 4s में 20 हो गए नाइन भरे आपने डी में मैक्सिमम 10 जा सकता है इसे फॉलो नहीं करेगा कॉपर किसे फॉलो करेगा ए का नुकसान ले लेगा लेकिन यहां का 10 कर लेगा बहुत बड़ा फायदा जब d5 s2 को s1 में चेंज कर सकता है तोटे क्यों नहीं तो इसीलिए दिस इज कॉपर का कन्फेशन राइट सिमेट्री क्यों खराब करेगा वो डी सब ऑर्बिट को सिमेट्री की ज्यादा जरूरत है ये कहानी चलती है समझे जिंक का बता दीजिए जरा जल्दी से जिंक का तो सोचना ही नहीं आर्गन है 4s 2 है 3d 10 ठीक है ऐसा है डन तो हमने कन्फेशन देखा ऑ बॉस प्रिंसिपल से देखा कि कैसे लोवेस्ट एनर्जी लेवल से आगे बढ़ते चले जाएंगे यह एरोज पुराने जमाने में बहुत पॉपुलर थे अभी के टाइम पर तो क्या है कि नाथ 10 तक बहुत सारी चीजें पढ़ लेते हो तो पता चल जाता है कि वन ए में पहले ये एरोस क्या बता रहे देखिए वन में पहले भरिए उसके बाद जाइएगा 2s में फिर जाइएगा 2p में 3s में देन जाइएगा 3p में देन 4s में तो ऐसे एरो मार करके कि अगर आपने क्लास में नहीं ध्यान दिया तो एरोज देख कर के बाद में रिकॉल कर लीजिएगा कि अच्छा चलना ऐसे था जबक कहानी क्या थी n प् ए फॉलो करो जहां जहां प n प् ए सेम है ए की वैल्यू छोटी तो एनर्जी कम तो उसमें इलेक्ट्रॉन पहले जाएगा जैसे कि 4s में ठीक है यही बातें हमने पूरी डिस्कस की है तोड़ तोड़ करके और छाप दिया खुद से पढ़ने का मन होगा यहां से पढ़ लेंगे ठीक है फिर हमने पूरा टेबल भी बना दिया है कि कैसे आप ए और एल को कैलकुलेट कर सकते हैं मैंने पीछे बना करके ही दिखाया था वहां पर क्वेश्चन के थ्रू चेक कर लेते हैं कि बातें आपके दिल दिमाग में गई या नहीं च द फॉलोइंग सेट ऑफ क्वांटम नंबर इलेन विल हैव द हाईएस्ट एनर्जी n प् ए जितना ज्यादा एनर्जी उतनी ज्यादा इसी बेसिस पर तो पूरा कन्फेशन लिखा है सब हाईएस्ट चाहिए चेक कीजिए 5 755 बताइए सही है एकदम सही क्वांटम नंबर्स ऑफ फोर इलेक्ट्रॉन आर गिवन बिलो करेक्ट ऑडर द डिक्रीजिंग एनर्जी डिक्रीजिंग एनर्जी n प् ए एनर्जी कम करेक्ट ठीक है यहां पर ्र यहां पर फ यहां पर फोर यहां पर फोर दोनों का सेम है तो इसकी एनर्जी कम राइट सबसे कम किसकी ववन की ववन वाले ऑप्शन ढूंढ स वन वाले यह वाले तो हटा ही दीजिए और सबसे हाईएस्ट किसका दिख रहा e3 का तोव सबसे कम और e3 सबसे हाईएस्ट एक ही ऑप्शन है ठीक है डन है ना बिल्कुल ठीक है पॉलिस प्रिंसिपल बताया सेम स्पिन नहीं सेम स्पिन नहीं अपोजिट स्पिन ठीक है रिवाइज कर लिया हस रूल एक एक करके सारे एक एक करके ऑर्बिटल में भरेंगे जो डी जनरेट है ट प में यह तरीका गलत है क्योंकि एक करके फिल कर सकते थे नहीं किया आपने तो स्पिन मल्टीपलीसिटी कम हो गई ऐसे में स्पिन मल्टीपलीसिटी ज्यादा होती पूछा ऑ बस प्रिंसिपल इ लेटेड बोला है ठीक है चले गए आंसर की तरफ बट देखिस प्रिंसिपल में क्या होता है लोअर एनर्जी लेवल ये 2s है और ये 2p है मान लीजिए 2s में एक ऑर्बिटल और 2p में तो इसमें दिखाई दे रहा है कि यहां तो पॉलिस प्रिंसिपल वायलेट है हंस रूल में ऑफ बस में क्या होता है पहले यह फुली फिड होगा फिर इसमें फिल करेंगे फुली फिड है फिर फिल हो रहा है तो इसमें ऑफ बस प्रिंसिपल वायलेट नहीं है यहां क्यों वायलेट है क्योंकि इसमें एक भरा जबक इसमें दो भरने चाहिए थे तब यहां जाना यहां पर एक ही भरा है इसमें दो भरा है फिर इसमें गए फिल करने इसमें दो फिल कर लिया फुली फिड हो गया लोअर एनर्जी लेवल पहले फिड होना चाहिए पूरी तरह से फिल पूरी तरह से फिल्ड होना चाहिए पूरी तरह से फिड होना चाहिए तभी हाईयर एनर्जी लेवल फिल करेंगे एनर्जी लेवल फिल करेंगे ठीक है ऐसा है ऑर्बिटल डायग्राम इ द बोथ पॉली एक्सक्लूजन प्रिंसिपल एंड द हर्स रूल आर वायलेट पॉलीस भी और हंट्स भी तो पॉलीस सर्च करते गए जहां पर अपोजिट स्पिन हो बाकी में तो पॉलीस वायलेट ही नहीं था तो आंसर ढूंढने की मतलब किसी और पर हम क्यों दिमाग लगाए हंस रूल खाली छोड़ दिया और ज्यादा इलेक्ट्रॉन पेयरिंग में लगा दिया एक एक करके पहले फिल करते ना राइट पहले आपको य सारी चीज दिखा दी फ इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन का पूरा पार्ट आपको दिखा दिया समझा दिया एकदम अच्छे से ठीक है इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन वाला पॉइंट भी आप सीख चुके हैं अब चल रहे हैं हम कहां चलेंगे यहां जाएंगे कहां जाएंगे अजी सॉल्विंग में जाएंगे ना बताइए बिल्कुल जाएंगे यहां जाएंगे ड जब हम अभी पढ़ लेंगे आ एनर्जी और इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी तो आपको यह ध्यान में रखना है कि आपको कुछ क्वेश्चन कन्फेशन पर करवाएंगे राइट इससे क्या होगा जो आपने पढ़ा है कन्फेशन व एक बार सेशन के एंड तक में रिवाइज भी हो जाएगा और नहीं तो बताए पता नहीं आप भूल भाल जाएंगे भाई डर लगता है हमें अब देखिए अगर एनसीआरटी के पीरियोडिक टेबल में आइए देखि हमने बड़ी मेहनत से कन्फेशन सीखा है इसलिए क्योंकि कोई भी बच्चा जीरो पर होगा व भी कन्फेशन बहुत अच्छे से सीखे आप 11 12 में नहीं जिंदगी में एक बार अच्छे से क्वांटम मॉडल से कन्फेशन लिखना सीखते हैं तो दिल से कन्फेशन आना चाहिए को कोई ब्रेक ब्रेक तो नहीं चाहिए ना बताइए बता रहे हम ब्रेक चाहिए तो भी पर हम नहीं देंगे ब्रेक हमारी एनर्जी तो भरी पड़ी हुई है भाई बताइएगा जरा है ना चका चक ठीक है भाई चलिए फुल ऑन एनर्जी यहां से एक्चुअली स्टार्ट होता है हमारा वो पीरियोडिक टेबल वाला पार्ट जो कि एनसीआरटी ने दिया हुआ है और स्टार्टिंग में ये सब हिस्ट्रीज है तो शुरुआत में एलिमेंट्स की संख्या एलिमेंट्स की डिस्कवरी कम हुई थी कम एलिमेंट्स थे तो ज्यादा पढ़ाई हो रही थी कहां से कहां तक एलिमेंट्स की न से 20 एटॉमिक नंबर तक के एलिमेंट ज्यादा थे डॉबर नेयर के टाइम पर भी य सब मैं लिख रहा हूं न से 20 वाले ज्यादातर जो आप हिस्ट्री पढ़ेंगे मेंडलीव से पहले के उसमें ज्यादा एटम्स नहीं मिले हुए थे ऐसे काइंड ऑफ 20 के आसपास और कुछ कुछ कुछ कुछ छोटे मोटे छोटी मोटी जानकारियां थी मेंडलीफ के टाइम तक हाफ सेंचुरी से हम ऊपर जा चुके थे ऑलमोस्ट तो आप देखेंगे मेंडलीव ने जो अरेंजमेंट किया पीरियोडिक टेबल का एक अच्छा खासा आईडिया वहां से हमें मिला और फादर ऑफ पीरियोडिक टेबल का पुरस्कार उनके पास क्या रेस्पेक्ट बटन इसलिए क्योंकि मेहनत की थी उन्होंने काफी और उनकी मेहनत से आईडिया लेकर के चीजें आगे चली नो डाउट फिर मोसले ने एक्सपेरिमेंट जो किया एक्स रेस के साथ और एलिमेंट्स के साथ ट वाज अ ग्राउंड ब्रेकिंग थिंग और वहां से कांसेप्चुअली हमने छलांग मारी कि एक्चुअल सही क्या चीज है जो कि एलिमेंट को हम सच में पीरियोडिक टेबल में ढंग से अरेंज कर सकते सही से जिससे कि ज्यादा इंफॉर्मेशन हमें मिल सके पीरियोडिक टेबल में अरेंज करने का पर्पस क्या है पर्पस है कि जबी पीरियोडिक टेबल की बातचीत हो एक साथ कई सारे एलिमेंट की प्रॉपर्टी को रिलेट कर पाए खटाखट फटाफट कि भैया हैलोजन है ना बहुत ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचने वाले हैं इलेक्ट्रॉन लेने वाले हैं जो अल्कली मेटल्स है ना सब के सबके अंदर टेंडेंसी इलेक्ट्रॉन देने की है हैलोजन की टेंडेंसी लेने की है कार्बन के ग्रुप को देख के बता सकते हैं भैया ये चार बॉन्ड बनाने की प्रॉपर्टी है इनर्ट गैसेस को देख के बता सकते हैं भैया ये इनकी पोजीशन इनका कन्फेशन बताता है कि यह लेना नहीं चाहते इलेक्ट्रॉन देना नहीं चाहते इलेक्ट्रॉन यह सारे इंफॉर्मेशन एक ही बार में पीरियोडिक टेबल से समझ में आ जाता है तो एलिमेंट्स जिनके एटम्स से हम बने हुए हम पूरी तरह से देखिए भरे पड़े हुए हैं स्किन से लेकर के बॉडी के इंटी यर तक हमें पता है कि कार्बन एटम्स है कार्बन के पॉलीमर हैं हम चारों तरफ जिस किसी भी मटेरियल को उठाइए कार्बन कार्बन कार्बन हाइड्रोजन हाइड्रोजन कार्बन हाइड्रोजन ऑक्सीजन नाइट्रोजन ये इन्होंने मिल कर के तो एकदम संसार ही बना डाला है बट इन्हीं से नहीं बना संसार 118 एलिमेंट्स हैं जिनसे बना है सोच करके देखिए कितना वास्टिनल ग हैं 118 एलिमेंट 119 नंबर पे कौन है कैमिटो एलिमेंटल केमिस्ट एलिमेंटल केमिस्ट चैनल के बच्चे केमन वो आते नंबर पर अब नया एलिमेंट मिल गया तो हम अपना एटमिक नंबर चेंज कर लेंगे ठीक है तो देखि डबर ने ट्राइड में क्या था इन्होने अपनी तरफ से क्या पाया के तीन एलिमेंट्स हैविंग सिमिलर प्रॉपर्टीज आर अरेंज जब तीन एलिमेंट्स जिनकी प्रॉपर्टी सेम मिलती जुलती है अगर उनको रखा जाए तो क्या पता चलता है बीच वाला जो एलिमेंट होगा बीच वाला तीनों को अरेंज किया कैसे अरेंज किया आर अरेंज इन एन इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ देर एटॉमिक मास मास केसे देखो मास मेजर करना ना ये आसान सा काम था पहले तो उसी पर सारा काम हो रहा होता था तो इन्होंने डॉब ने ने आरज किया तीन एटम्स को अगर इंक्रीजिंग मास के हिसाब से तो बीच वाले को पाया कि पहले और तीसरे वाले का एवरेज है सही है बिल्कुल एवरेज है 39 प 7 46 46 बाट 23 40 प् 137 कितना हो गया 177 डिवाइडेड बाटू ट इज 88.5 तो क्लोज टू 88 सही है वैसे ही एवरेज निकाल सकते क्लोरीन और आयोडीन का मिला कर के ब्रोमीन के लिए यह था डोबर नेयर का ट्राइड वाला रूल के इन्होने ऐसे अरेंज किया कि पता चला बीच वाला जो है व एवरेज एटमिक मास शो कर रहा है एस प्रिडिक्टेड बाय जन डब ट्राइड डब ड एलिमेंट इन द ड आर फाउंड वि सीक्वेंस ऑफ थ्री सिमिलर एलिमेंट्स न द मिडल एलिमेंट है मास इक्वल टू द एवरेज ऑ द लीस्ट एंड द मोस्ट मैसिव एक्चुअली इस क्वेश्चन का आंसर दिख रहा है आपको तो बना पढ़ने का मन नहीं करता राइट सच्चाई अभी तो पीछे हमने देखा अगर यहां पर बीच वाले का 23 है तो यहां वाले का क्या होगा से जस्ट पीछे तो देख रहे थे राइट तो तभी तो वो एवरेज का काम करेगा न्यूल लॉज ऑफ टेट ये कहलाता गामा पानी सारे गामा जो एथ एलिमेंट होगा वह बिल्कुल ऐसा फील कराएगा जैसे कि आप सारे सा रे ग म प ध नी अब आठवा जो है वो सेम सा से शुरू होगा तो दिखाई दे रहा है कि न्यूल ने जो अरेंजमेंट किया व बिल्कुल ऐसे था जैसे के ऑक्टेव प्रिंसिपल को फॉलो किया जा रहा है एलिमेंट्स आर इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफर एटमिक मास फिर से एटमिक मास क्योंकि यही प्रिंसिपल यही था लोगों के पास डटा और क्या था एक्सरे था नहीं मोसले ने एक्सरे चलाया और फिर जो कांसेप्ट चेंज हो गया द प्रॉपर्टीज ऑफ एवरी एथ एलिमेंट रिजल्ट ऑफ द फर्स्ट लिथियम बेरिलियम बोन कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरिन आठवा सोडियम अल्कली मेटल वाला ग्रुप इस तरह से कुछ कुछ शगल आने लगी थी राइट ना बिल्कुल अब आते हैं लोथर मेयर जिन्होंने क्या क्या कि एटॉमिक मास को एटमिक वॉल्यूम को कंपेयर करना शुरू कर दिया मास और वॉल्यूम तो इन्होंने कुछ मजेदार ऑब्जर्वेशन लिए अगर रफ डायग्राम बनाया जाए आपको लगेगा वेव के जैसा बट ऐसे वेव मत मान लीजिएगा यहां पर पीक है एटमिक मास और एटमिक वॉल्यूम को प्लॉट किया गया वा एक्सिस पर एटमिक वॉल्यूम है और इधर एटमिक वेट है जो पीक्स दिखाई दे रहे हैं ब्लू रेड क्रॉस ग्रीन सब कुछ स्पेसिफिक ग्रुप ऑफ एलिमेंट्स को बताते हैं जैसे देखिए जो ब्लू है व अल्कली मेटल्स है दे ऑकू दे ूपा द लार्जेस्ट एटॉमिक वॉल्यूम तो अल्कली मेटल्स बहुत बड़े गुब्बारे साइज के होते हैं अल्कली मेटल्स बड़े होते हैं तो वॉल्यूम ज्यादा तो इसीलिए पीक में अल्कली मेटल्स सोचना ही नहीं आप भूल ही नहीं सकते राइट फिर ग्रीन वाले ट्रांजीशन एलिमेंट्स मिनीमा ट्रांजीशन एलिमेंट्स पता है कौन है ट्रांजीशन एलिमेंट हम बोलते हैं डी सब ऑर्बिट वाले या डी ब्लॉक वाले एलिमेंट्स को क्योंकि एस और प के बीच में होते हैं एस और प बीच में होते हैं तो इसलिए इनको ट्रांजीशन वाले बोलते हैं एस और प के बीच में होते हैं देखि अगर आप पीरियोडिक टेबल बनाएंगे तो पीरियोडिक टेबल कुछ ऐसा दिखाई देता ना अल्कली मेटल बीच से डिवाइड कर देंगे देखि फर्स्ट एंड सेकंड ग्रुप बना दिया हमने अब क्या करेंगे यहां पर यह बनाएंगे ना यह ट्रांज एलिमेंट्स बीच में डी ब्लॉक ग्रुप नंबर थ्री से ग्रुप नंबर 12 तक एंड देन हमारे पास है हमारे प्रिय कौन है हमारे प्रिय ग्रुप 13 से ग्रुप 18 पी ब्लॉक एलिमेंट्स पी ब्लॉक एलिमेंट्स यहां चिपका दीजिए राइट देखिए ट्रांजीशन में है ना ये एस और प के बीच में देखिए यह एस ब्लॉक है ग्रुप नंबर वन ग्रुप नंबर टू एस ब्लॉक कैसे पहचानते हैं ब्लॉक्स कैसे पहचानते पीरियड कैसे पहचानते हैं ग्रुप सब डिस्कशन हो जाए कन्फेशन सब आ जाए कटा कट फटाफट टेंशन नहीं है नहीं कुछ चैप्टर में यह खत्म इसके बाद फिर आप एटमिक रेडियस पढ़ेंगे उसके बाद तो आ एनर्जी पढ़ दि आ आदी बात तो पहले आपको कन्फेशन सिखा द स्टेबिलिटी ऐसे चुटकी में पकड़ लीजिएगा आ एनर्जी को तो आइए फटाफट फिनिश करते हैं ट्रांज एलिमेंट्स क्या कहेंगे इनके लिए हम यह है डी ब्लॉक वाले इनके लास्ट इलेक्ट्रॉन जाते हैं डी ऑर्बिटल में इनके लास्ट इलेक्ट्रॉन लास्ट इलेक्ट्रॉन जो फिल किगा ए ऑर्बिटल में जाएगा इसीलिए होते हैं एस ब्लॉक के इनके लास्ट इलेक्ट्रॉन जाते है डी में और यह ठहरे प ब्लॉक वाले ग्रुप नंबर 13 से 18 ग्रुप नंबर ्र से 11 तक ्र से 11 तक होते हैं ी से 11 तक सारे ग्रुप्स का ड्राइंग नहीं कर रहा मैं उम्र बीत जाएगी शुरू और लास्ट वाले कर दे रहे हैं उसे थोड़ा ज्यादा इजली समझ में आने लगता है ठीक है ध्यान भी तो रहे आपको यह 13 13 से 18 तक य हो इनर्ट गैसेस ठीक है इनर्ट गैसेस तो यह कहानी है एस पडी य जो ग्रुप थ है ना इसी में इसी में पीरियड नंबर सिक्स और पीरियड नंबर सेवन इसमें रखे रहते हैं हमारे एफ ब्लॉक वाले इसमें रखे रहते हैं हमारे ए ब्लॉक वाले अरे भैया यह थोड़ा सा ऐसे कीजिए ना कर लीजिए इसको थोड़ा सा ऐसे कीजिए है ना चमकाई लीजिए नहीं कीजिएगा चमकाई लीजिए ना नहीं लीजिए कोई नहीं ठीक है ओके यह देखिए सिक्सथ एंड सेवंथ पीरियड इसमें ग्रुप थ्री में ना यहां पर स्टार मार्क कर दे रहे हैं लैंथेनाइड और एक्टन इड पाए जाते हैं ए ब्लॉक वाले एक स्टार कर रहे हैं लंथनाइडस के लिए ए ब्लॉक भी तो है ना जी ब्लॉक नहीं है आपके पास पीरियोडिक टेबल में एस पडी और एफ फ ऑर्बिटल वाले एक्टन कहलाते वो यही रख रहते हैं यानी कि जो ट्रांजिशन एलिमेंट्स वाले जो ग्रुप और पीरियड है ना ये जो पार्ट है इसी में यहीं पर ग्रुप थ्री में रहते हैं ए ब्लॉक वाले दिखाना जरूरी था क्योंकि एडी तो दिख रहा है नहीं दिख रहा आपको तो हम इस पीरियोडिक टेबल को फॉलो करेंगे ठीक है मोटी मोटी बातें मैं इन्हीं में कर रहा हूंगा बार-बार आ कर के कि कैसे-कैसे कौन-कौन से प्रॉपर्टी वरी करती है यह दिखाने की कोशिश कर रहा होगा ठीक है अब यहां पर चलते हैं वापस तो लोथर मेर ने इस तरह से कि क्या ये सब चीज आपको रट है नहीं आपने ध्यान से देख लेना एक बार पढ़ लेना जैसे मेरे साथ साथ चल र है ट्स इट य सब हिस्ट्री हिस्ट्री से कोई क्वेश्चन आते नहीं है बट एनसीआरटी में है तो आपका देखना जय नहीं आप देखा ही नहीं है और पता चला वही हलवा क्वेश्चन उठा कर पूछा है और बाद में आप जो है फिर रो कर र पढ़ा नहीं था हमने हम लगा नहीं आएगा तो ये नहीं करना एक बार तो पढ़ना ही है क्यक एटी का पाट है और समझा जा सकता है इसलिए जरूर करें इसमें आप देख रहे होंगे हैलोजन जो है व बता बताया जा रहा है असेंडिंग पोजीशंस में ऊपर की तरफ जाएंगे तो हैलोजन है और अल्कलाइन अर्थ मेटल्स कहां पर मिड पोजीशन एंड डिसेंडिंग पोर्शन पे अल्कलाइन अल्कली से नीचे की तरफ जाएंगे तो ठीक है यह लोथर मेयर कर्व ये पीरियोडिक टेबल हमारा जो बनाया हमने प्यार से अब आया एडलिस पीरियोडिक टेबल इसमें क्याक बातों का ध्यान रखेंगे देखिए सबसे इंपोर्टेंट बात तो यही है कि एडलिस पीरियोडिक टेबल ये अरेंज था एटमिक मास प जो इसकी अच्छी बात भी है बुरी बात भी है फेलर भी है राइट फर्स्ट रियल ब्रेक थ्रू इन द क्लासिफिकेशन ऑफ एलिमेंट्स वास गिवन बाय मेंडलीव पीरियोडिक लॉ बनाया गया तब कि भाई फिजिकल और केमिकल प्रॉपर्टी जो एलिमेंट्स की है ना वो फंक्शन है ऑफ देर एटॉमिक वेट यानी कि वो डिपेंड करती है एटॉमिक वेट पर और अरेंज किया 63 नोन एलिमेंट्स सेवन पीरियड्स में हॉरिजॉन्टल रोज को पीरियड वो तो आज भी बोलते हैं हम एंड एट ग्रुप्स जो कि वर्टिकल कॉलम्स आज भी बोलते हैं बट हमारे पास अब 18 है हम टूथ 4 करके करते हैं पुराने जमाने में 1 ए 2 ए ऐसे करके करते थे अब तो नहीं चिल मारते से 18 त यह जो अरेंजमेंट है कुछ अरेंट रटने की जरूरत नहीं है जो गड़बड़ी वो ध्यान रखने की जरूरत है कुछ जगह पर वह मैं आपको ध्यान दिला देता हूं जैसे आप अगर ध्यान देंगे तो जीरो ग्रुप में हम पता है कि इनर्ट गैसेस रखने थे बट आप यह देखेंगे के जो अरेंजमेंट है कितना डिफरेंट है हम अगर बातचीत करें जो आपको दिख रहा होगा ग्रुप्स अगर देखें तो जीरो के नाम से दिया गया है और आपको यह भी दिखाई देगा कि जो जितने भी एलिमेंट्स हैं उनको एक साथ कलेक्ट करने की भी कोशिश की गई है राइट जैसे कुछ जगह बहुत जल्दी आप देख सकते हैं बहुत ज्यादा देखने की जरूरत है नहीं बिल्कुल भी पीछे मत पढ़िए मैं स्ट्रिक्ट हूं बहुत ज्यादा केमिस्ट्री में जो चीजें नहीं है काम की और ऊपर से व पूछी भी नहीं जाती है ऐसा नहीं कि काम की नहीं है लेकिन पूछी जाती है करना पड़ेगा काम की भी नहीं पूछी भी नहीं जा रही है तो क्यों एफ लगाएगा कोई जरूरत ही नहीं है समझे तो और चूंकि अभी के टाइम पर अगर बातचीत करें हम तो 30 क्वेश्चन आपको मिलते हैं 25 बनाने होते हैं बहुत ज्यादा डेटा बेस्ड अगर कुछ एनसीआरटी से होते हैं तो हार्डली दो क्वेश्चन होंगे होते हैं लेकिन अगर 23 सही आप बनाते हैं तो ऑलरेडी आप 92 पर होते हैं और एनीथिंग अराउंड 80 इज ऑलवेज ग्रेट बहुत अच्छा है तो इसीलिए इतना टेंशन नहीं लेने की जरूरत है बट एक बार देखने की जरूरत है कि कई सारी चीजें जैसे यहां प दिखा रहे थे आपको देखिए आयरन कोबाल्ट निकल एथ ग्रुप में एक ही पीरियड में डाल दिया गया है ऐसी बहुत सारी चीजें जो उस वक्त दिखाई देती थी तो आपको क्या करना है जो सबसे इंपॉर्टेंट बात है उनका ध्यान रखना अब यह बहुत फेमस पॉइंट है कि इन्होंने क्या किया था अपनी पीरियोडिक टेबल में गैप्स छोड़ दिए थे क्योंकि इन्होंने गेस कर लिया था कि आगे कुछ एलिमेंट्स मिलेंगे जैसे कि एका एलुमिनियम प्रिडिक्ट किया गया था बोरनन के बाद एलुमिनियम के बाद गैलियम है नीचे में तो एलुमिनियम प्रिडिक्ट किया था इन्होंने इका एलुमिनियम जो एक्चुअली बाद में गैलियम कहलाया तो उन्होंने प्रिडिक्ट किया था कि एटमिक वेट 68 होगा फाउंड है 70 प्रॉपर्टी जो प्रिडिक्ट कर ली थी अपने अरेंजमेंट के थ्रू ऑलमोस्ट उन्होंने सही प्रिडिक्ट किया था जो भी प्रिडिक्ट किया था तो एका एलुमिनियम यानी कि गैलियम प्रिडिक्ट किया था और उसकी प्रॉपर्टी कितना मिलती जुलती है सिलिकन एका सिलिकन कार्बन के नीचे सिलिकन सिलिकन के नीचे आज जानते हैं जर्मनियम बट उन्होंने अपने टाइम पर नहीं पाया था गेस किया था कि सिलिकन के नीचे जो भी आएगा ना उसका क्लोज टू इतना होगा और देखिए रियल वैल्यूज जो है कितनी क्लोज है जो प्रिडिक्ट की थी उसके साथ तो बस इतना मोटा-मोटा ध्यान में रखिए मैंने टेबलेट तो कर दिया बट ऐसा नहीं कि एकदम हर एक चीज को देखने गए कि अच्छा ये फार्मूला वो फार्मूला ना अभी समय के साथ आप जैसे ऐसे घिस के ना अभी ये सब चीज एकदम हलवा हो जाएंगे आप खुद से बता देंगे बाद में तो इतना आईडिया देते हुए चलिए बस साथ साथ ठीक है डी मेरिटस की बातचीत करें देखिए हाइड्रोजन एलिमेंट का पोजीशन वो आज भी नए पीरियोडिक टेबल में भी ऐसा नहीं है कि बहुत जस्टिफाइड है बट अब डीमेट की बातचीत हो रही तो ढूंढ ढूंढ के निकाला जाता है कि क्या-क्या गड़बड़ है तो सब बताया जा रहा है नो सेपरेट पोजीशन वेर गिवन टू आइसोटोप आइसोटोप एक साथ ही रख दिए गए थे हमारे लिए आज के टाइम पर हमने क्या किया आइसोटोप के एटॉमिक मास का एवरेज ही ले लिया है तो एटमिक मास हमारे पंगा है ही नहीं कभी भी क्योंकि हमें ऑलरेडी य भी पता चल चुका है एक्चुअल कहानी तो एटमिक नंबर की है इसलिए ऑर्डर ऑफ इंक्रीजिंग एटमिक वेट इ नॉट स्ट्रिक्टली फॉलो खुद बताया कि एटमिक वेट के हिसाब से सारी चीज होनी है लेकिन वही ऑर्डर फॉलो नहीं हुआ सही से द अरेंजमेंट ऑफ एलिमेंट इन पीरियोडिक टेबल कोबाल्ट इ प्लेस बिफोर आयोडीन कांड हो गया य है ना आर्गन इ प्लेड ऑर्डर ऑफ इंक्रीजिंग एटम वेट इज नॉट स्ट्रिक्टली फॉलो इन द अरेंजमेंट ऑफ एलिमेंट इन द पीरियोडिक टेबल ठीक है देन ऑर्गन इज प्लेस्क एंड देयर वाज नो एक्सप्लेनेशन फॉर द पीरियोडिक ऑफ द एलिमेंट्स पीरियोडिक किसे बोलते हैं जो आपने जैसे न्यूलस लॉ ऑफ ऑक्टेव भी देखा आपने और देखा कि एथ जो एलिमेंट है उसमें रिपीटेशन होने लगा सेम प्रॉपर्टीज आने लगी तो पीरियोडिक का मतलब कि एक सर्टेन पीरियड के बाद सेम रिपीटेशन प्रॉपर्टी इस का तो यह क्यों हो रहा है वो तो इसलिए हो रहा है क्योंकि खेल एटमिक नंबर का है आप जब कन्फेशन लिखेंगे तो आउटर मोस्ट आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉन का जो कन्फेशन है वह मैच कर रहा है तो यह सब एक्सप्लेनेशन सही से नहीं मिल पाए एंड नोबल या इनर्ट गैसेस के लिए जो है वो सही तरीके से अरेंजमेंट जो है वो एक्सप्लेन नहीं कर पाए यह सब बातें ध्यान में रखिए दैट इज इनफ ये वाला पॉइंट बहुत इंपोर्टेंट है जो कि इन्होंने एलिमेंट्स को गेस किया था एलिमेंट्स की जो प्रॉपर्टी गेस की थी जो आने वाले एलिमेंट्स एक एलुमिनियम एक का सिलिकन प्लेसेस दैट वेर लेफ्ट एमटी बाय मेंडलीव इन दिस पीरियोडिक टेबल वेर फॉर गैलियम एलुमिनियम के नीचे एंड जर्मेनियम सिलिकन के नीचे फॉलोइंग आर सम ऑफ द डिफेक्ट ऑफ मलिस पीरियोडिक टेबल कौन-कौन से डिफेक्ट है पोजीशन ऑफ हाइड्रोजन वाज नॉट डिफाइंड पोजीशन ऑफ लैंथेनाइड एंड एक्टनाइड्स वर नॉट डिफाइंड वो हमने ग्रुप थी में अभी देखा वो मॉडर्न पीरियोडिक टेबल है भाई वो मांडली नहीं समझ लेना है देर वाज नो डिस्कशन अबाउट नोबल गैसेस आइसोटोप वेर प्लेड इन द सेम पोजीशन क्या हम ऑल ऑफ दिस बोल