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SN1 रिएक्शन के नोट्स

हलो बच्चों, क्या आई चाल? तो आज न्यूक्लियो फिलिक्ट सब्सिटूशन का सिकेंड लिक्चर हम लेकर आए हैं और रियाक्शन मेकानिजम की एक बहुत ही खुबसूरक सी सीरीज चल रही है न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिटूशन पे हम एक लेक्चर कर चुके है जो की था लीविंग ग्रोप अगर आपको वो देखना हो तो यूटूब पे टाइप करेंगे न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिटूशन जी ओ वन फिजिक्स वाला आज हम पढ़ने जा रहे हैं सन वन रियाक्शन बहुत इंपोर्टेंट है ये सन वन रियाक्शन अब जो निकलोफिलिक सब्स्टिट्यूशन होता है वो कई तरह का होता है उसमें से दो बहुत ही इंपोर्टेंट हैं एक है SN1 एक है SN2 तो आज हम SN1 पढ़ने वाले हैं किस किस तरह से हो सकता है और उसमें से SN1 आज इन डिटेल पढ़ेंगे ठीक है तो आप वो गलती मत करना कि SN1, SN2 का लाइन खीच के डिफरेंस पढ़ लिया वैसे मत करना पूरा डिटेल में SN1 पढ़ो डिटेल में से नियुक्त करें और सब्सक्राइब करें और आपके दिमाग में जितनी भी गलत चीजें हैं वह आज के लेक्शन में क्लियर हो जाएगी जैसे कई लोग को याद होगा पढ़ा यदि आपने कि एसेन वन में रेजिमिक मिक्सचर बनता है तो मैं ऐसा प्रूफ करूंगा कि यह जरूरी नहीं है कि ऐसे नुई में रेजिमिक मिक्सचर बने बहुत से इंपोर्टेंट बातें आज आपसे हम इस जाते हैं सब यहाँ पर मैं कवर करूंगा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है से ज्यादा मटीरियल और कहीं नहीं मिलेगा तो मेरा नाम है अलग पांडे हमारा आपका प्यारा सा चैनल फिजिक्स वाला चलो भाई नोट्स बनाने नूक्लियो फिलिक सब्सिटूशन नूक्लियो फिलिक सब्सिटूशन न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिटूशन तो क्या था ऐसा सब्स्टिटूशन जिसमें कोई न्यूक्लियोफाइल न्यूक्लियस का लवर पॉजिटिव चार्ज का लवर कमपाउंड के अंदर आए मान लो ये कोई कमपाउंड है RX और इस कमपाउंड में से X बाहर निकल जाए और बाहर निकल गया X- तो NU-अंदर आया, X-बाहर गया, मतलब substitution हुआ, किस चीज़ का substitution हुआ, nucleophile का, एक nucleophile अंदर आया, ये भी एक nucleophile होगा, जो बाहर गया, जो बाहर गया, उसको हम बोलते हैं leaving group, क्या बोलते हैं, leaving group, यह कोई अलकाईल हैलाइड हो सकती है, एक्स अलकोहल हो सकता है, एक्स साइनाइड हो सकता है, कोई भी न्यूक्लियोफाइल हो सकता है जो बाहर निकलेगा यह बेसिक न्यूक्लियोफिलिक सब्सिट्यूशन एक न्यूक्लियोफाइल अंदर आया दूसरा बाहर गया अब न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिशन कई करह के होते हैं जैसे SN1, SN2, SNi, SNar कई करह के न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिशन हमें देखने हैं और भी होते हैं, NGT होता है, प्राइम होता है, हम लोग important important की बात करेंगे, SN1 और SN2 यह तो आपने सुनी रखे होगे, यह नहीं पर पहले discussion होगा, पहले दो lecture में, SN1 substitution nucleophilic, 1 का मतलब होता है unimolecular, SN2 substitution nucleophilic bimolecular, SNI substitution nucleophilic intramolecular, ट्यूल के अंदर रिएक्शन होगा से एसेड एड सब्स्टिट्यूशन न्यूप्लीयोफिलिक एरोमाटिक तो आज की लेक्चर में हम पढ़ने जा रहे हैं एसेड अगले लेक्चर में हम कवर करेंगे एसेड ठीक है काफी क्लोजली रिलेटेड है और यहीं से ज्यादा सब्सक्राइब करें तो एस एन वन लगाएं एस एन वन सब्स्टिट्यूशन न्यूप्लीयोफिलिक यूनी मॉलेकिलर लगाएं substitution nucleophilic unimolecular substitution nucleophilic unimolecular मज़ा आने वाला एटेंशन मत लो बहुत इंट्रेस्टिंग चीज़ें पता चलेगी बस जी ओ सी पढ़के रखना तभी मज़ा आएगा SN1 क्या है substitution nucleophilic unimolecular unimolecular unimolecular मजला इस reaction का जो rate determining step होगा इस reaction का जो rate determining step होगा उस step में एक ही molecule involved होगा इसलिए बोला unimolecular इस reaction है किस में? इस reaction के RDS rate determining step rate determining step, chemical kinetics में इस चीज़ पढ़ते हैं, class 12 का पार्ट है rate determining step में एक molecule involved होगा tension मत पर इस बात ज़्यादा नहीं समझना है, अंदर चलेंगे mechanism फिर ज़्यादा है एक ही molecule involved होगा, दो नहीं, इसलिए unique molecule कई लोग इसको first order reaction भी बोलते हैं first order reaction फर्स्ट आउडर रिएक्शन क्यों बोलते हैं? क्योंकि इसके RDS में एक ही मॉलिक्यूल involved होता है सेम कहानी है, वैसे तो मॉलिक्यूलारिटी जैसे यूनि मॉलिक्यूलर और आउडर आफ रिएक्शन मॉलिक्यूलारिटी यूनी मॉलिक्यूलर जैसे बोला और ओडर ओफ रियाक्शन दोनों अलग अलग चीज़े होती है यह हम केमिकल का एंडिक्स में समझते हैं फिजिकल केमिक्स्टी का पार्टे यहाँ बहुत लिना जिना नहीं मैं इतना बता रहा हूँ कि यह रियाक्शन कई स्टेप में होगा उसमें सबसे स्लोव स्टेप जो होगी सबसे स्लोव स्टेप जो होगी उसको हम बोलते हैं RDS Rate Determining Step जो सबसे slowest step होती है उसी से reaction का rate determine किया जाता है जो सबसे slowest step होगी या जो RDS होगी उसमें सिर्फ एक molecule होगा तो unimolecular और उसी के वज़े से इसका order of reaction भी one first order reaction अभी और इसमें detail में discussion करेंगे क्योंकि unimolecular इसको नहीं कहना चाहिए chemical kinetics की कुछ कहानी है अभी नहीं कहानी है ठीक है, चलिए एक example डालते हैं और उससे इसको समझते हैं, let us take one example, example लिखते हैं, hydrolysis of alkyl halide, Hydrolysis of Alkyl Halide Hydrolysis मतलब Hydro मतलब पानी Lysis मतलब तूटना Alkyl Halide का तूटना In the presence of water ये reaction होता है SN1 Note कलने फिर आदे बढ़े Seriously चलें बहुत प्यार लेक्चर है मिटाय चलिए आइए इसके example प्रदिस्पर्स करते हैं कुछ-कुछ समझ में आया है unimolecular कई step में होगा जो सबसे slowest step होगी उसमें एक ही molecule involved होगा ठीक है तो example लेंगे हम क्या लेंगे example hydrolysis of alkyl halide चलो, Hydrolysis of Alkyl Halide यहाँ पानी आएगा और Alkyl Halide को तोड़ेगा इन शॉट मान लो यहाँ पे मेरे पास R X है R X क्या होता है Alkyl Halide ठीक है R होके Alkyl Group, X होके Halide ठीक है और यहाँ पे हम जानबुझ के R 3D लेंगे यह जो से ज्यादा आप दिए अब इसके ऊपर हमने एक्शन एक टूओ का अटैक कराया थीक है वाटर का अटैक कराया तो वाटर के प्रेजेंस में यह x यहां से निकल गया और ओएच माइनस इसकी जगह आ गया आर एक्स की जगह आर ओएच आ गया क्या निकल दिया एक्स माइनस किसके साथ यहां के एक्स माइनस निकला ठीक है सब धीमे धीमे समझ में आएगी बात है और एक्स में से एक्स माइनस बाहर किया और water में से OH-यहाँ पे जुड़ गया एक nucleophile बाहर गया एक nucleophile अंदर nucleophilic substitution अब इसको SN1 क्यों बोलते हैं unimolecular क्यों बोलते हैं आइए इसका हम एक example ले लेते हैं एक example ले लेते हैं आर की चके 3 degree alkyl halide लाओ CH3 whole thrice CCL मालो मैंने ले लिया 3 degree alkyl halide और इसके ऊपर H2O का attack कैसा लिया है? 