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प्लेन क्रैश और जीवित रहने की कहानी
Aug 3, 2024
प्लेन क्रैश की कहानी
परिचय
जीवित लोगों की अनुमति: लोग मरने के बाद उनकी शवों को खाने की अनुमति देते हैं।
एक व्यक्ति ने कहा कि उसे गोली मार दें।
प्लेन के अंदर की स्थिति
लोग लिपस्टिक और नेल पेंट से संदेश लिखते हैं।
कुछ लोग सीट के कवर को खाना शुरू करते हैं।
जीरो डिग्री तापमान में 30-40 किलोग्राम वजन घटने की स्थिति।
उडू सॉफ़्टवेयर का उल्लेख
बिजनेस मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर के फायदे।
23-24 अगस्त को "उडू कम्युनिटी डेज" इवेंट का आयोजन।
प्लेन की उड़ान
उरुग्वे से चिली के लिए उड़ान।
प्लेन का नाम: फेयर चाइल्ड एफ एच टू टू सेवन डी।
प्लेन में 45 यात्री।
एंडीस की पहाड़ियों में सफर करना मुश्किल।
प्लेन क्रैश का घटनाक्रम
13 अक्टूबर 1972 को प्लेन उड़ान भरता है।
क्रैश के समय प्लेन की ऊँचाई 22,500 फीट थी।
को-पायलट ने नेविगेशन में गलती की।
प्लेन हादसे में 5 लोगों की तुरंत मौत।
प्लेन क्रैश के बाद की स्थिति
दुर्घटना के बाद यात्री बर्फ में फंसे।
चिकित्सा सहायता उपलब्ध नहीं थी।
शरीर की ख़ुराक की आवश्यकता।
बचने की योजना
सभी यात्री मिलकर योजना बनाते हैं।
खाने को एकत्र करके बांटने की व्यवस्था।
पानी के लिए बर्फ पिघलाकर उपयोग किया जाता था।
सर्च ऑपरेशन
प्लेन की खोज के लिए सर्च ऑपरेशन चलता है।
कई दिन गुजारने के बाद भी कोई मदद नहीं आई।
14 अक्टूबर को 5 और लोगों की मौत होती है।
अंतिम उपाय
शरीर खाने पर विचार।
28 में से 27 लोग बचे।
सर्च ऑपरेशन में कोई सफलता नहीं मिली।
जीवित रहने की यात्रा
12 दिसंबर 1972 को नए सिरे से यात्रा शुरू करने का निर्णय।
तीन लोग पहाड़ियों पर चढ़ाई करने निकलते हैं।
रेस्क्यू
रेस्क्यू टीम को एक सिग्नल भेजा गया।
9 दिन बाद रेस्क्यू की उम्मीद।
निष्कर्ष
यह कहानी इंस्पिरेशन देती है कि हर परिस्थिति से बाहर निकलने का रास्ता होता है।
यह घटना नरभक्षीपन के बहस का विषय भी बनी।
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