दे अभी कौन-कौन से पॉइंट हमने देखे थे उनको कैच कीजिए नोबल गैस का डिस्कशन आपने देखा या नहीं देखा आप अपने लिए कुछ पॉइंट्स को उठाइए जैसे मान लीजिए वन आपको सही लगता है फिर आप देखिए कि वन कहां-कहां दिखाया जा रहा है आपसे करेक्ट डिफेक्ट्स पूछे गए हैं तो अभी जस्ट जो पीछे पढ़ा था जो पॉइंट्स आपने यहां पर पढ़े कहां गए य अगर यह याद नहीं होता यह क्वेश्चन काफी है आपको चीजें रिकॉल कराने के लिए मैंने पहले बोला कि इतना ज्यादा आपको एफर्ट देने की जरूरत है नहीं क्योंकि ना यूज का है हमारे आज के टाइम पर मैलेस पीरियोडिक टेबल और ना ही ऐसा है कि कुछ पूछते हैं बट चकि एनसीआरटी में देखते हुए चलना है और आपने यहां पर क्या आंसर निकाला देखिए जितने भी आपने पॉइंट्स देखे सबका अपने पीछे जो समरी दिखाया था मैंने सब में कनेक्शन था राइट हाइड्रोजन की पोजीशन जिसम मैंने कमेंट किया था कि भाई आज भी नहीं है वैसे तो बट गिनाने है तो हर तरह के डिफेक्ट्स गिनाते हैं अब लैंथेनाइड एक्टनाइड तो स्पेशली मैंने यहां पर बताया दैट वाज नॉट मैनली पीरियोडिक टेबल मैं ये लिख दूं भाई कि आप गलती से मॉडर्न पीरियोडिक टेबल भाई मडन प्रबल ठीक हैन ठीक है और क्या था देर वा नो डिस्कशन अबाउट नोबल गैसेस मतलब नोबल गैसेस का स्पेशल कोई डिस्कशन नहीं राइट स्पेशल आप ऐसे बोल सकते हैं कि नोबल ग को नोबल गैसेस का जो पोजीशन है वह भी जीरो ग्रुप करके दिया हुआ है स्पेशल डिस्कशन का मतलब क्या होता है कि प्रॉपर्टीज वगैरह स्पेशल प्रॉपर्टीज वगैरह यहां पर ऑप्शन एलिमिनेट बड़े प्यार से किया जा सकता है ऐसा नहीं है देखिएगा ू वाला आपको समझ में आया तो यह तो नहीं हो सकता ठीक है वन वह तो है इसलिए यह भी ऑप्शन नहीं हो सकता करेक्ट आइसोटोप ऑप्शन एलिमिनेशन से य निकल रहा है कोई बच्चा अगर ये बोलता है कि ये वाला तो मैं रिलेट नहीं कर पा रहा हूं तो ऑप्शन एलिमिनेशन है ना ठीक है ये क्वेश्चन बड़े प्यार से इसीलिए अरेंज करके दिया है अच्छा क्वेश्चन है ठीक है अब मॉडर्न पीरियोडिक टेबल से स्टार्ट करते हैं आप यहां पर ब्रेक लेंगे पाच सा मिनट रख लेते हैं ज्यादा नहीं रखते आ जाइए ठीक है जिन बच्चों को ब्रेक चाहिए होगा मॉडर्न पीरियोडिक टेबल एटमिक रेडियस आयना एनर्जी यही है आपके मेन टॉपिक जो था मेन पार्ट वह कन्फेशन वाला कर लिया ब हम आ [संगीत] आ [संगीत] नो नो नो नोनो [संगीत] नोनो नो बेटा नो नो से का आओ कर है क [संगीत] आ इस तरह से और यहां हां जी चलिए शुरू किया जाए कैसा रहा ब्रेक आपका अच्छा खासा ले लिया आपने ब्रेक एकदम हो गया फ्रेश चलिए शुरू करते हैं तो मॉडर्न पी पीरियोडिक टेबल की कहानी इससे पहले हमने हिस्ट्री जानने की कोशिश की कि कैसे कैसे पीरियोडिक टेबल में क्याक उतार चढ़ाव आए हमने देखा कि स्टार्टिंग से ही डोबर निय ट्रायड की बातचीत करें या फिर हम न्यूलैंड लॉफ ऑक्ट की बातचीत करें या फिर लोथर मेर कर्व की बातचीत करें फाइनली हम पहुंचे थे मेंडलीव पीरियोडिक टेबल प हर जगह हम देख रहे थे कि स्टार्टिंग से य एटमिक मास पर सबकी नजर थी और एटमिक मास को ही लेकर के पीरियोडिक लॉ बना दिया मेंडलीव ने अपने पीरियोडिक टेबल में राइट बट जब मोसले का यह एक्सपेरिमेंट हुआ जहां पर के कैरेक्टरिस्टिक एक्सरेज का यूज किया गया एक्सरे स्पेक्ट्रा एलिमेंट्स के उनकी जांच की गई स्पेक्ट्रा याद आ रहा एटमिक स्ट्रक्चर में हमने स्पेक्ट्रम की बातचीत की थी स्पेक्ट्रा की बातचीत की थी अरेंजमेंट ऑफ वेवलेंथ जो होते हैं वेवलेंथ यानी कि फ्रीक्वेंसी आ जाएगी अपने आप ही न इ c बा लम वाले रिलेशन से राइट तो जो कैरेक्टरिस्टिक स्पेक्ट्रा है एलिमेंट्स के उनको जांचा गया जो भी फ्रीक्वेंसी एक्सरेज की थी उस स्पेक्ट्रम में जो फ्रीक्वेंसी थी एक्सरेज की उसको एटमिक नंबर के साथ प्लॉट किया गया इनफैक्ट फ्रीक्वेंसी को नहीं रूट ऑफ फ्रीक्वेंसी को तो एक स्ट्रेट लाइन ऑब्जर्व हुआ जिससे समझ में आया कि भाई एटॉमिक नंबर के साथ-साथ ना यह कैरेक्टरिस्टिक एक्सरेज की फ्रीक्वेंसी वैरी कर रही है मतलब जो एटॉमिक नंबर है वह सीधे ही सीधे एलिमेंट के स्पेक्ट्रा से रिलेटेड है एटॉमिक नंबर ज्यादा फंडामेंटल प्रॉपर्टी है और वह पीरियोडिक लॉ डिफाइन करेगी ना कि एटॉमिक मास तो यहां से कहानी चेंज हो गई मॉडर्न पीरियोडिक लॉ क्या बन गया फिजिकल एंड केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ द एलिमेंट्स आर पीरियोडिक फंक्शंस ऑफ देर एटॉमिक नंबर्स एटॉमिक वेट की जगह अब जो पीरियोडिक लॉ का जो आप कह क्रक्स है जो सबसे इंपॉर्टेंट पॉइंट्स है वो यहां पर है य क्लासिफिकेशन ऑफ एलिमेंट्स इज बेस्ड ऑन द एटॉमिक नंबर व्हिच इज मोर फंडामेंटल प्रॉपर्टी क्योंकि वो एक्सरे स्पेक्ट्रा में दिख र है द रीजन फॉर प्लेसिंग आइसोटोप एट वन प्लेस इज जस्टिफाई एज द क्लासिफिकेशन इज ऑन द बेसिस ऑफ एटॉमिक नंबर अब अगर एक ही पर सारे आइसोटोप का काम निपटा दूं तो वो जस्टिफाइड भी है क्योंकि आइसोटोप में तो एटमिक मास डिफरेंट होता है एटमिक नंबर तो सेम ही होता है तो सारे आइसोटोप एक ही जगह पर आ जाएंगे मेलिस पीरियोडिक टेबल में यह चीज जो दुविधा बनी हुई थी इट एक्सप्लेंस आवाज वगैरह चकाचक है ना है ना बढ़िया एकदम राइट इट एक्सप्लेन द पीरियोडिक ऑफ एलिमेंट्स एंड रिलेट ब आप लोग कुछ पूछ रहे हैं बट मैं उसका जवाब दूंगा एंड में पढ़ाई पहले फिनिश कर ले हम फिर आपकी बातें सुनते हैं क् अगर बातें सुनते रहे पढ़ा नहीं पाएंगे एक्सप्लेन द पीरियोडिक ऑफ द प्रॉपर्टीज ऑफ एलिमेंट्स एंड रिलेट्स देम टू देर इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन कहानी अब एटॉमिक नंबर और इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन की हो गई है पूरे पीरियोडिक टेबल में हम एटॉमिक नंबर इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन इन पर फोकस करेंगे कंसंट्रेट करेंगे लैंथेनाइड एक्टनाइड्स क्या होते हैं ये एफ सब ऑर्बिट वाले हो ये एफ जहां पर जिन हम पीरियोडिक टेबल में जो ब्लॉक्स देखते हैं एस प डी ब्लॉक देख रहे थे डी ब्लॉक वालों को ट्रांजीशन एलिमेंट्स बोलते हैं इनर ट्रांजीशन एलिमेंट्स बोलते हैं एफ ब्लॉक वालों को जहां पर लास्ट इलेक्ट्रॉन एफ ऑर्बिटल में जाता है उन्हीं में 4f ऑर्बिटल वालों को लैंथेनाइड और एक्टन इड्स कहते हैं 5f ऑर्बिटल वालों को तो दे आर प्लेस सेपरेटली एट द बॉटम ऑफ द पीरियोडिक टेबल ये दिखाने का तरीका हमने तो देखा था ग्रुप थ्री में ऐसे होते हैं वो बट सेपरेटली उनको अलग से भी दिखाया जाता है कि समझ में आए कि 4f में कितने हैं 14 एलिमेंट्स कौन-कौन से और 5f में कौन-कौन से 14 एलिमेंट्स है अगर फीचर्स की बातचीत की जाए वर्टिकल कॉलम्स ग्रुप्स है पहले भी इसी नाम से जाने जाते थे और हॉरिजॉन्टल रोज पीरियड्स है अभी के समय पर टोटल सेवन पीरियड्स और 18 ग्रुप्स है और एलिमेंट्स इन पीरियड्स आर बेस्ड ऑन द नंबर ऑफ शेल्स इन देर एटम्स जो आप पीरियड देख रहे हॉरिजॉन्टल रोज देख रहे हैं उस हॉरिजॉन्टल रो की जो कैपेसिटी है कि फर्स्ट पीरियड में दो एलिमेंट है सेकंड एंड थर्ड में ए एलिमेंट है फोर्थ एंड फिफ्थ में 18 18 है इस तरह से जो आप देख रहे हैं नंबर ऑफ एलिमेंट्स वह एक्चुअली किस बात पर बेस्ड है कितने शेल्स है कितने ऑर्बिट है उन एलिमेंट के एटम्स में यह रहा मॉडर्न पीरियोडिक टेबल हमने पीछे ड्राइंग बनाई हुई हमें कुछ प्रॉपर्टी जब नोट डाउन करनी होगी लिखनी होगी तो हम वहीं पर जाएंगे वापस अभी पीरियोडिक टेबल को आपने हो सकता है कि आपने अभी 11 से पहले अपने क्लास अपने रूम में आपने पीरियोडिक टेबल को टेबल पर सजाया होगा दीवार पर सजाया होगा हो सकता है किसी प्रोजेक्ट में आपने इसको बनाया होगा स्कूल में तो जो मैं आपको कह भी रहा था एक बार के गाने वगैरह काफी याद करते हैं सभी क्लास 10 तक है ना हाय लीना करोड़ अप से फरियाद बेटा मांगे कन्या सुंदर कार स्कूटर बा बाप राजी ऐसे बड़े प्यारे प्यारे गाने आपने जो बनाए हुए और काफी आप सुनते सुनाते रहते थे ना क्लास 10 तक देखिए अभी फर्क नहीं पड़ता कि आप जो है एस बेटा आप क्या मांगते हैं अभी आप से मांगा जाता है कि जेई पास करके दिखाओ तब बात करेंगे बाद में कार स्कूटर की और कन्या सुंदर की समझे ऐसे नहीं तो एक्चुअली पीरियोडिक बल में इस चैप्टर की बात करें तो यहां पर अब वो पॉइंट नहीं रह गया जैसे क्लास 10 तक था अरे क्या करना होता एलिमेंट तो याद ये सब नहीं होता एलिमेंट याद बाद नहीं करने होते वो था आपका काम क्लास 10 तक अब सारे बेसिक कांसेप्ट जो पीरियोडिक टेबल के हैं वो बेस्ड ऑन इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन होंगे और जो इंपॉर्टेंट प्रॉपर्टीज है उनको ध्यान में रखना कुछ बच्चे य भी सोचते हैं कि ट्रेंड्स का ध्यान रखना होता है ट्रेंड्स जैसा एगजैक्टली कुछ नहीं होता है मोटे मोटे ट्रेंड्स की बातचीत कर रहे होते हैं हम के डाउन द ग्रुप जाएंगे तो साइज बढ़ेगा अलोंग द पीरियड जाएंगे तो साइज छोटा होगा ऐसी कई सारी बातें करते हैं हम भी करेंगे नोट डाउन करेंगे बट क्वेश्चन जो आएंगे वह उन पॉइंट से आएंगे जो पॉइंट्स वायलेट कर रहे होंगे जनरल ट्रेंड्स को उनके पीछे के रीजन को समझना होगा कोई एक्सेप्शन करके रट करके नहीं जाना है आगे राइट वो तरीका बिल्कुल भी नहीं मैं अपनाने ही नहीं दूंगा किसी भी हाल में ओके तो हमें ट्रेंड्स समझने हैं बट ट्रेंड्स इज फॉर किड्स पीछे के लॉजिक जो ट्रेंड्स को ब्रेक करते हैं उनके लॉजिस को समझना इंपॉर्टेंट है एंड देन जो मैंने बार-बार कहा है कि आ एनर्जी इ द वन ऑफ द मोस्ट इंपोर्टेंट टॉपिक वही है य इस चैप्टर की चीज हेनरी मोसले स्टडीड कैरेक्टरिस्टिक एक्सरे स्पेक्ट ऑफ एलिमेंट्स द ग्राफ च रिप्रेजेंट ऑब्जर्वेशन करेक्टली इज रूट अंडर न्यू एंड जड का स्ट्रेट लाइन का ग्राफ करेक्ट पासिंग थ्रू दिखा सकते हैं ऐसा एटमिक नंबर कोई जीरो होता नहीं है राइट अब अगर जनरल इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन की बातचीत करें तो जितने भी ऐसे एलिमेंट्स है जिनके कन्फेशन में आउटर मोस्ट कन्फेशन इस तरह का दिखाई देगा आउटर मोस्ट कन्फेशन है तो ए जो है व आउटर मोस्ट ऑर्बिट है लास्ट ऑर्बिट बोल सकते हैं आउटर मोस्ट ऑर्बिट बोल सकते हैं ठीक है ऐसे ओके कन्फेशन जो पीछे हम लिख रहे थे ना उन सारे कन्फेशन को रिकॉल कर सकते हैं आप देखिए अगर हम रिकॉल करें अपनी तरफ से सोडियम को तो सोडियम का कन्फेशन कुछ ऐसा लिखा था हमने निन 31 मैग्नीशियम का लिखा था हमने ऐसा है ना तो यह जब दिखाया जाता है ना वन से टू बता रहे होते कि वेरी कर सकता है वो वन और टू दोनों हो सकते हैं फिर हमने पी ब्लॉक में देखा था किसका उठाना चाहते हैं p ब्लॉक से किसी को भी उठा ले कार्बन उठाए तो कार्बन के लिए हमने लिखा था 1 s2 2s 2 2 p2 बोरनन से स्टार्ट कर सकते हैं p1 से p1 से 6स का वेरिएशन दिखाया जा रहा है n ए यानी के जो सेकंड ऑर्बिट हमारे लिए अभी कार्बन में क्या है सेकंड ऑर्बिट ही लास्ट ऑर्बिट है आउटर मोस्ट ऑर्बिट है उसके ए सब ऑर्बिट में इलेक्ट्रॉन फीड होंगे p में वेरी करेंगे कहां से कहां वन से सक्स आप नन पे चले जाइए कन्फेशन क्या आ जाएगा सि आ ठीक है और ब्लॉक हम कैसे समझते हैं ब्लॉक ऐसे समझते हैं ब्लॉक कैसे समझते हैं इसी तरह से समझते हैं ऐसे समझते हैं देखिए लास्ट इलेक्ट्रॉन ए सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल मतलब लास्ट इलेक्ट्रॉन अगर सब ऑर्बिट में है ट मींस ए ब्लॉक का एलिमेंट है लास्ट इलेक्ट्रॉन ए सब ऑर्बिट में किसी का भी कन्फेशन लिखेंगे लास्ट इलेक्ट्रॉन ए सब ऑर्बिट में लास्ट इलेक्ट्रॉन अगर प सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल में है तो वो प ब्लॉक है है ना प ब्लॉक डी ब्लॉक में कॉन्फिन हम लिख रहे थे क्रोमियम की बातचीत कर ले या फिर क्रोमियम के अलावा किसी और की बातचीत कर ले उस साइड हमने मैगनीज वगैरह का नहीं लिखा था क्योंकि क्रोमियम तक हम समझ गए थे और बाद में किसी का भी लिख सकते हैं मान लीजिए मैंगनीज का लिखना है एटमिक नंबर है 25 आर्गन 18 42 18 प् 20 एंड देन 35 कन्फेशन देखिए n ए लिखा जा रहा है ए ए तो ए जब भी लिखते हैं तो व मैक्सिमम वैल्यू होता है ना मैक्सिमम वैल्यू या आप कह सकते हैं कि आउटर मोस्ट ऑर्बिट होता है व आउटर मोस्ट ऑर्बिट होता है वो करेक्ट है ना अब अगर बात करें हम डी सब ऑर्बिट के बारे में तो अगर यह आउटर मोस्ट है n तो यह तो n-1 बनेगा ना इसीलिए य कन्फेशन आप देख रहे हैं कि n-1 मेंडी लास्ट इलेक्ट्रॉन डी में जा रहे हैं और वह एक से लेकर के 10 तक का वेरिएशन दिखा सकते हैं ए सब ऑर्बिट जो दिख रहा है आपको अभी जो जनरली आप न टू 36 लिखते हैं उसमें ए में व और टू रहता है लेकिन आप सारे ट्रांजीशन एलिमेंट्स को देखेंगे तो कुछ ऐसे भी है जिसमें कि जीरो भी होता है यह बात समझने की तो इसलिए वहां पर जीरो से टू दिखाया हुआ है ठीक है n एंड n माइव यह मैं लिख दे रहा हूं इसलिए कि आपको समझ में आए कि कन्फेशन में n और n माइव कौन है एक और बात यहां पर ये नोट करने की है जो कन्फेशन के टाइम पर हमने हमें जरूरत नहीं पड़ी थी तो हमने उस पर फोकस नहीं किया क्या है एक बार इलेक्ट अगर फिल कर दिए इलेक्ट्रॉन अगर फिल कर दिए एक बार इलेक्ट्रॉन अगर फिल कर दिए यानी कि कन्फेशन लिख दिया मीस कन्फेशन लिख दिया कन्फेशन लिख दिया देन यह ध्यान रखना है कि अरेंजमेंट होगा देन रिअरेंज करके रिअरेंज करके लिखना है कॉन्फिन रिअरेंज करके लिखना है कन्फेशन और व भी कैसे फ्रॉम लोअर ऑर्बिट टू हायर ऑर्बिट समझे मतलब देखिए आप तो किसी भी एलिमेंट को अगर प्रेजेंट कर रहे हैं तो उसका मतलब है कि उसका जन्म हो चुका है उसमें आपने इलेक्ट्रॉन फिल कर दिए तो आपको समझाने के लिए हम कन्फेशन ऐसे लिख रहे हैं मान लीजिए स्कैंडियम का 21 एटमिक नंबर है आपको समझाने के लिए हमने लिखा कि देखो इलेक्ट्रॉन जब फिल करते हैं ना तो फोरस में पहले और डी में बाद में फिल होगा लेकिन फिलिंग हो गई ना यह तो था एट द टाइम ऑफ फिलिंग एट द टाइम ऑफ फिलिंग ठीक है एट द टाइम ऑफ फीलिंग आफ्टर फीलिंग क्या होगा आफ्टर फीलिंग क्या होगा आफ्टर फिलिंग क्या होगा रिअरेंजमेंट हो जाएगा 3d पहले और 4s बाद में और ऐसा क्यों एक भी इलेक्ट्रॉन अगर डी सब शेल में चला गया उसके बाद डी सब शेल पर फिर से अट्रैक्टिव फोर्सेस इतने ज्यादा हो जाते हैं कि उसे खींच लिया जाता है उसकी जड़ कहां पर है उसकी जो जड़ तो न्यूक्लियस के नजदीक है ना क्योंकि वो थर्ड ऑर्बिट का है तो जड़ तो न्यूक्लियस के नजदीक है भले ही रिपल्शन की वजह से भले ही न्यूक्लियस से दूरी की वजह से वह बाद में फिल हो रहा था हाईयर एनर्जी होती है जब तक इलेक्ट्रॉन फिल नहीं करते एक भी इलेक्ट्रॉन भर दोगे अब उसकी एनर्जी फिर से कम हो जाती तो रिअरेंज करके आपको लिखना है आफ्टर फिलिंग डी ऑर्बिटल वापस चले जाते हैं न्यूक्लियस के नजदीक समझे तो इसीलिए सारे केसेस में आपको ना रिअरेंज करके आफ्टर फिलिंग 3d 1 पहले और 4 ए2 बाद में लिखना है इसीलिए जब आप इलेक्ट्रॉन निकालने जाओगे किसी भी एटम से तो ये रहा आउटर मोस्ट शेल जिससे इलेक्ट्रॉन निकाला जाएगा हमेशा इलेक्ट्रॉन निकाला जाता है कहां से आउटर मोस्ट शेल से इलेक्ट्रॉन निकाला कहां से जाता है आउटर मोस्ट शेल से वहीं से निकालिए आउटर मोस्ट शेल से निकालिए राइट आउटर मोस्ट शेल से निकालिए आउटर मोस्ट यह नहीं है ये फिलिंग के टाइम पर आप ऐसे देखते हैं आफ्टर फिलिंग देखिए तो मोस्ट ऑफ द टाइम देखि यही आपका डिफॉल्ट यही है ना डिफॉल्ट कन्फेशन यह होता है वो तो फिलिंग के टाइम पर आपको सिखा रहा फर्स्ट टाइम आप अगर सीखते हैं तो ऐसे सिखाते कि फिलिंग ऐसे होती है क्योंकि तभी आप ढंग से नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन बता पाएंगे ना कि डी में कितने और ए में कितने नहीं तो गलत कर देंगे बट रिअरेंज करके फिर ऐसे लिखना होगा तो सारी प्रॉपर्टीज या इलेक्ट्रॉन को निकालना ये सारी चीजें इसके रिस्पेक्ट में ठीक है यह समझना है चलो ये बात अगर हो गई है तो अब हम डिस्कशन क्या कर सकते हैं हां यहां पर हम कर रहे थे किसकी बातचीत जनरल इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन की अभी देखो इनको रटने की कोई जरूरत नहीं है ऐसे ध्यान में रख सकते हो कॉन्फिन जैसे आप लिखते हो उसी से आप बता सकते हो कि कुछ इस तरह का कन्फेशन आएगा रटने के पीछे नहीं जाना अपने आप प्रैक्टिस से ध्यान में रहने लगता है एफ ब्लॉक में एक और इनर इनर के भी इनर में इलेक्ट्रॉन जो है वो फिल हो रहे होंगे ये आउटर मोस्ट है है ना देखिए ट्रांजीशन एलिमेंट्स इनमें साफ साफ दिख रहा है कि n-1 की फिलिंग हो रही होती है n है तो ये n-1 है जो एफ ब्लॉक वाले हैं इनर ट्रांजीशन वाले उनमें n-2 की भी फिलिंग चल रही होती है तो n-2 वो एफ सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल के साथ यह सब जो अरेंजमेंट है य ए प्स एल के हिसाब से तो आप इस बात की टेंशन ना लीजिए य कैसे हो रहा य प् ए की वजह से आप फिलिंग करेंगे तो अपने आप दिख जाएगा जैसे आपने डी सब ऑर्बिट में कैसे देखा कि 4s पहले आएगा 3डी से यही कहानी है सपोज ट दिस 6s तो यह 5d है और यह 4f है दो ही होते हैं 4f और 5 में तो सिक्सथ पीरियड आपको समझ में आया अभी तक जितने भी कन्फेशन देखे उसमें एक बात समझ जाई के जो भी मैक्सिमम वैल्यू है प्रिंसिपल क्वांटम नंबर की वही पीरियड नंबर बता देती है जो भी मैक्सिमम वैल्यू है जो भी मैक्सिमम वैल्यू है किसकी प्रिंसिपल क्वांटम नंबर की प्रिंसिपल क्वांटम नंबर की दैट इज इक्वल टू क्या पीरियड नंबर समझे तो अगर हमने कुछ ऐसा देखा कि यहां पर n की वैल्यू सिक्स है मैक्सिमम तो वही हो गई 654 हो गया तो पीरियड नंबर सिक्स है और वैसे हमें पता है कि ए ब्लॉक में यही होता ही है दिस इ पीरियड नंबर सिक्स एंड दिस इज पीरियड नंबर से करेक्ट ठीक है यह है ना तो ध्यान रखेंगे अगर इसे हम कह रहे हैं 6s तो यह हो रहा है हमारे लिए 5d और यह हो रहा है 4f अगर ये हो रहा है 7s तो दिस विल बी 6d दिस विल बी 5 लंथन यन ठीक है लंथन से स्टार्ट हो रहा है देखि ये डी ब्लॉक है ठीक है ए ब्लॉक जो लिखा हुआ है ना उससे माइट भी क्या आप कुछ गलत गलत ध्यान में लेते हैं देखि यहां से य तक यह ब्लॉक है सीरियम से स्टार्ट होगा 4 यहां से स्टार्ट हो रहा है 4 एव 4 51 5 ठीक है ऐसे अब इतनी इंफॉर्मेशन हमने जो ले ली है इसके बाद एकदम क्लेरिटी है ना कि प्रेडिक्शन ऑफ पीरियड कैसे होता है आपको कन्फेशन लिखना और मैक्सिमम वैल्यू देखनी है किसकी ए की ऑर्बिट नंबर की वही बता देगा कि पीरियड नंबर कौन सा ब्लॉक कैसे हैं तो लास्ट इलेक्ट्रॉन देखिए और जो लास्ट इलेक्ट्रॉन है वह जिस किसी भी सब ऑर्बिट में जा रहा वही उसका ब्लॉक है क्लियर ग्रुप कैसे निकालते हैं तो एस ब्लॉक के तो दो ही होते हैं वन एंड टू अगर आपको ए एव दिखाई दिया तो वो ग्रुप नंबर वन है और अगर ए2 दिखाई दिया तो वह ग्रुप नंबर टू है ठीक है अगर प ब्लॉक की बात करें देखि डी ब्लॉक तो बहुत ही आसान है सोचने की जरूरत नहीं इतना सॉरी ए ब्लॉक तो सबसे आसान है क्योंकि ग्रुप थ होगा इसी में होते हैं ग्रुप थ पीरियड नंबर सिक्स और पीरियड नंबर से प और डी इनको ध्यान से सुन लीजिए यह 4 वाले यह 5 वा हैना अभी कई बार बता दिया आपको प ब्लॉक और डी ब्लॉक को सुन लेते हैं मैं प्यार से बता रहा ध्यान से सुनिए अगर प ब्लॉक की बातचीत हो रही है और ग्रुप नंबर पता लगाना है तो आपको मैं एग्जांपल ही दिखा रहा हूं उससे समझ में आएगा कि फार्मूला कैसे लिखा जाता है स्टार्ट करते हैं फास्फोरस का एटमिक नंबर है 15 राइट कन्फेशन लिखते हैं लिख रहे कन्फेशन 1 22 26 एंड 3s 33 यहां से य तक आप नियन भी लिख सकते हैं अभी तो पूरा लिखा मैंने पूरा दिखाते लो ग्रुप 15 है इनका वैलेंस इलेक्ट्रॉन देख रहे हैं वैलेंस इलेक्ट्रॉन है फ वैलेंस मतलब वैलेंस इलेन मतलब वैलेंस शेल में जो बाहर के आउटर मोस्ट ऑर्बिट में जो भी दिखाई दे रहे है तो वैलेंस इलेक्ट्रॉन पूरा लिखू मैं ऐसा तो नहीं कि आप कंफ्यूज हो जाओगे तो वैलेंस इलेक्ट्रॉन फ है ग्रुप नंबर कैसे निकालेंगे 10 प्लस नंबर ऑफ वैलेंस इलेक्ट्रॉन 10 प् 5 क्या हो जाएगा ये 15 और किसी का क्लोरीन का देखिए एटमिक नंबर है 17 ग्रुप बी है 17 कैसे कन्फेशन लिखिए नियन 3s 3p 5 वैलेंस शेल में कितने इलेक्ट्रॉन है बताइए वैलेंस इलेक्ट्रॉन दिखाई दे रहा है से तो अभी अगर ग्रुप नंबर निकालने गए तो 10 ऐड कर देते हैं 10 प्लस वैलेंस इलेक्ट्रॉन 70 यह कहानी समझे तो यह फार्मूला है अगर प ब्लॉक पर है आप तो आपने क्या करना है यह काम करना है कि आप ग्रुप नंबर निकालने के लिए 10 प्लस नंबर ऑफ वैलेंस इलेक्ट्रॉन कर देंगे डन वही अगर आप डी ब्लॉक के लिए काम कर रहे हैं तब क्या करेंगे अच्छे से देखते हैं कब क्या हो सकता है स्कैंडियम का एटमिक नंबर है 21 और ग्रुप नंबर क्या है ्र है यह पहले से आपको इसलिए बता दिया क्योंकि आप खुद से फार्मूला मैनिपुलेट कीजिए क्या फार्मूला हो सकता है कन्फेशन देखते हैं आर्गन 4s 31 कुछ आया कुछ कुछ कुछ कुछ आया माइंड में फार्मूला आपसे ही फॉर्मूला निकलवा रहा हूं मैं ग्रुप नंबर का फार्मूला बताइए ग्रुप नंबर थ्री है फार्मूला आप बताइए क्या होना चाहिए फॉर्मूला मैं और किसी का लिखूं अ किसे उठाना चाहेंगे आयरन उठाते हैं 26 है आर्गन 4s 2 3d स ठीक है ग्रुप नंबर इनका है एट कुछ आया फार्मूला समझ नहीं ऐसा ना कीजिए चलिए जिंक पर लेकर चलते हैं एटमिक नंबर 30 आर्गन 4 ए2 3d 10 कितना हो जाएगा 12 आया कुछ समझ आ गया आपको आप बोल रहे हैं ए वाले इलेक्ट्रॉन और n माइव नडी वाले इलेक्ट्रॉन करेक्ट यही तो है यही है ना बताइए एटली यही तो है बिल्कुल है ना सही इसी तरह से करना है य फार्मूले देखि ऑब्जर्व कीजिए और फार्मूले आप फटाफट खुद ही बना देंगे आगे बढ़ते क्या रखा गया आपके लिए क्वेश्चन एन एलिमेंट है इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन 1s 26 3s 34 प्रिडिक्ट देर पीरियड ग्रुप एंड ब्लॉक पीरियड कैसे निकालते हैं तो मैक्सम वैल्यू ए की कितनी दिखाई दे रही है थ पीरियड नंबर ्र जो नहीं है उनको उड़ा दीजिए