3 degree C, CH3, CH3, CH3 3 degree लिया है अब देखो क्या होगा? यहाँ से Cl बाहर जाएगा CH3 whole thrice C यहाँ जाएगा OH CL-बाहर क्या हुआ? Nucleophilic substitution alkyl halide से alcohol बना इस रियाक्शन का मेकानिजम जरा देखें और समझें इसको यूनी मॉलिकुलर क्यों बोला SN1 के मेकानिजम में दो स्टेप होती हैं स्टेप वन स्टेप वन में पहले वाला नूक्लियो फाइल बाहर निकलेगा और स्टेप वन में दूसरा वाला नूक्लियो फाइल अटाक करेगा SN1 में ये दोनों काम अलग अलग हो SN2 में दोनों एक साथ SN1 में पहले स्टेप में एक न्यूब्यूटियो फाइल बाहर जाएगा CH3, Whole Thrice, C, CLO, BRO, IO, FO, X कोई भी हर जाएगा तो पहले स्टेप में यह CL-बाहर निकलेगा क्या बनेगा मेरे पास? C, CH3, CH3, CH3+, बोलो सही है C, CH3, CH3+, मतलब कारबो के टाइम तो यह step 1 को हम formation of carbocation कह सकते हैं formation of carb यानि SN1 में जो intermediate होगा वो carbocation होगा क्या होगा? carbo मैं पहले ही बता दूं इस reaction कि step 1 ही slowest step होती है और इसलिए यह rate determining step भी होती है देखियो इस step में कितना molecule reactant का involved है सिर्फ एक इसलिए unimolecular इसलिए first order reaction बोला अच्छा चलो आगे बढ़ते हैं step number 2 स्टेप 2 में उस कार्बो केटाइन के उपर नया न्यूक्लियो फाइल अटाक करेगा तो C, CH3, अभी बहुत सवाल बनेगे अंदर टेंशन मतलब मैं ऐसे लिख रहूं इसको CH3, होल थ्राइस, C+, और इसके उपर अटाक किया H2O यहाँ पे H2O as a solvent भी behave कर रहा है, as a nucleophile भी behave कर रहा है, हो सकता हो यहाँ कोई एक nucleophile अलग से दिया होता, यहाँ नहीं दिया है, तो H2O ही solvent है, वो ही nucleophile है, तो OH-नहीं चुड़े, पूरा पूरा H2O ओक्सिजन के पास लोन पेर है वो जाके ही स्कार्बो के टैयम पर अटाक करेंगे CH3 होल थ्राइस C इससे जाके O जुड़ा H H और ये प्लस चार्ज अब कहो के ये क्या चीज है अब क्या होगा इसमें फिर से H2O अटाक करेगा इसमें फिर से H2O अटाक करेगा HOH यह H2O ले जैसा चाहो इसमें फिर से H2O ने अटैक किया अब H2O क्या करेगा यहां से H एलेक्ट्रान लेकर H प्लस के फॉर्म में आके इस ओक्सिजन से जोड़ जाएगा यानि इस H प्लस को तो बचेगा मेरे पास CH3 whole thrice COH तो दो step होगी पहले step में कार्बो के टाइन का formation होगा जो की slow step होगी जो की rate determining step होगी जिसमें एक molecule involved होगा alkyl halide का इसलिए बोला unimolecular या first order reaction second step में जो दूसरा nucleophile है वो attack करेगा attack किया उसमें देख रहा है ये species unstable है तो H plus को solvent ने खीच लिया और बचा alcohol तो भी बहुत सवाल है second step क्या है attack of nucleophile जैसे मेरा पहला सवाल यह है कि जब CL-निकल गया और ये कारों के टैन बन गया तो इस पे वापस CL-ने ही अटाक क्यों नहीं कर दिया? H2O के लोन पेर ने अटाक क्यों किया? बाई ये तो प्लस चार्ज है प्लस चार्ज को क्या चाहिए होता है नेगेटिव चार्ज तो पहले तो उसको CL-को पकड़ना चाहिए वो लोन पेर को क्यों पकड़ रहा है? समझ है तो इस तरही की बाते भी दीमे दीमे दीमे मैं डिस्कस करता हूँ जैसे यहाँ पर जो सॉल्वेंट लेते हैं वो सॉल्वेंट बड़ा ही स्पेशल सॉल्वेंट होता है इसको हम बोलते हैं पोलर प्रोटिक सॉल्वेंट क्या बो प्रोटिक सॉल्वेड क्या बोलते हैं पोलर प्रोटिक सॉल्वेड अच्छा क्योंकि कार्बो के टाइन बना है और वही सबसे स्लोइस्ट स्टेप है यानि अगर हमें दो अलकाईल हैलाइट दे दे बोले कौन जल्दी हाइड्रोलेसिस करेगा दो अलकाईल हैलाइट दे दे दोनों में ये हैलोजन सेम हो अपना लीविंग रुप दोनों का सेम हो और बोले कौन जल्दी सन1 करेगा तो आपको देखना होगा कौन ज्यादा स्टेबल कार्बो के टाइम बनाए आ रही है बात? नोट करें फिर लिखवाते हैं सारी बातें नोट करें बहुती बातें लिखवाईए नोट कर लें नोट कर लें इसके बारे में सारी बातें करनी हैं हम लोगों नोट कर लिया? मिटा दें उपर मिटा दें ओके अच्छा, अच्छा, देखो, कुछ बाते करने, लिखते जाना है, मिटाते जाना है, point number one, पहला point कि इस reaction को हम unimolecular बोलते हैं, जो की बात गलत है, बच्चों ये एक complex reaction है जो reaction एक step में ना हो chemistry में उसको complex reaction बोलते हैं और complex reaction के लिए molecularity बताना गलत होता है देखो ये molecularity होती है unimolecular, bimolecular लेकिन यह एक बार नहीं है। गलत है अगर देखा जाता हो ठीक है complex reaction में molecularity बतानी ही नहीं चलिए but SN1 वो बोल चुके है पुरानी बात उसको change तो करेंगे नहीं तो चलो उन्हें मान लिया दूसरी चीज़िस को first order reaction बोलते है first order reaction बच्चिंग ये क्या होता है रियाक्शन के RDS में रियाक्शन के RDS में जितना मॉलिक्यूल रियाक्शन करें उसको आप ओर्डर ऑफ रियाक्शन बोल सकते हो वैसे तो ये एक एक्स्पेरिमेंटल कॉंटिटी है ओर्डर ऑफ रियाक्शन एक्स्पेरिमेंटल कॉंटिटी एक्स्पेरिमेंट से पता जाता है वो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है इसको इसको पावर एक्स को, एलकाईल लाइट को, एलकाईल लाइट को इस रियाक्शन का रेट एलकाईल लाइट को डारेक्टली प्रोपोर्शन है इसकी पावर वन वन पावर लगी तो बोला फर्स्ट ओर्डर रियाक्शन पावर टू लगती तो सेकेंड ओर्डर रियाक्शन रेट इस प्रोपोर्शनल टू आरेक्स और साथ में लिख देता न्यूक्लियो फाइल इसकी पावर वन इसकी पावर वन 1 plus 1, total power किती हुई? 2, तो बन जाता second order reaction, पर ऐसा नहीं हुआ, इस reaction का rate, SN1 reaction का rate, nuclear file पे depend ही नहीं करता है, मतलब इस पे water attack करे, इस पे CN minus attack करे, इस पे OH minus attack करे, इस reaction के rate को फरब नहीं परेगा, इस reaction का rate depend करेगा सिर्फ ओ सिर्फ nature of alkyl halide, जितना इजली कार्बोकेटाइन बने, इजली कब बनेगा? जब कार्बोकेटाइन स्टेबिल हो, जिस जहां पर मैंने जानलूच कर देखो 3 डिगर या था, ताकि 3 डिगर कार्बोकेटाइन बने, जो की स्टेबिल हो, जितना स्टेबिल कार्बोकेटाइन बने, जितना अच्छा अलकाइल हैलाइट अच्छा मतलब जो बढ़िया कार्बो के टाइन बनाये 3 डिग्री ले लो बेंजाइल ले लो एलाइन ले लो जो बढ़िया कार्बो के टाइन बनाये वैसे अलकाइल हैलाइट के लिए इस रियाक्शन का रेट जाता होगा मतलब नूक्ल इसे माल में एग्जाम में सवल आया कि हाइट्रोलिसिस ऑफ एलकाइल हिलाइट हो रहा है ठीक है ये माइक का तार है मेरे शूज में चिपक रहा है तो हाइट्रोलिसिस ऑफ एलकाइल हिलाइट का सवल आया कि हमने सॉल्वेंट की कंसेंट्रेशन को डबल कर दिया और इसकी concentration को भी double कर दिया, alkyl halide की तो rate पे क्या फर्क पड़ेगा? rate दो गुना हो जाएगा, rate चार गुना हो जाएगा, rate आठ गुना हो जाएगा, या rate सिंग रहेगा इसकी concentration को भी double किया, इसकी concentration को भी double किया तो आपको समझना चाहिए कि इसकी concentration डबल हो, कम हो, rate को कोई फर्क नहीं इसकी double करोगे तो rate डबल हो जाएगा, directly proportional अगर आप इसकी concentration रूप 3 गुना बढ़ाओगे, तो rate 3 गुना बढ़ जाएगा. इसकी concentration बढ़ाओ या घटाओ, reaction को फरक नहीं पड़ेगा. यानि अगर हम low concentration आप एच टू ओ या न्यूक्लियोफाइल यूज करें तो भी हमें कोई इफेक्ट नहीं होगा जैसे बोला कि न्यूक्लियोफाइल कंसेंट्रेशन क्या कर दी तो क्या कुछ फ़र्क पड़े कोई फ़र्क नहीं यानि लो कंसेंट्रेशन आफ न्यूक्लियोफाइल में भी य पहली बात समझ दिया है, यूनि मॉलेक्यूलर क्यों बोलते हैं? फर्स्ट आर्टर का मतलब क्या है? नूक्रिफाइल की कंसेंट्रेशन से कोई फरक नहीं पढ़ना. Which is the RDS? Formation of Carbocatine. लिखो