अजीत डोभाल: भारत का जेम्स बॉण्ड
परिचय
- नाम: अजीत डोभाल
- पद: नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA)
- उम्र: 77 साल
- प्रसिद्धि: इंडिया के टॉप स्पाई मास्टर, मास्टर सुपर कॉप, 21वीं सदी के चाणक्य
- सम्मान: कैबिनेट रैंक के मिनिस्टर
प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 20 जनवरी, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड
- परिवार: फौजी परिवार में जन्म; पिता मेजर
- शिक्षा:
- स्कूली शिक्षा – इंडियन आर्मी स्कूल, अजमेर मिलिट्री स्कूल
- कॉलेज – यूनिवर्सिटी ऑफ आगरा से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स
- प्रारंभिक करियर: 22 की उम्र में UPSC पास कर इंडियन पुलिस सर्विस ज्वाइन की
करियर की शुरुआत
- पहली पोस्टिंग: 1968, केरल में ASP के पद पर
- थालासरी गांव में दंगे:
- हिंदू-मुस्लिम दंगों को शांत करने में सफलता
- केरल से दिल्ली केंद्रीय सेवा में स्थानांतरित
- इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में योगदान: 7 साल के पुलिस सर्विस के बाद
प्रमुख मिशन
मिजोरम मिशन
- समय: 1970 का दशक
- समस्या: मिजो नेशनल फ्रंट का सेपरेटिस्ट मूवमेंट
- रणनीति: Laltenga के सात कमांडर्स को अपने पक्ष में किया
- परिणाम: मिजोरम मूवमेंट समाप्त, प्रेसिडेंट पुलिस मेडल प्राप्त
सिक्किम इंटिग्रेशन
- रणनीति: चाणक्य नीति
- परिणाम: सिक्किम को भारतीय संघ में शामिल करना
ऑपरेशन ब्लैक थंडर
- समय: 1988
- स्थान: गोल्डन टेंपल, अमृतसर
- रणनीति: रिक्शा वाला बनकर मिलिटेंट्स की जानकारी इकट्ठा की
- परिणाम: गोल्डन टेंपल मिलिटेंट्स से मुक्त करना
पाकिस्तान मिशन
- समस्या: पाकिस्तान का न्यूक्लियर प्रोग्राम
- रणनीति: भिखारी का भेष लेकर न्यूक्लियर रिसर्च सैंटर पहुँच गए
- परिणाम: न्यूक्लियर प्रोग्राम की जानकारी इकठ्ठी की
कश्मीर
- समय: 1990
- समस्या: कश्मीर मिलिटेंसी
- रणनीति: पाकिस्तानी एजेंट को भारत की ओर मैनिकुलेट किया
- परिणाम: कुका परी एमएलए के रूप में चुनाव जीते
IC-814 हाइजैकिंग
- समय: 1999
- रणनीति: आतंकियों से सफल बातचीत
- परिणाम: सभी पैसेंजर को सुरक्षित वापस लाना
पोस्ट रिटायरमेंट
- सेवानिवृत्ति: 2005 में आईबी के डीजी के पद से
- अन्य योगदान:
- पॉलिटिक्स, अकादमी, नेशनल सिक्योरिटी
- विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन की स्थापना
- NSA नियुक्ति: 2014 में पीएम मोदी द्वारा
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ
- इराक आईसीएस: भारतीय नर्सेज की सुरक्षित वतन वापसी
- उड़ी और पुलवामा हमले: रेस्पॉन्सिबल फॉर सर्जिकल स्ट्राइक
- विंग कमांडर अभिनंदन: अमेरिकी दबाव से सुरक्षित वापसी
निष्कर्ष
अजीत डोभाल की वीरता, चतुराई और साहस ने हर मिशन में सफलता दिलाई। उनकी कहानी रोमांच और प्रेरणा से भरी है, जिससे उनकी रणनीतिक बुद्धिमत्ता और राष्ट्र समर्पण का पता चलता है।