ठीक है देन लास्ट इलेक्ट्रॉन किसम गया है प में तो यह ब्लॉक हो जाएगा क्या इससे बात बन रही है नहीं बन रही दोनों जगह प दिखाया जा रहा है ओके अगर यह प ब्लॉक है तो ग्रुप नंबर के लिए हमने देखा था वैलेंस इलेक्ट्रॉन में 10 ऐड कर देते हैं तो वैलेंस इलेक्ट्रॉन दिखाई दे रहे 32 34 6 प्लस करेंगे 10 आंसर आएगा 16 यहां पर ग्रुप 10 है यहां पर 16 सही है बिल्कुल ऐसे ही करना है बिल्कुल आग लगा देंगे चूज द करेक्ट आंसर फॉम द ऑप्शन गिवन बिलो कौन-कौन से ब्लॉक के पहचानिए तो कौन-कौन से ब्लॉक के पहचानी है कैसे पहचानेंगे कई बार ना एटॉमिक नंबर ही आपकी बहुत हेल्प करते हैं इस बात को समझने के लिए यहां पर कुछ ट्रिक्स बता रहे हैं आपको देखिए बड़े मजेदार ट्रिक्स है टू आइडेंटिफिकेशन कि आप यूज करें इनर्ट गैस की पोजीशन को किसी भी एलिमेंट आइडेंट पोजीशन ऑफ एलिमेंट का मतलब किसी भी एटमिक नंबर की बातचीत हो रही है किसी भी एटॉमिक नंबर की बातचीत हो गई किसी भी एटमिक नंबर की बातचीत हो रही है कैसे पता लगाएंगे उसकी पोजीशन क्या है किसी एटम की जैसे ज इ 37 दिया हु राट नियरेस्ट इनर्ट गैस नियरेस्ट इनर्ट गैस रिकॉल करने की कोशिश कीजिए आप बोलेंगे यह कैसे करेंगे नियरेस्ट इनर्ट गैस अरे बड़े आराम से कर सकते हैं भैया ऐसा मत सोचिए देखिए यह पकड़िए इनर्ट गैस का ना हम यहीं पर आपके सामने ही बनाए दे रहे हैं ऐसा कुछ हिसाब किताब देखि हीलियम नियन आर्गन ठीक है कहां से कहां ज्यादा की जरूरत नहीं है आपको शुरू के पांच की जरूरत होती है सबकी जरूरत नहीं है मोस्टली तने में आपकी बात बन जाती है यह पीरियड नंबर वन है 2 3 4 5 सक्स और से भी कर सकते हैं यहां तक बिल्कुल मत भूलिए क्योंकि आपके ज्यादातर क्वेश्चन इसी से हो जाते हैं इतने से एटॉमिक नंबर टू 10 18 36 54 ठीक है आगे 86 लिखना चाह दिल में आपके चल रहा हो लीजिए लिख ही देते हैं ठीक है अब आपको कुछ समझ में आया अभी आपको आइडेंटिफिकेशन है भाई पता ही नहीं चल रहा क्या करें क्या करें क्या करें क्या करें तो आप क्या करेंगे 37 के आसपास का इनर्ट गैस रिकॉल करेंगे कौन सा इनर्ट गैस रिकॉल हो रहा है आपको यह है ना और देखिए आप आपने कैच कर लिया कि यह न टूथ फोर्थ पीरियड का है हर एक पीरियड का लास्ट एलिमेंट इनर्ट गैस हर एक पीरियड का लास्ट एलिमेंट इनर्ट गैस होता है इनर्ट गैस होता है हर एक पीरियड का एलिमेंट तो फोर्थ का लास्ट एलिमेंट ये है और इसके जस्ट बाद यह आ रहा है तो यह बिलोंग करेगा किसे फिफ्थ पीरियड को इसके अलावा देखिए कभी भी किसी भी एलिमेंट का जो किसी भी पीरियड का जो फर्स्ट एलिमेंट होगा वह हमेशा क्या होगा अल्कली मेटल होगा तो यह फोर्थ का एंड था इसके जस्ट बाद फिफ्थ पीरियड स्टार्ट होगा और उस फिफ्थ पीरियड में जो पहला एलिमेंट होगा वो किसका होगा पहला एलिमेंट किसका होने वाला है अल्कली मेटल्स का करेक्ट किसी भी किसी भी पीरियड का फर्स्ट एलिमेंट देखि इस रिलेशन को समझिए ला किसी भी पीरियड का लास्ट एलिमेंट इनर्ट गैस फर्स्ट पीरियड का लास्ट एलिमेंट सेकंड पीड का लास्ट एलिमेंट थर्ड पीरियड का लास्ट एलिमेंट फोर्थ पीरियड का लास्ट एलिमेंट फिथ पीरियड का लास्ट एलिमेंट सिथ पीरियड का लास्ट एलिमेंट सेवंथ तो लास्ट पीरियड और जैसे ही आपको दिखाई दिया कि इनर्ट गैस के जस्ट बाद का एटमिक नंबर है तो वह कौन सा होगा अल्कली मेटल होगा कंफर्म किसी भी पीरियड का फर्स्ट एलिमेंट कौन होगा अल्कली मेटल करेक्ट अल्कली मेटल इस पॉइंट को यूज कीजिए देखिए कई सारे क्वेश्चन आपके इसी से रिलेट हो जाएंगे देखिए तो 37 प ब्लॉक डी ब्लॉक ए ब्लॉक नहीं य अल्कली मेटल है तो ए ब्लॉक ए का फोर चूज करेंगे दो ऑप्शन वैसे ही खत्म हो गए इन्हीं दोनों में से आंसर है राइट और ढूंढिए देखिए कौन-कौन से आपको एटमिक नंबर ऐसे दिख रहे है जिसके लास्ट जिसके क्लोजेस्ट एटमिक नंबर को आप इनर्ट गैस से रिलेट कर सकते हो क्लोजेस्ट इनर्ट गैस रिकॉल कीजिए नहीं हो रहा है 52 के क्लोजेस्ट 54 है तो 54 ये इनर्ट गैस है उससे एक पहले इनर्ट गैस ग्रुप 18 में होता है एक पहले जाएंगे 53 ग्रुप 17 एक और पहले जाएंगे 52 ग्रुप 16 ये ग्रुप 16 है है तो p ब्लॉक का c के वन से बात बन रही है बन गई आंसर इनर्ट गैस क्लोजेस्ट इनर्ट गैस है फटाफट कैच कर लेंगे आप सही है बट एक और कांसेप्ट है जो अगर आप जान जाए तो मजा आ जाए आपको वह है मैजिक नंबर का मैजिक नंबर की ट्रिक अब मैजिक नंबर की ट्रिक कैसे हेल्प करती है हमें मैजिक नंबर एक्चुअली किसी एक पीरियड में नंबर ऑफ एलिमेंट्स को प्रेजेंट करते हैं फर्स्ट पीरियड में दो एलिमेंट्स इसी तरह से सेकंड पीरियड में 8 और थर्ड में भी ए फिर फोर्थ और फिफ्थ में 18 और 18 है देन सिक्सथ और सेवंथ में 32 एंड 32 है सेकंड पीरियड थर्ड पीरियड फोर्थ पीरियड फिफ्थ पीरियड सिक्सथ एंड सेवेंथ पीरियड ठीक है यही मैजिक नंबर्स है आप देख रहे होंगे मैजिक नंबर्स का रिपीटेशन होते हुए और वह रिपीटेशन क्यों हो रहा है यहां पर सिर्फ और सिर्फ s ऑर्बिटल को फिल किया आपने यहां पर s प् p दोनों को फिल किया है देख रहे मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन कितने फिल हो सकते हैं दो फिल हो जाएंगे ए में और छ फिल हो जाएंगे प में 2 प् 6 8 है यहां अब फिल होने लगे ए प और डी अब आप क्या करेंगे दो यहां छ यहां 10 य 18 हो गए बिल्कुल हो गए आगे बढ़ते हैं ए प्स प प् प्स ए सही है 2 6 10 14 जरा देखिए तो यहां से य तक 18 थे आपने उसमें 14 ऐड किया कितने हो गए 32 करेक्ट बोलो ना बोलो ना सही है तो पता चल रहा है कि जो मैजिक नंबर है ना एक तो वो बताते हैं नंबर ऑफ एलिमेंट्स इन गिवन पीरियड और वो भी आते कैसे हैं दिए गए पीरियड में ना वही सब सेल्स फिल हो रहे हैं जो इस नंबर को जनरेट कर सकते हैं एस और प की फिलिंग हो रही होती है तो एही एलिमेंट आते हैं एस प और डी इन सबकी फिलिंग हो रही होती है तो 18 18 आते हैं एस पीडीएफ की फिलिंग हो रही है तो 32 32 आ रहे है और हमेशा दो बार रिपीट होंगे यह पैटर्न है तो मैं आपसे पूछता कि भविष्य में फ्यूचर में क्वेश्चन पूछा गया इसी की बेसिस पर बहुत ऐसे क्वेश्चन आपको कई बार दिखाई देंगे आपको लगेगा बहुत टफ है टफफ नहीं है इसी पैटर्न पर बना दिए जाते हैं एग्जांपल दे रहा हूं क्वेश्चन ऐसा पूछा गया कि फ्यूचर में एथ पीरियड में नंबर ऑफ एलिमेंट्स बताइए नंबर ऑफ एलिमेंट्स बताइए घर पर छोटे-छोटे दो बदमाश है तो वह भी पढ़ने की कोशिश कर रहे होते केमिस्ट्री वह भी पहुंच जाते हैं हमारे प्रिय लोकीन ग्रूट नहीं जानते कोई नहीं सेशन के एंड में बताते हैं फ्यूचर में एथ पीरियड में नंबर ऑफ एलिमेंट्स कितने होंगे भाई हमें पता है कि लगातार एलिमेंट्स या तो सिंथेसाइज हो रहे हैं डिस्कवर हो रहे हैं चल रहा है यह सिलसिला 118 तक हो चुके हैं सातो पीरियड फिल हो चुके एथ पीरियड भी मान लीजिए फ्यूचर में फिल हो जाता 100 200 साल बाद आप बताइए कि कितने मैक्सिमम आएंगे तो इसी पैटर्न पर ही हमने पकड़ लिया है कि काम हो रहा है होते चला जा रहा है और वैसे ही आपको इसी पैटर्न पर आंसर करना है तो फिलिंग कुछ ऐसे होगी फिलिंग ऑफ इलेक्ट्रॉन कैसे होगी आगे s प् प प् d प् ए यहां तक हो चुका है प्लस जी आएगा अब राइट तो कितने हो जाएंगे यहां से यहां तक तो 32 है और इसमें हो जाएंगे 18 इलेक्ट्रॉन 32 प् 18 कितने हो जाएंगे 50 हम कह सकते हैं कि फ्यूचर में अगर एथ पीरियड होगा उसमें 50 आएंगे नाथ होगा उसमें भी रिपीट हो जाएगा 50 तो चलो यह बता दो कि अगर फ्यूचर में थ पीरियड आएगा तो 10थ पीरियड में नंबर ऑफ एलिमेंट्स कितने आएंगे अब भाई य तो फिलिंग हो जाएगी ए प्लस प प्लस डी प्लस एफ यह था कहां तक सेवंथ तक फिर ऐड हुआ जी फिर ऐड होगा ए ठीक है इसी तरह से अजूम कर लीजिए यहां तक आपने काउंट कर लिया 50 राइट और आप नंबर इलेक्ट्रॉन मैक्सिमम कितने फिल कर सकते 10 14 18 देन 22 44 का डिफरेंस है तो यहां से 50 प् 20 सॉरी 22 कितने देंगे आप 72 10थ पीरियड में करेक्ट यह मैजिक नंबर का बेहतरीन यूज अब मैजिक नंबर से और भी चीज आप कैसे पता लगा सकते हैं आपसे अगर किसी एलिमेंट की पोजीशन पूछी गई किसी दूसरे एलिमेंट को दिखा करके मान लीजिए मैंने ऐसे पूछा फास्फोरस है एटॉमिक नंबर ऑफ एलिमेंट बिलो आर्सेनिक यह पूछ दिया आपने गाना वाना याद किया उससे आपने रिकॉल किया है ना कि नाइट्रोजन के नीचे फास्फोरस के नीचे आर्सेनिक है आर्सेनिक के नीचे याद नहीं आया या याद आ गया लेकिन एटमिक नंबर तो नहीं पता तब आप क्या करेंगे यह याद ही है क्या पता देखिए मैं पैटर्न समझाता हूं तो आपको दिखेगा कुछ 15 एंड 18 33 अब पहचानना है कि क्या होने वाला है एटमिक नंबर आप आसपास के दूसरे एलिमेंट्स भी सोच रहे होंगे ढूंढ रहे होंगे चल रहा होगा माइंड में आपके राइट हो सकता है नाइट्रोजन के आगे ऑक्सीजन या फिर फ्लोरीन वाले ग्रुप में भी आप पहुंच गए होंगे फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन पकड़ लिया होगा इनमें भी उस पैटर्न को पकड़ सकते हैं 9 17 35 है ना देखते हैं क्या करते हैं आप 35 है ये चलिए दोनों के एटॉमिक नंबर पहचानने और मैजिक नंबर का यूज करना है कैसे पहचानेंगे मैजिक नंबर तो बताता है कि एक पीरियड में कितने एलिमेंट्स हैं यह सेकंड पीरियड का है लास्ट एलिमेंट इनर्ट गैस होगा एटमिक नंबर 10 एटमिक नंबर 10 करेक्ट तो एटमिक नंबर 10 व नियन का होता है सेकंड पीरियड से थर्ड पीरियड में जाएंगे कितने का डिफरेंस होगा सेकंड पीरियड में भी आठ एलिमेंट और थर्ड पीरियड में भी एट एलिमेंट्स यह हमने यहां से पहचान लिया देखिए देखते हैं यहां से पहचाना देखिए सेकंड पीरियड में एट एलिमेंट और थर्ड में भी फोर्थ में 18 और फिफ्थ में 18 ऐसे रिकरिंग वैल्यूज होते 288 18 18 करेक्ट अब यहां पर सेकंड पीरियड इसमें एट एलिमेंट तो हीलियम के नीचे नियोन आ जाता है एट एलिमेंट ऐड होते हैं तो सेकंड से थर्ड में गया यानी के नियन के नीचे आर्गन तो नियन और आर्गन में भी एट का डिफरेंस नाइट्रोजन और फास्फोरस में भी एट का डिफरेंस अब आपने फर्स्ट से सेकंड पीरियड में जाने में और सेकंड से थर्ड पीरियड जाने में 8 और 8 ऐड कर लिए तो अब तो मैजिक नंबर 18 की बारी आ गई तो आपने 18 यूज कर लिया यहां पर एक बार और 18 यूज करना बनता है तो कर दिया हमने हो गया एटॉमिक नंबर 51 सेम काम यहां करेंगे 18 ऐड करेंगे एटमिक नंबर 53 क्यों 53 क्योंकि बीच में ऑक्सीजन वाला ग्रुप भी तो है है ना जिसमें लरियस कर देते हैं 8 8 का डिफरेंस 16 अब 18 का डिफरेंस चल रहा है 34 18 का डिफरेंस चल रहा है 52 यह यूज है कि आपको कोई भी एलिमेंट उठा करके दे दिया जाए पीरियोडिक टेबल में तो आप आसपास के एलिमेंट को पहचान करके मैजिक नंबर यूज करके एटॉमिक नंबर पकड़ लीजिए एटॉमिक नंबर के ही बेसिस पर आप कन्फ लिखेंगे उसी के बेसिस पर आप वैलेंस इलेक्ट्रॉन पता लगाएंगे और वैलेंस इलेक्ट्रॉन के बेसिस पर ही आप उसकी प्रॉपर्टी समझा देंगे ट्स इट ये होप फुली यू एंजॉयड अ लॉट आई होप कि आप इसी तरह से यूज करना सीखेंगे इसका समझे लीजिए ट्राई कीजिए आपके सामने देते हैं एक ढूंढ तो ट्राई करेंगे पता लगाए पबी पता लगा लेे 6 है 8 ड किया 14 अब 18 ऐड करना 32 एक बार और 18 ऐड करेंगे 50 अब 18 के बाद क्या है 288 18 क्या था 32 32 की बारी है ड होगा तो 82 देखा मैजिक नंबर से आपने निकाला राइट दो बार एट ऐड करके आप थर्ड पीरियड में पहुंचे 18 18 देन 32 ऐड किया ऐसे चलेंगे ठीक है एटॉमिक नंबर पूछा गया था pb88 8 18 18 नंबर ऑफ़ एलिमेंट्स इन पीरियोडिक टेबल बता नंबर ऑफ़ एलिमेंट्स इन अ गिवन पीरियड बताता है सीक्वेंस में फर्स्ट पीरियड में दो एलिमेंट फिर आठ आठ सेकंड और थर्ड में फिर 18 18 फोर्थ एंड फिफ्थ में 32 32 6 एंड सेथ में ऐड करते जाइए सक्सेसिव जो नीचे डाउन द ग्रुप आप जा रहे हैं तो उसमें ऐड करने से आपको एटमिक नंबर मिल जाएगा आसपास का पता लगा लेंगे जैसे ही कुछ हिंट दिया जाएगा राइट पीछे क्वेश्चन हमने बनाया ही है तो इस तरह से काम कर लिया हमने यह हमने पता लगाया था अभी राइट दो एलिमेंट को देख कर के इसको और इसको नियरेस्ट इनर्ट गैस को पकड़ करके ठीक है ये बात थी एलिमेंट e बिलोंग टू ग्रुप फोर एंड बिलोंग टू द पीरियड फोर एंड ग्रुप 16 ऑफ द पीरियोडिक टेबल पीरियड फोर एंड ग्रुप 16 ठीक है हां पीरियड फोर एंड ग्रुप 16 द वैलेंस शेल इलेक्ट्रॉन कन्फेशन ऑफ द एलिमेंट तो e बिलोंग टू ग्रुप पीरियड फोर पीरियड फोर है भाई एंड ग्रुप 16 है ग्रुप 16 तो ऑक्सीजन वाला है राइट सेकंड पीरियड थर्ड पीरियड फोर्थ पीरियड तो फोर्थ पीरियड एंड ग्रुप 16 यही है सेलेनियम है ट अब इससे पहचाना ले जस्ट अब ऑ सल्फर की बातचीत हो रही जस्ट अब की बातचीत हो रही ना तो 32 34 लेस इलेक्ट्रॉनिक क फिगरेशन एमेंट जस्ट अब य पीरियड फोर क्योंकि पीरियड टू ये है और यह थर्ड ठीक है डन देखिए रेडियस एटॉमिक रेडियस वाले पार्ट को समझने से पहले हमें देखना होता है कि शील्ड और स्क्रीनिंग इफेक्ट क्याक है यह इफेक्ट जो है वह इनर शेल के इलेक्ट्रॉन देते हैं यह इनर शेल के इलेक्ट्रॉन यह इनर शेल के इलेक्ट्रॉन ये इनर शेल के इलेक्ट्रॉन का इफेक्ट है आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन पर आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन पर ठीक है इनर शेल के इलेक्ट्रॉन इनका इफेक्ट है आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन पर यह कैसा इफेक्ट है डायग्राम एक बार देख लीजिए यहां दिखाने की कोशिश हो रही है कि कैसे न्यूक्लियस है और कैसे इनर शेल के इलेक्ट्रॉन है और आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन वो जो आपने गली मोहल्ले में कभी देखा होगा कभी जो खेल दिखाने के लिए बंदर को नचाने के लिए जो आते हैं जिनको हम क्या बोलते हैं मदारी तो जब भी खेल दिखाते हैं बंदर को नचाने वाला तो उसमें क्या दिखाते हैं आपको क्या आपने जो अपना एक्सपीरियंस है थोड़ा रिकॉल कीजिए भीड़ लगी होती है आपको पता नहीं चलता कि भीड़ लगी हुई है तो हो क्या रहा है कौन सा खेल खेला जा रहा है क्या दिखाया जा रहा है क्या तमाशा चल रहा है है ना क्यों क्योंकि जहां कहीं पर भी तमाशा हो रहा होता है साइन लगा देते हैं प्लस का और मान लेते हैं कि ऐसे भीड़ लगी हुई है है ना ऐसे कुछ लोग खड़े हैं और भीड़ लगी हुई है और ऐसे दूर में आप भी ऐसे आपको चुन्नू मुन्नू से बना देते हैं तो दूर में आप खड़े हैं और आपको लग रहा है कि यहां पर कुछ चल रहा है कोई तमाशा हो रहा है कुछ हो रहा है पता क्या हो रहा क्यों पता नहीं चल पा रहा है सही से क्योंकि भीड़ लगी हुई है आप कोशिश करते हैं फिर टयो ट ट चल करके आते हैं अंकल आंटी सबको साइड होने बोलते हैं एक्सक्यूज म एक्सक्यूज म करते हैं तब आपको दिखाई देता है अच्छा अंदर में तो ऐसा है के है ना बंदर है और खेल चल र है यह जो लोग खड़े थे वो बिल्कुल स्क्रीन और शील्ड के जैसा काम कर रहे थे आपको पता नहीं चल पा रहा था ठीक ऐसे ही जो आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन है इनके लिए भी इनर शेल के इलेक्ट्रॉन कुछ ऐसा ही काम करते हैं जितने भी आउटर शेल के इलेक्ट्रॉन हैं इनर शेल के इलेक्ट्रॉन उनके लिए एक स्क्रीन का काम करेंगे इनका जो अपना वेव मोशन है इनका वेव मोशन यह काम करता है स्क्रीन के जैसा इनके लिए अंदर वाले इलेक्ट्रॉन है जो ठीक ऐसे ही काम करेंगे ठीक ऐसे ही काम करेंगे इस बाहर के शेल वाले इलेक्ट्रॉन के लिए अंदर के सारे इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस के थ्रू जो अट्रैक्शन लगना चाहिए इस इलेक्ट्रॉन पर उस अट्रैक्शन को कम कर रहे हैं तो यहां पर जितने भी इलेक्ट्रॉन हैं वो भी स्क्रीन का काम कर रहे हैं इनर शल के सारे इनर शिल के इलेक्ट्रॉन इस आउटर शेल वाले के लिए क्या कर रहे हैं शील्ड का काम कर रहे हैं करेक्ट इसके लिए इनर शेल के य इसके लिए यह शील्ड का काम नहीं करेगा यह बाहर है जो भी इनर शल के इलेक्ट्रॉन और यहां पर बातचीत हम ऑर्बिट के थ्रू कर ले रहे हैं बट कहानी तो सारे एनर्जी लेवल्स के अकॉर्डिंग चल रही होगी है ना जितने भी बाहर के एनर्जी लेवल्स हम पर फोकस कर रहे हैं बट कहानी सब ऑर्बिट और ऑर्बिटल के हिसाब से चल रही होगी स्क्रीनिंग इफेक्ट पहले के टाइम की अगर बातचीत करें जन और एडवांस के हिसाब से तो पहले हम कैलकुलेशन गग भी पढ़ते थे एनसीआरटी का पार्ट नहीं है वह शिल्डिंग इफेक्ट और शिल्डिंग कांस्टेंट का कैलकुलेशन बट ट्रेंड था पहले कोटा में तो पढ़ने का बहुत पढ़ते थे आज भी कुछ लोग पढ़ रहे होते हैं ब आज के टाइम पर तो कंपलीट टाइम वेस्ट आज तो आप फिनोमिना पढ़ो स्क्रीनिंग इफेक्ट समझो आगे बढ़ो घुमा फिरा करके आपसे जो बातें पूछी जाएगी वो आयना एनर्जी और इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी वाली होती है बट हम यह पढ़ इसलिए रहे क्योंकि इसका असर पड़ता है एटॉमिक रेडियस पर और वही टॉपिक हमारा अभी स्टार्ट हो चुका है तो हम क्या पढ़ रहे हैं कि यहां पर अगर जड नंबर ऑफ प्रोटॉन है ऐसा मान लेते हैं कि यह कहानी जो चल रही है वह सोडियम की तो 11 प्रोटॉन होंगे यहां पर तो होना क्या चाहिए कि हर एक ऑर्बिट के इलेक्ट्रॉन को करना चाहिए हर एक ऑर्बिट के इलेक्ट्रॉन को एक्सपीरियंस क्या करना चाहिए 11 प्रोटॉन का अट्रैक्शन करेक्ट 11 प्रोटॉन का अट्रैक्शन एक्सपीरियंस होना चाहिए य सोडियम के 11 प्रोटॉन का अट्रैक्शन लगना चाहिए हर एक इलेक्ट्रॉन पर लेकिन ऐसा होता जाता नहीं है हर एक इलेक्ट्रॉन 11 प्रोटॉन 11 प्रोटॉन से कम का अट्रैक्शन फेस करता है जो बाहर में है उस पर तो सबसे कम अट्रैक्टिव फोर्सेस लगते हैं तो अगर यह पूछा जाए कि अट्रैक्टिव फोर्स एक्सपीरियंस्ड बाय द लास्ट इलेक्ट्रॉन वैसे तो हर इलेक्ट्रॉन के लिए क्योंकि इवन के सेम शेल में दो इलेक्ट्रॉन है ना तो वो भी एक दूसरे पर शील्ड डालते हैं बट सेम शेल वाले कम डालेंगे कम इफेक्ट करते हैं अंदर वाले बाहर वाले को कुछ ज्यादा ही क्योंकि इनके लिए तो वो बात हो गई ना यह क्लोजर टू द न्यूक्लियस है तो वही जो अभी पीछे एग्जांपल दिया था आपको यह वाला यह प्यारा सा एग्जांपल जिसमें कि आप देखना चाह रहे थे कि कौन सा खेल तमाशा हो रहा है और आपको पता है कि आपको बारी-बारी से आगे बढ़ना पड़ेगा और भीड़ को क्रॉस करके आगे देखना पड़ेगा अगर आप बंदर को उछलते हुए देखना चाहते हैं नाचते हुए देखना चाहते है तो राइट तो ऐसे ही अट्रैक्टिव फोर्स अगर इलेक्ट्रॉन पर बोला गया टिव फोर्सेस एक्सपीरियंस बाय एक्सपीरियंस बाय लास्ट इलेक्ट्रॉन ऑफ सोडियम इज ऑफ कितने प्रोटॉन तो पता है लेस देन 11 प्रोटॉन फॉर शर कुछ तो 11 से कम यह जो वैल्यू है ना 11 से कम की ज है 11 उसमें से कुछ कम कर दिया इसे हम बोलते हैं शील्ड कांस्टेंट क्योंकि यह जो कमी है यह शील्ड की वजह से आई तो शिल्डिंग या स्क्रीनिंग कांस्टेंट बोलते हैं इसे और यह जो नेट वैल्यू होगी ना कम हो करके उसे बोलते हैं जड स्टार या इफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज यानी के थियोरेटिकली आप सोच रहे सोच रहे होते हो कि 11 प्रोटॉन का अट्रैक्शन लगेगा नहीं लगता है क्योंकि अंदर वाले इलेक्ट्रॉन लगने नहीं देते वो अट्रैक्शन यहां इनके पास जाता है और इस पर कमी हो जाती है वैसे ही इनकी वजह से इस पर शील्ड होता है इनमें भी कमी हो जाती है बट इससे ज्यादा अट्रैक्शन यहां है तो जड स्टार इसके लिए सबसे कम इसके लिए ज्यादा इनके लिए सबसे ज्यादा ये पॉइंट है जो समझने का है ठीक है ऐसे ही रिलेट करके ध्यान में रखने का है ऐसे रिलेट करके ध्यान में रखिए z स्टार को क्या बोलते हैं इफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज इफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज ठीक है डन यही आपका स्क्रीनिंग कांस्टेंट या शिल्डिंग कांस्टेंट है ओके जड स्टार या जड इफेक्टिव डायरेक्टली बोल देते हैं और डेफिनेटली जितने ज्यादा इनर शियल इलेक्ट्रॉन होंगे उतनी ज्यादा शिल्डिंग होगी है मोर द नंबर ऑफ इनल इलेक्ट्रॉन मोर विल द वैल्यू ऑफ सिग्मा लिख रहे सिग्मा तो ऐसा लिख दे सिग्मा डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू नंबर ऑफ इनर शिल इलेक्ट्रॉन तो सिग्मा ज्यादा तो जड स्टार और सिग्मा में कैसा रिलेशन देखा था जड स्टार इ ज माइन सिगमा है ना तो ज स्टार तो इवर्स हो गया ना सिगमा करेक्ट बिल्कुल शेप ऑफ ऑर्बिटल भाई अगर स्क्रीनिंग इफेक्ट की बातचीत की जाए जो भी सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल न्यूक्लियस के नजदीक है वो ज्यादा शिल्डिंग डालेंगे तो ज्यादा शिल्डिंग डालने की कोशिश कौन करेंगे जो न्यूक्लियस के नजदीक होंगे तो यह न्यूक्लियस से क्लोज होती है ए सबसे ज्यादा क्लोज देन प देन डी देन ए तो अगर आप ढूंढने गए कि कौन सबसे ज्यादा शील्ड इफेक्ट डालेगा तो वो s है एंड देन p है देन डी है देन ए एफ की वजह से स्क्रीनिंग क्या होगी सबसे कम होगी इनफैक्ट क्या होने वाला है कि एफ की वजह से कई सारे केसेस में शिल्डिंग जो है ना सबसे पूर होगी और यह पूर शिल्डिंग बहुत सारे इंपॉर्टेंट केसेस हमें उठा करके देंगे इसी चीज को हमें सीखना है देखिए पुर शिल्डिंग अगर हम डिस्कस कर रहे हैं शिल्डिंग के इफेक्ट शील्ड स्ट्रेंथ जो जितना ज्यादा न्यूक्लियस के क्लोज है क्लोजर टू न्यूक्लियस अब इससे क्या होगा ए देन प देन डी देन एफ एफ के खाते में ए के ऊपर अब आप क्या लगा देंगे टैग कि भैया ये ना सबसे दूर है जो न्यूक्लियस के सबसे नजदीक होता है वो कर सबसे ज्यादा शिल्डिंग यह करेंगे पुअर शील्ड बहुत कम शील्ड करते इनफैक्ट इनकी शील्ड की वजह से जहां पर नॉर्मली क्या होना चाहिए कि जब शील्ड होती है तो हम एक्सपेक्ट क्या करेंगे जरा देखिए तो हमने अभी ऐसा डायग्राम बनाया था राइट यह आउटर मोस्ट शेल है मान लीजिए ये आउटर मोस्ट श अब आउटर मोस्ट शल अंदर के जो भी इलेक्ट्रॉन उनकी शिल्डिंग की वजह से उनकी शिल्डिंग की वजह से क्या दिखाई दे रहा है हमें उनकी शिल्डिंग की वजह से हमें क्या दिखाई दे रहा है इनकी शिल्डिंग की वजह से दिखाई दे रहा है यहां अट्रैक्टिव फोर्स कम होते हु करेक्ट य अट्रैक्टिव फोर्स कम होते हु दिखाई दे रहा है अगर