ध्यान से, Formation of Carbocatine. मतलब जो सबसे Stable Carbocatine बनाएगा, जो सबसे Stable Carbocatine है. और ये stable कार्बो केटाइन बनना चाहिए रियारेंज होके न बने आफ्टर रियारेंजमेंट नहीं, अभी रियारेंजमेंट याद है जब कार्बो केटाइन बनता है तो हाइड्राइड शिफ्ट, मिथाइल शिफ्ट, फिनाइल शिफ्ट होता है तो जो फर्स्ट कार्गो के टाइन बने, सबसे पहली बार जो कार्गो के टाइन बन जाए, वो जिसका सबसे स्टेबिल होगा, वो ही जाता सेन बन देगा, रियरेंजमेंट के बाद कोई स्टेबिल करता है, तो उससे रेट पे फरक नहीं, रियरेंजमेंट इसका RDS नहीं है, पॉस्ट करके नोट कर लो, नोट कर लिया, मिटा दो पहला पॉइंट, ओपे, चलो, तो तुम्हें molecularity समझने आई, order of reaction समझने आया, formation of carbocation RDS है, और जितना stable carbocation है, उतना ज़्यादा rate of reaction, second point, अच्छा, न्यूक्लोफाइल पर रेड डिपेंड नहीं करता, सिर्फ अलकाईलेड, सेकेंड पॉइंट रियारेंजमेंट विल टेक प्लेस रियारेंजमेंट ओफ कार्बो के टाइल टेक्स प्लेस क्या रियारेंजमेंट एक खानी आपको याग है? नेबर में ही अगर बगल में कोई हाइब्राइड हो तो हाइब्राइड शिफ्ट करके वन डिग्री से टू डिग्री, टू डिग्री से त्री डिग्री याद हैं? रियरेंजमेंट क्या करते हैं? हम ट्राय करते हैं टू फॉर्म मोर तो यह शुरू करता है, और उसको कुछ नियम है, हम यह अपने पर बना देंगे यदि आप इसके पर देखा है या अपने पर देखा है तो यह आपको यह देखना है यह आपको यह देखना है लेकिन यह विल नॉट इफेक्ट रेट रेट पे इसका कोई फरक नहीं पाएगा मिटार दे मिटार दे ओके तीसरी बार कि ये जो रियाक्शन हो रहा है अब वो बात करते हैं, यह जो reaction हो रहा है, यहां तक पहले कार्बो केटाइन बना, यह RDS हुआ, फिर क्या बोला कि rearrangement of कार्बो केटाइन होगा, ठीक है यह बात भी हो गई, अब बात मैं करता हूँ, कि यह जो कार्बो केटाइन बना, इसके पर plus charge है, तो यह CR-को क्यों नहीं खीच ले रहा, यह H2O के lone pair को क्यों खीच रहा, तो यहां बात आती है, कि solvent polar protic होना चाहिए, तो लिखें, फर्ट पॉइंट, SN1 में सॉल्वेट हम लेते हैं, Polar Protic Solved, Polar Protic Solved, देखो, Polar को आप समझते ही हो, जिसमें दो Pol हो, Protic, जिसके पास Proton हो, Proton मतलब HPS, दोनों का अपना-अपना काम है, देखो, Polar होनी से क्या होता है, Polar, पोलर होने की वजह से वो RX का बॉंड तोड़ता है पोलर होने की वजह से वो RX का बॉंड तोड़ता है भाई X बाहर निकलेगा तभी तो दूसरा निकुलेफाइन अटैक करेगा अब बात आती है प्रोटिक होने से क्या होता है इसको पहले देखियो डाई एलेक्ट्रिक प्रॉपर्टी डाई एलेक्ट्रिक प्रोपर्टी डाई एलेक्ट्रिक प्रोपर्टी डाई एलेक्ट्रिक प्रोपर्टी होती है किसी पोलर चीज का किसी पोलर चीज का आपबस में अट्रैक्शन कम करता है अट्रैक्शन है रिपल्शन को बनाओ, मतलब एलेक्ट्रोस्टाटिक फोर्स को जो एफेक्ट करें फिजिक्स की बातें आ गई न, यह नेक्स्ट नंबर 12 हो पड़ेगी यहाँ देखो क्या होगा, पार्शियल प्लस, पार्शियल माइनिस होगा वह इसके बीच की फोर्स को बदल करता है इसके बीच की फोर्स को बदल करता है नॉर्मल जो इनकी फोर्स है एयर में और अगर वाटर में डाल दो तो इनकी बीच की फोर्स 80 गुना कम हो जाता है वाटर का डाय एलेक्ट्रिक कॉंस्टेंट बोला जाता है 80 समझे बात को? समझे बात को कि क्यों पोलर होना चाहिए? क्योंकि पोलर होने से इनकी बीच की फोर्स को तोड़ देता है इनकी बीच की फोर्स को तोड़ देता है जिसकी वाज़े CL-फ्री होता है SN1 में हम प्रोटिक लेते हैं SN2 में हम अब रोटी के लेते हैं, मतलब H plus नहीं होना चाहिए, समझो ऐसा क्यों यह halogen निकल के बाहर आ गया, Cl-अब मैं कह रहा हूँ, यह सीधा सीधा attack ना करते हैं, देखो water यहाँ थोड़ी सी बदमाशी करेगा, थोड़ी सी जैसे ही यह Cl-बाहर आएगा x-को या Cl-में, water के molecules इसको घेर ले गये, water के molecules वाटर के वॉलिक्यूज इसको भी देखें और यह कर पाए अपनी प्रोटेक्ट प्रॉपर्टेक्ट के बाद देखो क्या होगा यहां एच पे थोड़ा सा प्लस एच पे थोड़ा सा प्लस ओपे माइनस एच पे प्लस ओपे माइनस एच पे प्लस एच पे प्लस एच पे प् एक घेरा बनाकर बंद कर लेंगे देखो पेट्रापिलरसील एक केज बनाकर इसको बंद कर लेंगे अब water तो solvent है water के बहुत से molecules हैं कुछ ने इसको घेरा बनाकर बंद किया बचा हुआ water का molecules जाके कार्ब के time पे attack किया तो SN1 में इसका really important that the solvent is polar polar तो दोनों में होगा चाहिए चाहिए तो तो यह इसको पर प्रोटेक्ट होना बहुत इंपोर्टेंट है प्रोटेक्ट होने से यह न्यूक्लियों फाइल को घेरा रहता है और बचा हुआ वाटर का मॉलिक्यूल जाकर अटैक फोटी सी गुंड़ा ही दिखाता है कि इसको पकड़ लो ना करते नहीं स्कूल टीवार है उसको गोले में ले लो फिर पीटेंगे है ना तो गोले में ले दिया और जाते जाके इसने काम कर लिया पोलर प्रोटिक सॉनिड और पॉजिटिव प्रोटिक मिलेंगे आपको अल्कोहल मिलेगा ठीक है इवें आपको ऐसी असिटिक असिड में मिल जाएगा, अभी आगे बहुत बात करेंगे जब compare करेंगे अभी समझ में आया, solvent कैसा बना चाहिए? polar protect, ठीक है? जैसे HOH है, जैसे C2H5OH है, जैसे CH3COOH है, basically तो यह दोनों ही use होते हैं, या यह use हो जाता है CH3OH, यह जल्दी हम use नहीं करते हैं, clear है यहाँ तक, मज़ा आ रहा है, बिटार दे इसको, तो फिर पॉइंट को एक दो तीन मिटाने जाएगा ओके डायलेक्ट्रिक प्रॉपर्टी क्या है फोर्स को तोड़ना अच्छे इसमें पानी सबसे अच्छा होता है क्योंकि पानी बहुत बढ़िया डायलेक्ट्रिक होता है अच्छे तो अलगोहल भी हो सकता है वाटर भी हो सकता है वगैरह वागैरह चौती बात करते है चौती की पास भी जो भी है ये रियाक्शन किस टेंप्रेचर पे होगा हाई टेंप्रेचर पे की लो टेंप्रेचर पे तो बच्चों उनको इसकी थर्मोडायमिक समझनी है तो हमने देखा ये रियाक्शन एक्जो थर्मिक इन नेचर है नोट माय गॉड सन1 एक्जोथर्मिक इलनेचा अब एक्जोथर्मिक क्यों हुआ देखो यहाँ पे C, CL का बॉंड टूटेगा और CO का बॉंड बनेगा यह फॉर्म होगा बॉंड के फर्म होने में एनर्जी रिलीज होती है और बॉंड के ब्रेक होने में एनर्जी देवी होती है CO बॉंड क्या होता है? More, strong होता है, इसकी बॉंड एनर्जी ज़्यादा होती है मतलब ज़्यादा अच्छा बॉंड बना, ज़्यादा strong बॉंड बना अगर आप याद हो कि एक्जोथर्मिक रियाक्शन कब फेवर होते हैं, मैंने थर्मोडानामिक्स में पढ़ाया है एक्जो थर्मिक रियाक्शन फेवर होते हैं लोग एंड पेज़न लोग एंड पेज़न यह रियाक्शन किधर जाएगा फॉरवर्ड और हाई टेंप्रेचर पर बैकवर्ड याद ली चाटलियस प्रिंसपल में भी यह पढ़ाता हम लोग ने इन अपने इक्लीबरियम में तो लोग टेंप्रेचर पर एसन वन रियाक्शन प्रिफर किया चाहता है कि इतनी बातें क्लियर हुई कार्ड पर टाइम बनेगा यूनी मॉलिकुलर रिएक्शन है बोलना नहीं चाहिए पर बोल देते हैं सॉल्वेंट पोलर प्रोटिक होना एक्जो थर्मिक है, कार्बो केटाइन जो बनेगा उसका रियरेज्मेंट करना है, पर रेट को सिर्फ उसे formation of कार्बो केटाइन से जज़ करना है, रियरेज्मेंट के बाद रेट को discuss नहीं करना है, clear है में टाइम, ओके, पाँचवा और बहुत ही important point, बहुत ही important, इस पर बहुत बहुत confused है, वो है stereochemistry of SN1, stereochemistry of SN1, ये क्या है? कि जो प्रोडक्ट बनेगा वो ऑप्टिकली अक्टिव होगा कि ऑप्टिकली इन अक्टिव होगा और कितने प्रोडक्ट बनेगे? समझो आपको देखो पहले स्टिप में न्यूक्लियोफाइल निकल गया सन2 में न्यूक्लियोफाइल नहीं निकलता सन1 में निकल गया पहले स्टिप में ही कार्बो के टाइम का हाइब्रोडाइजेशन SP2 होता था SP2 species प्लेनर होती है Trigonal planar SP2 species ऐसी होगी एक plain यह एक carbocation है एक vacant और vital होगी यह याद है अब जो एक नुक्लियोफाइल है जैसे H2O है यह H2O दो तरफ से अटाक कर सकता है इधर यहां से अटाक करें और यहां से अटाक करें मतलब ऊपर से भी अटाक कर सकता है और नीचे से भी और रियर साइड से भी देखने का तरीका है सबका पर जैसे मान लो जो CL था वो यहां से निकला है तेट्राइड्रिल आओगा ऐसे बनाओगा माल लेते हैं कि CL की relative position ऐसी कुछ थी और यह थोड़े बॉर्ण चुका है तेट्राइड्रिल यहां से CL निकला अब दो possibility है incoming nucleophile या तो वही लगे जहां से CL निकला था उसी जगे पे लगे जहां से CL निकल लिया था यहीं पे लगे incoming nucleophile या तो incoming nucleophile उसके opposite पोजीशन भी लगे, ठीक है? इससे स्टीरियो केमिस्ट्री पे फर्क पढ़ सकता है अगर ये काइरल कार्बन हो, काइरल कार्बन यात है जिसकी चारों वैलेंसी डिफरेंट होगी, अगर इसकी तीरों वैलेंसी डिफरेंट है, आने वाला ग्रूप भी डिफरेंट है, त अच्छा समझो समझो मान यह पहले थे ऑप्टिकली एक्टिव जैसे यह वाला तो नहीं है आपको देख रहा है यह कारेल कार्बन नहीं है इसके तीन वैलेंसी अलग-अलग है जिसको नहीं आ रहा है इस चीज़ अभी छोड़ दो आगे और समझाएंगे अब इसके लिए मान लो इसके तीनों वेलेंसी क्या है? अलग-अलग है और सेम है तो ये तो काइरल नहीं है मान लो काइरल होता है एक तरफ CS3 एक तरफ C2H5 एक तरफ फिनायल का ग्रूप लगा होता है एक तरफ हाइड्रोचन लगा होता है तो ये अलग-अलग है मान दो, CL इधर लगा होने से ये R configuration था, याते है? R as Rectus Sinister. अब आपने Nucleophile लगा दिया यहाँ, तो अभी भी ये R रहेगा. पर जब Nucleophile इधर से लगा दोगे, तो ये S नहीं बन जाएगा. बाए, जब उसी तरह... तरफ group attack किया तो हम बोलते है retention हुआ मतलब जो था वही रहा retain हुआ जब opposite side लगता है तो हम बोलते है inversion हुआ मतलब जो था उसका opposite तो SN1 में retention भी होता है, inversion भी होता है, provided जो alkyl halide आप ले रहे हो वो पहले से chiral ऑप्टिकली आपते हो तभी otherwise तो कोई फर्की नहीं, मालो तो इन group इसके same है तो तो कोई फर्की नहीं नहीं पड़ेगा कहीं भी लगाएगा यानि R भी बनेगा S भी बनेगा मतलब D भी बनेगा L भी बनेगा पता है ना Dextro Rotatory और Levo Rotatory किसको D किसको L कहते हैं ऐसा कोई रूल नहीं है किसी को एक को D एक को L कहते हैं जब दोनों बनते थे तो शायद जो शायद हम बोलते थे कि रेसमिक मिक्स्चर का नाम यार है रेसमिक मिक्स्चर जिसमें दोनों तो कई चकी इंटरनेट पे भी और किताबों में भी लिख दिया है कि ये रेसमिक मिक्स्चर है बट ये 100% रेसमिक मिक्स्चर नहीं है 100% रेसमिक मिक्स्चर वो होता है जिसमें 50% S हो 50% R हो पर ऐसा होता नहीं है यहां तो यह S वाला portion यानि inversion वाला portion जादा होता है this is more than 50% and this is less than 50% अब आप बोलोगे ऐसा क्यों बोलोगे और यह सब भी कहानी अंदर जाके हो रही है अगर यह कारियल होता वैसा होगा किताब में लिखा रहता है कि SN1 में रेस्मिक मिक्स्चर बनता है चलो ठीक है एक तो हरमिशा बनता नहीं है यह जितनी कहानी बता रहे हैं सारी बकवास हो जाएगे कुछ ऐसी सिचुएशन आगे हम दिखाएंगे आज कि यह भी नहीं होगा यह सब बनेगा ही नहीं दोनों आर आर बन जाएगे दो कारियल कार बन जाएगे कहानी बहुत चेंज होगी रेटेंशन वाला प्रोड़ट कम बनता है इनवर्जन वाला जाओ रीजन क्या है? यह CL-यहां से निकल तो गया है, और फिर भी यार इसके ऊपर प्लस चार्ज है, समझो, फीलिंग समझो, यार इसका आर्गन भी प्लस चार्ज है, CL-तुन्हें निकाल दिया, फिर भी उसके मन में इस प्लस चार्ज के थोड़ा बग प्यार रहेगा, मतलब य यहाँ प्रोडक्ट थोड़ा कम बनेगा यहाँ आया तो उसको रिपेल कर देगा और इस तरफ पूरी वैकेंट खाली साइड बड़ी है तो न्यूप्लिफाइजर खटाप से आया यानि इनवरिजन प्रोडक्ट इस मोर और डिटेंशन प्रोडक्ट इस लेस्स यानि ओवर आल हंडर एड परसेंट रेसिमिक मिक्स्टर नहीं बनता कौन सा ज्यादा होता है इनवरिजन समझने आया क्यों क्योंकि इधर से ये सील मांगर उसको रिपेंट करते है क्लियर है और हमेशा रेस्मिक मिक्स्टर पर बात जाती ही नहीं कई बार क्या होता है कि समझाई नहीं आगे जैसे इसको अम्बोलेटरी इनांशियोमर्स भी कह रहा है ये RS क्या बनी है? इनांशियो मस ठीक है? इनांशियोमर्स बोलते तरह है तो एक D, एक L इनांशियोमर्स आपको बात देखते हैं कि आपको बात देखते हैं कि आपको बात देखते हैं कि आपको बात देखते हैं कि आपको बात देखते हैं कि आपको बात देखते हैं कि आ� यह तो मेरी खुश किस्मती है कि मेरे थ्रू यह बात आपका पहुँची है, यह मेरी खुश किस्मती है आपकी नहीं, मेरी खुश किस्मती है कि मुझे यह रोल मिला करने को अन्सोप मतलब सो हैपी कि मेरे को यह रोल दिया बगमान ने यहाँ तक clear है जो इसको बढ़ा जाया बंदर? चलो, इसे बहुत अधिक समझा दिया गया और बहुत प्यार से समझा दिया गया अच्छा अब मर्दों में बहुत अधिक समझा दिया गया है कम ठीक है तो पहले उसके लिए समझते हैं factors which affect rate of assemble देखो वो जो था ना क्या था stereo chemistry, R, S, retention, inversion सब आएगा भी सवाल कराएंगे पहले भी ये समझो दिमे दिमे चलते factors which affect rate of assemble तो सबसे पहला factor है nature of alkyl halide अच्छा क्यों? भाई साहब जैसा Alka-Alyte होगा, वैसा ही Carbocatine बनेगा कैसा Carbocatine चाहते होगा? Most stable जितना stable होगा, उतना ज्यादा SN1 सबसे stable Carbocatine 3 degree होता है वैसे तो Benzyl होता है, Cycloprotein, अभी simple हाल के बुलके में 3 degree, 2 degree, 1 degree मतलब सबसे ज्यादा SN1 यह करेगा उसके बाद यह करेगा, उसके बाद यह करेगा, और उसके बाद यह करेगा, बोलो सही है, यहां से x-निकलेगा, 3 degree कार्बो के टाइम, x-निकला, 2 degree कार्बो के टाइम, x-निकला, 1 degree कार्बो के टाइम, x-निकला, मिथाय कार्बो के टाइम, यह भी 1 degree है, उससे कम शेट करे� यह अपना है कार्बोकेटाइन 3 डिग्री ज्यादा स्टेबिल होता है फिर 2 डिग्री फिर वाल डिग्री तो पता है कार्बोकेटाइन की स्टेबिलिटी ओर नहीं पता है तो आपको लेक्चर दिखना पड़ेगा स्टेबिलिटी ओफ कार्बोकेटाइन फिजिक्स वा पूरा डिटेल लेक्चर है पूरा इतनी डिटेल में मतलब मैंने कार्बो के टाइम का लेक्चर किया था इसमें कार्बो के टाइम क्या होता है उसी लेक्चर को आगे बढ़ा के देख लेना पूरा इतनी डिटेल में बढ़िया से डिस्कस किया क्लियर है अब यह बता दे थी डिग्रीट कि कौन ज़्यादा S&1 देगा चलो लेमिंग रूप सेम रखा है अब यहाँ आपको इंफोर्मेशन होनी चाहिए सब इलिए इस माले दिया हुचा कौन ज्यादा SN1 करेगा यह की है आपको पता होने चीज़ी कौन ज्यादा स्टेबिल कार्बोकेटा है यहाँ से CL-निकलेगा प्लस यहाँ से CL-निकला प्लस पहली बात तो यह SN1 देगा कि नहीं स्टेबिल कार्बोकेटा है तो SN1 होगा ही नहीं क्यों होता है ड्यूटू रेजोनेंस इसका नाम याद है एलाई कार्बोकेटाइन या एलाई एलाईट बोलते हैं इस साथ इसको एलोजन लगाओगा है और ये अपना टू डिग्री तो टू डिग्री कार्बोकेटाइन ज़्यादा स्टेबिल होता है जैसे मैं आपसे अगर आपको सच बताओं तो ये तो सेनवन देता ही नहीं है वर्णिके लिए 2 degree थोड़ा बहुत दिता है, 3 degree सबसे बहुत दिता है, देखो मैंने एक्साम्प्ल 3 degree कर नहीं है, इसलिए एक्साम्प्ल 3 degree, 3 degree बहुत दिता है सिर्मा, 2 degree थोड़ा बह एक बात करें और बहुत बढ़े जाएंगे इसका इन दी रेट