अट्रैक्टिव फोर्स कम तो इसे हम कह सकते हैं लेस अट्रैक्टेड टुवर्ड्स न्यूक्लियस लेस अट्रैक्टेड टुवर्ड्स न्यूक्लियस क्या मतलब है उसका कि यह न्यूक्लियस से ज्यादा लूजली बांडेड होगा तो अगर लूजली बांडेड होगा तो दूर चला जाएगा ना न्यूक्लियस से राइट तो न्यूक्लियस से दूर न्यूक्लियस से दूर राइट अब न्यूक्लियस से दूर तो उसका क्या मतलब है बताइए न्यूक्लियस से दूर होने का क्या मतलब न्यूक्लियस से दूर होने का मतलब है कि आउटर मोस्ट शल है ना य और जब कभी भी आप रेडियस निकालते हैं किसी भी रेडियस निकालते हैं बोर्स मॉडल को वैलिड मानते हुए ऐसे रफ अगर मान लीजिए रेडियस निकालने की बातचीत हुई तो न्यूक्लियस से आउटर मोस्ट शेल का ही तो डिस्टेंस निकालते हैं अब ये अट्रैक्टिव फोर्सेस कम फेस कर रहा है न्यूक्लियस से तो दूर भाग जाएगा दूर भाग गया लूजली बॉन्डेड हो गया निकालना आसान हो गया इस इलेक्ट्रॉन को और इसने दूर जाकर के न्यूक्लियस से जो रेडियस है उसे भी बढ़ा दिया तो जितना अट्रैक्टिव फोर्स कम रेडियस उतना ज्यादा कह सकते हैं ना तो z इफेक्टिव जितना कम होगा रेडियस उतना ज्यादा हो जाएगा करेक्ट जड इफेक्टिव जितना ज्यादा रेडियस उतना छोटा तो जड इफेक्टिव अगर ज्यादा हुआ वह कब ज्यादा होगा जब सिग्मा कम होगा यानी कि शील्ड कम लिख सकते हैं ऐसा बताइए क्या बोले चेक कीजिए तो इसे पहले इसी लाइन पर रहते हैं जड इफेक्टिव कम है रेडियस ज्यादा है जड इफेक्टिव कम कब जब शील्ड यानी कि ये सिग्मा यह ज्यादा राइट तो जड स्टार कम तो शील्ड यानी कि सिग्मा ज्यादा है ठीक है शील्ड ज्यादा अट्रैक्टिव फोर्सेस कम रेडियस ज्यादा एटॉमिक रेडियस साफसाफ दिख रहा है शिल्डिंग पर डिपेंडेंट है है ना मैं लिख द ऐसे रेडियस यह तो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू शिल्डिंग हो गया है ना अब सोच करके देखिए शिल्डिंग अच्छी है उसका क्या मतलब रेडियस ज्यादा होगा शिल्डिंग खराब है रेडियस क्या हो जाएगा कम हो जाएगा तो मैंने जैसे ही लिखा पुअर शील्ड एक्सपेक्टेशन यही है कि भाई साइज ना जो आप सोच रहे हैं उतना बड़ा नहीं होगा साइज छोटे होने के चांसेस है एटम के पुअर शील्ड की वजह से और यह पुअर शील्ड कौन देने वाला है यह डी एंड एफ देने वाले हैं ज्यादा पुअर शिल्डिंग कौन देगा एफ देगा फिर से रिपीट कर रहा हूं सुनिए ध्यान से जड इफेक्टिव हमने कम बोला रेडियस ज्यादा क्यों क्योंकि देखिए जड इफेक्टिव का मतलब कि नेट अट्रैक्टिव फोर्स जो यहां लगता है अगर अंदर में शील्ड अच्छे से हो रही है तो फिर इस पर अट्रैक्टिव फोर्सेस कम य न्यूक्लियस से दूर तो रेडियस ज्यादा लेकिन अगर शिल्डिंग अच्छी नहीं हुई तो यहां अट्रैक्टिव फोर्स ज्यादा और यह पुल्ड हो जाएगा इनवर्ट तो रेडियस छोटा तो शील्ड कम रेडियस कम य हो गया ना आपके लिए केसी ठीक है यही समझना है अब यही पुअर शील्ड जो एफ ऑर्बिटल की है वह बहुत फेमस है क्यों क्योंकि पुअर शिल्डिंग से रे डि एक्सपेक्टेशन से छोटा हो जाता है एक्सपेक्टेशन से कम आएगा आप एक्सपेक्ट कर रहे होते हो कि आप डाउन द ग्रुप जा रहे हो पीरियोडिक टेबल में और डाउन द ग्रुप जा रहे हो तो साइज बढ़ेगा क्योंकि एक्स्ट्रा शेल्स ऐड हो रहे हैं लेकिन एक्स्ट्रा शेल्स ड होने के बावजूद रेडियस कम आ रहा है क्योंकि शिल्डिंग अच्छी नहीं है शील्ड ज्यादा होगी तो अट्रैक्टिव फोर्सेस कम य शिल्डिंग अच्छी नहीं है अट्रैक्टिव फोर्सेस बढ़ गए अनएक्सपेक्टेडली साइज आपको दिखेगा कांट्रैक्ट करते हुए तो यह जो अन एक्सपेक्टेड या एक्सपेक्टेशन से कम होना है साइज का एक्सपेक्टेशन से कम होना साइज का दिस इ कॉल्ड कंट्रक्शन इन साइज और यह एफ ऑर्बिटल की वजह से हो रहा है सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल की व से 4 वाले सारे अगर इनकी वजह से होगा तो य कहलाएगा लंथनॉइड कंट्रक्शन है तो कंट्रक्शन लेकिन कलागा थ कंट्रक्शन अगर यह काम किया की वजह से हुआ की प शिल्डिंग की वजह से समझे अगर 4 की पुर शिल्डिंग है तो लड कंट्रक्शन फ की है तो एकड कंट्रक्शन अच्छे से समझ करके लिखिए देखि पुर शिल्डिंग फ की र शिल्डिंग अट्रैक्टिव फोर्सेस बढ़ गए साइज एक्सपेक्टेशन से कम हो गया लंथनाइड कंट्रक्शन और ज्यादा पुअर शिल्डिंग कौन करेगा 5f वाले समझे अगर 5f की है तो यह एक्टन इड ठीक है ये चलिए अब हम रिलेट कर सकते हैं एटमिक रेडियस को बट पहले पुर शिल्डिंग से ही रिलेट करते हैं देखिए बात सत एटमिक रेडियस की ही चल रही थी करेक्ट है ना तो लंथनाइड और एकड कंट्रक्शन पर कुछ बातें डिस्कस कर लेते हैं पहले कहां से कहां लंथनाइड पाया जाता है एटमिक रेडियस का सबसे इंपोर्टेंट पॉइंट य बाकी तोन पॉइंट कंट्रक्शन जहां से फ स्टार्ट हो गया लंथनाइड कंट्रक्शन स्टार्ट है जहां से फ स्टार्ट हो गया वहां से लइ कंट्रक्शन जहां से फ स्टार्ट हो गया लंथनाइड कंट्रक्शन वही से स्टार्ट हो गया तो 4f कहां से स्टार्ट होता है सीरियम से एटमिक नंबर 58 य से स्टार्ट हो गया सीरियम ऑनवर्ड हर जगह फ हर जगह 4f आएगा तो 4f आएगा तो पुर शिल्डिंग करेगा लंथनॉइड कंट्रक्शन आएगा एक्टन इड कंट्रक्शन कहां से आएगा एक्टनाइड कंट्रक्शन कहां से आएगा एक्टनाइड कंट्रक्शन ऐसे आएगा देखिए जहां से फ स्टार्ट होगा जहां से फ एफ स्टार्ट होगा थोरियम से फ कहां से स्टार्ट होगा थोरियम से थोरियम 90 एटमिक नंबर 90 तो 90 ऑन वर्ड्स एक्टन इड कंट्रक्शन आएगा राइट बट ध्यान से देखिए यहां तो 4f भी होगा ना क्योंकि 4f तो 58 के बाद है अब यह बहुत इंपॉर्टेंट है केसी मार्क कर रहे इसे समझेगा 4f तो स्टार्ट हो गया ना सीरियम के आगे तो 4f चल रहा है ना 4f तो चल रहा है चल रहा है 4f बंद तो नहीं हुआ सीरियम 58 के आगे तो 4f यहां भी होगा हा 5f स्टार्ट हो गया तो 5f की पुअर शील्ड और ज्यादा गंदी होगी पूरेस्ट होगी तो पुअर शील्ड में पुअर शिल्डिंग में 5f इज ग्रेटर दन 4f क्या मतलब है इसका मतलब यह है कि एक्टिन इड कंट्रक्शन मोर पावरफुल देन लंथनॉइड कंट्रक्शन यह मीनिंग एकड कंट्रक्शन ग्रेटर दन लंथनॉइड यह ध्यान रखना है समझे अब अगर ऐसे आपसे पूछ दिया गया के च कंट्रक्शन इज प्रेजेंट च कंट्रक्शन इ प्रेजेंट इन ज इ 65 य एटमिक नंबर 65 है 58 के आगे है ठीक है 58 के आगे ज = 65 ओके तो यहां पर सीरियम 58 इसके आगे है ना इसके आगे 4f स्टार्ट हो चुका तो 4f के वाला है तो फ तो आएगा ही आएगा लंथनॉइड कंट्रक्शन है क्या इसमें एक्टिन भी है बोलिए एक्टन इड कहां से स्टार्ट होगा एनाइड कंट्रक्शन थोरियम से स्टार्टस फ्रॉम थोरियम एटमिक नंबर 90 अभी आया है क्या नहीं आया है नहीं आया नहीं आया ना देखो तो यह तो आगे 5f नहीं है ना तो लंथनॉइड है एक्टन इड नहीं एक्टन इड कंट्रक्शन नहीं लेकिन यही अगर एटॉमिक नंबर 95 दे दे तो 58 के आगे ठीक है एंड यह फ के भी आगे करेक्ट यहां तो 4f ब एंड 5f भी तो भाई 4f की वजह से लंथनॉइड भी है कंट्रक्शन एंड एक्टिन इड भी है लंथनॉइड कंट्रक्शन भी है एक्टिन इड कंट्रक्शन भी है लंथनॉइड और एक्टनाइड दोनों प्रेजेंट है क्या कोई एक नाम लेंगे नहीं दोनों यह पावरफुल ज्यादा है एक्सपेक्टेशन से साइज काफी कम आएगा किस तरह की एक्सपेक्टेशन की बातें कर रहे न खि एक्सपेक्टेशन से कहा जाता है कि साइज कम होगा एक्सपेक्टेशन से कम साइज एक्सपेक्टेशन से कम साइज डाउन द ग्रुप लंथनाइड एंड एक्टनाइड कंट्रक्शन का यूज क्या है कि आप जा रहे हैं डाउन द ग्रुप और होता क्या है एटॉमिक रेडियस के लिए होता क्या है हम बात करें अगर एटमिक रेडियस की तो देखिएगा कहानी क्या है ऐसी कहानी है क्या आप किसी पीरियोडिक टेबल में किसी भी पीरियड और किसी भी ग्रुप की बातचीत करें कुछ ऐसी कहानी आप जब लेफ्ट से राइट जाते हैं ना तो आप किसी पीरियड को उठा लीजिए सेकंड थर्ड किसी को भी आपने लिथियम से स्टार्ट किया बेरिलियम बोरो कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन निन देखिए सारे सेकंड पीरियड के हैं 2s 1 2s 2 2s 2 2 p1 मैं सिर्फ लास्ट वाला आउटर मोस्ट एनर्जी लेवल ही दिखा रहा हूं 2p 2 2p 3 2p 4 2p 5 2p 6 करेक्ट क्या पता चल रहा है हमने ऑर्बिट नंबर नहीं चेंज किया है अलोंग द पीरियड चल रहे हैं हम ठीक है पीरियड में अलोंग द पीरियड गए इधर जाएंगे तो डाउन द ग्रुप जा रहे हैं हम तो जब आप ऐसे चले ना क्या हुआ जब आप ऐसे चले तो देखिए क्या हुआ ऐसे चलने पर आपको दिखाई दे रहा है शेल कांस्टेंट ऑर्बिट कांस्टेंट आपने ऑर्बिट चेंज नहीं किया कांस्टेंट लेकिन नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन बढ़ते चले जा रहे हैं सही तो नंबर ऑफ प्रोटॉन भी तो बढ़ रहे हैं है ना देखिए इलेक्ट्रॉन ऐड कहां हो रहे हैं यह ऐड हो रहे हैं इन द सेम ऑर्बिट तो ऑर्बिट नंबर तो नहीं बढ़ा सेम ऑर्बिट में इलेक्ट्रॉन ऐड होने से अट्रैक्टिव फोर्स तो बढ़ गया ना इमेजिन कीजिए देखिए सेकंड ऑर्बिट में इलेक्ट्रॉन बढ़ाते जा रहे हैं यहां पर प्रोटॉन भी बढ़ रहे हैं जो बढ़े हुए प्रोटॉन हैं वह अट्रैक्शन दे रहे हैं किस पर सेकंड ऑर्बिट में फर्स्ट ऑर्बिट में दो इलेक्ट्रॉन आते हैं सेकंड ऑर्बिट में आठ आते हैं लेकिन सेकंड ऑर्बिट में एक एक करके आप बढ़ा रहे एकएक करके बढ़ते चले जा रहा है सेकंड ऑर्बिट में तो नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन एकएक करके सेम ऑर्बिट में ऐड हो रहे हैं प्रोटॉन बढ़ रहा था बढ़ा हुआ प्रोटॉन बढ़ते हुए प्रोटॉन अट्रैक्ट तो इसी ऑर्बिट को कर रहे हैं ना इसी ऑर्बिट पर अट्रैक्टिव फोर्स बढ़ते चला जा रहा बढ़ते चला जा रहा बढ़ते चला जा रहा है तो ये खिंचा आएगा ज्यादा दिस ऑर्बिट विल बी पुल्ड मोर एंड मोर जैसे ही जैसे आप लेफ्ट से राइट जाएंगे यह ज्यादा पुल्ड होगा तो साइज लगातार क्या होते जाएगा छोटा तो इसीलिए पीरियड के अलोंग रेडियस छोटे होते चला जाते हैं तो आप लिखेंगे कि रेडियस डिक्रीजस क्योंकि अट्रैक्टिव फोर्स सेम ऑर्बिट पर बढ़ते चला जाता है रेडियस डिग्री इसे ही जनरल ट्रेंड बोला जाता है रेडियस का रेडियस डिक्रीजस बिकॉज अट्रैक्शन ऑन द सेम ऑर्बिट इंक्रीजस डाउन द ग्रुप क्या हो रहा है देखि डाउन द ग्रुप ऑर्बिट नंबर इंक्रीजस सेकंड पीरियड थर्ड पीरियड राइट पीरियड इंक्रीज कर रहा मतलब ऑर्बिट नंबर इंक्रीज कर रहा है ऑर्बिट नंबर इंक्रीजिंग साइज इंक्रीजिंग सही है यह जनरल ट्रेंड लेकिन जैसे ही आप लैंथेनाइड और एक्टन इड कंट्रक्शन के शिकार हुए व कहां होंगे आप जैसे आप नीचे जाएंगे सिक्सथ पीरियड लैंथेनाइड आ गए तो लैंथेनाइड कंट्रक्शन स्टार्ट हो गया सेवंथ पीरियड लीजिए एक्टिन इड कंट्रक्शन अब आप कह रहे थे कि डाउन द ग्रुप जाएंगे साइज बढ़ेगा हां लेकिन जैसे ही हिट करेंगे लंथनाइड कंट्रक्शन एक्सपेक्टेशन से साइज कम जैसे हिट करेंगे एक्टन इड कंट्रक्शन वैसे ही एक्सपेक्टेशन से साइज और कम एक्टिनॉयड्स क्शन एक्सपेक्टेशन से साइज कम एक्सपेक्टेशन से साइज कम लिख दें यहां पर एक्सपेक्टेशन से साइज कम बार-बार मैं वर्ड बोलता हूं एक्सपेक्टेशन से मतलब ये मत बोल देना कि साइज ही कम हो गया सीधे-सीधे कि यहां से यहां तक फिफ्थ पीरियड तक बढ़ा और उसके बाद सिक्स्थ में कम कम नहीं हो गया एक्सपेक्टेशन से कम हो गया आप सोच रहे थे कि सिक्सथ में और भी बड़ा साइज आएगा नहीं आया एक्सपेक्टेशन से कम यह समझदारी होती है ऐसे बोलना यह पॉइंट एक्सपेक्टेशन से कम ठीक है यह है पॉइंट ओके तो एटॉमिक रेडियस की यह पूरी कहानी है कि अलोंग द पीरियड डिक्रीज करेगा डाउन द ग्रुप इंक्रीज करेगा लेकिन अगर लैंथेनाइड और एक्टनाइड को कंट्रक्शन नहीं कैच किया वो सिक्सथ पीरियड और सेवंथ पीरियड के लिए फिथ पीरियड तक नॉर्मल बात एक बहुत इंपॉर्टेंट केस है जो है डी ऑर्बिटल की पुअर शिल्डिंग का सबसे इंपॉर्टेंट केस पुअर शील्ड का सबसे इंपॉर्टेंट केस कौन केस यह केस है एलुमिनियम और गैलियम वाला यह केस है एलुमिनियम एंड गैलियम वाला य क्या केस है देखिए बोरनन ग्रुप में और यह बहुत इंपॉर्टेंट एनसीआरटी डटा है ट इ इसको अच्छे से समझ करके रखना यह आपका बैंगन आलू गाजर वाला ग्रुप है इसमें बोन को देखिए बोन के नीचे एलुमिनियम हमें पता है एक्सपेक्टेशन है कि साइज इंक्रीज करेगा एक्सपेक्टेशन डाउन द ग्रुप साइज इनक्रीस डाउन द ग्रुप साइज इनक्रीस करना चाहिए राइट गैलियम के केस में डी ऑर्बिटल की पुर शील्ड पाई जाती है डी ऑर्बिटल की पुअर शिल्डिंग ऐसे डी ऑर्बिटल की पुर शिल्डिंग नहीं मिलने वाली आपको नहीं पढ़ना है यही व केस है जिसम पढ़ना है कंट्रक्शन डी ऑर्बिटल की वजह से भी होता है लेकिन एफ बहुत दूर है उसकी शिल्डिंग बहुत पुर है पुर से भी पुर है सबसे ज्यादा इफेक्ट आप उसके पढ़ते डी ऑर्बिटल के केसेस होते और भी है हमें सिलेबस में यह वाला डाला गया जो जानना है इ दिखाया कैसे यह 143 पिको मीटर है साइज में और यह है 135 पको मीटर बढ़ना चाहिए था साइज उल्टा कम हो गया है गैलियम का कम कई सारे रिसर्च में तो आसपास भी दिखाते हैं हम तो चलेंगे एनसीआरटी के डाटा से डी ऑर्बिटल की पुअर शील्ड अब इस पुअर शिल्डिंग से क्या हो रहा है अट्रैक्शन आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉन पर बढ़ गया अट्रैक्शन ऑन आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉन इंक्रीजड जिससे साइज डिक्रीज किसी ने कहा कि ऐसे कैसे ऐसे बस ऐसे डाटा याद रखना है देखिए ऐसा नहीं आप जब डाउन द ग्रुप जा रहे हैं तो खुद भी थोड़ा आप अंदाज ले सकते हैं कि हो तो सकता है लेकिन फिर आपने तो कभी एटम के साइज को मेजर नहीं किया ना तो यहां पर तो आपको डाटा देखना ही पड़ेगा कि एक्सपेरिमेंट से जो है वो साइज का डेटा है क्या दिया क्या गया है राइट फिर आप डाटा देखेंगे तो डेटा में तो आप एनसीआरटी कंसल्ट करेंगे ऐसा नहीं कोई भी इन ऑर्गेनिक उठा करके करने लगे राइट तो डाटा अगर देखेंगे ना एनसीटी का तो दिख रहा है कि गैलियम में इस डी ऑर्बिटल की पुअर फील्डिंग का असर पड़ा है किसीने बोला थोड़ा सा ऐसे हम कैसे बस ऐसे डाटा देख के समझ ले तो नहीं देखिए एटमिक नंबर फ एटमिक नंबर 13 और ये एटमिक नंबर 31 18 इलेक्ट्रॉन ऐड हुए हैं भाई एलुमिनियम और गैलियम एलुमिनियम और गैलियम में डिफरेंस है 18 इलेक्ट्रॉन का 13 से 31 18 इलेक्ट्रॉन डेड है आउट ऑफ 18 जो 18 इलेक्ट्रॉन ऐड हुए हैं व एस और प में 8 इलेक्ट्रॉन ऐड होंगे मैक्सिमम डी में कितने ड हु बताओ 10 इलेक्ट एलुमिनियम तो थर्ड पीरियड क्या है वहां पर कन्फेशन क्या है 3s 3 p1 करेक्ट है ना आप जरा ध्यान से देखिएगा 18 इलेक्ट्रॉन ऐड हुए 3 ए2 3 3p पूरा फुल हुआ है फिर 3d में इलेक्ट्रॉन भरे हैं फिर 4s में इलेक्ट्रॉन गए हैं तो 4s में दो प में छ हो गए फिर डी में 10 तो 18 में से 10 डी में गए और हो रही है इसकी तरफ से पुअर शील्ड तो 10 इलेक्ट्रॉन शामिल है इसमें डेफिनेटली इसका इफेक्ट आ जाएगा यही पुअर शिल्डिंग जो है वोह साइज कांट्रैक्ट करवा रहा है ये यह 10 इलेक्ट्रॉन पुअर शील्ड करके साइज को गिरा रहा क्या यह दूसरे एटम्स में नहीं हो रहा देखिए हर एटम का अपना अपना रिस्पांस होता है इस कंट्रक्शन को लेकर के जैसे कि हर इंसान का हमें पता है कि तबीयत अगर गड़बड़ा रही है कुछ ऐसा हुआ फीवर वगैरह कुछ हुआ तो सबके रिस्पांसस अलग-अलग होते हैं डिपेंडिंग अपॉन हेल्थ भी हां सच तो हर एटम के भी रिस्पांसस इसी तरह से डिफरेंट है अलग-अलग शील्ड अलग-अलग रिस्पांस अलग-अलग पुअर शिल्डिंग पर अलग-अलग रिस्पांस है अब हमें स्पेशली जो दे दिया जाए जिस पर डिस्कशन उसके बारे में हमें समझना पड़ता है कि हम क्या-क्या पॉइंट्स बता सकते हैं जो जस्टिफाई करेगा उस डाटा को तो यह आगे भी होता है ऐसा नहीं है आगे भी होता है पुअर शिल्डिंग अभी हमें दिख रहा है सेकंड है थर्ड है फोर्थ है फिथ ये सिक्सथ है तो यहां भी तो पुअर शिल्डिंग होगा यहां कौन सा आ गया यहां लंथनाइड कंट्रक्शन आ गया इनमें भी डी ऑर्बिटल की पोर शिल्डिंग लेकिन पोर शिल्डिंग जरूरी नहीं कि हर एटम का रेडियस कम हो जाए देख डाउन द ग्र बढ़ना चाहिए था कम हो गया सिर्फ एक्सपेक्टेशन से कम नहीं एक्सपेक्टेशन से कम का मतलब के बढ़ना चाहिए था नहीं बढ़ा उतना जितना डिफरेंस हम सेकंड थर्ड में देख रहे थे थर्ड फोर्थ में देख रहे थे उतना नहीं दिखाई दिया तो बोलते एक्सपेक्टेशन से कम यहां तो कम ही है सीधे एक्सपेक्टेशन भी नहीं कम ही है तो हम इसलिए एक्सपेक्टेशन से कम बोलते हैं क्योंकि वो ब्रॉड स्पेक्ट्रम में बातें हो रही है मतलब के एक्सपेक्ट से कम मतलब डायरेक्टली कम भी देख सकते हैं ये आप सोच रहे थे कि 20 25 पको मीटर का डिफरेंस आएगा और आया सिर्फ पा पको मीटर का तो ज्यादा डिफरेंस नहीं आया वो एक्सपेक्टेशन से कम वाली बात है और वो लंथनाइड और एक्टनाइड कंट्रक्शन का रिजल्ट है ठीक है ये ओके ठीक है एटमिक रेडियस को जब कभी भी मेजर करना होता है तो हम सेंटर टू सेंटर डिस्टेंस लेते हैं दो एटम के इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस को लेते सेंटर टू सेंटर अगर उस डिस्टेंस को आपडी बोले तो उसी डिस्टेंस का हाफ जो है एक्चुअली एटम की रेडियस है एटम की रेडियस की कोई एग्जैक्ट वैल्यू आप नहीं निकाल सकते क्यों क्योंकि जो बाउंड्री है एटम की वो ही यूज करें तो आप खुद ही इस बात को समझ सकते हैं कि जैसे जैसे आप बाउंड्री ऑफ एटम की तरफ जाते हैं जो ऑर्बिट के बीच में डिस्टेंस का गैप है ना वह कम होता चला जाता है अगर डिस्टेंस का गैप जो है कम होता चला जाए तो लास्ट में एंड में जाकर के बिल्कुल बैंड जैसा सिचुएशन आपको बनते हुए दिखाई दे ऑर्बिट से एकदम क्लोज स्टार्टिंग में गैप होता है डिस्टेंस होता है ऑर्बिट फर्स्ट ऑर्बिट से सेकंड ऑर्बिट के बीच में बड़ा गैप सेकंड और थर्ड के बीच में वो गैप कम होता है थर्ड और फोर्थ में और कम हो जाता है ऐसे ही धीमे-धीमे गैप्स कम होते चले जाते हैं तो ऑर्बिट सारे नजदीक आ जाते हैं तो इंफाइटिंग तो ऐसे ही कुछ है कि एटम का रेडियस भी कोई एग्जैक्ट वैल्यू नहीं होती बट हर एक्सपेरिमेंट से एक रफ वैल्यू मोटी ममो वैल्यू आ जाती है ऑपरेशनल वैल्यू उसे बोलते हैं य यह रेडियस की जो वैल्यू है यह डिपेंड करती है इस बात पे भी कि आप कौन सी बॉन्डिंग कंडीशन में काम कर रहे हैं कोवलेंको वेलेंट सुना होगा मेटलिक सुना होगा क्लास 10 तक वंडर वल्स कम सुना होगा तो थोड़ा वंडर वल्स का आईडिया भी आपको दे देते हैं होता क्या है कि तीन तरह के रेडियस एसे डिस्कस होते हैं कोवलेंको मेटलिक और वंडर व सब बॉन्डिंग कंडीशन कोलें बॉन्डिंग कंडीशन में जो इलेक्ट्रॉन क्लाउड है वो मर्ज करते हैं मेटलिक बॉन्डिंग कंडीशन में मर्ज नहीं करेंगे कुछ ऐसे होंगे एक एकदम बाउंड्री पर आक के ऑलमोस्ट ओवरलैपिंग है ये तो इनके केस में ओवरलैप नहीं करेंगे काइंड ऑफ ऐसा कुछ रहेंगे ऐसे टच कर रहे होंगे और वंडर वॉल्स मतलब सबसे कमजोर दूर दूर होंगे और दूर से ही अट्रैक्शन होगा तो आप अगर इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस निकालने गए तो सबसे कम यहां पे क्योंकि सबसे क्लोज यहां पर होते हैं एटम्स ओवरलैप कर रहा होता है क्लाउड यहां पर सबसे दूर होते हैं डायग्राम बना हुआ है वंडर वल्स फोर्सेस यह ध्यान रखिए कि सबसे कमजोर फोर्स फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है बट है बहुत इंपॉर्टेंट क्योंकि बहुत सारे केसेस में जहां पर के अट्रैक्टिव फोर्सेस बिल्कुल नहीं होते हैं वहां पर वंडर वल्स फोर्स ही होता है जो कि अट्रैक्टिव फोर्स के रूप में एजिस्ट करता है तो जब कोई नहीं है तो वह है ट इ इंपॉर्टेंट राट ठीक है इस बात को हम नोट कर ले वंडर वल्स फोर्सेस वंडर वल्स फोर्सेस सबसे वीक फोर्सेस वीक अट्रैक्टिव फोर्सेस इनमें भी टाइप्स होते हैं बट वह अभी आप केमिकल बॉन्डिंग के लिए रहने दीजिए अभी केमिकल बॉन्डिंग में आप देखेंगे इसको तो वंडल फोर्स सबसे वीक अट्रैक्टिव फोर्सेस है ये नेचुरली उस जगह पर होंगे जहां पर कि आप कम अट्रैक्टिव फोर्सेस डिस्कस करते हैं समझ जाए कि ज कम अट्रैक्टिव फोर्स बोला कि मतलब वंडर वॉल्स नेचुरली अरिंग बिटवीन इनर्ट गैसेस है ना इनर्ट गैस के एटम्स इनके बीच में होगा दूर दूर होते हैं इनके बीच में होगा बिल्कुल तो जब कभी भी वंडर वल्स बॉन्डिंग कंडीशन हो आप समझ जाइए कि वहां पर एटम्स दूर दूर होंगे कोवलेंको वाला किसी भी एटम का कोई भी रेडियस हम निकाल सकते कोलें मैटालिक वंडर वॉल क्योंकि उसको उस बॉन्डिंग कंडीशन में डालना है बस अगर किसी एटम का बोला गया कोवलेंको ना है तो उसके एटम्स को आप डालेंगे कोवलेंको काम का तो मैं तो एकदम नहीं बोल रहा दिखा देता हूं आप पहले के सेशंस देखिएगा दिखाता दिखा भी नहीं रहा था मैं अभी थोड़ा सा दिखा दिया बीच में चलिए थोड़ा शो ऑफ कर लीजिएगा लोगों के सामने जरूरत है नहीं इसलिए टैग कर दिया कि नॉट इन एनसीआरटी बट अगर हेट्रो है एटम तो दो अलग-अलग एटम होंगे तो दोनों अलग-अलग एटम के रेडियस लेने होंगे और फिर दोनों के बीच में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिफरेंस उठा कर के 0.09 से मल्टीप्लाई करना पड़ेगा आप बोलेंगे क्यों इतना करेंगे जरूरत भी नहीं है पूछेंगे भी नहीं बट देख लीजिए कि हां हेट्रो एटॉमिक वाले केस में भी रेडियस निकल सकता है हाइड्रोजन और क्लोरीन होता तो ऐसे निकालते एक छोटा एक बड़ा ऐसे निकालते इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का डिफरेंस लेना होता ओके फिर मैटालिक रेडियस में मेटलिक बॉन्डिंग कंडीशन इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस का हाफ वही करना है एंड वडर वॉल्स में जो कि स्पेशली नोबल गैसेस में होता है या गैसियस इस एटम्स में जो दूर-दूर होते हैं उनमें होता है है ना तो वीक फोर्सेस कम अट्रैक्शन डिस्टेंस ज्यादा डेफिनेटली रेडियस ज्यादा हो जाएगा वंडर वॉल्स रेडियस यह मेटलिक रेडियस से बड़ा और कोवलेंको छोटा वंडर वॉल्स रेडियस का नेचुरल डिस्कशन होगा तो लार्जेस्ट होंगे कोवलेंको है तो व स्मॉलेट हो जाएंगे अ हम एटॉमिक रेडियस कंपेयर कर रहे थे थोड़ी देर पहले और कह रहे थे कि लेफ्ट टू राइट गया तो छोटा हो जाएगा यह कौन सा रेडियस था बाय डिफॉल्ट हम कोलें रेडियस उसकी पढ़ाई कर रहे होते व सबसे कॉमन समझ रेडियस अलोंग द पीरियड पीरियड में लेफ्ट टू राइट ग तो रेडियस डिक्रीजिंग एंड ग्रुप में डाउन द ग्रुप गए जनरल ट्रेंड फिर इसमें लंथनाइड एक्ड कंट्रक्शन भी है है ना तो ये कोलें रेडियस मोस्टली डिस्कस हो रहा होता है वंडर वल्स नहीं करते नेचुरल कंडीशन दिए गए सबके और मान लीजिए कि अलोंग द पीरियड एटम्स दिए गए लिथियम बेरिलियम बोरो कार्बन वगैरह एंड देन यहां पर लास्ट में दे दिया गया क्या इनर्ट गैस तो नेचुरली इनर्ट गैसेस के लिए ंडर वल्स लेंगे कुछ नहीं बताया गया तो कोलें मेंशन कर दिया शुरू से लेकर के आखिर तक डिक्रीज करेगी वैल्यू लेकिन नहीं बताया नेचुरल कंडीशन उठा कर के आप बोल सकते हैं कि किसी भी पीरियड में इनर्ट गैसेस का ज्यादा होगा रेडियस क्योंकि वंडर वल्स लेंगे नेचुरली उनके केस ब अगर उनका भी कोलें लिया तो अलोंग द पीरियड सबसे छोटा हो जाएगा इनर्ट गैस का अगर उनका भी न उनका भी कोलें रेडियस उठा करके हम पीरियड के दूसरे एलिमेंट के साथ कंपेयर करेंगे तो यह कहानी ठीक है याद कीजिए जड इफेक्टिव जड इफेक्टिव ज्यादा का मतलब के अट्रैक्टिव फोर्सेस ज्यादा हो गए शिल्डिंग कम हो गई है राइट तो डेफिनेटली अट्रैक्टिव फोर्स ज्यादा हो जाएगा तो उस ऑर्बिट को पुल करेंगे न्यूक्लियस की तरफ छोटा हो जाएगा रेडियस पीछे डिस्कस किया था बहुत शेल्स ज्यादा हैं तो डेफिनेटली आप ज्यादा शेल्स ऐड करेंगे तो न्यूक्लियस से डिस्टेंस बढ़ता जाएगा रेडियस बढ़ता जाएगा बॉन्ड ऑर्डर बढ़ेगा तो रेडियस छोटा क्यों हो जाएगा क्योंकि जब वर्ड बॉन्ड ऑर्डर बोलते हैं ना उसका मीनिंग होता है हाई अट्रैक्टिव फोर्सेस ऐसे तो ये नंबर ऑफ बॉन्ड्स है बट एक्चुअली उसका सेंस क्या है बॉन्ड ऑर्डर एक्चुअली क्या है नंबर ऑफ बॉन्ड्स बट यहां पर किस सेंस में यूज किया जा रहा है स्ट्रांग अट्रैक्शन तो अट्रैक्शन बढ़ाएंगे तो ऑर्बिट को पुल किया जाएगा ना यहां पर इस सेंस में यूज कर रहे हैं क्योंकि ज्यादा स्ट्रांग अट्रैक्शन तो बॉन्ड्स स्ट्रांग बनेंगे बॉन्ड एनर्जी ज्यादा होगी बॉन्ड की स्ट्रेंथ ज्यादा होगी बॉन्ड ऑर्डर ज्यादा होगा ये सब बहुत कॉमन पॉइंट्स है जो कि यूज होते हैं केमिकल बॉन्डिंग ठीक है शील्ड इफेक्ट मतलब शील्ड इफेक्ट ज्यादा है ज्यादा शील्ड किया जा रहा है अट्रैक्टिव फोर्सेस कम है रेडियस बढ़ गया अट्रैक्टिव फोर्सेस ज्यादा होंगे तो रेडियस छोटा डेटा दिखा रहे हैं एनसीआरटी का कि कैसे अगर लिथियम से लेकर फ्लोरीन तक की बातचीत करें तो भैया लिथियम के केस में आप देख रहे 150 प्लस में जा रहा है रेडियस और यहां से आप एंड में चले जाए फ्लोरीन तक प पचे अगर ऑक्सीजन फ्लोरिन तक आते देखिए तना डिफरेंस इतना कम हो गया और लिथियम ब में कितना ह्यूज डिफरेंस था फ्लोरीन तक आते आते वैल्यू जो है वो देख रहे 60 से 70 के बीच में क्लोज टू 70 अगर एग्जैक्ट डटा देखेंगे तो 68 समथिंग कुछ वैल्यू होगी आई थिंक कहीं पर होगा भी एनसीआरटी में ही देखिएगा पलट करके एजेक्ट वैल्यू भी दी गई है ठीक है यह तो मैंने रख लिया कि ग्राफ से थोड़ा आपको अंदाज हो जाएगा देखो स्टार्टिंग के एलिमेंट्स में अलोंग द पीरियड में भी स्टार्टिंग के एलिमेंट्स में कितना बड़ा डिफरेंस है अल्क मेटल्स बिल्कुल गुब्बारे जैसे दिखाई देते इतने ह्यूज होते हैं देखि कंपेयर कीजिए दूसरो से प ब्लॉक यहां से है पी ब्लॉक के कंपेरटिवली कितने बड़े होते हैं हेवी ह्यूज है ना ह्यूज अल्कली मेटल्स और इस तरह से दिखाने से आपके माइंड में भी डबल से भी ज्यादा का साइज होता है अगर लोजन की बातचीत करें तो अलोंग द ग्रुप अगर चले तो लिथियम से पोटेशियम तक तो आपको दिख रहा है कि वेरिएशन है और बाद में तो ऐसा लग रहा जैसे कि बहुत कम है कांस्टेंट जैसा बिहेव मतलब कम डिफरेंस आ रहा है 230 से 260 और य 150 से सीधे 230 इतना ह्यूज डिफरेंस तो जनरली यही होता है कि सेकंड थर्ड पीरियड के अराउंड ना साइज में बड़ा चेंज आता है हम कहते भी है कि सेकंड पीरियड से थर्ड पीरियड में गए ना तो समझ जाओ कि साइज का ह्यूज डिफरेंस आएगा समझे सेकंड से थर्ड पीरियड में जाने पर जाने पर साइज में बड़ा जंप आता है क्योंकि पहली बार डी सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल आते हैं और डी सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल न्यूक्लियस से दूर कॉम्प्लेक्टेड ऑर्बिट में डी पहली बार आएगा फर्स्ट टाइम है ना तो जो जंप आएगा साइज का वो सेकंड से थर्ड के ही बीच में आएगा क्योंकि डी आया नहीं कि दूरी डिस्टेंस कॉम्प्लेक्शन से थर्ड पीरियड में जाने पर साइज ये पॉइंट बहुत यूज करते हैं हम लोग पूरे इनॉर्गेनिक और ऑर्गेनिक में सेकंड से थर्ड पीरियड में जाने पर साइज में बड़ा जंप आएगा जंप आता है आगे तो आप देख रहे हैं ना जैसे थर्ड फोर्थ फिथ के आगे देख रहे साइज में कमी आ रही है यहां तो और भी सेकंड से थर्ड में गया तो है साइज में जंप उसके बाद कांस्टेंट टाइप से यह पॉइंट ठीक है यहां पर हमने यह देखा था एलुमिनियम और गैलियम वाला केस गैलियम वाला साइज छोटे छोटा होते हुए डी ऑर्बिटल की पुर शिल्डिंग ठीक है फिर अगर एटमिक रेडियस की बात करें ये आप देख रहे हो यह डी सीरीज है है ना इसको बोलते हैं हम फर्स्ट ट्रांजीशन सीरीज डी सीरीज और फर्स्ट ट्रांजिशन सीरीज डी सीरीज या फर्स्ट ट्रांजीशन सीरीज वैल्यू दिखाई गई है एटॉमिक रेडियस की वैल्यू जो दिखाई गई है एटमिक रेडियस की यह वैल्यूज यह बता देखि स्टार्टिंग में ना आपको स्कैंडियम से क्रोमियम तक साइज डिक्रीजिंग है क्यों डिक्रीजिंग है क्योंकि ना डी व से डी फ की तरफ आप जा रहे हैं तो इलेक्ट्रॉन बढ़ रहे अट्रैक्शन बढ़ रहा है ना इलेक्ट्रॉन बढ़ते चले जा रहे हैं प्रोटॉन भी बढ़ रहे लेकिन डी में ही इलेक्ट्रॉन ऐड हो रहे हैं तो वही वाली बात जैसे अलोंग द पीरियड क्या होता था अट्रैक्टिव फोर्स बढ़ते हैं क्योंकि प्रोटॉन भी बढ़ रहा है लेकिन सेम ऑर्बिट में सेम एनर्जी लेवल में इलेक्ट्रॉन फिल होते चले जा रहे हैं सेम एनर्जी ल फिल होते चले जा रहा अट्रैक्टिव फोर्सेस बढ़ रहा है एंड साइज क्या हो रहा है डिक्रीज कर रहा है लेकिन भैया यह यह प सब ऑर्बिट नहीं हैडी सब ऑर्बिट यहां कुछ ना कुछ कांड होते रहता है तो होता क्या है d5 के पास जाकर के सिमेट्री बढ़ती है और उसके बाद फिर सिमेट्री फिर खराब होने लगती है जब सिमेट्री खराब होने लगती है के आगे d5 के आगे कहानी चेंज होगी है ना सिमेट्री खराब होगी क्योंकि d5 तक तो इलेक्ट्रॉन फिल हुए हाफ फील्ड वगैरह आ गया फिर अब सिमेट्री को नुकसान होने लगता है अब अट्रैक्टिव और रिपल्सिव फोर्सेस ना आसपास आ जाते हैं क्योंकि अब d5 के बाद इलेक्ट्रॉन तुम फिल करके d6 बना रहे हो d7 बना रहे हो d8 बना रहे हो इलेक्ट्रॉन का रिपल्शन भी तो हो रहा पहले तुम एकएक करके फिल कर रहे थे इलेक्ट्रॉन को एकएक करके फिल हो रहे थे d1 d2 d3 d4 d5 तो अब जैसे-जैसे इलेक्ट्रॉन बढ़ते चले जाते हैं अब अट्रैक्शन और रिपल्शन में कंपटीशन शुरू होता है जब आपस में वह आसपास का कंपटीशन होता है तो आसपास साइज है कांस्टेंट टाइप का लेकिन फिर रिपल्शन डोमिनेट कर जाए क्योंकि अब ज्यादा ही इलेक्ट्रॉन हो गए तो रिपल्शन ज्यादा है ना तो साइज बढ़ते हुए दिखाई देता है यह एक्सप्लेनेशन ठीक है ग्राफ बनाएंगे तो पहले ग्राफ डिक्रीज करता हुआ दिखाई देगा फिर कांस्टेंट दिखाई देगा फिर बढ़ता हुआ दिखाई देगा यह हो जाएगा यह डी सीरीज के लिए ध्यान रखना है ओके इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ द एटमिक रेडिया ऑफ द फॉलोइंग एलिमेंट इज कैसे चेक करेंगे भाई कोई अल्कली मेटल तो नहीं है तो अलोंग द पीरियड अरेंज कर दीजिए अलोंग द पीरियड अरेंज कर दीजिए कार्बन के बाद ऑक्सीजन के बाद फ्लोरीन लगातार साइज छोटा होगा लेकिन फ्लोरीन के बाद क्लोरीन के बाद ब्रोमीन साइज बड़ा होगा तो ब्रोमीन सबसे बड़ा हो जाएगा बस ऐसे अरेंज कर दीजिए ब्रोमीन क्या e है तो e सबसे बड़ा होगा डी एंड सी डालेंगे ना डी और c यही दिखाई दे रहा है एंड c > ब गन a वाह मजा ही आ गया क्या कर दिया इंक्रीजिंग ऑर्डर तो बोला था सही तो है ई है डी है एंड सी है राइट सी सबसे छोटा है ना ए और बी आ जाएगा ठीक अरेंज कैसे किया ने यह मार्क करते य पर देखि दिखा दे रहे ए बी सीडी को थोड़ा ढंग से पकड़ना था सी क्या यह क्या बी है य क्या डिक्रीज किया है ठीक है डाउन द ग्रुप इंक्रीज किया बट इनमें भी सबसे छोटा ये इन तीनों में और इन तीनों में भी सबसे छोटा ही तो सबसे स्मॉल तो सी को सबसे लास्ट में ही रख दीजिए बीर सबसे बड़ा तो ई को सबसे आगे रख दीजिए इतने से ही बन जा रहा था है ना वो ए बी सीडी मैंने ही गलत देखा था राइट तो सी सबसे छोटा है तो ई सबसे आगे और सी सबसे छोटा ऐसा एक ही ऑप्शन है परफेक्ट ऐसे बनाइए ढंग से बस ए बी सीडी लिख दीजिए पकड़ा ओके ठीक है इसे देखिएगा क्या कर रहे यहां पर कंपेयर कर रहे कंपेयरिंग द रेडियस वर्सेस एटॉमिक नंबर कर्व ऑफ द अल्कली मेटल्स एंड हैलोजन वी कैन कंक्लूजन रेडियस जो है व पहले बढ है एटमिक नंबर बढ़ रहा है तो एंड फिर कांस्टेंट की तरफ जा रहा है ठीक है अल्कली मेटल और हैलोजन दोनों के केस को डिस्कस किया जा रहा है कर्व जैसा हमने किसी में नहीं देखा है कर्व थोड़ी ना आता है हमने लीनियर रिलेशन ही देखा था पीछे देखा था ना दिखा द एक बार आइए दिखा देते हैं देखिएगा कर्व जैसा नहीं है ना कर्व जैसा नहीं है ना आइए आइए आइ आ जा जा जा जा अरे अरे अरे अरे अरे ना ना ना ना ना ना ना ना हां ठीक है ऐसे कर्व जैसा तो कुछ नहीं देखा तो कर्व जैसा नहीं देखा तो वो कैंसिल हो गया ना वो ग्राफ तो नहीं दिखेगा हमें तो उस ग्राफ को नहीं दिखाएंगे टम टम ये नहीं होगा यही होगा दोनों के लिए तो वन फॉर बोथ द ग्राफ्स वन फॉर बोथ द ग्राफ्स हा मतलब वन दोनों के लिए होगा ना बिल्कुल ठीक है हा च ऑ द फॉलोइंग हैज लार्जेस्ट रेडियस लोकेट कर लीजिए पीरियोडिक टेबल में यह है मैग्नीशियम देखिए एटमिक नंबर देखिए दिस इज एलुमिनियम दिस इज सिलिकन दिस इज क्लोरीन तो कौन-कौन से मैग्नीशियम है एलुमिनियम है बढ़ते चले गए सिलिकन आ गया आगे बढ़ते चले गए क्लोरीन है अब बताइए थर्डी पीरियड के हैं सब राइट 3s 2 यहां से लेकर के हम 3p 5 तक पहुंचे हुए हैं अलोंग द पीरियड ही है अब बताइए अलोंग द पीरियड में आपको अल्कलाइन अर्थ मेटल ही मिलेगा ना लेफ्ट से राइट गया ना सबसे बड़ा साइज अल्कली होता तो वो सबसे बड़ा हो जाता हमने पहले ही पहचान लिया था यही ठीक है ऐसे कैच कर लीजिए आयनिक रेडि आई ये कटाय और नायस का रेडियस है और इसमें एक बड़ी प्यारी चीज पूछी जाती है और वह आप कैच कर सकते हैं इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन के रेशो के बेसिस पर व कैसे करेंगे तो ऐसे देखिएगा हम बातचीत कर रहे हैं कि कटाय और एना के रेडियस की राइट ना जब आप कटाय बनाते तब क्या होता है नायन बनाते तब क्या होता है इलेक्ट्रॉन का लॉस और इलेक्ट्रॉन का गेन है ना अगर ऐसे मेजर करने का तरीका निकाले अगर जो आयनिक सॉलिड्स होते हैं आयनिक क्रिस्टल होते हैं लाइक इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस देख रहे थे जब आप बात कर रहे थे वंडर वॉल्स रेडियस की कोलें रेडियस की मेटलिक रेडियस की तो इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस को हाफ कर रहे थे अब वैसे ही कुछ इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस को लेकर के मेजर करते हो आप सॉलिड स्टेट में भी आप जब अरेंजमेंट करते हो वहां पर भी रेडियस का तरीका है तो जो हमें दिया जाता चकि हम सॉलिड स्टेट में रेडियस रिलेटेड कई सारी बातें पढ़ते हैं तो यहां पर आयनिक रेडियस में ना इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस एटॉमिक रेडियस में हम हाफ कर लेते हैं इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस निकाल करके इनके केस में अगर हमें इंटरन्यूक्लियर डिस्टेंस निकालना है तब तो हम आराम से बस रेडियस को ऐड कर देंगे और निकल जाएगा लेकिन अगर हमें पता लगाना है आयनिक रेडियस तो यूजुअली हम कंपैरिजन की स्टडी करते हैं वैल्यूज को निकालना कैलकुलेट करना यह काम हम आयनिक क्रिस्टल की पढ़ाई करके करते हैं सॉलिड स्टेट चैप्टर में तो यहां पर एटमिक रेडियस जैसा कुछ एग्जैक्ट काम करने की जरूरत नहीं है य समझने की यह जरूरत है कि हमारे पास जब आयनिक रेडियस का डिस्कशन होता है तो य कंपेरिजन ज्यादा होता है और वह भी एक दो ऐसे स्पेशल केस है जिनको समझना होता है रेशियो ऑफ इलेक्ट्रॉन एंड प्रोटॉन के बेसिस पर तो आपको वो कंपैरिजन देख करके बड़ा मजा आ जाएगा एकदम आपको लगेगा आहा हा बस यही तो चाहिए हमें हम तो ऐसे निपटा ही सकते हैं तो आइए देख लेते हैं देख ले य एक छोटू सा ब्रेक ले लेते हैं पहले गर्म पानी ब्रेक बहुत जरूरत है है ना एक छोटा सा ब्रेक लिया जाए यहां पर आएंगे तो हम पढ़ेंगे अनाक रेडिया से स्टार्ट करेंगे ये पढ़ने के बाद हमें आ एनर्जी देखनी है मैं बारबार बोल रहा बस वही है जो कि एक्चुअली इस च की जान है तो आते छोटे से ब्रेक के बाद मिलते हैं पा मिनट का एक छोटू ब्रेक ले लिया जाए फटाफट ओके [प्रशंसा] हे न हां जी पा मिनट का ब्रेक तुम लोग ने 15 मिनट का बना लिया ना जानता था मैं यस तो चले शुरू करें भाई अनाक रेडि आई की बातचीत कर रहे थे और एनिक दोनों रेडि आई की अगर बातचीत करें तो सारी कहानी जो घुमा फिरा करके इस बात पर आती है कि आप पैरेंट एटम से इलेक्ट्रॉन निकाल रहे हैं या पैरेंट एटम को इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं और इसी से हम रिलेट करने वाले हैं इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी और आयनाइजेशन एनर्जी को भी देखते रहिएगा रेडियस ऑफ एन नायन इज इनवेरिएबली बिगर देन दैट ऑफ द कॉरस्पॉडिंग एटम यह बातचीत जो है ना यह पैरेंट एटम के रिस्पेक्ट में हो रही है आप देख रहे होंगे पैरेंट एटम में इलेक्ट्रॉन ऐड किया गया है तब नायन बना है तो पैरेंट एटम का प्रोटॉन वह सेम है सपोज ट यह कौन सा एटम दिखाया गया है दो चार छ मान लीजिए कि यह कार्बन एटम ही है जितने इलेक्ट्रॉन दिखा रहे उसके हिसाब से बातचीत कर ले तो प्रोटॉन सिक्स है और यहां पर भी प्रोटॉन सिक्स ही है बट यहां पर इलेक्ट्रॉन की संख्या बढ़ कर के 6 से से हो गई है राइट अब आपको दिख रहा है कि प्रोटॉन तो कम है इलेक्ट्रॉन ज्यादा हो गए हैं यार इलेक्ट्रॉन ज्यादा होंगे तो अब जो एक्सेस में होते हैं उनका नेचर दिखाई देता है हमें इलेक्ट्रॉन अगर ज्यादा हैं प्रोटॉन से तो डेफिनेटली इलेक्ट्रॉन का नेचर डोमिनेट करेगा आपस में इलेक्ट्रॉन का जो रिपल्शन है ये रिपल्शन ज्यादा होने की वजह से आउटर मोस्ट ऑर्बिट में रिपल्शन ज्यादा साइज बड़ा रिपल्शन मतलब कि दूरी बढ़ने वाली है रिपल्शन की वजह से तो इलेक्ट्रॉन का बढ़ना अनायता बहुत ही नेचुरली साइज को बढ़ाने का प्रोसीजर है ऐसे आप याद रखें कि भाई पैरेंट एटम आपके पास है इस पैरेंट एटम से आपने अगर बनाया है अना आयन दैट मींस जो भी प्रोटॉन आपने यहां पर रखा था एक्स वाई जड जो भी रख लीजिए हम क्या मान कर के चले कुछ ऐसा मान कर के चले हम यह कह स सकते हैं कि अगर कटाय बनाने वाले प्रोसीजर में आप गए तो आपने इलेक्ट्रॉन की संख्या कम कर दी है ठीक है और अगर आपने अनायता वाला प्रोसीजर अपनाया है तो आपने नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन बढ़ा लिए राइट ठीक है तो कटाय वाला केस अगर बनेगा तो हमें पता है कि प्रोटॉन सेम इलेक्ट्रॉन की संख्या डिक्रीज करेगी करेक्ट तो अट्रैक्शन बढ़ने वाला है प्रोटॉन ज्यादा इलेक्ट्रॉन कम तो अट्रैक्शन ज्यादा अट्रैक्शन ज्यादा मतलब कंट्रक्शन ज्यादा और साइज कम करेक्ट इसी का ठीक उल्टा होने वाला है जब आप अनान बनाएंगे प्रोटॉन सेम आपने य पर इलेक्ट्रॉन ऐड किए यहां पर इलेक्ट्रॉन हटाया रिमूव किया रिमूवल है और यहां पर गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन है करेक्ट तो प्रोटॉन सेम बट इलेक्ट्रॉन की संख्या जो है वो इंक्रीजड है इस वजह से यहां पर रिपल्शन ज्यादा और अगर रिपल्शन ज्यादा है तो साइज ज्यादा होगा करट तो जब कभी बातचीत आएगी अनायर एट एटम के कंपेरटिवली हमेशा साइज अनायता है लिख सकते हैं ऐसा हम कुछ अनान का रेडियस पैरेंट एटम से ज्यादा और कटान का जो रेडियस है वो पैरेंट एटम से कंपेरटिवली छोटा हो जाएगा करेक्ट यह ठीक है सही है सही है ठीक है कैटायोनिक रेडियस में वही लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन दिखाएंगे और स्मॉलर इन साइज दिखाएंगे ठीक है देन यह एक बहुत ही इंपॉर्टेंट केस है जिसमें कि आइसो इलेक्ट्रॉनिक स्पेशियस का डिस्कशन होता है य आइसोइलेक्ट्रॉनिक स्पेश क्या होते हैं आइसो वर्ड आइसो टर्म ये प्रेजेंट करता है सेम आइसो मतलब के सेम वैल्यूज का डिस्कशन हो रहा है और अगर इलेक्ट्रॉनिक लगा दिया गया है आइसो के आगे यानी कि नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन की बातचीत हो रही है कि वो सेम रहने वाले इन सारे स्पेश में अब नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन अगर सेम है तो डिसाइडिंग फैक्टर तो प्रोटॉन के नंबर बन जाएंगे ना डिसाइडिंग फैक्टर कौन हो जाएगा बताइए आप ही डिसाइडिंग फैक्टर विल बी प्रोटॉन करेक्ट अब डिसाइडिंग फैक्टर अगर प्रोटॉन है तो ज्यादा प्रोटॉन मतलब अट्रैक्शन ज्यादा अट्रैक्शन ज्यादा मतलब साइज कम लेकिन अगर प्रोटॉन की संख्या कम तो अट्रैक्शन कम और साइज कम बस इसी पर काम कर जाइए देखिएगा अगर आप देखेंगे ध्यान से तो 10 इलेक्ट्रॉन 10 इलेक्ट्रॉन 10 इलेक्ट्रॉन है बट सेन प्रोटॉन सेन प्रोटॉन 8 प्रोटॉन 10 इलेक्ट्रॉन ना प्रोटॉन 10 इलेक्ट्रॉन 11 प्रोटॉन प्रोटॉन की संख्या बढ़ रही है इलेक्स 12 प्रोटॉन 10 इलेक्ट्रॉन 13 प्रोटॉन राइट तो यह दिख रहा है कि हम कह सकते हैं ऐसा कि लेफ्ट से राइट सॉरी राइट से लेफ्ट लेफ्ट से राइट राइट से लेफ्ट अगर चले तो यह दिखाई दे रहा है कि प्रोटॉन की संख्या बढ़ रही है प्रोटॉन की संख्या बढ़ेगी तो अट्रैक्शन बढ़ेगा साइज छोटा हो जाएगा राइट तो शॉर्टकट बना सकते हैं हम कि अगर हमें ज्यादा नेगेटिव चार्ज दिखा तो रिपल्शन ज्यादा साइज़ ज्यादा और जैसे-जैसे पॉजिटिव चार्ज बढ़ेगा वैसे-वैसे साइज़ छोटा क्योंकि प्रोटॉन ज्यादा हो रहे हैं तो अट्रैक्टिव फोर्सेस ज्यादा होंगे बस इसी सिंपल से फॉर्मूले पर यहां पर कंपैरिजन हो जाता है आइसोइलेक्ट्रॉनिक स्पेसेस में कंपैरिजन की बात चीज मैंने कही थी भाई पूरे आयस के रेडियस का डिस्कशन होता है तो वहां पर आयनिक रेडियस को कैलकुलेट करने की बजाय कंपैरिजन वाले क्वेश्चन पूछे जाते हैं और वो भी ऐसे होते हैं जहां पर क्या आप प्रोटॉन के नंबर्स को डिसाइडिंग फैक्टर मान कर के आंसर कर सकते हैं ज्यादा पॉजिटिव चार्ज छोटा साइज क्योंकि ज्यादा अट्रैक्शन है ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक चार्ज ज्यादा नेगेटिव चार्ज ज्यादा रिपल्शन साइज बड़ा ठीक है तो साइज लगातार इंक्रीज कर रहा है इस साइड ठीक है आइसोइलेक्ट्रॉनिक स्पेसस की कहानी हो गई यहां पर अगर क्वेश्चन दिया जाए और कंपेयर करने के लिए तो बड़े प्यार से आप बता सकते हैं एलुमिनियम का साइज सबसे छोटा कर दीजिए सबसे ज्यादा पॉजिटिव चार्ज इन दोनों में से कोई आंसर होगा राइट लगातार पॉजिटिव चार्ज बढ़ता हु यहां दिखाई दे रहा है क्योंकि यहां पर थोड़ा सा ऊपर नीचे कुछ कुछ कर दिया गया इसे हटा दीजिए इसे उठा लीजिए करेक्ट चका चक ठीक है बढ़िया और कोई बात बताई गई है बढ़ जा आइडेंटिफिकेशन स्मॉलर इज द आयनिक रेडियस पॉजिटिव चार्ज जितना ज्यादा उसका मतलब हो जाता है अट्रैक्शन ज्यादा और साइज कम है ना स्मॉलर द पॉजिटिव चार्ज स्मॉलर इज द आयनिक रेडियस ना ना ना पॉजिटिव चार्ज बड़ा होना चाहिए आइसोलेट ग्रेटर दन नेगेटिव चार्ज लार्जर इज द आनिक रेडियस सही है ये रंग है एटम इंक्रीजस एज वन मूव्स डाउन द फर्स्ट ग्रुप ऑफ द पीरियोडिक टेबल हां सही है ये तो एटमिक रेमेंट डिक्रीजस एज वन मूव्स अक्रॉस फ्रॉम लेफ्ट टू राइट राइट इन द सेकंड पीरियड अच्छा क्या बोला गया तो फिर रंग बोला गया था तो इतना मेहनत क्यों कि आप यह सोच रहे होंगे राइट है ना लेकिन ऐसा नहीं है पढ़ देना था सारे के सारे ऑप्शन फर्स्ट ही हमने कैच कर लिया था ना फर्स्ट ही कैच कर लिया था एंड देन आगे बढ़े तो सब में तो नॉर्मल ही बातें की जा रही थी एटमिक रेडियस इंक्रीजस ए वन मूव्स डाउन द फर्स्ट ग्रुप ऑफ द पीरियोडिक टेबल डाउन द ग्रुप में तो साइज बढ़ता ही एटमिक रे एलिट डिक्रीज ए वन मूव अक्रॉस फ्रॉम लेफ्ट टू राइट तो सच में डिक्रीज ही करता है राइट ना बिल्कुल सही आयनाइजेशन एनर्जी का टॉपिक फाइनली आ गया है यही है जान पूरे पीरियोडिक प्रॉपर्टीज की अब इसको समझने के लिए पहले आपको रिकॉल कराएंगे कि कैसे स्टेबिलिटी ऑफ कंफीग्रशन का डिस्कशन हमने किया था स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन का डिस्कशन ये हमने हाफ फील्ड और फुली फीड के टाइम क्या था और हम अभी क्यों कर रहे हैं आयने एनर्जी का डेफिनेशन डिस्कस किए बिना आते हैं उस पर क्योंकि इसी पर पूरी आयने एनर्जी टिकी हुई है तो इसलिए पहले इसको रिकॉल करा लेते सोट कांसेप्ट के फ्लो में आएंगे तो बस फ्लो में चलते चले जाएंगे स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन इसका बेसिक क्या है ज्यादा स्टेबिलिटी कब जब आप देखेंगे कन्फेशन की स्टेबिलिटी तो उसमें फुल्ली फिड एंड हाफ फीड वाला कांसेप्ट आएगा सिमेट्री वाला कांसेप्ट आएगा है ना फुली फीड कन्फेशन एंड हाफ फील्ड कॉन्फिन यह सब स्टेबिलिटी में ऊपर आएंगे कन्फेशन इनकी स्टेबिलिटी ज्यादा बट इनकी ना पूरी पोल खोल करनी पड़ेगी अभी याद करो मैंने ऐसे प सब ऑर्बिट के लिए दिखाया था कि p6 ग्रेटर दन p3 तो होता है लेकिन p3 ग्रेटर p4 होता है अब इसकी पूरी सच्चाई अच्छे से सुन लीजिए यह तो एक पार्ट है बट पूरा अगर आप कन्फेशन की स्टेबिलिटी अगर पूरी ओवरऑल अगर दिखाना चाहते हैं तो व ऐसे दिखाएंगे देखिए चाहे सेकंड पीरियड की बात हो चाहे थर्ड पीरियड की बात हो बट फॉर सेम पीरियड अगर आप सेम पीरियड का डिस्कशन कर रहे हैं तो सेम पीरियड के डिस्कशन के लिए सेम पीरियड के डिस्कशन के लिए 26 या 36 कोई भी सेम पीरियड