ऑफ सेमने से पूछ लिया कि बताओ किसका सबसे तेज रेट होगा पैरेंज इन ओर्डर ऑफ रेट ऑफ हाइड्रोलिसिस चलो हाइड्रोलिसिस करें दे दिया है एक ही बात है रेट ऑफ हाइड्रोलिसिस ऑफ एलकाइनिलाइट वन्ना ये सवाल आपसे नहीं करेगा लीविंग रूप में सब में सेम रहता हूँ बिलीविंग रूप में ओपर डिस्केशन नहीं किया न? चलो, A, B, C, D बताइए सबसे आधा S and Y कौन देगा? ब सबसे ज़्यादा SN1 कौन देगा? पहला वाला देखो, बेंजाईर कार्बोकेटाइन बहुत स्टेबल दूसरा वाला 3 degree कार्बोकेटाइन बहुत स्टेबल तीसरा वाला 2 degree भी है और बेंजाईर भी है बहुत स्टेबल सबी कार्बोकेटाइन स्टेबल है सबसे ज्यादा SN1 कौन देगा? बचा यहाँ most stable carbocation कौन सा हो देखते हैं यहाँ से CL-निकलेगा, benzyl carbocation, resonance stabilized यहाँ से CL-निकला, 3 degree carbocation, hyperconjugation stabilized यहाँ से CL-निकला, अब देखो यह 2 degree है और साथ में resonance भी है और यहाँ से CL-लिखा CH2+, align देखो competition कहा होना है competition इसमें और इसमें होना है तगड़ा यह छोटा होता है 3 degree benzile से ज़्यादा stable होता है लिख लोगा नहीं कहता है बात जो बताएं यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात है कि यह एक बात ह उससे भी ज्यादा stable है इसमें resonance भी है थोड़ा सा hyperconjugation है तो most stable is C then comes B then comes benzyle and then comes allyl यह सबसे ज्यादा stable होगा फिर 3 degree, 3 degree benzyle ज्यादा stable होता है पर 2 degree benzyle को beat नहीं कर पाता, इसमें hyperconjugation भी है, इसमें resonance भी है यह सबसे stable, फिर यह, फिर यह तो यह order होगा S-involved reaction का clear होगा concept 3 degree तो यह ज्यादा थी इससे भी ज्यादा तो यह के बाद आता है सब आते हैं तो यह लिखेंगे तो यह सबसे लास्ट है तो यह अलग ही बताओ ज्यादा होता है नहीं तीन तीन तीन नौ अलफा है बहुत ज्यादा तो यह बीट कर देता है बेंजाईल के साथ अलकारिगोर चले मिटा इसको तो आपको rate of SN1 समझ में आ रहा है कि alkyl halide पे dependent करता है जब आप एक question आप खुछ से करके बताये A B C बताएं rate of SN1 देखो सब में leaving group अभी भी हम से उठे रहे हैं rate of SN1 leaving group सब में same लिया है बताएं चले पहले वाले में देखें पहले वाले में जब यहां से BR- निकलेगा तो यह बनेगा Align कार्म का time, Resonance Stabilized यहां से BR-निकलेगा तो यह बनेगा 3 degree कार्म का time और यहां से BR-निकलेगा तो यह बनेगा यह कैसा बनेगा देखो इधर भी CH3 इधर भी CH2 2 degree एक 2 degree है एक 3 degree है एक alloy है तो 3 degree तो सबसे अच्छा degree होता है इंस में उसके बाद alloy उसके बाद 2 degree यानि BAC order of SN1 reaction अब मेरी बात सुनो इसको मिटा दूए मिटा दू अच्छा अब मेरी बात सुनो सिर्फ कार्बो के टाइन फॉरमेशन की ध्यान देना यह मत देखना कि rearrangement के बाद कौन ज्यादा stable का रूप है rate of hydrolysis of alkyl hydrate या rate of SMR इसे देखो एक बढ़िया सवाल देते है CH3 C CH3 CH3 BR B CH3 C CH3 H BR C CH3 CH CH3 CH2 बी आर, बढ़िया सवाइब, बहुत बढ़िया सवाइब इसमें हमसे कहा order of assignment बताइए, rate of assignment अब इसमें जो गधा बच्चा है वो सही करेगा जो थोड़ा पढ़ा है वो गलत करेगा और जो सबसे अच्छा पढ़ा है वो फिर से सही करेगा गधा भी सही करेगा इसको देखो यहाँ से यह निकला प्लस 3 degree का आरपोकेट है यहाँ से यह निकला प्लस 2 degree का आरपोकेट है बी आर मेनेस इकला प्लस कैसा कार्बो की टाइन है एक ही तरफ कार्बन वन डिग्री तो जो कुछ नहीं पड़ा वो बोलेगा थ्री डिग्री केटेजन टू डिग्री केटेजन वन डिग्री उसका आंसर सही है जो थोड़ा सा पता है उसको पता है यहाँ पे री अरेंजिमेंट की पॉसिबिलिटी है इस पोशन में यह वन डिग्री है अगर किसी तायार से प्लस चार्ज यहाँ पहुँच जाए तो यह थ्री डिग्री बन सकता है वो क्या करेगा इसमें? रियारेंज्मेंट कराएगा 1,2 H-Shift बगल बगल की पोजीशन में यहां से यहां यहां से यहां H-Shift होगा H-इधर गया तो देखो क्या बनेगा? CH3, CH3, CH3 H-यहां गया तो यह बन जाएगा CH3, भाई CH2 प्लस था उस पे H-मिला CH3 और इसके ऊपर है गया प्लस कैसा कार्बोकेट आइन है? 3 degree हाँ उसको लगेगा सबसे स्टेबिल तो यही कर लेते है क्योंकि यह तो अपने आप 3 degree है natural उसके बाद इसको कर लेते क्योंकि यह 3 degree बन सकता उसके बाद 2 degree पर गलत है रियरेंजमेंट रेड डिटर्माइनिंग स्टेप नहीं है रेड डिटर्माइनिंग फॉर्मेशन आफ कार्बोकेट है तो यह लास्ट नहीं रहेगा तो लिस्ट आउडर आपके ही रहेगा A-B-C गलती बच्ची करते हैं कई बार हम देखा है कौचिंग में भी कि A के बाद B को ले लेते हैं कहते है कि यह तो नैचुरल है 3 degree वो बन सकता है 3 degree यह तो बाद में होनी है यह रेट को फर्क नहीं डालेगी यह नहीं है यह तो ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क ना फर्क न ठीक है तो नेचर ऑफ एलकाइन वाला फैक्टर समझ में आ गया है मिठार दिया जाया है ओके अब इसके बाद और देखना है तो आप यूट्यूब लेक्शन देखनो मेरा कार्बो के टाइन का और उसको आगे बढ़ा के देख लेना तो उसमें स्टेबिलिटी ऑफ कार्बो का टाइन है अब न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिटूशन का फर्स्ट लेक्चर पूरा लीविंग रूप के ओपर समझ रहा हूँ कि वहाँ सारी बातें हो जुकी होगी पूरा नेचर आफ लीविंग जो लीविंग रूप इज निकल जाए वहां से रेट ऑफ रियक्शन का बात प इसका रेट डिवाइनिंग स्टेप में लीविंग ग्रूप बाहर जा रहा था तो लीविंग ग्रूप जिसका इजली रिमूव हो जाए इजली लीव कर दे वहाँ पे रेट जाजा होगा जैसे हमसे बोला कि आई, आर, बिया, आर, सील, आर, फ, एलकाइल ग्रूप सेम रखा, और हैलोजिन्स हैलोजिन्स कर दी, तो पूछा की इसमें से भाई किसका रेट सबसे आता होगा, ठीक है, तो हमें पता है सबसे इज़ली बाहर कौन आता है, आई माइनस, फिर उसके बार बिया माइनस, उसक देख सकते हैं लीविंग रूप का या बीड के लिए इस इंफॉर्मेशन पर भी काम चाहिए क्लियर है किस-किस फैक्टर से एफेक्ट होता है नेचर आफ एलकाईलिट नेचर आफ आप कहोगे सर solvent का role तो slow step में है ही नहीं solvent तो second step में आया था पर एक मिनट solvent का role first step में भी था क्या x minus को घेर के पकड़े रहना x minus को घेर के पकड़े रहना और दूसरा cx का bond तोड़ना पहले step में तो solvent हमारा कैसा होना चाहिए या देखो polar, protic polar होने से क्या होगा वो ccl वाले bond को तोड़ेगा cx वाले को protic होने से क्या होगा इस cl-को वो चार तरफ से घेरा रहेगा h+, h+, protic मतलब proton h+, h+, h+, देगा जिसकी वजह cl-पकड़ा रहेगा तो जो बढ़िया polar protic होगा उसमें rate of reaction step 1 और step 1 क्या था? RDS यानि RDS पे solvent effect डाला है अब देखो हम 3 solvent लेंगे H2O, C2H5OH, F9, and CH3COH क्यों 3 लेंगे? क्योंकि 3 ओ polar हैं और 3 ओ protic हैं, H plus दे सकते हैं इनका हम die electric compare करते हैं डायलेक्ट्रिक कॉंस्टेंट ठीक है फिजिक की चीज़ें वाटर का डायलेक्ट्रिक कॉंस्टेंट 81 करीब करीब बस थी इसका 33 करीब करीब 35 के लोग इसका अपना 6 होता है तो 5 के लोग चलो अप्रॉक्सिमल डायलेक्ट्रिक कॉंस्टेंट किसी चीज़ की इस बॉंड को वीक करने की जो प्रॉपर्टी उसको डायलेक्टिव कॉस्टेट है वाटर इनकी बीच की इसकी force को 80 गुना कम करेगा इसे नॉर्वल 35 गुना और acid सिर्फ 5 गुना तो आपको बहुत clear हो गया होगा यह सबसे अधार rate of reaction किसने होगा water में बहुत तैरी इसको तोड़ देगा तो हमने देखा यहाँ जो rate of reaction है वो करीब अगर ऐसे समझो मान लो इसका rate of reaction आप मान लो x है तो इसका rate of reaction आपको मिलेगा करीब मान की चलो 4 x की बाराबर क्योंकि दूसरी property घेरने वाली है सिफिक property नहीं है घेरने वाली property है और यह करीब 1.5 यह देखते हैं यह लाख गुना बनाएंगे यह 1.5 लाख एक्स ठीक है समझ रहे हैं तो रेट ऑफ रियक्शन वटर के लिए बहुत ज्यादा है इनसे कंपरेजिन यह एक्स यह चार गुना है वो देड़ लाख गुना जाता है फुन क्लियर है फुन लाख गुना है बढ़ाने के लिए यह बहुत ज्यादा है यह बहुत ज्यादा है अब एक्स लाख गुना है जिसमें देखते हैं कि वो रिप्रेंशन, इन्वर्जन, रेस्मिक मिक्स्चर ये सारी बात हैं अब एक्जांपल देना स्टार्ट करते हैं जिसमें खुब बढ़िया बात ही बदलीगी एक्जांपल से एक्जांपल से पकड़ते हैं खुब बढ़िया बढ़िया इसके कंसेप्स सी जो कम ऐसे बना लूँ यह आपने बढ़ा है Fisher projection बढ़ा है ना, ऐसे ही बना जाता है ना, carbon यहाँ हमारे बढ़ा है phenyl group यहाँ हमारे बढ़ा है CH3 यहाँ हमारे बढ़ा है H यहाँ हमारे बढ़ा है CH ठीक है हमसे बोला इस reaction का major product बढ़ा है एक बनेगा, दो बनेगे पहले तो ये सोचो कि ये SN1 देगा या नहीं देगा तो यहाँ से देखो जब CL-यहाँ से बाहर निकला अगर तो यह जो कार्मिक टाइम मिलेगा यह resonance stabilized है साथ में 2 degree भी बहुत stable है 3 degree से भी ज़्यादा stable है 2 degree भी है resonance भी है तो हाँ तो यह SM1 तो देगा चलो एक चीज तो confirm हो गई यह SM1 देगा ठीक है अब इसका mechanism पकड़ते है तो यह विशेष निकलेगा तो यह प्रिवर्ण यह प्रिवर्ण में रिमूवल आफ चैनल चैनल में निकल जाएं मेरे पास बचा? ध्यान से क्या बचेगा मेरे पास? देखो आपको जो लग रहा है आपको लग रहा है यह बचेगा पीएच सीएच थ्री एच और प्लैस ठीक है? सही सोच लेगा आप पर ये बनाना अब दलत है फिशर प्रोजेक्शन बनता है तो ये एक तेट्रा हेटरल लगा होगा अब ये स्पीटू है और ये प्लेनर बन जाए सीएच एक वैलेंसी उपर से खाली है और एक वैलेंसी बीचे से खाली है या तो उपर से खाली है तो बीचे से खाली है अच्छा ऐसा बोलने के लिए बोल सकते हैं अब उपर नीचे क्या है मान लो कि इस position को उपर बोलते हैं तो हम मान लेते हैं कि CL यहां से निकली गया है CL वैलेंसी उपर में नदा रहा है next step क्या होता है incoming nuclear अगर आपको पता है जो क्योंकि आपको अटैक करेगा तो आपको इसके आउस में सेट्स प्लस नितल जाएगा मतलब घुमा फिर आके ओह मानस अटैक करेगा ठीक है अब इसमें स्टेप टू अब इसमें ओह मानस कहाँ पे अटैक करेगा ये समाल उठता है ठीक है पीएच सीएच थ्री पीएच सीएच यहां से निकल के गया है अभी अभी अभी अब इसमें ओएच दोनों तरफ से अटैक कर सकता है उपर से भी नीचे से भी अब देखो मैं वापस थ्री डी स्ट्रॉक्चर बनाऊंगा ध्यान से ध्यान से अगर जिदः से सीएच और अगर जिदर से CL निकला है उसके opposite में OH attack करे तो ये बनेगा पहले चला ध्यान से देखो 3D, 2D सारा खेल Fisher पर आते है 3D के लिए सिर्फ 3D का 2D representation होता है 3D structure का 2D structure होता है यहाँ तक सही है Carbohydrate आपको दाता है planar species होता है Carbohydrate आपको दाता है planar species यह एक plane में है तीनों के लिए सिर्फ पता है नहीं वाँ अब या तो ऊपर से attack हो या तो नीचे से ऊपर से मतलब जिधर से CL लगा है उधर से attack हो तो उधर से attack होगा तो देखो ये structure बनेगा इसको हम बोलेंगे retention जैसा था वैसा रहा और opposite side से attack होगा तो ये बनेगा इसको हम बोलेंगे inversion बोलते हैं Walden inversion क्या है innovation तब ये बनेगा कौन सा ज्यादा बनेगा आपको पता है, inversion product more होगा, यह more than 50% reason में समझा चुका हूँ कि इस तरफ से attack ज्यादा easily होगा, जब वो H-इधर जाएगा तो रिपेल होगा असल में तो H2 attack का हैगा, उसमें से H+, निकले है, clear? और यह less than 50% है, चलो ठीक है जब आप देखते हैं, सही में सर ऐसा हो रहा है कि नहीं retention? आपको RS nomenclature यहाँ दे? मैं आदिला हूँ इस carbon को chiral बोलेंगे, बिल्कुल क्योंकि इसकी चारों valency different है। इसके बाद हम चारों valency की numbering करते थे, priority order, on the basis of atomic weight, इधर Cl है, इधर यह है, ठीक है। अच्छा, तो सबसे फर्स्ट नंबर इसको मिल जाएगा सबसे आदा अटॉमिक पे, फिर दोनों तरफ कार्बन है, पर ये डबल बॉन वाला तो ये टू, ये त्री, और हाइड्रोजन को फोर्थ नंबर, और हम चाहते भी थे कि लोइस्ट प्रियोरिटी कहाँ पे हो, वर यहां पर आपको प्रतिवार करें और फिर इसको जाएगी ओका एटॉमिक विडियो सबसे ज्यादा फिर कार्वन डबल बॉर्ड कार्वन टू फिर थ्री और फोर्थ लोग इस पर है ऐसे घूमें तो इसका इस रहा रिटेंशन यहां पर आप फर्स्ट प्रियोरिटी ऑक्सिजन को जाएगी ज्यादा है टॉमिक विट फिर कार्बन डबल गॉर्ड कार्बन फिर सिंगल गॉर्ड कार्बन लोइस्ट प्रियोरिटी वर्टिकल पे है कंडिशन थी है वन टू थ्री क्लॉक वाइज यानि आर क्लॉक वाइज को बोलते थे आर एंटी क्लॉक वाइज को एस एस का बना आर इंवर्जन एस का बना एस एक और बात क्या ये दोनों इनैंशियो मर्स है एक आर ने एक एस पे जब भी R का बने S तो Enantiomers S का बने R तो Enantiomers Yes, they are Enantiomers Why? Because they are Mirror Image बाई, Enantiomers का रूल क्या था? Mirror Image होनी चाहिए यह दोने दूसरे क्यों Mirror Image है? गांस देखो, यहाँ पे Mirror रख दो यहाँ Mirror रखो इसको रुमा के बनाओ, यही तो बनेगा क्लियर है यहाँ मिररेड रखके देखो टीन टीन यह बनेगा मिररेड इमेच्छा तो यह इनाइल शुमर्स बन रहा है यह रेस्पिक मिक्स्चर है कह सकते हो 100% रेस्पिक मिक्स्चर न बोलना मजा आया है सबझ गई है चलो मैं एक प्रोशन देता हूं जिसके अंदर अपन रियरेंजमेंट भी कराते हैं और प्रोडक्ट भी बनाते हैं इस प्रोडक्ट भी बनाते हैं और इसको मिक्स्चर बट दें कि मिटार देखो ओके अ छोड़ गया तो पीछे जाती इसको पॉस्ट करके वेट करके उताल आगा अब मैं ऐसा एक्सांप्ली लोगा जिसमें रियरेज्मेंट भी हो और आपको ये रिस्मिक विक्स्टर की कहानी भी समझ गया तो सेकेड एक्सांप्ली सेकेड एक्सांप्ली तो C D3 C Antibacterium ले दिया ठीक है? CH Phenyl CH2 Br मान ले दिया सही है? हम और H2O और हमसे पूछा है Major Product कितना बनेगा? एक बनेगा, दो बनेगा, Resmix Mixture बनेगा, यही बनेगा ठीक है? मैं जानमुचके ऐसा ले रहा हूँ जो नहीं होगा, ठीक है? उस case में एक ही product बनेगा, चलो देखते हैं चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चल पीएच सीएच टू प्लस सही है? सही है? अब ये जो कार्बो के टाइन बना ये बंडी ही है अगर किसी ज़रे से ये बगल वाला ह माइनस यहां आ जाए ह माइनस यहां आ जाए यहां से ह माइनस निकला है तो इसके उपर प्लस आ जाएगा और H-H से मिलकर CH3 बना लेगा और यहां प्लस आते हैं यह stable का root है 3 degree भी साथ में benzylic भी क्या फाइदा है तो अब यहां होगा rearrangement rearrangement कैसे होगा rearrangement बगल बगल नहीं हो सकता है, 1,2H-shift, देखो यहां से, हाइड्राइड भी shift हो सकता है, फिनाईल भी और मिथाईल रोग भी, बड़ सबसे पहले हाइड्राइड shift होता है, मैंने बढ़ाया हाइड्राइड, फिनाईल फिन, मिथाईल, हाइड्राइड फिनाईल फिन यह 1 से 2 प्रवार पर गया और बन गया C D 3 C P H H-यहां चला गया CH3 और यहां से H-निकला तो इसके ऊपर प्रवार अब देखो यह बढ़िया 3 degree कार्बोकेटा