हो ए की वैल्यू कांस्टेंट होगी इसका मतलब यह होता है ए की वैल्यू कांस्टेंट तो यहां पर हम बातें करेंगे सबसे पहले फुली फीड कन्फेशन की उसके बाद p5 कन्फेशन की p3 नहीं सारे कन्फेशन की बातचीत करनी है पव से p6 तक सबकी बातचीत करनी तो p6 और p5 के बाद p3 का नंबर है जब हम लिखते हैं ऐसे शॉर्टकट में तो इन तीनों को लिखते हैं इन तीनों का डिस्कशन ज्यादा होता हैट न मीन वही ऑर्डर है अगर सही से देखे तो यह ऑर्डर है मैं पव क्यों नहीं लिख रहा क्योंकि प2 के बाद एक्चुअली ना सेम पीरियड के ए2 का नंबर आ जाता है यह है पूरी कहानी मान लीजिए सेकंड पीरियड होता तो 26 25 23 24 2221 देन 2s यह स्टेबिलिटी ऑर्डर होता डेफिनेटली जहा पर स्टेबिलिटी ज्यादा है वहां डिस्टरबेंस प्रोड्यूस करना मुश्किल काम है तो वहां से आप चाहेंगे इलेक्ट्रॉन निकालना वो मुश्किल काम होगा करेक्ट ये समझिए अब अगर यह ऑर्डर हमने दिया है तो किस बेसिस पर दिया पहले यह डिस्कस करें राइट यह चल रहा होगा आपके माइंड में तो पहले वो डिस्कस करते हैं देखिए यह फुली फीड है हाफ फीड है सिमेट्री होती है दोनों में लेकिन ये क्लोज टू फुली फीड है इसमें एक इलेक्ट्रॉन ऐड करेंगे ये फुल्ली फीड हो जाएगा p3 में एक इलेक्ट्रॉन ऐड करके बात नहीं बनेगी तीन इलेक्ट्रॉन ऐड करने पड़ेंगे ज्यादा मेहनत है ना तो डेफिनेटली p5 ज्यादा स्टेबिलिटी के क्लोज है एक इलेक्ट्रॉन ऐड किया नहीं कि फुली फीड हो गया हैलोजन फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन यही काम करते हैं इलेक्ट्रॉन लेना इसीलिए तो पसंद करते हैं उनको पता है p6 बन जाएगा और इलेक्ट्रॉन देना पसंद नहीं करते इलेक्ट्रॉन निकालना वहां से मुश्किल काम क्यों है क्योंकि भाई स्टेबल कॉन्फिन ऐसे नहीं चलेगा राइट तो p6 p53 यह तो क्लियर हुआ p5 में एक इलेक्ट्रॉन ऐड करेंगे और वह प स में कन्वर्ट हो जाएगा नीड ओनली वन इलेक्ट्रॉन टू बिकम p6 एट इ वाई मोर स्टेबल फिर देखि यहां पर p3 में एक ड करने पर सिमेट्री गड़बड़ा जाती है तो यह एक ऐसा एग्जांपल है सिमेट्री डाउन हो जाती है ट इज वा इसी वजह से है ना p3 और p4 में p3 ज्यादा रहता है देन उसके बाद यार प2 है प2 और ए2 में डेफिनेटली प ज्यादा प में जैसे जैसे इलेक्ट्रॉन भरेंगे वैसे वैसे आप क्लोज जा रहे देख प2 और p3 एक इलेक्ट्रॉन ऐड किया नहीं कि p3 में चले जाते राइट आप बोलेंगे p4 क्यों आ गया देखिए p4 तो वो बदकिस्मती से आया क्योंकि उसमें एक इलेक्ट्रॉन ऐड करके सिमेट्री खराब हो जाती है वरना p2 तो p3 के पास था ही p4 तो आ गया p4 को और आगे होना चाहिए था गिर जाता है वो नीचे पोजीशन में है ना तो p2 इसलिए क्योंकि वो ऑलरेडी एक इलेक्ट्रॉन डालेंगे तो p3 बन जाएगा जस्ट वही वाली कहानी p5 और p6 वाली s2 कैसे बीट कर देता है p1 को तो देखिए p1 में कुछ खास बात है ही नहीं s2 में कुछ तो खास बात है क्या है फुल्ली फीड है तो ये फुली फीड है और न्यूक्लियस के क्लोज है यह दोनों चीजें इसको हेल्प करती p1 में कुछ खास बातें है नहीं प्लस क्लोजर टू न्यूक्लियस तो इसलिए यह ज्यादा स्टेबल हो जाता है p1 उसके नीचे आ जाता है s1 को तो खैर सबसे नीचे ही रहना है ठीक है तो यह ऑर्डर जो है वो स्टेबिलिटी का है और अब आते हैं आयनाइजेशन एनर्जी और उसको कनेक्ट करते हैं इससे क्योंकि आयनाइजेशन जी का सबसे ज्यादा मैं लिख भी दे रहा हूं यहां पर कि मोस्ट इंपॉर्टेंट यह दिख रहा है ना इतने अच्छे से तो नहीं दिख रहा है मोस्ट इंपॉर्टेंट फैक्टर फॉर आयनाइजेशन एनर्जी अब करेंगे डिस्कस आयनाइजेशन एनर्जी को ओके अब करते हैं डिस्कस यहां पर किया ना शद हां अमाउंट ऑफ एनर्जी रिक्वायर्ड टू रिमूव द मोस्ट लूजली बंड इलेक्ट्रॉन फ्रॉम एन आइसोलेटेड गैसियस एटम टू फॉर्म अ कटाय यह कांसेप्ट कौन से स्टेट का है यह कांसेप्ट है आइसोलेटेड गैसियस स्टेट का देखिए कहीं और नहीं लगाएंगे आइसोलेटेड गैसियस स्टेट का आइसोलेटेड बोलते हैं तो इसका मतलब ी हो जाता है कि आप एक्सटर्नल एनर्जी से क्या कर रहे हो उसको इन्फ्लुएंस नहीं होने देना चाहते एरर नहीं लाना चाहते कैलकुलेशन में सो दैट इज व्हाई आइसोलेटेड है एंड किसे आप आइसोलेट ज्यादा अच्छे से कर सकते हैं गैसियस को या फिर लिक्विड को या सॉलिड को डेफिनेटली गैसियस को ज्यादा कर सकते हैं तो इसीलिए आइसोलेटेड गैसियस हैय राइट अब जब आप आयनाइजेशन की बातचीत कर रहे हैं तो मतलब ये हो जाता है कि इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालना है तो डेफिनेटली प्रोसेस एंडर्म हो जाएगा क्यों एंडोम्योकार्डियल रिमूव करना ऐसे नहीं निकल जाएगा इलेक्ट्रॉन तैयार नहीं बैठा हुआ कि हां बस तुम इशारा करो और मैं निकल जाऊंगा ऐसे नहीं होता एनर्जी देनी पड़ेगी देंगे एनर्जी इलेक्ट्रॉन निकलेगा फरदर देंगे दूसरा निकलेगा और फरदर देंगे तीसरा निकलेगा एकएक करके निकाल सकते हैं हर बार जब आप निकालेंगे आयनाइजेशन एनर्जी एक एक करके इलेक्ट्रॉन निकालते जाएंगे वो आव आ2 आ3 कहलाते जाएगा कि पहली आयनाइजेशन एनर्जी दी तो पहला निकला दूसरी आयना एनर्जी दी तो दूसरा इलेक्ट्रॉन निकला तीसरी आय एनर्जी दी तो तीसरा इलेक्ट्रॉन निकला ये चलता रहेगा प्रोसेस में बाय डिफॉल्ट जब हम आई लिखते हैं तो मतलब आयनाइजेशन एनर्जी है आयनाइज करने के लिए रिक्वायर्ड एनर्जी है बट आई मतलब पहली बार जब आप इलेक्ट्रॉन निकालते हैं तो आईवन लिखेंगे या आई लिखे एक चीज आप जब इलेक्ट्रॉन निकालते चले जाते हैं किसी भी एटम से लगातार जैसे मान लीजिए कि आपने बातचीत की कि आप इस एटम से इलेक्ट्रॉन निकालते जा रहे यह मान लीज सोडियम 11 प्रोटॉन 11 इलेक्ट्रॉन वाली कहानी है य पर कितनी बार आप इसे आयनाइज कर सकते हैं कितनी बार आयनाइज कर सकते हैं देखि पहली बार आयनाइज करेंगे आव ए से ए प्स बन जाएगा है ना कुछ बच्चे सोचते हैं कि भाई ये ना 1s 2s 2 p6 है और 3s 1 है तो ना ये 26 बन जाएगा गलत गलत सोच रहे हैं आप ये 2 p6 तो बनेगा ही मतलब आप ये गलत सोच रहे हैं कि 2 p6 के बाद इलेक्ट्रॉन नहीं निकलेगा आप जितना धक्का दोगे जितनी एनर्जी दोगे काम बनता जाएगा जितने खर्चे करोगे पैसे उतना काम बनता चला जाएगा तो आप जो एनर्जी खर्च कर रहे हैं इनके लिए वही पैसे खर्च करने जैसा है एनर्जी डाली काम हो गया डेफिनेटली इलेक्ट्रॉन निकालना अभी मुश्किल काम है पहले से पहले आपको इस लूजली बॉन्ड इलेक्ट्रॉन को निकालना था जो थर्ड ऑर्बिट में था अब ये क्लोजर टू द न्यूक्लियस से और इनर्ट कन्फेशन भी है यह दो फैक्टर्स है इन्हीं फैक्टर का ध्यान रखना है अगर आयनाइजेशन एनर्जी का डिस्कशन कर रहे हैं तो ध्यान रखिए मोस्ट इंपॉर्टेंट फैक्टर फॉर आयना एनर्जी यही दो है पीछे तो मैंने लिखा था कन्फेशन और वो है सबसे फर्स्ट पोजीशन पर वही है मोस्ट इंपॉर्टेंट फैक्टर्स फॉर आय एनर्जी क्याक यही दोनों है पहला क्या है पहला स्टेबिलिटी कंफीग्रेशन रिलेटेड दूसरा साइज साइज ज्यादा मेहनत कम बड़ा साइज तो इलेक्ट्रॉन लूजली बांडेड इलेक्ट्रॉन निकालना आसान आ कम कम एनर्जी लगेगी निकालने में अगर स्टेबिलिटी ज्यादा इलेक्ट्रॉन निकालना मुश्किल काम इलेक्ट्रॉन निकालना मुश्किल काम एनर्जी ज्यादा खर्च हो रही है ज्यादा एनर्जी खर्च हो रही है आय एनर्जी प्रोपोर्शनल टू स्टेबिलिटी साइज के इवर्स अगर इलेक्ट्रॉन निकालने की बात हो रही है अल्कली मेटल से काम आसान है कम एनर्जी खर्च होगी बात हो रही लोन निकालने की साइज छोटा है इलेक्ट्रॉन को खींचने की टेंडेंसी भी ज्यादा है आ एनर्जी ज्यादा है करेक्ट ऐसे अच्छा यहां पर बातें हो रही थी आव आ2 फदर आप आगे थर्ड इलेक्ट्रॉन निकालते हैं आ3 ए प् 3 बन जाएगा फदर आप इसी तरह से आगे प्रोसेस चला सकते हैं लगातार कंटीन्यू समझे तो ऐसे मान लीजिए कंटीन्यू आप चला रहे हैं चलाते चलाते आप ए प् 11 तक जा सकते हैं और सिर्फ और सिर्फ न्यूक्लियस बचेगा अगर ए प् 11 कर दिया तो ओनली न्यूक्लियस रिमेनिंग यह है बहुत मुश्किल काम बहुत हाई अमाउंट ऑफ एनर्जी लगेगी क्योंकि जैसे जैसे आप पॉजिटिव चार्ज बढ़ा रहे वैसे वैसे स्टेबिलिटी कम हो रही बट समझदारी रखिएगा देखिए पॉजिटिव चार्ज आप बढ़ा रहे तो एक्चुअली वो गुस्से में आ रहा है कि भाई मेरा तुम इलेक्ट्रॉन निकालते चले जा रहे हो और जो चीज साथ हो रही है व यह कि जैसे जैसे इलेक्ट्रॉन का रिमूवल हो रहा है जैसे जैसे आप सक्सेसिव आयनाइजेशन एनर्जी बढ़ाते चले जा रहे जैसे जैसे इलेक्ट्रॉन रिमूव हो रहे जैसे जैसे इलेक्ट्रॉन रिमूव हो रहे हैं नंबर ऑफ प्रोटॉन बाय इलेक्ट्रॉन यह रेशो क्या हो रहा है इनक्रीस कर रहा है राइट प्रोटॉन कांस्टेंट प्रोटॉन कांस्टेंट इलेक्ट्रॉन क्या है डिक्रीजिंग तो जो भी इलेक्ट्रॉन है उन पर अट्रैक्टिव फोर्सेस क्या हो रहे है अट्रैक्टिव फोर्सेस तो बढ़ रहे हैं ना बोलिए अट्रैक्टिव फोर्सेस बढ़ रहे हैं अगर अट्रैक्टिव फोर्सेस बढ़ रहे हैं तो इलेक्ट्रॉन स्ट्रंग बॉन्डेड होते चले जा रहे हैं इलेक्ट्रॉन को निकालना और मुश्किल होते चला जा रहा है स्ट्रंग बॉन्डेड होते चले जा रहे हैं होते जा रहे ठीक है इलेक्ट्रॉन को निकालना मुश्किल होता जा रहा है आयनाइजेशन एनर्जी और बढ़ते चली जा रही है तो सक्सेसिव आयनाइजेशन एनर्जी ना बढ़ते जा रही है जो आई ए माइव है उससे ज्यादा आई हो जाएगा करेक्ट ना बोलो बोलो बोलो ना बोलो ना सही ना अरे बोल भी दो ना बता भी दीजिए करेक्ट है ना बोलिए [संगीत] बोलिए तो आई और आई माइव इसके आगे आप क्या लिखेंगे आ माइट टंगी टंगी टंगी टंगी आईव तक देख रहे पक्का आप ऐसा लिख सकते हैं क्यों क्योंकि क्योंकि हो क्या रहा है ऐसा ही हो रहा है ना आई आ माइव भाई आईव से स्टार्ट किया ए नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन है तो सबसे बड़ी एनर्जी कौन सी होगी जहां पर सबसे ज्यादा पॉजिटिव चार्ज प्रेजेंट होगा ज्यादा पॉजिटिव चार्ज बोलने का मतलब प्रोटॉन बहुत ज्यादा है इलेक्ट्रॉन बहुत कम है अट्रैक्टिव फोर्सेस बहुत ज्यादा है पुल कर रहे हैं इलेक्ट्रॉन को बहुत स्ट्रांग इलेक्ट्रॉन निकालना आपके लिए मुश्किल है क्योंकि न्यूक्लियस बहुत ज्यादा ताकत के साथ इलेक्ट्रॉन को पुल कर रहा है सो दैट इज वई ये लिखेंगे सक्सेसिव नेस एनर्जी हमेशा हाईयर होती है करेक्ट जरा प्रोसेस को ना रिएक्शन के थ्रू देखते हैं क्योंकि यहां पर आपको बहुत फसाते हैं अगर आपने ऐसे लिखा देखिए ए सॉलिड और ए सॉलिड लिख करके आपने ऐसा कहा काम कर रहे ना इसमें से इलेक्ट्रॉन निकाल रहे ए प्लस सॉलिड बना रहे यह भी तो आयना एनर्जी है करेक्ट ऐसा कुछ लिखा आपने फिर मतलब जो भी एनर्जी खर्च हो रही है यहां पर व है तो आयनाइजेशन एनर्जी ऐसा लिखा आपने फिर आपने बोला भैया ऐसा कर लेते हैं सॉलिड से गैस में कन्वर्ट होते हुए दिखाते हैं है तो यह भी आय एनर्जी ऐसा लिख दिया बताइएगा तो आप ही मुझे बताइए ए भी सही बी भी सही है ना तब तो फिर यह भी सही होगा लिक्विड बना लिया जब गैस बना लिया था तो तो जो भी एनर्जी में चेंजेज है वो भी आयन एनर्जी है सही है कौन-कौन से ऑप्शन सही लग रहे हैं कौन-कौन से सही लग रहे हैं सब सही है यह भी सही है गैस से गैस गैस से लिक्विड यह भी सही है गैस से गैस दिखा रहे हैं सही है ये जो भी एंथल पी चेंज है वो एक्चुअली आयनाइजेशन एनर्जी के बराबर है देखिए डेफिनेशन में य हमने देखा कि आइसोलेटेड गैसियस एटम चाहिए सॉलिड स्टेट आइसोलेटेड गैसेस एटम नहीं है तो यह आय एनर्जी को डिफाइन नहीं करेगा रंग फिर से सॉलिड और गैस भाई दोनों ही सेम फेस में होने चाहिए अलग अलग फेस में नहीं चाहिए दोनों सेम फेज में चाहिए और गैसियस होने चाहिए यही है जो कि परफेक्ट डेफिनेशन पर है करेक्ट है ना लेकिन क्या अगर मैं आगे बढ़ता और लिखता ए प्लस गैसियस य ए प्लसटू बना रहा है क्या यहां आयनाइजेशन एनर्जी नहीं होती बिल्कुल होती यह जो डेल्टा एच है यह बेसिकली सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ ए आट ऑफ ए दिख रहा है और इसे आईव ऑफ ए प्लस भी कह सकते देखिए प्रेजेंट करने का तरीका दोनों बातें बोल सकते हैं ना इससे पहली बार निकला लेकिन इससे दूसरी बार निकला है तो दोनों तरह से प्रेजेंट कर सकते हैं दोनों तरीके को समझिए राइट दोनों सही है और दोनों में आय एनर्जी को प्रेजेंट किया जा सकता है ऐसे आइसोलेटेड गैस स्टेट जरूरी है और पॉजिटिव चार्ज बढ़ा तो अब इलेक्ट्रॉन निकालना मुश्किल है सक्सेसिव आयनाइजेशन एनर्जी बड़ी होगी जो आ2 है वो आव से बड़ी होगी ठीक है अब आपसे कंपैरिजन पूछा जाता है कि अलोंग द पीरियड मान लीजिए कि लिथियम से नन तक हमने अरेंजमेंट कर दिया है कंपेयर कीजिए आयनाइजेशन एनर्जी को लिथियम से निन स्टार्ट किया लिथियम से बेरिलियम बोरनन कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन निन कैसे कंपेयर करेंगे साइज साइज एंड स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन यही दो फैक्टर है जिन खेलना साइज एंड स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन साइज लगातार डिक्रीजिंग है साइज डिक्रीजिंग जिससे समझ में आया कि यह तो समझ में आ गया कि आयनाइजेशन एनर्जी लेफ्ट से राइट इंक्रीज करेगी लेकिन क्या लगातार नियन तक इंक्रीस करते हुए दिखा दे यही फस गए क्योंकि यहां पर स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन है जो कि गेम चेंज करेगी जनरल ट्रेंड के रूप में यह सही है दिस इ लाइक कि आपने एक जनरल ट्रेंड बताया जैसे आपने रेडियस के लिए जनरल बातें की आ लिए भी जनरल बातें कर ली कह सकते हैं आप कि जब डाउन द ग्रुप जाएंगे तो भी पर हम रेडियस के साथ जनरल ट्रेंड की बातें कर सकते हैं कर सकते हैं ना देखिए अगर हम बातें करें ऐसे साइज डाउन द ग्रुप क्या होगा बढ़ेगा और आयनाइजेशन एनर्जी डिक्रीज कर जाएगी यह ग्रुप में बातें कर रहे हैं ऊपर से नीचे ठीक है जनरल ट्रेंड की तो बातें कर ही सकते हैं बट यहां पर कांड होगा किसकी वजह से गड़बड़े होंगी लैंथेनाइड एंड एक्टनाइड कंट्रक्शन की वजह से वो नोट करना जरूरी है गड़बड़ी होगी गड़बड़ी करके लिख रहे हैं बट एक्चुअली वो तो आप गेस करेंगे ही ना ध्यान नहीं रखना गड़बड़ी होगी लैंथेनाइड एंड एक्टन इड कंट्रक्शन की वजह से लंथनॉइड एंड एक्टिन कंट्रक्शन की वजह से लंथनाइड एंड एक्टनाइड कंट्रक्शन की वजह से सही है बिल्कुल सही है तो लंथनाइड एड कंट्रक्शन की वजह से गड़बड़ी होगी परफेक्ट अब कन्फेशन से सही बातें निकलेंगी जब तक आप देखिए यहां गड़बड़ी किस वजह से लिखें गड़बड़ी कन्फेशन की स्टेबिलिटी की वजह से हो यह ऑर्डर को चेंज करता है स्टेबिलिटी की वजह से होगी सम अब स्टेबिलिटी ऑर्डर क्या है पता है हमें स्टेबिलिटी ऑर्डर तो ऐसा है p6 ग्र p5 याद आ रहा प ग p5 पीछे डिस्कस किया था p3 और रीजन दिया था सबके एक्सेप्शन एक्सेप्शन नहीं बोल देना अच्छे से समझ समझ करके करना लिंक कर करके सो यहां पर अगर हम बातचीत करें आयनाइजेशन एनर्जी की तो स्टेबिलिटी ज्यादा तो इलेक्ट्रोड निकालना मुश्किल आ एनर्जी ज्यादा एल्पी ऑफ आयनाइजेशन ज्यादा p6 किसका है निन का ऐसा हो जाएगा यव है य s2 है ये p1 है ये p2 है ये p3 है ये p4 है ये p5 है और ये p6 है तो नियोन है p6 में p5 किसका फ्लोरीन का है p3 किसका नाइट्रोजन का है p4 किसका ऑक्सीजन का है p2 किसका है कार्बन का है यह बेरिलियम का है यह बोरनन का है और यह लिथियम का है बन गई बात टा बन गई अब करते क्या है लोग यहां रट लेते हमने इतने प्यार प्यार से समझा इतनी मेहनत की लोग देखि पानी कैसे फेरते हैं एक्सेप्शन बेरिलियम और बोन में बेरिलियम का एक एक्सेप्शन होता है और एक नाइट्रोजन ऑक्सीजन में नाइट्रोजन का एक्सेप्शन होता है भाई वह स्टेबिलिटी है क्यों ऐसे बदनाम कर रहे हो और क्यों टेस्ट खराब कर रहे हो क्यों मजा खराब कर रहे हो या पापी लोग नहीं करना राइट डाउन द ग्रुप लंथ और कंट्रक्शन आपके ऑर्डर को जो जनरल ट्रेंड है उसे खराब करेगा और अलोंग द पीरियड जो स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन है वह जनरल ट्रेंड को ब्रेक करेगा ठीक है ब्रेक्स जनरल ट्रेंड ब्रेक्स जनरल ट्रेंड बातें जनरल ट्रेंड की तो होंगी ही नहीं जनरल ट्रेंड पर जिनका फोकस है मतलब नब ठीक है समझिए ऐसे लीज जरा ऐसा ही कंपेरिजन है डाउन द ग्रुप वाला पॉइंट एक देख लेते अलोंग द पीरियड वाला हमने देखा स्टेबिलिटी हम और भी कर सकते हैं इनकी भी बातें कर सकते हैं देखिए किसकी बातें यहां से भी चल सकते हैं सोडियम मैग्नीशियम एलुमिनियम सिलिकन फास्फोरस सल्फर क्लोरीन इनम भी कंपेयर कर सकते हैं एक डाउन द ग्रुप का भी मैं उठा रहा हूं बोरनन एलुमिनियम गैलियम था ना अपना और बहुत इंपोर्टेंट हैय आर्जी में भी इंपोर्टेंट है और रेडियस में भी इंपोर्टेंट है रेडियस हमने पढ़ था कैसे डी ऑर्बिटल के कंट्रक्शन की वजह से यहां गड़बड़ होती है राइट 135 और 143 पको मीटर याद आ रहा होगा वो सो यहां क्या होगा य एव ए2 p1 p2 p3 p4 p5 p6 बताइए स्टेबिलिटी ऑर्डर बोलिए कन्फेशन अलोंग द पीरियड कन्फेशन की वजह से ट्रेंड ब्रेक होता है तो सिर्फ और सिर्फ साइज नहीं साइज के हिसाब से चलेंगे तो साइज डिक्रीज कर रहा है जनरल ट्रेंड मिलेगा आपको क्या आयनाइजेशन एनर्जी बढ़ रहा होगा लेकिन उसमें आपको बताना होगा कि कैसे क्या एग्जैक्ट ऑर्डर है तो p6 देन p5 देन p3 देन p4 देन p2 देन s2 देन p1 देन s1 राइट इस हिसाब से अगर हम चले तो ध्यान से देखिएगा यह हो जाएगा आर्गन यह हो जाएगा क्लोरीन देन हो जाएगा बताता नहीं फास्फोरस देन सल्फर देन हो जाएगा अरे बोलो ना सिलिकन सिलिकन सिलिकन देन हो जाएगा मैग्नीशियम देन हो जाएगा एलुमिनियम देन हो जाएगा सो ठीक है ऐसे ये ध्यान में रखिए कि पूरे पीरियोडिक टेबल में देखिए हम साइज की बात करते हैं साइज छोटा आने एनर्जी ज्यादा और स्टेबिलिटी ऑफ कॉन्फिन दोनों चीजें सबसे ज्यादा सपोर्ट करेंगी किसको सोचिए सबसे छोटा साइज छोटा से छोटा साइज छोटा साइज एंड मोस्ट स्टेबल कॉन्फिन में से यह दोनों चीजें हाईएस्ट फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी देती है हीलियम को पूरे पीरियोडिक टेबल में पहला फर्स्ट आने एनर्जी हास्ट किसका है हीलियम का लोएस्ट किसके लिए सीजय के लिए सीजम हो जाएगा अल्कली मेटल में डाउन द ग्रुप बड़ा साइज फ्रेंस उसमें कंट्रक्शन एई इस का रेडियो एक्टिव एंड कंट्रक्शन ए का सीजम है जिसके पास लोएस्ट आयनाइजेशन एनर्जी है ठीक है इधर का निपटारा हो गया अभी डाउन द ग्रुप में देखिए यहां पर आप एक्सपेक्ट करते हैं एक्सपेक्टेशन क्या है एक्सपेक्टेशन है साइज इंक्रीज करेगा ए एनर्जी डिक्रीज करेगी है ना डाउन द ग्रुप डाउन वर्ड्स शॉर्टकट मार दिया डाउन द ग्रुप को डाउन वर्ड्स लिख दिया समझ लोगे ना ओके ठीक है तो यहां पर आपको क्या बोलना पहले बट ड्यू टू पुअर शिल्डिंग ऑफ डी एंड एफ ऑर्बिटल एफ ऑर्बिटल पुर शिल्डिंग मतलब लंथनाइड कंट्रक्शन एफ साइड में लिख दिया भाई ऐसा कि भूल भल गया डी टल जनरल ट्रेंड इज नॉट फॉलो फॉलो नहीं किया जाएगा अब समझिए देखिए जो ऑर्डर है इस ग्रुप का आयनाइजेशन एनर्जी का सबसे छोटा साइज बोरनन का तो बोरनन का सबसे ज्यादा एनर्जी है लेकिन इसके बाद थैलियम आ जाता है अब इस ऑर्डर को जस्टिफाई कीजिए सबसे छोटा राइट असर सेकंड पीरियड सेकंड पीरियड वालो का अक्सर एनर्जी सबसे ज्यादा होगा छोटे होते हैं पूरे पीरियोडिक टेबल में राइट सेकंड ये तो फर्स्ट पीरियड का है हाइड्रोजन के पास कन्फेशन इतने स्टेबल नहीं है तो वहां से इलेक्ट्रॉन निकालना आसान है अब देखि यह इसलिए क्योंकि लंथनाइड कंट्रक्शन एक्सपेक्टेशन से साइज कम और जब जब अब बात करेंगे आयशन तो लंथनाइड और एक्टनाइड कंट्रक्शन का जो असर पड़ता है साइज पर उससे कहीं ज्यादा आन एनर्जी में पड़ते हुए पाया गया है बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट उससे कहीं ज्यादा लनाड और इंटरेक्शन का इफेक्ट पड़ता है सा कहीं ज्यादा पाया गया किस बढ़ते एनर्जी प यह प्रूफ है थैलियम इतना जंप करके ऊपर आ जाता है सबसे बड़ा साइज है ना डाउन द ग्रुप में सबसे कम होना चाहिए ले लंथनाइड कंट्रक्शन इतना बुरा असर डालता है ऊपर चलाता है यहां पर किस पुअर शील्ड ऑफ डी ऑर्बिटल पुअर शील्ड ऑफ डी ऑर्बिटल ये है कहानी अरे खैर बच गया लास्ट में इंडिया में इसमें कुछ खास है नहीं सबसे लास्ट में ठीक है बड़े इंपॉर्टेंट केसेस है ये सब तो आपने आयने एनर्जी का तो बैंड बजा दिया अब हम चलेंगे किस पर चलेंगे बताइए सारी चीजें एक काम करते यहां से और भी कुछ अच्छी बातें आपको दिखाते चलते हैं देखिए य आव आट आ3 चल रहा है सक्सेसिव आने एनर्जी बढ़ती चली जाएगी दिखाया आपको आई ए करके दिखाया था कोई पूछे एटमिक साइज के साथ क्या रिलेशन है तो साइज छोटा एनर्जी ज्यादा ठीक है न्यूक्लियर चार्ज तो जितना ज्यादा चार्ज उतना ज्यादा अट्रैक्शन अट्रैक्शन ज्यादा होगा तो इलेन निकालना मुश्किल होगा तो आपको एनर्जी ज्यादा चाहिए होगी ठीक है स्क्रीनिंग इफेक्ट क्या होता था इससे अगर ज्यादा स्क्रीन करेंगे तो अट्रैक्शन कम हो जाएगा है ना सिग्मा ज्यादा अट्रैक्शन कम अट्रैक्शन कम होता था तो इलेक्ट्रॉन लूजली बांडेड हो जाएगा तो एनर्जी कम देनी पड़ेगी राइट तो लूजली बांडेड इवर्स का रिलेशन ठीक है जितनी ज्यादा स्टेबिलिटी उतना ज्यादा इसको तो मैंने पूरा एक्सप्लेन किया बताया पूरा ऑर्डर बताया फिर यहां पर थोड़ा एनसीआरटी का डाटा देख लेना से थोड़ी बातें कुछ रह जाती है तो देखि लिथियम से निन तक में कितना बड़ा असर पड़ता है सोचिए ए1 से p6 का डिफरेंस कितने का 52 इसकी वैल्यू है किलो जूल पर मोल में एंड दिस इ 2084 टाइम्स का डिफरेंस क्रिएट हो सकता है समझ रहे अब यह सब बातें आप अगर डाटा नहीं देखेंगे तो माइंड में नहीं रहेगा फोर टाइम्स का डिफरेंस है भाई इतना ह्यूज डिफरेंस पड़ता है टी ऑफ कन्फ फिगरेशन का फोर टाइम्स तक बढ़ा सकती है डाउन द ग्रुप चले लिथियम से सीजय जा रहे हैं क्या दिखाई दे रहा है बहुत हेवी डिफरेंस दिख रहा है जैसे ही आप जा रहे हैं कहां तक फोर्थ पीरियड तक फिर ऑलमोस्ट धीमे धीमे धीमे धीमे धीमे सेकंड से फोर्थ में बहुत बड़ा फॉल राइट ठीक है यहां पर हमें पता है ऐसे वैल्यूज को अगर आप लिख ले तो 500 25 समथिंग कोई वैल्यू है बीच की वैल्यू ना 520 के आसपास की एंड 520 के आसपास की ही है ठीक है 520 ही लिखेंगे दिया हु वैल्यू 374 है सीजम गैप है ह्यूज गैप है हाफ हाफ नहीं हो रहा है लेकिन अच्छा खासा गैप है भाई है ना यह दिखाई दे रहा एप्रोक्सीमेटली कितना है 150 किलो जूल के आसपास का डिफरेंस सेकंड एंड थर्ड पीरियड में नहीं था लिथियम और सोडियम जितना सोडियम और पोटेशियम में है राइट यूज ग बिटवीन सोडियम एंड पोटैशियम ठीक है डाउन द ग्रुप डिक्रीज तो करता है बट इस तरह से करता है और ये वाले जो केसेस है वो डिस्कस कर दिए मैंने स्टेबिलिटी ऑफ कन्फेशन के बेसिस पे स्पेशल केसे ध्यान रखिएगा फिर याद है ट्रांजीशन मेटल के एलिमेंट्स में हमने देखा था कि कैसे जो साइज है वो पहले अट्रैक्टिव फोर्सेस जो है वो कैसे रेडियस को डिक्रीज करती हैं फिर कांस्टेंट हो जाता है रेडियस क्योंकि अट्रैक्टिव फोर्सेस की वजह से पहले रेडियस डिक्रीज करता है राइट एटॉमिक नंबर और आर में हमने देखा था किसके लिए डी सीरीज के लिए पहले अट्रैक्टिव फोर्सेस डोमिनेट करते हैं रिपल्सिव पर डिक्रीज करता है साइज फिर ऑलमोस्ट बराबर हो जाते हैं फिर बढ़ते हुए पाया था राइट अब इसी बेसिस पर आप लगा सकते हैं आयनाइजेशन एनर्जी वाला फंडा भी हालाकि उसकी पढ़ाई डी एंड एफ ब्लॉक में बहुत अच्छे से करते हैं बट रिलेट कर सकता है अट्रैक्टिव फोर्सेस ज्यादा तो आयनाइजेशन एनर्जी इस वाले केस में आपको ज्यादा दिखाई देगी और यहां पर रिपल्सिव फोर्सेस ज्यादा है तो आयस एनर्जी कम होते हुए दिखाई देगी क्योंकि वहां पे रेडियस वाला पड़ा है ना तो ऐसे रिलेट कर सकते हैं और दे सकते हैं आपसे पूछ सकते हैं ये पॉइंट फर्स्ट आयनाइजेशन एंथल पी की बातचीत हो रही है बेरिलियम बोरो नाइट्रोजन ऑक्सीजन बड़े प्यार से देखिए बेरिलियम के केस में क्या है s2 है बोरनन के केस में क्या है p1 है नाइट्रोजन में p3 है और ऑक्सीजन में p4 है तो p3 ग p4 कर दीजिए देन s2 एंड p1 कर दीजिए p3 यही होगा p34 s21 ठीक है कुछ करने की जरूरत नहीं कन्फेशन वाला तो आपने फोड़ा हु आग लगाई ई हा एक यह बड़ा प्यारा कांसेप्ट यह भी होता है कि जिसमें कि ना अलग-अलग आय एनर्जी की वैल्यूज दे देंगे और पूछेंगे कि कितने वैलेंस इलेक्ट्रॉन है तो तो यह ध्यान रखो कि हम दी गई वैल्यूज से पता लगा सकते हैं कि वैलेंस इलेक्ट्रॉन कितने यह कैसे पता लगाएंगे कुछ ऐसे देखना आयनाइजेशन एनर्जी की वैल्यू स्टेबल है तो आयने एनर्जी की वैल्यूज में बड़ा जंप अगर दिख रहा है बड़ा गैप बोल दे या बड़ा जंप बोल दे अगर दिख रहा है बड़ा जंप दिख रहा है तो बड़ा जंप दिख रहा है तो क्या हो जाएगा इससे बड़ा जंप अगर दिखेगा मतलब पक्का वैलेंस इलेक्ट्रॉन की संख्या ना चेंज होगी वैलेंस इलेक्ट्रॉन की संख्या चेंज होने वाली है समझ गए सम आयन एनर्जी की वैल्यूज में बड़ा गैप या जंप दिख रहा है इट मींस इट मींस ऑर्बिट चेंज हो रहा है ऑर्बिट के चेंज होने का बड़ा असर पड़ता है आप एक्सपेक्ट कर सकते हैं सोडियम के लिए यही चीज है ना सोडियम के लिए आव से आ2 में बड़ा जंप आएगा राइट क्यों क्योंकि पहले इलेक्ट्रॉन के बाद ऑर्बिट चेंज हो जाता है यह है n = 3 यह n = 2 से राइट तो लार्ज जंप आएगा यहां पर मैग्नीशियम के लिए वही जमप आ2 और आ3 के बीच में होगा समझे आ2 यहां तक n 3 है बट आ2 और आ3 में बड़ा जंप दिखेगा क्योंकि आ3 मतलब अब जाकर के n 2 होगा समझे यह समझिए इसके वैलेंस इलेक्ट्रॉन एक एक बार निकाल लिया इलेक्ट्रॉन तो अब वो बन गया p6 कन्फेशन अब निकालेंगे क्योंकि आप यहां पर चाहे तो कन्फेशन भी लिख सकते हैं देखि आव राइट यहां तक कन्फेशन क्या होता है s1 कन्फेशन होता है इस वाले में p6 कन्फेशन है इसीलिए बड़ा गैप और दूसरा ऑर्बिट भी चेंज है मतलब हम तो यहां पर ऐसा ना हो जाए कि आप s1 और p6 की वजह से ऑर्बिट वाली बात भूल जाओ बात ऑर्बिट ही चेंज हो रहा है आप निकाल रहे थे पहला इलेक्ट्रॉन तब तक थर्ड ऑर्बिट से निकालना था अब निकालेंगे दूसरा इलेक्ट्रॉन तो सेकंड से निकालेंगे पहला और दूसरा इलेक्ट्रॉन निकालिए मैग्नीशियम में 32 होता है ना पहला दूसरा निकालिए तो आप पहला निकालेंगे तो आव दूसरा निकालेंगे तो आट दूसरे तक थर्ड पीरियड में है आप लेकिन तीसरा निकालने जाएंगे तो सेकंड से निकलेगा अब बड़ा जंप आ जाएगा य ऐसे समझते हैं समझे तो अगर मुझे दिख रहा है बस आव के बाद ही जंप आ गया है तो वैलेंस इलेक्ट्रॉन एक है लेकिन दो बार आयनाइज किया तब जाकर के जंप है तो वैलेंस इलेक्ट्रॉन तीन है समझे तो इसी तरह से जब आपको बड़ा जंप दिखाई दे ना तो देखिए कि कौन-कौन से आयनाइजेशन एनर्जी के बीच में यह जंप है अगर i2 और i3 के बीच में है तो दो वैलेंस इलेक्ट्रॉन है i1 और i2 के बीच में तो एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन है यहां पर देखिए बड़ा जंप को पहले पहचानना भी सीखिए यह देख र 1300 समथिंग 163 80 देन 2080 फर्स्ट आशन एंपी फॉर थ्री एलिमेंट्स आर द करेक्ट सी अच्छा यहां पर तो खर ऑर्बिट नंबर ही क्या बोलू मैंने इतना अच्छा कांसेप्ट पढ़ा दिया मैं देख रहा हूं किय तो सिंपल क्वेश्चन है मुझे लगा वैल्यूज दी गई है तो इसी कांसेप्ट पर बातचीत होगी कोई बात नहीं आगे के लिए यूज हो जाएगा अभी दिखाया जा रहा है कि वैल्यू लगातार बढ़ रही है राइट अब इसमें अलग-अलग एलिमेंट्स दिए हुए हैं क्या करेंगे आप सबसे बड़ी वाली वैल्यू नियन को दे देंगे ऑक्सीजन और फ्लोरीन में फ्लोरीन के पास वैल्यू आ जाएगी तो ठीक है लगातार वैल्यू इंक्रीज कर रही है p4 p5 p6 लगातार इंक्रीज कर रही है इसमें लगातार इंक्रीज नहीं कर कक य प है य प है और य प करेक्ट है ना बिल्कुल सही तो व दिखाई दे रहा है कि पहला ही वाला ऑप्शन बिल्कुल सही है ठीक है फर्स्ट एल्पी ऑफ के लेसन ट ऑफ सोडियम एंड लिथियम वो तो देख लिया हमने ग्राफ में देखा था तो करेक्ट है इनकरेक्ट नहीं जनन ड नॉट हैव द लोवेस्ट फर्स्ट एल्पी इ इटस ग्रुप जेनन हीलियम निन आर्गन क्रिप्टन हीलियम का तो हाईएस्ट है लोवेस्ट फर्स्ट तो डाउन द ग्रुप में और भी तो एलिमेंट्स है जेनन के नीचे उनका साइज बड़ा तो वहां से इलेक्ट्रॉन निकालना आसान होगा फर्स्ट ए एंथी ऑफ एलिमेंट विद एटमिक नंबर 37 ये तो यार हीलियम हाइड्रोजन लिथियम सोडियम पोटैशियम रूबेडियम है ना राइट लोअर दन दैट ऑफ द एलिमेंट वि एटमिक नंबर 38 यह तो अल्कलाइन अर्थ मेटल है डेफिनेटली उसका कम होगा फर्स्ट ए एंपी ऑफ गैलियम इज हायर देन दैट ऑफ डी ब्लॉक एलिमेंट वि एटमिक नंबर 30 जिंक है ये तो और गैलियम का फर्स्ट ए एल्पी ऑफ गैलियम गैलियम का तो एलुमिनियम और गैलियम दोनों का कंपेयर करें तो हा गैलियम का साइज छोटा तो गैलियम का एलुमिनियम से ज्यादा होता है लेकिन अगर आप जिंक की बातचीत करें तो जिंक के पास एक बात का तो फायदा है ना वह क्या है 4s 3d 10 करेक्ट तो जिंक के पास 4s 3d 10 है ना फुली फीड कन्फेशन दिख रहे मोर स्टेबल देन गैलियम हम वैसे भी जान रहे थे तीनों को देख लिया था सही है देन गैलियम तो आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा होनी चाहिए पता चल ही रहा है ज्यादा कुछ खास डिफरेंस है नहीं साइज का क्योंकि डी ब्लॉक और पी ब्लॉक में कंपेरिजन है पता चल रहा है कि कन्फेशन के बेसिस प बोला जा सकता है जिंक के पास एक्स्ट्रा एडवांटेज है इतना बड़ा एडवांटेज है वो गैलि में दिख नहीं रहा है मस्त कपे कर दिया बाकी तीन तो पहले ही सही कर लिए थे हमने टेंशन ही नहीं है आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन ऑफ फोर एलिमेंट्स सबके दे दिए गया राइट और उस बेसिस पर आपको बताना है बता देंगे आप p3 p4 ए2 पव करके निकाल देंगे है ना सी सही है ना p3 और कौन सा यह ऑप्शन अच्छा सी के बाद डी क्यों आया क्योंकि p3 के बाद p4 लगाएंगे इन्होने क्या कर दिया था सी के बाद ए लगा दिया गलत तो ओरली बता दिया था p3 p4 देन s2 ए p1 है अब आते हैं इलेक्ट्रॉन गेन एंथा पी पर जो कि एक तरह से लास्ट टॉपिक है बट इलेक्ट्रोनेगेटिविटी उसे भी हम देखेंगे थोड़ा इलेक्ट्रोनेगेटिविटी कैसे असर डालती है भाई इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी भी कांसेप्ट है आइसोलेटेड गैसियस स्टेट का कांसेप्ट ऑफ आइसोलेटेड गैसियस स्टेट और यह ध्यान रखें कि यहां पर इलेक्ट्रॉन गेन एंथा पी टर्म बोल करके आपको सूचित किया जा रहा है कि भाई इलेक्ट्रॉन गेन का प्रोसेस है उसमें जो भी एनर्जी चेंज दिखाई दे याद रखिए इलेक्ट्रॉन गेन एंपी यह जीरो भी हो सकती है यह नेगेटिव भी हो सकती है और यह पॉजिटिव भी हो सकती है और इसके मीनिंग को समझना पड़ता है बट उससे पहले हम एक बार देख लेते हैं कि क्या क्या बताया गया है ि वा दिखाया जा रहा एनर्जी रिलीज न इलेक्ट्रॉन डेड टू द लेंस सेल ऑफ आइसोलेटेड गसस सही आइसोलेटेड गैसेस होगा और उसम इलेन ड किए गए अगर देखा जाए तो यह प्रोसेस जो है वह बता रहा है कि अनान बनाना है करेक्ट है ना ध्यान से देखिए अगर आपसे इलेक्ट्रॉन ड करने वाला प्रोसेस दिखाया गया गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन दिखाया जा रहा है आइसोलेटेड गैसेस स्पेस आइसोलेटेड गैसेस स्टेट का डिस्कशन है जो गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन है मैं उसका उल्टा प्रोसेस भी तो लिख सकता हूं एफ माइनस से ए बनाना इलेक्ट्रॉन बाहर निकालना निकाला बाहर ठीक है जब इलेक्ट्रॉन बाहर निकाला क्या पता चला इलेक्ट्रॉन बाहर निकाला क्या पता चला आयनाइजेशन है ये प्रोसेस अगर ये प्रोसेस आयनाइजेशन का है अगर ये प्रोसेस आयनाइजेशन का है अगर ये प्रोसेस आयनाइजेशन का है और इस वाले का रिवर्स है राइट तो यहां पर अगर मुझे दिखाई दे रहा है कि एनर्जी रिलीज हो रही है ये इलेक्ट्रॉन एफिनिटी और इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी में क्या रिलेशन है जस्ट बता रहा हूं आपको अभी आप कंफ्यूज ना होना इस प्रोसेस में एनर्जी रिलीज होती है माइन 328 किलो जूल के बराबर आप देख कर के कुछ कु समझ ग हो इलेक्ट्रॉन एफिनिटी और इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी कांसेप्चुअली तो सेम चीज है बट साइन का डिफरेंस होता है कैसे होता है समझाता हूं बट पहले इसे समझिए देख दोनों प्रोसेस अपोजिट है एक दूसरे के दिस इ इलेक्ट्रॉन गेन का प्रोसेस यहां जो भी एनर्जी डिफरेंस जो भी एनर्जी चेंज आपको दिखाई दे है वो डेल्टा एच ईजी है इलेक्ट्रॉन गेन एंथल यहां जो भी डेल्टा एच है वो आयनाइजेशन की एनर्जी है इलेक्ट्रॉन निकाल रहे हैं आप आइसोलेटेड गैसेस स्पेश से एटम की जगह प स्पेसस बोलिए तो वो ज्यादा जनरलाइज कर देता है प्रोसेस को बट देखिए इलेक्ट्रॉन गेन एंथल इसलिए इंटरेस्टिंग है क्योंकि आप अनायता हैं और अभी जो आप आयनाइजेशन एनर्जी का डिस्कशन कर रहे हैं वो भी बहुत इंटरेस्टिंग है क्योंकि जनरली आप अयन के आयनाइजेशन से रिलेट करके बातें नहीं करते यूज आप जब बोलते हैं कि किसी एटम को आयनाइज कर रहे हैं तो आपका ध्यान जाता है न्यूट्रल पर राइट बट हमने देखा था न्यूट्रल के अलावा कटाय से भी इलेक्ट्रॉन निकाल सकते थे दैट वास सेकंड आयने एनर्जी थर्ड आयने एनर्जी राइट तो यह इसलिए इंटरेस्टिंग है क्योंकि आप नायन से इलेक्ट्रॉन निकाल रहे हैं और फिर डिस्कशन कर रहे हैं और क्या मजेदार बात और हो रही है इस प्रोसेस का उल्टा प्रोसेस यह है अगर किसी ने कहा कि यह दोनों जो वैल्यूज है ना प्रोसेसर एथम तो इसका उल्टा एंडोर्स हो रही है माइनस 328 तो य अब्जॉर्ब हो जाएगी प् 328 कुछ भी गलत नहीं एकदम ट्रू ठीक है अब किसीने यह बोलना शुरू किया यार तब तो हम कह सकते हैं इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी इ रिवर्स प्रोसेस ऑफ आय एनर्जी राइट है ना कर सकते हैं ऐसा ये भी लिख सकते हैं डेल्टा एच इ माइफ i आपको भी लग रहा होगा आ हाहा सही है ये तो बट होता क्या है क्या गड़बड़ क्या करते हैं ऐसे केस में इसे समझिए गड़बड़ ये होती है ऐसा लिख कर के ना हम यह बताना भूल जाते हैं कि आप जो लिख रहे हैं ना यह सेम स्पेसस के लिए नहीं है देखिए इलेक्ट्रॉन इसने गेन किया था बट आप निकाल एफ माइनस से रहे कुछ लोग सोचते हैं कि सेम स्पेश के लिए ऐसा लिख सकते हैं नहीं है आंख के आलू है क्या दिख रहा है ये न्यूट्रल है ये नायन है आप इसे इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं और इससे इलेक्ट्रॉन ले रहे हैं क्या सेम स्पेशियस को इलेक्ट्रॉन देक के सेम स्पेश से इलेक्ट्रॉन निकाला है क्या नहीं यह नहीं किया आपने अगर आप वैसा करते तो कुछ ऐसा होता देखिए इस स्पेश को आपने इलेक्ट्रॉन दिया इस स्पीस को आपने इलेक्ट्रॉन दिया य नायन बना इसी स्पेश से आपने इलेक्ट्रॉन निकाला यह कटाय बना जरा देखिए तो दोनों सेम है क्या नहीं है यहां पर जो आप करवा रहे हैं वो डेल्टा एचजी यहां जो आप करवा रहे हैं वो आयना बट यू कांट राइट डेल्टा एच जीजी इल टू माइनस ऑफ आई आप लिख ही नहीं सकते क्यों बिकॉज सेम स्पीशीज इज इवॉल्वड बिकॉज ऑपरेशन इज ऑन सेम एटम या यू कह सकते हैं और सिंपली बिकॉज बोथ स्टेप्स और सिंपली बिकॉज बोथ प्रोसेसेस आर बीइंग ऑपरेटेड बीइंग ऑपरेटेड बीइंग ऑपरेटेड डिफरेंटली अलग-अलग तरीके से ऑपरेटेड डिफरेंटली अलग अलग तरीके से ऑपरेट कर रहा प्रोसेस भाई समझे इसका रिवर्स नहीं है य एक में अनायता है राइट बताइए नायन इ इवॉल्वड नायन इवॉल्वड और एक में कटान इव दोन सेम कैसे हो जाएंगे मना राइट तो ध्यान रखिए सिर्फ नायन और सिर्फ कटाय इवॉल्व होने चाहिए और सेम स्पेसेस नहीं होना चाहिए वो पीछे से हमने देख मतलब ये आपका ध्यान इसलिए दिला रहा है क्योंकि अभी का टाइम ऐसा है कि ऐसे ऐसी बेसिक बेसिक बातें पूछी जा रही है और आप अगर हड़बड़ा करके सब रट वट करके गए तो कुछ भी कांड करेंगे आप कुछ भी कांड करेंगे तो भाई फिर उसका ना फिर आपको समझना पड़ेगा उसका कंसीक्वेंस समझे तो इसीलिए समझ समझ करके काम करेंगे ऐ हड़बड़ा हड़बड़ा काम नहीं करें समझ गए ना बताइए तो यह है पॉइंट भाई समझने का कि सेम एटम नहीं होना चाहिए राइट हमने यहां पर लिख दिया था कि यह जो चीजें आप लिख रहे हैं इ रिवर्स ऑफ आई यह जब भी लिखेंगे तो सेम एटम इवॉल्व नहीं होगा ठीक है इस बात को यहां ध्यान दिला दे रहे यह एनर्जी रिलीज 328 हमने लिखा डेल्टा एचजी माइनस 328 ठीक है फिर इसी एफ माइनस में से आपने इलेक्ट्रॉन निकाला तो ऊपर वाले प्रोसेस का आपने अपोजिट लिखा बट एक में ऑपरेशन ए पर है और एक में ऑपरेशन ए माइनस पर है हूज डिफरेंस डेल्टा एच आना कितना होगा प् 328 ठीक है हम तो आपने यह कहना शुरू कर दिया कि भाई हमें तो दिख रहा है कि डेल्टा एचजी इज माइनस ऑफ डेल्टा एच आयनाइजेशन या सिंपली आयनाइजेशन एनर्जी भी लिख सकते हैं ठीक है ऐसा सही है बट नॉट फॉर सेम स्पीशीज ठीक है ना इलेक्ट्रॉन गेन जो हो रहा है फॉर ए गैसियस है आयनाइजेशन जो हो रहा है वो ए माइनस का हो रहा है दैट इज व हम ऐसा लिख रहे हैं कि नॉट फॉर सेम स्पीशीज है ना ये है ना केसी यह समझना जरूरी है और इसी को समझाने के लिए हमने क्या किया यहां पर ये पूरी बात की अलग-अलग है भाई ऐसा भी केस हो सेम स्पेश ऑपरेशन करेंगे तो दोनों सेम थोड़ी ना हो जाएगा ठीक है ब्रेक कर दिया हमने बहुत अच्छे तो अब जब यह बात समझ गए तो देखिए इलेक्ट्रॉन गेन एंपी के लिए फाइनली आपको क्या करना है इन बातों का ध्यान रखना है अब एसटी का टेबल बात खम होगी करना क्या है आपको यह ध्यान रखना है इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी इसमें अगर आप इलेक्ट्रॉन गेन कराने गए ना किसी इनर्ट गैस के एटम को तो इनका ना नेचुरल टेंडेंसी ही जीरो है नेचुरल टेंडेंसी टू गेन इलेक्ट्रॉन क्या है जीरो तो इनकी नेचुरल इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी जीरो है लेकिन अगर धक्के से इलेक्ट्रॉन दिया जबरदस्ती दिया तो इसी इनर्ट गैस का जो इलेक्ट्रॉन गन थालपोस प्रोसेस है वह इलेक्ट्रॉन गन एल्पी फिर पॉजिटिव हो जाएगी क्या हो जाएगी पॉजिटिव तो इनर्ट गैसेस का जीरो और पॉजिटिव दोनों है जीरो नेचुरल ही है कभी भी जीरो वैल्यू आए समझ जाना कि वो नेचुरल है और स्टेबल कन्फेशन को स्टेबिलिटी को दिखा रहा है यह क्या है धक्के से धक्के से धक्के से राइट और देखिए ठीक है है ना अगर हमने बात की देखिए ग्रुप 16 की बात कर रहे हम ग्रुप 17 की बात कर रहे हम तो ग्रुप 16 और ग्रुप 17 में कुछ इंटरेस्टिंग चीज होती है ग्रुप 17 यह इलेक्ट्रॉन गेन करना चाहेगा क्योंकि p5 है राइट ना p5 अगर इलेक्ट्रॉन गेन करेगा तो व प सि में कन्वर्ट होगा तो बहुत हाई टेंडेंसी है वेरी हाई टेंडेंसी तो इसीलिए सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी का मैग्निटिया टेबल हाईएस्ट इन पीरियोडिक टेबल उसमें भी क्लोरीन फ्लोरीन को बीट करता है क्योंकि फ्लोरीन है छोटा और आइसोलेटेड गैसियस स्टेट में जो साइज है ना बड़ा रोल प्ले करता है इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है आइसोलेटेड देखा है हमने जब आयना एनर्जी की बातचीत हुई थी तब भी पर आइसोलेटेड गैसियस एटम था और वहां पर भी हम बातचीत कर रहे थे कि देखो आयने एनर्जी की बातचीत हो रही है तो स्टेबिलिटी भी देखेंगे और साइज भी देखेंगे ठीक है वैसी बातें यहां पर भी हो रही है साइज बड़ा रोल प्ले करने लगता है और देखो ग्रुप 17 ज्यादा होगा ग्रुप से 16 से मजेदार बात यह कि ग्रुप 17 का जो मिनिमम वैल्यू होती मिनिमम वैल्यू होती है मिनिमम इलेक्ट्रॉन गन एंथल एस्टाइन के लिए एनसीआरटी का डाटा दिखाता है जो मिनिमम इलेक्ट्रॉन गन एल्पी ग्रुप 17 का वह भी बड़ा है मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन ग एंथा ऑफ ग्रुप 16 से यह डिफरेंस तो सिर्फ और सिफ आप य समझ 17 और 16 में डिफरेंस है 17 इतना हास्ट मैग्नी ूडल है इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी का जस्ट बिकॉज कि वो p5 में है ना आयना एनर्जी में भी तो आपको यही बताया था कि देखो एक इलेक्ट्रॉन दे दो तो p6 में भागने लगता है वो तो वो क्यों मौका छोड़ेगा भाई बहुत हाई टेंडेंसी के साथ प्रोसेस होता बहुत एनर्जी रिलीज करते हैं क्लोरीन के केस में 349 है फ्लोरीन के केस में अभी देखा था 328 किलो जूल रिलीज हुई थी क्लोरीन में 349 है क्लोरीन को फायदा होता है इसके पास 3d ऑर्बिटल है ना साइज का फायदा ये इलेक्ट्रॉन रख सकता है यह सेकंड पीरियड का है इसके पास नहीं है ये सब नहीं है इसके पास नो 3d एक्टिव 3d नहीं है इसके पास तो यह काम यह नहीं कर सकता यह कर सकता है 3d है और ग्रुप 16 तो खैर हमने डिस्कस कर ही दिया अच्छा ग्रुप 16 की मजेदार बात क्या है मिनिमम इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी का मैग्निटिया वहां पर अपने ग्रुप में मिनिमम इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी वाला एटम ऐसा क्यों है है तो फ्लोरीन का भी कम क्लोरीन से और कुछ लोग इसी चीज को पढ़ करके फार्मूला बना लेते थर्ड पीरियड का ज्यादा होता है इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी सेकंड अरे ऐसा फॉर्मूला नहीं बनाना है कुछ भी जैसे बताया वैसे पढ़ना पूछा ऐसे ही जाएगा जैसे बताया हर एक पॉइंट जितनी बातें बता रहे हैं इन्हीं में से कुछ उठा करके यह जो बना लेते हैं ट्रेंड को फार्मूला भाई वो कहीं नहीं रहोगे फिर ट्रेंड बना लेते ना इलेक्ट्रॉन गन थालपोस करती है इलेक्ट्रॉन एल्पी भी डिक्रीस करती दोनों का जो ऑर्डर होता है दोनों का जो ट्रेंड होता है वह सेम होता है ट्रेंड मैं भी लिख देता हूं लेकिन इतना सारा जो करवा रहे हैं व इसलिए करवा रहे य पूछते है मेरे नोट्स के तरीके में एक पैटर्न आपको साफ दिखाई देगा जो भी पवा क्य में दिखाई देंगे ऐसा फील होगा जैसे के इसी से बने हुए क्योंकि वैसे ही पढ़ना टाइम भी बचा रहा है और प्रोडक्टिव भी करता है आपको जो जिस तरह से प्रीवियस र क्वेश्चन के आपको पैटर्न दिखाई दि जिनन बातों का ध्यान रखा गया है सारी चीज दिख रही है हर एक चीज जो कि पूछी जाती है वह हर एक चीज जो कि डाउटफुल होती है आपके अंदर डाउट डालती है कांसेप्ट को क्लियर नहीं करती वह सारी चीज ये ठीक है तो ये बातें हमने यहां पर डिस्कस की है अब जरा सा अ कुछ और भी बातें कर ले देखो ट्रेंड वेरिएंट की भी बातें कर लेते हैं इफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज अच्छा इलेक्ट्रॉन एफिनिटी से रिलेटेड बातें कर देते हैं देखो इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी और इलेक्ट्रॉन एफिनिटी में डिफरेंस है क्या डिफरेंस है इलेक्ट्रॉन एफिनिटी ओल्ड टर्म अब यूज नहीं करते क्योंकि साइन कन्वेंशन के अकॉर्डिंग ये काम नहीं करता ना इलेक्ट्रॉन एफिनिटी कभी भी डिस्कशन में आए ना माइनस ऑफ इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी डेल्टा एचजी माइनस ऑफ या को माइनस ऑफ इलेक्ट्रॉन गन थल्प लिख दीजिए यह चीज जैसे हमने ए एनर्जी के साथ भी किया था ठीक है तो ये जो चीज लिखी जा रही है इलेक्ट्रॉन एफिनिटी व एक्चुअली क्या मैग्नी पर डिस्कशन हो रहा है अगर मैं इलेक्ट्रॉन गेन एंथा देखिए कई बार ना क्वेश्चन जो है वह सिर्फ टेंडेंसी की बातचीत कर रहा होता है इलेक्ट्रॉन गेन करने की टेंडेंसी कितनी स्ट्रांग है आइसोलेटेड गैसियस स्टेट में उसका भी मीनिंग है कि वो इलेक्ट्रॉन गन एल्पी की बातचीत कर रहे हैं करेक्ट लेकिन कई बार क्या होता है कि माइनस साइन आपको कंफ्यूज करवाता है तो अक्सर जो अच्छे क्वेश्चन पूछे जाते हैं अी लैंग्वेज के साथ उसमें क्लियर मेंशन होता है ऐसा नहीं है जई मेन में यह भी गलत काम हुआ है कि क्लेरिटी नहीं दी क्या पूछ रहे हैं नेगेटिव वैल्यू चाह रहे हैं मैग्निटिया व ऐसा मुझे लग रहा है इसी साल के फर्स्ट एटम में ऐसा था राइट जो सही नहीं था बट जस्टिफाई कर दिया गया था कैसे भी तो इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी का जो मैग्नी है वो अट्रैक्टिव फोर्स पर डेफिनेटली डिपेंड करेगा ज्यादा अट्रैक्शन तो इलेक्ट्रॉन को रखने की टेंडेंसी हाई हो जाएगी तो ना इलेक्ट्रॉन एफिनिटी लिखा गया तो वो एक्चुअली मै की तरफ इशारा कर र फिर अगर मान लीजिए एटमिक रेडियस बड़ा है साइज बड़ा अट्रैक्शन आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉन पर कम हो जाएगा