है और साथ में resonance बेंजाइलिक है यह रजनेस स्टेब्लाइस क्या बात है? more stable कार्म के टाइन यही मकसद होता है अच्छा अब आईएगा step 2 अगे तक step 1 चल रहा था step 1 में कार्म के टाइन बनाओ उसका रिलेगनेट अब step 2 अब step 2 में अटैक होगा अब अटैक कैसे होगा यह जिस पिछी आपको पता है यह कैसी है एक्ट्रॉल में ऐसी है यहां से यहां से अगर यही हो गया अगर इसी तरफ हो गया मैं इसको फ्रीडी में बनाना एक यह कार्ड है, इस तरफ CD3 माँ लेते हैं और बताओ, इसमें लोइस प्रियोर्टी क्यों आएगा? CH3 इस तरफ CH3, यहां लगा लेते हैं Phenyl अब लगना है OH, next step मेरे शुरू का attack है तो या तो यह हो सकता है, या तो OH, CD3, pH, CH3 फिर अब बात आती है कि सब मैं समझ रहा हूं कि इसको फिशर में बनाएं तभी बता चलेगा कि कौन सा रिटेंशन है कौन सा पास तो समझ रहा हूं कि नेक्टर और सीडी जी ने एक तरफ बच्चे कर लिया कोई दिक्कत नहीं है उससे अगर एक आ रहे तो एक एस बन गया होगा टेंशन बन दो एक काम करते हैं इसको फिशर में बनाते हैं ध्यान से इसको फिशर में बनाते हैं जो मेन अपना कमपाउंड है इसकी चारों बैलेंसी अलग है तो C लोइस प्रियोरिटी में मैंने H लगा लिया इस तरफ CD3 लगा लेता हूँ ऊपर फिनायल लगा लिया इधर CH2, BR लगा लिया बोलो ठीक है लोइस प्रियोरिटी मैंने अपने आप है H लगा लिया तो फिनायल लगा लिया इसकी चारों बैलेंसी अलग है क्यों? कारगन से कारगन ही जुड़ा है टेबल मांड तो कारगन से ब्रोमी जुड़ा है तो फर्स्ट प्रेसी को मिलेगा तो फर्स्ट प्रेसी को मिलेगा यानि यह स था अब जड़ा इधर आओ यहाँ पर first O को मिलना पड़ेगा second final को मिलेगा C से double bond C जुड़ा third इसको मिलेगा और fourth CH3 को मिलेगा तो 1, 2, 3 कैसा है S मतलब यह हो गया retention मैं मान रहा हूँ यह बाद कहानी बदली है पर अगर overall देखो अगर हम स्टीरियो कैनिस्ट्री देखें, तो अगर ये S था, तो एक प्रोडक्ट S बन रहा है। और इस वाले को देखो, इसको मिलेगा 1, इसको मिलेगा 2, इसको मिलेगा 3, 1, 2, 3, clockwise R, तो ये हो गया inversion. अभी भी क्या बनना? रेस्मिक मिक्स्चर मज़ा आया? समझ में आई पूरी कहानी? बहुत बढ़िया है तो क्या हमेशा रेस्मिक मिक्स्चर बनता है? मैं एक बढ़िया एक्साम्पल ले रहा हूँ देखो रेस्मिक मिक्स्चर का मतलब क्या होगा? कि एक S हो एक R हो इनाइंशियोमर्स होने चाहिए इनाइंशियोमर्स आर का एस, एस का आर इनाइशियोमर होता है मिरल एमेज होते हैं दूसरे दिरोगा रेक्टर्स और सिनिस्टर मिटाये अब देखो मैं एक बढ़िया एग्जांपिल ले रहा हूँ जिसमें मैं पूफ करूँगा कि रेसमिक मिक्स्चर नहीं बनेगा रेसमिक मिक्स्चर CH3 CD3 सिल फिनाइल और मैंने कहा कि एचटो से इसका रिएक्शन करा देते हैं लोग टेंप्रेचर पर लोग टेंप्रेचर से अच्छा और पूछा क्या मेजर प्रोडक्ट होगा ठीक है, रेस्मिक मिक्स्चर बनेगा, RS बनेगा, क्या बनेगा, ठीक है, ध्यान से देखो, इस कंपाउंड के पास दो काइरल कार्ड बनेगा, जब दो काइरल कार्ड का केस आए और SN1 रियाक्शन पूछे, तो समझ जाना कि रेस्मिक मिक्स्चर बनने की गायरेंटी नहीं है, बनेगा भी नहीं, अब इनेशियोन नहीं बनेगा, ध्यान देखो, अच्छा, होगा क्या ओवर ओर, यहां से CL-निकलेगा, कि अच्छा क्या यह स्टेबिल कार्बोकेटाइन है तभी ऐसे बन होगा अगर स्टेबिल कार्बोकेटाइन बिल्कुल स्टेबिल है क्या है क्योंकि बेंजाइलिक से भी स्टेबिलाइज्ड है और टू डिग्री भी है जरा देखने यहां हाइड्राइट शिफ्टिंग व यहां पर आ जाए और यह प्लस यहां पर चलाए तो यह कारबन 3 डिग्री कारबो के टाइम होगा तो यह वाला टू डिग्री भी है और बेंजाइलिक तो मैंने बताया था टू डिग्री प्लस बेंजाइलिक इस मोर स्टेबल देन तो ठीक है यह stable है अब CL यहां से निकलेगा तो आपको पता है यह planar structure बन जाएगा आने वाला nuclear file कौन आएगा मेरे ख्याल से तो OH आता है तो पूरा H2O आके जूड़ता है और फिर H2O निकला तो OH हो सकता है वो यही से attack करे retention या opposite direction से attack करे inversion मैं product बना रहा हूँ ज़र ध्यान देना उपर वाले पे तो कोई फरक नहीं पड़ा एजिट इस बना दिया, हो सकता यह इधर से यह अटाक करें, OH, PH, H, एक तो यह हो गया, retention, और एक हो सकता है inversion, CH3, CD3, H, अब OH इधर से अटाक कर दिया, यहां PH, और यहां H, यह दो product बन सकते हैं, ठीक है, यह उसको हम बोल देगे inversion, ठीक है, अच्छा, क्या ये दोनों इनांशियोमर हैं, क्या ये दोनों मिरर इमेज हैं, तेरा ध्यान से देखो, क्या ये दोनों इनांशियोमर हैं, क्या ये दोनों मिरर इमेज हैं, नहीं है, भाई अगर यहां मिरर में रखूं, यहाँ भी मैं mirror रखूँ, तो नीचे वाला तो mirror image बना है, देखो mirror में क्या होता है, left side right में आती है, right side left में, तो ये तो भूम गया है, पर उपर वाला तो mirror image नहीं भूमा ना, पर वाला तो as it is बन गया है, मतलब ये दोनों आपस में mirror image नहीं है, they are not mirror इमेज बट है तो स्टीरियो आईजोमर्स स्टीरियो आईजोमर्स नॉट मिरर इमेज आर डाया स्टीरियो मर्स नहीं आया सर फील नहीं आया मैंने यह चीज पढ़ा है आप लोग आईजोमर्स में कि वो स्टीरियो आईजोमर्स स्टीरियो मतलब स्पेस में आईजोमर्स तभी mirror image या तभी enantiomers तभी enantiomers अच्छा r से s हो जाए s से r तो mirror image या enantiomers अराम से अराम से इस carbon क्या बाओ रस करते हैं आओ इस carbon से यह carbon जुड़ा है जिससे cl जुड़ गया है तो मेरे ख्याल से first number तो इसी को मिल नहीं आएगा इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इसके लिए देखेंगे कि इस यह एक बार देखा जाएगा, इसके बाद डबल बनाएगा, यह दो और त्री बनाएगा, यह भी आर है तो यह आर था, अब इधर आओ, उपर वाले तो चेंज नहीं हुआ यह आर ही नहीं है नीचे ओ यहाँ लग गया तो 1, 2, 3 1, 2, 3 यह भी R है तो R, R का R, R ही रहा तो हमने बोला retention है अच्छा यहाँ पे ओ यह क्या रहेगा यह तो R ही है यह change जाएगा 1, 2, 3 anti-clockwise S तो ध्यान से देखो R, R से एक बना R, R आपने बोला retention R, R से दूसरा बना R, S और इन दोनों को ध्यान से देखें तो एक आर आर है एक आर एस है ये दोने दूसरे की मिरर इमेज नहीं है मिरर इमेज होता तो आर आर की जगे एस एस आर यानि दे आर नॉट इनेंशियोमर्स पर हैं तो ऑप्टिकल आइसोमर्स ऑप्टिकली तो दोनों एक्टिव है दोनों में अप्टिकली एक्टिव भी है दोनों स्टीरियो आईसोमर्स भी है पर मिररर इमेज नहीं है तो डाया स्टीरियो में तो मैं यही बता रहा हूँ कि जरूरी नहीं कि रेस्मिक मिक्स्चर बनी अगर एक से ज़्यादा कारियल कार्बन है तो रेस्मिक मिक्स्चर नहीं बनेगा क्लियर होगी कहा नहीं? मिटार दें ओके, चलिए, अब चलते हैं एक cyclic example ले रहे थे, आइए, एक cyclic example लेते हैं, एक असान सा example लेते हैं, जिसमें chiral carbon ही नहीं है, example number 4, इसमें दो बाते सामने आएगी, यहां भी रिस्मिक mixture नहीं बनेगा, पर reason कुछ और हो जाएगा, माल दीजे, यहां, wedge k through, एक CH3 लगा है यहाँ veg के थ्रू एक Cl लगा है और dash के थ्रू hydrogen यहाँ भी dash के थ्रू hydrogen हमसे बोला H2O से reaction करा जा at low temperature और हमसे माला final product major product चलिए try करें खुद से खुद से try करें pause करके प्राइ करने पॉस्ट करके किया जाए स्टिप नमबर वन में यहाँ से CL-निकलेगा यहाँ पे प्लस आएगा तो पहली स्टिप में स्टिप वन में यहाँ से CL-निकलेगा और यहाँ पे प्लस आएगा क्या इस कार्बो के टाइन में शिफ्टिंग से कोई फायदा हो सकता है? बिल्कुल हो सकता है, देखो यहाँ पे एक हाइड्रोजन है, अगर यह H-यहाँ आ जा, प्लस चार्ज यहाँ आ जा, तो यह 3 डिगी बन जाएगा, अगर इसमें 1,2 ताइन है, तो यह 2 डिगी है, तो अगर इसमें 1,2 ताइन है, तो यह 2 डिगी H-Shift, Hydride Shift यह 1, यह 2, बगल बगल से होती है H-मान लो यहाँ आ गया तो प्लस, माइनस से चार्ज खत्म हो जाएगा H-यहाँ आ जाएगा चार्ज खत्म और यहाँ से H-निकाला तो इस जगह पे प्लस आ जाएगा, बोलो सही है अब यह 3 degree कार्मो केटाइन है और यह 2 degree क्लियर है अब इस पे H2O अटैक करेगा यानि overall last में OH का अटैक होगा अब ये sp2 hybridized है तो OH ऊपर से भी attack कर सकता है नीचे से भी अब इसमें ऊपर नीचे छोड़के आगे पीछे की बात कर लें मतलब wedge से भी attack कर सकता है और dash भी पता है अब CH3 को wedge पे लगाने का कोई मतलब नहीं है क्यों? क्योंकि बच्चों ये sp2 hybridization में चला गया ये planar spc बन गई है ये क्या बन गई है? planar spc CH3 अब आने वाला OH हो सकता हो ऊपर से टैक करें, हो सकता हो नीचे से टैक करें तो दो possibility है, ज़रा ध्यान से एक जिसमें CH3 विज से लगा दें और OH को डैश चेंद दूसरा जिसमें OH को वेज से लगा दें और CH3 को डैश चेंद ये दो possibility हैं मेरे पास ठीक हैं, हो सकता हो OH उधर से ही आए जिहर जब्बा खाली हो सकता है उसके opposite direction है पर या ध्यान से देखो यहाँ कोई कारेल कार्बन ही नहीं है यहाँ फर्की नहीं पड़ेगा किदर से भी OH का लोग अब इसके लिए क्या आगे क्या बीचे कारेल कार्बन है क्या कारेल कार्बन है क्या और इधर से चलने पर सिमेट्रिक करो यहां से चलो यहां से देखो 1,2,3,4,5,6 नंबर फिर यह रूप इधर से भी 1,2,3,4,5,6 और कुछ बीच में आई गा मतलब there is no chiral carbon जब कोई chiral carbon नहीं है भाईया तो उपर से attack करो और नीचे से attack करो किसके respect में उपर नीचे कहाँ देख रहे हैं इसको आप किस के रिस्पेट में किस चीज के रिस्पेट में कुछ ही नहीं ना ऊपर है ना कोई नीचे है इस दोनों में से कोई भी एक प्रोडक्ट बना दो दोनों सही है यह सेश्ट राज भी नहीं कुछ यहाँ पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा यहाँ पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा यहाँ पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा यहाँ पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश्वास पर एक प्रोटेंट बनेगा, विश् बिटार दें, ओके, अब मैं अपना एक बहुत अच्छा क्वेश्चन आपको होमवर्क में देखे जा रहा हूँ, और साथ मैं आंसर भी देखे जा रहा हूँ, बस आप उसको डिस्कवर करना कि कैसे हुआ, ठीक है, लास्ट क्वेश्चन है, आपका होमवर्क भी है, और मैं यहाँ बेजेसे CL लगा है डाश्ट H वहाँ डाश्ट H यहाँ और H2 और हमसे पूछा है मेंजर प्रोडक्ट कितना बनेगा एक बनेगा दो बनेगा इन एंशो बन बनेगा इसमें मिस्टर बनेगा डाश्ट इन वर्स तो ये आपका homework question है, मैं answer में कुछ बातें बतातूं, पहला hint, पहला hint है no shifting, shifting सिर्फ 1-2 position पे होती है, 1-3 पे नहीं होती, 1-3 पे होती है पर उसके लिए हर बात stability आनी चाहिए, जो नहीं मिलेगी, try करना नहीं होगी, 100% no shifting, 2-no enantiomers, 3-diastereomers, आप दूरना इसमें आपको दो काइरल सेंटर दिख जाएगे दूरते दूरते दूरते दूरते दो काइरल सेंटर दिख जाएगे आपको लोग टेंप्यूचर पर होगा और अगर आर आर कंफिगुरेशन है तो एक बनेगा आर आर एक बनेगा आर एस और अगर आप एस एस क तो आपको मिलेगा एक SS एक बनेगा SR वगैरा वगैरा जो भी आप पालोगे ऐसा कुछ मिलेगा ट्राइ करना तो यहाँ पे SN1 रियाक्शन को मैं खत्म...अच्छा एक चोटा था पॉइंट और रह गया है SN1 में ले लिया जाया उसको भी इसको रोट कर लो पहले क्वेश्चन को इसको कॉमेंट करना ठीक है इसको सॉल्व करना ठीक है नोट कर लिया? अच्छा, चोटी सी बात ये रह गई कि कहां पे SN1 नहीं होता, तो SN1 दो जगे आपको नहीं दिखेगा, CH2 डबल गॉंड, CHX के केस में और इस केस में, इन दोनों स्पिशी में आपको SN1 रियाक्शन नहीं दिखेगा, देखो, नो देखो, इसको ध्यान से देखो तो इसको हम क्या बोलते हैं? C double bond C पे ही कुछ लगा हो तो हम बोलते हैं Vinyl और लगा है Halogen तो Vinyl Halide में कोई SN1 नहीं होका और Benzene link पे direct कुछ लगा हो तो हम बोलते है Aral तो Aral Halide में भी SN1 नहीं होका Reason? दो तरह समझ सकते हो। मान लो यहाँ से x-निकल गया, तो प्लस चार्ज इसके ऊपर आएगा। मैंने आपको बताया है, C डबल बॉंड C पे प्लस चार्ज अनस्टेबिल होता है। C डबल बॉंड C पे माइनस चार्ज इसके पे होता है, प्लस चार्ज अनस्टेबिल होता है। यहाँ भी समझ सकते हो। जो की अनस्टेबिल होता है। triple bond पे minus charge आए, stay negative charge triple पे stable तो stability और यह है C triple bond C पे negative charge is more stable than C double bond C पे negative charge is more stable than C single bond C पे negative charge positive charge का देखो C triple bond C पे positive charge is least stable C double bond C पे positive charge is less stable C single bond C पे positive charge more stable अगर positive charge की बात करें तो वो single bond पे stable होता है double bond पे कम triple bond पे और कम negative charge की बात करें तो triple bond पे stable होता है फिर double bond पे फिर यहाँ x-के निकलते ही इस पे positive charge आएगा और यहाँ skin करते ही यहाँ c double bond c पे positive charge आएगा which is unstable इसकी electro negativity ज़्यादा हो जाती है double bond होने से और electro negativity जिसकी ज़्यादा हो उस पे positive charge stable नहीं होता एक तो यह reason है बहुत वेख साथ मिटाली बात दूसरा reason यही बता देते हैं दूसरा reason बच्चों है resonance का दूसरा reason है resonance का आप ध्यान सो देखो तो x के पास होते हैं lone pair हाई halogen के पास होते है lone pair तो pi bond sigma bond lone pair तो यह lone pair resonance में उतर जाएगे यहाँ पे यह देखो lone pair यहाँ अब जब लोन पेर यहाँ पे उतर जाएंगे तो देखो इसको मैं दूसरा इसका structure बना रहा हूँ CH2 double bond sorry इसका resonating structure CH2 लोन पेर यहाँ उतरे CH double bond X, X में अपने लोन पेर दिये तो X में plus आया और यह bond यहाँ उठा इसमें minus आया यानि हैलोजन और कार्बन के बीच में पार्शियल डबल बॉंड कैरेक्टर है पार्शियल डबल बॉंड कैरेक्टर को तोड़ना थोड़ा टफ हो जाएगा क्यों भाई क्योंकि ये बॉंड स्ट्रॉंग हो गया है ऐसा नहीं कह सकते कि पूरी तरह से डबल बॉंड CH2, single bond CH, X double bond यहाँ पे भी, यहाँ पे भी, यहाँ पे थोड़ा सा positive charge, यहाँ पे थोड़ा सा negative charge यह बनेगा तो X और carbon के बीच में partial double bond character double bond की stability single bond से तो ज्यादा ही होगी क्योंकि इसके अंदर पाई bond भी, एक sigma भी है यानि इसको तोड़ना ही tough हो गया तो यहाँ से halo हैलोजन नहीं होता इसलिए विन्नाईल हैलाइड न्यूक्लियोफिलिक सब्स्टिट्यूशन शो ही निकलना चाहते हैं SN1 के अंडर को नहीं होते क्यों नहीं होते क्योंकि हैलोजन लीव करना नहीं जाता यहां भी देखो यहां से बॉन यहां उतरेगा यहां पे बॉन बिंदर गा यहां माइनस पार्शियल डबल बॉन कैरेक्टर एरालिएड में भी से इन है कि हैलोजन और कार्बन के बीच में पार्शियल डबल बॉन कैरेक्टर जिससे अब यहां पे हमारा SN1 का लेक्चर कमप्लीट होता है अगला लेक्चर हम SN2 पे करेंगे तो पढ़ाई करते रहें