इलेक्ट्रॉन खींचने की टेंडेंसी कम हो जाएगी तो इलेक्ट्रॉन एफिनिटी यानी के मैग्नी ऑफ इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी वह कम हो जाएगी क्योंकि सारी बातें तो इस पर डिपेंड कर रही है ना कि इलेक्ट्रॉन लेने की टेंडेंसी कितनी है ज्यादा है तो ठीक है स्क्रीनिंग इफेक्ट यह पता है कि ंग इफेक्ट मतलब अगर सिग्मा ज्यादा तो जड स्टार कम तो अट्रैक्टिव फोर्सेस कम तो फिर वही इलेक्ट्रॉन एफिनिटी कम इलेक्ट्रॉन गेन एंपी का मैग्नी कम इवर्स का रिलेशन यह खास करके मैं ब्रेक कर दे रहा हूं कि आप जो है आपका रिवीजन भी हो जाए और दूसरा आप सीखे कि अच्छा ऐसे ऐसे तोड़ तोड़ करके रिलेट कर लेते हैं तो रटने मटने की कोई जरूरत नहीं है बाकी स्टेबल कॉन्फिन है तो इलेक्ट्रॉन गेन मैंने बताया कि जीरो भी हो सकती है और पॉजिटिव हो सकती पॉजिट हम धक्के की निशानी समे पॉजिटिव तो पता है यहां पर के लिख र नाइट्रोजन केलिए नाइट्रोजन का भी कन्फेशन क्या प है ना तो नेचुरली इसके लिए जीरो है धक्के से पॉजिटिव होगा कन्फेशन और यह वैल्यू कैसी होती नेचुरल वैल्यू होती वही अगर उसी के ग्रुप में नाइट्रोजन के ग्रुप में फास्फोरस की बातचीत कर ले आर्सेनिक की बातचीत कर ले जैसे ही क्या ना इनका पी3 कन्फेशन तो है लेकिन इसके जैसा छोटा साइज और p3 कन्फेशन उसको स्टेबिलिटी दे रहा है तो इनकी नेचुरल टेंडेंसी इलेक्ट्रॉन गेन करने की है समझे डेल्टा एच अगर नेगेटिव है नेगेटिव मींस टेंडेंसी है इलेक्ट्रॉन गेन करने की नेगेटिव मींस टेंडेंसी है इलेक्ट्रॉन गेन करने की आइसोलेटेड गैसियस स्टेट ऐसा नहीं समझ लेना कि कहीं पर स्टेबल कन्फेशन है स्टेबल कन्फेशन है तो व हमेशा जीरो ही हो जाएगा सेम ही ग्रुप की बातचीत हो रही बट इनकी नेगेटिव इसकी जीरो है या धक्के से देंगे तो पॉजिटिव नेचुरली जीरो है नहीं लेना चाहता छोटा साइज भी और p3 भी है बातचीत कैसे हो रही नट गैस के जैसे हो रही है ठीक है अब यह जनरल ड है यह जनरल ट्रेंड क्यों है क्योंकि भाई इधर से इधर साइज डिक्रीज करता है ना लेफ्ट से राइट साइज डिक्रीज करने का मतलब अट्रैक्शन बढ़ रहा है तो अभी कर रहे थे ना यही सब काम तो डेफिनेटली इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी का मैग्नी ूडल जाएगा जनरल ट्रेंड डाउन द ग्रुप गए यहां इधर डाउन द ग्रुप जा रहे है नीचे जा रहे है राइट तो साइज डिक्रीजिंग है सॉरी साइज इंक्रीजिंग है अट्रैक्शन कम है करेक्ट तो साइज अगर इंक्रीजिंग है अट्रैक्शन कम है तो इलेक्ट्रॉन गेन एल्पी का मैग्नी डिक्रीजिंग ठीक है जनरल ट्रेंड बट हमें पता है कि जनरल ट्रेंड से बात तो बनती नहीं है पूछेंगे ऐसा के बैंड बजा देंगे डाटा को जरा देखिएगा यहां डेटा दिखाया जा रहा है क्लोरीन और फ्लोरीन का वो तो क्लियर है साइज की वजह से है ना फिर आपको यह बता कि पूरे ग्रुप 17 को देखिए इसका मिनिमम देखिए यह मिनिमम जो ग्रुप 17 का मिनिमम है वह इसके ग्रुप 16 के मैक्सिमम ग्रुप 16 का मैक्सिमम मैक्सिमम ऑफ ग्रुप य है ना ग्रुप 16 का मैक्सिमम सल्फर का होगा थर्ड पीरियड वालो का ज्यादा होता मैक्सिमम ऑफ ग्रुप 16 ठीक है व छोटा है मिनिम ऑफ ग्रुप 17 से ठीक है यहां वैल्यूज देख रहे हैं पॉजिटिव मींस धक्के से और इनमें पता है यह पूछा जा चुका है यह वैल्यूज पूछी जा चुकी है कंपेयर करने के लिए दे दिया गया तो इसमें क्या ध्यान रखना है हीलियम की आय एजी हमने देखी थी सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉन गन एल्पी सबसे कम छोटा साइज है राइट धक्के से देने में नियोन का सबसे ज्यादा है आर्गन क्रिप्टन ऑलमोस्ट सेम है ठीक है तो यह केयर करेंगे एक और बेहतरीन बात देख रहे इनकी वैल्यू अल्कली मेटल्स की नेगेटिव है जो बताता है इनके अंदर भी इलेक्ट्रॉन गेन करने की टेंडेंसी है कोई बोले कि अरे यह कैसे हो सकता है अल्कली मेटल्स तो हमेशा इलेक्ट्रॉन लूज करते हैं ना हमेशा नहीं समझे बहुत इंटरेस्टिंग है इसे हम यहां पर लिख देते हैं कि अल्कली मेटल्स नेवर गेन इलेक्ट्रॉन इ मिसकनसेप्शन समझे कैसे दे गेन इलेक्ट्रॉन इन आइसोलेटेड गैसियस स्टेट ऐसे कैसे आइसोलेटेड गैसेस स्टेट में कैसे दिख तो रहा है एनर्जी इलेक्ट्रॉन गन एल्पी नेगेटिव का मतलब क्या है खुशी खुशी इलेक्ट्रॉन गेन कर रहे हैं डाउन द ग्रुप वो वैल्यू डिक्रीज कर रही है छोटे हैं तो ज्यादा अट्रैक्ट कर रहे बड़े है तो कम अट्रैक्ट कर रहे हैं राइट ये बेहतरीन पॉइंट सारे के सारे कवर कर दिए हमने चका चक अब देखते हैं फॉलोइंग प्रोसेस इ ए अब्जॉर्प्शन ऑफ एनर्जी ए अब्जॉर्प्शन का मतलब होता है एंडोसर्जरी होगी पता है हमें - 349 इलेक्ट्रॉन गेन एंथल होता है यहां रिपल्शन होगा जहां जहां रिपल्शन देखिए जहां रिपल्शन दिख गया समझ जाइए प्रोसेस एकदम शर डेल्टा एच पॉजिटिव य यही पूछा गया तो यही आंसर होगा ग्रुप 16 एनर्जी रिलीज होती है सल्फर के केस में ग्रुप 16 में मैक्सिमम वैल्यू एनर्जी रिलीज होती है य अबाउट 146 एनर्जी रिलीज होती है इन सबके केस में इसमें इसमें इसमें ए बीडी डेल्टा एच नेगेटिव है इसके केस में पॉजिटिव यही आंसर ठीक है बिलकुल द ऑर्डर ऑफ इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी अगर ऑर्डर पूछा गया है तो हम बाय डिफॉल्ट मैग्नी लेंगे सल्फर का सबसे ज्यादा यहां यहां काट दो ऑक्सीजन सबसे कम हो गया बीच में सेलेनियम आ गया सेलेनियम के अलावा टेलरिया पोलोनियम सब होते हैं सब बीच में आ जाता है ऑक्सीजन लास्ट में जाता है बहुत पूछा गया इस क्वेश्चन को मोस्ट रिपीटेड क्वेश्चन में से एक वन ऑफ द मोस्ट रिपीटेड इन जेमन ठीक है बिल्कुल और बताइ फ स्टेटमेंट इ करेक्ट बड़ा प्यारा क्वेश्चन है देखिए देखता न पॉजिटिव फ एमेंट्स पता है कौन नट गस सेकंड इलेन लवेज रि पॉजिटिव फॉर ल द एलिमेंट्स देखिए इसको ना रेफरेंस में लीजिए ऐसे मान लीजिए न्यूट्रल स्पेश है ए माइनस बना अब a माइनस को इलेक्ट्रॉन देने गए ना अगर तो रिपल्शन ही होना है तो हमेशा यह एंडोमोटर हैं आप किसे के प्लस को लेकिन आप आयनाइज कर रहे हैं किसे के को तो परफेक्ट है इसका आयनाइजेशन इसका इलेक्ट्रॉन गेन है और वो माइनस हो जाएगा सही है सारे ऑप्शन सही है ठीक है इसी में तो काम किया था हमने कांसेप्चुअली द एंड क्योंकि यह हलवा है अ इलेक्ट्रोनेगेटिविटी भी इलेक्ट्रॉन खींचने की टेंडेंसी है गेन करने की टेंडेंसी लेकिन क्या डिफरेंस इसका इलेक्ट्रॉन गेन एंथा से डिफरेंस ये है कि इलेक्ट्रॉन गेन एंपी आइसोलेटेड गैसियस स्टेट में होता और यह बॉन्डेड स्टेट में होता है तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी को ना डिफाइन ऐसे करते हैं कि टेंडेंसी ऑफ बॉन्ड एटम्स टू अट्रैक्ट बॉन्ड पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन डेफिनेशन के रूप में टेंडेंसी ऑफ बॉन्डेड एटम्स टू अट्रैक्ट बॉन्डेड पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन बस आप एक बॉन्ड बनाइए दो एटम के बीच में बॉन्डेड पेयर बॉन्डेड पेयर ऑफ एटम्स बॉन्डेड पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन तो यह बॉन्डेड पेयर ऑफ एटम्स की जो टेंडेंसी है इस बॉन्डेड पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन को अट्रैक्ट करने की वह इलेक्ट्रोनेगेटिविटी है समझे अब इस इलेक्ट्रो नेगेटिविटी के बारे में कुछ बातें सुन लीजिए देखिए अगर टेंडेंसी कम है इलेक्ट्रॉन गेन करने की इस बॉन्डेड पेयर को खींचने की टेंडेंसी कम है तो क्लाउड कम दिखाई देगा जिधर ज्यादा दिखाई देगा उधर आप डेल्टा माइनस लिखेंगे जिधर ज्यादा जिधर कम दिखाई देगा उधर डेल्टा प्लस कहेंगे दो पोल्स बन गए दो पोल्स बन गए पॉजिटिव एंड नेगेटिव पोल्स डेल्टा प्लस और डेल्टा माइनस है पॉजिटिव चार्ज नहीं है पार्शियल पॉजिटिव बट पोल तो पॉजिटिव कहलाएगा यानी कि जिधर डेफिसिट पोल कहलाता है तो एक डाइप का फॉर्मेशन हो गया ना अब इस डाइप की क्या पावर है क्या स्ट्रेंथ है वह मेजर होती है किससे डाइप मूमेंट से आप केमिकल बॉन्डिंग में इसको टच करेंगे इस पॉइंट को डपोल मोमेंट क्या बताता है यहां पर इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का डिफरेंस और स्ट्रेंथ मोमेंट मतलब स्ट्रेंथ ठीक है यह फार्मूले एनसीआरटी के है नहीं तो चिल कीजिएगा थोड़ा शो ऑफ के लिए है कि अब थोड़ा सा यार दिखावा तो करेंगे ना हम बिल्कुल नहीं यह इसलिए दिखा रहे है क्योंकि मुझे रोस्ट करना है कि अगर आप यह सब चीजें नोटबुक में लिख करके घूम रहे हो और बहुत हीरो बन रहे हैं कोई काम का नहीं खत्म हो चुके रिवेंस पॉलिंग स्केल में एसटी ने भी कोई इतनी हिम्मत नहीं की कि पूरी बॉन्ड बॉन्ड एनर्जी की बेसिस कैलकुलेशन पूरे पॉलिंग स्केल का मैं दिखा रहा इसलिए क्योंकि ज एडवांस के बेसिस प इतना कांसेप्चुअली याद रखिए कि पॉलिंग स्केल में जो भी कैलकुलेशन पॉलिंग स्केल तो एनसीआरटी में है ना तो पॉलिंग स्केल का जो भी डिस्कशन है वो बॉन्ड एनर्जी के बेसिस पर है दो एटम के बीच में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का जो डिफरेंस है वह बॉन्ड एनर्जी पर डिपेंड करता है कि वह एटम्स क्या स्ट्रेंथ रखते हैं अपने बॉन्ड्स की उससे निकाला गया है फार्मूला याद रहे या ना रहे तो भाव भी नहीं दे रहा फॉर्मूले को कितना है भी नहीं मलकें से स्केल एवरेज होता है इलेक्ट्रॉन एफिनिटी उठा लीजिए यानी कि इलेक्ट्रॉन गेन एंथैल्पी का मैग्नी और आयने एनर्जी दो से डिवाइड कर दीजिए ठीक है यह जो वैल्यू आपको दिखाई दे रही है यहां पर इलेक्ट्रोनेगेटिविटी की रटने मत बैठ जाइएगा याद रखिएगा बस एल्किल मेटल का वन से कम होता है और हैलोजन का टू से ऊपर होता है 2.2 ना माना जाता है कि ये वो वैल्यू है जो कि हाइड्रोजन के आसपास होती है हाइड्रोजन की 2.1 के आसपास मानते हैं हाइड्रोजन की 2.1 तो हैलोजन की 2.1 से ज्यादा आपको दिखाई देगा के अल्कली और एल्कलाइन अर्थ मेटल जितने भी मेटल्स है उनकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी हाइड्रोजन से भी नीचे है यह टेबल के बजाय जो टेबल मैं यहां पर बना रहा हूं वो पूरी केमिस्ट्री में आप यूज करते रहोगे और ए करते रहोगे यह ध्यान रखो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का जो सबसे इंपॉर्टेंट यूज आप करते हो अपने सिलेबस में व है नेचर ऑफ ऑक्साइडस को समझने तो अगर मैं बात करूं सबसे काम का जो ऑर्डर होगा आपके लिए व यह होगा देखिए सबसे काम का इलेक्ट्रोनेगेटिव टेबल सबसे काम का इलेक्ट्रोनेगेटिव टेबल सबसे काम का इलेक्ट्रोनेगेटिव टेबल इलेक्ट्रोनेगेटिविटी टेबल पूरी केमिस्ट्री में हमेशा काम आएगा इतना करने की कोई जरूरत नहीं है चुपचाप इस बात पर ध्यान दीजिए कि आपने फ्लोरीन टॉप पर रखना है एओ ये आपके टॉप थ्र एलिमेंट है नाइट्रोजन के क्लोज में क्लोरीन आने की कोशिश करता है टॉप फोर एलिमेंट्स हो गए इसके बाद ये लगाइए टंगी टंगी टंगी टंगी टंगी जितने टंगी लगाना लगाइए बट उसके बाद फिर फास्फोरस लिखिए हाइड्रोजन लिखिए और मेटल लिखिए हो गया काम आपका कितने ही क्वेश्चन बन जाएंगे देखिएगा याद रखिएगा इस क्वेश्चन में जब यूज करेंगे तब बात करेंगे आपसे तो एओ एन सी एल पीएच मेटल बहुत काम का है एप्लीकेशन करेंगे समझ में आएगा मेटल की इलेक्ट्रोनेगेटिविटी हाइड्रोजन से कम है अगर हाइड्रोजन और मेटल को जोड़ेंगे तो मेटल इलेक्ट्रॉन देगा हाइड्रोजन को तो मेटल हाइड्राइड में हाइड्रोजन एक्सेप्ट करता है इलेक्ट्रॉन हाइड्रोजन तो हमेशा लूज करता है बट मेटल के हाइड्राइड्स में हाइड्रोजन गेन करता है इलेक्ट्रॉन समझे साइज और इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ठीक वैसे ही ट्रेंड रहेगा जैसे कि इलेक्ट्रॉन गेन एंथल का था साइज अगर ज्यादा है तो इलेक्ट्रॉन अट्र क्ट करने की टेंडेंसी कम है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डेफिनेटली कम है ठीक है इवर्स का रिलेशन ए से अट्रैक्टिव फोर्स फिर अगर जड इफेक्टिव ज्यादा है ना तो इसका मतलब होता है कि अट्रैक्टिव फोर्स ज्यादा और अट्रैक्टिव फोर्सेस अगर ज्यादा है तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ज्यादा य पॉइंट समझे ओके परसेंटेज एस कैरेक्टर ये बॉन्डिंग में हम पढ़ेंगे कि कैसे हाइब्रिडाइज्ड को खींचने की टेंडेंसी कम होते जाती है क्योंकि ए सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल क्या होते न्यूक्लियस के क्लोज होते हैं तो क्लोजर टू द न्यूक्लियस वाली बात कम होते जा क ऑर्बिटल कम होते जा रहा है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिक्रीस करते जाती है यह अभी नहीं समझ में आए कि य क्या है 11थ वाले टेंशन नहीं लेना बस याद रखना कि हा ए सब ऑर्बिट के ऑर्बिटल अगर कम यूज हो रहे हैं कम प्रेजेंट हो रहे हैं तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी कम इसलिए हो जाएगी क्योंकि ए है ना क्लोजर टू द न्यूक्लियस होता है ना और न्यूक्लियस के क्लोज जितना रहेंगे रि एक्टिव फोर्सेस उतना ज्यादा इसलिए ऐसा बोला जा रहा है समझ ग इतना ध्यान रखिए क्योंकि अच्छा पॉइंट है ना ये तो इलेक्ट्रो नेगेटिविटी का ट्रेंड आप देख रहे हैं ना साइज छोटा होगा लेफ्ट से राइट इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी वाला ट्रेंड है राइट इलेक्ट्रॉन गेन एंथल पी वाला ट्रेंड यस ठीक है डन करेक्ट ऑर्डर ऑफ द इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ऑफ एओ ए एंड प ए है ओ है एफ है यह दिखाई दे रहा है कि हम चले ऐसे यहां है फास्फोरस आपको क्या बोला था कि आप अपने इस टेबल को याद रखिएगा एओ सी एल टंगी टंगी टंगी टंगी पी एच मेटल बन गया फास्फोरस सबसे नीचे देन नाइट्रोजन देन ऑक्सीजन देन फ्लोरीन डन बताइए आ जा भाई आ जा आ एकदम चकाचक ठीक है ठीक है ठीक है ठीक एलुमिनियम की इलेक्ट्रोनेगेटिविटी किसके जैसे होगी तो इसको थोड़ा सा आप ऐसे कैच कीजिए हां ठीक है कुछ याद आ रहा है बताइए हां देखिए तो कितने लोगों को पता है कि ऐसा कुछ होता है ऐसा कुछ होता है इसको बोलते हैं तिरछी निगाहे तिरछी निगाहें हिंदी वर्जन है किसका डायगोनल का डायगोनल रिलेशनशिप जब ब्लॉक की केमिस्ट्री पढ़ते हैं तो हम यह पाते हैं कि इस तरह से जो रखे हुए एलिमेंट्स है कहां गया जी वह डायगोनल रिलेशनशिप में होते प्रॉपर्टीज काफी मैच करती तो स्पेशली अगर पूछा जा रहा है कि किसकी प्रॉपर्टी मैच करेगी एलुमिनियम से तो बेरिलियम की राट ठीक है वही डायगोनल रिलेशनशिप के बारे बताएंगे इलेक्ट्रोनेगेटिविटी के एप्लीकेशन की बातचीत कर रहे हैं तो सबसे पहले मेटलिक एंड नॉन मेटलिक कैरेक्टर देखिए इलेक्ट्रोनेगेटिविटी अगर ज्यादा है ना सीधी बात नॉन मेटल्स आपने टॉप में किसको रखा था फ्लोरीन को ऑक्सीजन को नाइट्रोजन को तो नॉन मेटलिक कैरेक्टर ज्यादा होगा मेटलिक कैरेक्टर कम हो जाएगा तो लेफ्ट से राइट जाते हैं तो नॉन मेटलिक कैरेक्टर बढ़ता है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बढ़ती है डाउन द ग्रुप जाते मैटालिक करैक्टर बढ़ता है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी कम हो जाती है करेक्ट सब च चीज अच्छे क्वेश्चन तो पीछे थे आ एनर्जी और इलेक्ट्रॉन गल्पी डिटेल तो हमने शुरू से आखिर तक सब कुछ पढ़ा है राइट ठीक है बंड एनर्जी एंड इलेक्ट्रो नेगेटिविटी डिफरेंस तो हमें पता है कि अगर इलेक्ट्रो नेगेटिविटी का डिफरेंस ज्यादा है समझे तो उसका मतलब हो जाता है ना कि पॉजिटिव और नेगेटिव पोल बहुत अच्छे से बन कर के तैयार होंगे देखि जैसे ए और सील से कहीं ज्यादा स्ट्रांग बॉन्ड ए और एफ में होगा इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का डिफरेंस ना हमेशा बॉन्ड के स्ट्रेंथ को बढ़ा करके रखता है क्यों क्योंकि आयनिक बॉन्ड वाला कैरेक्टर आने लगता है अगर आप मेटल लगा दे तो वह इलेक्ट्रॉन और इली दे देगा आयनिक कैरेक्टर आ जाएगा हाइड्रोजन के नीचे कौन होता मेटल होता है आप अगर दूसरे साइड से इलेक्ट्रोनेगेटिव एटम और स्ट्रांग कर दे तो डिफरेंस बढ़ जाएगा इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का आयनिक कैरेक्टर बढ़ जाएगा बंड की स्ट्रेंथ बढ़ जाएगी ठीक है इसलिए डर दिखाया गया इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिक्रीज कर रही बंड की एनर्जी डिक्रीज कर रही पुराने जमाने में य वाला फार्मूला पढ़ते थे आज के टाइम पर य शो ऑफ मैं इसको कांसेप्चुअली यूज कर सकता हूं एक बात समझाने के लिए या स्मिथ वाला फार्मूला कि आप देख रहे इस फार्मूले से ये तो समझ में आ रहा है कि परसेंटेज आनिक कैरेक्टर इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिफरेंस पुराने जमाने में फार्मूला एकदम पढ़ते ही पढ़ते थे एनसीआरटी का पटनम चिल करते हैं एकदम बहुत कुछ पूछने को एनसीआरटी की तरफ से और भी डाटा वगैरह भी डिस्कस करते थे कि देखो इलेक्ट्रोनेगेटिव डिफरेंस अगर 2.1 को क्रॉस कर रहा है तो यानी कि आयनिक कैरेक्टर 50 पर से ज्यादा है और अगर लेस दन 2.1 है तो 50 पर से कम है और तब कोलें बॉन्ड का नेचर डोमिनेट करेगा अगर 50 पर से ऊपर है नेचर आयनिक बॉन्ड का तो एक्चुअली वो आयनिक बॉन्ड कहलाने के लायक है अब ये क परसेंटेज आयनिक कैरेक्टर 50 को क्रॉस करे तब तो वो डोमिनेट करेगा नहीं कर रहा है तो नहीं कोवलेंको के नेचर को भी दिखा देते थे डिफरेंस ऑफ इलेक्ट्रोनेगेटिविटी से ये सब चीजें आज के टाइम में इंपोर्टेंट है नहीं आज के टाइम पे तो ऐसे डिस्कस कर देते हैं ए ऑक्साइड वैसे ही जो है आपको बहुत पूछा जाता है तो वैसे ही सब ध्यान में रख जाते हैं समझे ब z ए पीबीओ यह सब नव के फार्मूले वाले फिर आते हैं sno2 भी है पब प2 भी है यह भी एंफोटेरिक है फिर आते 23 वाले al3 c23 h23 s23 ऐसे ही हो गे 1025 सेपरेटली सब एमफ ऑक्साइड इसलिए लिख दिया क्योंकि बहुत पूछे जाता है बहुत पूछे जाते है हर एक दो एग्जांपल तो पूछ ही लेते हर साल ज तो एफिक ऑक्साइड वेरी वेरी इंपोर्टेंट मार्क कर दिया ऐसे दिखा आज के टाइ मतलब ऐसे ही यूज बहुत है इनके बहुत रिपीटेडली पूछ रहे होते हैं ये सब चीजें नहीं पूछते हैं कहीं भी बट ये भी एक तरीका है कंपेयर करने का कि क्या करेंगे कि ऑक्साइड है तो एक एटम तो ऑक्सीजन होगा ना दूसरा जो भी है दूसरे एटम का और ऑक्सीजन के बीच का इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिफरेंस अगर 2.3 को क्रॉस कर रहा है तो दैट मींस बेसिक ऑक्साइड समझे ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है और इधर मेटल है इसका मीनिंग ये निकलने लगता है 2.3 है तो एंफेटिक जैसा बिहेव करेगा 2.3 से कम है तो दैट मींस के समझ जाइए कि इधर नॉन मेटल लगा हुआ है और नॉन मेटल है तो एसिडिक ऑक्साइड समझे लिख भी दे रहा हूं मैं कि आप इसको ऐसे लीजिए कि इधर नॉन मेटल ही है एमेटिक तो जानना ही जरूरी है क्योंकि नहीं जानेंगे तो ऐसे ही आप फस रहे होंगे अगर सिर्फ मेटलिक और नॉन मेटलिक वाला फंडा यूज कीजिएगा तो इसलिए इनको जानना जरूरी है बहुत इंपोर्टेंट है गिवन बिलो आर द ऑक्साइडस नंबर ऑफ एम फोटिक ऑक्साइडस h2o 3 है na2o बेसिक हो गया मेटल का है है ना देखिए न्यूट्रल भी ध्यान में रखिए क्योंकि क्वेश्चन जेई मेन वाला ही है पवा क हैय सब तो न्यूट्रल कौन-कौन से होते हैं नाइट्रोजन के दोनों n2o और ए कार्बन का कार्बन ऑक्साइड और वाटर वाटर तो काउंट किया ही जाएगा ठीक है तो n2n ये न्यूट्रल और इधर जो लिखे एम फोटिक हो गया इनसे सारे क्वेश्चन बन जाएंगे यहीं से आप पकड़ लीजिए ये n2 और एओ न्यूट्रल हो गया वो बेसिक हो गया यह एमफ ट्रिक था यह तो cl2o से क्या एसिडिक है नॉन मेटल का ऑक्साइड है भाई और एक दूसरा भी तरीका है पता है अगर मान लीजिए कि आपने वाटर में डिजॉल्ड्रिंग समझे यह भी एक तरीका है एसिडिक ऑक्साइड प्लस वाटर इल ू एसिड होता है बेसिक ऑक्साइड प्लस वाटर क्या दे देगा बेस na2 उठाइए प्लस वाटर कर कर दीजिए ए है बेस बन गया इसीलिए ऐसा लिखा जाता है ट करेक्ट डिक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ द मेटलिक कैरेक्टर मेटलिक कैरेक्टर डिक्रीज कराइए तो नॉन मेटल चूज कीजिए ना देखिए सबसे ज्यादा मेटलिक फिर उससे कम मेटलिक अ ये क्या कर रहे हैं नॉन मेटल से स्टार्ट ही कर दिया या मेटल वाइड से स्टार्ट कर दिया और बेरिलियम के बाद ने रख दिया बताइए ही मचाई हुई है सोचने की जरूरत है आपको बता मैटालिक कैरेक्टर की बातचीत कर रहे थे हा इसमें पूछा जा रहा है कि बताइए कौन सा जो है व इनकरेक्ट होगा कर लेंगे आप सारी चीज आपको पता ही है होमवर्क डाल इसका आंसर कमेंट में डाल दीजिए होमवर्क कमेंट कीजिए आंसर राइट कितने सॉल्व करवाए ठीक है डन है ना बताइए ठीक है यह आपके अगर कोई जानने वाले अगर सीनियर हैं जो कि कोई अच्छा बैच ढूंढ रहे हैं ड्रॉपर्स का तो अब इससे अच्छा क्या हो सकता है आपके सारे फेवरेट टीचर है बता दीजिएगा ठीक है तो थैंक यू बोलने से पहले आपसे कह दे कि भाई देखिए कोई भी बात होगी और पूछनी है आपको कमेंट्स में जरूर पूछिए राइट बाकी काफी देर हो गया आई थिंक सा हो गया है 11:30 हो गया तो हमने ऑलमोस्ट स्टार्ट कितने बजे से किया था 4 बजे के आसपास से स्टार्ट किया था हा तो 8 घंटे के आसपास पढ़ा भी तो बहुत प्यार प्यार से बहुत प्यार प्यार से पढ़ा हर एक चीज को बहुत प्यार प्यार से पढ़ा है राइट अब इतने प्यार से पढ़ा है तो इतना तो बनता है कि लाइक फोड़ करके कीजिए तो सेशन को लाइक जरूर कर दीजिएगा लाइक नहीं कीजिएगा तो बाप लगता है मोटिवेशन कैसे आ जाएगा तो सेशन को लाइक जरूर कीजिए और जब आप इतना मोटिवेट करते हैं दुआए जो आपको लगती है रैंक अच्छी होती है भाई सेशन को लाइक कीजिए बहुत इंपोर्टेंट एंड रिवीजन कीजिए रिवीजन से रैंक आती है तो यह टारगेट आपको दे रहे हैं रिवीजन से ही रैंक आती है टारगेट कि आप एक रिवीजन ना 48 आवर्स के अंदर प्रॉमिस करके जाइएगा भाई ठीक है प्रॉमिस कर लीजिए यह कर दीजिएगा ओके 48 आवर्स में एक रिवीजन तो बनता है ठीक है बाकी कुछ भी पूछना हो कमेंट्स है ना डाल दीजिए लाइक कर दीजिएगा और थोड़ा एनर्जी दिखाइए टेक के बाय लव यू सो मच केएफसी का मतलब होता है कूल एंड फोड कांसेप्ट नेक्स्ट चैप्टर हम करेंगे केमिकल बॉन्डिंग चलिए बा बाय टेक केयर